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अध्याय 02 का नया भाग अपडेट 015
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अमन के घर
अमन आंखे फाडे गरदन उचका कर अपने देह को थोडा करवट करते हुए सामने मोबाइल मे निशा की मस्ती देख रहा
उसकी भूरे निप्प्ल वाली चुचिया जोर से हिल रही थी और निशा मोबाइल उपर कर बिस्तर पर लेटी हुई उस्का नजारा अपने जीजा को दिखा रही थी
निशा की इस हरकत से अमन का लन्ड पूरा अकड़ गया जिसकी ठोकर सोनल ने अपनी जान्घ पर मह्सूस की और उसने अमन को घूर के देखा तो अमन पहले थोडा असहज हुआ मगर फिर मुस्कुराने लगा
सोनल ने इशारे से पूछा ये सब क्या है ?
अमन मुस्कुरा कर - ओह अब समझा क्यू कभी कभी chatting मे तुम एकदम से रोमांटिक हो जाया करती थी तो उस टाईम निशा फोन पर होती थी और उसने इत्नी बार से अपनी तस्वीर भेजी थी
सोनल खिलखिलाई - तुम्हारा तो कट गया
बेबी हिहिहिही
अमन मुस्कुरा कर उसकी रसिली झुलाती चुचिया दोनो हाथों मे भरता हुआ - अभी तो काटना है जान उम्म्ंम
अगले ही पल अमन ने मुह खोलते हुए सोनल की गुलाबी निप्प्ल वाली गुदाज मुलायम चुचि मुह भर करके चुबलाताने लगा
सोनल सिसकी और अमन के सर को सहलाने लगी - आह्ह बेबी उह्ह्ह सीईई आराम से सोना उम्म्ंम्ं
अमन दोनो हाथो मे भरे हुए उसकी निप्प्ल चाटने लगा
वही मोबाइल पर अमन और सोनल की कामुक हरकतों से निशा अपनी एडिया घिसने लगी और अपनी चुचिया मलते हुए कुनमुनाने लगी ।
अमन सोनल की रस चुचिया मिजता मसलता रगड़ता चुसता - ऊहह बाबू क्या मस्त दूध है तुम्हारे उम्म्ं कितने मोटे है उह्ह्ह
सोनल अपनी जांघ उसकी तने हुए मुसल पर घिसती हुई उसके सर को सहला कर - आपको पसंद ना मेरी जान अह्ह्ह सीईई उह्ह्ह
" उम्म्ंम पाआ आह्ह , हा मेरी जान पहले वाले से ज्यादा सेक्सी है ये " , अमन ने मुस्करा कर आंख मारते हुए कहा
अमन की दोहरे अर्थ की बात सुन कर सोनल मुस्कुराई और सिसकती हुई गरदन फेर कर निशा की ओर देखा जो खुद भी परेशान थी अपने जिस्म की अकड़न से ।
सोनल उठी और अमन से दूर हटने लगी
अमन - क्या हुआ जानू कहा
सोनल मुस्कुरा बेड से उतर कर फर्श पर खडी हुई और अपनी कमर से लहगे का नाड़ा खोल कर उसे ढीला छोडा और अगले ही पल वो फर्श पर और अब सोनल फिर एक मरून रंग के पैंटी मे थी
जहा जान्घे के बीच पैंटी मे गिलापन साफ बता रहा था कि सोनल की बुर बुरी तरह से रस छोड रही थी ।
सोनल इठलाती हुई आगे बढने लगी , उसकी कामुक लचीली कमर और खुली हुई मोटी रसदार हिल्की चुचिया , लम्बी भरी हुई मोटी चर्बीदार चिकनी जान्घे और कामुकता के नशे मे सनी हुई उसकी मदहोश आंखे
अमन की हालत खराब होने लगी सोनल का ये रूप देख कर
वो बिस्तर से उतर कर सोनल के करिब आया और उसने सोनल की नंगी कमर मे हाथ डालते हुए उसके होठ से होठ जोड लिये और दोनो एक दुसरे से चिपक गये
सोनल की नरम मुलायम चुचियो का स्पर्श पाकर अमन के जिस्म गनगना गया
वो सोनल की कमर से अपने हाथ उसकी चरबीदार गाड़ पर घुमाता हुआ पैंटी के उपर से उन्हे अपने पंजे से दबोचने लगा
गाड़ पर अमन के हाथों की हरकत से सोनल ने अपने चुतड कसते हुए एडिया उचका ली और जोश ने अमन के लिप्स चुसने लगी ।
अमन भी उसे अपनी ओर सटाता हुआ उसकी बुर पर पैंट के अंदर से ही लन्ड को चुबोने लगा
जिससे भीतर से कपकपा गयी
उसने हाथ बढा कर निचे से अमन का मुस्तैद लन्ड हाथों मे भर लिया जिस्से अमन ने एक गहरी सिसकी भरी
सोनल ने उसकी आँखो मे देखा और उसे बिस्तर पर बिठा दिया
फिर घुटने के बल होकर उसकी आंखो मे देखते हुए उसके पैंट खोलने लगी
दोनो मिया बीवी खुद ऐसे खोये हुए थे कि अमन की जवान साली वीडियो काल पर खुले आम अपने जिस्म से खेल रही थी उन्हे उसकी परवाह ही कहा थी
अमन निशा की ओर पीठ किये हुए था और उसे आगे का कुछ भी नजर नही आ रहा था
निशा - जीजू सुनो ना
दो से तीन आवाज पर अमन की खुमारी टूटी और उसने मुस्कुरा कर निशा की ओर देखा
निशा मदहोश आंखो से मुस्कुरा कर - कुछ दिख नही रहा है
अमन ने लपक कर हाथ बढा और जिस्म को पुरा स्ट्रेच कर उंगलियो मे मोबाइल को पकड कर अपने हाथ मे ले लिया और हस कर - क्या हुआ माय सेक्सी साली उम्म्ं
निशा थोडा शर्मा लजा रही थी, उसने अपनी चुचिया धक ली थी मगर उसके चेहरे चढ़ी सेक्स की खुमारी और मदहोशि साफ झलक रही थी
निशा - दीदी कहा है
अमन ने मुस्कुरा कर मोबाइल का कैमेरा घुमा दिया
सामने का नजरा बडा ही कामुक था
सोनल अंडरवियर के उपर से ही अमन के सुपाड़े को चूमते हुए उसकी लास्टीक पकड कर निचे खिंच रही थी और देखते ही देखते उसने अमन का लन्ड बाहर निकाल दिया
और लास्टीक पकडे हुए लन्ड की निचे से अपनी जीभ फिराती हुई उसके सुपाड़े की टिप पर जीभ को फिराया , जिससे अमन का जिस सिहर गया
वही मोबाइल मे निशा थुक गटकते हुए अमन का मोटा 9 इंच वाला बियर की कैन जैसा मोटा बडा मुसल देखने लगी , उसपे से सोनल की रेंग्ती जीभ उसकी बुर मे अलग ही कलबलाहट पैदा करने लगी थी
सोनल ने उसके तने हुए कडक मुसल को हाथ मे भरा और नजरे उपर कर अमन के चेहरे के भार पढती हुई उसके सुपाड़े को मुह मे लिये चुबलाने लगी
अमन - ऊहह बेब आह्ह उह्ह्ह क्या मस्त चुसती हो उह्ह्ह एस्स अह्ह्ह मॉम उम्म्ंम फ्क्क्क येह्ह्ह ऊहह
अमन की छ्टपटा और सिस्कियो का असर सीधे निशा पर हो रहा था और वो भी अपनी बुर को लोवर के उपर से दबोचती हहुई एक मादक सिसकी लेती है जिसकी आवाज सुन कर सोनल नजर उसकी ओर कर देखते मुह मे लन्ड को चूसे जा रही थी
निशा सोनल की नजरे आपस मे टकराती और दोनो के बीच एक साझेदारि भरी मुस्कराट फैल जाती है और सोनल मानो उसे चिढाते हुए बड़ी अदा से उसकी ओर देखते हुए अमन के लन्ड को घोटती हुई उसके आड़ो को हथेली मे भरने लगती है
जिसे देख कर निशा बुरी तरह से मचल जाती है वही दोनो बहनों की हरकत से अमन के लन्ड के नसे और कसने फड़कने लगती है ।
तभी निशा की आवाज आती है - हा भाभीई आई
सोनल और अमन चौके
सोनल ने इशारे से पूछा क्या हुआ
निशा - वो भाभी जाग गयी है शायद मुझे खोज रही है, अभी आती हु बाय बाय हिहिही इन्जोय करो उम्म्म्माआह
वो फोन पर तीनो ( सोनल , अमन और उसका कडक तना हुआ मुसल) को चुम्मी देके फोन रख देती है और दोनो नवदंपति आपस मे देख कर मुस्कुराने लगते है ।
अपनी जगह से उठने लगी और अमन भी खड़ा होकर उसको अपनी ओर खिंच कर उसकी चर्बीदार गाड़ को हाथ मे भर कर मसलता फैलाता हुए उसके होठ चुसने लगा
सोनल भी उसके होठ से होठ जोड कर उसका मोटा मुसल मसलती हुई उसको अपनी बुर के मुहाने पर लगा कर पैंटी के उपर से उसका मोटा लाल सुपाडा रगड़गे लगी
सोनल की पनीयानी चुत पर अमन का कसा हुआ गर्म मोटा लन्ड रगड़ कर उसे और भी रसदार बना रहा था
अमन उसकी गाड़ को दबा दबा कर मानो उस्के जिस्म से सोमरस को बुर से निचुडवा रहा था ।
अगले ही अमन ने उसको झटके से घुमाया और बिस्तर की ओर झुका दिया और खुद निचे बैठ कर उसकी चर्बीदार गाड़ को सुँघता हुआ उसे अपने मजबूत बड़े पन्जो मे भर कर मसलने लगा
सोनल कसमसाती , अपना जिस्म ऐठती सिस्कने लगी
तभी अमन ने उसके चर्बीदार चुतड के दरारो मे अपनी उंगलियाँ घुसाते हुए उसकी पैंटी को पकड कर उसके चुतड पर चढाता हुआ अपनी जीभ से उसकी गाड़ के छेद को कुरेदा
जिससे सोनल मचल सी गयि - आह्ह्ह बेबी उह्ह्ह उम्म्ंम्ं अह्ह्ह सीईई उफ्फ्फ माय बेबी उह्ह्ह एस्स आह्ह मम्मीईई उम्म्ंम सीई एस्स सोना सक इट माय लव उह्ह्ह
अमन अपनी जीभ को नुकीला कर सोनल की गाड के सुराख को चाटने लगा
सोनल कसमसाती अपना शरीर ऐठती सिस्कने लगी
और अपनी गाड़ उठा कर अमन के मुह पर फेकते हुए दरने लगी
सोनल की बेताबी देख कर अमन उसको आगे धकेल कर बिस्तर पर लिटा देता है और खुद भी बिस्तर पर आकर उसकी पैंटी कमर से खिंचने लगता है
सोनल मदहोश मदमस्त अपनी गाड़ उठा कर टाँगे उपर कर पैंटी निकलवाते हुए अपनी जान्घे खोल देती है और तभी अमन की नजर बजबजाई चिकनी गुलाबी फाको वाली सोनल की गीली बुर पर जाती है , जहा उस्के चुत के लकीर के उपर गुलाब की पंखुडियां वाली एक सुन्दर मेंहदी की डिज़ाइन रखी हुई थी
सोनल के बुर पर की गयी कारीगरी से अमन को मेहंदी वाली वो रात याद आती है जब निशा ने उसे बताया था कि रीना आज सोनल के बुर पर मेहंदी रखने वाली है
उस पल के लिए थोडा ऊततेजित था मगर उसे यकीन नही हो पा रहा था कि उसकी सलहज सच मे ऐसी निकलेगी जो अपनी ननद के बुर पर कलाकारी करेगी ।
अमन अपनी टाँगे पसारी और कोहनी के बल होकर सोनल की मुलायम गदराई जांघो को हाथो मे भरता हुआ उसके रस भरे बुर के फाको मे अपनी जीभ फिराया और उस गुलाब के डिज़ाइन को होथो से चुसने लगा
वही सोनल अपनी जान्घे उसके सर पर कसती हुई अकड़ने लगी
अमन - उम्म्ं क्या सच मे भाभी जी ने इसे रखा था
सोनल मुस्कुराई और हा मे सर हिलाया
अमन उसके बुर के फाको को अपनी उंगलियों से स्पर्श करता हुआ - आह्ह जान तुम्हारी फैमिली तो कमाल की है
सोनल अमन के उंगलियों मे रगड़गाती बुर के दाने और फाके से कपकपाती हुई अपने कुल्हे उठाने लगी
और अमन ने एक बार फिर उसकी चुत पर होठ लगा कर उसे चुसने लगा
उसके हाथ अब सोनल के चुचो तक आ चुके थे जिन्हे गारता मरोडता हुआ वो उसकी चुत के रस की आखिरी बूंद तक निचोड़ मे लगा हुआ था
सोनल आंखे बंद कर सिस्कती हुई अपनी कमर झटक रही थी -ऊहह बेबी एस्स एस्स उम्म्ंम अह्ह्ह फ्क्क्क और चुसो मेरे राज्जाह्ह उह्ह्ह्ह फ्क्क्क मीई उह्ह्ह उह्ह्ह खा जाओ अपनी बाबू की बुर उह्ह्ह हा बाबू
अमन सोनल की कसमसाहट और मुह से निकले उत्तेजक शब्दो और भी जोश मे आ गया
उसने तेजी से अपनी थूथ उसके बुर के दाने पर घिसने लगा जिससे सोनल जोर से चिल्लाने लगी और अपनी गाड़ तेजी से उठाने लगी -ओह्ह्ह बेबी ऐसे ही हा हा उह्ह्ह फ्क्क फ्क्क उफ्फ्फ रुकना मत उह्ह्ह
अमन ने अगले ही पल मुह उठा लिया
सोनल परेशान होकर तेजी से अपनी बुर रगड़ती हुई - ओह्ह बेबी प्लीज करो न उह्ह्ह प्लीज
अमन मुस्कुरा कर अपने होठ हाथ से पोछता हुआ घुटने के बल उसकी जांघो के बीच घिसटता हुआ आया
उसके हाथ मे उस्का मुसल तना हुआ था
उसने अपना सुपाडा सोनल के बुर के फाको पर टिकाया और हल्का सा जोर दिया वो सरक कर आगे बढ़ गया , जिस्से सोनल की सिसकी निकल गयी
अमन मुस्कुया और अपना लन्ड पकड कर उसके बुर के फाको दरने लगा , सोनल बुरी तरह मचलने लगी
- आह्ह बाबू डालो ना प्लीज
अमन मुस्कुरा कर -क्या ?
