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Hello guys
मेरा नाम हे "......."
जैसे ही मैने 19 साल में प्रवेश किया तब से में बहुत शक्तिशाली फिल करने लगा था, जब से मैने अपना होश संभाला तब से मुझे मेरी मम्मी पापा और दीदी , मतलब पूरे परिवार के प्रति बहुत प्यार आने लगा था।
क्यू की बाकी सब लोगों को देखते हुए मुझे लग रहा था कि मेरी परवरिश बहुत अच्छे से हुई हे।
न्यूज,टीवी सीरियल सब देखते हुए ओर सभी आजू बाजू का वातावरण देख कर लग रहा था कि में बहुत अच्छी जगह पला बढ़ा हु।
इसीलिए में उन को सब से पहले थैंक यू बोलना चाहूंगा वो हे....." मेरी मां ,मेरे पापा एंड मेरी दीदी,"
में मम्मी प्यार से में उनको "मीमी "बुलाता हु , दीदी को दीदु और पापा को पापा ही बुलाता हु।
पर मेरी मिमी ने प्यार से मेरा नाम चुचू रखा घर में
पर एक हरामी दोस्त ने उस नाम सुन कर अपने हिसाब से मेरा नाम चूचे रख दिया था। तो स्कूल में भी कोई लोग मुई ये नाम से चिढ़ाते थे।
तो फिर स्टार्ट करता हु उम्मीद हे आप सभी को पसंद आएगी।
सुबह सुबह जल्दी उठ कर नहाने गया था तभी मेरा फोन बज उठा पर में तो नहा रहा था तो नहीं उठा पाया,
में (मन में):अरे ये तो मि का कॉल था पर वो कोल क्यों की? आवाज लगाती।।।
कोई बात नहीं कोई खास बात होगी जो पापा को नहीं बतानी होगी इसीलिए कोल किया होगा यह सोच कर मैने जैसे ही कॉल लगाया व्हाट्सअप एप पर नोटिफिकेशन आया देखा तो मीमी का हे,
तो मैने देखा
मीमी: गुड मॉर्निंग चूचू।। बेस्ट ऑफ लक माय चूचू बेटा
बेटा आज जरा मेरी तबियत सही नहीं हे थोड़ा सा बुखार जैसा लग रहा हे तो सोरी बेटा में आज तेरा नाश्ता एंड टिफिन नहीं बना सकीं तो तेरे पापा जो कुछ देंगे वो खा लेना और सही से एक्जाम दे आना और अपना ख्याल रखना में दवाई ले कर सो रही हु।
में: अरे ये क्या मिमी अचानक आपको? कल रात तक तो ठीक थी आप टीवी देख रहे थे ?
मिमि: हा चूचू ।।। पता नहीं... में अच्छी खासी घूम भी रही थी उसके बाद से ही स्टार्ट हुआ था थोड़ा थोड़ा और फिर बढ़ गया और अब में चल भी नहीं पा रही इतना बुखार हे पर में ठीक हो जाऊंगी तुम एक्जाम दे कर आवो अच्छे से और नाश्ता करके जाना अच्छे से ।
में: मिमी में आपके पास आ रहा हु आपको देखने
मिमि : नहीं बेटा में अभी सोने वाली हु एग्जाम दे कर आना फिर मिलते हे।
में: दवाई ले लेना मिमि आप में दोपहर तक आ जाऊंगा
मिमि: बाई चूचू।
में नीचे किचन में नाश्ता खाने गया वहां पापा थे
में: अचानक क्या हुआ
पापा : पता नहीं कल मिमी को कुछ खाने में आ गया लग रहा हे तभी ऐसा हुआ हे,मेरे एक दोस्त ने बताया वैसा दावा दिया हु ठीक होनी चाहिए, और मैने आज छूटी भी ली हे तो में हु घर जरूर पड़े तो डॉक्टर के पास ले जाऊंगा पर तू अच्छे से एक्जाम दे कर आ जाना।
दीदू: बेस्ट ऑफ लक भाई।में भी मम्मी के पास रहूंगी आज कॉलेज नहीं जाऊंगी।
फिर में चला गया स्कूल।
३ बजे घर आया तो पहले सीधे मिमी के रूम की तरफ गया दरवाजा खुला ही था तो में अंदर चला गया
देखा तो मिमी नहीं दिखी
न पापा दिखे कि नहीं दीदी दिखी साले सभी मिमी को डॉक्टर के पास ले कर गए होंगे ऐसा सोच कर में बाहर जाने ही वाला था तभी बाथरूम से आवाज आई कुछ गाने गुनगुना ने की और साथ में पानी की तो में समझा चलो मिमी यहां हे फिर में बैठ पर लेट गया मिमी का वेट करने लगा। दिल में सुकून मिला कि मेरी मिमी ठीक हो चुकी हे
कुछ देर में मिमी ने बाथरूम का दरवाजा खोला और बेड के सामने आ गई
में: मन में(अरे .......... ओह माय गॉड,,.....
ये क्या था........... ..... वॉव .........वॉव .........वॉव
मिमी बिना कपड़ों के थी)
मिमी अपने खुले भीगे बालों संवारती हुई आई
लगता हे अभी अभी नहाकर आ रही?
बुखार के कारण मिमि की आँखें थोड़ी ही खुली थी और बेड पर रखे अपने ब्लाउस उठाई और पहनने लगी लगता हे मिमी ने मुझे देखा ही नहीं।
वॉव.... क्या मस्त लग रही थी मिमी,
पूरा गोरा गोरा बदन ,सीने पर ध्यान गया तो वॉव.... गोल गोल बड़े बड़े मिमी के स्तन ,पतली कमर, नीचे सुसु की जगह भी दिखाई दी वॉव.......नितंब भी एक दम परफेक्ट साइज के थे मिमी कोई एक्ट्रेस जैसी थी मेरी मिमी...
साला मेरे कई दोस्त लोग बोलते थे कि तेरी मिमी बहुत सुंदर हे तू ने अपनी मिमी का ये सब देखा की नहीं करके चिढ़ा रहे थे मुझे पर में वो सब से बहुत ऊपर वाला प्यार करता था मिमी से ऐसे संस्कार थे मेरे आज तक कुछ दिखा नहीं पर आज गलती से देख लिया तो मिमी के लिए सोरी फिल कर रहा था दिल मेरा बहुत जोर शोर से धड़क रहा था ऐसा लग रहा था मेरा २ दिल हे दूसरा मेरे पेंट में भी हे । जिसे नुनु कहते हे ऐसा मिमी ने बताया था ,
मिमी से मुझे डरना था फिर भी पता नहीं क्यों थोड़ी देर मेरी नजर मिमी को देखती रही
मिमी थोड़ा घूमी और आगे जा कर फैन चालू कर के फैन के नीचे खड़ी हो गई जैसे शायद नहाने से उनको ज्यादा गर्मी लगी हो।
ओओओ...... वाउ.... वाउ.... वाउ.... मिमी क्या चाल हे बहुत सुंदर तरीके से मटक रहे हे आपके कुलहे आपकी कमर और पीठ । क्या मस्त लग रही हो आप ऐसे बिना कपड़ों के तो। आई लव यू मिमी।।
में ऐसा बोलने वाला था पर डर लगा कि मिमी को पता चल गया कि मैने उनको बिना कपड़ों के देख लिया तो उनको शर्म बहुत आयेगी और शायद वो रो भी देगी तो में सोने की एक्टिंग करने लगा
पर मेरे दोनों दिल नहीं मान रहे थे कि में आंख बंद कर के बेड पर सोता रहु.
मैने फिर आँखें खोल के देख लिया तो मिमी ने अपने बाल खोले अपने पीछे की तरफ फैला दिया और वो ब्लाउस हाथ में रखी ऊपर फैन की और आंख बंद कर के देख रही थी शायद हवा खा रही होगी अपने बदन पर एंजॉय कर रही थी मिमी
थोड़ी देर ऐसी ही हवा खा कर मिमी मेरी तरफ बेड की तरफ मुड़ी और अपना ब्लाउस फेक दिया बेड पर
शुक्र हो मुझे नहीं देखा अभी तक,
फिर मिमी फिर फैन की हवा अपने बदन पर लेते हुए अपने बाल सवार ती रही। अरे वह मिमी तो हल्का हल्का सा गाना भी गुनगुना रही हे। वाह मिमी क्या लगा रही हो आप तो में मन में बोला और देखा कि मिमी के स्तनों हिल रहे थे जैसे जैसे मिमी अपने बाल को संवार रही थी थोड़ी थिरकन आ रही थी दोनों स्तन में,
मेरा नुनु पूरी तरह से खड़ा हो गया था चड्डी में तनाव आ रहा था तो मैने हल्का सही करके नुनु को थोड़ी जगह दी बाहर आने की,फिर मिमी थोड़ा आगे चलके ड्रेसिंग टेबल के पास गई और बाल एक हाथ में ले कर थोड़ी आगे झुक कर अपने बालों में कंघी करने लगी
वॉव.... क्या सीन था लंबे लंबे बाल मिमी के कूल्हे तक आ रहे थे लंबी लंबी टांगे को नंगी दिखने को मिली थी आज मिमी की,जांघ कितनी मस्त हे मिमी की....
मिमी थोड़ी देर में दूसरी साइड के बाल बनाने लगी थी अब तो क्या सीन दिखने को मिला,पहली साएड्स के बाल ऊपर से नीचे आकर मिमी के स्तन की अर्ध गोलाई से अर्ध गोल घूम के नीचे सीधा आ रहे थे वॉव क्या शेप थे मिमी का
फिर थोड़ी देर में मिमी जैसे ही बेड की और मुड़ी की मैने मेरी आंखे बंद कर दी, मैने कुछ सुना कि मिमी कपड़े पहन रही हे कुछ हुक के आवाज आए , चड्डी की इलास्टिक की आवाज,पेटीकोट का नाडा टाइट करने का आवाज, फिर सारी डालने की आवाज से में समाज गया था कि मिमी अब रेडी हो गई, में थोड़ा शांत भी हो गया था अब में, अचानक मिमी का चौक ने की थोड़ी आवाज आई उई....मां.... मेरा चूचू हे ये तो.... पर यहां???
फिर मिमी मेरे बाजू में आके लेट गई मेरे सर पर एक प्यारी सी गीली गीली पप्पी दे कर मेरे सीने पर सिर रख दी में और मेरा नुनु तभी पूरी तरह से शांत हो चुका था तो मैने जैसे अंगड़ाई ली और मिमी को गले के पीछे हाथ ले कर हग किया,
मिनी: मेरा बच्चा चूचू तू कब आया ?
में: हमम......(सोने का नाटक)
मिमी : धीरे से ठीक हे बेटा बाद में उठाती हु तुझे और रूम से बाहर निकल गई, फिर 30_40 मिनिट के बाद
मिमी ने उठाया और नाश्ता दिया और मैने बताया कि आप शायद बाथरूम में थे तब आया था और थकान नि वजह से जल्दी यही सो गया था क्यों कि आपसे मिला जरूरी था,आपकी तबियत कैसी हे अभी?
मिमी: ओ.... देखो तो मेरा बच्चा मेरी कितनी देखभाल करता हे मेरा... में बिल्कुल ठीक हु बेटा अब और मुझे गले लगा दिया अपने नरम नरम मुलायम स्तनों का स्पर्श का अनुभव मेरी छाती पर हुआ वॉव क्या सॉफ्ट हे मेरी मिमी के स्तन तो जी करता हे अभी उनको पकड़लू पर
फिर भी में कुछ भी नहीं किया क्यों मुझे पता हे ऐसा होने वाला है क्यों कि आज तक में मिमी के कमरे में इस तरह नहीं गया क्यों के दरवाजा खटखटाने का नियम हे पर आज में इसी लिए बिना कुछ किया सीधा अंदर आया क्योंकि मिमी की तबियत खराब थी शायद सो रही होगी तो मेरी आने की वजह से तो मिमी जाग जाती तो फिर में सीधा अंदर ही आ गया था...
