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#4अभी तक:रानी अपनी फटी साड़ी जो उसने पहन रखी थी उसको उतारी और वही जमीन पर रख दिया और अपने फटे ब्लाउस को खोलने लगी। अपनी दीदी को कपड़े उतारते हुए छोटी बड़े ध्यान से देख रही थी। रानी ने अभी फटे ब्लाउस के दी बटन ही खोले थे की तभी उसकी बड़ी चुचियाँ अपने आप बाहर उछल पड़ी मानो कैद से आजाद होगयी...
#3लाहाती गाँव छोटा और गरीब गाँव था। इस गाँव मे बने लगभग हर घर मिट्टी के थे। उन्ही घरों मे से एक घर काका रतन लाल और काकी कमलावती का था जिसमे सिर्फ एक छोटा कमरा (जिसमे रतन लाल और कमलावती रहते थे), एक रसोई और एक अटारी थी (जिसमे दोनो बहने रानी और छोटी रहती थी)।अभी सुबह के सायद 5 बजे होंगे की...
#2बिलासपुर से 40km दूर लाहाती गाव के एक छोटे से घर के एक कमरे मे पति पत्नी लड रहे है आईये देखते है..पत्नी: लन्ड तो खडा होता नही तुम्हारा और हमेसा दूसरी औरत और लड़कियो को चोदने के फिराक मे रहते हो। जब लन्ड ही नही खडा होगा तो चोदोगे कैसे??पति: कम बोला कर समझी। रांड नही तो। रंडी की औलाद...
आप लोगो को बिल्कुल साफ सुथरी कहानी मिलेगी और मै आप लोगो को विश्वास दिलाता हु की आप लोगों को बहुत मजा आयेगा कहानी को पढ़ने मे । इसी तरह अपन प्यार दिखाते रहे और बने रहे हमारे साथ ❤