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अपडेट:१
नमस्कार दोस्तों: मैं आपका स्वागत करता हूं आपनी इस अनोखी कहानी पर (घर कि गहरी गहरी चूते )
आप लोग अब जादा इतजार नहीं करता हु सीधे कहानी की ओर चलाता हु
आबू : नियाज़ उम्र ४० हाइट ६ फिट २इंच सुडौल शरीर
नियाज़ का बड़ा और मोटा लन्ड ९९इंच ३इंच किसी कि भी चू त
गहरी कर सकती हैं नियाज़ का बड़ा रेटोरेंट का हैं बड़ा घर घर सब सुख सुविधा उपलब्ध हैं
अम्मी : सलमा हाय ऐसी मस्त गोरी अंगारी लंबी चौड़ी छाती ओर गांड़ चले देख कर लन्ड पैंट फाड़ के बाहर अजाए सलमा की उम्र ३६ साल चूची ३८कमर ४२ की देख कर लगता हैं की इनकी उम्र २८ ३० ही होगी।
बेटी : ज़ीनत अपनी अम्मी की तरह ही हुबहू दिखती हैं दोनों साथ होतो लोग बहने ही समझे गै सना अभी इंटरमीडिएट पास किया है अभी तीन महीने पहले ही नई कॉलेज में दाखिला ले लिया ज़ीनत की उम्र २१साल की गदराई शरीर से भरी हुई साइज़ बूब्स ३६ कमर ४० की बिल्कुल अपनी अम्मी पर गई हैं
बेटा: जिब्रान घर का छोटा वो अभी स्कूल में ११ क्लॉस का स्टूडेंट है वह शरीर से थोड़ा दुबला पतला है उम्र १८साल हाइट ५.८इंच लंबे कद का है ज़िब्रान को सेक्स कहानियां पढ़ना बहुत अच्छा लगता हैं जिसे सेक्स की लालसा बढ़ती जा रही थी।
कहानी की मुख्य भूमिका ज़ीनत की है।
ये सिलसिला शुरू हुआ
ज़िब्रान : अपने कमरे सो रहा था तब शुरू हुई
सलमा ज़िब्रान के रूम उसे जागने जाति है ज़िब्रान बेटा जिब्रान उठो स्कूल जाना है चलो जल्दी से उठो सुबह के ८बज चुके हैं
इतने में सलमा ज़िब्रान की चादर को खींचती हैं और ज़िब्रान अपने शॉर्ट पेंट में लन्ड पड़े सो रहा था सलमा की नज़र ज़िब्रान की शॉर्ट पेंट पर पड़ी उसके मुंह आह निकल पड़ी
सोचने लगी बेटा जिब्रान अब बड़ा होने लगा हैं सलमा को होश आया ये क्या सोच रही हूं और फिर बेटा उठो जागो स्कूल केलिए लेट होजाए गी
जिब्रान: हा अम्मी उठ रहा हु
सलमा: जल्दी में नाश्ता लगा रही हूं जल्दी आजाना
सलमा: वहा से जाति है
बेटी ज़ीनत की रूम की तरफ़ उसे देखा बेटी ज़ीनत त्यार हो कर रूम से बाहर आ रही हैं
बेटी त्यार हो गई क्या।
ज़ीनत : हा अम्मी
सलमा: बेटी नाश्ता लगा रही हूं जा अपने अब्बू को बुला ले कह देना केवल कसरत से काम नहीं चलेगा कुछ चार भी चाहिए होता है शरीर को।
ज़ीनत : अब्बू को देख कर रुक जाती हैं अब्बू दंड पेल रहे हैं
नियाज़ : क्या हुआ बेटी
ज़ीनत : अम्मी नाश्ता के लिए बुला रही हैं आप जल्दी से आ जाए अम्मी कह रही थी केवल कसरत से काम नहीं चलेगा समय से खाना पीना चाहिए
नियाज़ : चल मैं आता हूं
ज़ीनत: वहा से डाइनिंग रूम में अति है
सलमा : तेरे अब्बू आ रहे हैं की नही
