• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Fantasy क्या वो सपना हक़ीकत था ( Completed )

LUCKY4ROD

Member
415
959
93
Hi frnds. Ek nayi kahani leke aya hu pado or maje lo
 
  • Love
  • Like
Reactions: SKYESH and Shanu

LUCKY4ROD

Member
415
959
93
क्या वो सपना हक़ीकत था

थकान से चूर होकर जब वो अपने घर वापस आया और उसकी बीवी ने दरवाजा खोल कर उसको देखा और बोली “आज जल्दी आ गये ऑफीस से ?”

“हाँ.. ऑफीस मे ऑडिट चल रहे है और जिसको ऑडिट करना है वो बाहर गये हुए है ”उसने अपने रूम का फॅन ऑन करते हुए कहा..

“आज मा का फोन आया था.. निशा की शादी तय कर दी है.. और आप को आने के लिए कहा है..” उसकी बीवी ने पानी का ग्लास देते हुए कहा..

“अरे वाह..” … निशा उसकी बीवी की छोटी बेहन बेहद खूबसूरत और समझदार लड़की थी. शादी के बाद से ही वो अपने जीजाजी की लाडली बन गयी थी. यही वजह थी कि उसकी बीवी ने जब उसकी साली की शादी की बात की तो वो बोहोत खुश हो गया

“आप कपड़े बदल लीजिए मैं चाइ ले कर आती हूँ.”

चाइ पीने के बाद अपने कपड़े बदल कर वो अपना पेट पकड़ कर सीधा अपने बेड पर लेट गया. ये देख उसकी बीवी घबराते हुए उस से बोली “क्या हुआ ?”

“कुछ नही वही गॅस की प्राब्लम है” उसने अपनी बीवी को परेशान होते हुए देख कर कहा.. उसे 1-2 सालो से गॅस की प्राब्लम ने घेर लिया था पर पीछले 1-2 महीने से उसे अपने सीने मे जलन भी महसूस होने लगी थी.. दर्द किस हद तक बढ़ गया था इसका पता उसके चेहरे के भाव देख कर ही पता चल रहा था..

“कब से कह रही हूँ आपको किसी अच्छे डॉक्टर. को दिखा लीजिए पर आप मेरी कोई बात नही सुनते है.”

“अरे यार… दिखा लूँगा तुम्हे पता है अभी ऑफीस मे ऑडिट चल रहे है.. ऑडिट ख़तम होते ही सबसे पहले डॉक्टर. के पास जा कर दिखाता हूँ” उसने बेड पर अपनी आँखे बंद कर लेट’ते हुए कहा.. ऑफीस मे चल रहे ऑडिट की वजह और अभी हाल ही मे हुए अपने प्रमोशन की वजह से बढ़े वर्कलोड की वजह से उसे डॉक्टर के पास जाने की फ़ुर्सत ही नही मिल पा रही थी..
अपने पति को लेटा देख कर वो अपने किचन मे चली गयी.. क्यूकी उसका पति घर जल्दी आ गया था इस लिए खाना बन’ने मे अभी टाइम था..

पेट मे होता हुआ दर्द अब बंद हो चुका था. पर चारो तरफ एक अजीब सा शोर उसे सुनाई देने लगा लोगो के जोरो से रोने की आवाज़े जिसे सुन कर वो बुरी तरह से घबरा उठा उसने इधर उधर नज़र घुमा कर देखा तो सामने की तरफ खुद का ही शरीर पाया जिसके पास उसके रिश्तेदार नातेदार और उसकी बीवी बैठे रो रहे थे..

उसकी बीवी ज़ोर ज़ोर से रो रही थी… ये सब नज़ारा देख कर उसकी हालत खराब हो गयी..

“चलो भाई चलो तुम्हारा टाइम पूरा हो गया..”

“कॉन हो तुम और यहाँ मेरे घर मे क्या कर रहे हो ??”उसने एक दम हड़बड़ाते हुए उन दोनो को अपने सामने देख कर कहा..

“हाहाहा…हहा…”दोनो ने ज़ोर दार हँसी हँसना शुरू कर दिया..”तुम्हारा समय अब समाप्त हो गया है. अब तुम्हे हमारे साथ चलना है?”

वो समझ चुका था कि वो दोनो कॉन है और किसलिए आए है… पर उसका मोह उसको अपने घर परिवार से जुदा होने की ताक़त नही दे रहा था..

