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Incest तीनो की संमति से .....

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Funlover

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मेरे सभी पाठको को से एक नम्र निवेदन आवेदन अरजी request या फिर जो भी आप समजते है

आप मेरी द्वारा लिखी गई कहानी आप को मनोरंजन देती है मै नहीं

कृपया मुझे अपना मनोरंजन का साधन ना समजे उसी में सब की भलाई है ( मेरी भी और आपकी भी)

अपने आप को कंट्रोल में रखना आप का काम है मेरा नहीं

जैसे आप कहानी पढ़ के मनोरंजित होते है वैसे ही दूसरी महिलाए भी अपने आप को मनोरंजीत करने आती है अपनी नुमाईश या अपने शरीर द्वारा आप का मनोरंजन करने नहीं

महिलाओं को अभी उतना ही हक है जितना आपको है महिला को सन्मान दीजिये


अगर आप ऐसा नहीं कर सकते तो आप को निवेदन है की मेरा ये थ्रेड आपके लिए उचित नहीं है .............................

आप कहानी पे किसी भी पात्र पे कोई भी कोमेंट करे लेकिन लिखनेवाले पे नहीं ..........

आप की हर कोमेंट आवकार्य है बस थोडा सा कंट्रोल के साथ ....


आप सब की आभारी हु ......
 
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Funlover

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बहुत ही सेक्सी और उत्तेजक अपडेट 👌
धन्यवाद बने रहिये

ये पिछली कहानी जैसी स्वच्छ नहीं है पूरा incest से भरा पड़ा होगा
 

rhyme_boy

Well-Known Member
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धन्यवाद बने रहिये

ये पिछली कहानी जैसी स्वच्छ नहीं है पूरा incest से भरा पड़ा होगा
अरे मैडम जी आप बस अपडेट देती जाइए हम भी भरे पड़े हैं पिचकारी पर पिचकारी छोड़ी जाएगी हर अपडेट पर....😜😜

aj-applegate-flesh-hunter-12-006.gif
 
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Funlover

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अरे मैडम जी आप बस अपडेट देती जाइए हम भी भरे पड़े हैं पिचकारी पर पिचकारी छोड़ी जाएगी हर अपडेट पर....😜😜

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very good
 

Iron Man

Try and fail. But never give up trying
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Shandar update
 
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Premkumar65

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शुरू करते है


मेरे घर में हम 3 लोग रहते हैं | मैं दीपक, जिसे सब प्यार से दीपू कहते हैं |

मेरी मम्मी मंजू ओर बहन पूजा |

पहले मैं आपको अपने घर के बारे में बता दूँ | मेरे पापा का जब मैं 8 साल का था एक एक्सीडेंट में उनकी डेथ हो गई थी | मेरे पापा एक बहुत बड़े गवर्नमेंट एम्प्लोई थे सो इसलिए हमें पेंशन के रूप में एक बहुत ही बड़ी अमाउंट हर मंथ मिलती है | मेरे पापा के पास पहले ही काफ़ी प्रॉपर्टी थी सो हमें उस से काफ़ी रेंट आता है जिससे हमारा गुज़ारा बड़े अच्छे तरीके से होता है | हमें किसी चीज़ की कभी कोई कमी महसूस नही होती थी या है |

पापा की डेथ के बाद मम्मी ने ना दूसरी शादी की ना ही कभी किसी दूसरे मर्द के बारे में सोचा | उसने अपना सारा ज़ीवन हम दोनो भाई बहन की परवरिश के लिए ऐसे ही निकाल दिया | ऐसा नही था कि मेरी मम्मी खूबसूरत नही थी बल्कि वो बहुत ही खूबसूरत बदन की मालकिन थी | जिसे कोई एक बार देख ले तो बस उसे देखता ही रहे | और मुझे यकीन था कि मेरी मम्मी को देखने के बाद ऐसा ही कोई मर्द होगा जो अपना लंड सहलाए बिना रह पाता होगा |

मेरी मम्मी लंबी ऊँची कद 5.5 फ़ीट और मेरी मम्मी का शरीर ऐसा है कि कोई देखे तो तड़प उठे | एकदम गोरी चिट्टी 38 साइज़ की बड़ी बड़ी टाइट चुचियाँ (धइले), 30 कमर और 40 के गोल मटोल गांड | मम्मी का शरीर भरा हुआ है लेकिन एकदम सुडोल, कहीं से कोई फैट नही,



मेरी बहन पूजा भी एकदम मम्मी पर गई है | भरा हुआ शरीर 34 साइज़ के धइले, गोल मटोल चूतड़ और एकदम गोरी |पूजा इतनी मस्त ओर हॉट थी कि ना जाने स्कूल के कितने ही लड़के उसके पीछे पड़े रहते थे | घर के बाहर पूजा की मस्त जवानी की एक झलक पाने के लिए स्कूल के लड़के तो क्या मोहल्ले के अंकल भी इंतज़ार में खड़े रहते थे और जब वो पूजा की मस्त मोटी मोटी टाइट चुचियाँ और बाहर निकली हुई गांड को देख लेते तो तो उन सब से कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता |

वो सब जाकर पूजा के नाम की मुट्ठ मारते होगे |

कहना का मतलब यही है की मेरी मा और बहन दोनों परफेक्ट माल है|

मेरी बहन पूजा और मैं एक ही कॉलेज में पढ़ते थे, पूजा फाइनल यर में थी और मैं फर्स्ट यर में, हम दोनो साथ ही कॉलेज जाते, हम दोनो भाई बहन कम और दोस्त ज़्यादा थे | दोनो में बहुत हँसी मज़ाक होता था, मैं कॉलेज मैं बास्केटबॉल टीम में था और पूजा मेरा हर मैच देखने आती थी | पूजा कॉलेज जाते समय अपने शरीर को पूरा ढकती लेकिन घर में ज़्यादातर छोटी मैक्सी पहन कर रहती, मम्मी भी ज़्यादातर साड़ी और ब्लाउज़ में ही रहती थी, मम्मी और पूजा के बीच बहुत भी अच्छी ट्यूनिंग थी | सब कुछ अच्छा चल रहा था, मैं ज़्यादातर समय या तो बास्केटबॉल या जिम में बीताता | घर पर मम्मी और पूजा माँ बेटी कम और दोस्त ज़्यादा बनकर रहती, तब तक मेरे मन मे उनके लिए कुछ नही था | पूजा पढ़ने में ज़्यादा अच्छी नही थी, फिर एक दिन वो हुआ जिसने मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया |


अगर आपको यह कहानी या फिर भाषांतर पसंद आये तो कमेंट जरुर दीजिएगा ...........
Good start.
 
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Premkumar65

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एक बार कॉलेज में छुट्टी हुई तो मैं दीदी को देखने जब उसके क्लास रूम में गया तो रूम खाली था | मैं दरवाजे से वापिस मुड़ने लगा तो मुझे दरवाजे के पीछे से कुछ फुसफुसाहट सी होती सुनाई दी | मैं रुक गया और सुनने लगा | लड़की की दबी हुई आवाज़ “रोहित,,प्लीज़ छोड़ो मुझे अब, सब लोग जा चुके हैं..”

रोहित : बस एक किस और... बस एक... फिर चलते हैं |

लड़की : बस....बस .... अब छोड़ो भी मुझे |

रोहित : थोड़ा सा और प्लीज़...... बस एक बार ..... एक लिप् किस करने दो फिर चली जाना मेरी जान |

लड़की : ना... आआहा... अभी नही फिर कभी |

रोहित : अच्छा यह तो देखने दो पेंटी कौन से कलर की पहनी है आज |

लड़की : शटअप .... रोहित .... प्लीज़ मुझे जाने दो अभी |

रोहित : तू कुछ मत कर बस ऐसे ही खड़ी रहना ..... मैं बैठके खुद तेरी सलवार खोल के देख लेता हूँ |

लड़की : आह नो नो |

लग रहा था रोहित नीचे बैठ के लड़की की सलवार खोल के अंदर झाँकने की कोशिश कर रहा था |

रोहित : यार हाथ क्यों पकड़ रही हो मेरा ...... और अपनी टांगे क्यों बंद कर रही हो |

लड़की : प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ रोहित फिर कभी.... देख लेना |

रोहित : ओक ठीक है ..... एक किस तो ...... |

लड़की : ओके लास्ट वन |

फिर “पुच्च” की हल्की सी आवाज़ आई और किस के बाद लड़की शायद रोहित की गिरफत से निकलके जाने लगी तो लग रहा था जैसे रोहित ने पीछे से फिर से उसे दबोच लिया हो और उसके बूब्स मसलने लगा हो | अब जैसे लड़की उसकी बाहों में कसमसाती हुई हल्की सी फुसफुसाहट में बोली “रोहित बस भी करो प्लीज़ .... दीपू मेरी वेट कर रहा होगा .... प्लीज़ छोड़ो”

अपना नाम सुनके मेरे कान खड़े हो गए | यह पूजा दीदी की ही आवाज़ थी | मैं दरवाजे के थोड़ा और करीब हो गया | अब उनकी तेज साँसों और किसिंग की आवाज़ सुनाई दे रही थी जैसे एक दूसरे के जिस्म को मसल रहे हों | मेरी दीदी किसी के साथ मज़ा ले रही थी | पता नही क्यों मुझे यह सब सुनके बहुत मज़ा आ रहा था और अपनी दीदी के बारे में ऐसा करते सोचके तो मेरा लंड अपने आप खड़ा होना शुरू हो गया |

फिर कुछ सेकेंड्स के बाद दीदी की आवाज़ आई “आह .... रोहित ....”

रोहित : यार क्या कर रही हो अपनी लेग्स तो खोल |

दीदी : हाथ बाहर निकालो..... प्लीज़ बाहर निकालो हाथ मेरी पेंटी में से .... मुझे कुछ हो रहा है |

शायद रोहित ने दीदी को पीछे से पकड़े हुए अपना हाथ दीदी की पेंटी में डालके दीदी की चूत पे हाथ रख दिया था | अब दीदी शायद घर जाने और मेरे बारे में भूल चुकी थी और नशीली आवाज़ में उसके कराहने की आवाज़ आ रही थी जैसे “आह .... उम्म्म.... रोहित मेरी जान ..... मेरी जान निकल रही है”


शायद दोनों आउट ऑफ कंट्रोल होते जा रहे थे और उनके अंदर का गरम पानी उबाले मारने लगा था |

रोहित दीदी को गरम करने का अपना काम करता रहा और उसके बोलने की कोई आवाज़ नही आई |

फिर कुछ देर बाद जैसे मदहोशी की आवाज़ में दीदी बोली “मत करो ना ......... प्लज़्ज़्ज़ ...... मैं पागल हो रही हूँ”


बने रहिये
Sexy.
 
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