में स्वर्ग में पहुंच गया था,मेरी मिमी अप्सरा को देखने का अवसर जो मिला था आज ।ऐसा सोच में आया कि जा कर मिमी को हग कर लू अभी। और किस करता रहु उनके पूरे शरीर को पर नहीं कर सका क्यों कि आज तक जिस स्त्री का मैने स्तन और नितंब तो क्या ब्लाउस में दिखने वाली स्त्रियों की क्लीवेज या स्तन का छोटा सा हिस्सा भी नई देख सका।
मिमी मेरे सामने बार वक्त लंबी स्लीव वाले ब्लाउस पहनती थी, कमर और पेट भी ढक के रखती थी,
जिसमें कुछ ऐसा नहीं दिखता जैसे किसी को मिमी सेक्सी लगे,पूरी ढकी हुई रहती मिमी और दीदी को भी ऐसे संस्कार दिए कि वो भी मेरे सामने कभी अपने स्तन का छोटा सा हिस्सा भी नहीं दिखा सके,ऐसे कपड़े पहनती थी मिमी उसे, मिमी के रात कपड़े में गाउन थे और दीदी का भी वैसा ही शूट था बस इन्हीं कपड़ों में देखा था मिमी और दीदी को रोज।
पर मुझे कुछ हरामी दोस्त ने ये दोनों को बिना कपड़ों के देख कर मज़ा लेना सिखाया था पर में उन की बातों में आने वाला नहीं था. और नहीं कभी किया ऐसा
की कभी बिना पूछे दीदी के कमरे में जाना,मिमी के कमरे में बिना पूछे जाना, किसी के बाथरूम में केमेरा लगाना,या फिर रोज इनको मॉर्निंग हग करते समय उनके ऐसे अंग को छूना,जब वो घर में पोछा लगाए या कभी झुके तो उनके सीने में देखना ऐसा नहीं करता कभी में
ऐसे संस्कार नहीं हे मेरे।और न ही उन्होंने ऐसे कभी कपड़े पहने जैसे मुझे वो सब देखे,
पोछा लगते समय मिमी या दीदी मुझे और पापा को बाहर या रूम में भेज देती और कभी हम दोनों के सामने कोई झुकना पड़ता हे तो अपने सीने पर हाथ रख के झुकती दोनों मिमी दीदी,
कभी अमीरों वाली पार्टी में जाना हो तो भी मिमी और दीदी ट्रेडीशन सब ढकने वाला कपड़े पहनते थे,कुछ भी नहीं दिखाए देता किसी को,
सभी बोलते थे उस बारे में ,और पापा भी मिमी को बोलता की जमाने के साथ चलो थोड़ा स्टाइल करो पर मिमी नहीं मानती,
मुझे एक किस्सा याद या जब में १४ _१५ साल का था तभी में और मिमी घर आ रहे थे तो पापा का कोई दोस्त के घर के सामने थे तो रस्ते के साइड पर घर कोने पर खड़े होकर मिमी उसके साथ बात कर रही थी ,वो रस्ते से ज्यादा कोई आता जाता भी नहीं था तो अंकल मिमी को बोला यहां आईए ना थोड़ी बाते करते हे तो मिमी मुझे ले कर चली थी वहां थोड़ी देर बात करने के लिए.
20 _25 मिनिट हो गई थी तो में खड़ा खड़ा थक गया था मैने मिमी को बोला चलो तो वो बोली थोड़ी देर में जाते हे ऐसा करते बहुत टाइम होगया तो में मिमी को खींच रहा था घर जाने के लिए पर मिमी आ नहीं रही थी बस बात किए जा रही थी।
मुझे बहुत बोरिंग फिल हो रहा था पर मिमी हस हस के बहुत बात कर रही थी तो मुझे थोड़ा गुस्सा आया मैंने मिमी से बोला मिमी घर चलोओओ.........
मिमी: बस थोड़ी देर बेटा निकलते हे,
में: नहीं मिमी चलो
मिमी: हां ।
पर चल नहीं रही थी तो मैने मिमी का सारी का पल्लू खींचना चालू किया
मिमी ने मुझे देखा तो बोली नहीं बेटा ऐसा नहीं करते छोड़ मुझे.....
में: नहीं मिमी चलो घर
मिमी ने कोई जवाब नहीं दिया और अंकल की बातों पर हस्ती हुई मेरी देखी बोली बस बेटा थोड़ी देर.
में ने फिर मिमी का पल्लू खींचा तो देखा मिमी की सारी कंधे से हो कर आगे से खुल गई और मिमी का सीना और पेट दोनों दिख गए पापा के दोस्त को,
मिमी हस कर बोली अरे बेटा तूने ये क्या किया,कुछ अकल वकल हे की नहीं? ऐसे कौन करता हे अपनी मां से?
शैतान कही का, कौन खड़ा हे मेरे सामने पता हे तुझे?
में: पापा के दोस्त
मिमी: हा तो यहां मिले तो बात तो करना पड़ता हे ना , ऐसे बिना बोले थोड़ी जाते?
मिमी ने इतना बोले अपना पल्लू वापिस खींचना चाहा
पर मैने मना कर दिया ,नहीं मिमी घर चलो अब बहुत बात कर ली आपने तो
तो,
मिमी: अरे बेटा मुझे शर्म आ रही हे ला जल्दी
पापा के दोस्त :मिमी शेम शेम,.... मिमी हा......बा..... ऐसा बोल कर मिमी को चिढ़ा रहे थे.....
मिमी बहुत हस रही थी पापा के दोस्त की बात से....
मिमी ने पापा के दोस्त के सीने में हाथ से मारा फिर हंसते हुए बोली बेटा प्लीज ऐसा मत करो, यहां आवो हम अभी चलते हे पक्का
में: ठीक हे चलो ऐसा बोल कर में मिमी के पास गया तो देखा मिमी अभी भी बहुत हस रही थी और पापा का दोस्त बहुत बार बोल रहा था मिमी शेम शेम...हा.....बा...
और मिमि के पेट की और देख रहा फिर सीने को देख रहा तो मिनी ने अपने हाथ अपने सीने पर रखा और बोली बस मैने अभी मेरा सीना ढक लिया हे अब बस करो तुम शेम शेम बोलना,
तो पापा के दोस्त बोला पेट दिख रहा मिमी
तो मिमी ने अपने दोनों हाथ पेट पर रख दिया तो
पापा के दोस्त बोले आपके स्तन आपके ब्लाउस में से बाहर आने को हो रहे हे और हंसने लगता हे
मिमी अपने सीने की और देखा तो अपने सर पर दोनों हाथ रखा के बोली ऑफ में तो भूल ही गई थी आज खाना खाते वक्त मैने ब्लाउस के हक खोल कर ढीला किया
था क्यों कि ज्यादा खा लिया था,तो उसके बाद भूल ही गई में तो,
पापा के दोस्त: ऐसा क्यों करती हो?
मिमी: हाफ चढ़ा था ज्यादा खाने के वजह से इसीलिए और वैसे भी ये ब्लाउस थोड़ा ज्यादा फिट हे तो ज्यादा ताकत से पहनना पड़ता हे और ज्यादा समय पहन नहीं सकती उसके हुक खोलना ही पड़ता हे,
पापा के दोस्त: मिमी आप के स्तन बड़े हो गए हे इसीलिए
मिमी: हां आप तो बड़े होशियार हो जैसे आपको सब पता हे मेरे बारे में इतना बोल के फिर मिमी हंसने लगती हे और मिमी के दोनों हाथ अभी भी उनके सर पर थे,तो सीधी सी बात हे पापा के दोस्त को मिमी के स्तन बहुत अच्छे से दिख रहे थे
पापा के दोस्त: शेम शेम मिमी शेम शेम........
फिर मिमी ने अपने दोनों हाथ सर पर से हटाए और अपनी ब्लाउस के हुक लगाने लगी
पापा के दोस्त: रहने दो अब जबरजस्ती मत करो अपने आप पर,उनको आजाद ही रहने दो खुली हवा में
मिमी की फिर हसी छूट निकली...
मिमी:हा हा हा ऐसे करते समय मिमी की दोनों चूची उछल रही थी वो देख के पापा के दोस्तको बहुत मजा आ रहा था
में चुप हो गया रहा उन दोनों को खुश देखते हुए
मिमि: तो आप प्लीज मुझे शेम शेम करना बंद करो मुझे बहुत शर्म आ रही हे
पापा के दोस्त :शेम शेम मिमी शेम शेम........
मिमी: (हस के बोली) में जा रही हु तो फिर बाय
इतना बोल के मिमी मेरी तरफ मुड़ने वाली थी तो पापा के दोस्त ने उनका हाथ पकड़ कर फिर से सीधा कर दिया सोरी बोला और कान पकड़ लिए
मिमी फिर हल्का सा हसी
पापा के दोस्त ने मेरे हाथ से मिमी का पल्लू लिया और मिमी के हाथ में देते हुए बोले मिमी आपका ब्लाउस का तो एक ही हुक लगा हुआ हे अगर रस्ते में टूट गया तो?
मिमी: (हस्ती हुई बोली और मिमी ने अपने स्तन के बीच में ब्लाउस के 2 लगे हुए हुक को देखते हुए बोली) ज्यादा से ज्यादा क्या होगा में शेम शेम हो जाऊंगी, पर हुक नही टूटेगा 2 हुक लगे हुए तो हे,
पापा के दोस्त: मिमी इससे अच्छा हे अगर आपको दिक्कत न हो तो में बाकी के हुक लगा सकता हु?
मिमी: आप तो बहुत ताकत वाले लग रहे हे अपनी ताकत से सभी हुक लगा सकते हे ,लगा दो सभी और मुझे शेम शेम होने से बचा लो इतना बोलते मिमी पापा के दोस्त के नजदीक आई और अपना सीना पापा के दोस्त की और धकेला ।
पापा के दोस्त ने अपने दोनों हाथ मिमी के ब्लाउस के हुक लगाने आगे किए पर उन्होंने नीचे वाले दोनों हुक खोल दिए और बोला मिमी शेम.... शेम....
मिमी ने नीचे देखा तो अपनी टाइट ब्लाउस के सारे हुक खोलने से ब्लाउस झटके से थोड़ा दोनों तरफ से सिकुड़ गई बोली और मिमी के स्तन बिना ब्रा पहने हुए थे तो
पापा के दोस्त के सामने बिल्कुल खुले हो गए
मिमी: जोश से हंसते हुए हा हा हा... ये क्या किया आप तो मेरे बेटे से भी ज्यादा शैतान निकले आज तो आप
क्यों किया ऐसा शैतान कही के .....
पापा के दोस्त: शेम शेम मिमी आपके पूरे खुल्ले स्तन दिखाया दिए मुझे... हा हा... शेम शेम...
मिमी ने अभी तक कुछ नहीं किया बस हाथ में अपने पल्लू ले कर खड़ी थी,... और मुस्कुरा रही थी,
मिमी: शैतान करोगे तो में घर जा रही हु बाय बाय... बोल के हसी
पापा के दोस्त: अरे नहीं नहीं मिमी वेरी सोरी मुझे पता नहीं था आप ब्रा नहीं पहनती मैने पहले नीचे वाले सब हुक को खोल के ऊपर के पहले हुक से सभी एक साथ हुक लगाने की सोच रहा सच में मिमी सो सोरी.... मेरी गलती हे मिमीजी माफ करना यार प्लीज...
