कहानी के मुख्य किरदार
ज्योति :- एक बेहद खूबसूरत शादीशुदा hoisewife है।
उम्र ३६साल
रंग गोरा फिगर ३६३४३८
एकदम गदराया जिस्म किसका भी लंड खड़ा कर दे।
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गोरव:- ज्योति का हसबैंड उम्र ४०साल
लुक्स पर्सनेलिटी और बाकी चीजों में एवरेज है।
और भी किरदार है जो स्टोरी में आयेंगे उनके बारे में बता दूंगा।
दोनो किं शादी 10 साल पहले थी।
अरेंज मैरिज हुई थी।
ज्योति दिखने में बहुत सुंदर थी गौरव ने देखते ही हा कर दी शादी के लिए।
और कुछ ही दिनों में दोनो की शादी हो गई।
दोनो को एक दूसरे के बारे में कुछ जादा पता नही था।
(ये सारी बाते धीरे धीरे आगे खुलेगी)
कुछ ही महीनों में दोनो मे बहुत गहरा प्यार हो गया।
उनकी शादीशुदा लाइफ बहोत मजे से कट रही थी।
गौरव ज्योति के हर जरूरत का खयाल रखता था और ज्योति भी गौरव से bahot प्यार करती थी। दोनो की सेक्स लाइफ भी अच्छी थी। जब भी मौका मिलता दोनो एकदुस्रे में समाए रहते।
लेकिन शादी को 2 साल के बाद भी उन्हें कोई बच्चा नहीं हुआ तो दोनो ने चेकअप करवाया तो पता चला कि ज्योति कभी मां नही बन सकती ।
दोनो बहुत दुखी हुए ।
पर गौरव ने ज्योति को संभाला और तय किया की कोई बात नही हम दोनो एक दूसरे के लिए काफी है।
और उस वक्त से उनका रिश्ता और भी मजबूत हो गया।
दोनो की फैमिली भी दोनो को देख के खुश थी। दोनो का भरापुरा परिवार था।
पर दोनो दोनो सिटी में रहते थे और गौरव का परिवार गांव में
समय बीतता गया.... उनकी शादी को अब 10 साल हो गए थे।
गौरव ने इस मौके पर एक बहोत बड़ी पार्टि का आयोजन किया लेकिन ज्योति के पापा की तबियत kharb होने की वजह से दोनों को तुरंत उन्हें देखने जाना पड़ा।
ज्योति के पापा को 2 दिन हॉस्पिटल में रखना पड़ा।
धीरे धीरे उनकी तबियत ठीक हुई और उन्हे डिस्चार्ज कर दिया गया।
अगले दिन गौरव और ज्योति की एनिवर्सरी थी।
ज्योति के पापा की तबियत अब ठीक थी इसलिए उन्होंने कहा कि दोनो बाहर कही डिनर केलिए चले जाय। क्युकी इस माहौल में कोई पार्टी का आयोजन तो हो नहि पायेगा
तो दोस्तो यहा से सुरु होती है एक धमाकेदार चूदाई से भरपूर कहानी।
दोनो होटल पहुंचे.....
ज्योति ने लाल रंग की सारी पहनी थी बहुत गजब की लग रही थी वो....होटल में मौजूद लगभग सभी लोगो की नजर ज्योति पे आ के रुक रही थी
वेटर ने दोनो को उनका टेबल दिखाया...दोनो वहा जाने लगे ... साड़ी में कसी हुई गांड़ देख के वेटर का लन्ड तुरंत खड़ा हो गया ज्योति की मटकती गांड़ को देख के वो अपना लवड़ा सहलाने से खुद को रोक नहीं पाया....
जो भी देख रहा था उसका वही हाल था।
ज्योति की deep nek ब्लाउज से झांकती उसकी बड़ी गोरी चूचियां देख के सब दंग थे और अपना लंड सहलाने के लिए मजबूर थे।
दोनो इस बात से अनजान अपने टेबल पे बैठ गए और हस्ते बाते करते हुए थोड़ा वाइन और खाना एंजॉय करने लगे।
उनकी साइड में दो लड़के बैठे थे जो लगातार ज्योति को देखे जा रहे थे।
थोड़ी देर बाद ज्योति वाशरूम की तरफ जाने लगी।
गौरव ने सोचा कि क्यों न वो भी जाके आ जाय इसलिए वो भी पीछे पीछे जाने लगा उसके आगे ज्योति थी और पिचेसे वो दो लड़के आ रहें थे।
दोनो ज्योति की मटकती 38 की गांड़ देखे जा रहे थे।
ज्योति अंदर चली गई और गौरव भी साइड में मेल वाशरूम चला गया।
वो अपना काम निपटा के अपने हाथ धो रहा था।
तभी वो दोनो लड़के अंदर आए।
1लड़का :: भाई क्या माल औरत है यार...ऐसी गदराई औरत पहली बार देख रहा हु उफफ्फफ्फ
2लडका:: हा भाई क्या बोबे है क्या गांड़ है साली की...और लाल रंग की साड़ी में क्या लग रही है...
