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में रोज की तरह ही अपनी मम्मी और उनके सगे भतीजे जीतू को मेरी मम्मी के कमरे में नंगे बदन सेक्स करते हुए छुप कर देख रही थीं जीतू भाई मेरी मम्मी के ऊपर चढ़ा हुआ था और उसका लंबा मोटा लण्ड मेरी मम्मी की चूत में घुसा हुआ था और वो मेरी मम्मी को चोद रहा था में भी मस्ती में आ चुकी थी और मेंने किचन में जाकर फ्रीज में से ऐक बड़े साईज का खीरा लिया और अपने कमरे में आ गई थी मेंने अपनी सलवार और चड्डी उतार दी थीं और खीरे को अपनी चूत पर रगड़ने लगी थी और धीरे धीरे खीरा मेरी चूत में घुसा रही थी मुझे बहुत अच्छा लग रहा था ऐसा महसूस हों रहा था कि जेसे जीतू भाई मेरी कुंवारी चूत में लण्ड घुसा रहा हो और तभी आधा से ज्यादा खीरा मेरी चूत में घुसा हुआ था और तभी अचानक से मेरे कमरे का दरवाजा खुला और जीतू भाई और मेरी मम्मी मेरे सामने खड़े हुए थे दोनों ही नंगे बदन थे में कमरे का दरवाजा लॉक करना भूल गई थी... मेरी मम्मी मुस्कुरा रही थीं और बोली जीतू अब मेरी बेटी कूक्कू भी जवांन हो चुकी है तू आज इसकी अच्छी तरह से चुदाई कर और इतना बोल कर मेरी मम्मी कमरे में से बाहर चली गई थी और मेंने अपनी चूत में से खीरा बाहर निकाल लिया था और तभी जीतू भाई मेरे ऊपर चढ़ गया था और उसने मेरी चूत में लण्ड घुसाना शुरू कर दिया था जीतू भाई का लंबा मोटा लोड़ा मेरी चूत को चीरता हुआ अंदर समा गया था और वो पूरी रफ्तार से धक्का लगा रहा था सच कहूं तो मुझे बहुत अच्छा लग रहा था में खुद ही जीतू भाई से चुदने के लिए तड़प रही थी जीतू भाई ने मुझे पूरी रात हर तरह की पोजीशन में चोदा था और मुझे भी मेरी मम्मी की तरह घोड़ी बनाकर मेरे कूल्हे में लण्ड चलाया था जीतू भाई ने मुझे अपनी बीबी बना दिया था और में और मेरी मम्मी अब ऐक ही बिस्तर पर जीतू भाई से चुदवाती है
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