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Search results

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    Incest आह..तनी धीरे से.....दुखाता.

    Welcome lovely ji. Khani aage bdhaiye
  2. R

    Adultery महिला कारावास

    तीनो लोगो की कहानी/घटना एक साथ लेकर न चलो....
  3. R

    Incest आह..तनी धीरे से.....दुखाता.

    लेखक महोदय कहाँ हैं?
  4. R

    Erotica जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी

    आप के चरण कहाँ हैं...जितना आपको पड़ता हूँ उतना ही आपके अध्ययन की गहराई, गम्भीरता, शब्दों की समझ, उद्धरण देने की कला, हिंदी ,गवई, शब्दो के साथ उनके भाव पर भी जबरदस्त पकड़ है। आपके अध्ययन का जो आयाम है उसकी कल्पना कर के केवल आश्चर्य ही नहीं होता बल्कि आपके चरणस्पर्श की इच्छा हो जाती है। 🙏🙏🙏
  5. R

    Share your First Solo travelling

    बहुत कुछ याद आगया... ट्रेकर... पथरीली जमीन....झलमुढ़ी...आलू कट.....तीन सुरंग....पैसेंजर ट्रेन में लदने वाली लकड़ीयां जो गया तक आती थीं....ट्रेन में बैठे बैठे इंजन देखने का रोमांच उन्हीं रास्तों पर पहली बार मिला.... अब तो वो हरियाली भी नहीं रही...जंगल सुख से गए हैं।
  6. R

    Incest बैलगाड़ी,,,,,

    देख मैं तुझे समझाती हूं तेरी बुआ रंगे हाथ पकड़ी गई इसलिए अपनी गलती को छुपाने के लिए वह चाहती है कि हम दोनों के बीच भी तुम दोनों के बीच का रिश्ता बने,,,,राजू को कब पता चलेगा कि किसके साथ रंगे हाथ पकड़ी गई?
  7. R

    Incest लुका छुपी

    Very good I read 1 to 21 in a row.
  8. R

    Incest आह..तनी धीरे से.....दुखाता.

    पुनः आरंभ करने के लिए धन्यवाद।
  9. R

    Incest आह..तनी धीरे से.....दुखाता.

    127 update a gya hai kyA
  10. R

    Yes

    Yes
  11. R

    Incest बैलगाड़ी,,,,,

    रिश्तो के बीच जब मर्द और औरत का नजरिया आ जाए तो मर्यादा की डोरी टूटने में बिल्कुल भी देर नहीं लगती100% सहमत
  12. R

    Incest बैलगाड़ी,,,,,

    As always nice update
  13. R

    Incest बैलगाड़ी,,,,,

    राजू समझदार हो गया है
  14. R

    Incest बैलगाड़ी,,,,,

    Tumhara jwab nhi bhai shandar
  15. R

    Incest पाप ने बचाया

    बहुत प्रतीक्षा करवाया लेखक महोदय। कोई बात नहीं प्रतीक्षा सफल हुई
  16. R

    Erotica जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी

    आप सही कह रहे हैं। ये सब शब्द प्रयोग अनायास ही दिमाग में सही तरीके से फिट हो जाते हैं । व्याकरण में कभी पढ़ा नही है ।
  17. R

    Erotica जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी

    वस्तुतः ज्ञान को कोई पदार्थ नहीं है तो इसे ठोस या द्रव कुछ भी निर्धारित नहीं किया जा सकता। लबालब हो या ठसाठस अर्थ यही निकलेगा कि प्रचुर मात्रा में/ अधिकाधिक।
  18. R

    Incest बैलगाड़ी,,,,,

    Nice update
  19. R

    Erotica जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी

    आपके शब्द भंडार की कल्पना भी नहीं कि जा सकती....एक दम लबालब भर हुवा है.... मुझे अचानक ही इस शब्द के दर्शन हो गए। आपका आभार।
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