सोनल शर्माती हुई - लन्ड अपना प्लिज्ज ना उम्म्ं अह्ह्ह
अमन ने उसकी जांघ को फैलाते हुए एक टांग पकड कर अपनी जांघ पर टिकाया और लन्ड को बुर के फाको मे दबाते हुए कचकचा कर सुपाडा उसकी चुत मे पेल दिया
सोनल की आंखे बड़ी और सासे अटक गयी , उसने जोर से चुत को कसते हुए अपनी गाड़ को उचकाया और चिखने को होते हुए अपने मुह पर हाथ रख लिया- अह्ह्ह बाबू धीरे उह्ह्ह मोटा है हहह
अमन ने हौले से धक्के लगाते हुए लन्ड को उसकी रसदार बुर मे पेलने लगा - ओह्ह बेब ऊहह कितना जुसी है बुर तुम्हारा ऊहह कितना गर्म है उम्म्ंम्ं
सोनल - ऊहह येस्स्स बेबी फ्क्क फ्क्क मीईई उम्म्ंम ऐसे ही उह्ह्ह आराम से जानू उह्ह्ह फट जायेगी मेरी बुर उह्ह्ह सीई रोज रोज लेना है इसकी
अमन हा मे सर हिलाता हुआ उसकी जांघ को कसकर पकडता हुआ - आह्ह हा जानू रोज रोज लूंगा आह्ह कित्ना मजा आ रहा है ऊहह बहुत रसभरी बुर है ऊहह देखो ने कैसे जा रहा है
सोनल गरदन उठा कर अमन का आधे से ज्यादा लन्ड उस्की बुर मे चीरता हुआ घुसता देख रही थी और उसकी बेताबी बढने लगी - ओह्ह बेबी मेरा सोना ऊहह फक्क मी हार्ड बेबी ऊहह एस्स एआ माय लव उम्म्ं
अमन ने भी अपनी कमर की ताकत दिखाते हुए उसकी जांघो को कसते हुए लन्ड को और गहराई मे उतारने लगा जिससे सोनल की बुर और खुलने लगी
अमन के तेज करारे हचको से सोनल की मोटी गुदाज गोल चुचिया खुब हिल रही थी और सोनल मजे मे अपनी चुत का छल्ला उस्के लन्ड पर कस्ती हुई उस्का लन्द भींच रही थी - उह्ह्ह मेरी जान फक्क मीईई ऊहह कितना बड़ा लन्ड है ओह्ह फक्क मीई आह्ह अह्ह्ह ऊहह रुको मत ना
अमन धक्के लगाते हुए अपना मोबाइल उठा कर मुस्कुरा दिया - निशा का कॉल है बेबी
अमन ने वीडियो काल पिक किया और मुस्कुरा कर सोनल की बुर मे झटके लगाते हुए - क्या हाल चाल माय सेक्सी साली उम्म्ं कहा चली गयी
निशा - सोचा आप लोगो को प्राइवेट टाईम देदू स्पेन्ड करने के लिए हिहिहिह वैसे आप अकेले दीदी कहा है
अमन बैक कैमरा का ऑप्शन सेलेक्ट करता हुआ मोबाईल पर सोनल को दिखाता हुआ - लो देखो यहा तुम्हारी दीदी
सोनल हस्ती शर्मती हुई अपने हाथ उपर कर कैमरे के आगे कर अपना चेहरा धकते हुए - क्या !!! नहीई प्लिज्ज्ज अह्ह्ह म्मीईइह्ह हहह फ्क्क्क्क
अमन निशा को दिखाते हुए उसके सामने सोनल की बुर मे लन्ड हचक हचक कर पेलने लगा
मोबाईल पर अमन केमोटे लन्ड को सोनल की बुर मे घुसता देख उसकी बुर फिर से कुलबुलाने लगी और वो तेजी से लोवर सरका कर पैंटी मे हाथ घुसा कर अपनी बुर रगड़ने लगी
मोबाईल स्क्रीन पर अपनी साली की हरकत देख कर अमन और जोश मे आ गया और वो कस कस के ताबड़तोड़ तेज झटके सोनल की चुत मे लगाने लगा
सोनल - ऊहह बेबी येस्स्स उह्ह्ह फक्क फ्क्क ऐसे ही ऐसे ही ओह्ह्ह मम्मीईई उह्ह्ह सीई उह्ह्ह अह्ह्ह अहज चोदो चोदो अह्ह चोदो ऊहह फ्क्क फ्क्क आ रहा है आ रहा है
अगले ही पल सोनल की बुर तेजी से बहने लगी उसकी गाढी रबड़ी जैसी मलाई अमन के लन्ड मे लिभड़ कर बाहर आने लगी
अमन ने वैसे ही बिना रुके हुए फचर फचर सोनल की बुर पेलना जारी रखा
सोनल की जोरदार चिख और अमन के मोटे बड़े लन्ड को उसकी झड़ती बुर मे अन्दर बाहर होता देख , निशा ने तेजी से अपनी बुर मे उग्लियां पेलते हुए - आह्ह जीजू पेल दो ना ऊहह मुझे भी चोदो ना उह्ह फ्क्क्क मीईई ऊहह
अमन का ध्यान निशा पर गया जो तेजी से अपनी बुर मे उंगली पेल रही थी , उसकी झड़ती बुर मे उसकी उंगलियाँ सनी हुई थी मगर वो रुक नही रही थी
दोनो बहनों की तीव्र कामुकता और साथ झड़ता देख अमन ने भी अपना संतुलन खों दिया और सोनल की बुर से लन्ड निकाला
जिसे सोनल ने लपक के हाथ बढा कर पकड कर उसकी चमडी आगे पीछे की और गाढी मोटी मलाई भरी पिचकारी अमन के सुपाड़े के फूट पडी ।
जो सोनल के चुचो और उसके पेट पर फैल गयी , वही दुसरी ओर निशा के हाथ से मोबाइल सरक कर गिर गया था और उसके तेज सासो की उफनाहट मोबाइल आ रही थी
अमन भी थक कर निचुड कर चुर होता हुआ सोनल के बाहो मे लेट गया ।
खैर ये रात धीरे धीरे और गहराने लगी साथ सोनल की बुर भी
अगले एक राउंड और ताबड़तोड़ अमन ने सोनल की चुत मारी और फिर दोनो सो गये ।
निशा भी अपना बिस्तर लेके अपने कमरे मे सोने चली गयी ।
उधर अनुज के कमरे मे भी चार जवाँ जोड़ों का खेल एक राउंड और चला फिर वो भी सो गये ।
वही शालिनी भी पति और भतिजे से चुदकर थक कर चुर होकर उसी के साथ सो गयी
रात की बेला चढ कर उतरने को हो रही थी
सुबह तड़के 3 बजे कुनमुनाहट लेता हुआ कमलनाथ की नीद तेज पेसाब के प्रेशर के साथ खुली
आड़ो को खुजाता हुआ हाल मे खड़े होकर अपने अपनी स्थिति को परखा और फिर सामने थाली मे ढक कर रखा हुआ खाना देख कर खुद को कोसा कि ये उसने उचित नही किया ।
उस्का गला भी खुस्क हो रहा था हाल की दिवाल घड़ी मे नजर फिराइ तो स्वा तीन का समय हो चुका था
उबासी लेता हुआ अपनी दाढ़ी जबड़े के पास खुजाता हुआ बाथरूम खोलने लगा , और गलियारे की ओर बढ़ने लगा ,
नीद अभी भी उसकी आंखो मे हावि थी और बहुत साफ कुछ नजर भी नही आ रहा था ।
पैर घसीटता हुआ उबासी लेता वो राहुल का कमरा लाँघ गया इस बात को बिना जांचे कि कमरे का दरवाजा बन्द नही बल्कि सिर्फ भिड़का हुआ था ।
जीने से आगे जाते ही उसे बाथरूम की खिड़की दिखी
तेज धार की मूत और फिर कुछ पानी के छीटें
अपनी ज्ञानइन्द्रियों मे थोडा रगड़ मिज और तनाव लाकर उसने अपना सुस्त पड़ा दिमाग सचेत किया ।
दो घूंट ठंडे पानी का वाले से उतरते ही दिमाग एकदम अलर्ट मोड मे आ गया
आंखे बडी कर उसने एक जोर की अंगदायी ली ।
सुबह की बाग पजामे मे तना हुआ उस्का लन्ड भी से देने लगा
लन्ड को भींच कर उसको पजामे सेट करता हुआ , वो वापस हाल की ओर बढा
एक हल्की उबासी और उसकी नजर राहुल के कमरे के भिड़के हुए दरवाजे पर गयी
रंगीन साडी फरश पर चमक रही थी जिससे कमलनाथ की उस्तुकता बढी और उसने इधर उधर देख कर धीरे से कमरे के दरवाजे को बल दिया
ओईईई की आवाज करता हुआ दरवाजा खुला और सामने का नजारा देख कर कमलनाथ का दिल बाग बाग हो गया
सामने शालिनी सिर्फ पेतिकोट मे पेट के बल लेती हुई थी और बगल मे अनुज लोवर मे करवट लेके लेटा हुआ था ।
कमलनाथ के मुह मे पानी आने लगा और वो लपक कर कमरे मे दाखिल हुआ
बिल्लियो के जैसे बिना आहट किये दबे पाव वो शालिनी के करीब गया
नंगी चिकनी पीठ और उठी हुई चर्बीदार कुल्हे उसपे से फैली हुई मोटी गाड़
मुह की लार गटकता हुआ कमलनाथ ने आगे बढ़ा और शालिनी का पेतिकोट जो उस्के जांघो तक चढा हुआ था , उसने उसे उठा कर उपर किया
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गोरी साफ गोल गोल चर्बीदार चुतदो के फाके देख कर कमलनाथ अपना मुसल मसलने लगा
वही शालिनी गहरी नीद मे सो रही थी ।
उसके नथुनो से उठ रही हल्के और गहरे सासो की आवाज से उसकी थकान और चीर निद्रा का अनुमान लगाया जा सकता था ।
इसी से कमलनाथ की हिम्म्त भी बढ रही थी , उसके हाथो ने शालिनी को गोरी चिकनी चुतड़ को सहलाते हुए उसके गाड़ के सकरी दरारो मे उगली करने लगे
और उसके बुर की सूखी फाको को फैलाते हुए उसकी गुलाबी सुराख निहारने लगा
तभी शालिनी के जिस्म मे थोड़ी हलचल हुई और कमलनाथ झट से कमरे से बाहर निकल गया
वो थोड़ा अपनी दिलेरी पर हसा और फिर पानी पीकर वही हाल मे ही सो गया ।
जारी रहेगी
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अमन के घर
अमन आंखे फाडे गरदन उचका कर अपने देह को थोडा करवट करते हुए सामने मोबाइल मे निशा की मस्ती देख रहा
उसकी भूरे निप्प्ल वाली चुचिया जोर से हिल रही थी और निशा मोबाइल उपर कर बिस्तर पर लेटी हुई उस्का नजारा अपने जीजा को दिखा रही थी
निशा की इस हरकत से अमन का लन्ड पूरा अकड़ गया जिसकी ठोकर सोनल ने अपनी जान्घ पर मह्सूस की और उसने अमन को घूर के देखा तो अमन पहले थोडा असहज हुआ मगर फिर मुस्कुराने लगा
सोनल ने इशारे से पूछा ये सब क्या है ?
अमन मुस्कुरा कर - ओह अब समझा क्यू कभी कभी chatting मे तुम एकदम से रोमांटिक हो जाया करती थी तो उस टाईम निशा फोन पर होती थी और उसने इत्नी बार से अपनी तस्वीर भेजी थी
सोनल खिलखिलाई - तुम्हारा तो कट गया
बेबी हिहिहिही
अमन मुस्कुरा कर उसकी रसिली झुलाती चुचिया दोनो हाथों मे भरता हुआ - अभी तो काटना है जान उम्म्ंम
अगले ही पल अमन ने मुह खोलते हुए सोनल की गुलाबी निप्प्ल वाली गुदाज मुलायम चुचि मुह भर करके चुबलाताने लगा
सोनल सिसकी और अमन के सर को सहलाने लगी - आह्ह बेबी उह्ह्ह सीईई आराम से सोना उम्म्ंम्ं
अमन दोनो हाथो मे भरे हुए उसकी निप्प्ल चाटने लगा
वही मोबाइल पर अमन और सोनल की कामुक हरकतों से निशा अपनी एडिया घिसने लगी और अपनी चुचिया मलते हुए कुनमुनाने लगी ।
अमन सोनल की रस चुचिया मिजता मसलता रगड़ता चुसता - ऊहह बाबू क्या मस्त दूध है तुम्हारे उम्म्ं कितने मोटे है उह्ह्ह
सोनल अपनी जांघ उसकी तने हुए मुसल पर घिसती हुई उसके सर को सहला कर - आपको पसंद ना मेरी जान अह्ह्ह सीईई उह्ह्ह
" उम्म्ंम पाआ आह्ह , हा मेरी जान पहले वाले से ज्यादा सेक्सी है ये " , अमन ने मुस्करा कर आंख मारते हुए कहा
अमन की दोहरे अर्थ की बात सुन कर सोनल मुस्कुराई और सिसकती हुई गरदन फेर कर निशा की ओर देखा जो खुद भी परेशान थी अपने जिस्म की अकड़न से ।
सोनल उठी और अमन से दूर हटने लगी
अमन - क्या हुआ जानू कहा
सोनल मुस्कुरा बेड से उतर कर फर्श पर खडी हुई और अपनी कमर से लहगे का नाड़ा खोल कर उसे ढीला छोडा और अगले ही पल वो फर्श पर और अब सोनल फिर एक मरून रंग के पैंटी मे थी
जहा जान्घे के बीच पैंटी मे गिलापन साफ बता रहा था कि सोनल की बुर बुरी तरह से रस छोड रही थी ।
सोनल इठलाती हुई आगे बढने लगी , उसकी कामुक लचीली कमर और खुली हुई मोटी रसदार हिल्की चुचिया , लम्बी भरी हुई मोटी चर्बीदार चिकनी जान्घे और कामुकता के नशे मे सनी हुई उसकी मदहोश आंखे
अमन की हालत खराब होने लगी सोनल का ये रूप देख कर
वो बिस्तर से उतर कर सोनल के करिब आया और उसने सोनल की नंगी कमर मे हाथ डालते हुए उसके होठ से होठ जोड लिये और दोनो एक दुसरे से चिपक गये
सोनल की नरम मुलायम चुचियो का स्पर्श पाकर अमन के जिस्म गनगना गया
वो सोनल की कमर से अपने हाथ उसकी चरबीदार गाड़ पर घुमाता हुआ पैंटी के उपर से उन्हे अपने पंजे से दबोचने लगा
गाड़ पर अमन के हाथों की हरकत से सोनल ने अपने चुतड कसते हुए एडिया उचका ली और जोश ने अमन के लिप्स चुसने लगी ।
अमन भी उसे अपनी ओर सटाता हुआ उसकी बुर पर पैंट के अंदर से ही लन्ड को चुबोने लगा
जिससे भीतर से कपकपा गयी
उसने हाथ बढा कर निचे से अमन का मुस्तैद लन्ड हाथों मे भर लिया जिस्से अमन ने एक गहरी सिसकी भरी
सोनल ने उसकी आँखो मे देखा और उसे बिस्तर पर बिठा दिया
फिर घुटने के बल होकर उसकी आंखो मे देखते हुए उसके पैंट खोलने लगी
दोनो मिया बीवी खुद ऐसे खोये हुए थे कि अमन की जवान साली वीडियो काल पर खुले आम अपने जिस्म से खेल रही थी उन्हे उसकी परवाह ही कहा थी
अमन निशा की ओर पीठ किये हुए था और उसे आगे का कुछ भी नजर नही आ रहा था
निशा - जीजू सुनो ना
दो से तीन आवाज पर अमन की खुमारी टूटी और उसने मुस्कुरा कर निशा की ओर देखा
निशा मदहोश आंखो से मुस्कुरा कर - कुछ दिख नही रहा है
अमन ने लपक कर हाथ बढा और जिस्म को पुरा स्ट्रेच कर उंगलियो मे मोबाइल को पकड कर अपने हाथ मे ले लिया और हस कर - क्या हुआ माय सेक्सी साली उम्म्ं
निशा थोडा शर्मा लजा रही थी, उसने अपनी चुचिया धक ली थी मगर उसके चेहरे चढ़ी सेक्स की खुमारी और मदहोशि साफ झलक रही थी
निशा - दीदी कहा है
अमन ने मुस्कुरा कर मोबाइल का कैमेरा घुमा दिया
सामने का नजरा बडा ही कामुक था
सोनल अंडरवियर के उपर से ही अमन के सुपाड़े को चूमते हुए उसकी लास्टीक पकड कर निचे खिंच रही थी और देखते ही देखते उसने अमन का लन्ड बाहर निकाल दिया
और लास्टीक पकडे हुए लन्ड की निचे से अपनी जीभ फिराती हुई उसके सुपाड़े की टिप पर जीभ को फिराया , जिससे अमन का जिस सिहर गया
वही मोबाइल मे निशा थुक गटकते हुए अमन का मोटा 9 इंच वाला बियर की कैन जैसा मोटा बडा मुसल देखने लगी , उसपे से सोनल की रेंग्ती जीभ उसकी बुर मे अलग ही कलबलाहट पैदा करने लगी थी
सोनल ने उसके तने हुए कडक मुसल को हाथ मे भरा और नजरे उपर कर अमन के चेहरे के भार पढती हुई उसके सुपाड़े को मुह मे लिये चुबलाने लगी
अमन - ऊहह बेब आह्ह उह्ह्ह क्या मस्त चुसती हो उह्ह्ह एस्स अह्ह्ह मॉम उम्म्ंम फ्क्क्क येह्ह्ह ऊहह
अमन की छ्टपटा और सिस्कियो का असर सीधे निशा पर हो रहा था और वो भी अपनी बुर को लोवर के उपर से दबोचती हहुई एक मादक सिसकी लेती है जिसकी आवाज सुन कर सोनल नजर उसकी ओर कर देखते मुह मे लन्ड को चूसे जा रही थी
