दिल्ली की प्लानिंग...मनिका अपने रूम में जाती है ,शीशे के सामने बैठ जाती है वह अपने बदन को निहारने लगती है, उसे अपने पापा के साथ बिता हुए पल याद आने लगते हैं, कैसे कुछ देर पहले वह एक दूसरे को प्यार कर रहे थे, वह अपने पापा के कमरे में उनके बिस्तर पर लेटी हुई थी, और उसके पापा उसको प्यार कर रहे थे...