Update 1
तो चलिए कहानी शुरू करते है, ये कहानी एक ऐसे परिवार की है जिसको किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी ये हर किसी से मिल के रहते थे। ये कहानी शुरू होती है एक छोटे से शहर से यह किसी को किसी से कोई मतलब नहीं रहता सब अपने काम में व्यस्त रहते थे आस परोस में क्या चल रहा है किसी को कोई खबर नहीं रहती। आपने ऊपर पढ़ा इस परिवार में सिर्फ 6 व्यक्ति थे और इस घर की बनावट 2 मंजिल की थी , नीचे 3 रूम – सबसे पहला रूम मम्मी पापा का था और दूसरा रूम बहन का था जो कि मम्मी पापा के रूम से सटा हुआ था और एक रूम गेस्ट के लिए था ,किचेन और बड़ा सा हाल था जहां सोफा टीवी टेबल सभी कुछ लगा हुआ था और ऊपरी मंजिल की बात करे तो 2 थे एक रूम भैया भाभी की थी और उसके सामने वाले रूम मेरा था (आरव) और सभी रूम में अटैच बाथरूम था और गेस्ट के लिए एक कॉमन बाथरूम भी था हॉल में।
सुबह के 5 बजे सुमन(मम्मी) की नींद खुलती है वो सबसे पहले बाथरूम जाती है फ्रेश होती है और फिर नहा के ही बाहर आती है उसके बाद पूजा घर में जा कर पूजा करती है पूजा की घंटी की आवाज सुन कर शीतल(भाभी) की नींद खुल जाती जो कि अपने पति के बाहों ने बिना कपड़ों के सोई हुई थी, और जल्दी से कपड़े पहन कर अपने पति को चादर से ढक देती है क्योंकि वो भी रात में चुदाई करने के बाद दोनों वैसे ही सौ गए थे।और उसके बाद वो फ्रेश हो बाथरूम चली जाती है और बाथरूम से नहा के आने के बाद

नहाने के बाद भाभी
अपने पति को उठा के बाहर चली जाती है। उधर मम्मी दूसरी तरफ पूजा करने के बाद सभी के लिए नाश्ता बनाना शुरू कर देती है नाश्ता बनाते बनाते 7 बज चुके थे तभी भाभी भी किचेन में आती है और मम्मी की मदद करने लगती है।
मम्मी – शीतल तुम खाना बनाओ मैं सभी को उठा के आती हु।
शीतल – ठीक है मम्मी जी
मम्मी चाय की प्लेट ले कर सबसे पहले अपने पति को उठाने जाती है, चाय की प्लेट टेबल पे रखती है और अपने पति को आवाज लगती है लेकिन पापा नहीं उठते है , तभी मम्मी उनके पास जाती है और चादर हटा कर हाथ लगती पापा की नींद खुल जाती है और मम्मी के हाथ पकड़ कर अपने पास बिस्तर पे खींच कर लिटा देते है, मम्मी कुछ बोल पति उससे पहले से पापा अपने होठ मम्मी के होठ पर रख चुम्मी लेने लगते है मम्मी छूटने की कोशिश करता पर पापा की पाकर बहुत मजबूत थी और अब वो मम्मी की चुम्बन के साथ

मम्मी उठाने गई तो पापा ने दबोचा
एक हाथ से चूची को भी मसल रहे थे और दूसरी हाथ हाथ ऊपर से ही मम्मी की चुत पे रखा मम्मी पापा को झटका देते हुए उठ गई और बोली
मम्मी – रात भर किए हो मन नहीं भरा
पापा – जानू तुम्हे देखते ही मूड बन जाता है आओ न बस एक बार करते है।
मम्मी – नहीं ! उठो और फ्रेश होने जाओ ऑफिस के लिए लेट हो जाओगे और फिर मम्मी रूम से बाहर चली जाती है और पापा लन्ड मसलते हुए बाथरूम चले जाते है।
उसके बाद मम्मी अपनी प्यारी से गुड़िया बेटी को उठाने जाती । जैसे ही वो रूम का दरवाजा खोलती है वो देखती है उसकी बेटी चादर ओढ़ के सो रही है, वो उसके कंधे को हिलती है और आवाज लगती है
बेटी – सोने दो न मम्मी बस थोड़ी देर।
नहीं बिल्कुल नहीं कॉलेज जाने में लेट हो जाएगी ! अब मम्मी उसका चादर खींच के अलग कर देती है और देखती है वो सिर्फ ब्रा में थी पैंटी भी साइड पे पड़ा हुआ था और उसके पैर के एक खीरा भी था जिसे देख कर समझ जाती है रात में क्या हुआ होगा

दीदी का सोने कुछ इस तरह से
ये उसके लिए कोई बड़ी बात नहीं थी वो ऐसा पहले भी देख चुकी थी आखिर बेटी भी 24 साल की जवान घोड़ी जैसी थी, शादी के लिए बोलती तो मना कर देती बोलती अभी पढ़ना है। इसीले कुछ नहीं बोलती जैसे जिंदगी जी रही है जीने देती , और आखिर में उसको उठाने के बाद रूम से बाहर चली जाती है।
और आखिर में उसका बेटे की उठाने की बारी थी वो रूम का दरवाजा खोलती है और बेटे की सोने की हालत देखती है वो सिर्फ एक लो कट अंडरवियर में था और लन्ड एकदम खड़ा था । बिल्कुल ऐसा ही खड़ा था लन्ड

छोटे कच्चे में बड़ा लन्ड
ये कोई नई बात नहीं थी रोज देखती थी लेकिन अब उसके मन में एक बात आती बेटा जवानी में कदम रख चुका है, अकड़ा हुआ लन्ड देखती तो सोचती अपने बाप से भी बड़ा लन्ड रखा है । वो बेटे के पास जा कर बैठ जाती है और अपने बेटे का प्यार सा चेहरा देखती है और माथे पर एक चुम्बन देती और आवाज दे कर उठा देती है
बेटा – गुड मॉर्निंग मोम
मम्मी– गुड मॉर्निंग बेटा
और फिर उठ के बैठ जाता है और अपनी मां को गले लगा लेता है उसकी मां भी उसको बाहों मे काश लेती है और

मम्मी के चूचे
उसका चेहरा मा के चूचे के बिच में था जब उसको पता चलता है तो उसका लन्ड अकड़ने लगता है और वो पूरे 8 इंच का हो जाता है जो उसके लो कट अंडरवियर से बाहर आने को हो जाता है वो तुरंत अपने ऊपर चादर खींच की लन्ड ढक देता है जिसे देख उसकी मां समझ जाती है और अपने से अलग करती है और फ्रेश होने को बोल कर वापस जाने लगती है जैसे ही दरवाजे के पास जाती है

लन्ड मसलता हुआ बेटा
पलट के तिरछी नजर से देखती है और पाती है उसका बेटा लन्ड मसल रहा है और नजर मां की बड़ी सी गान्ड पे जमा हुआ था वो मुस्करा कर चली जाती है।

मां को जाते हुए देखना
7.30 बजे तक सभी खाने के लिए आ जाते है और 8 बजे तक सब अपने अपने काम पर चले जाते है। पापा बड़े भाई के साथ ऑफिस चले जाते है और दोनों भाई बहन बाइक से कॉलेज चले जाते है, घर में सिर्फ मां और भाभी बच जाती है।