“मूर्ख इस मोह माया से बाहर निकल… तू अभी तक नही समझ पा रहा है कि तू सिर्फ़ एक आत्मा है...”

उसकी बीवी सफेद सारी पहने हुए बुरी तरह रोए जा रही थी साथ मे उसके बच्चे भी बुरी तरह से बिलख रहे थे. ये सब देख कर वो और भी बुरी तरह से घबरा रहा था और बार बार अपनी पत्नी आपने बच्चो को पुकार कर चुप करने की कोशिश मे लगा हुआ था पर उसकी आवाज़ उसके चिल्लाने का जैसे उसकी पत्नी और वहाँ मौजूद बाकी लोगो पर कोई असर ही नही हो रहा था वो उसी तरह बदहवास हालत मे रोए जा रही थी और आस पास वाले उसको चुप करवाने की पूरी कोसिस कर रहे थे.

उसकी हर्कतो को देख कर वो दोनो काले आदमी खूब ज़ोर ज़ोर से हँसे जा रहे थे.

“मैने ऐसा क्या गुनाह किया था जो मुझे इतनी जल्दी मरना पड़ा मैं अभी और जीना चाहता हूँ मेरी उमर ही क्या है अभी और मेरे छोटे छोटे मासूम बच्चे मेरी पत्नी क्या होगा इनका.”

“हहा..हहा…क्यू मरा तू… तू जान ना चाहता है तो देख उधर अपने घर मे तुझे पता चल जायगा कि क्यू मरा तू..हाहाहा…हहा….”

उसकी पत्नी वही आँगन मे ही अपने पति की फोटो के पास ही सर झुकाए लेटी हुई थी कि तभी उसके कमरे का टेलिफोन बजने लगा..
“तुमसे मना किया था ना कि मुझे कॉल मत करना” उसकी बीवी ने फ़ोन पर कहा..

अपनी पत्नी के मुँह से ऐसी बात सुन कर वो बुरी तरह से चौंक गया.

“नही तुम यहाँ बिल्कुल नही आओगे..तुम समझते क्यू नही हो…यहाँ लोगो के आने जाने का सिलसिला लगा हुआ है..प्लीज़ समझा करो…अच्छा ठीक है पर अभी नही थोड़ी देर बाद अभी सब लोग जाग रहे है..हाँ 2 घंटे बाद…ओके..”कह कर उसकी बीवी ने फ़ोन कट कर दिया..

अपनी बीवी को इस तरह से बात करते हुए देख कर वो समझ नही पा रहा था कि ये सब क्या है. थोड़ी ही देर बाद उसके घर के दरवाजे पर बेल बजी. उसकी बीवी जिसका चेहरा अभी तक गम मे डूबा हुआ था. उसने जा कर दरवाजा खोला तो उसकी बीवी को कमर से थाम कर एक लड़का अंदर की तरफ चलाआया.

“क्या कर रहे हो.. दरवाजा तो बंद करने दो कम से कम..” उसकी बीवी ने उन हाथो को अपनी कमर से हटाने की कोसिस करते हुए कहा.. पर वो हाथ और भी मजबूती के साथ उसको अपनी तरफ खीचने लगे.. अरे बस भी करो तुमसे ज़रा भी इंतजार नही होता है.. अब इस से पहले की कोई तुम्हे यहाँ देख ले इधर से हटो और मुझे दरवाजा बंद करने दो..”

वो लड़का देखने मे काफ़ी स्मार्ट लग रहा था. हाइट भी लगभग 6’ के आस-पास होगी.. कुल मिला कर उस लड़के की ऐसी पर्सनॅलिटी जो उसकी बीवी हमेशा उसके अंदर तलाश करती पर उसे कभी वो पर्सनॅलिटी नही मिली.. उस लड़के के थोड़ा दूर होते ही उसकी बीवी जल्दी से दरवाजा बंद करने के लिए आगे बढ़ी. वो अभी दरवाजा बंद कर ही रही थी कि उस लड़के ने पीछे से फिर से उसकी बीवी को पकड़ कर उसकी पीठ उसके गले को चूमना शुरू कर दिया. उसकी बीवी उस लड़के के पीछे से अचानक यूँ पकड़े जाने से पूरी तरह से दरवाजे से चिपक गयी.. दरवाजे से चिपका होने के कारण उसके दोनो उरोज दरवाजे से दब गये..