निशा सोनल की नजरे आपस मे टकराती और दोनो के बीच एक साझेदारि भरी मुस्कराट फैल जाती है और सोनल मानो उसे चिढाते हुए बड़ी अदा से उसकी ओर देखते हुए अमन के लन्ड को घोटती हुई उसके आड़ो को हथेली मे भरने लगती है
जिसे देख कर निशा बुरी तरह से मचल जाती है वही दोनो बहनों की हरकत से अमन के लन्ड के नसे और कसने फड़कने लगती है ।
तभी निशा की आवाज आती है - हा भाभीई आई
सोनल और अमन चौके
सोनल ने इशारे से पूछा क्या हुआ
निशा - वो भाभी जाग गयी है शायद मुझे खोज रही है, अभी आती हु बाय बाय हिहिही इन्जोय करो उम्म्म्माआह
वो फोन पर तीनो ( सोनल , अमन और उसका कडक तना हुआ मुसल) को चुम्मी देके फोन रख देती है और दोनो नवदंपति आपस मे देख कर मुस्कुराने लगते है ।
अपनी जगह से उठने लगी और अमन भी खड़ा होकर उसको अपनी ओर खिंच कर उसकी चर्बीदार गाड़ को हाथ मे भर कर मसलता फैलाता हुए उसके होठ चुसने लगा
सोनल भी उसके होठ से होठ जोड कर उसका मोटा मुसल मसलती हुई उसको अपनी बुर के मुहाने पर लगा कर पैंटी के उपर से उसका मोटा लाल सुपाडा रगड़गे लगी
सोनल की पनीयानी चुत पर अमन का कसा हुआ गर्म मोटा लन्ड रगड़ कर उसे और भी रसदार बना रहा था
अमन उसकी गाड़ को दबा दबा कर मानो उस्के जिस्म से सोमरस को बुर से निचुडवा रहा था ।
अगले ही अमन ने उसको झटके से घुमाया और बिस्तर की ओर झुका दिया और खुद निचे बैठ कर उसकी चर्बीदार गाड़ को सुँघता हुआ उसे अपने मजबूत बड़े पन्जो मे भर कर मसलने लगा
सोनल कसमसाती , अपना जिस्म ऐठती सिस्कने लगी
तभी अमन ने उसके चर्बीदार चुतड के दरारो मे अपनी उंगलियाँ घुसाते हुए उसकी पैंटी को पकड कर उसके चुतड पर चढाता हुआ अपनी जीभ से उसकी गाड़ के छेद को कुरेदा
जिससे सोनल मचल सी गयि - आह्ह्ह बेबी उह्ह्ह उम्म्ंम्ं अह्ह्ह सीईई उफ्फ्फ माय बेबी उह्ह्ह एस्स आह्ह मम्मीईई उम्म्ंम सीई एस्स सोना सक इट माय लव उह्ह्ह
अमन अपनी जीभ को नुकीला कर सोनल की गाड के सुराख को चाटने लगा
सोनल कसमसाती अपना शरीर ऐठती सिस्कने लगी
और अपनी गाड़ उठा कर अमन के मुह पर फेकते हुए दरने लगी
सोनल की बेताबी देख कर अमन उसको आगे धकेल कर बिस्तर पर लिटा देता है और खुद भी बिस्तर पर आकर उसकी पैंटी कमर से खिंचने लगता है
सोनल मदहोश मदमस्त अपनी गाड़ उठा कर टाँगे उपर कर पैंटी निकलवाते हुए अपनी जान्घे खोल देती है और तभी अमन की नजर बजबजाई चिकनी गुलाबी फाको वाली सोनल की गीली बुर पर जाती है , जहा उस्के चुत के लकीर के उपर गुलाब की पंखुडियां वाली एक सुन्दर मेंहदी की डिज़ाइन रखी हुई थी
सोनल के बुर पर की गयी कारीगरी से अमन को मेहंदी वाली वो रात याद आती है जब निशा ने उसे बताया था कि रीना आज सोनल के बुर पर मेहंदी रखने वाली है
उस पल के लिए थोडा ऊततेजित था मगर उसे यकीन नही हो पा रहा था कि उसकी सलहज सच मे ऐसी निकलेगी जो अपनी ननद के बुर पर कलाकारी करेगी ।
अमन अपनी टाँगे पसारी और कोहनी के बल होकर सोनल की मुलायम गदराई जांघो को हाथो मे भरता हुआ उसके रस भरे बुर के फाको मे अपनी जीभ फिराया और उस गुलाब के डिज़ाइन को होथो से चुसने लगा
वही सोनल अपनी जान्घे उसके सर पर कसती हुई अकड़ने लगी
अमन - उम्म्ं क्या सच मे भाभी जी ने इसे रखा था
सोनल मुस्कुराई और हा मे सर हिलाया
अमन उसके बुर के फाको को अपनी उंगलियों से स्पर्श करता हुआ - आह्ह जान तुम्हारी फैमिली तो कमाल की है
सोनल अमन के उंगलियों मे रगड़गाती बुर के दाने और फाके से कपकपाती हुई अपने कुल्हे उठाने लगी
और अमन ने एक बार फिर उसकी चुत पर होठ लगा कर उसे चुसने लगा
उसके हाथ अब सोनल के चुचो तक आ चुके थे जिन्हे गारता मरोडता हुआ वो उसकी चुत के रस की आखिरी बूंद तक निचोड़ मे लगा हुआ था
सोनल आंखे बंद कर सिस्कती हुई अपनी कमर झटक रही थी -ऊहह बेबी एस्स एस्स उम्म्ंम अह्ह्ह फ्क्क्क और चुसो मेरे राज्जाह्ह उह्ह्ह्ह फ्क्क्क मीई उह्ह्ह उह्ह्ह खा जाओ अपनी बाबू की बुर उह्ह्ह हा बाबू
अमन सोनल की कसमसाहट और मुह से निकले उत्तेजक शब्दो और भी जोश मे आ गया
उसने तेजी से अपनी थूथ उसके बुर के दाने पर घिसने लगा जिससे सोनल जोर से चिल्लाने लगी और अपनी गाड़ तेजी से उठाने लगी -ओह्ह्ह बेबी ऐसे ही हा हा उह्ह्ह फ्क्क फ्क्क उफ्फ्फ रुकना मत उह्ह्ह
अमन ने अगले ही पल मुह उठा लिया
सोनल परेशान होकर तेजी से अपनी बुर रगड़ती हुई - ओह्ह बेबी प्लीज करो न उह्ह्ह प्लीज
अमन मुस्कुरा कर अपने होठ हाथ से पोछता हुआ घुटने के बल उसकी जांघो के बीच घिसटता हुआ आया
उसके हाथ मे उस्का मुसल तना हुआ था
उसने अपना सुपाडा सोनल के बुर के फाको पर टिकाया और हल्का सा जोर दिया वो सरक कर आगे बढ़ गया , जिस्से सोनल की सिसकी निकल गयी
अमन मुस्कुया और अपना लन्ड पकड कर उसके बुर के फाको दरने लगा , सोनल बुरी तरह मचलने लगी
- आह्ह बाबू डालो ना प्लीज
अमन मुस्कुरा कर -क्या ?
सोनल शर्माती हुई - लन्ड अपना प्लिज्ज ना उम्म्ं अह्ह्ह
अमन ने उसकी जांघ को फैलाते हुए एक टांग पकड कर अपनी जांघ पर टिकाया और लन्ड को बुर के फाको मे दबाते हुए कचकचा कर सुपाडा उसकी चुत मे पेल दिया
सोनल की आंखे बड़ी और सासे अटक गयी , उसने जोर से चुत को कसते हुए अपनी गाड़ को उचकाया और चिखने को होते हुए अपने मुह पर हाथ रख लिया- अह्ह्ह बाबू धीरे उह्ह्ह मोटा है हहह
अमन ने हौले से धक्के लगाते हुए लन्ड को उसकी रसदार बुर मे पेलने लगा - ओह्ह बेब ऊहह कितना जुसी है बुर तुम्हारा ऊहह कितना गर्म है उम्म्ंम्ं
सोनल - ऊहह येस्स्स बेबी फ्क्क फ्क्क मीईई उम्म्ंम ऐसे ही उह्ह्ह आराम से जानू उह्ह्ह फट जायेगी मेरी बुर उह्ह्ह सीई रोज रोज लेना है इसकी
अमन हा मे सर हिलाता हुआ उसकी जांघ को कसकर पकडता हुआ - आह्ह हा जानू रोज रोज लूंगा आह्ह कित्ना मजा आ रहा है ऊहह बहुत रसभरी बुर है ऊहह देखो ने कैसे जा रहा है
सोनल गरदन उठा कर अमन का आधे से ज्यादा लन्ड उस्की बुर मे चीरता हुआ घुसता देख रही थी और उसकी बेताबी बढने लगी - ओह्ह बेबी मेरा सोना ऊहह फक्क मी हार्ड बेबी ऊहह एस्स एआ माय लव उम्म्ं
अमन ने भी अपनी कमर की ताकत दिखाते हुए उसकी जांघो को कसते हुए लन्ड को और गहराई मे उतारने लगा जिससे सोनल की बुर और खुलने लगी
अमन के तेज करारे हचको से सोनल की मोटी गुदाज गोल चुचिया खुब हिल रही थी और सोनल मजे मे अपनी चुत का छल्ला उस्के लन्ड पर कस्ती हुई उस्का लन्द भींच रही थी - उह्ह्ह मेरी जान फक्क मीईई ऊहह कितना बड़ा लन्ड है ओह्ह फक्क मीई आह्ह अह्ह्ह ऊहह रुको मत ना
अमन धक्के लगाते हुए अपना मोबाइल उठा कर मुस्कुरा दिया - निशा का कॉल है बेबी
अमन ने वीडियो काल पिक किया और मुस्कुरा कर सोनल की बुर मे झटके लगाते हुए - क्या हाल चाल माय सेक्सी साली उम्म्ं कहा चली गयी
निशा - सोचा आप लोगो को प्राइवेट टाईम देदू स्पेन्ड करने के लिए हिहिहिह वैसे आप अकेले दीदी कहा है
अमन बैक कैमरा का ऑप्शन सेलेक्ट करता हुआ मोबाईल पर सोनल को दिखाता हुआ - लो देखो यहा तुम्हारी दीदी
सोनल हस्ती शर्मती हुई अपने हाथ उपर कर कैमरे के आगे कर अपना चेहरा धकते हुए - क्या !!! नहीई प्लिज्ज्ज अह्ह्ह म्मीईइह्ह हहह फ्क्क्क्क
अमन निशा को दिखाते हुए उसके सामने सोनल की बुर मे लन्ड हचक हचक कर पेलने लगा
मोबाईल पर अमन केमोटे लन्ड को सोनल की बुर मे घुसता देख उसकी बुर फिर से कुलबुलाने लगी और वो तेजी से लोवर सरका कर पैंटी मे हाथ घुसा कर अपनी बुर रगड़ने लगी
मोबाईल स्क्रीन पर अपनी साली की हरकत देख कर अमन और जोश मे आ गया और वो कस कस के ताबड़तोड़ तेज झटके सोनल की चुत मे लगाने लगा
सोनल - ऊहह बेबी येस्स्स उह्ह्ह फक्क फ्क्क ऐसे ही ऐसे ही ओह्ह्ह मम्मीईई उह्ह्ह सीई उह्ह्ह अह्ह्ह अहज चोदो चोदो अह्ह चोदो ऊहह फ्क्क फ्क्क आ रहा है आ रहा है
अगले ही पल सोनल की बुर तेजी से बहने लगी उसकी गाढी रबड़ी जैसी मलाई अमन के लन्ड मे लिभड़ कर बाहर आने लगी
अमन ने वैसे ही बिना रुके हुए फचर फचर सोनल की बुर पेलना जारी रखा
सोनल की जोरदार चिख और अमन के मोटे बड़े लन्ड को उसकी झड़ती बुर मे अन्दर बाहर होता देख , निशा ने तेजी से अपनी बुर मे उग्लियां पेलते हुए - आह्ह जीजू पेल दो ना ऊहह मुझे भी चोदो ना उह्ह फ्क्क्क मीईई ऊहह
अमन का ध्यान निशा पर गया जो तेजी से अपनी बुर मे उंगली पेल रही थी , उसकी झड़ती बुर मे उसकी उंगलियाँ सनी हुई थी मगर वो रुक नही रही थी
दोनो बहनों की तीव्र कामुकता और साथ झड़ता देख अमन ने भी अपना संतुलन खों दिया और सोनल की बुर से लन्ड निकाला
जिसे सोनल ने लपक के हाथ बढा कर पकड कर उसकी चमडी आगे पीछे की और गाढी मोटी मलाई भरी पिचकारी अमन के सुपाड़े के फूट पडी ।
जो सोनल के चुचो और उसके पेट पर फैल गयी , वही दुसरी ओर निशा के हाथ से मोबाइल सरक कर गिर गया था और उसके तेज सासो की उफनाहट मोबाइल आ रही थी
अमन भी थक कर निचुड कर चुर होता हुआ सोनल के बाहो मे लेट गया ।
खैर ये रात धीरे धीरे और गहराने लगी साथ सोनल की बुर भी
अगले एक राउंड और ताबड़तोड़ अमन ने सोनल की चुत मारी और फिर दोनो सो गये ।
निशा भी अपना बिस्तर लेके अपने कमरे मे सोने चली गयी ।
उधर अनुज के कमरे मे भी चार जवाँ जोड़ों का खेल एक राउंड और चला फिर वो भी सो गये ।
वही शालिनी भी पति और भतिजे से चुदकर थक कर चुर होकर उसी के साथ सो गयी
रात की बेला चढ कर उतरने को हो रही थी
सुबह तड़के 3 बजे कुनमुनाहट लेता हुआ कमलनाथ की नीद तेज पेसाब के प्रेशर के साथ खुली
आड़ो को खुजाता हुआ हाल मे खड़े होकर अपने अपनी स्थिति को परखा और फिर सामने थाली मे ढक कर रखा हुआ खाना देख कर खुद को कोसा कि ये उसने उचित नही किया ।
उस्का गला भी खुस्क हो रहा था हाल की दिवाल घड़ी मे नजर फिराइ तो स्वा तीन का समय हो चुका था
उबासी लेता हुआ अपनी दाढ़ी जबड़े के पास खुजाता हुआ बाथरूम खोलने लगा , और गलियारे की ओर बढ़ने लगा ,
नीद अभी भी उसकी आंखो मे हावि थी और बहुत साफ कुछ नजर भी नही आ रहा था ।
पैर घसीटता हुआ उबासी लेता वो राहुल का कमरा लाँघ गया इस बात को बिना जांचे कि कमरे का दरवाजा बन्द नही बल्कि सिर्फ भिड़का हुआ था ।
जीने से आगे जाते ही उसे बाथरूम की खिड़की दिखी
तेज धार की मूत और फिर कुछ पानी के छीटें
अपनी ज्ञानइन्द्रियों मे थोडा रगड़ मिज और तनाव लाकर उसने अपना सुस्त पड़ा दिमाग सचेत किया ।
दो घूंट ठंडे पानी का वाले से उतरते ही दिमाग एकदम अलर्ट मोड मे आ गया
आंखे बडी कर उसने एक जोर की अंगदायी ली ।
सुबह की बाग पजामे मे तना हुआ उस्का लन्ड भी से देने लगा
लन्ड को भींच कर उसको पजामे सेट करता हुआ , वो वापस हाल की ओर बढा
एक हल्की उबासी और उसकी नजर राहुल के कमरे के भिड़के हुए दरवाजे पर गयी
रंगीन साडी फरश पर चमक रही थी जिससे कमलनाथ की उस्तुकता बढी और उसने इधर उधर देख कर धीरे से कमरे के दरवाजे को बल दिया
ओईईई की आवाज करता हुआ दरवाजा खुला और सामने का नजारा देख कर कमलनाथ का दिल बाग बाग हो गया
सामने शालिनी सिर्फ पेतिकोट मे पेट के बल लेती हुई थी और बगल मे अनुज लोवर मे करवट लेके लेटा हुआ था ।
कमलनाथ के मुह मे पानी आने लगा और वो लपक कर कमरे मे दाखिल हुआ
बिल्लियो के जैसे बिना आहट किये दबे पाव वो शालिनी के करीब गया
नंगी चिकनी पीठ और उठी हुई चर्बीदार कुल्हे उसपे से फैली हुई मोटी गाड़
मुह की लार गटकता हुआ कमलनाथ ने आगे बढ़ा और शालिनी का पेतिकोट जो उस्के जांघो तक चढा हुआ था , उसने उसे उठा कर उपर किया
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गोरी साफ गोल गोल चर्बीदार चुतदो के फाके देख कर कमलनाथ अपना मुसल मसलने लगा
वही शालिनी गहरी नीद मे सो रही थी ।
उसके नथुनो से उठ रही हल्के और गहरे सासो की आवाज से उसकी थकान और चीर निद्रा का अनुमान लगाया जा सकता था ।
इसी से कमलनाथ की हिम्म्त भी बढ रही थी , उसके हाथो ने शालिनी को गोरी चिकनी चुतड़ को सहलाते हुए उसके गाड़ के सकरी दरारो मे उगली करने लगे
और उसके बुर की सूखी फाको को फैलाते हुए उसकी गुलाबी सुराख निहारने लगा
तभी शालिनी के जिस्म मे थोड़ी हलचल हुई और कमलनाथ झट से कमरे से बाहर निकल गया
वो थोड़ा अपनी दिलेरी पर हसा और फिर पानी पीकर वही हाल मे ही सो गया ।
जारी रहेगी
Superb bhai ji kya mast Or kamuk update diya bhai jiUPDATE 196 E
अमन के घर
अमन आंखे फाडे गरदन उचका कर अपने देह को थोडा करवट करते हुए सामने मोबाइल मे निशा की मस्ती देख रहा
उसकी भूरे निप्प्ल वाली चुचिया जोर से हिल रही थी और निशा मोबाइल उपर कर बिस्तर पर लेटी हुई उस्का नजारा अपने जीजा को दिखा रही थी
निशा की इस हरकत से अमन का लन्ड पूरा अकड़ गया जिसकी ठोकर सोनल ने अपनी जान्घ पर मह्सूस की और उसने अमन को घूर के देखा तो अमन पहले थोडा असहज हुआ मगर फिर मुस्कुराने लगा
सोनल ने इशारे से पूछा ये सब क्या है ?