मिमी: अरे अरे कोई बात नहीं सोरी क्यों बोल रहे हो हा हा हा हा मे भी मजाक कर रही थी उसमें आपकी कोई गलती नहीं थी, दरअसल ये ब्लाउस ही इतना टाइट हे कि मैने आज ब्रा के ऊपर पहना तो पहन ही नहीं पाई तो उसके बिना ही पहन ली ये ब्लाउस..
पर मुझे नहीं पता था आप सब हुक खोल देंगे (इतना बोल के फिर हंसने लग गई)...
पापा के दोस्त: अरे सोरी यार मुझे नहीं पता था
पर...... आपके..........ये....... दोनों........ बहुत मजेदार दिख रहे हे सच में में बहुत भाग्यशाली हु मेरा आजका दिन आपने बना दिया ....
मिमी बहुत जोर से हंसने लगी और उन्होंने अपना पल्लू पापा के दोस्त के ऊपर फेका बोली आप बड़े शैतान हो जाईए आप में जा रही हु बोलके खड़ी थी चुप चाप मंद मंद मुस्कुराती हुई मिनी
पापा के दोस्त : लाइए अब लगा देता हु
मिनी: पूरा ब्लाउस मत खोल देना मेरा बेटा हे बाजू में
पापा के दोस्त: नहीं मिनी ऐसा नहीं करूंगा में अब सच में आपके ब्लाउस के हुक लगाऊंगा
मिनी: पक्का?
पापा के दोस्त: हा पक्का बाबा
मिनी : ठीक हे फिर दो मेरा पल्लू
पापा के दोस्त ने पल्लू मिनींको दिया और मिनी ने अपने दोनों हाथ ऊपर करके पापा के दोस्त के कंधे पर किए तो
पापा के दोस्त ने अपना एक हाथ मिनी के स्तन पर रख के निप्पल दबा दिया फिर दूसरा स्तन को भी वैसा किया
मिनी: हंसते हुए आप बड़े शैतान हो सच में और मुस्कुरा रही थी 5_10 मिनिट तक उन लोगोंका वैसा हसी मजाक वाली बात चलती रही फिर मिनी ने बोला मुझे अब सच में घर जाना हे तो क्या आप मेरे ब्लाउस के सारे हुक लाग देंगे?
पापा के दोस्त : जी मालकिन आपका हुकुम सर आंखों पर इतना बोल कर सारे हुक लगा के मिनी के पल्लू से पूरा ढक दिया,
मिमी हंसते हुए आपका खूब खूब शुक्रिया अपने मेरा काम जो किया,
पापा के दोस्त: अरे पर जल्दी घर जा कर आप इन कबूतर को आजाद करो ,ऐसे कैद नहीं करते बिचारे दब जाते हे ,प्लीज आजादी देदो उनको,
मिमी: खिल खिलाते हंसते हुए..... हांजी पक्का वादा रहा आपसे चलो फिर मिलते हे फिर कभी बाय,.....
इतना बोल के पापा के दोस्त ने मिमी को गले लगाया फिर हम दोनों घर की और चल दिए,
मिनी बहुत खुश थी आज बहुत हस रही थी बाद में कई देर तक भी.....
उन दिनों के baad मिमी उसको सिर्फ हाई ही करती दिखी
अब मे दूसरा एक एक्सपीरियंस बताता हु
हमारा समर वेकेशन चल रहा था तब एक दिन पाप शाम को आकर पूछा क्या तुम सभी गोवा में छूटी मना ने चलोगे?
हम सब ने हा बोला मगर दीदी ने बोला में २ मिनिट में आई डेड बोल के अपने रूम में गई
5 मिनिट्स में दीदी आई और चिल्लाते हुए बोली चलो सब गोवा
लेकिन हम सब ने कोई रिएक्शन नहीं दिए कोई कुछ नहीं बोला। सब शांत थे
थोड़ी देर में पापा बोले बेटी हमारी तीनो लोगो की टिकट बुक कर दी हे मेरे दोस्त ने पर तेरी नहीं हुई तुम अगले वेकेशन पर चलना इस बार घर पर रह कर ही पढ़ाए करना मेरी अच्छी बेटी होना तुम??
दीदी का चेहरा देखने लायक था थोड़ी ही देर में दीदी रोने जैसे शकल बनाकर रोने ही लगने वाली थी तभी पापा अचानक से बोले अरे अरे मजाक मजाक कर रहे थे सब सब जायेंगे भाई ।। तब दीदी ने पापा के सीने में जाके मारना शुरू किया और अपना मुंह छुपा दिया उसमें
फिर मिमी से बोली चलो शॉपिंग पे चलते हे
मिमी: मेरे पास तो सब कपड़े हे मुझे कुछ नहीं लेना
दीदी : अरे हा न मेरे पास भी कपड़े हे फिर भी पापा आप पैसे दो और टिकट का फोटो दो मेरी सब सहेली भी गोवा आ रही हे तो सब साथ कभी मिलने का प्लान हे
पापा : तो उनके साथ ही चली जाती
दीदी: उनके साथ ही चली जाती अगर आप लोग नहीं आने वाले होते तो प्लानिंग चल रहा था हमारा
पापा : वाह देखा बेटी हो तो ऐसी,ऐसा बोल के उसने गले लगा दिया तभी दीदी ने कान में बोला मुझे पैसे 10,000 रुपए चाहिए
पापा: ठीक हे बेटा
मिमी: कुछ अच्छा खरीदे तो मेरे लिए भी लेकर आना
में: दीदी मुझे भी
डेड: बेटी मेरे लिए भी
दीदी:सब के सब लुटेरे हे यहां...
सभी सो जाते हे
गोवा में लैंडिंग करते हे फिर एक अच्छी सी होटल में थोड़ा आराम करते ही हम बीच पर निकल गए थे दीदी के साथ
मेरा तो जाते ही मूड बदल गया वॉव......कितनी सारी हॉट लड़कियां खेलने लगी थी यहां सब चड्डी और ब्रा में ,
दीदी : चूचू क्या देख रहा हे तू सभी को?
में: दीदी सब ऐसे नंगे क्यों घूम रहे हे?
दीदी: चूचू ये सब नंगे नहीं हे पर कम कपड़े पहने हुए हे सेक्सी लगने के लिए
में: पर क्यों ऐसा क्यों करते हे
दीदी: बस मजा आता हे एंजॉय करने आते हे लोग यहां
में: दीदी नंगेपन से क्या एंजॉयमेंट मिलता होगा?
गेम खेलने से एंजॉयमेंट मिलता हे न?
दीदी: बहुत सी चीज से एंजॉयमेंट मिलता हे बुद्धू कही का, क्यों तुझे अभी मजा नहीं आ रहा हे क्या सब नंगी लड़की के सीने और कूल्हे को तू देख ही तो रहा हे अभी
में: दीदी में ने कोई नंगी लड़की नहीं देखी, में तो बस मार्क कर रहा हु कि सब ने एक जैसे कपड़े क्यों पहने हे, ब्रा भी एक दम छोटी,उनका पूरा शेप बाहर से पता चल रहा हे और चड्डी भी एकदम पतली डोरी जैसी जिसमें कूल्हे तो पूरे हे दिखते हे,
दीदी: मेरे सामने आ कर मेरा चेहरा अपने दोनों हाथों में ले कर बोली : मेरा बच्चू मेरा चूचू इसे एंजॉयमेंट ही बोलते हे
बोल के मेरे सर पर पप्पी दी,और गले लगा दिया,
दीदी: तू तो बहुत होशियार हो गया हे अब बड़ा हो गया हे मेरा भाई वाह , और हा ये सभी लड़की हे कपड़े जो पहने हे उनको बिकनी बोलते हे और लड़के ने शॉर्ट/ हॉफ पेंट
पहने हे,
में: दीदी लड़के वाले ने जो कपड़े पहने वो तो मैने भी पहने हे पर अपने कहा पहने लड़की वाले कपड़े?
दीदी:हस्ती हुई बोली पहन ने वाली हु में
में: कब
दीदी : में क्यों बताऊंगी
में: क्यों कि तू मेरी अच्छी दीदू हो मेरी प्यारी दीदू हो,
दीदी: चूचू अभी कुछ फाइनल नहीं हे पर ऐसा कुछ होगा तुम हे बता दूंगी पक्का,
फिर दीदी मेरा हाथ पकड़ कर घूमी और हम होटल पर आ गए ,
दूसरे दिन हम सब बीच पर गए थे सब ने अच्छे कपड़े पहने थे
पापा ने टीशर्ट शॉर्ट
मिमी ने ड्रेस विथ फुल स्लीव नीचे लेगिंस
दीदी ने हॉफ जींस टीशर्ट
मैने ऊपर बनियान नीचे शॉर्ट्स,
कुछ देर बाद दीदी पर सहेलियों का फोन आया और वो चली गई उनके साथ,पापा ने बियर ऑर्डर की ओर हम तीन बैठे थे कुछ नाश्ता वगैरा कर रहे थे
में: मिमी चलो न नहाने चलते हे
मिमी: तुम चलो में आती हु
में: बनिए उतार के नहाने लगा
मिमी भी आई नहाने मेरे साथ पाणी डालते बहुत खुश होकर खेल रहे थे में और मिमी ,मिमी पूरी भीग गई थी और उनके कपड़े चिपक गए थे वो देख रहा था,इतने में मिमी बोली बेटा में जा रही
में: क्यों?
मिमी: बस बेटा 1 घंटे से हम नहा रहे हे
में: मजा आ रहा हे पर मिमी मत जाओ आप
मिमी: ठीक हे आती हु पर मुझे बाथरूम आई हे
में: 1 नंबर या 2 नंबर?
मिमी: 1 नंबर हो कर आती हु वापिस
में: मिमी यहां ही कर लो न पानी में किसी को पता नहीं चलेगा
मिमी: हंसते हुए पागल ऐसा नहीं करते तुम्हारे पास या किसी के पास मेरी सुसु गई तो उसको खराब लगेगा बॉस आयेगी
में: अरे मिमी इतनी हवा चल रही हे इतना पानी हे सब घुल मिल जाएगा किसी को कुछ पता नहीं चलेगा
मिमी: हा वो तो सही हे पर बेटा मेरे कपड़े उतारने पड़ेंगे न? लेगिंस नीचे करनी पड़ेगी फिर चड्डी उतार नी तो पड़ेगी ही तब में सुसु कर सकूंगी ना?
और खुले में करूंगी तो सब लोग देखेंगे तुम्हारी मिमी को
फिर तुम्हारी मिमी को शर्म आएगी क्या ये सब तुम को अच्छा लगेगा क्या?