उस लड़के ने उसकी बीवी को पूरी तरह से दरवाजे पर चिपका रखा था और दोनो हाथ उपर की तरफ दरवाजे से पकड़ कर चिपका दिए. और पीछे से उसके गालो को, गर्देन को पागलो की तरह चूमे जा रहा था. उस लड़के के हाथ अब धीरे धीरे करके जैसे ही उसके उरोज की तरफ बढ़े उसकी बीवी ने किसी तरह से ताक़त लगा कर खुद को उसकी पकड़ से आज़ाद किया और दरवाजे की कुण्डी लगा कर अंदर रूम की तरफ भागी.. वो लड़का भी उस के पीछे हो लिया..

“कहाँ तक भगोगी अब तो भागने का रास्ता भी ख़तम हो गया” उस लड़के ने उसकी बीवी के पीछे भागते हुए कमरे के अंदर आते हुए कहा… उसकी बीवी भी अब कमरे मे आ कर मुस्कुराते हुए खड़ी हो गयी थी. वो लड़का धीरे धीरे आगे की तरफ बढ़ रहा था और उसकी बीवी मुस्कुराते हुए उस लड़के को चिढ़ाने वाली अदा के साथ अपने होंठो को दाँत के नीचे दबा कर पीछे की तरफ होती जा रही थी. उस लड़के ने फुर्ती के साथ आगे की तरफ बढ़ कर उसकी पत्नी को अपनी बाँहो मे जकड़ना चाहा लेकिन उसकी बीवी भी उसी फुर्ती के साथ थोड़ा पीछे हो गयी पर अब तक उस लड़के ने उसकी बीवी का पल्लू अपने हाथ मे थाम लिया था और जिसे अब वो धीरे धीरे अपनी तरफ खींच रहा
ल्ली्ल््ल््ल्््ल््
 

LUCKY4ROD

Member
415
959
93
“आज के दिन तो कम से कम तसल्ली रखते” उसकी बीवी ने मुस्कुराते हुए कहा.

“कैसे रखता तसल्ली मेरी जान..” कहते हुए उस लड़के ने उसकी सारी को ज़ोर का झटका दिया. उसकी बीवी ने अपने दोनो हाथों से कसकर सारी को थाम रखा था जिसका नतीजा ये हुए कि वो एक झटके में उस लड़के की बाहों में आ गयी.

“आज के दिन को तो खाली रहने देते.. वैसे इसके अलावा भी कुछ और सूझता है तुम्हे” उसकी बीवी ने उस लड़के की आँखो मे आँखे डाल मुस्कुराते हुए कहा. उसकी बीवी उस लड़के के हाथो को रोकने की कोसिस करते हुए बोली जो उसकी पीठ से होते हुए उसकी बीवी के नितंबो पर आ गये थे..

“कैसे सूझे कुछ तुम हो ही इतनी खूबसूरत और आज इस विधवा की सारी मे तो तुम कयामत ढा रही हो.. वैसे भी अब तो कोई परेशानी भी नही है अब तो हम दोनो के बीच का काँटा भी निकल गया है” कहते हुए उसने उसकी बीवी की सारी जो पेटिकोट मे अटकी हुई थी को एक झटके से पकड़ कर अलग करके वही ज़मीन पर फेंक दिया..
 

LUCKY4ROD

Member
415
959
93
तुमको मेरे पति काँटा लगते थे ? रोज़ ही तो हम एक दूसरे के साथ होते है मेरे पति के आने से पहले तुम ही तो मेरे साथ होते हो.. उनके होने ना होने का कभी असर हुआ हमारे प्यार पर और आज के दिन तो उनको काँटा मत बोलो अभी उनकी आत्मा यही आस-पास भटक रही होगी तुम्हारी बात सुन कर उनको बुरा लग गया तो..” उसकी बीवी ने कहा और ज़ोर का ठहाका लगा कर दोनो हंस दिए..

“वैसे उस चूतिया को पता भी नही चला कि उसकी चाइ और खाने मे उसको स्लो पोइजन दिया जा रहा है.. वो चूतिया समझता रहा कि उसको गॅस की प्रॉब्लम हो रही है… हाहाहा..” उस लड़के ने उसकी बीवी के चेहरे को अपने हाथो मे थामते हुए कहा..