अमन मुस्कुरा कर - ओह अब समझा क्यू कभी कभी chatting मे तुम एकदम से रोमांटिक हो जाया करती थी तो उस टाईम निशा फोन पर होती थी और उसने इत्नी बार से अपनी तस्वीर भेजी थी
सोनल खिलखिलाई - तुम्हारा तो कट गया
बेबी हिहिहिही
अमन मुस्कुरा कर उसकी रसिली झुलाती चुचिया दोनो हाथों मे भरता हुआ - अभी तो काटना है जान उम्म्ंम
अगले ही पल अमन ने मुह खोलते हुए सोनल की गुलाबी निप्प्ल वाली गुदाज मुलायम चुचि मुह भर करके चुबलाताने लगा
सोनल सिसकी और अमन के सर को सहलाने लगी - आह्ह बेबी उह्ह्ह सीईई आराम से सोना उम्म्ंम्ं
अमन दोनो हाथो मे भरे हुए उसकी निप्प्ल चाटने लगा
वही मोबाइल पर अमन और सोनल की कामुक हरकतों से निशा अपनी एडिया घिसने लगी और अपनी चुचिया मलते हुए कुनमुनाने लगी ।
अमन सोनल की रस चुचिया मिजता मसलता रगड़ता चुसता - ऊहह बाबू क्या मस्त दूध है तुम्हारे उम्म्ं कितने मोटे है उह्ह्ह
सोनल अपनी जांघ उसकी तने हुए मुसल पर घिसती हुई उसके सर को सहला कर - आपको पसंद ना मेरी जान अह्ह्ह सीईई उह्ह्ह
" उम्म्ंम पाआ आह्ह , हा मेरी जान पहले वाले से ज्यादा सेक्सी है ये " , अमन ने मुस्करा कर आंख मारते हुए कहा
अमन की दोहरे अर्थ की बात सुन कर सोनल मुस्कुराई और सिसकती हुई गरदन फेर कर निशा की ओर देखा जो खुद भी परेशान थी अपने जिस्म की अकड़न से ।
सोनल उठी और अमन से दूर हटने लगी
अमन - क्या हुआ जानू कहा
सोनल मुस्कुरा बेड से उतर कर फर्श पर खडी हुई और अपनी कमर से लहगे का नाड़ा खोल कर उसे ढीला छोडा और अगले ही पल वो फर्श पर और अब सोनल फिर एक मरून रंग के पैंटी मे थी
जहा जान्घे के बीच पैंटी मे गिलापन साफ बता रहा था कि सोनल की बुर बुरी तरह से रस छोड रही थी ।
सोनल इठलाती हुई आगे बढने लगी , उसकी कामुक लचीली कमर और खुली हुई मोटी रसदार हिल्की चुचिया , लम्बी भरी हुई मोटी चर्बीदार चिकनी जान्घे और कामुकता के नशे मे सनी हुई उसकी मदहोश आंखे
अमन की हालत खराब होने लगी सोनल का ये रूप देख कर
वो बिस्तर से उतर कर सोनल के करिब आया और उसने सोनल की नंगी कमर मे हाथ डालते हुए उसके होठ से होठ जोड लिये और दोनो एक दुसरे से चिपक गये
सोनल की नरम मुलायम चुचियो का स्पर्श पाकर अमन के जिस्म गनगना गया
वो सोनल की कमर से अपने हाथ उसकी चरबीदार गाड़ पर घुमाता हुआ पैंटी के उपर से उन्हे अपने पंजे से दबोचने लगा
गाड़ पर अमन के हाथों की हरकत से सोनल ने अपने चुतड कसते हुए एडिया उचका ली और जोश ने अमन के लिप्स चुसने लगी ।
अमन भी उसे अपनी ओर सटाता हुआ उसकी बुर पर पैंट के अंदर से ही लन्ड को चुबोने लगा
जिससे भीतर से कपकपा गयी
उसने हाथ बढा कर निचे से अमन का मुस्तैद लन्ड हाथों मे भर लिया जिस्से अमन ने एक गहरी सिसकी भरी
सोनल ने उसकी आँखो मे देखा और उसे बिस्तर पर बिठा दिया
फिर घुटने के बल होकर उसकी आंखो मे देखते हुए उसके पैंट खोलने लगी
दोनो मिया बीवी खुद ऐसे खोये हुए थे कि अमन की जवान साली वीडियो काल पर खुले आम अपने जिस्म से खेल रही थी उन्हे उसकी परवाह ही कहा थी
अमन निशा की ओर पीठ किये हुए था और उसे आगे का कुछ भी नजर नही आ रहा था
निशा - जीजू सुनो ना
दो से तीन आवाज पर अमन की खुमारी टूटी और उसने मुस्कुरा कर निशा की ओर देखा
निशा मदहोश आंखो से मुस्कुरा कर - कुछ दिख नही रहा है
अमन ने लपक कर हाथ बढा और जिस्म को पुरा स्ट्रेच कर उंगलियो मे मोबाइल को पकड कर अपने हाथ मे ले लिया और हस कर - क्या हुआ माय सेक्सी साली उम्म्ं
निशा थोडा शर्मा लजा रही थी, उसने अपनी चुचिया धक ली थी मगर उसके चेहरे चढ़ी सेक्स की खुमारी और मदहोशि साफ झलक रही थी
निशा - दीदी कहा है
अमन ने मुस्कुरा कर मोबाइल का कैमेरा घुमा दिया
सामने का नजरा बडा ही कामुक था
सोनल अंडरवियर के उपर से ही अमन के सुपाड़े को चूमते हुए उसकी लास्टीक पकड कर निचे खिंच रही थी और देखते ही देखते उसने अमन का लन्ड बाहर निकाल दिया
और लास्टीक पकडे हुए लन्ड की निचे से अपनी जीभ फिराती हुई उसके सुपाड़े की टिप पर जीभ को फिराया , जिससे अमन का जिस सिहर गया
वही मोबाइल मे निशा थुक गटकते हुए अमन का मोटा 9 इंच वाला बियर की कैन जैसा मोटा बडा मुसल देखने लगी , उसपे से सोनल की रेंग्ती जीभ उसकी बुर मे अलग ही कलबलाहट पैदा करने लगी थी
सोनल ने उसके तने हुए कडक मुसल को हाथ मे भरा और नजरे उपर कर अमन के चेहरे के भार पढती हुई उसके सुपाड़े को मुह मे लिये चुबलाने लगी
अमन - ऊहह बेब आह्ह उह्ह्ह क्या मस्त चुसती हो उह्ह्ह एस्स अह्ह्ह मॉम उम्म्ंम फ्क्क्क येह्ह्ह ऊहह
अमन की छ्टपटा और सिस्कियो का असर सीधे निशा पर हो रहा था और वो भी अपनी बुर को लोवर के उपर से दबोचती हहुई एक मादक सिसकी लेती है जिसकी आवाज सुन कर सोनल नजर उसकी ओर कर देखते मुह मे लन्ड को चूसे जा रही थी
निशा सोनल की नजरे आपस मे टकराती और दोनो के बीच एक साझेदारि भरी मुस्कराट फैल जाती है और सोनल मानो उसे चिढाते हुए बड़ी अदा से उसकी ओर देखते हुए अमन के लन्ड को घोटती हुई उसके आड़ो को हथेली मे भरने लगती है
जिसे देख कर निशा बुरी तरह से मचल जाती है वही दोनो बहनों की हरकत से अमन के लन्ड के नसे और कसने फड़कने लगती है ।
तभी निशा की आवाज आती है - हा भाभीई आई
सोनल और अमन चौके
सोनल ने इशारे से पूछा क्या हुआ
निशा - वो भाभी जाग गयी है शायद मुझे खोज रही है, अभी आती हु बाय बाय हिहिही इन्जोय करो उम्म्म्माआह
वो फोन पर तीनो ( सोनल , अमन और उसका कडक तना हुआ मुसल) को चुम्मी देके फोन रख देती है और दोनो नवदंपति आपस मे देख कर मुस्कुराने लगते है ।
अपनी जगह से उठने लगी और अमन भी खड़ा होकर उसको अपनी ओर खिंच कर उसकी चर्बीदार गाड़ को हाथ मे भर कर मसलता फैलाता हुए उसके होठ चुसने लगा
सोनल भी उसके होठ से होठ जोड कर उसका मोटा मुसल मसलती हुई उसको अपनी बुर के मुहाने पर लगा कर पैंटी के उपर से उसका मोटा लाल सुपाडा रगड़गे लगी
सोनल की पनीयानी चुत पर अमन का कसा हुआ गर्म मोटा लन्ड रगड़ कर उसे और भी रसदार बना रहा था
अमन उसकी गाड़ को दबा दबा कर मानो उस्के जिस्म से सोमरस को बुर से निचुडवा रहा था ।
अगले ही अमन ने उसको झटके से घुमाया और बिस्तर की ओर झुका दिया और खुद निचे बैठ कर उसकी चर्बीदार गाड़ को सुँघता हुआ उसे अपने मजबूत बड़े पन्जो मे भर कर मसलने लगा
सोनल कसमसाती , अपना जिस्म ऐठती सिस्कने लगी
तभी अमन ने उसके चर्बीदार चुतड के दरारो मे अपनी उंगलियाँ घुसाते हुए उसकी पैंटी को पकड कर उसके चुतड पर चढाता हुआ अपनी जीभ से उसकी गाड़ के छेद को कुरेदा
जिससे सोनल मचल सी गयि - आह्ह्ह बेबी उह्ह्ह उम्म्ंम्ं अह्ह्ह सीईई उफ्फ्फ माय बेबी उह्ह्ह एस्स आह्ह मम्मीईई उम्म्ंम सीई एस्स सोना सक इट माय लव उह्ह्ह
अमन अपनी जीभ को नुकीला कर सोनल की गाड के सुराख को चाटने लगा
सोनल कसमसाती अपना शरीर ऐठती सिस्कने लगी
और अपनी गाड़ उठा कर अमन के मुह पर फेकते हुए दरने लगी
सोनल की बेताबी देख कर अमन उसको आगे धकेल कर बिस्तर पर लिटा देता है और खुद भी बिस्तर पर आकर उसकी पैंटी कमर से खिंचने लगता है
सोनल मदहोश मदमस्त अपनी गाड़ उठा कर टाँगे उपर कर पैंटी निकलवाते हुए अपनी जान्घे खोल देती है और तभी अमन की नजर बजबजाई चिकनी गुलाबी फाको वाली सोनल की गीली बुर पर जाती है , जहा उस्के चुत के लकीर के उपर गुलाब की पंखुडियां वाली एक सुन्दर मेंहदी की डिज़ाइन रखी हुई थी
सोनल के बुर पर की गयी कारीगरी से अमन को मेहंदी वाली वो रात याद आती है जब निशा ने उसे बताया था कि रीना आज सोनल के बुर पर मेहंदी रखने वाली है
उस पल के लिए थोडा ऊततेजित था मगर उसे यकीन नही हो पा रहा था कि उसकी सलहज सच मे ऐसी निकलेगी जो अपनी ननद के बुर पर कलाकारी करेगी ।
अमन अपनी टाँगे पसारी और कोहनी के बल होकर सोनल की मुलायम गदराई जांघो को हाथो मे भरता हुआ उसके रस भरे बुर के फाको मे अपनी जीभ फिराया और उस गुलाब के डिज़ाइन को होथो से चुसने लगा
वही सोनल अपनी जान्घे उसके सर पर कसती हुई अकड़ने लगी
अमन - उम्म्ं क्या सच मे भाभी जी ने इसे रखा था
सोनल मुस्कुराई और हा मे सर हिलाया
अमन उसके बुर के फाको को अपनी उंगलियों से स्पर्श करता हुआ - आह्ह जान तुम्हारी फैमिली तो कमाल की है
सोनल अमन के उंगलियों मे रगड़गाती बुर के दाने और फाके से कपकपाती हुई अपने कुल्हे उठाने लगी
और अमन ने एक बार फिर उसकी चुत पर होठ लगा कर उसे चुसने लगा
उसके हाथ अब सोनल के चुचो तक आ चुके थे जिन्हे गारता मरोडता हुआ वो उसकी चुत के रस की आखिरी बूंद तक निचोड़ मे लगा हुआ था
सोनल आंखे बंद कर सिस्कती हुई अपनी कमर झटक रही थी -ऊहह बेबी एस्स एस्स उम्म्ंम अह्ह्ह फ्क्क्क और चुसो मेरे राज्जाह्ह उह्ह्ह्ह फ्क्क्क मीई उह्ह्ह उह्ह्ह खा जाओ अपनी बाबू की बुर उह्ह्ह हा बाबू
अमन सोनल की कसमसाहट और मुह से निकले उत्तेजक शब्दो और भी जोश मे आ गया
उसने तेजी से अपनी थूथ उसके बुर के दाने पर घिसने लगा जिससे सोनल जोर से चिल्लाने लगी और अपनी गाड़ तेजी से उठाने लगी -ओह्ह्ह बेबी ऐसे ही हा हा उह्ह्ह फ्क्क फ्क्क उफ्फ्फ रुकना मत उह्ह्ह
अमन ने अगले ही पल मुह उठा लिया
सोनल परेशान होकर तेजी से अपनी बुर रगड़ती हुई - ओह्ह बेबी प्लीज करो न उह्ह्ह प्लीज
अमन मुस्कुरा कर अपने होठ हाथ से पोछता हुआ घुटने के बल उसकी जांघो के बीच घिसटता हुआ आया
उसके हाथ मे उस्का मुसल तना हुआ था
उसने अपना सुपाडा सोनल के बुर के फाको पर टिकाया और हल्का सा जोर दिया वो सरक कर आगे बढ़ गया , जिस्से सोनल की सिसकी निकल गयी
अमन मुस्कुया और अपना लन्ड पकड कर उसके बुर के फाको दरने लगा , सोनल बुरी तरह मचलने लगी
- आह्ह बाबू डालो ना प्लीज
अमन मुस्कुरा कर -क्या ?