में: बिल्कुल भी नहीं मिमी पर आजू बाजू कोई देखने वाला नहीं हे सब अपने लोगों के साथ बिजी हे आप चुप चाप कर लो में घूम जाता हु
मिमी: नहीं चूचू तुम मत घूमो तुम मेरा बच्चा हो,मुझे तुझे शर्म क्यों आएगी
में: ठीक हे मिमी जल्दी सुसु कर लो नहीं तो आपको 2 नंबर लगेगी तो पक्का जाना पड़ेगा होटल
मिमी: चूचू में होटल ही जा रही हु भूख भी लगी है मुझे खाना खा कर आते हे चलो तुम भी,
में: ठीक हे मिमी
फिर खाना खा कर हम तीनो सो गए
शाम को 5 बजे हम फिर बीच पर आ गए
मैने मिमी से बोला मिमी चलो ये स्पेशल बाइक चलते हे पापा आप बैठो हम आते हे
और में और मिमी निकल पड़े मिमी पीछे बैठी थी
में: एकदम कस के पकड़ो मिमी मुझे नहीं तो आप गिर जाओगे
मिमी: है ठीक हे और मुझे पकड़ लिया और किस भी किया आगे आकर ,
थोड़े आगे जाकर मैने पूछा मिमी चलो न ऐसा एक हम दोनों का ये बाइक पर बैठे ऐसे आप मुझे किस कर ते हुए एक फोटो हो जाए ,हम दीदी को भेजते हे,
मिमी :हस ते हुए बोली हा क्यों नहीं भेजते हे न,
में: पर फोटो किसके पास खिंचवाए?
मिमी: है ये भी बात हे किसी बच्चे को बोलते हे
में: नहीं मिमी बच्चा पागल जैसे फोटो खिंचेगा किसी बड़ी लड़की को बोलते हे वो होशियार होती हे हमारी बहुत अच्छी फोटो भी लेगी और पोज भी बताएगी,
मिमी: ऐसी तो कौन मिलेगी तुझे बेटा?
कुछ देर आगे बढ़ने पर 3 लड़की का ग्रुप बिकिनी में जाती हुई दिखाई दी तो मैने उनके पास जाने दिया मिमी ने मुझे रोकते हुए अरे वो नंगी लोगो के पास क्यों जा रहा हे?
में: फोन देने वो हमारी फोटो खींचेगी
मिमी: दूसरी कोई देख ले
इतने में मैने गाड़ी उनके सामने लेकर रख दी
पहली लड़की को फोन देने का सोचा पर दूसरी और मुंह फेर लिया
दूसरी लड़की को देने का तो वो अपनी बिकिनी ठीक करने में व्यस्त थी
और लास्ट चलती हुई तीसरी हुई लड़की को फोन देने के लिए जाते जैसे ही उसका फेस देखा तो मेरी नजर सीधी उसके पैर (चरणों) में आ गई,
हा चरणों में मेरी नजर चली
क्यों कि ये मेरे संस्कार थे
गाईस ये कहानी में एक और कहानी आ रही हे
जब में छोटा हुआ करता था १२ –11 साल का तब की बात हे, उस समय मेरे सभी निकम्मे दोस्तो 18+ वाली फिल्म देख देख के हम सभी दोस्त 19 साल जैसा वर्तन करने लग गए थे, और साथ में सभी दोस्त को मेरी मिमी और दीदी बड़ी सेक्सी लगती थी तो वो कभी कभी घर पर पास्ता – नाश्ता खाने आ जाया करते थे इनको देखने के लिए मुझे
इसी वजह से मेंभी उन सब में विश्वास करने लगा था
तब दीदी 15 साल की थी दीदी के स्तन बड़े हो गए थे, में दीदी से प्यार से कोई भीं गेम खेलने बोलता था तो वो मान जाती थी फिर हम खेलने लगते थे,या कभी फिल्म भी देखते हे उनके लैपटॉप में तब लेट नाइट तक हम दोनों एक दूसरे के साथ लगभग चिपके रहते थे, में दीदी को गले लगा कर सोने की एक्टिंग करता था दीदी मुझे प्यार से गले लगती थी तो मैने तभी दीदी को नाइट गाउन के अंदर झांकने की कोशिश की जब दीदी सो जाती थी, कभी कभी तो दीदी के टॉप के गले के सारे हुक खोल के दीदी के स्तन देखता रहता जब दीदी नींद में थी,
एक बार ऐसा हुआ कि हम प्लेइंग कार्ड खेल ने वाले थे ,रात को ११ बज गए थे मिमी पापा को हम दोनों गुड नाइट बोल के अपने अपने रूम में आ गए थे,
आज दीदी और मम्मी बाजार गए थे कुछ कपड़े लेने थे तो
दीदी थकी हुई थीं शायद तो सो गई थी पर उसने मुझे बोला था आके कार्ड जरूर खेलेंगे।
तो में उसके रूम में गया तो देखा दीदी ने नाइट गाउन भी नहीं बदला था और वो वही बाजार वाले स्कर्ट टॉप में ही सो गई थी उल्टी हो कर तो मैने थोड़ा हिलाया दीदी के कूल्हे पर हाथ रख के पर दीदी कुछ नहीं बोली या हिली तो मैने उनकी शॉपिंग बैग खोलना चाहा तो देखा तो अंदर दीदी की ब्रा ,चड्डी ,कुछ ,टीशर्ट ,स्कर्ट,नाइट गाउन भी थे,
मैने सब देख लिया पर मुझे कुछ मजा नहीं आया तो मैने दीदी को उठा के बैठा दिया एक कोने और बोला दीदी चलो खेलने में, दीदी थोड़ी गुस्सा हो कर बोली अरे में सो गई थी क्यों उठाया मुझे नहीं खेलना हे आ तू जा अपने रूम में ,
में: आपने ही बोला था कार्ड खेलने
दीदी: पर में थकी हुई हु चूचू सोना हे मुझे कल खेलेंगे
में: निराश हो कर ओके कोई बात नहीं दीदी आप सो जाइए गुड नाइट, आई लव यू दीदी।।
दीदी: लव यू भाई बाय,हम कल पक्का खेलेंगे
में: ठीक हे पर दीदी आप अपने कपड़े तो बदलो आप बाजार वाले कपड़े में क्यों सो रही आपने सोने से पहले सुसु तो किया था कि भूल गई?
दीदी : अरे हा मे सब भूल गई यार सच्ची थैंक्यू चूचू चल बाय बाय बाय बोल के बाथरूम के पास गई और अपने स्कर्ट को नीचे कर के निकाल दिया टॉप और चड्डी में
दीदी को देखने लगा वाह क्या लग रही थी, उनको पता भी नहीं में उसके रूम के बाहर दरवाजे से उनको देख रहा था ,वॉव ....दीदी तो बहुत प्यारी दिख रही हे ...... दीदी चड्डी में थी वॉव ओहो.....क्या कूल्हे दिख रहे हे देख के मेरा नुनु बड़ा होने लगा था,
दीदी नींद से उठी हुई थी तो अपने बाल अस्तव्यस्त थे तो ठीक करने थोड़ी आगे बढ़ के ड्रेसिंग टेबल के पास क्यों अपने आपको देख कर बाल ठीक किया फिर अपना टीशर्ट उतार दिया तो अब दीदी ब्रा और चड्डी में आ गई थी
मेरा तो नुनु पूरा खड़ा हो चुका था मेरे दिल में खलबली हो रही थी ,दीदी ने अपने दोनों कंधे पर से ब्रा की पट्टी उतार कर हाथ से निकाल ने लगी फिर ब्रा को अपने सीने के नीचे लेकर घुमाई तो ब्रा का हुक वाला आगे आया तो हुक खोल के दीदी ने ब्रा फेक दी एक बास्केट में,फिर दीदी अपने आपको शीशे में देखते हुए अपने एक स्तन हाथ में लेकर देखने लगी थी ,मुझे वो दीदी का स्तन नहीं दिख रहा था क्यों कि में दूर अलग दिशा में था,
फिर दीदी ने थोड़ा घूम के अपने नितम्ब पर हाथ फेर रही थी और तभी अचानक चड्डी नीचे कर दी वॉव क्या कूल्हे दिख रहे थे दीदी के मेरा नुनु ने सुसु कर दिया ऐसा लगा मुझे पर ऐसा नहीं आया कुछ, दीदी को फिर से देखा तो दीदी अपने दोनों हाथ अपने कूल्हे पर फेर के आईने में देख रही थी, फिर दीदी बाथरूम में चली गई मैने दीदी के रूम में वापिस गया और दीदी के बेड पर बैठ गया और दीदी को आवाज लगाई
में: दीदी मुझे नींद नहीं आ रही हे क्या आप को नींद आ रही हे क्या?
दीदी बाथरूम में से: नहीं चूचू में भी जाग रही हु तुम ने मुझे जगा दिया तो अब भी आ रही,
में: पर मैने तो आपके भले केलिए जगाया था आपके कपड़े गंदे थे उसमें आप सोई हुई थी और अपने सुसु भी नई की थी
दीदी: हा चूचू तूने अच्छा किया
इतना सुना कि
थोड़ी देर में बाथरूम से सुसु करने की आवाज आने लगी ,क्योंकि बाथरूम का दरवाजा थोड़ा सा खुला था
में: तो क्या दीदी हम कुछ खेले गेम?
पर दीदी ने कुछ नहीं बोला बस वो सुसु कर रही थी,
मैने फिर से पूछा पर कोई जवाब नहीं दी,
दीदी क्यू नहीं जवाब दे रही ये देखने में बाथरूम की और जाने लगा और जैसे ही मै बाथरूम का डोर खोलता और दीदी के सामने उसको को नंगी देखता उससे पहले दीदी अंदर से बोली भाई वो मेरा नया वाला गाउन देना पहन के देखती हु कैसा फिटिंग हे उसका,
में वो लेने बेड के पास गया और ले कर दीदी को देने बाथरूम की और गया और अब में बाथरूम का डोर खोल के देने ही वाला था कि दीदी ने थोड़ा सा मुंह और एक हाथ निकाला और अपना गाउन लेने मेरी और किया मैने उसके हाथ में दिया और बोला लो दीदी देखलो फिटिंग,
फिर दीदी ने अन्दर से डोर का स्टॉपर लगा दिया
में : दीदी मुझे भी देखना हे आपका गाउन का फिटिंग
दीदी : हा हा दिखाती हु पहले पहनने तो दे मुझे?
में: अपने फिर दरवाजा क्यों बंद किया?
दीदी: अरे पर भाई मैने बिल्कुल भी कपड़े नहीं पहने हे
तू सोने गया इसीलिए में सब कपड़े उतार के सुसु करने आई थी फिर सो जाती, पर अब तू आ गया हे तो मुझे शर्म आ रही हे इसीलिए बंद किया डोर, प्लीज चूचू मेरी बातों का बुरा मत मानना , मैने कया ऐसा कभी तेरे मुंह पर कोई डोर बंध किया था क्या?
में: नहीं दीदी ऐसा कुछ नहीं किया अपने, पर कोई बात नहीं ठीक हे आप आवो आपके हिसाब से वो गाउन पहन कर
2 मिनिट में दीदी बाहर आ गई नया गाउन बहुत अच्छा दिख रहा था दीदी पर,
दीदी: कैसा लग रहा हे चूचू देखो न।
में: बहुत अच्छा हे कलर तो पर ये घर में रात को सोने के लिए हे या किसी पार्टी या बाहर जाने के लिए हे?
दीदी: सोने के लिए चूचू इसमें बाहर कौन जायेगा? ये एक ही चीज पहन कर सोऊंगी में मटेरियल कितना सॉफ्ट हे न ? देखो न
मैने थोड़ा झुक के दीदी के घुटने के ऊपर से कपड़ा उठा कर चेक किया
में: हा दीदी सच में अच्छा हे,
दीदी आईने में अपने आपको देखने के लिए थोड़ा आगे बढ़ी तो गाउन का निचला हिस्सा तो मेरे हाथ में था तो गाउन खिंचाया तो उसमें दीदी की जांघ दिखी पीछे से, तो मुझे और ऊपर देखने की इच्छा हुई तो मैने और थोड़ा ऊपर खींचा तो दीदी की कमर तक का गाउन ऊपर हो चुका था, वाउ क्या कूल्हे दिखे मुझे गोल गोल गोरे गोरे एकदम परफेक्ट गोल थे इस बात का दीदी को जरा भी पता नहीं चला।
फिर मैने दीदी के सामने वाले आईने में देखा तो दीदी अपने गाउन का कॉलर देख रही थी ,मैने सोचा अगर दीदी के कूल्हे देखता हुआ अगर में पकड़ा गया तो बवाल हो जाएगा दीदी से,
तो फिर मैने छोड़ दिया और दीदी के ठीक सामने खड़ा हो गया और उनका कॉलर और कंधे का फिटिंग दीदी को छू कर देखने लगा ,
में: अच्छा हे दीदी एकदम खुला खुला हे नीचे से तो
दीदी:हमममम नीचे से तो बिल्कुल फिट नहीं हे
में: तो में जरा ऊपर की फिटिंग देखूं?