“क्या करती फिर.. तुमने ही तो ला कर दिया देने को.. और तुमको मैं कितना चाहती हूँ तुमको इस बात का एहसास भी नही है.. आज मेरा पुराना पति मरा है और मैं अपने नये पति के साथ इस हालत मैं हूँ..” कह कर वो भी मुस्कुरा दी और देखते ही देखते दोनो लोगो के होंठ एक दूसरे से चिपक गये.. और उसी तरह उसकी बीवी भी उस लड़के का साथ बखूबी दे रही थी.
अपनी बीवी का ऐसा रूप देख कर उसकी आँखे फटी की फटी रह गयी वो बुरी तरह से पगला गया था गुस्से के कारण उसकी आँखे पूरी तरह से लाल हो चुकी थी और अपनी बीवी की बेवफ़ाई पर आँखो से आँसू भी आ रहे थे.. पर वो चाहते हुए भी कुछ नही कर सकता था सिवाए उस वक़्त जो कुछ भी हो रहा था वो सब देखने के..

“हाहाहा… अब आया समझ मे कि तेरी मौत क्यू और कैसे हुई.. हाहाहा.. अब तेरे पास सिर्फ़ 13 दिन का समय है यानी ये लोग जब तक तेरी तेरहवी ना कर दे तू इस नरक्लोक मे भटकेगा जब तेरा मोह ख़तम हो जाएगा. फिर हम तुझे अपने साथ ले कर चलेगे अब तू आराम से अपनी बीवी की मा की आँख होते देख हम तब तक ज़रा दूसरी आत्माओ को ढूँढ कर लाते है..” वो दोनो उसी तरह ज़ोर ज़ोर से हंसते हुए गायब हो गये..

उन दोनो के होंठ अब भी एक दूसरे से चिपके हुए थे और उस लड़के के हाथ कभी उसके पेट पर तो कभी उसके दोनो नितंबो को सहला रहे थे. सफेद कलर वाली विधवा की सारी अलग हो कर ज़मीन पर गिरी हुई थी और उसकी बीवी इस समय सफेद कलर के ब्लाउस और क्रीम कलर का पेटिकोट मे थी.

उस लड़के का लिंग उसके पेंट मे पूरी तरह से तना हुआ था और एक साथ चिपके होने की वजह से सीधे उसकी योनि से थोड़ा उपर टकरा रहा था. उसके दोनो हाथ अब भी उसके नितंबो को सहला रहे थे. उसने अपने हाथो का दवाब उसके नितंबो पर बढ़ाया जिस से उसकी बीवी अपने पैरो से थोड़ा उपर अपने पंजो पर उसके और करीब हो गयी जिस वजह से उसका खड़ा हुआ लिंग अब एकदम उसकी योनि पर और भी सख्ती के साथ दस्तक देने लगा. उस लड़के के लिंग को अपनी योनि पर महसूस होते ही उसकी बीवी के मुँह से मादक सिसकारी निकल गयी.. उस लड़के ने अब अपने हाथो को नितंबो से होते हुए धीरे धीरे उपर की तरफ लाना शुरू कर दिया और उपर लाते ही अपने हाथो को उरोजो पर जमा दिया.
“आहह….” उस लड़के के हाथ उरोजो पर आते ही एक बार फिर उसकी बीवी के मुँह से दर्द भरी मादक सिसकारी निकली.. “आराम से..” उसकी बीवी ने उस लड़के के हाथ अपने उरोजो पर सख़्त होते ही कहा..


थोड़ी देर ब्लाउस के उपर से ही उरोजो को दबाने के बाद उस लड़के ने धीरे धीरे करके उसकी बीवी के ब्लाउस के एक-एक कर सारे हुक दिए. हुक खुलते ही ब्लाउस के अंदर सफेद कलर की ब्रा नज़र आने लगी और नज़र आने लगे उसके दोनो मदमस्त कर देने वाले गजब की गोलाई लिए उरोज जो ब्रा के अंदर से देखने पर पता चल रहे थे कि वो कभी भी ब्रा को फाड़ कर बाहर आने को बेकरार है.. उसकी बीवी की चलती हुई तेज सांसो की वजह से उसके उपर नीचे होते उरोज और भी मदमस्त कर रहे थे. उसे भी अपनी बीवी के उरोज उतने ही पसंद थे जितने कि इस समय उस लड़के को लग रहे है..