सोनल शर्माती हुई - लन्ड अपना प्लिज्ज ना उम्म्ं अह्ह्ह
अमन ने उसकी जांघ को फैलाते हुए एक टांग पकड कर अपनी जांघ पर टिकाया और लन्ड को बुर के फाको मे दबाते हुए कचकचा कर सुपाडा उसकी चुत मे पेल दिया
सोनल की आंखे बड़ी और सासे अटक गयी , उसने जोर से चुत को कसते हुए अपनी गाड़ को उचकाया और चिखने को होते हुए अपने मुह पर हाथ रख लिया- अह्ह्ह बाबू धीरे उह्ह्ह मोटा है हहह
अमन ने हौले से धक्के लगाते हुए लन्ड को उसकी रसदार बुर मे पेलने लगा - ओह्ह बेब ऊहह कितना जुसी है बुर तुम्हारा ऊहह कितना गर्म है उम्म्ंम्ं
सोनल - ऊहह येस्स्स बेबी फ्क्क फ्क्क मीईई उम्म्ंम ऐसे ही उह्ह्ह आराम से जानू उह्ह्ह फट जायेगी मेरी बुर उह्ह्ह सीई रोज रोज लेना है इसकी
अमन हा मे सर हिलाता हुआ उसकी जांघ को कसकर पकडता हुआ - आह्ह हा जानू रोज रोज लूंगा आह्ह कित्ना मजा आ रहा है ऊहह बहुत रसभरी बुर है ऊहह देखो ने कैसे जा रहा है
सोनल गरदन उठा कर अमन का आधे से ज्यादा लन्ड उस्की बुर मे चीरता हुआ घुसता देख रही थी और उसकी बेताबी बढने लगी - ओह्ह बेबी मेरा सोना ऊहह फक्क मी हार्ड बेबी ऊहह एस्स एआ माय लव उम्म्ं
अमन ने भी अपनी कमर की ताकत दिखाते हुए उसकी जांघो को कसते हुए लन्ड को और गहराई मे उतारने लगा जिससे सोनल की बुर और खुलने लगी
अमन के तेज करारे हचको से सोनल की मोटी गुदाज गोल चुचिया खुब हिल रही थी और सोनल मजे मे अपनी चुत का छल्ला उस्के लन्ड पर कस्ती हुई उस्का लन्द भींच रही थी - उह्ह्ह मेरी जान फक्क मीईई ऊहह कितना बड़ा लन्ड है ओह्ह फक्क मीई आह्ह अह्ह्ह ऊहह रुको मत ना
अमन धक्के लगाते हुए अपना मोबाइल उठा कर मुस्कुरा दिया - निशा का कॉल है बेबी
अमन ने वीडियो काल पिक किया और मुस्कुरा कर सोनल की बुर मे झटके लगाते हुए - क्या हाल चाल माय सेक्सी साली उम्म्ं कहा चली गयी
निशा - सोचा आप लोगो को प्राइवेट टाईम देदू स्पेन्ड करने के लिए हिहिहिह वैसे आप अकेले दीदी कहा है
अमन बैक कैमरा का ऑप्शन सेलेक्ट करता हुआ मोबाईल पर सोनल को दिखाता हुआ - लो देखो यहा तुम्हारी दीदी
सोनल हस्ती शर्मती हुई अपने हाथ उपर कर कैमरे के आगे कर अपना चेहरा धकते हुए - क्या !!! नहीई प्लिज्ज्ज अह्ह्ह म्मीईइह्ह हहह फ्क्क्क्क
अमन निशा को दिखाते हुए उसके सामने सोनल की बुर मे लन्ड हचक हचक कर पेलने लगा
मोबाईल पर अमन केमोटे लन्ड को सोनल की बुर मे घुसता देख उसकी बुर फिर से कुलबुलाने लगी और वो तेजी से लोवर सरका कर पैंटी मे हाथ घुसा कर अपनी बुर रगड़ने लगी
मोबाईल स्क्रीन पर अपनी साली की हरकत देख कर अमन और जोश मे आ गया और वो कस कस के ताबड़तोड़ तेज झटके सोनल की चुत मे लगाने लगा
सोनल - ऊहह बेबी येस्स्स उह्ह्ह फक्क फ्क्क ऐसे ही ऐसे ही ओह्ह्ह मम्मीईई उह्ह्ह सीई उह्ह्ह अह्ह्ह अहज चोदो चोदो अह्ह चोदो ऊहह फ्क्क फ्क्क आ रहा है आ रहा है
अगले ही पल सोनल की बुर तेजी से बहने लगी उसकी गाढी रबड़ी जैसी मलाई अमन के लन्ड मे लिभड़ कर बाहर आने लगी
अमन ने वैसे ही बिना रुके हुए फचर फचर सोनल की बुर पेलना जारी रखा
सोनल की जोरदार चिख और अमन के मोटे बड़े लन्ड को उसकी झड़ती बुर मे अन्दर बाहर होता देख , निशा ने तेजी से अपनी बुर मे उग्लियां पेलते हुए - आह्ह जीजू पेल दो ना ऊहह मुझे भी चोदो ना उह्ह फ्क्क्क मीईई ऊहह
अमन का ध्यान निशा पर गया जो तेजी से अपनी बुर मे उंगली पेल रही थी , उसकी झड़ती बुर मे उसकी उंगलियाँ सनी हुई थी मगर वो रुक नही रही थी
दोनो बहनों की तीव्र कामुकता और साथ झड़ता देख अमन ने भी अपना संतुलन खों दिया और सोनल की बुर से लन्ड निकाला
जिसे सोनल ने लपक के हाथ बढा कर पकड कर उसकी चमडी आगे पीछे की और गाढी मोटी मलाई भरी पिचकारी अमन के सुपाड़े के फूट पडी ।
जो सोनल के चुचो और उसके पेट पर फैल गयी , वही दुसरी ओर निशा के हाथ से मोबाइल सरक कर गिर गया था और उसके तेज सासो की उफनाहट मोबाइल आ रही थी
अमन भी थक कर निचुड कर चुर होता हुआ सोनल के बाहो मे लेट गया ।
खैर ये रात धीरे धीरे और गहराने लगी साथ सोनल की बुर भी
अगले एक राउंड और ताबड़तोड़ अमन ने सोनल की चुत मारी और फिर दोनो सो गये ।
निशा भी अपना बिस्तर लेके अपने कमरे मे सोने चली गयी ।
उधर अनुज के कमरे मे भी चार जवाँ जोड़ों का खेल एक राउंड और चला फिर वो भी सो गये ।
वही शालिनी भी पति और भतिजे से चुदकर थक कर चुर होकर उसी के साथ सो गयी
रात की बेला चढ कर उतरने को हो रही थी
सुबह तड़के 3 बजे कुनमुनाहट लेता हुआ कमलनाथ की नीद तेज पेसाब के प्रेशर के साथ खुली
आड़ो को खुजाता हुआ हाल मे खड़े होकर अपने अपनी स्थिति को परखा और फिर सामने थाली मे ढक कर रखा हुआ खाना देख कर खुद को कोसा कि ये उसने उचित नही किया ।
उस्का गला भी खुस्क हो रहा था हाल की दिवाल घड़ी मे नजर फिराइ तो स्वा तीन का समय हो चुका था
उबासी लेता हुआ अपनी दाढ़ी जबड़े के पास खुजाता हुआ बाथरूम खोलने लगा , और गलियारे की ओर बढ़ने लगा ,
नीद अभी भी उसकी आंखो मे हावि थी और बहुत साफ कुछ नजर भी नही आ रहा था ।
पैर घसीटता हुआ उबासी लेता वो राहुल का कमरा लाँघ गया इस बात को बिना जांचे कि कमरे का दरवाजा बन्द नही बल्कि सिर्फ भिड़का हुआ था ।
जीने से आगे जाते ही उसे बाथरूम की खिड़की दिखी
तेज धार की मूत और फिर कुछ पानी के छीटें
अपनी ज्ञानइन्द्रियों मे थोडा रगड़ मिज और तनाव लाकर उसने अपना सुस्त पड़ा दिमाग सचेत किया ।
दो घूंट ठंडे पानी का वाले से उतरते ही दिमाग एकदम अलर्ट मोड मे आ गया
आंखे बडी कर उसने एक जोर की अंगदायी ली ।
सुबह की बाग पजामे मे तना हुआ उस्का लन्ड भी से देने लगा
लन्ड को भींच कर उसको पजामे सेट करता हुआ , वो वापस हाल की ओर बढा
एक हल्की उबासी और उसकी नजर राहुल के कमरे के भिड़के हुए दरवाजे पर गयी
रंगीन साडी फरश पर चमक रही थी जिससे कमलनाथ की उस्तुकता बढी और उसने इधर उधर देख कर धीरे से कमरे के दरवाजे को बल दिया
ओईईई की आवाज करता हुआ दरवाजा खुला और सामने का नजारा देख कर कमलनाथ का दिल बाग बाग हो गया
सामने शालिनी सिर्फ पेतिकोट मे पेट के बल लेती हुई थी और बगल मे अनुज लोवर मे करवट लेके लेटा हुआ था ।
कमलनाथ के मुह मे पानी आने लगा और वो लपक कर कमरे मे दाखिल हुआ
बिल्लियो के जैसे बिना आहट किये दबे पाव वो शालिनी के करीब गया
नंगी चिकनी पीठ और उठी हुई चर्बीदार कुल्हे उसपे से फैली हुई मोटी गाड़
मुह की लार गटकता हुआ कमलनाथ ने आगे बढ़ा और शालिनी का पेतिकोट जो उस्के जांघो तक चढा हुआ था , उसने उसे उठा कर उपर किया
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गोरी साफ गोल गोल चर्बीदार चुतदो के फाके देख कर कमलनाथ अपना मुसल मसलने लगा
वही शालिनी गहरी नीद मे सो रही थी ।
उसके नथुनो से उठ रही हल्के और गहरे सासो की आवाज से उसकी थकान और चीर निद्रा का अनुमान लगाया जा सकता था ।
इसी से कमलनाथ की हिम्म्त भी बढ रही थी , उसके हाथो ने शालिनी को गोरी चिकनी चुतड़ को सहलाते हुए उसके गाड़ के सकरी दरारो मे उगली करने लगे
और उसके बुर की सूखी फाको को फैलाते हुए उसकी गुलाबी सुराख निहारने लगा
तभी शालिनी के जिस्म मे थोड़ी हलचल हुई और कमलनाथ झट से कमरे से बाहर निकल गया
वो थोड़ा अपनी दिलेरी पर हसा और फिर पानी पीकर वही हाल मे ही सो गया ।
जारी रहेगी
Telling honestly not good as accepted I was accepting that this night is over and we have get see what happens in raj house anuj come back home and staring eye on his mother or raj has planned threesome with kamalnath and Reena and rajjo get to know about her husband and daughter in law or in aman house murari keep eye on suhagrat for see how his son doing with Mamta and they both get exitedUPDATE 196 E
अमन के घर
अमन आंखे फाडे गरदन उचका कर अपने देह को थोडा करवट करते हुए सामने मोबाइल मे निशा की मस्ती देख रहा
उसकी भूरे निप्प्ल वाली चुचिया जोर से हिल रही थी और निशा मोबाइल उपर कर बिस्तर पर लेटी हुई उस्का नजारा अपने जीजा को दिखा रही थी
निशा की इस हरकत से अमन का लन्ड पूरा अकड़ गया जिसकी ठोकर सोनल ने अपनी जान्घ पर मह्सूस की और उसने अमन को घूर के देखा तो अमन पहले थोडा असहज हुआ मगर फिर मुस्कुराने लगा
सोनल ने इशारे से पूछा ये सब क्या है ?