ऐसा बोल के मैने दीदी के गले वाले कॉलर ने नीचे वाले हिस्से को थोड़ा मेरी तरफ खींच के देखा तो अरे... वाऊ दीदी के थोड़े थोड़े स्तन दिख गए तब दीदीने मुझे देख लिया अपने सीने को देखते हुए तब बोली
दीदी: चूचू मत कर ऐसा, ऐसा कौन फिटिंग चेक करता हे अपनी दीदी के आउटफिट का?
में: में इसीलिए खींचा ताकि कितना स्ट्रेच होता है वो देख सकू।
दीदी: हा और साथ मे मेरे अंदर देख भी लिया तुमने हा ?
में: अरे नहीं दीदी में सिर्फ कापड़ ही चेक किया और अंदर तो आप ने ब्रा पहना हे तो में क्या देख लूंगा और क्या क्या लुट लूंगा तेरा?
दीदी: लुट तो कुछ भी नहीं लेगा पर फिर शेम.... शेम...... दीदूं शेम शेम... बोल कर बहुत हंसेगा मुझ पर,
जैसे पहले करता था
जब हम दोनों एक साथ नंगे हो कर नहाने थे तब... बोल का दीदी हंसने लगी.
में: अच्छा ये तो मैने सोचा ही नहीं दीदी
दीदी: और तूने ब्रा कब देखी मेरे सीने पर?
में: वो ही देख रहा था कि कोनसी कलर की पहनी हो पर देखूं उसी पहले तो आपने मुझे पकड़ लिया और मना कर दिया।
दीदी: चूचू दीदी के ब्रा कौन चेक करता हे भला?
में: अरे ऐसे ही जान ने कि उत्सुकता थी और कुछ भी नहीं दीदी।
दीदी हस्ती हुई बोली
दीदी : में कोई एक्ट्रेस हु क्या?
में: दीदी आप एंड मिमी मेरी रियल लाइफ की सबसे खूबसूरत एक्ट्रेस एंड प्रेमिका हो , आई लव यू दीदु,
दीदी: हा भाई वो तो ठीक हे मेभी तुमसे बहुत प्यार करती हु पर कभी मैने तुम्हारे शॉर्ट में हाथ डाल का तुम्हारा सुसु देखने की कोशिश नहीं की,
में: मैने कब मना किया आपको ?
दीदी : गंदे कहीके.
में: ब्रा देखना हे आपकी दिखावों न मुझे आपकी पहनी हुई ब्रा,
दीदी: चूचू नहीं..... मुझे शर्म आएगी
में: दीदु मुझसे क्या शर्माना?
दीदी: तुम मिमी थोड़ी हो जिसके सामने में बिना कपड़ों के रह सकू या कपड़े वगेरे बदल सकू?
में: दीदु तुम मिमी के सामने ऐसे बिना कपड़ोंके घूमती हो?
दीदी: अरे बाबा ऐसा नहीं हे पर जब कही जाना हे तो में मिमी के रूम में कपड़े बदलते हे और एक दूसरे को तैयार करते हे,एक दूसरे का श्रृंगार करते हे,
में: मिमी भी तेरे सामने बिना कपड़े को घूमती हे? मेरा मतलब कपड़े बदलते होगे?
दीदी: हा पर मिमी अपनी चड्डी मेरे सामने नहीं बदलती वो सिर्फ बाथरूम में ही बदलती हे,
में: ऐसा क्यों?
दीदी: वो मुझसे बड़ी हे इसीलिए और क्या? मुझसे शर्म आती होगी पर में तो बिंदास उसके सामने रहती हु मुझे कोई शर्म नहीं आती उनके सामने,
में: काश दीदी आप मेरे सामने भी ऐसा रहती?
दीदी: हा.... आ.....चूचू तू लड़का हे फीमेल नहीं,
में: तो क्या हुआ आपको प्यार तो करता हु न?
दीदी: हा पर फिर भी शर्म आती हे मुझे
में: दीदी एक बात बता तू मिमी के कमरे में कपड़े पहन ने को जाती हे तो
मेरा नाम हे "......."
जैसे ही मैने 19 साल में प्रवेश किया तब से में बहुत शक्तिशाली फिल करने लगा था, जब से मैने अपना होश संभाला तब से मुझे मेरी मम्मी पापा और दीदी , मतलब पूरे परिवार के प्रति बहुत प्यार आने लगा था।
क्यू की बाकी सब लोगों को देखते हुए मुझे लग रहा था कि मेरी परवरिश बहुत अच्छे से हुई हे।
न्यूज,टीवी सीरियल सब देखते हुए ओर सभी आजू बाजू का वातावरण देख कर लग रहा था कि में बहुत अच्छी जगह पला बढ़ा हु।
इसीलिए में उन को सब से पहले थैंक यू बोलना चाहूंगा वो हे....." मेरी मां ,मेरे पापा एंड मेरी दीदी,"
में मम्मी प्यार से में उनको "मीमी "बुलाता हु , दीदी को दीदु और पापा को पापा ही बुलाता हु।
पर मेरी मिमी ने प्यार से मेरा नाम चुचू रखा घर में
पर एक हरामी दोस्त ने उस नाम सुन कर अपने हिसाब से मेरा नाम चूचे रख दिया था। तो स्कूल में भी कोई लोग मुई ये नाम से चिढ़ाते थे।
तो फिर स्टार्ट करता हु उम्मीद हे आप सभी को पसंद आएगी।
सुबह सुबह जल्दी उठ कर नहाने गया था तभी मेरा फोन बज उठा पर में तो नहा रहा था तो नहीं उठा पाया,
में (मन में):अरे ये तो मि का कॉल था पर वो कोल क्यों की? आवाज लगाती।।।
कोई बात नहीं कोई खास बात होगी जो पापा को नहीं बतानी होगी इसीलिए कोल किया होगा यह सोच कर मैने जैसे ही कॉल लगाया व्हाट्सअप एप पर नोटिफिकेशन आया देखा तो मीमी का हे,
तो मैने देखा
मीमी: गुड मॉर्निंग चूचू।। बेस्ट ऑफ लक माय चूचू बेटा
बेटा आज जरा मेरी तबियत सही नहीं हे थोड़ा सा बुखार जैसा लग रहा हे तो सोरी बेटा में आज तेरा नाश्ता एंड टिफिन नहीं बना सकीं तो तेरे पापा जो कुछ देंगे वो खा लेना और सही से एक्जाम दे आना और अपना ख्याल रखना में दवाई ले कर सो रही हु।
में: अरे ये क्या मिमी अचानक आपको? कल रात तक तो ठीक थी आप टीवी देख रहे थे ?
मिमि: हा चूचू ।।। पता नहीं... में अच्छी खासी घूम भी रही थी उसके बाद से ही स्टार्ट हुआ था थोड़ा थोड़ा और फिर बढ़ गया और अब में चल भी नहीं पा रही इतना बुखार हे पर में ठीक हो जाऊंगी तुम एक्जाम दे कर आवो अच्छे से और नाश्ता करके जाना अच्छे से ।
में: मिमी में आपके पास आ रहा हु आपको देखने
मिमि : नहीं बेटा में अभी सोने वाली हु एग्जाम दे कर आना फिर मिलते हे।
में: दवाई ले लेना मिमि आप में दोपहर तक आ जाऊंगा
मिमि: बाई चूचू।
में नीचे किचन में नाश्ता खाने गया वहां पापा थे
में: अचानक क्या हुआ
पापा : पता नहीं कल मिमी को कुछ खाने में आ गया लग रहा हे तभी ऐसा हुआ हे,मेरे एक दोस्त ने बताया वैसा दावा दिया हु ठीक होनी चाहिए, और मैने आज छूटी भी ली हे तो में हु घर जरूर पड़े तो डॉक्टर के पास ले जाऊंगा पर तू अच्छे से एक्जाम दे कर आ जाना।
दीदू: बेस्ट ऑफ लक भाई।में भी मम्मी के पास रहूंगी आज कॉलेज नहीं जाऊंगी।
फिर में चला गया स्कूल।
३ बजे घर आया तो पहले सीधे मिमी के रूम की तरफ गया दरवाजा खुला ही था तो में अंदर चला गया
देखा तो मिमी नहीं दिखी
न पापा दिखे कि नहीं दीदी दिखी साले सभी मिमी को डॉक्टर के पास ले कर गए होंगे ऐसा सोच कर में बाहर जाने ही वाला था तभी बाथरूम से आवाज आई कुछ गाने गुनगुना ने की और साथ में पानी की तो में समझा चलो मिमी यहां हे फिर में बैठ पर लेट गया मिमी का वेट करने लगा। दिल में सुकून मिला कि मेरी मिमी ठीक हो चुकी हे
कुछ देर में मिमी ने बाथरूम का दरवाजा खोला और बेड के सामने आ गई
में: मन में(अरे .......... ओह माय गॉड,,.....
ये क्या था........... ..... वॉव .........वॉव .........वॉव
मिमी बिना कपड़ों के थी)
मिमी अपने खुले भीगे बालों संवारती हुई आई
लगता हे अभी अभी नहाकर आ रही?
बुखार के कारण मिमि की आँखें थोड़ी ही खुली थी और बेड पर रखे अपने ब्लाउस उठाई और पहनने लगी लगता हे मिमी ने मुझे देखा ही नहीं।
वॉव.... क्या मस्त लग रही थी मिमी,
पूरा गोरा गोरा बदन ,सीने पर ध्यान गया तो वॉव.... गोल गोल बड़े बड़े मिमी के स्तन ,पतली कमर, नीचे सुसु की जगह भी दिखाई दी वॉव.......नितंब भी एक दम परफेक्ट साइज के थे मिमी कोई एक्ट्रेस जैसी थी मेरी मिमी...
साला मेरे कई दोस्त लोग बोलते थे कि तेरी मिमी बहुत सुंदर हे तू ने अपनी मिमी का ये सब देखा की नहीं करके चिढ़ा रहे थे मुझे पर में वो सब से बहुत ऊपर वाला प्यार करता था मिमी से ऐसे संस्कार थे मेरे आज तक कुछ दिखा नहीं पर आज गलती से देख लिया तो मिमी के लिए सोरी फिल कर रहा था दिल मेरा बहुत जोर शोर से धड़क रहा था ऐसा लग रहा था मेरा २ दिल हे दूसरा मेरे पेंट में भी हे । जिसे नुनु कहते हे ऐसा मिमी ने बताया था ,
मिमी से मुझे डरना था फिर भी पता नहीं क्यों थोड़ी देर मेरी नजर मिमी को देखती रही
मिमी थोड़ा घूमी और आगे जा कर फैन चालू कर के फैन के नीचे खड़ी हो गई जैसे शायद नहाने से उनको ज्यादा गर्मी लगी हो।
ओओओ...... वाउ.... वाउ.... वाउ.... मिमी क्या चाल हे बहुत सुंदर तरीके से मटक रहे हे आपके कुलहे आपकी कमर और पीठ । क्या मस्त लग रही हो आप ऐसे बिना कपड़ों के तो। आई लव यू मिमी।।
में ऐसा बोलने वाला था पर डर लगा कि मिमी को पता चल गया कि मैने उनको बिना कपड़ों के देख लिया तो उनको शर्म बहुत आयेगी और शायद वो रो भी देगी तो में सोने की एक्टिंग करने लगा
पर मेरे दोनों दिल नहीं मान रहे थे कि में आंख बंद कर के बेड पर सोता रहु.