उस लड़के ने ब्लाउस के खुलते ही बिना देर किए ब्रा के उपर से ही उसके मोटे मोटे भरे हुए उरोजो को चूसना शुरू कर दिया.. उसकी बीवी अपने उरोजो पर चलती हुई उसकी जीभ से पूरी तरह से मदहोश हो चुकी थी और अपनी आँख बंद करके मज़े ले रही थी, तेज़ी के साथ चलती उसकी साँसे और मुँह से निकलती हुई उसकी मादक सिसकारिया महॉल को और भी रंगीन बना रही थी. वो उस लड़के के साथ इतना मदहोश हो चुकी थी कि उसे पता भी नही चला कि कब उस लड़के ने उसकी ब्रा का हुक खोल कर ब्रा को उसके शरीर से उतार कर अलग कर दिया. ब्रा के हटते ही उसके एक उरोज को उसने अपने मुँह मे ले लिया… उसका एक हाथ दूसरे उरोज पर था और दूसरा हाथ उसके नितंबो पर चल रहा था.. वो कभी पहले तो कभी दूसरे उरोज को मुँह मे ले कर बारी बारी चूस्ता रहा. उसकी बीवी ने भी अपना एक हाथ नीचे ले जा कर उस लड़के के सख़्त हो चुके लिंग को पेंट के उपर से ही सहलाना शुरू कर दिया.

उसकी बीवी भी उसी मस्ती के साथ उसके लिंग को सहला रही थी जिस मस्ती के साथ वो उसके उरोज और नितंब को सहला रहा था.. लिंग पर हाथ का दवाब सख़्त होते ही वो लड़का एक पल के लिए उस से अलग हुआ और अगले ही पल उसने एक झटके के साथ अपनी पेंट के बटन खोल कर उसको अपने शरीर से अलग कर दिया.. उसने अंदर कुछ नही पहना हुआ था जिस वजह से उसका 6” का तना हुआ लिंग झटके ख़ाता हुआ बाहर आ गया.. लिंग को बाहर देख कर उसकी बीवी ने उस लड़के की तरफ एक नज़र देखा और जैसे इस एक पल मे दोनो के बीच कोई बात हुई हो और दोनो मुस्कुरा दिए..

उसकी बीवी तुरंत अपने घुटनो पर आ गयी और लिंग को अपने हाथ मे ले कर सहलाने लगी.

“सूखा सूखा ही घिसोगी या गीला भी करोगी..” उस लड़के ने अपनी आँख बंद किए हुए ही मज़े मे कहा..

उस लड़के के इतना कहते ही उसकी बीवी ने उस लड़के के पूरे लिंग को अपने मुँह के अंदर ले लिया और लॉलिपोप के जैसे सक करने लगी.. ये देख उसे अपनी सेक्स लाइफ याद आने लगी वो जब भी अपनी बीवी से ब्लो जॉब के लिए बोलता तो वो सॉफ मना कर देती मुझे ये सब बिल्कुल भी पसंद नही है और आज जब वो मर गया तो उसे अपनी बीवी का ये रूप देखने को मिल रहा है.. उसकी बीवी बड़ी ही मस्ती मे डूब कर उसके लिंग को तो कभी उसके टटटे को अपने मुँह मे ले कर सक कर रही थी…
थोड़ी देर यूँ ही सक करने के बाद उस लड़के ने उसकी बीवी को घुमा कर खड़ा किया और उसके पेटिकोट को नीचे से पकड़ कर उसकी कमर पर कर दिया.. पेटिकोट के उपर होते ही उसकी 36साइज़ की गोरी चिकनी गान्ड सामने आ गयी जिस पर उस लड़के ने एक ज़ोर दार चाँता मारा और उसे थोड़ा झुका कर अपने खड़े हुए लिंग को उसकी गान्ड के छेद पर टिका दिया.. गान्ड पर लंड महसूस होते ही उसकी बीवी बुरी तरह से सिहर उठी..

“प्लीज़.. पीछे मत करना आगे करो” उसकी बीवी ने अपने हाथ को पीछे ले जा कर उसके लिंग को गान्ड के छेद से हटा कर अपनी गीली योनि पर लगाते हुए कहा..

उस लड़के ने अपने लिंग को उसकी योनि पर लगा कर हल्का सा एक झटका दिया जिस से उसका आधा लिंग उसकी योनि मे चला गया. योनि मे लिंग जाते ही उसकी बीवी के मुँह से मादक सिसकारी निकल गयी.. उसने फिर से एक झटका योनि पर लगाया और इस बार पूरा लिंग उसकी योनि के अंदर समा गया.. उसने अपने लिंग को योनि से निकाला और फिर एक झटके मे अंदर कर दिया.. ये सिलसिला अब इसी तरह से काफ़ी देर तक चलता रहा पूरा कमरा उन दोनो की मादक सिसकारियो से गूँज उठा..