अमन मुस्कुरा कर - ओह अब समझा क्यू कभी कभी chatting मे तुम एकदम से रोमांटिक हो जाया करती थी तो उस टाईम निशा फोन पर होती थी और उसने इत्नी बार से अपनी तस्वीर भेजी थी
सोनल खिलखिलाई - तुम्हारा तो कट गया
बेबी हिहिहिही
अमन मुस्कुरा कर उसकी रसिली झुलाती चुचिया दोनो हाथों मे भरता हुआ - अभी तो काटना है जान उम्म्ंम
अगले ही पल अमन ने मुह खोलते हुए सोनल की गुलाबी निप्प्ल वाली गुदाज मुलायम चुचि मुह भर करके चुबलाताने लगा
सोनल सिसकी और अमन के सर को सहलाने लगी - आह्ह बेबी उह्ह्ह सीईई आराम से सोना उम्म्ंम्ं
अमन दोनो हाथो मे भरे हुए उसकी निप्प्ल चाटने लगा
वही मोबाइल पर अमन और सोनल की कामुक हरकतों से निशा अपनी एडिया घिसने लगी और अपनी चुचिया मलते हुए कुनमुनाने लगी ।
अमन सोनल की रस चुचिया मिजता मसलता रगड़ता चुसता - ऊहह बाबू क्या मस्त दूध है तुम्हारे उम्म्ं कितने मोटे है उह्ह्ह
सोनल अपनी जांघ उसकी तने हुए मुसल पर घिसती हुई उसके सर को सहला कर - आपको पसंद ना मेरी जान अह्ह्ह सीईई उह्ह्ह
" उम्म्ंम पाआ आह्ह , हा मेरी जान पहले वाले से ज्यादा सेक्सी है ये " , अमन ने मुस्करा कर आंख मारते हुए कहा
अमन की दोहरे अर्थ की बात सुन कर सोनल मुस्कुराई और सिसकती हुई गरदन फेर कर निशा की ओर देखा जो खुद भी परेशान थी अपने जिस्म की अकड़न से ।
सोनल उठी और अमन से दूर हटने लगी
अमन - क्या हुआ जानू कहा
सोनल मुस्कुरा बेड से उतर कर फर्श पर खडी हुई और अपनी कमर से लहगे का नाड़ा खोल कर उसे ढीला छोडा और अगले ही पल वो फर्श पर और अब सोनल फिर एक मरून रंग के पैंटी मे थी
जहा जान्घे के बीच पैंटी मे गिलापन साफ बता रहा था कि सोनल की बुर बुरी तरह से रस छोड रही थी ।
सोनल इठलाती हुई आगे बढने लगी , उसकी कामुक लचीली कमर और खुली हुई मोटी रसदार हिल्की चुचिया , लम्बी भरी हुई मोटी चर्बीदार चिकनी जान्घे और कामुकता के नशे मे सनी हुई उसकी मदहोश आंखे
अमन की हालत खराब होने लगी सोनल का ये रूप देख कर
वो बिस्तर से उतर कर सोनल के करिब आया और उसने सोनल की नंगी कमर मे हाथ डालते हुए उसके होठ से होठ जोड लिये और दोनो एक दुसरे से चिपक गये
सोनल की नरम मुलायम चुचियो का स्पर्श पाकर अमन के जिस्म गनगना गया
वो सोनल की कमर से अपने हाथ उसकी चरबीदार गाड़ पर घुमाता हुआ पैंटी के उपर से उन्हे अपने पंजे से दबोचने लगा
गाड़ पर अमन के हाथों की हरकत से सोनल ने अपने चुतड कसते हुए एडिया उचका ली और जोश ने अमन के लिप्स चुसने लगी ।
अमन भी उसे अपनी ओर सटाता हुआ उसकी बुर पर पैंट के अंदर से ही लन्ड को चुबोने लगा
जिससे भीतर से कपकपा गयी
उसने हाथ बढा कर निचे से अमन का मुस्तैद लन्ड हाथों मे भर लिया जिस्से अमन ने एक गहरी सिसकी भरी
सोनल ने उसकी आँखो मे देखा और उसे बिस्तर पर बिठा दिया
फिर घुटने के बल होकर उसकी आंखो मे देखते हुए उसके पैंट खोलने लगी
दोनो मिया बीवी खुद ऐसे खोये हुए थे कि अमन की जवान साली वीडियो काल पर खुले आम अपने जिस्म से खेल रही थी उन्हे उसकी परवाह ही कहा थी
अमन निशा की ओर पीठ किये हुए था और उसे आगे का कुछ भी नजर नही आ रहा था
निशा - जीजू सुनो ना
दो से तीन आवाज पर अमन की खुमारी टूटी और उसने मुस्कुरा कर निशा की ओर देखा
निशा मदहोश आंखो से मुस्कुरा कर - कुछ दिख नही रहा है
अमन ने लपक कर हाथ बढा और जिस्म को पुरा स्ट्रेच कर उंगलियो मे मोबाइल को पकड कर अपने हाथ मे ले लिया और हस कर - क्या हुआ माय सेक्सी साली उम्म्ं
निशा थोडा शर्मा लजा रही थी, उसने अपनी चुचिया धक ली थी मगर उसके चेहरे चढ़ी सेक्स की खुमारी और मदहोशि साफ झलक रही थी
निशा - दीदी कहा है
अमन ने मुस्कुरा कर मोबाइल का कैमेरा घुमा दिया
सामने का नजरा बडा ही कामुक था
सोनल अंडरवियर के उपर से ही अमन के सुपाड़े को चूमते हुए उसकी लास्टीक पकड कर निचे खिंच रही थी और देखते ही देखते उसने अमन का लन्ड बाहर निकाल दिया
और लास्टीक पकडे हुए लन्ड की निचे से अपनी जीभ फिराती हुई उसके सुपाड़े की टिप पर जीभ को फिराया , जिससे अमन का जिस सिहर गया
वही मोबाइल मे निशा थुक गटकते हुए अमन का मोटा 9 इंच वाला बियर की कैन जैसा मोटा बडा मुसल देखने लगी , उसपे से सोनल की रेंग्ती जीभ उसकी बुर मे अलग ही कलबलाहट पैदा करने लगी थी
सोनल ने उसके तने हुए कडक मुसल को हाथ मे भरा और नजरे उपर कर अमन के चेहरे के भार पढती हुई उसके सुपाड़े को मुह मे लिये चुबलाने लगी
अमन - ऊहह बेब आह्ह उह्ह्ह क्या मस्त चुसती हो उह्ह्ह एस्स अह्ह्ह मॉम उम्म्ंम फ्क्क्क येह्ह्ह ऊहह
अमन की छ्टपटा और सिस्कियो का असर सीधे निशा पर हो रहा था और वो भी अपनी बुर को लोवर के उपर से दबोचती हहुई एक मादक सिसकी लेती है जिसकी आवाज सुन कर सोनल नजर उसकी ओर कर देखते मुह मे लन्ड को चूसे जा रही थी
निशा सोनल की नजरे आपस मे टकराती और दोनो के बीच एक साझेदारि भरी मुस्कराट फैल जाती है और सोनल मानो उसे चिढाते हुए बड़ी अदा से उसकी ओर देखते हुए अमन के लन्ड को घोटती हुई उसके आड़ो को हथेली मे भरने लगती है
जिसे देख कर निशा बुरी तरह से मचल जाती है वही दोनो बहनों की हरकत से अमन के लन्ड के नसे और कसने फड़कने लगती है ।
तभी निशा की आवाज आती है - हा भाभीई आई
सोनल और अमन चौके
सोनल ने इशारे से पूछा क्या हुआ
निशा - वो भाभी जाग गयी है शायद मुझे खोज रही है, अभी आती हु बाय बाय हिहिही इन्जोय करो उम्म्म्माआह
वो फोन पर तीनो ( सोनल , अमन और उसका कडक तना हुआ मुसल) को चुम्मी देके फोन रख देती है और दोनो नवदंपति आपस मे देख कर मुस्कुराने लगते है ।
अपनी जगह से उठने लगी और अमन भी खड़ा होकर उसको अपनी ओर खिंच कर उसकी चर्बीदार गाड़ को हाथ मे भर कर मसलता फैलाता हुए उसके होठ चुसने लगा
सोनल भी उसके होठ से होठ जोड कर उसका मोटा मुसल मसलती हुई उसको अपनी बुर के मुहाने पर लगा कर पैंटी के उपर से उसका मोटा लाल सुपाडा रगड़गे लगी
सोनल की पनीयानी चुत पर अमन का कसा हुआ गर्म मोटा लन्ड रगड़ कर उसे और भी रसदार बना रहा था
अमन उसकी गाड़ को दबा दबा कर मानो उस्के जिस्म से सोमरस को बुर से निचुडवा रहा था ।
अगले ही अमन ने उसको झटके से घुमाया और बिस्तर की ओर झुका दिया और खुद निचे बैठ कर उसकी चर्बीदार गाड़ को सुँघता हुआ उसे अपने मजबूत बड़े पन्जो मे भर कर मसलने लगा
सोनल कसमसाती , अपना जिस्म ऐठती सिस्कने लगी
तभी अमन ने उसके चर्बीदार चुतड के दरारो मे अपनी उंगलियाँ घुसाते हुए उसकी पैंटी को पकड कर उसके चुतड पर चढाता हुआ अपनी जीभ से उसकी गाड़ के छेद को कुरेदा
जिससे सोनल मचल सी गयि - आह्ह्ह बेबी उह्ह्ह उम्म्ंम्ं अह्ह्ह सीईई उफ्फ्फ माय बेबी उह्ह्ह एस्स आह्ह मम्मीईई उम्म्ंम सीई एस्स सोना सक इट माय लव उह्ह्ह
अमन अपनी जीभ को नुकीला कर सोनल की गाड के सुराख को चाटने लगा
सोनल कसमसाती अपना शरीर ऐठती सिस्कने लगी
और अपनी गाड़ उठा कर अमन के मुह पर फेकते हुए दरने लगी
सोनल की बेताबी देख कर अमन उसको आगे धकेल कर बिस्तर पर लिटा देता है और खुद भी बिस्तर पर आकर उसकी पैंटी कमर से खिंचने लगता है
सोनल मदहोश मदमस्त अपनी गाड़ उठा कर टाँगे उपर कर पैंटी निकलवाते हुए अपनी जान्घे खोल देती है और तभी अमन की नजर बजबजाई चिकनी गुलाबी फाको वाली सोनल की गीली बुर पर जाती है , जहा उस्के चुत के लकीर के उपर गुलाब की पंखुडियां वाली एक सुन्दर मेंहदी की डिज़ाइन रखी हुई थी
सोनल के बुर पर की गयी कारीगरी से अमन को मेहंदी वाली वो रात याद आती है जब निशा ने उसे बताया था कि रीना आज सोनल के बुर पर मेहंदी रखने वाली है
उस पल के लिए थोडा ऊततेजित था मगर उसे यकीन नही हो पा रहा था कि उसकी सलहज सच मे ऐसी निकलेगी जो अपनी ननद के बुर पर कलाकारी करेगी ।
अमन अपनी टाँगे पसारी और कोहनी के बल होकर सोनल की मुलायम गदराई जांघो को हाथो मे भरता हुआ उसके रस भरे बुर के फाको मे अपनी जीभ फिराया और उस गुलाब के डिज़ाइन को होथो से चुसने लगा
वही सोनल अपनी जान्घे उसके सर पर कसती हुई अकड़ने लगी
अमन - उम्म्ं क्या सच मे भाभी जी ने इसे रखा था
सोनल मुस्कुराई और हा मे सर हिलाया
अमन उसके बुर के फाको को अपनी उंगलियों से स्पर्श करता हुआ - आह्ह जान तुम्हारी फैमिली तो कमाल की है
सोनल अमन के उंगलियों मे रगड़गाती बुर के दाने और फाके से कपकपाती हुई अपने कुल्हे उठाने लगी
और अमन ने एक बार फिर उसकी चुत पर होठ लगा कर उसे चुसने लगा
उसके हाथ अब सोनल के चुचो तक आ चुके थे जिन्हे गारता मरोडता हुआ वो उसकी चुत के रस की आखिरी बूंद तक निचोड़ मे लगा हुआ था
सोनल आंखे बंद कर सिस्कती हुई अपनी कमर झटक रही थी -ऊहह बेबी एस्स एस्स उम्म्ंम अह्ह्ह फ्क्क्क और चुसो मेरे राज्जाह्ह उह्ह्ह्ह फ्क्क्क मीई उह्ह्ह उह्ह्ह खा जाओ अपनी बाबू की बुर उह्ह्ह हा बाबू
अमन सोनल की कसमसाहट और मुह से निकले उत्तेजक शब्दो और भी जोश मे आ गया
उसने तेजी से अपनी थूथ उसके बुर के दाने पर घिसने लगा जिससे सोनल जोर से चिल्लाने लगी और अपनी गाड़ तेजी से उठाने लगी -ओह्ह्ह बेबी ऐसे ही हा हा उह्ह्ह फ्क्क फ्क्क उफ्फ्फ रुकना मत उह्ह्ह
अमन ने अगले ही पल मुह उठा लिया
सोनल परेशान होकर तेजी से अपनी बुर रगड़ती हुई - ओह्ह बेबी प्लीज करो न उह्ह्ह प्लीज
अमन मुस्कुरा कर अपने होठ हाथ से पोछता हुआ घुटने के बल उसकी जांघो के बीच घिसटता हुआ आया
उसके हाथ मे उस्का मुसल तना हुआ था
उसने अपना सुपाडा सोनल के बुर के फाको पर टिकाया और हल्का सा जोर दिया वो सरक कर आगे बढ़ गया , जिस्से सोनल की सिसकी निकल गयी
अमन मुस्कुया और अपना लन्ड पकड कर उसके बुर के फाको दरने लगा , सोनल बुरी तरह मचलने लगी
- आह्ह बाबू डालो ना प्लीज
अमन मुस्कुरा कर -क्या ?