ज़ीनत : आ रहे हैं
सलमा : ठीक तू बैठ जा जिब्रान क्यों नहीं आया नहाया की नही
अम्मी की आवाज़ सुनकर जिब्रान बाथरूम से बाहर निकलता है ओर
ज़िब्रान : आ रहा हु अम्मी
इधर अब्बू भी आग्ये
सलमा सबका नाश्ता लगती हैं
ज़ीनत : वाह अम्मी क्या नाश्ता बनाया है।
नियाज़ : हा सलमा अच्छा नाश्ता बनाया है
सलमा : चिलाते हुऐ बेटा आए गा की नहीं
जिब्रान : क्या अम्मी क्यू चिल्ला रही हो आ तो गया
सलमा: समय देखा हैं क्या हुआ है
फिर सब नाश्ता खत्म करके निकल जाते हैं
ज़ीनत का कॉलेज और जिब्रान का स्कूल एक ही साथ है दोनों अपनी अपनी क्लास में जाते है।
ज़ीनत को देख पूरा कॉलेज ज़ीनत को ऊपर से नीचे तक देखा रहता।
ज़ीनत की सहेली ज़रा क्या बात है ज़ीनत तेरे ऊपर तो पूरे स्कूल की नज़र हैं कि कब ना तुम्हे पकड़ कर चोद दे ।
ये सुन कर ज़ीनत की गाल लाल होजाती हैं
ज़ीनत और जिब्रान घर वापस आते समय ज़ीनत अप्पी आप चलो मुझे एक किताब लेनी हैं तुम चलो मैं आता हूं
ज़ीनत : ठीक है जल्दी आजाना
जिब्रान : हा अप्पी
ज़ीनत घर की बेल बजती हैं
सलमा : दरवाज़े पर आती हैं ज़ीनत आगाई बेटी वो कहा रह गया जाना लेट होता है और समय पर घर आना नही होता
ज़ीनत : अरे अम्मी उसे किताबे लेनी थी वही लेने गया है
आ जाए गा
सलमा: चल मैं खाना लगाती हूं तू कपड़े बदल ले
ज़ीनत : ठीक है अम्मी मैं चेंज कर के आती हु
ज़ीनत अपनी रूम आती हैं और बाथरूम चली जाती है
बाथरूम मे बाहर आ कर कपड़े बदल कर बाहर आती हैं
सलमा : आ बैठ जा
ज़ीनत : खाना खा कर उठती हैं दरवाजे पर दस्तक
सलमा : ज़ीनत देख तो तेरा भाई आगया हो गए ज़ीनत ने दरवाजा
खोला आ गया ज़िब्रान जा कपड़े बदल कर आ
जिब्रान ठीक है अम्मी
जाता हैं रूम में रूम का दरवाजा बंद करता है ओर बैग से किताबे निकलता है
आज फिर से दो सेक्स कहानियां की किताब लाया था
एक बेटा मां का दीवाना बेटी बाप की दीवानी ओर
दूसरा मां बेटे का अनोखा रिश्ता क़िताब पर गंदी फ़ोटो थी बेटा अपनी मां की चूची दबा रहा है ओर लुंड
चूत पेल रहा है
किताब को अपने तकिए की नीचे रख कर कपड़े बदल तेला है और बाहर आजाता खाना खाने लगता है ओर अपनी अम्मी को ताड़ने लगता है अम्मी किचन में बर्तन साफ कर रही थी अम्मी की चूची ओर गांड़ को देख रहा था की तभी
सलमा : ज़िब्रान खाना खा रहा है की खाने को देख रहा है
ज़िब्रान : जल्दी से खाना खत्म करता है खाने की थाली किचन में रखता है ओर अम्मी के पीछे थोड़ा सटे हुए थाली रखता है ओर अपनी रूम आता है
ओर कहानिया वाली किताब निकलता है ओर पढ़ने लगता है जिसमें मां बेटे की अनोखे रिश्ते के बारे में था की एक बेटा अपनी मां की गांड़ और चूत चोदता है