मैने फिर आँखें खोल के देख लिया तो मिमी ने अपने बाल खोले अपने पीछे की तरफ फैला दिया और वो ब्लाउस हाथ में रखी ऊपर फैन की और आंख बंद कर के देख रही थी शायद हवा खा रही होगी अपने बदन पर एंजॉय कर रही थी मिमी
थोड़ी देर ऐसी ही हवा खा कर मिमी मेरी तरफ बेड की तरफ मुड़ी और अपना ब्लाउस फेक दिया बेड पर
शुक्र हो मुझे नहीं देखा अभी तक,
फिर मिमी फिर फैन की हवा अपने बदन पर लेते हुए अपने बाल सवार ती रही। अरे वह मिमी तो हल्का हल्का सा गाना भी गुनगुना रही हे। वाह मिमी क्या लगा रही हो आप तो में मन में बोला और देखा कि मिमी के स्तनों हिल रहे थे जैसे जैसे मिमी अपने बाल को संवार रही थी थोड़ी थिरकन आ रही थी दोनों स्तन में,
मेरा नुनु पूरी तरह से खड़ा हो गया था चड्डी में तनाव आ रहा था तो मैने हल्का सही करके नुनु को थोड़ी जगह दी बाहर आने की,फिर मिमी थोड़ा आगे चलके ड्रेसिंग टेबल के पास गई और बाल एक हाथ में ले कर थोड़ी आगे झुक कर अपने बालों में कंघी करने लगी
वॉव.... क्या सीन था लंबे लंबे बाल मिमी के कूल्हे तक आ रहे थे लंबी लंबी टांगे को नंगी दिखने को मिली थी आज मिमी की,जांघ कितनी मस्त हे मिमी की....
मिमी थोड़ी देर में दूसरी साइड के बाल बनाने लगी थी अब तो क्या सीन दिखने को मिला,पहली साएड्स के बाल ऊपर से नीचे आकर मिमी के स्तन की अर्ध गोलाई से अर्ध गोल घूम के नीचे सीधा आ रहे थे वॉव क्या शेप थे मिमी का
फिर थोड़ी देर में मिमी जैसे ही बेड की और मुड़ी की मैने मेरी आंखे बंद कर दी, मैने कुछ सुना कि मिमी कपड़े पहन रही हे कुछ हुक के आवाज आए , चड्डी की इलास्टिक की आवाज,पेटीकोट का नाडा टाइट करने का आवाज, फिर सारी डालने की आवाज से में समाज गया था कि मिमी अब रेडी हो गई, में थोड़ा शांत भी हो गया था अब में, अचानक मिमी का चौक ने की थोड़ी आवाज आई उई....मां.... मेरा चूचू हे ये तो.... पर यहां???
फिर मिमी मेरे बाजू में आके लेट गई मेरे सर पर एक प्यारी सी गीली गीली पप्पी दे कर मेरे सीने पर सिर रख दी में और मेरा नुनु तभी पूरी तरह से शांत हो चुका था तो मैने जैसे अंगड़ाई ली और मिमी को गले के पीछे हाथ ले कर हग किया,
मिनी: मेरा बच्चा चूचू तू कब आया ?
में: हमम......(सोने का नाटक)
मिमी : धीरे से ठीक हे बेटा बाद में उठाती हु तुझे और रूम से बाहर निकल गई, फिर 30_40 मिनिट के बाद
मिमी ने उठाया और नाश्ता दिया और मैने बताया कि आप शायद बाथरूम में थे तब आया था और थकान नि वजह से जल्दी यही सो गया था क्यों कि आपसे मिला जरूरी था,आपकी तबियत कैसी हे अभी?
मिमी: ओ.... देखो तो मेरा बच्चा मेरी कितनी देखभाल करता हे मेरा... में बिल्कुल ठीक हु बेटा अब और मुझे गले लगा दिया अपने नरम नरम मुलायम स्तनों का स्पर्श का अनुभव मेरी छाती पर हुआ वॉव क्या सॉफ्ट हे मेरी मिमी के स्तन तो जी करता हे अभी उनको पकड़लू पर
फिर भी में कुछ भी नहीं किया क्यों मुझे पता हे ऐसा होने वाला है क्यों कि आज तक में मिमी के कमरे में इस तरह नहीं गया क्यों के दरवाजा खटखटाने का नियम हे पर आज में इसी लिए बिना कुछ किया सीधा अंदर आया क्योंकि मिमी की तबियत खराब थी शायद सो रही होगी तो मेरी आने की वजह से तो मिमी जाग जाती तो फिर में सीधा अंदर ही आ गया था...
में स्वर्ग में पहुंच गया था,मेरी मिमी अप्सरा को देखने का अवसर जो मिला था आज ।ऐसा सोच में आया कि जा कर मिमी को हग कर लू अभी। और किस करता रहु उनके पूरे शरीर को पर नहीं कर सका क्यों कि आज तक जिस स्त्री का मैने स्तन और नितंब तो क्या ब्लाउस में दिखने वाली स्त्रियों की क्लीवेज या स्तन का छोटा सा हिस्सा भी नई देख सका।
मिमी मेरे सामने बार वक्त लंबी स्लीव वाले ब्लाउस पहनती थी, कमर और पेट भी ढक के रखती थी,
जिसमें कुछ ऐसा नहीं दिखता जैसे किसी को मिमी सेक्सी लगे,पूरी ढकी हुई रहती मिमी और दीदी को भी ऐसे संस्कार दिए कि वो भी मेरे सामने कभी अपने स्तन का छोटा सा हिस्सा भी नहीं दिखा सके,ऐसे कपड़े पहनती थी मिमी उसे, मिमी के रात कपड़े में गाउन थे और दीदी का भी वैसा ही शूट था बस इन्हीं कपड़ों में देखा था मिमी और दीदी को रोज।
पर मुझे कुछ हरामी दोस्त ने ये दोनों को बिना कपड़ों के देख कर मज़ा लेना सिखाया था पर में उन की बातों में आने वाला नहीं था. और नहीं कभी किया ऐसा
की कभी बिना पूछे दीदी के कमरे में जाना,मिमी के कमरे में बिना पूछे जाना, किसी के बाथरूम में केमेरा लगाना,या फिर रोज इनको मॉर्निंग हग करते समय उनके ऐसे अंग को छूना,जब वो घर में पोछा लगाए या कभी झुके तो उनके सीने में देखना ऐसा नहीं करता कभी में
ऐसे संस्कार नहीं हे मेरे।और न ही उन्होंने ऐसे कभी कपड़े पहने जैसे मुझे वो सब देखे,
पोछा लगते समय मिमी या दीदी मुझे और पापा को बाहर या रूम में भेज देती और कभी हम दोनों के सामने कोई झुकना पड़ता हे तो अपने सीने पर हाथ रख के झुकती दोनों मिमी दीदी,
कभी अमीरों वाली पार्टी में जाना हो तो भी मिमी और दीदी ट्रेडीशन सब ढकने वाला कपड़े पहनते थे,कुछ भी नहीं दिखाए देता किसी को,
सभी बोलते थे उस बारे में ,और पापा भी मिमी को बोलता की जमाने के साथ चलो थोड़ा स्टाइल करो पर मिमी नहीं मानती,
मुझे एक किस्सा याद या जब में १४ _१५ साल का था तभी में और मिमी घर आ रहे थे तो पापा का कोई दोस्त के घर के सामने थे तो रस्ते के साइड पर घर कोने पर खड़े होकर मिमी उसके साथ बात कर रही थी ,वो रस्ते से ज्यादा कोई आता जाता भी नहीं था तो अंकल मिमी को बोला यहां आईए ना थोड़ी बाते करते हे तो मिमी मुझे ले कर चली थी वहां थोड़ी देर बात करने के लिए.
20 _25 मिनिट हो गई थी तो में खड़ा खड़ा थक गया था मैने मिमी को बोला चलो तो वो बोली थोड़ी देर में जाते हे ऐसा करते बहुत टाइम होगया तो में मिमी को खींच रहा था घर जाने के लिए पर मिमी आ नहीं रही थी बस बात किए जा रही थी।
मुझे बहुत बोरिंग फिल हो रहा था पर मिमी हस हस के बहुत बात कर रही थी तो मुझे थोड़ा गुस्सा आया मैंने मिमी से बोला मिमी घर चलोओओ.........
मिमी: बस थोड़ी देर बेटा निकलते हे,
में: नहीं मिमी चलो
मिमी: हां ।
पर चल नहीं रही थी तो मैने मिमी का सारी का पल्लू खींचना चालू किया
मिमी ने मुझे देखा तो बोली नहीं बेटा ऐसा नहीं करते छोड़ मुझे.....
में: नहीं मिमी चलो घर
मिमी ने कोई जवाब नहीं दिया और अंकल की बातों पर हस्ती हुई मेरी देखी बोली बस बेटा थोड़ी देर.
में ने फिर मिमी का पल्लू खींचा तो देखा मिमी की सारी कंधे से हो कर आगे से खुल गई और मिमी का सीना और पेट दोनों दिख गए पापा के दोस्त को,
मिमी हस कर बोली अरे बेटा तूने ये क्या किया,कुछ अकल वकल हे की नहीं? ऐसे कौन करता हे अपनी मां से?
शैतान कही का, कौन खड़ा हे मेरे सामने पता हे तुझे?
में: पापा के दोस्त
मिमी: हा तो यहां मिले तो बात तो करना पड़ता हे ना , ऐसे बिना बोले थोड़ी जाते?
मिमी ने इतना बोले अपना पल्लू वापिस खींचना चाहा
पर मैने मना कर दिया ,नहीं मिमी घर चलो अब बहुत बात कर ली आपने तो
तो,
मिमी: अरे बेटा मुझे शर्म आ रही हे ला जल्दी
पापा के दोस्त :मिमी शेम शेम,.... मिमी हा......बा..... ऐसा बोल कर मिमी को चिढ़ा रहे थे.....
मिमी बहुत हस रही थी पापा के दोस्त की बात से....
मिमी ने पापा के दोस्त के सीने में हाथ से मारा फिर हंसते हुए बोली बेटा प्लीज ऐसा मत करो, यहां आवो हम अभी चलते हे पक्का
में: ठीक हे चलो ऐसा बोल कर में मिमी के पास गया तो देखा मिमी अभी भी बहुत हस रही थी और पापा का दोस्त बहुत बार बोल रहा था मिमी शेम शेम...हा.....बा...
और मिमि के पेट की और देख रहा फिर सीने को देख रहा तो मिनी ने अपने हाथ अपने सीने पर रखा और बोली बस मैने अभी मेरा सीना ढक लिया हे अब बस करो तुम शेम शेम बोलना,
तो पापा के दोस्त बोला पेट दिख रहा मिमी
तो मिमी ने अपने दोनों हाथ पेट पर रख दिया तो
पापा के दोस्त बोले आपके स्तन आपके ब्लाउस में से बाहर आने को हो रहे हे और हंसने लगता हे
मिमी अपने सीने की और देखा तो अपने सर पर दोनों हाथ रखा के बोली ऑफ में तो भूल ही गई थी आज खाना खाते वक्त मैने ब्लाउस के हक खोल कर ढीला किया
था क्यों कि ज्यादा खा लिया था,तो उसके बाद भूल ही गई में तो,
पापा के दोस्त: ऐसा क्यों करती हो?
