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Funlover

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Mind-blowing update...lekin bhai ghar auratein sa param ki ho yrr
Thank you dost

Kahani ke anurup hoga to aapka suchan le. Liya jayega dost.
Par sach kahu to yah kahani yaha se lagbhag 50k words aage tak ja chuki hai. Ab edit karna mushkil hoga dost.
 
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Funlover

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Toh bhai phir maa behna ko randi mat banana..ki sab sa chud jaye
Dekhte hai dost...
Agar sabhi readers ki ek hi rai hai to yah kahani next 2 to 3 episodes me khatam ho jayegi.
Kahani ka main mudda hi yahi hai ki yah gaav me sab free hai aur nahi bhi sab karte bhi hai aur kahte bhi nahi....
 

Napster

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“रेखा एक बार चूत को सहलाने दो।”

रेखा ने उसका हाथ पकड़ कर कहा, “तुम शैतान हो गये हो। तुम्हारी माँ से कहना पडेगा।”

दोनो बाहर आ गये। उसे दुख था की वो रेखा की चूत नही देख पाया। लेकिन साथ ख़ुशी थी की कल रेखा अपना चूत और बोबले दिखाएगी। पर साला,कल तक इंतेज़ार करना पड़ेगा।
आप यह कहानी मैत्री और नीता के द्वारा अनुवादित कहानी पढ़ रहे है

तभी रेखा की एक सहेली आ गयी। रेखा सहेली के साथ अंदर गयी और तुरंत कपड़े बदल कर बाहर आई।

"माँ मै एक घंटे मे रंजू के घर हो के आती हूँ" कहकर सहेली के साथ चली गयी। सुंदरी शेठानी का पैर दबा रही थी। अचानक परम बोल उठा,

"तुम हट जाओ माँ, थक गयी होगी। शेठानीजी को मै दबा देता हूँ।"

"शेठानीजी, परम बहुत अच्छा दबाता है, मै भी इससे दबवाती हूँ।" सुंदरी ने कहा।

"ठीक है, सुंदरी तुम कुछ पराठे बना दो। तुम्हारे शेठ आते ही खाने को माँगेंगे।" शेठानी ने कहा।

फिर सुंदरी का हाथ पकड़ कर पूछा "शेठ को अपना "ख़ज़ाना" दिखाया की नही ?" तुझे बहुत पसंद करता है।"

"छी... शेठानीजी, क्या बोलती है आप!"

सुंदरी वहां से उठ कर किचन मे भाग गयी। शेठानी ने चिल्ला कर कहा "एक मीठी दाल भी बना देना।"

शेठानी ने परम की तरफ देखा और कहा, "चलो बेटे पूरा बदन दबा दो, बहुत टूट रहा है।"


रेखा की तरह सेठजी और सेठानी भी परम को बहुत पसंद करते थे...दरअसल सेठजी चाहते थे कि परम हमेशा उनके साथ रहे। लेकिन सेठानी नहीं चाहती थीं कि परम रेखा के साथ सोए लेकिन उन्हें हमेशा से ही एक जिंदादिल लड़का पसंद था...सेठानी को महक ज्यादा पसंद थी और उन्होंने कई बार इच्छा जताई कि महक उनके साथ रहे लेकिन सुंदरी इसके लिए राजी नहीं हुई।

शेठानी पीठ के बल लेट गयी। उसने एक भारी भरकम सारी पहन रखी थी और नीचे पेटिकोट, उपर ब्लाउज था। ब्लाउज बोबले को ढकने मे असफल था। बोबले का उपरी हिस्सा ब्लाउज से बाहर निकला हुआ था। परम शेठानी से सटकर बैठा और दोनो हाथो से एक पैर को दबाने लगा। कभी दबाता था तो कभी पिंडली की मांसपेशी को सहला देता था। परम ने आहिस्ता-आहिस्ता हाथ घुटने के उपर रखा और निचली जांघो को हल्के से मरोडकर कर दबाने लगा।

"कैसा लग रहा है शेठानीजी?"

