इतना कहकर मैंने उसका हाथ पकड़ा। अपने बूब्स पर हाथ रख दिया। वो अब भी डर रहा था। मैंने पूरा चादर ओढ़कर हम दोनों ने अपना मुह बैठे बैठे ही ढक लिया। उसके होंठ पर अपना होंठ लगाकर चूसने लगी। उसे पता था कि मैं चुदासी हूँ। वो भी मेरा साथ दे रहा था। मेरे होंठो को काट काट कर पीने लगा। नाजुक नर्म होंठ को चुसाने का मजा आज मुझे मिल रहा था। मेरे हसबैंड तो आते ही लंड खड़ा करके चोदने लगते थे। मेरे को बहोत दिनों बाद किस और चुम्बन का मजा मिल रहा था। रात में सिर्फ उसने होंठो को पीकर दूध को दबाया। चुदने का सिग्नल मिल गया था। अब चुदने के लिए स्थान चाहिए था। Bhatije Ka Lund
मैंने भी उसके लंड को हिलाया डुलाया । उसने मेरी चूत में ऊँगली करके मुझे गर्म कर दिया। उसका डर ख़त्म हो चुका था। मेरे को घर पहुचते ही चुदना था। दूसरे दिन हम सुबह पहुच गए। घर पर पहुचते ही हम दोनों जल्दी से फ्रेश हो गए। नाश्ता करके हम दोनों ने थका होने का नाटक किया। आर्यन ने सोने का नाटक किया। मैंने भी उसका साथ दिया। मैं मम्मी से कहकर रूम में चली गयी। मैंने मम्मी को बताया हम लोग सोने जा रहे हैं कोई डिस्टर्ब न करे। वैसे घर में मम्मी के अलावा भैया का छोटा लड़का था। मैंने रूम को अंदर से लॉक लिया। आर्यन तो चोदने को तैयार था। सुबह के 10 बज रहे थे। मेरा काम दिन में ही लगने जा रहा था। मैंने उस दिन लाल रंग का सलवार और कुर्ता पहना था। Bhatije Ka Lund
उस कपडे में मै कुछ ज्यादा ही हॉट लग रही थी। मेरे को उसने अपनी बाहों में भर के बिस्तर पर पटक दिया। मेरे होंठो को फिर एक बार जोर जोर से चूसने लगा। मेरी सिसकारियां निकल रही थी। होंठ की जबरदस्त चुसाई से मेरे मुह से “अई…..अई….अई… अहह्ह्ह्हह…..सी सी सी सी….हा हा हा…”, की सिसकारी निकल रही थी। वो मेरे गले को चूम कर दूध की तरफ बढ़ रहा था। मेरा कुर्ता निकाल कर ब्रा को खोलने लगा। उसे भी निकाल कर मेरे दोनों दूध को हाथ में भरकर पीने लगा। कुछ देर तक बूब्स को दबाया उसके बाद मेरे भूरे निप्पल को काट काट कर पीने लगा। उसका दांत मेरे बूब्स के निप्पलों में गड़ रहा था। मेरी साँसे तेज हो रही थी। मैंने भी कुछ देर तक उसको अपना दूध पिलाया। मेरी मुह से “……अई…अई….अई……अई….इसस्स्स्स्…….उहह्ह्ह्ह…..ओह्ह्ह्हह्ह….” की आवाज निकल रही थी।