गौरव थोड़ा चौक गया ...सोचने लगा कही ये लोग ज्योति की बात तो नहीं कर रहे? वो दोनो की बाते सुनने लगा और आगे लगे मिरर में दोनो को देखने लगा....
1लड़का:: यार अभी तो वो सारी उठा के अपनी गोरी गांड़ नंगी कर रही होगी उफ्फफ्फ
2लड़का:: हा यार सोच के ही मेरा तो फुल टाइट हो गया...
1लड़का:: मेरा भी भाई....ये देख...
ऐसा बोल के उस लड़के ने अपना लन्ड बाहर निकाला...
गौरव दोनो की बाते सुन रहा था और मिरर में देख रहा था..
लड़के ने जब उसका लन्ड बाहर निकाला तो गौरव गौर से देखने लगा...
लड़के का लन्ड एकदम काला और मोटा लंबा था ...गौरव ने देखा उसका लन्ड वाकई टाइट हो चुका था..
लड़का:: भाई बस एक बार मिल जाय ऐसा चोदूंगा साली को की कभी उसके पति ने भी नही चोदा होगा...
गौरव ये सुन के थोड़ा गुस्सा हुआ लेकिन उसे पक्का यकीन नही था किंवो किसके बारे में बात रहे थे।
गौरव ने देखा उस लडके का लन्ड उसके लन्ड से बहोत बड़ा था।
2लडका:: भाई मैं तो उसकी गांड़ चोदूंगा यूफफ्फ्फ क्या मस्त लगेगा यार जब वो झुकी होगी
1लड़का:: भाई उसके होठ देखे तूने उफ्फ ये मेरा लन्ड क्या मस्त लगेगा उसके लाल होठों में...
गौरव सब सुन रहा था और बार बार गौरव की नजर उसके लन्ड पे जा रही थी।
और वो जो बोल रहे थे पता नही कैसे पर गौरव ज्योति को इमेजिन कर रहा था और महसूस किया की उसके लन्ड थोड़ा हरकत करने लगा था।
तभी और किसकी आने की आवाज आई और वो दोनो चुप हो गए गौरव दोनों को गौर से देखा और बाहर आ गया ज्योति पहले ही आके बैठी थी।
खाना खाया और बिल पे किया और वापस घर आ गए।
पूरे रास्ते में पता नही क्यों पर गौरव के दिमाग में उन लडको की बाते चल रही थी आखों के सामने उसका लन्ड घूम रहा था।
जब घर आए तो देखा गेस्ट रूम पूरा सजा हुआ था।
ज्योति के मम्मी ने करवाया था।
थोड़ी देर बाते करते हुए सब अपने अपने रूम में चले गए।
वो दोनो भी आ गए।
ज्योति ने कपड़े नही बदले थे।
जैसे ही रूम में आए गौरव ने ज्योति को अपनी बाहों में लिया"देख रही हो बिल्कुल अपनी सुहागरात जैसा लग रहा है"
ज्योति: - हम्मम्म हा...क्युकी आज भी हमारी सुहागरात ही है।
गौरव ज्योति को नंगा किया और खुद भी नंगा हो गया और दोनो ने मस्त चूदाई की।
दोनो नंगे एकदूसरे की बाहों में लेटे हुए बात करने लगे।
ज्योति धीरे धीरे गौरव के मुरझाए लन्ड को सहला रही थी।
गौरव:- पता है आज होटल में सब तुम्हे ही देख रहे थे।
ज्योति:- हम्मम्म हा पता है...लोगो को दूसरे की बीवी अच्छी लगती है।
गौरव ज्योति को वाशरूम वाली बात नही बताना चाह रहा था पर अनजाने में उसके मुंह से निकल गया "पता है वहा दो लड़के थे जब तुम वाशरूम जा रही थी तब तुम्हारे पीछे आए मैं भी था वहा पे...पता है वो क्या बोल रहे थे?"
