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मुझे यह आश्चर्य होता है की कई सारे पाठककहानी पढ़ते तो है परअपनी प्रतिक्रिया देने सेबचते रहते हैं जो कदापि उचित नहीं है यह कहानीएक दूसरे के मनोरंजन के लिए लिखी जा रही है यदि पाठक इसी प्रकार निष्क्रिय पड़े रहेंगे तो इस कहानी को लिखने का कोई मतलब नहीं है।
कहानी के बारे में अपने सुझाव औरराय जरूर...
Thanks for your appreciation sometime I also read my previous episodes and feel delighted to read it and कॉमेंट्स का रीडर लाइक यू।
आगे देखते हैंजब तक आप जैसे पाठकों का साथ मिलता रहेगा कहानी यूं ही आगे बढ़ती रहेगी
भाग 145
आई अब आपको वापस साउथ अफ्रीका लिए चलते हैं जहां सोनी को पुरस्कार मिलने वाला था..
ऐसा अद्भुत दृश्य मैंने सिर्फ फिल्मों में ही देखा था और कल यह मेरी आंखों के सामने घटित होने वाला था। सोनीभी एक अद्भुत आनंद में डूबने वाली थी वह उसके लिए आनंद होता या कष्ट यह समय की बात थी। पर मेरी वहां...
Padhate jaaieye
Dekhte hai...
Thanks
Jald
Kuchh chijen niyati ke hath chhod dijiye
Thanks
Aayge sabra rakhen
Thanks
Sent
Thanks
Dekhy Kya hota hai
Welcome Back afTer a long time
Jatoor
Kuch prakash daliye kis prakaar se
ध्यान रहे सुगना सोनू की बड़ी बहन है
Sahi Kaha
Bharat vividhtaon ka Desh Hai opinion अलग-अलग ho sakte hainPer kahani Jaisi Hai vaisi badhati rahegi aapki pasand ka Bhi khyal jarur Rakha jaega
Intezar rakhiye milega
Thanks
Keep on reading u will get...
भाग 144
अब तक अपने पढ़ा…
सुगना अपने कमरे से सोनू को देख रही थी जो अब एक पूर्ण मर्द बन चुका था। सोनू की मजबूत भुजाएं चौड़ा सीना और गठीली कमर किसी भी स्त्री को अपने मोहपाश में बांधने में सक्षम थी।
अचानक सोनू ने सुगना के कमरे की तरफ देखा खिड़की से ललचायी आंखों से ताकती सुगना की निगाहें सोनू से...
डियर सुगना अचानक फर्राटेदार हिंदी बोलने लगे यह शायद कठिन होगा पर धीरज रखिए जकहानीआगे जैसे कहानी आगे बढ़ेगी हिंदी का प्रयोग भी बबढ़ेगा
Jatoor
जुड़े रहिए
थैंक्स
Thanks
Tku
बहुत कुछ हो चुका है पढ़ने की रफ्तार लिखने से कम हो रही है।
स्वागत है ..
सुगना और सोनू का मिलन निश्चित ही कईपाठकों को पसंद आता है पर कहानी को अपनी गति से बढ़ना भी जरूरी है।
सुगना को यह सदमा एक न एक दिन तो अवश्य लगना है कि वह सरयू सिंह की पुत्री है पर क्या वह यह आघात सह पाएगी..ये देखने लायक होगा।
पर अभी तो उसे आनंद में डूबे रहने दीजिए आखिर कई दिनों की...