अब मैंने कपडे धोने वाला ब्रश उठाया और धीरे से प्रिया के मुँह के पास ले गया | वो डर गयी की पता नहीं अब क्या होगा | मैंने उसको ब्रश चाटने को बोला | वो अपनी जीभ बाहर निकालके ब्रश के ब्रिसल्स को चाटने लगी | फिर मैंने ब्रश पूरा उसकी मुँह में दे दिया अच्छे से चूसने के लिए |
अब मैंने वो ब्रश धीरे धीरे उसकी सारे बदन पर फिराया | खुरदरे ब्रिसल्स जब उसके कोमल बदन पर चुभने लगे तो उसकी दर्द और कामुक सिसकियो से पूरा कमरा गूँज उठा | फिर मैंने बड़ी जोर से ब्रश को उसकी मांसल जांघों पर चला दिया | वो दर्द से तड़प उठी, पूरी जांघें लाल हो गयी थी | फिर मैंने वही ब्रश उसकी कच्छी के ऊपर से उसकी चूत पर भी चलाया | फिर हलके हलके से अपनी उंगलियां उसकी चूत पर चलायी | एक बार फिर से प्रिया की चूत ने भड़भड़ा के खूब सारा पानी छोड़ दिया |
प्रिया बोली पापा प्लीज अब छोड़ दो मैं नहीं सेहेन कर सकती अब और ये सब | मैंने कहा प्रिया बेटी अभी तो मैंने शुरू किया है | अब मैं प्रिया के बगल में लेट गया | उसके हाथ ऊपर बंधे हुए थे तो मैं उसकी बगलें चाटने लगा | वहां थोड़े से बाल और काफी पसीना था | मैंने सब चाटा | फिर मैंने उसके मुँह में अपनी जीभ डाल दी और हलके हलके उसके चूचे दबाने लगा | प्रिया फिर गरम होने लगी |
फिर मैंने उसके निप्पल्स को उसकी ब्रा से बाहर निकाल दिया | काफी सख्त हो गए थे | एकदम काले अंगूर जैसे थे वह | उनको हल्का सा भी टच करने पर दर्द हो रहा था प्रिया को | मैंने अपनी जीभ उसके मुँह से निकाली और उसके काले अंगूरों पर फेरने लगा | साथ ही मैंने अपना हाथ उसकी कच्छी में घुसा दिया और उसकी चूत में हलके हलके से अपनी ऊँगली घुसाने लगा | मैंने अच्छे से उसके दोनों अंगूरों को चाटा , चूसा और फिर धीरे से काट भी लिया | प्रिया मस्ती में पागल हो उठी और अपना सर जोर जोर दाएं बाएं घुमाने लगी | साथ साथ वो "प्लीज पापा प्लीज पापा" की सिसकियाँ भी ले रही थी |
अब मैंने वो ब्रश धीरे धीरे उसकी सारे बदन पर फिराया | खुरदरे ब्रिसल्स जब उसके कोमल बदन पर चुभने लगे तो उसकी दर्द और कामुक सिसकियो से पूरा कमरा गूँज उठा | फिर मैंने बड़ी जोर से ब्रश को उसकी मांसल जांघों पर चला दिया | वो दर्द से तड़प उठी, पूरी जांघें लाल हो गयी थी | फिर मैंने वही ब्रश उसकी कच्छी के ऊपर से उसकी चूत पर भी चलाया | फिर हलके हलके से अपनी उंगलियां उसकी चूत पर चलायी | एक बार फिर से प्रिया की चूत ने भड़भड़ा के खूब सारा पानी छोड़ दिया |
प्रिया बोली पापा प्लीज अब छोड़ दो मैं नहीं सेहेन कर सकती अब और ये सब | मैंने कहा प्रिया बेटी अभी तो मैंने शुरू किया है | अब मैं प्रिया के बगल में लेट गया | उसके हाथ ऊपर बंधे हुए थे तो मैं उसकी बगलें चाटने लगा | वहां थोड़े से बाल और काफी पसीना था | मैंने सब चाटा | फिर मैंने उसके मुँह में अपनी जीभ डाल दी और हलके हलके उसके चूचे दबाने लगा | प्रिया फिर गरम होने लगी |
फिर मैंने उसके निप्पल्स को उसकी ब्रा से बाहर निकाल दिया | काफी सख्त हो गए थे | एकदम काले अंगूर जैसे थे वह | उनको हल्का सा भी टच करने पर दर्द हो रहा था प्रिया को | मैंने अपनी जीभ उसके मुँह से निकाली और उसके काले अंगूरों पर फेरने लगा | साथ ही मैंने अपना हाथ उसकी कच्छी में घुसा दिया और उसकी चूत में हलके हलके से अपनी ऊँगली घुसाने लगा | मैंने अच्छे से उसके दोनों अंगूरों को चाटा , चूसा और फिर धीरे से काट भी लिया | प्रिया मस्ती में पागल हो उठी और अपना सर जोर जोर दाएं बाएं घुमाने लगी | साथ साथ वो "प्लीज पापा प्लीज पापा" की सिसकियाँ भी ले रही थी |