कहानी पढ़ते पढ़ते पूरा गर्म हो जाता हैं
ओर आंखे बन्द कर लन्ड बाहर निकाल कर हिलाने लगता हैं पूरे जोश में आ है बगल में पड़ी अम्मीअप्पी की फ़ोटो उठता है ओर अपना गाढा सफ़ेद माल अम्मी की फ़ोटो पर गिरा देता है फ़ोटो फ्रेम उठता है ओर बाथरूम चला जाता अपना लन्ड और फ्रेम साफ़ कर बाहर आता है दरवाज़ा खोलता है क़िताब तकिए में डालता फिर सो जाता हैं
रात के ९:३० हो चुका था
सलमा : खाना बना कर खाली हों चुकी थी ज़ीनत को आवाज़ लगाती है ज़ीनत अरे ओ ज़ीनत आ खाना बन गया है और अपने
भाई को भी बुला ले
ज़ीनत : ठीक है अम्मी उठी आपने कपड़े ठीक किए और रूम से बाहर निकलती हैं आपने छोटे भाई के रूम की तरफ़ जाति है रूम का दरवाज़ा खोलते हुए अंदर जाति है जिब्रान सो रहा है उठ जा भाई अम्मी बुला रही है खाना खाने को ज़ीनत की नज़र तकिए की किताब पर पड़ी उसने उसे निकाला देखा और उसकी आंखें बड़ी होने लगती हैं किताब पर लिखा था बेटा मां का दीवाना बेटी बाप की दीवानी नांघी पिक्चर थी बेटा मां की चूची दबा रहा है
ये देख ज़ीनत भाई हिलती है जिब्रान गहरी नींद में आपनी अम्मी को चोद रहा है ओर धीरे धीरे बड़बड़ा रहा है हा अम्मी हा अम्मी आज पूरा मज़ा दूंगा ये देख ज़ीनत सन हों जाति है ओर सोचने लगती हैं ये तो सपने में अम्मी को चोद रहा है ज़ीनत किताब वापस से रखती हैं और जोर से भाई को हिलती है जिससे ज़िब्रान की नींद टूट जाती हैं
जिब्रान : क्या हुआ अप्पी
ज़ीनत: चल अम्मी बुला रही है खाना बन गया है समय १० बज चुके थे ज़ीनत भाई के रूम से बाहर निकलती हैं और बाहर रुक जाती हैं खिड़की से रूम में देखती है जिब्रान उठता है ओर अपना शॉर्ट पेंट के ऊपर से मसलता हुआ बिस्तर से उतरता है उसका उबरहा हुआ पेंट फाड़ने की कोसी कर रह मेरे दिमाग़ में आज क्या चल रहा है में वहा से डाइनिंग रूम में अति हु
इधर
नियाज़ भी आ गया था अब्बू आप कब आए
नियाज़ : जब तू अपने प्यारे भाई को जगा रही थी तब ही आया
सलमा : एकदम बिगड़ गया है आपका वो लड़का पूरा दिन सोना और सिर्फ़ सोना
लो आ गया आप का शहजादा
ज़ीनत : मन मे सोचने लगी ये शहजादा आप की चूत में अपना लौड़ा घुसाने के चक्र में है
सलमा : सबका खाना लगा कर बैठ जाति है सब खाना खा कर उठते हैं
और आपने रूम जाते है
ज़ीनत के का दिमाग़ हिला हुआ था एक बेटा अपनी अम्मी के बारे में ये सोच रखता है रात नीद nhi आ रही थीं उठती हैं और रूम से बाहर निकलती हैं सोचती है भाई इस समय क्या कर रहा होगा।
पहले अम्मी अब्बू की रूम पड़ता है वहां से गुजरते हुए जैसे अम्मी की आवाज़ सुनकर रुक जाती हैं दरवाज़े की कि होल में देखती है अम्मी अब्बू के ऊपर चढ़ी हुई है और अब्बू अम्मी को चोद रहे हैं अम्मी धीरे धीरे आवाज़ में आह आह की आवाज़ कर रही थी ५० ६० कूदने के बाद अम्मी उतर कर अब्बू का लन्ड मुंह में भर लिया