सोनल शर्माती हुई - लन्ड अपना प्लिज्ज ना उम्म्ं अह्ह्ह
अमन ने उसकी जांघ को फैलाते हुए एक टांग पकड कर अपनी जांघ पर टिकाया और लन्ड को बुर के फाको मे दबाते हुए कचकचा कर सुपाडा उसकी चुत मे पेल दिया
सोनल की आंखे बड़ी और सासे अटक गयी , उसने जोर से चुत को कसते हुए अपनी गाड़ को उचकाया और चिखने को होते हुए अपने मुह पर हाथ रख लिया- अह्ह्ह बाबू धीरे उह्ह्ह मोटा है हहह
अमन ने हौले से धक्के लगाते हुए लन्ड को उसकी रसदार बुर मे पेलने लगा - ओह्ह बेब ऊहह कितना जुसी है बुर तुम्हारा ऊहह कितना गर्म है उम्म्ंम्ं
सोनल - ऊहह येस्स्स बेबी फ्क्क फ्क्क मीईई उम्म्ंम ऐसे ही उह्ह्ह आराम से जानू उह्ह्ह फट जायेगी मेरी बुर उह्ह्ह सीई रोज रोज लेना है इसकी
अमन हा मे सर हिलाता हुआ उसकी जांघ को कसकर पकडता हुआ - आह्ह हा जानू रोज रोज लूंगा आह्ह कित्ना मजा आ रहा है ऊहह बहुत रसभरी बुर है ऊहह देखो ने कैसे जा रहा है
सोनल गरदन उठा कर अमन का आधे से ज्यादा लन्ड उस्की बुर मे चीरता हुआ घुसता देख रही थी और उसकी बेताबी बढने लगी - ओह्ह बेबी मेरा सोना ऊहह फक्क मी हार्ड बेबी ऊहह एस्स एआ माय लव उम्म्ं
अमन ने भी अपनी कमर की ताकत दिखाते हुए उसकी जांघो को कसते हुए लन्ड को और गहराई मे उतारने लगा जिससे सोनल की बुर और खुलने लगी
अमन के तेज करारे हचको से सोनल की मोटी गुदाज गोल चुचिया खुब हिल रही थी और सोनल मजे मे अपनी चुत का छल्ला उस्के लन्ड पर कस्ती हुई उस्का लन्द भींच रही थी - उह्ह्ह मेरी जान फक्क मीईई ऊहह कितना बड़ा लन्ड है ओह्ह फक्क मीई आह्ह अह्ह्ह ऊहह रुको मत ना
अमन धक्के लगाते हुए अपना मोबाइल उठा कर मुस्कुरा दिया - निशा का कॉल है बेबी
अमन ने वीडियो काल पिक किया और मुस्कुरा कर सोनल की बुर मे झटके लगाते हुए - क्या हाल चाल माय सेक्सी साली उम्म्ं कहा चली गयी
निशा - सोचा आप लोगो को प्राइवेट टाईम देदू स्पेन्ड करने के लिए हिहिहिह वैसे आप अकेले दीदी कहा है
अमन बैक कैमरा का ऑप्शन सेलेक्ट करता हुआ मोबाईल पर सोनल को दिखाता हुआ - लो देखो यहा तुम्हारी दीदी
सोनल हस्ती शर्मती हुई अपने हाथ उपर कर कैमरे के आगे कर अपना चेहरा धकते हुए - क्या !!! नहीई प्लिज्ज्ज अह्ह्ह म्मीईइह्ह हहह फ्क्क्क्क
अमन निशा को दिखाते हुए उसके सामने सोनल की बुर मे लन्ड हचक हचक कर पेलने लगा
मोबाईल पर अमन केमोटे लन्ड को सोनल की बुर मे घुसता देख उसकी बुर फिर से कुलबुलाने लगी और वो तेजी से लोवर सरका कर पैंटी मे हाथ घुसा कर अपनी बुर रगड़ने लगी
मोबाईल स्क्रीन पर अपनी साली की हरकत देख कर अमन और जोश मे आ गया और वो कस कस के ताबड़तोड़ तेज झटके सोनल की चुत मे लगाने लगा
सोनल - ऊहह बेबी येस्स्स उह्ह्ह फक्क फ्क्क ऐसे ही ऐसे ही ओह्ह्ह मम्मीईई उह्ह्ह सीई उह्ह्ह अह्ह्ह अहज चोदो चोदो अह्ह चोदो ऊहह फ्क्क फ्क्क आ रहा है आ रहा है
अगले ही पल सोनल की बुर तेजी से बहने लगी उसकी गाढी रबड़ी जैसी मलाई अमन के लन्ड मे लिभड़ कर बाहर आने लगी
अमन ने वैसे ही बिना रुके हुए फचर फचर सोनल की बुर पेलना जारी रखा
सोनल की जोरदार चिख और अमन के मोटे बड़े लन्ड को उसकी झड़ती बुर मे अन्दर बाहर होता देख , निशा ने तेजी से अपनी बुर मे उग्लियां पेलते हुए - आह्ह जीजू पेल दो ना ऊहह मुझे भी चोदो ना उह्ह फ्क्क्क मीईई ऊहह
अमन का ध्यान निशा पर गया जो तेजी से अपनी बुर मे उंगली पेल रही थी , उसकी झड़ती बुर मे उसकी उंगलियाँ सनी हुई थी मगर वो रुक नही रही थी
दोनो बहनों की तीव्र कामुकता और साथ झड़ता देख अमन ने भी अपना संतुलन खों दिया और सोनल की बुर से लन्ड निकाला
जिसे सोनल ने लपक के हाथ बढा कर पकड कर उसकी चमडी आगे पीछे की और गाढी मोटी मलाई भरी पिचकारी अमन के सुपाड़े के फूट पडी ।
जो सोनल के चुचो और उसके पेट पर फैल गयी , वही दुसरी ओर निशा के हाथ से मोबाइल सरक कर गिर गया था और उसके तेज सासो की उफनाहट मोबाइल आ रही थी
अमन भी थक कर निचुड कर चुर होता हुआ सोनल के बाहो मे लेट गया ।
खैर ये रात धीरे धीरे और गहराने लगी साथ सोनल की बुर भी
अगले एक राउंड और ताबड़तोड़ अमन ने सोनल की चुत मारी और फिर दोनो सो गये ।
निशा भी अपना बिस्तर लेके अपने कमरे मे सोने चली गयी ।
उधर अनुज के कमरे मे भी चार जवाँ जोड़ों का खेल एक राउंड और चला फिर वो भी सो गये ।
वही शालिनी भी पति और भतिजे से चुदकर थक कर चुर होकर उसी के साथ सो गयी
रात की बेला चढ कर उतरने को हो रही थी
सुबह तड़के 3 बजे कुनमुनाहट लेता हुआ कमलनाथ की नीद तेज पेसाब के प्रेशर के साथ खुली
आड़ो को खुजाता हुआ हाल मे खड़े होकर अपने अपनी स्थिति को परखा और फिर सामने थाली मे ढक कर रखा हुआ खाना देख कर खुद को कोसा कि ये उसने उचित नही किया ।
उस्का गला भी खुस्क हो रहा था हाल की दिवाल घड़ी मे नजर फिराइ तो स्वा तीन का समय हो चुका था
उबासी लेता हुआ अपनी दाढ़ी जबड़े के पास खुजाता हुआ बाथरूम खोलने लगा , और गलियारे की ओर बढ़ने लगा ,
नीद अभी भी उसकी आंखो मे हावि थी और बहुत साफ कुछ नजर भी नही आ रहा था ।
पैर घसीटता हुआ उबासी लेता वो राहुल का कमरा लाँघ गया इस बात को बिना जांचे कि कमरे का दरवाजा बन्द नही बल्कि सिर्फ भिड़का हुआ था ।
जीने से आगे जाते ही उसे बाथरूम की खिड़की दिखी
तेज धार की मूत और फिर कुछ पानी के छीटें
अपनी ज्ञानइन्द्रियों मे थोडा रगड़ मिज और तनाव लाकर उसने अपना सुस्त पड़ा दिमाग सचेत किया ।
दो घूंट ठंडे पानी का वाले से उतरते ही दिमाग एकदम अलर्ट मोड मे आ गया
आंखे बडी कर उसने एक जोर की अंगदायी ली ।
सुबह की बाग पजामे मे तना हुआ उस्का लन्ड भी से देने लगा
लन्ड को भींच कर उसको पजामे सेट करता हुआ , वो वापस हाल की ओर बढा
एक हल्की उबासी और उसकी नजर राहुल के कमरे के भिड़के हुए दरवाजे पर गयी
रंगीन साडी फरश पर चमक रही थी जिससे कमलनाथ की उस्तुकता बढी और उसने इधर उधर देख कर धीरे से कमरे के दरवाजे को बल दिया
ओईईई की आवाज करता हुआ दरवाजा खुला और सामने का नजारा देख कर कमलनाथ का दिल बाग बाग हो गया
सामने शालिनी सिर्फ पेतिकोट मे पेट के बल लेती हुई थी और बगल मे अनुज लोवर मे करवट लेके लेटा हुआ था ।
कमलनाथ के मुह मे पानी आने लगा और वो लपक कर कमरे मे दाखिल हुआ
बिल्लियो के जैसे बिना आहट किये दबे पाव वो शालिनी के करीब गया
नंगी चिकनी पीठ और उठी हुई चर्बीदार कुल्हे उसपे से फैली हुई मोटी गाड़
मुह की लार गटकता हुआ कमलनाथ ने आगे बढ़ा और शालिनी का पेतिकोट जो उस्के जांघो तक चढा हुआ था , उसने उसे उठा कर उपर किया
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गोरी साफ गोल गोल चर्बीदार चुतदो के फाके देख कर कमलनाथ अपना मुसल मसलने लगा
वही शालिनी गहरी नीद मे सो रही थी ।
उसके नथुनो से उठ रही हल्के और गहरे सासो की आवाज से उसकी थकान और चीर निद्रा का अनुमान लगाया जा सकता था ।
इसी से कमलनाथ की हिम्म्त भी बढ रही थी , उसके हाथो ने शालिनी को गोरी चिकनी चुतड़ को सहलाते हुए उसके गाड़ के सकरी दरारो मे उगली करने लगे
और उसके बुर की सूखी फाको को फैलाते हुए उसकी गुलाबी सुराख निहारने लगा
तभी शालिनी के जिस्म मे थोड़ी हलचल हुई और कमलनाथ झट से कमरे से बाहर निकल गया
वो थोड़ा अपनी दिलेरी पर हसा और फिर पानी पीकर वही हाल मे ही सो गया ।
जारी रहेगी
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अमन के घर
अमन आंखे फाडे गरदन उचका कर अपने देह को थोडा करवट करते हुए सामने मोबाइल मे निशा की मस्ती देख रहा
उसकी भूरे निप्प्ल वाली चुचिया जोर से हिल रही थी और निशा मोबाइल उपर कर बिस्तर पर लेटी हुई उस्का नजारा अपने जीजा को दिखा रही थी
निशा की इस हरकत से अमन का लन्ड पूरा अकड़ गया जिसकी ठोकर सोनल ने अपनी जान्घ पर मह्सूस की और उसने अमन को घूर के देखा तो अमन पहले थोडा असहज हुआ मगर फिर मुस्कुराने लगा
सोनल ने इशारे से पूछा ये सब क्या है ?
अमन मुस्कुरा कर - ओह अब समझा क्यू कभी कभी chatting मे तुम एकदम से रोमांटिक हो जाया करती थी तो उस टाईम निशा फोन पर होती थी और उसने इत्नी बार से अपनी तस्वीर भेजी थी
सोनल खिलखिलाई - तुम्हारा तो कट गया
बेबी हिहिहिही
अमन मुस्कुरा कर उसकी रसिली झुलाती चुचिया दोनो हाथों मे भरता हुआ - अभी तो काटना है जान उम्म्ंम
अगले ही पल अमन ने मुह खोलते हुए सोनल की गुलाबी निप्प्ल वाली गुदाज मुलायम चुचि मुह भर करके चुबलाताने लगा
सोनल सिसकी और अमन के सर को सहलाने लगी - आह्ह बेबी उह्ह्ह सीईई आराम से सोना उम्म्ंम्ं
अमन दोनो हाथो मे भरे हुए उसकी निप्प्ल चाटने लगा
वही मोबाइल पर अमन और सोनल की कामुक हरकतों से निशा अपनी एडिया घिसने लगी और अपनी चुचिया मलते हुए कुनमुनाने लगी ।
अमन सोनल की रस चुचिया मिजता मसलता रगड़ता चुसता - ऊहह बाबू क्या मस्त दूध है तुम्हारे उम्म्ं कितने मोटे है उह्ह्ह
सोनल अपनी जांघ उसकी तने हुए मुसल पर घिसती हुई उसके सर को सहला कर - आपको पसंद ना मेरी जान अह्ह्ह सीईई उह्ह्ह
" उम्म्ंम पाआ आह्ह , हा मेरी जान पहले वाले से ज्यादा सेक्सी है ये " , अमन ने मुस्करा कर आंख मारते हुए कहा
अमन की दोहरे अर्थ की बात सुन कर सोनल मुस्कुराई और सिसकती हुई गरदन फेर कर निशा की ओर देखा जो खुद भी परेशान थी अपने जिस्म की अकड़न से ।
सोनल उठी और अमन से दूर हटने लगी
अमन - क्या हुआ जानू कहा
सोनल मुस्कुरा बेड से उतर कर फर्श पर खडी हुई और अपनी कमर से लहगे का नाड़ा खोल कर उसे ढीला छोडा और अगले ही पल वो फर्श पर और अब सोनल फिर एक मरून रंग के पैंटी मे थी
जहा जान्घे के बीच पैंटी मे गिलापन साफ बता रहा था कि सोनल की बुर बुरी तरह से रस छोड रही थी ।
सोनल इठलाती हुई आगे बढने लगी , उसकी कामुक लचीली कमर और खुली हुई मोटी रसदार हिल्की चुचिया , लम्बी भरी हुई मोटी चर्बीदार चिकनी जान्घे और कामुकता के नशे मे सनी हुई उसकी मदहोश आंखे
अमन की हालत खराब होने लगी सोनल का ये रूप देख कर
वो बिस्तर से उतर कर सोनल के करिब आया और उसने सोनल की नंगी कमर मे हाथ डालते हुए उसके होठ से होठ जोड लिये और दोनो एक दुसरे से चिपक गये
सोनल की नरम मुलायम चुचियो का स्पर्श पाकर अमन के जिस्म गनगना गया
वो सोनल की कमर से अपने हाथ उसकी चरबीदार गाड़ पर घुमाता हुआ पैंटी के उपर से उन्हे अपने पंजे से दबोचने लगा
गाड़ पर अमन के हाथों की हरकत से सोनल ने अपने चुतड कसते हुए एडिया उचका ली और जोश ने अमन के लिप्स चुसने लगी ।
अमन भी उसे अपनी ओर सटाता हुआ उसकी बुर पर पैंट के अंदर से ही लन्ड को चुबोने लगा
जिससे भीतर से कपकपा गयी
उसने हाथ बढा कर निचे से अमन का मुस्तैद लन्ड हाथों मे भर लिया जिस्से अमन ने एक गहरी सिसकी भरी
सोनल ने उसकी आँखो मे देखा और उसे बिस्तर पर बिठा दिया
फिर घुटने के बल होकर उसकी आंखो मे देखते हुए उसके पैंट खोलने लगी
दोनो मिया बीवी खुद ऐसे खोये हुए थे कि अमन की जवान साली वीडियो काल पर खुले आम अपने जिस्म से खेल रही थी उन्हे उसकी परवाह ही कहा थी
अमन निशा की ओर पीठ किये हुए था और उसे आगे का कुछ भी नजर नही आ रहा था
निशा - जीजू सुनो ना
दो से तीन आवाज पर अमन की खुमारी टूटी और उसने मुस्कुरा कर निशा की ओर देखा
निशा मदहोश आंखो से मुस्कुरा कर - कुछ दिख नही रहा है
अमन ने लपक कर हाथ बढा और जिस्म को पुरा स्ट्रेच कर उंगलियो मे मोबाइल को पकड कर अपने हाथ मे ले लिया और हस कर - क्या हुआ माय सेक्सी साली उम्म्ं
निशा थोडा शर्मा लजा रही थी, उसने अपनी चुचिया धक ली थी मगर उसके चेहरे चढ़ी सेक्स की खुमारी और मदहोशि साफ झलक रही थी
निशा - दीदी कहा है
अमन ने मुस्कुरा कर मोबाइल का कैमेरा घुमा दिया
सामने का नजरा बडा ही कामुक था
सोनल अंडरवियर के उपर से ही अमन के सुपाड़े को चूमते हुए उसकी लास्टीक पकड कर निचे खिंच रही थी और देखते ही देखते उसने अमन का लन्ड बाहर निकाल दिया
और लास्टीक पकडे हुए लन्ड की निचे से अपनी जीभ फिराती हुई उसके सुपाड़े की टिप पर जीभ को फिराया , जिससे अमन का जिस सिहर गया
वही मोबाइल मे निशा थुक गटकते हुए अमन का मोटा 9 इंच वाला बियर की कैन जैसा मोटा बडा मुसल देखने लगी , उसपे से सोनल की रेंग्ती जीभ उसकी बुर मे अलग ही कलबलाहट पैदा करने लगी थी
सोनल ने उसके तने हुए कडक मुसल को हाथ मे भरा और नजरे उपर कर अमन के चेहरे के भार पढती हुई उसके सुपाड़े को मुह मे लिये चुबलाने लगी
अमन - ऊहह बेब आह्ह उह्ह्ह क्या मस्त चुसती हो उह्ह्ह एस्स अह्ह्ह मॉम उम्म्ंम फ्क्क्क येह्ह्ह ऊहह