ज्योति:- क्या बोल रहे थे?
गौरव:- बोल रहे थे क्या मस्त माल है...एक बार चोदने मिल जाय तो ऐसा चोदूंगा की उसके पति ने भी कभी नहीं चोदा होगा...
ऐसा बोलते हुए ज्योति के हाथो में मुरझाया लन्ड हरकत करने लगा....ज्योति को भी महसूस हुआ...गौरव कभी भी दूसरी बार नहीं चोद पाता था...उसका लन्ड ढंग से खड़ा नही हो पाता था पर ज्योति ने देखा की गौरव का लन्ड टाइट होने लगा है।
ज्योति:- लन्ड सहलाते हुए...hmm आजकल के लड़के बहोत बदमाश हो गए है...
गौरव:- हा न...उसने अपने दोस्त को अपना लन्ड दिखाया और बोला की देख यार कैसे खड़ा है...ये सोच के की वो भाभी अपनी साड़ी ऊपर करके अपनी गांड़ दिखा के सुसु कर रही होगी।काश एक बार उसकी गांड़ देखने मिल जाय और ऐसा बोल के लन्ड को हिला रहा था.....
गौरव ने थोड़ा झूठ बोला थोड़ा।
ज्योति ने देखा की गौरव का लन्ड फिर से खड़ा हो रहा था और उसकी भी प्यास अभी बुझी नही थी उसने सोचा ये सब बाते करके अगर गौरव का लन्ड फिर से खड़ा हो जायेगा तो एक बार और चूदवा लेगी।
ज्योति:- अच्छा लड़का तो बहोत ही गंदा था....और क्या बोल रहा था?
ज्योति गौरव पास गई और धीरे धीरे लन्ड सहलाने लगी।
गौरव ने देखा ज्योति को भी मजा आ रहा था।
गौरव:- बोला की मस्त गोरी गांड़ को पकड़ के चोदने में बहोत मजा आयेगा... और पता है उसका लन्ड वो पोर्न मूवी जैसे आदमियों का होता है न वैसा था काला लंबा मोटा ...बोला की मेरा ये काला लन्ड उसके लाल होठों में दूंगा तो कितना मजा आयेगा ....उसका दोस्त बोला मजा तो उसे भी आएगा जब वो तेरा लन्ड चूसेगी और चूत में लेगी ऐसा लन्ड हर किसके पास नही होता मेरा भी तेरे से छोटा है....
ज्योति:- ओह्ह्ह सच में उसका लन्ड इतना बड़ा था?
ज्योति इमेजिन करने लगी की सच में उसका लन्ड कैसा होगा
गौरव ने देखा उसका लन्ड भी तयार हो चुका था उसने ज्योति की चूत सहलाई देखा बहोत गीली होने लगी थी...
गौरव:- उम्मम हा मेरी जान... लगता है उसके लन्ड का सोच के तुम गीली होने लगी हो....पता है वो और क्या बोला...गौरव ने एक उंगली chut मे घुसा दी...
ज्योति:- आआह्ह्हह्ह क्या बोला?
गौरव:- वो बोला की पूरी रात भी चोदूंगा न तो भी मन नही भरेगा....उसकी रसीली चूत में अपना लन्ड घुसा के खूब पेलूंगा....और अपना रस उसकी चूत में गिराऊंगा उसका दोस्त बोला सिर्फ चूत में?
तो वो बोला नहीं यार उसकी गांड़ में उसके मुंह में भी
ज्योति:- उफफ्फ आह्ह्ह्ह ऐसा बोला वो कमिना?
गौरव:- हा मेरी जान...क्या हुआ कहा खो गई?
ज्योति:- कही नही....और ऐसा बोल के गौरव के ऊपर आ गई और उसे किस करने लगी....गौरव भी जोश में आ गया और उसने अपना लन्ड ज्योति की चूत में घुसा दिया....
ज्योति और गौरव दोनो आज अलग ही एनर्जी फील कर रहे थे।
बहोत सालो बाद दोनो ने सेक्स एंजॉय किया उस रात।
ज्योति उस लड़के का लन्ड सोच के चूद रही थी और गौरव ये सोच के की उस लडके का लन्ड ज्योति की चूत में जायेगा तो कैसा होगा क्या होगा.... अगले दिन गौरव कुछ बिजनेस मीटिंग की वजह से अकेला ही लौट आया। ज्योति कुछ दिन रहकर वापस आनेवाली थी।
पूरे दिन का काम निपटा के गौरव सोने के लिए अपने रूम में गया ज्योति से बात की और सो गया।
लेकिन आधी रात में उसकी नींद खुल गई। उसने अपनी अंडरवेयर में कुछ गीला महसूस किया....उसने हाथ डाल के देखा तो पाया कि उसका वीर्य स्खलन हो रखा था....वो सोच में पड़ गया की ऐसा कैसे हुआ??