ओर अपने मुंह में ठूस ठूस कर चूस रही थी मेरी जैसे सास रुक सी गई अब्बू का मोटा लन्ड देख मेरे गले से थूक अटक सी गई मेरी चूत गीली हो गई
अब्बू झटके खाते हुए अम्मी की मुंह सफ़ेद पानी से भर देते हैं अम्मी की मुंह से पानी बाहर निकलने लगा है अम्मी अपनी चूची पर सफ़ेद पानी को रगड़ रही है बाकी पानी गटक जाति है ये देख मेरी चूत में मानो आग सी लगा दी अम्मी बाथरूम जाति है मुंह चूत साफ़ कर सो जाति है अब्बू चादर में ही अपना लन्ड पोंछ कर सो जाते हैं मेरी बाहर हालत खराब हो जाता हैं फिर भाई की रूम में झक तो देखा जिब्रान वो सेक्स कहानियां पढ़ कर लन्ड हिला रहा है हिलते हिलते अचानक खड़ा होता है पास पड़ी फ़ोटो फ्रेम पर सफ़ेद पानी छोड़ता और उसके मुंह आह ओ अम्मी
इधर ज़ीनत का हाल और बुरा होने लगा ये सब क्या था मेरा भाई आपनी अम्मी को चोदने के लिए मारा जा रहा है ज़ीनत अपनी रूम में आकर अपनी चूत देखती है अम्मी अब्बू की चूदाई को देख कर पूरी तरह से बह रही थी सोचने लगी अपने अब्बू के लन्ड के बारे मे कितना लंबा मोटा है अम्मी की तो चूत फट गई होगी अपनी चूत सहलाते सहलाते आंख लगाई और सो गई
इधर ज़िब्रान भी सो गया
सुबह
सलमा: ७ बजे उठती हैं और नियाज़ को जगाती हैं फिर बाथरूम नहाने चली जाती हैं और नहा कर बाहर आती हैं
नियाज़ उसे देखाता है
नियाज़ : सलमा क्या लगती हो तुम्हारा बदन देख कर मेरा लन्ड खड़ा हो जाता हैं सलमा के पास आता है अपनी बाहों में भर लेता है
सलमा : जाइए फ्रेस होजाइए फिर कसरत कर के डाइनिंग रूम आ जाइए गा
में चूल बच्चो को जागा दू
जीनत बेटी उठ जा बेटी ८:३० हो गए हैं
ज़ीनत : हा अम्मी उठ गई हु
सलमा ये सही है बेटी और एक नालायक पता नहीं क्या करता रहता है रात भर जो इसकी नींद खुलती हैं ज़िब्रान के रूम जाते हुऐ जिब्रान उठ जा बेटा ज़िब्रान अपना लन्ड पकड़े सोया हुआ था सलमा मन में सोचा की रात भर नींद में क्या देखता रहा है जो अपना लौड़ा खड़ा किए सोता है
अपना रूम सही से नही रखता है उठ चल जोर से ज़िब्रान को हिलती है जिब्रान का नींद खुलता है और अपनी अम्मी को देख कर लन्ड मसलने लगता हैं उठ जा बेटा ७:४५ हो चुके हैं
जिब्रान अम्मी की गांड़ का नज़ारा देख रहा था अपना लन्ड मसल रहा था सलमा घूम जाति हैं और उसे अम्मी बड़ी चूची दिखती हैं झट से उठता है बाथरूम चला जाता हैं लन्ड फेरने लगता हैं जिब्रान त्यार हो आजाना नाश्ता बना रही हु और किचन में आ जाती हैं
ज़ीनत: के दिमाग़ ये सब क्या चल रहा