उस लड़के ने उसकी बीवी की योनि से लिंग निकाला और उसको वापस घुमा कर उसके घुटनो पर बैठा दिया और अपना लिंग एक बार फिर उसके मुँह मे दे दिया.. थोड़ी देर लिंग सक करने के बाद ने उस लड़के के लिंग ने झटके खाते हुए पानी छोड़ना शुरू क्र दिया.. जो उसके लिंग से निकल कर उसकी बीवी के चेहरे पर गिर रहा था.. उस लड़के के लिंग से निकले हुए पानी का गीला पन वो अपने हाथो पर सॉफ महसूस कर रहा था..

गीले पन को महसूस करते ही उसकी आँख खुल गयी और उसने देखा कि उसका पूरा अंडरवेर स्वपनदोष के चलते गीला हो चुका है.. वो अपने बिस्तर से उठा और जल्दी से जा कर बाथरूम जा कर फ्रेश हो गया.. बाथरूम से आ कर उसने अपनी बीवी को देखा जो किचन मे खड़े हो कर रात का खाना तैयार कर रही थी… अपनी बीवी को यूँ किचन मे देख कर और सपने मे देखी अपनी बीवी की हर्कतो की तुलना किए बिना वो नही रह सका.. और उसे अपने उपर शर्म आने लगी.. उसकी बीवी जो उसे इतना प्यार करती है वो उसके बारे मे इस तरह से सोच रहा था ये बात सोच कर ही उसे अपने आप से नफ़रत होने लगी..

उस दिन के सपने के बाद वो अपनी बीवी के प्रति और भी नरम दिल हो गया. और उसे और भी ज़्यादा प्यार करने लगा. कुछ ही दिनो बाद उसकी साली की शादी थी जिसमे वो अपनी बीवी के साथ शामिल हुआ..

घर मे पूरा माहूल खुशनुमा था हर तरफ खुशिया छाई हुई थी.. सब लोग शादी के बारे मे बात कर रहे थे कि दूल्हा ऐसा है वैसा है दूल्हा बोहोत स्मार्ट है बोहोत खूबसूरत है.. उसने अब तक दूल्हे को नही देखा था सगाई वाले दिन भी वो अपने ऑफीस मे चल रहे ऑडिट की वजह से शामिल नही हो सका था जिसकी वजह से उसकी बीवी उस से नाराज़ भी हुई थी.. पर इस बार वो अपनी बीवी और साली को नाराज़ नही करना चाहता था इस लिए शादी मे शामिल भी हुआ और सारे मेहमान और रिश्तेदारो से भी मिलाा
खाने पीने के बाद जब मंडप मे दूल्हा दुल्हन शामिल हुए वो वही अपनी बीवी के साथ ही खड़ा हुआ था.. ये पहला मौका था जब वो उस लड़के को इतना पास से देख रहा था. उस लड़के के सर पर सहरा था जिस वजह से उसका चेहरा नही दिख रहा था पर ना जाने क्यू उस लड़के को देख कर उसे ऐसा लग रहा था कि उसने उस लड़के को पहले भी कही देखा था.. वो जहाँ अपनी बीवी के साथ खड़ा हुआ था वही कुछ और भी औरत खड़ी हुई थी जो आपस मे बात कर रही थी.. “सुना है दूल्हा इंजीनियर है और अच्छा ख़ासा कमाता है..” एक औरत ने कहा.. “हां सुनने मे आया है दूल्हा लड़की की बड़ी बहन की ससुराल के पास का ही है और मैने तो यहाँ तक सुना है कि लड़की की बड़ी बेहन ने ये लड़का अपनी छोटी बेहन के लिए पसंद किया है..

इधर जैसे ही उसकी साली ने दूल्हे के गले मे जय माल डाली तो उस लड़के का चेहरा सामने आया वो चेहरा जिसे वो काफ़ी देर से पहचान ना चाह रहा था और जब पहचाना तो उसकी आँखे फटी की फटी रह गयी.. वो चेहरा उसी लड़के का था जिसे उसने आज से ठीक 13 दिन पहले अपने सपने मे देखा था.. उस लड़के को देख उसकी आँखो के आगे वही सपना एक बार फिर से घूम गया.. और वो सब याद करके उसके पेट मे फिर वही दर्द उठा और इस बार दर्द इतना तेज उठा कि वो वहीं ज़मीन पर गिर पड़ा कभी ना उठने के लिए….

समाप्त
 
  • Like
Reactions: SKYESH
Top