मिमी: हाफ चढ़ा था ज्यादा खाने के वजह से इसीलिए और वैसे भी ये ब्लाउस थोड़ा ज्यादा फिट हे तो ज्यादा ताकत से पहनना पड़ता हे और ज्यादा समय पहन नहीं सकती उसके हुक खोलना ही पड़ता हे,
पापा के दोस्त: मिमी आप के स्तन बड़े हो गए हे इसीलिए
मिमी: हां आप तो बड़े होशियार हो जैसे आपको सब पता हे मेरे बारे में इतना बोल के फिर मिमी हंसने लगती हे और मिमी के दोनों हाथ अभी भी उनके सर पर थे,तो सीधी सी बात हे पापा के दोस्त को मिमी के स्तन बहुत अच्छे से दिख रहे थे
पापा के दोस्त: शेम शेम मिमी शेम शेम........
फिर मिमी ने अपने दोनों हाथ सर पर से हटाए और अपनी ब्लाउस के हुक लगाने लगी
पापा के दोस्त: रहने दो अब जबरजस्ती मत करो अपने आप पर,उनको आजाद ही रहने दो खुली हवा में
मिमी की फिर हसी छूट निकली...
मिमी:हा हा हा ऐसे करते समय मिमी की दोनों चूची उछल रही थी वो देख के पापा के दोस्तको बहुत मजा आ रहा था
में चुप हो गया रहा उन दोनों को खुश देखते हुए
मिमि: तो आप प्लीज मुझे शेम शेम करना बंद करो मुझे बहुत शर्म आ रही हे
पापा के दोस्त :शेम शेम मिमी शेम शेम........
मिमी: (हस के बोली) में जा रही हु तो फिर बाय
इतना बोल के मिमी मेरी तरफ मुड़ने वाली थी तो पापा के दोस्त ने उनका हाथ पकड़ कर फिर से सीधा कर दिया सोरी बोला और कान पकड़ लिए
मिमी फिर हल्का सा हसी
पापा के दोस्त ने मेरे हाथ से मिमी का पल्लू लिया और मिमी के हाथ में देते हुए बोले मिमी आपका ब्लाउस का तो एक ही हुक लगा हुआ हे अगर रस्ते में टूट गया तो?
मिमी: (हस्ती हुई बोली और मिमी ने अपने स्तन के बीच में ब्लाउस के 2 लगे हुए हुक को देखते हुए बोली) ज्यादा से ज्यादा क्या होगा में शेम शेम हो जाऊंगी, पर हुक नही टूटेगा 2 हुक लगे हुए तो हे,
पापा के दोस्त: मिमी इससे अच्छा हे अगर आपको दिक्कत न हो तो में बाकी के हुक लगा सकता हु?
मिमी: आप तो बहुत ताकत वाले लग रहे हे अपनी ताकत से सभी हुक लगा सकते हे ,लगा दो सभी और मुझे शेम शेम होने से बचा लो इतना बोलते मिमी पापा के दोस्त के नजदीक आई और अपना सीना पापा के दोस्त की और धकेला ।
पापा के दोस्त ने अपने दोनों हाथ मिमी के ब्लाउस के हुक लगाने आगे किए पर उन्होंने नीचे वाले दोनों हुक खोल दिए और बोला मिमी शेम.... शेम....
मिमी ने नीचे देखा तो अपनी टाइट ब्लाउस के सारे हुक खोलने से ब्लाउस झटके से थोड़ा दोनों तरफ से सिकुड़ गई बोली और मिमी के स्तन बिना ब्रा पहने हुए थे तो
पापा के दोस्त के सामने बिल्कुल खुले हो गए
मिमी: जोश से हंसते हुए हा हा हा... ये क्या किया आप तो मेरे बेटे से भी ज्यादा शैतान निकले आज तो आप
क्यों किया ऐसा शैतान कही के .....
पापा के दोस्त: शेम शेम मिमी आपके पूरे खुल्ले स्तन दिखाया दिए मुझे... हा हा... शेम शेम...
मिमी ने अभी तक कुछ नहीं किया बस हाथ में अपने पल्लू ले कर खड़ी थी,... और मुस्कुरा रही थी,
मिमी: शैतान करोगे तो में घर जा रही हु बाय बाय... बोल के हसी
पापा के दोस्त: अरे नहीं नहीं मिमी वेरी सोरी मुझे पता नहीं था आप ब्रा नहीं पहनती मैने पहले नीचे वाले सब हुक को खोल के ऊपर के पहले हुक से सभी एक साथ हुक लगाने की सोच रहा सच में मिमी सो सोरी.... मेरी गलती हे मिमीजी माफ करना यार प्लीज...
मिमी: अरे अरे कोई बात नहीं सोरी क्यों बोल रहे हो हा हा हा हा मे भी मजाक कर रही थी उसमें आपकी कोई गलती नहीं थी, दरअसल ये ब्लाउस ही इतना टाइट हे कि मैने आज ब्रा के ऊपर पहना तो पहन ही नहीं पाई तो उसके बिना ही पहन ली ये ब्लाउस..
पर मुझे नहीं पता था आप सब हुक खोल देंगे (इतना बोल के फिर हंसने लग गई)...
पापा के दोस्त: अरे सोरी यार मुझे नहीं पता था
पर...... आपके..........ये....... दोनों........ बहुत मजेदार दिख रहे हे सच में में बहुत भाग्यशाली हु मेरा आजका दिन आपने बना दिया ....
मिमी बहुत जोर से हंसने लगी और उन्होंने अपना पल्लू पापा के दोस्त के ऊपर फेका बोली आप बड़े शैतान हो जाईए आप में जा रही हु बोलके खड़ी थी चुप चाप मंद मंद मुस्कुराती हुई मिनी
पापा के दोस्त : लाइए अब लगा देता हु
मिनी: पूरा ब्लाउस मत खोल देना मेरा बेटा हे बाजू में
पापा के दोस्त: नहीं मिनी ऐसा नहीं करूंगा में अब सच में आपके ब्लाउस के हुक लगाऊंगा
मिनी: पक्का?
पापा के दोस्त: हा पक्का बाबा
मिनी : ठीक हे फिर दो मेरा पल्लू
पापा के दोस्त ने पल्लू मिनींको दिया और मिनी ने अपने दोनों हाथ ऊपर करके पापा के दोस्त के कंधे पर किए तो
पापा के दोस्त ने अपना एक हाथ मिनी के स्तन पर रख के निप्पल दबा दिया फिर दूसरा स्तन को भी वैसा किया
मिनी: हंसते हुए आप बड़े शैतान हो सच में और मुस्कुरा रही थी 5_10 मिनिट तक उन लोगोंका वैसा हसी मजाक वाली बात चलती रही फिर मिनी ने बोला मुझे अब सच में घर जाना हे तो क्या आप मेरे ब्लाउस के सारे हुक लाग देंगे?
पापा के दोस्त : जी मालकिन आपका हुकुम सर आंखों पर इतना बोल कर सारे हुक लगा के मिनी के पल्लू से पूरा ढक दिया,
मिमी हंसते हुए आपका खूब खूब शुक्रिया अपने मेरा काम जो किया,
पापा के दोस्त: अरे पर जल्दी घर जा कर आप इन कबूतर को आजाद करो ,ऐसे कैद नहीं करते बिचारे दब जाते हे ,प्लीज आजादी देदो उनको,
मिमी: खिल खिलाते हंसते हुए..... हांजी पक्का वादा रहा आपसे चलो फिर मिलते हे फिर कभी बाय,.....
इतना बोल के पापा के दोस्त ने मिमी को गले लगाया फिर हम दोनों घर की और चल दिए,
मिनी बहुत खुश थी आज बहुत हस रही थी बाद में कई देर तक भी.....
उन दिनों के baad मिमी उसको सिर्फ हाई ही करती दिखी
अब मे दूसरा एक एक्सपीरियंस बताता हु
हमारा समर वेकेशन चल रहा था तब एक दिन पाप शाम को आकर पूछा क्या तुम सभी गोवा में छूटी मना ने चलोगे?
हम सब ने हा बोला मगर दीदी ने बोला में २ मिनिट में आई डेड बोल के अपने रूम में गई
5 मिनिट्स में दीदी आई और चिल्लाते हुए बोली चलो सब गोवा
लेकिन हम सब ने कोई रिएक्शन नहीं दिए कोई कुछ नहीं बोला। सब शांत थे
थोड़ी देर में पापा बोले बेटी हमारी तीनो लोगो की टिकट बुक कर दी हे मेरे दोस्त ने पर तेरी नहीं हुई तुम अगले वेकेशन पर चलना इस बार घर पर रह कर ही पढ़ाए करना मेरी अच्छी बेटी होना तुम??
दीदी का चेहरा देखने लायक था थोड़ी ही देर में दीदी रोने जैसे शकल बनाकर रोने ही लगने वाली थी तभी पापा अचानक से बोले अरे अरे मजाक मजाक कर रहे थे सब सब जायेंगे भाई ।। तब दीदी ने पापा के सीने में जाके मारना शुरू किया और अपना मुंह छुपा दिया उसमें
फिर मिमी से बोली चलो शॉपिंग पे चलते हे
मिमी: मेरे पास तो सब कपड़े हे मुझे कुछ नहीं लेना
दीदी : अरे हा न मेरे पास भी कपड़े हे फिर भी पापा आप पैसे दो और टिकट का फोटो दो मेरी सब सहेली भी गोवा आ रही हे तो सब साथ कभी मिलने का प्लान हे
पापा : तो उनके साथ ही चली जाती
दीदी: उनके साथ ही चली जाती अगर आप लोग नहीं आने वाले होते तो प्लानिंग चल रहा था हमारा
पापा : वाह देखा बेटी हो तो ऐसी,ऐसा बोल के उसने गले लगा दिया तभी दीदी ने कान में बोला मुझे पैसे 10,000 रुपए चाहिए
पापा: ठीक हे बेटा
मिमी: कुछ अच्छा खरीदे तो मेरे लिए भी लेकर आना
में: दीदी मुझे भी
डेड: बेटी मेरे लिए भी
दीदी:सब के सब लुटेरे हे यहां...
सभी सो जाते हे
गोवा में लैंडिंग करते हे फिर एक अच्छी सी होटल में थोड़ा आराम करते ही हम बीच पर निकल गए थे दीदी के साथ
मेरा तो जाते ही मूड बदल गया वॉव......कितनी सारी हॉट लड़कियां खेलने लगी थी यहां सब चड्डी और ब्रा में ,
दीदी : चूचू क्या देख रहा हे तू सभी को?
में: दीदी सब ऐसे नंगे क्यों घूम रहे हे?
दीदी: चूचू ये सब नंगे नहीं हे पर कम कपड़े पहने हुए हे सेक्सी लगने के लिए
में: पर क्यों ऐसा क्यों करते हे
दीदी: बस मजा आता हे एंजॉय करने आते हे लोग यहां
में: दीदी नंगेपन से क्या एंजॉयमेंट मिलता होगा?
गेम खेलने से एंजॉयमेंट मिलता हे न?