नमस्कार दोस्तों: मैं आपका स्वागत करता हूं आपनी इस अनोखी कहानी पर (घर कि गहरी गहरी चूते )
आप लोग अब जादा इतजार नहीं करता हु सीधे कहानी की ओर चलाता हु
आबू : नियाज़ उम्र ४० हाइट ६ फिट २इंच सुडौल शरीर
नियाज़ का बड़ा और मोटा लन्ड ९९इंच ३इंच किसी कि भी चू त
गहरी कर सकती हैं नियाज़ का बड़ा रेटोरेंट का हैं बड़ा घर घर सब सुख सुविधा उपलब्ध हैं
अम्मी : सलमा हाय ऐसी मस्त गोरी अंगारी लंबी चौड़ी छाती ओर गांड़ चले देख कर लन्ड पैंट फाड़ के बाहर अजाए सलमा की उम्र ३६ साल चूची ३८कमर ४२ की देख कर लगता हैं की इनकी उम्र २८ ३० ही होगी।
बेटी : ज़ीनत अपनी अम्मी की तरह ही हुबहू दिखती हैं दोनों साथ होतो लोग बहने ही समझे गै सना अभी इंटरमीडिएट पास किया है अभी तीन महीने पहले ही नई कॉलेज में दाखिला ले लिया ज़ीनत की उम्र २१साल की गदराई शरीर से भरी हुई साइज़ बूब्स ३६ कमर ४० की बिल्कुल अपनी अम्मी पर गई हैं
बेटा: जिब्रान घर का छोटा वो अभी स्कूल में ११ क्लॉस का स्टूडेंट है वह शरीर से थोड़ा दुबला पतला है उम्र १८साल हाइट ५.८इंच लंबे कद का है ज़िब्रान को सेक्स कहानियां पढ़ना बहुत अच्छा लगता हैं जिसे सेक्स की लालसा बढ़ती जा रही थी।
कहानी की मुख्य भूमिका ज़ीनत की है।
ये सिलसिला शुरू हुआ
ज़िब्रान : अपने कमरे सो रहा था तब शुरू हुई
सलमा ज़िब्रान के रूम उसे जागने जाति है ज़िब्रान बेटा जिब्रान उठो स्कूल जाना है चलो जल्दी से उठो सुबह के ८बज चुके हैं
इतने में सलमा ज़िब्रान की चादर को खींचती हैं और ज़िब्रान अपने शॉर्ट पेंट में लन्ड पड़े सो रहा था सलमा की नज़र ज़िब्रान की शॉर्ट पेंट पर पड़ी उसके मुंह आह निकल पड़ी
सोचने लगी बेटा जिब्रान अब बड़ा होने लगा हैं सलमा को होश आया ये क्या सोच रही हूं और फिर बेटा उठो जागो स्कूल केलिए लेट होजाए गी
जिब्रान: हा अम्मी उठ रहा हु
सलमा: जल्दी में नाश्ता लगा रही हूं जल्दी आजाना
सलमा: वहा से जाति है
बेटी ज़ीनत की रूम की तरफ़ उसे देखा बेटी ज़ीनत त्यार हो कर रूम से बाहर आ रही हैं
बेटी त्यार हो गई क्या।
ज़ीनत : हा अम्मी
सलमा: बेटी नाश्ता लगा रही हूं जा अपने अब्बू को बुला ले कह देना केवल कसरत से काम नहीं चलेगा कुछ चार भी चाहिए होता है शरीर को।
ज़ीनत : अब्बू को देख कर रुक जाती हैं अब्बू दंड पेल रहे हैं
नियाज़ : क्या हुआ बेटी
ज़ीनत : अम्मी नाश्ता के लिए बुला रही हैं आप जल्दी से आ जाए अम्मी कह रही थी केवल कसरत से काम नहीं चलेगा समय से खाना पीना चाहिए
नियाज़ : चल मैं आता हूं
ज़ीनत: वहा से डाइनिंग रूम में अति है
सलमा : तेरे अब्बू आ रहे हैं की नही
ज़ीनत : आ रहे हैं