"अच्छा लग रहा है, दबाते रहो।" शेठानी ने कहा।

परम की हिम्मत बढ़ी और उसने घुटने से लेकर ऊपरी जांघो तक खूब दबा-दबा कर मज़ा लिया। इसी तरह उसने दूसरे पैर को भी पूरा ऊपरी जांघो तक दबाया,चूत से थोड़ा नीचे तक।

उसने अपनी बहन और रेखा की जांघो को सहलाया था लेकिन शेठानी का जांघे खूब मोटी और गुदाज़ थी। उसने देखा की शेठानी को मज़ा आ रहा है और शेठानी ने दोनो पैर को फैला दिया है और सारी पूरी तरह तन गयी है।

"शेठानीजी आपकी साडी और अंदर का कपड़ा बहुत भारी है। आपको दबाने का पूरा मज़ा नही मिलता होगा,पतली साडी होती तो दबवाने मे आपको और आराम मिलता।" इतना कहकर परम दोनो पैरों को एक साथ दबाने लगा और दबाते-दबाते बिलकूल चूत के पास दबाने लगा।

शेठानी मोटी थी,खूब मस्त बाहें थी और पेट भी थोड़ा उठा हुआ था। उसकी उम्र 50 के करीब थी, दुध जैसा गोरा रंग और मख्खन जैसा बदन। परम का मन किया शेठानी के चूत के दर्शन करने को,लेकिन उसे नंगा तो नही कर सकता था। उसने एक उपाय सोचा। कभी कभी पिताजी के ऐसे ही पैर दबाता था तब उसे कई बार पिताजी का लंड दिखाई दिया था। उसने सोचा कोशिश करके देखते है।

रेखा भी घर मे नही थी और सुंदरी अंदर खाना बना रही थी।

बडा ही शानदार और जानदार मदमस्त अपडेट है मजा आ गया
 

Napster

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"आप एक पैर मेरे कंधे पर रख दीजिए मै मसल-मसल कर दबाउंगा तो आपकी पूरी थकान उतर जाएगी।"

परम उठकर दोनो पैरों के बीच आया और बिना पूछे उसने कपड़े को खिसका कर शेठानी के घुटनो के ऊपर कर दिया और एक टाँग उठाकर अपने कंधे पर रख ली।

"आप आंखे बंद कर लीजिए, अच्छा लगेगा।"

परम एक हाथ से पैर को सहारा देकर दूसरे हाथ से घुटने के उपर जांघो को मरोडकर मसलने लगा और तभी उसे शेठानी की मोटी फूली हुई चूत दिखाई दी।

चूत पर छोटे-छोटे झाँटे थे,शायद 8-10 दिन पहले झाँटे साफ किया हो। परम का हाथ शेठानी के जांघो से नीचे से चूत तक फिसल रहा था।

शेठानी ने हौले से कहा, "खूब ज़ोर से मसलो!"

परम ने अंदरकी जांघो को दबाते दबाते चूत को मुठ्ठी मे भरकर मसलने लगा।

"और आगे आ जाओ।" वह चाहती थी कि परम उसे और उसकी चूत को अधिक से अधिक सहलाए।

परम ने पैर को कंधे से उठाया और कपड़े को बिल्कुल उपर तक उठा दिया। शेठानी की चूत साफ दिख रही थी। परम दोनो हाथो से चूत को मसलने लगा।

"शेठानीजी, आप अकेली कब रहती है मै आकर आपको पूरा मज़ा दूँगा, बहुत मस्त चूत है आपकी ….खूब प्यार से चोदूंगा…।"

"बेटा अभी 15-20 दिन कोई मौका नही मिलेगा,जहां दबाना है आज ही दबा दो।"


लेकिन सेठानी तो चुदाई के लिए आतुर थी... वो चाहती थी कि परम उसे वहीं चोद दे। उसे इस बात की ज़रा भी परवाह नहीं थी कि वो लड़का उससे 30 साल छोटा है और उसकी बेटी का ख़ास दोस्त है।

चूत को मसलते मसलते परम शेठानी के जांघो के बीच आ गया। एक हाथ से वो चूत को दबा रहा था और दूसरे हाथ से बोबला को दबाने लगा।

"चूत बहुत मस्त और रसीली है, लगता है शेठजी चुदाई नही करते है ठीक से?"