फिर उसे याद आया की वो एक सपना देख रहा था....वो याद करने की कोशिश करने लगा....
धीरे धीरे उसे याद आने लगा...
उसने सपने में देखा की वो ऑफिस से घर आया है... ज्योति उसे कही दिखाई नही दे रही थी। वो उसे ढूंढते हुए बेडरूम में गया उसे अंदर से ज्योति की आवाज आ रही थी...""आह्ह्ह्ह यूफफ्फ्फ ऐसेही उम्मम्म येस्सस्स और चोदो उफफ्फ क्या मस्त लन्ड है डालो ने और अंदर येस्सस्सस ""
ये आवाज सुन के गौरव को बहुत शॉक लगा और गुस्सा भी आया।
उसने धिरेसे दरवाजा खोला देख के शॉक हो गया...वो होटल वाला लड़का ज्योति को बेड पे झुका के उसकी चूत में लन्ड पेल रहा था ज्योति की गदराई गोरी गांड़ पकड़ के खप खप चोदे जा रहा था और बोल रहा था ""अअह्ह्ह्ह भाभी क्या टाइट chut है आपकी उम्मम्मम्म बहोत मजा दे रही है मेरे लन्ड को येस्सस्स्स""
गौरव ये सब देख के समझ नही पा रहा था की क्या करे...तभी उसकी नजर ज्योति पे गई ज्योति आखें बंद करके मजे ले रही थी उस लड़के का मोटा लम्बा लन्ड उसे सुकून पहोंचा रहा था।
तभी ज्योति बोली ""अह्ह्ह्ह येस्सस टाइट तो लगेगी ही मेरे पति से दुगना है तुम्हारा लन्ड येस्सस्स उम्मम्म अअह्ह्ह्ह उफ्फ चोदो ना और उफफ्फ बहोत मजा आ रहा है""
लड़का:- आह्ह्ह्ह हा मेरी जान चोद रहा हु उफफ्फ पति चोदता नहीं क्या जो मेरे लन्ड से चुदवा रही हो?
ज्योति:- चोदता है पर मजा नहीं देता आह्ह्ह्ह जो मजा तुम्हारा लन्ड दे रहा है उम्मम्मम्म
गौरव ये सब सुन के गुस्सा होने लगा साथ में दुखी भी ।
तभी उसने देखा की लडके ने पूरा लन्ड बाहर निकाला गौरव ने देखा उसका काला मोटा लन्ड ज्योति के चूत के रस से भीगा हुआ था चमक रहा था....और फिर उसने वापस एक ही झटके में ज्योति की चूत में वापस डाल दिया....ज्योति की आह्ह्ह्ह निकल गई...और ये देख के गौरव का हाथ अपने आप ही अपने लन्ड पे चला गया....उसने देखा की उसका लन्ड टाइट हो चुका था वो अनजाने में अपना लन्ड सहलाने लगा।
जैसे जैसे उस लड़के का लन्ड ज्योति की चूत में अंदर बाहर हो रहा था गौरव उस रफ्तार से अपना लन्ड मसल रहा था। उसे वो सब देख के बहोत मजा आ रहा था।
तभी वो लड़का बोला ""भाभी आह्ह्ह्ह मेरा निकलने वाला है""
ज्योति बोली ""आह्ह्ह्ह्ह हा निकाल दो अंदर मेरी चूत में""
और वो लड़का फच फच करके सारा पानी ज्योति की चूत में निकल दिया
और इधर गौरव भी अपने पैंट में ही झड़ गया।
और तभी उसकी नींद खुल गई।
गौरव सोच में पड़ गया की ऐसा सपना उसने कैसे देखा?
ये सब उसके साथ क्या हो रहा है?
वो अपनी पत्नी को किसी दूसरे मर्द से चुदवाते देख मुठ कैसे मार सकता है?
लेकिन फिर से उसका ध्यान अपने लन्ड पे गया तो पाया की वो ये सब याद करके फिर से खड़ा हो गया था।
वो अजीब सा अहसास उसे अच्छा भी लग रहा था और गिल्टी भी फील करवा रहा था।