सलमा : ठीक तू बैठ जा जिब्रान क्यों नहीं आया नहाया की नही
अम्मी की आवाज़ सुनकर जिब्रान बाथरूम से बाहर निकलता है ओर
ज़िब्रान : आ रहा हु अम्मी
इधर अब्बू भी आग्ये
सलमा सबका नाश्ता लगती हैं
ज़ीनत : वाह अम्मी क्या नाश्ता बनाया है।
नियाज़ : हा सलमा अच्छा नाश्ता बनाया है
सलमा : चिलाते हुऐ बेटा आए गा की नहीं
जिब्रान : क्या अम्मी क्यू चिल्ला रही हो आ तो गया
सलमा: समय देखा हैं क्या हुआ है
फिर सब नाश्ता खत्म करके निकल जाते हैं
ज़ीनत का कॉलेज और जिब्रान का स्कूल एक ही साथ है दोनों अपनी अपनी क्लास में जाते है।
ज़ीनत को देख पूरा कॉलेज ज़ीनत को ऊपर से नीचे तक देखा रहता।
ज़ीनत की सहेली ज़रा क्या बात है ज़ीनत तेरे ऊपर तो पूरे स्कूल की नज़र हैं कि कब ना तुम्हे पकड़ कर चोद दे ।
ये सुन कर ज़ीनत की गाल लाल होजाती हैं
ज़ीनत और जिब्रान घर वापस आते समय ज़ीनत अप्पी आप चलो मुझे एक किताब लेनी हैं तुम चलो मैं आता हूं
ज़ीनत : ठीक है जल्दी आजाना
जिब्रान : हा अप्पी
ज़ीनत घर की बेल बजती हैं
सलमा : दरवाज़े पर आती हैं ज़ीनत आगाई बेटी वो कहा रह गया जाना लेट होता है और समय पर घर आना नही होता
ज़ीनत : अरे अम्मी उसे किताबे लेनी थी वही लेने गया है
आ जाए गा
सलमा: चल मैं खाना लगाती हूं तू कपड़े बदल ले
ज़ीनत : ठीक है अम्मी मैं चेंज कर के आती हु
ज़ीनत अपनी रूम आती हैं और बाथरूम चली जाती है
बाथरूम मे बाहर आ कर कपड़े बदल कर बाहर आती हैं
सलमा : आ बैठ जा
ज़ीनत : खाना खा कर उठती हैं दरवाजे पर दस्तक
सलमा : ज़ीनत देख तो तेरा भाई आगया हो गए ज़ीनत ने दरवाजा
खोला आ गया ज़िब्रान जा कपड़े बदल कर आ
जिब्रान ठीक है अम्मी
जाता हैं रूम में रूम का दरवाजा बंद करता है ओर बैग से किताबे निकलता है
आज फिर से दो सेक्स कहानियां की किताब लाया था
एक बेटा मां का दीवाना बेटी बाप की दीवानी ओर
दूसरा मां बेटे का अनोखा रिश्ता क़िताब पर गंदी फ़ोटो थी बेटा अपनी मां की चूची दबा रहा है ओर लुंड
चूत पेल रहा है
किताब को अपने तकिए की नीचे रख कर कपड़े बदल तेला है और बाहर आजाता खाना खाने लगता है ओर अपनी अम्मी को ताड़ने लगता है अम्मी किचन में बर्तन साफ कर रही थी अम्मी की चूची ओर गांड़ को देख रहा था की तभी
सलमा : ज़िब्रान खाना खा रहा है की खाने को देख रहा है
ज़िब्रान : जल्दी से खाना खत्म करता है खाने की थाली किचन में रखता है ओर अम्मी के पीछे थोड़ा सटे हुए थाली रखता है ओर अपनी रूम आता है
ओर कहानिया वाली किताब निकलता है ओर पढ़ने लगता है जिसमें मां बेटे की अनोखे रिश्ते के बारे में था की एक बेटा अपनी मां की गांड़ और चूत चोदता है
कहानी पढ़ते पढ़ते पूरा गर्म हो जाता हैं