"6 महीने से उसने मुझे चोदा नही है, लेकिन तुम्हारी माँ को चोदना चाहता है। सुंदरी को बोलो की एक बार अपनी चूत मे शेठजी का लंड घुसा ले।"

उसने जोड़ा...

“हो सकता है सुंदरी की चूत को भोसड़ा बनाकर मज़ा लेने के बाद वो मुझे फिर से चोदना शुरू कर दे... हो सकता है, कौन जाने, ऐसा भी हो कि तेरी माँ की चूत हमेशा के लिए उसका लंड ले ले।”



“सेठानी जी, आप पहली औरत है ..जिसे मैने नंगा देखा है …और ये पहला चूत है जो मेरे हाथ में है…..मैं जिंदगी भर आपको चोद कर खुश करता रहूँगा…शेठजी की जरुरत शायद ही पड़े आपको....!”

परम को लगा की उसकी पैंट फट जाएगी और उसने पैंट का बटन खोलकर नीचे धकेल दिया। परम का लंड तना हुआ था उसने लंड को चूत के छेद पर रखा और ज़ोर से धक्का मारा।

शेठानी की चूत पूरी तरह से पनिया गई थी,पूरा लंड गप से अंदर चला गया। शेठानी ने परम को जकड़ लिया और परम बोबला को दबते-दबाते चुदाई करने लगा। 50 साल की औरत को चोद कर ऐसा लग रहा था कि शेठानी की बेटी रेखा को चोद रहा हो। सेठानी की चूत बहुत गर्म है।

"आओ बेटा.... ज़ोर-ज़ोर धक्के मारो, बहुत मज़ा आ रहा है, जल्दी जल्दी...कही तुम्हारी माँ ना आ जाए, वाह मस्त लंड है तुम्हारा बेटे।"

"वो देखेगी तो किसिको नही बोलेगी। उसके सामने भी तुम्हे चोदुंगा।" परम ने आश्वासन दिया और धक्के मारता रहा।

“ओह्ह…बेटा ..लगता है और बहुत लंबा दर्द हो रहा है…..बहुत टाइट से चूत को रगड़ रहा है……आआह मारो …और जोर से…।” वह वास्तव में आनंद ले रही थी...

"शेठानी तेरी चूत पहली चूत है जिसे मै चोद रहा हूँ लेकिन मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा है।"

"बेटा,रेखा चली जाएगी तो उसके बाद रोज मुझे चोदना।"

"हा रानी रोज चोदुंगा लेकिन मै तुम्हारी बेटी को चोदना चाहता हूँ।"
मौके का फायदा उठाते हुए परम ने इच्छा व्यक्त की...

“लेकिन मैंने तो सोचा था कि तुम रेखा और पूनम दोनों की चुदाई कर चुके हो…।” उसने कमर झटकाई और लंड के लिए और गहराई के जाने का रास्ता दे दिया और कहा,

"उसको भी चोदो, मेरी बहुओ (डॉटर इन लॉ) को भी चोदो। मै मना नही करूँगी, लेकिन मुझे हर दो-तीन दिन मे आकर चोदना पड़ेगा।"

बहुत ही गरमागरम कामुक और उत्तेजना से भरपूर कामोत्तेजक अपडेट है मजा आ गया
 

Napster

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"चोदुंगा रानी और गांड भी मारूँगा।"

परम ने ज़ोर से धक्का मारते मारते कहा, "लंड नही चुसोगी ? "

"चुसूंगी,लेकिन आज नही कभी अकेले मे।"