अमन की छ्टपटा और सिस्कियो का असर सीधे निशा पर हो रहा था और वो भी अपनी बुर को लोवर के उपर से दबोचती हहुई एक मादक सिसकी लेती है जिसकी आवाज सुन कर सोनल नजर उसकी ओर कर देखते मुह मे लन्ड को चूसे जा रही थी
निशा सोनल की नजरे आपस मे टकराती और दोनो के बीच एक साझेदारि भरी मुस्कराट फैल जाती है और सोनल मानो उसे चिढाते हुए बड़ी अदा से उसकी ओर देखते हुए अमन के लन्ड को घोटती हुई उसके आड़ो को हथेली मे भरने लगती है
जिसे देख कर निशा बुरी तरह से मचल जाती है वही दोनो बहनों की हरकत से अमन के लन्ड के नसे और कसने फड़कने लगती है ।
तभी निशा की आवाज आती है - हा भाभीई आई
सोनल और अमन चौके
सोनल ने इशारे से पूछा क्या हुआ
निशा - वो भाभी जाग गयी है शायद मुझे खोज रही है, अभी आती हु बाय बाय हिहिही इन्जोय करो उम्म्म्माआह
वो फोन पर तीनो ( सोनल , अमन और उसका कडक तना हुआ मुसल) को चुम्मी देके फोन रख देती है और दोनो नवदंपति आपस मे देख कर मुस्कुराने लगते है ।
अपनी जगह से उठने लगी और अमन भी खड़ा होकर उसको अपनी ओर खिंच कर उसकी चर्बीदार गाड़ को हाथ मे भर कर मसलता फैलाता हुए उसके होठ चुसने लगा
सोनल भी उसके होठ से होठ जोड कर उसका मोटा मुसल मसलती हुई उसको अपनी बुर के मुहाने पर लगा कर पैंटी के उपर से उसका मोटा लाल सुपाडा रगड़गे लगी
सोनल की पनीयानी चुत पर अमन का कसा हुआ गर्म मोटा लन्ड रगड़ कर उसे और भी रसदार बना रहा था
अमन उसकी गाड़ को दबा दबा कर मानो उस्के जिस्म से सोमरस को बुर से निचुडवा रहा था ।
अगले ही अमन ने उसको झटके से घुमाया और बिस्तर की ओर झुका दिया और खुद निचे बैठ कर उसकी चर्बीदार गाड़ को सुँघता हुआ उसे अपने मजबूत बड़े पन्जो मे भर कर मसलने लगा
सोनल कसमसाती , अपना जिस्म ऐठती सिस्कने लगी
तभी अमन ने उसके चर्बीदार चुतड के दरारो मे अपनी उंगलियाँ घुसाते हुए उसकी पैंटी को पकड कर उसके चुतड पर चढाता हुआ अपनी जीभ से उसकी गाड़ के छेद को कुरेदा
जिससे सोनल मचल सी गयि - आह्ह्ह बेबी उह्ह्ह उम्म्ंम्ं अह्ह्ह सीईई उफ्फ्फ माय बेबी उह्ह्ह एस्स आह्ह मम्मीईई उम्म्ंम सीई एस्स सोना सक इट माय लव उह्ह्ह
अमन अपनी जीभ को नुकीला कर सोनल की गाड के सुराख को चाटने लगा
सोनल कसमसाती अपना शरीर ऐठती सिस्कने लगी
और अपनी गाड़ उठा कर अमन के मुह पर फेकते हुए दरने लगी
सोनल की बेताबी देख कर अमन उसको आगे धकेल कर बिस्तर पर लिटा देता है और खुद भी बिस्तर पर आकर उसकी पैंटी कमर से खिंचने लगता है
सोनल मदहोश मदमस्त अपनी गाड़ उठा कर टाँगे उपर कर पैंटी निकलवाते हुए अपनी जान्घे खोल देती है और तभी अमन की नजर बजबजाई चिकनी गुलाबी फाको वाली सोनल की गीली बुर पर जाती है , जहा उस्के चुत के लकीर के उपर गुलाब की पंखुडियां वाली एक सुन्दर मेंहदी की डिज़ाइन रखी हुई थी
सोनल के बुर पर की गयी कारीगरी से अमन को मेहंदी वाली वो रात याद आती है जब निशा ने उसे बताया था कि रीना आज सोनल के बुर पर मेहंदी रखने वाली है
उस पल के लिए थोडा ऊततेजित था मगर उसे यकीन नही हो पा रहा था कि उसकी सलहज सच मे ऐसी निकलेगी जो अपनी ननद के बुर पर कलाकारी करेगी ।
अमन अपनी टाँगे पसारी और कोहनी के बल होकर सोनल की मुलायम गदराई जांघो को हाथो मे भरता हुआ उसके रस भरे बुर के फाको मे अपनी जीभ फिराया और उस गुलाब के डिज़ाइन को होथो से चुसने लगा
वही सोनल अपनी जान्घे उसके सर पर कसती हुई अकड़ने लगी
अमन - उम्म्ं क्या सच मे भाभी जी ने इसे रखा था
सोनल मुस्कुराई और हा मे सर हिलाया
अमन उसके बुर के फाको को अपनी उंगलियों से स्पर्श करता हुआ - आह्ह जान तुम्हारी फैमिली तो कमाल की है
सोनल अमन के उंगलियों मे रगड़गाती बुर के दाने और फाके से कपकपाती हुई अपने कुल्हे उठाने लगी
और अमन ने एक बार फिर उसकी चुत पर होठ लगा कर उसे चुसने लगा
उसके हाथ अब सोनल के चुचो तक आ चुके थे जिन्हे गारता मरोडता हुआ वो उसकी चुत के रस की आखिरी बूंद तक निचोड़ मे लगा हुआ था
सोनल आंखे बंद कर सिस्कती हुई अपनी कमर झटक रही थी -ऊहह बेबी एस्स एस्स उम्म्ंम अह्ह्ह फ्क्क्क और चुसो मेरे राज्जाह्ह उह्ह्ह्ह फ्क्क्क मीई उह्ह्ह उह्ह्ह खा जाओ अपनी बाबू की बुर उह्ह्ह हा बाबू
अमन सोनल की कसमसाहट और मुह से निकले उत्तेजक शब्दो और भी जोश मे आ गया
उसने तेजी से अपनी थूथ उसके बुर के दाने पर घिसने लगा जिससे सोनल जोर से चिल्लाने लगी और अपनी गाड़ तेजी से उठाने लगी -ओह्ह्ह बेबी ऐसे ही हा हा उह्ह्ह फ्क्क फ्क्क उफ्फ्फ रुकना मत उह्ह्ह
अमन ने अगले ही पल मुह उठा लिया
सोनल परेशान होकर तेजी से अपनी बुर रगड़ती हुई - ओह्ह बेबी प्लीज करो न उह्ह्ह प्लीज
अमन मुस्कुरा कर अपने होठ हाथ से पोछता हुआ घुटने के बल उसकी जांघो के बीच घिसटता हुआ आया
उसके हाथ मे उस्का मुसल तना हुआ था
उसने अपना सुपाडा सोनल के बुर के फाको पर टिकाया और हल्का सा जोर दिया वो सरक कर आगे बढ़ गया , जिस्से सोनल की सिसकी निकल गयी
अमन मुस्कुया और अपना लन्ड पकड कर उसके बुर के फाको दरने लगा , सोनल बुरी तरह मचलने लगी
- आह्ह बाबू डालो ना प्लीज
अमन मुस्कुरा कर -क्या ?
सोनल शर्माती हुई - लन्ड अपना प्लिज्ज ना उम्म्ं अह्ह्ह
अमन ने उसकी जांघ को फैलाते हुए एक टांग पकड कर अपनी जांघ पर टिकाया और लन्ड को बुर के फाको मे दबाते हुए कचकचा कर सुपाडा उसकी चुत मे पेल दिया
सोनल की आंखे बड़ी और सासे अटक गयी , उसने जोर से चुत को कसते हुए अपनी गाड़ को उचकाया और चिखने को होते हुए अपने मुह पर हाथ रख लिया- अह्ह्ह बाबू धीरे उह्ह्ह मोटा है हहह
अमन ने हौले से धक्के लगाते हुए लन्ड को उसकी रसदार बुर मे पेलने लगा - ओह्ह बेब ऊहह कितना जुसी है बुर तुम्हारा ऊहह कितना गर्म है उम्म्ंम्ं
सोनल - ऊहह येस्स्स बेबी फ्क्क फ्क्क मीईई उम्म्ंम ऐसे ही उह्ह्ह आराम से जानू उह्ह्ह फट जायेगी मेरी बुर उह्ह्ह सीई रोज रोज लेना है इसकी
अमन हा मे सर हिलाता हुआ उसकी जांघ को कसकर पकडता हुआ - आह्ह हा जानू रोज रोज लूंगा आह्ह कित्ना मजा आ रहा है ऊहह बहुत रसभरी बुर है ऊहह देखो ने कैसे जा रहा है
सोनल गरदन उठा कर अमन का आधे से ज्यादा लन्ड उस्की बुर मे चीरता हुआ घुसता देख रही थी और उसकी बेताबी बढने लगी - ओह्ह बेबी मेरा सोना ऊहह फक्क मी हार्ड बेबी ऊहह एस्स एआ माय लव उम्म्ं
अमन ने भी अपनी कमर की ताकत दिखाते हुए उसकी जांघो को कसते हुए लन्ड को और गहराई मे उतारने लगा जिससे सोनल की बुर और खुलने लगी
अमन के तेज करारे हचको से सोनल की मोटी गुदाज गोल चुचिया खुब हिल रही थी और सोनल मजे मे अपनी चुत का छल्ला उस्के लन्ड पर कस्ती हुई उस्का लन्द भींच रही थी - उह्ह्ह मेरी जान फक्क मीईई ऊहह कितना बड़ा लन्ड है ओह्ह फक्क मीई आह्ह अह्ह्ह ऊहह रुको मत ना
अमन धक्के लगाते हुए अपना मोबाइल उठा कर मुस्कुरा दिया - निशा का कॉल है बेबी
अमन ने वीडियो काल पिक किया और मुस्कुरा कर सोनल की बुर मे झटके लगाते हुए - क्या हाल चाल माय सेक्सी साली उम्म्ं कहा चली गयी
निशा - सोचा आप लोगो को प्राइवेट टाईम देदू स्पेन्ड करने के लिए हिहिहिह वैसे आप अकेले दीदी कहा है
अमन बैक कैमरा का ऑप्शन सेलेक्ट करता हुआ मोबाईल पर सोनल को दिखाता हुआ - लो देखो यहा तुम्हारी दीदी
सोनल हस्ती शर्मती हुई अपने हाथ उपर कर कैमरे के आगे कर अपना चेहरा धकते हुए - क्या !!! नहीई प्लिज्ज्ज अह्ह्ह म्मीईइह्ह हहह फ्क्क्क्क
अमन निशा को दिखाते हुए उसके सामने सोनल की बुर मे लन्ड हचक हचक कर पेलने लगा
मोबाईल पर अमन केमोटे लन्ड को सोनल की बुर मे घुसता देख उसकी बुर फिर से कुलबुलाने लगी और वो तेजी से लोवर सरका कर पैंटी मे हाथ घुसा कर अपनी बुर रगड़ने लगी
मोबाईल स्क्रीन पर अपनी साली की हरकत देख कर अमन और जोश मे आ गया और वो कस कस के ताबड़तोड़ तेज झटके सोनल की चुत मे लगाने लगा
सोनल - ऊहह बेबी येस्स्स उह्ह्ह फक्क फ्क्क ऐसे ही ऐसे ही ओह्ह्ह मम्मीईई उह्ह्ह सीई उह्ह्ह अह्ह्ह अहज चोदो चोदो अह्ह चोदो ऊहह फ्क्क फ्क्क आ रहा है आ रहा है
अगले ही पल सोनल की बुर तेजी से बहने लगी उसकी गाढी रबड़ी जैसी मलाई अमन के लन्ड मे लिभड़ कर बाहर आने लगी
अमन ने वैसे ही बिना रुके हुए फचर फचर सोनल की बुर पेलना जारी रखा
सोनल की जोरदार चिख और अमन के मोटे बड़े लन्ड को उसकी झड़ती बुर मे अन्दर बाहर होता देख , निशा ने तेजी से अपनी बुर मे उग्लियां पेलते हुए - आह्ह जीजू पेल दो ना ऊहह मुझे भी चोदो ना उह्ह फ्क्क्क मीईई ऊहह
अमन का ध्यान निशा पर गया जो तेजी से अपनी बुर मे उंगली पेल रही थी , उसकी झड़ती बुर मे उसकी उंगलियाँ सनी हुई थी मगर वो रुक नही रही थी
दोनो बहनों की तीव्र कामुकता और साथ झड़ता देख अमन ने भी अपना संतुलन खों दिया और सोनल की बुर से लन्ड निकाला
जिसे सोनल ने लपक के हाथ बढा कर पकड कर उसकी चमडी आगे पीछे की और गाढी मोटी मलाई भरी पिचकारी अमन के सुपाड़े के फूट पडी ।
जो सोनल के चुचो और उसके पेट पर फैल गयी , वही दुसरी ओर निशा के हाथ से मोबाइल सरक कर गिर गया था और उसके तेज सासो की उफनाहट मोबाइल आ रही थी
अमन भी थक कर निचुड कर चुर होता हुआ सोनल के बाहो मे लेट गया ।
खैर ये रात धीरे धीरे और गहराने लगी साथ सोनल की बुर भी
अगले एक राउंड और ताबड़तोड़ अमन ने सोनल की चुत मारी और फिर दोनो सो गये ।
निशा भी अपना बिस्तर लेके अपने कमरे मे सोने चली गयी ।
उधर अनुज के कमरे मे भी चार जवाँ जोड़ों का खेल एक राउंड और चला फिर वो भी सो गये ।
वही शालिनी भी पति और भतिजे से चुदकर थक कर चुर होकर उसी के साथ सो गयी
रात की बेला चढ कर उतरने को हो रही थी
सुबह तड़के 3 बजे कुनमुनाहट लेता हुआ कमलनाथ की नीद तेज पेसाब के प्रेशर के साथ खुली
आड़ो को खुजाता हुआ हाल मे खड़े होकर अपने अपनी स्थिति को परखा और फिर सामने थाली मे ढक कर रखा हुआ खाना देख कर खुद को कोसा कि ये उसने उचित नही किया ।
उस्का गला भी खुस्क हो रहा था हाल की दिवाल घड़ी मे नजर फिराइ तो स्वा तीन का समय हो चुका था
उबासी लेता हुआ अपनी दाढ़ी जबड़े के पास खुजाता हुआ बाथरूम खोलने लगा , और गलियारे की ओर बढ़ने लगा ,
नीद अभी भी उसकी आंखो मे हावि थी और बहुत साफ कुछ नजर भी नही आ रहा था ।
पैर घसीटता हुआ उबासी लेता वो राहुल का कमरा लाँघ गया इस बात को बिना जांचे कि कमरे का दरवाजा बन्द नही बल्कि सिर्फ भिड़का हुआ था ।
जीने से आगे जाते ही उसे बाथरूम की खिड़की दिखी
तेज धार की मूत और फिर कुछ पानी के छीटें
अपनी ज्ञानइन्द्रियों मे थोडा रगड़ मिज और तनाव लाकर उसने अपना सुस्त पड़ा दिमाग सचेत किया ।
दो घूंट ठंडे पानी का वाले से उतरते ही दिमाग एकदम अलर्ट मोड मे आ गया
आंखे बडी कर उसने एक जोर की अंगदायी ली ।
सुबह की बाग पजामे मे तना हुआ उस्का लन्ड भी से देने लगा
लन्ड को भींच कर उसको पजामे सेट करता हुआ , वो वापस हाल की ओर बढा
एक हल्की उबासी और उसकी नजर राहुल के कमरे के भिड़के हुए दरवाजे पर गयी
रंगीन साडी फरश पर चमक रही थी जिससे कमलनाथ की उस्तुकता बढी और उसने इधर उधर देख कर धीरे से कमरे के दरवाजे को बल दिया
ओईईई की आवाज करता हुआ दरवाजा खुला और सामने का नजारा देख कर कमलनाथ का दिल बाग बाग हो गया
सामने शालिनी सिर्फ पेतिकोट मे पेट के बल लेती हुई थी और बगल मे अनुज लोवर मे करवट लेके लेटा हुआ था ।
कमलनाथ के मुह मे पानी आने लगा और वो लपक कर कमरे मे दाखिल हुआ
बिल्लियो के जैसे बिना आहट किये दबे पाव वो शालिनी के करीब गया
नंगी चिकनी पीठ और उठी हुई चर्बीदार कुल्हे उसपे से फैली हुई मोटी गाड़
मुह की लार गटकता हुआ कमलनाथ ने आगे बढ़ा और शालिनी का पेतिकोट जो उस्के जांघो तक चढा हुआ था , उसने उसे उठा कर उपर किया
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गोरी साफ गोल गोल चर्बीदार चुतदो के फाके देख कर कमलनाथ अपना मुसल मसलने लगा
वही शालिनी गहरी नीद मे सो रही थी ।
उसके नथुनो से उठ रही हल्के और गहरे सासो की आवाज से उसकी थकान और चीर निद्रा का अनुमान लगाया जा सकता था ।
इसी से कमलनाथ की हिम्म्त भी बढ रही थी , उसके हाथो ने शालिनी को गोरी चिकनी चुतड़ को सहलाते हुए उसके गाड़ के सकरी दरारो मे उगली करने लगे
और उसके बुर की सूखी फाको को फैलाते हुए उसकी गुलाबी सुराख निहारने लगा
तभी शालिनी के जिस्म मे थोड़ी हलचल हुई और कमलनाथ झट से कमरे से बाहर निकल गया
वो थोड़ा अपनी दिलेरी पर हसा और फिर पानी पीकर वही हाल मे ही सो गया ।
जारी रहेगी