ओर आंखे बन्द कर लन्ड बाहर निकाल कर हिलाने लगता हैं पूरे जोश में आ है बगल में पड़ी अम्मीअप्पी की फ़ोटो उठता है ओर अपना गाढा सफ़ेद माल अम्मी की फ़ोटो पर गिरा देता है फ़ोटो फ्रेम उठता है ओर बाथरूम चला जाता अपना लन्ड और फ्रेम साफ़ कर बाहर आता है दरवाज़ा खोलता है क़िताब तकिए में डालता फिर सो जाता हैं
रात के ९:३० हो चुका था
सलमा : खाना बना कर खाली हों चुकी थी ज़ीनत को आवाज़ लगाती है ज़ीनत अरे ओ ज़ीनत आ खाना बन गया है और अपने
भाई को भी बुला ले
ज़ीनत : ठीक है अम्मी उठी आपने कपड़े ठीक किए और रूम से बाहर निकलती हैं आपने छोटे भाई के रूम की तरफ़ जाति है रूम का दरवाज़ा खोलते हुए अंदर जाति है जिब्रान सो रहा है उठ जा भाई अम्मी बुला रही है खाना खाने को ज़ीनत की नज़र तकिए की किताब पर पड़ी उसने उसे निकाला देखा और उसकी आंखें बड़ी होने लगती हैं किताब पर लिखा था बेटा मां का दीवाना बेटी बाप की दीवानी नांघी पिक्चर थी बेटा मां की चूची दबा रहा है
ये देख ज़ीनत भाई हिलती है जिब्रान गहरी नींद में आपनी अम्मी को चोद रहा है ओर धीरे धीरे बड़बड़ा रहा है हा अम्मी हा अम्मी आज पूरा मज़ा दूंगा ये देख ज़ीनत सन हों जाति है ओर सोचने लगती हैं ये तो सपने में अम्मी को चोद रहा है ज़ीनत किताब वापस से रखती हैं और जोर से भाई को हिलती है जिससे ज़िब्रान की नींद टूट जाती हैं
जिब्रान : क्या हुआ अप्पी
ज़ीनत: चल अम्मी बुला रही है खाना बन गया है समय १० बज चुके थे ज़ीनत भाई के रूम से बाहर निकलती हैं और बाहर रुक जाती हैं खिड़की से रूम में देखती है जिब्रान उठता है ओर अपना शॉर्ट पेंट के ऊपर से मसलता हुआ बिस्तर से उतरता है उसका उबरहा हुआ पेंट फाड़ने की कोसी कर रह मेरे दिमाग़ में आज क्या चल रहा है में वहा से डाइनिंग रूम में अति हु
इधर
नियाज़ भी आ गया था अब्बू आप कब आए
नियाज़ : जब तू अपने प्यारे भाई को जगा रही थी तब ही आया
सलमा : एकदम बिगड़ गया है आपका वो लड़का पूरा दिन सोना और सिर्फ़ सोना
लो आ गया आप का शहजादा
ज़ीनत : मन मे सोचने लगी ये शहजादा आप की चूत में अपना लौड़ा घुसाने के चक्र में है
सलमा : सबका खाना लगा कर बैठ जाति है सब खाना खा कर उठते हैं
और आपने रूम जाते है
ज़ीनत के का दिमाग़ हिला हुआ था एक बेटा अपनी अम्मी के बारे में ये सोच रखता है रात नीद nhi आ रही थीं उठती हैं और रूम से बाहर निकलती हैं सोचती है भाई इस समय क्या कर रहा होगा।
पहले अम्मी अब्बू की रूम पड़ता है वहां से गुजरते हुए जैसे अम्मी की आवाज़ सुनकर रुक जाती हैं दरवाज़े की कि होल में देखती है अम्मी अब्बू के ऊपर चढ़ी हुई है और अब्बू अम्मी को चोद रहे हैं अम्मी धीरे धीरे आवाज़ में आह आह की आवाज़ कर रही थी ५० ६० कूदने के बाद अम्मी उतर कर अब्बू का लन्ड मुंह में भर लिया