फिर दोनो जम कर चुदाई करने लगे और थोडी ही देर में शेठानी पस्त हो गयी।

"लंड बाहर निकाल लो, अब दर्द कर रहा है। मै सुंदरी जैसी जवान नही हूँ की लंड खाती राहु।"

लेकिन वह कहा सुननेवाला था,परम धक्का मारता रहा और उसके लंड ने शेठानी के सुखी हुई चूत मे पानी पानी का छंटकाव कर दिया और उसकी चूतरस से उसके वीर्य से मिला कर पूरी भर दी।

ठंडा होने के बाद परम शेठानी के उपर से उतरा और दोनो ने अपने कपड़े ठीक किए। शेठानी थोड़ी देर तक लंड को मसलती रही…..सच बेटा बहुत मस्त लंड है….और इतना मोटा सुपारा….रेखा की चूत फट जाएगी…मेरी बेटी को थोडा आराम से चोदना बेटे, वह शायद ही तेरे लंड को झेल पाए, एक-दो बार उसकी फट जायेगी पर बाद में तेरे लिए अपनी चूत खुली रखेगी।”


थोड़ी देर बाद सुंदरी बाहर निकली।

"शेठानीजी सब बना दिया है। अब हम लोग जाते है।"

सुंदरी ने कहा और फिर पूछा "परम तुमने ठीक से पाव दबाया ना।"

"अरे तेरा बेटा तो बहुत अच्छा दबाता है। फिर आना बेटा!"

शेठानी उठी और 1000 रुपये सुंदरी को दिया। "रख लो" और बहुत अच्छा लगता है..और तेरा ये बेटा बहुत प्यारा है..और जब तक शादी है आती रहना और परम को भी लाना। सेठानी ने सुंदरी के सामने परम के गालो को चुमते हुए कहा…। थोड़ी देर के लिए रोज आ जाया करो..” श और अनुरोध किया…
यह कहानी मैत्री और नीता के द्वारा अनुवादित कहानी पढ़ रहे है

और हा, एक बार मेरे शेठ को खुश कर दो। बेचारा पागल हो गया है तुम्हारा माल खाने के लिए…। और मुझे भी तो दिखा दे तेरा माल कैसा लग रहा है कि मेरा बंदा उसे खाने को बेताब हो गया है, एक बार अपने सारे छेद दिखा दे।"

यह सुनकर सुंदरी के गाल लाल हो गये। वो केवल मुस्कुराई और घर चली गई। वापसी में परम रिक्शे पर सुंदरी के बगल में बैठ कर पूरे रास्ते चूत को सहलाता रहा और शेठ से चुदवाने के लिए मनाता रहा। दोनों घर आ गये। परम शेठानी को चोदकर बहुत खुश था और उसने निश्चय किया की कल ही वो अपनी माँ को चोदेगा।
यह अपडेट कैसा लगा !!!!!!

अपनी राय देना ना भूलियेगा
बहुत ही गरमागरम कामुक और उत्तेजना से भरपूर कामोत्तेजक अपडेट है मजा आ गया
रेखा तो अपनी अनचुदी चुद और चुचीयाॅं परम को कल दिखाने का कहकर अपनी सहेली के साथ निकल गयी घर पर शेठानी की मालिश के साथ साथ परम ने उसकी चुद पर अपने लंड का उद्घाटन कर लिया और शेठानी की ओर से उसकी बेटी रेखा और उसकी बहु को भी चोदने की सहमती मिल गयी
वही सुंदरी को शेठ से चुदने के लिये उकसा रहीं हैं
अब देखते हैं परम अपनी माँ सुंदरी की किस तरहा से चुदाई करता है
खैर देखते हैं आगे क्या होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार और चुदाईदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
 

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बडा ही शानदार और जानदार मदमस्त अपडेट है मजा आ गया
Thank you Napster ji
Bas bane rahiye aur kahani kaa swaf lete rahiye

Kahi galati ho to highlight vhi kijiye
 
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