ओर अपने मुंह में ठूस ठूस कर चूस रही थी मेरी जैसे सास रुक सी गई अब्बू का मोटा लन्ड देख मेरे गले से थूक अटक सी गई मेरी चूत गीली हो गई
अब्बू झटके खाते हुए अम्मी की मुंह सफ़ेद पानी से भर देते हैं अम्मी की मुंह से पानी बाहर निकलने लगा है अम्मी अपनी चूची पर सफ़ेद पानी को रगड़ रही है बाकी पानी गटक जाति है ये देख मेरी चूत में मानो आग सी लगा दी अम्मी बाथरूम जाति है मुंह चूत साफ़ कर सो जाति है अब्बू चादर में ही अपना लन्ड पोंछ कर सो जाते हैं मेरी बाहर हालत खराब हो जाता हैं फिर भाई की रूम में झक तो देखा जिब्रान वो सेक्स कहानियां पढ़ कर लन्ड हिला रहा है हिलते हिलते अचानक खड़ा होता है पास पड़ी फ़ोटो फ्रेम पर सफ़ेद पानी छोड़ता और उसके मुंह आह ओ अम्मी
इधर ज़ीनत का हाल और बुरा होने लगा ये सब क्या था मेरा भाई आपनी अम्मी को चोदने के लिए मारा जा रहा है ज़ीनत अपनी रूम में आकर अपनी चूत देखती है अम्मी अब्बू की चूदाई को देख कर पूरी तरह से बह रही थी सोचने लगी अपने अब्बू के लन्ड के बारे मे कितना लंबा मोटा है अम्मी की तो चूत फट गई होगी अपनी चूत सहलाते सहलाते आंख लगाई और सो गई
इधर ज़िब्रान भी सो गया
सुबह
सलमा: ७ बजे उठती हैं और नियाज़ को जगाती हैं फिर बाथरूम नहाने चली जाती हैं और नहा कर बाहर आती हैं
नियाज़ उसे देखाता है
नियाज़ : सलमा क्या लगती हो तुम्हारा बदन देख कर मेरा लन्ड खड़ा हो जाता हैं सलमा के पास आता है अपनी बाहों में भर लेता है
सलमा : जाइए फ्रेस होजाइए फिर कसरत कर के डाइनिंग रूम आ जाइए गा
में चूल बच्चो को जागा दू
जीनत बेटी उठ जा बेटी ८:३० हो गए हैं
ज़ीनत : हा अम्मी उठ गई हु
सलमा ये सही है बेटी और एक नालायक पता नहीं क्या करता रहता है रात भर जो इसकी नींद खुलती हैं ज़िब्रान के रूम जाते हुऐ जिब्रान उठ जा बेटा ज़िब्रान अपना लन्ड पकड़े सोया हुआ था सलमा मन में सोचा की रात भर नींद में क्या देखता रहा है जो अपना लौड़ा खड़ा किए सोता है
अपना रूम सही से नही रखता है उठ चल जोर से ज़िब्रान को हिलती है जिब्रान का नींद खुलता है और अपनी अम्मी को देख कर लन्ड मसलने लगता हैं उठ जा बेटा ७:४५ हो चुके हैं
जिब्रान अम्मी की गांड़ का नज़ारा देख रहा था अपना लन्ड मसल रहा था सलमा घूम जाति हैं और उसे अम्मी बड़ी चूची दिखती हैं झट से उठता है बाथरूम चला जाता हैं लन्ड फेरने लगता हैं जिब्रान त्यार हो आजाना नाश्ता बना रही हु और किचन में आ जाती हैं
ज़ीनत: के दिमाग़ ये सब क्या चल रहा
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