दीदी: बहुत सी चीज से एंजॉयमेंट मिलता हे बुद्धू कही का, क्यों तुझे अभी मजा नहीं आ रहा हे क्या सब नंगी लड़की के सीने और कूल्हे को तू देख ही तो रहा हे अभी
में: दीदी में ने कोई नंगी लड़की नहीं देखी, में तो बस मार्क कर रहा हु कि सब ने एक जैसे कपड़े क्यों पहने हे, ब्रा भी एक दम छोटी,उनका पूरा शेप बाहर से पता चल रहा हे और चड्डी भी एकदम पतली डोरी जैसी जिसमें कूल्हे तो पूरे हे दिखते हे,
दीदी: मेरे सामने आ कर मेरा चेहरा अपने दोनों हाथों में ले कर बोली : मेरा बच्चू मेरा चूचू इसे एंजॉयमेंट ही बोलते हे
बोल के मेरे सर पर पप्पी दी,और गले लगा दिया,
दीदी: तू तो बहुत होशियार हो गया हे अब बड़ा हो गया हे मेरा भाई वाह , और हा ये सभी लड़की हे कपड़े जो पहने हे उनको बिकनी बोलते हे और लड़के ने शॉर्ट/ हॉफ पेंट
पहने हे,
में: दीदी लड़के वाले ने जो कपड़े पहने वो तो मैने भी पहने हे पर अपने कहा पहने लड़की वाले कपड़े?
दीदी:हस्ती हुई बोली पहन ने वाली हु में
में: कब
दीदी : में क्यों बताऊंगी
में: क्यों कि तू मेरी अच्छी दीदू हो मेरी प्यारी दीदू हो,
दीदी: चूचू अभी कुछ फाइनल नहीं हे पर ऐसा कुछ होगा तुम हे बता दूंगी पक्का,
फिर दीदी मेरा हाथ पकड़ कर घूमी और हम होटल पर आ गए ,
दूसरे दिन हम सब बीच पर गए थे सब ने अच्छे कपड़े पहने थे
पापा ने टीशर्ट शॉर्ट
मिमी ने ड्रेस विथ फुल स्लीव नीचे लेगिंस
दीदी ने हॉफ जींस टीशर्ट
मैने ऊपर बनियान नीचे शॉर्ट्स,
कुछ देर बाद दीदी पर सहेलियों का फोन आया और वो चली गई उनके साथ,पापा ने बियर ऑर्डर की ओर हम तीन बैठे थे कुछ नाश्ता वगैरा कर रहे थे
में: मिमी चलो न नहाने चलते हे
मिमी: तुम चलो में आती हु
में: बनिए उतार के नहाने लगा
मिमी भी आई नहाने मेरे साथ पाणी डालते बहुत खुश होकर खेल रहे थे में और मिमी ,मिमी पूरी भीग गई थी और उनके कपड़े चिपक गए थे वो देख रहा था,इतने में मिमी बोली बेटा में जा रही
में: क्यों?
मिमी: बस बेटा 1 घंटे से हम नहा रहे हे
में: मजा आ रहा हे पर मिमी मत जाओ आप
मिमी: ठीक हे आती हु पर मुझे बाथरूम आई हे
में: 1 नंबर या 2 नंबर?
मिमी: 1 नंबर हो कर आती हु वापिस
में: मिमी यहां ही कर लो न पानी में किसी को पता नहीं चलेगा
मिमी: हंसते हुए पागल ऐसा नहीं करते तुम्हारे पास या किसी के पास मेरी सुसु गई तो उसको खराब लगेगा बॉस आयेगी
में: अरे मिमी इतनी हवा चल रही हे इतना पानी हे सब घुल मिल जाएगा किसी को कुछ पता नहीं चलेगा
मिमी: हा वो तो सही हे पर बेटा मेरे कपड़े उतारने पड़ेंगे न? लेगिंस नीचे करनी पड़ेगी फिर चड्डी उतार नी तो पड़ेगी ही तब में सुसु कर सकूंगी ना?
और खुले में करूंगी तो सब लोग देखेंगे तुम्हारी मिमी को
फिर तुम्हारी मिमी को शर्म आएगी क्या ये सब तुम को अच्छा लगेगा क्या?
में: बिल्कुल भी नहीं मिमी पर आजू बाजू कोई देखने वाला नहीं हे सब अपने लोगों के साथ बिजी हे आप चुप चाप कर लो में घूम जाता हु
मिमी: नहीं चूचू तुम मत घूमो तुम मेरा बच्चा हो,मुझे तुझे शर्म क्यों आएगी
में: ठीक हे मिमी जल्दी सुसु कर लो नहीं तो आपको 2 नंबर लगेगी तो पक्का जाना पड़ेगा होटल
मिमी: चूचू में होटल ही जा रही हु भूख भी लगी है मुझे खाना खा कर आते हे चलो तुम भी,
में: ठीक हे मिमी
फिर खाना खा कर हम तीनो सो गए
शाम को 5 बजे हम फिर बीच पर आ गए
मैने मिमी से बोला मिमी चलो ये स्पेशल बाइक चलते हे पापा आप बैठो हम आते हे
और में और मिमी निकल पड़े मिमी पीछे बैठी थी
में: एकदम कस के पकड़ो मिमी मुझे नहीं तो आप गिर जाओगे
मिमी: है ठीक हे और मुझे पकड़ लिया और किस भी किया आगे आकर ,
थोड़े आगे जाकर मैने पूछा मिमी चलो न ऐसा एक हम दोनों का ये बाइक पर बैठे ऐसे आप मुझे किस कर ते हुए एक फोटो हो जाए ,हम दीदी को भेजते हे,
मिमी :हस ते हुए बोली हा क्यों नहीं भेजते हे न,
में: पर फोटो किसके पास खिंचवाए?
मिमी: है ये भी बात हे किसी बच्चे को बोलते हे
में: नहीं मिमी बच्चा पागल जैसे फोटो खिंचेगा किसी बड़ी लड़की को बोलते हे वो होशियार होती हे हमारी बहुत अच्छी फोटो भी लेगी और पोज भी बताएगी,
मिमी: ऐसी तो कौन मिलेगी तुझे बेटा?
कुछ देर आगे बढ़ने पर 3 लड़की का ग्रुप बिकिनी में जाती हुई दिखाई दी तो मैने उनके पास जाने दिया मिमी ने मुझे रोकते हुए अरे वो नंगी लोगो के पास क्यों जा रहा हे?
में: फोन देने वो हमारी फोटो खींचेगी
मिमी: दूसरी कोई देख ले
इतने में मैने गाड़ी उनके सामने लेकर रख दी
पहली लड़की को फोन देने का सोचा पर दूसरी और मुंह फेर लिया
दूसरी लड़की को देने का तो वो अपनी बिकिनी ठीक करने में व्यस्त थी
और लास्ट चलती हुई तीसरी हुई लड़की को फोन देने के लिए जाते जैसे ही उसका फेस देखा तो मेरी नजर सीधी उसके पैर (चरणों) में आ गई,
हा चरणों में मेरी नजर चली
क्यों कि ये मेरे संस्कार थे
गाईस ये कहानी में एक और कहानी आ रही हे
जब में छोटा हुआ करता था १२ –11 साल का तब की बात हे, उस समय मेरे सभी निकम्मे दोस्तो 18+ वाली फिल्म देख देख के हम सभी दोस्त 19 साल जैसा वर्तन करने लग गए थे, और साथ में सभी दोस्त को मेरी मिमी और दीदी बड़ी सेक्सी लगती थी तो वो कभी कभी घर पर पास्ता – नाश्ता खाने आ जाया करते थे इनको देखने के लिए मुझे
इसी वजह से मेंभी उन सब में विश्वास करने लगा था
तब दीदी 15 साल की थी दीदी के स्तन बड़े हो गए थे, में दीदी से प्यार से कोई भीं गेम खेलने बोलता था तो वो मान जाती थी फिर हम खेलने लगते थे,या कभी फिल्म भी देखते हे उनके लैपटॉप में तब लेट नाइट तक हम दोनों एक दूसरे के साथ लगभग चिपके रहते थे, में दीदी को गले लगा कर सोने की एक्टिंग करता था दीदी मुझे प्यार से गले लगती थी तो मैने तभी दीदी को नाइट गाउन के अंदर झांकने की कोशिश की जब दीदी सो जाती थी, कभी कभी तो दीदी के टॉप के गले के सारे हुक खोल के दीदी के स्तन देखता रहता जब दीदी नींद में थी,
एक बार ऐसा हुआ कि हम प्लेइंग कार्ड खेल ने वाले थे ,रात को ११ बज गए थे मिमी पापा को हम दोनों गुड नाइट बोल के अपने अपने रूम में आ गए थे,
आज दीदी और मम्मी बाजार गए थे कुछ कपड़े लेने थे तो
दीदी थकी हुई थीं शायद तो सो गई थी पर उसने मुझे बोला था आके कार्ड जरूर खेलेंगे।
तो में उसके रूम में गया तो देखा दीदी ने नाइट गाउन भी नहीं बदला था और वो वही बाजार वाले स्कर्ट टॉप में ही सो गई थी उल्टी हो कर तो मैने थोड़ा हिलाया दीदी के कूल्हे पर हाथ रख के पर दीदी कुछ नहीं बोली या हिली तो मैने उनकी शॉपिंग बैग खोलना चाहा तो देखा तो अंदर दीदी की ब्रा ,चड्डी ,कुछ ,टीशर्ट ,स्कर्ट,नाइट गाउन भी थे,
मैने सब देख लिया पर मुझे कुछ मजा नहीं आया तो मैने दीदी को उठा के बैठा दिया एक कोने और बोला दीदी चलो खेलने में, दीदी थोड़ी गुस्सा हो कर बोली अरे में सो गई थी क्यों उठाया मुझे नहीं खेलना हे आ तू जा अपने रूम में ,
में: आपने ही बोला था कार्ड खेलने
दीदी: पर में थकी हुई हु चूचू सोना हे मुझे कल खेलेंगे
में: निराश हो कर ओके कोई बात नहीं दीदी आप सो जाइए गुड नाइट, आई लव यू दीदी।।
दीदी: लव यू भाई बाय,हम कल पक्का खेलेंगे
में: ठीक हे पर दीदी आप अपने कपड़े तो बदलो आप बाजार वाले कपड़े में क्यों सो रही आपने सोने से पहले सुसु तो किया था कि भूल गई?
दीदी : अरे हा मे सब भूल गई यार सच्ची थैंक्यू चूचू चल बाय बाय बाय बोल के बाथरूम के पास गई और अपने स्कर्ट को नीचे कर के निकाल दिया टॉप और चड्डी में
दीदी को देखने लगा वाह क्या लग रही थी, उनको पता भी नहीं में उसके रूम के बाहर दरवाजे से उनको देख रहा था ,वॉव ....दीदी तो बहुत प्यारी दिख रही हे ...... दीदी चड्डी में थी वॉव ओहो.....क्या कूल्हे दिख रहे हे देख के मेरा नुनु बड़ा होने लगा था,
दीदी नींद से उठी हुई थी तो अपने बाल अस्तव्यस्त थे तो ठीक करने थोड़ी आगे बढ़ के ड्रेसिंग टेबल के पास क्यों अपने आपको देख कर बाल ठीक किया फिर अपना टीशर्ट उतार दिया तो अब दीदी ब्रा और चड्डी में आ गई थी
मेरा तो नुनु पूरा खड़ा हो चुका था मेरे दिल में खलबली हो रही थी ,दीदी ने अपने दोनों कंधे पर से ब्रा की पट्टी उतार कर हाथ से निकाल ने लगी फिर ब्रा को अपने सीने के नीचे लेकर घुमाई तो ब्रा का हुक वाला आगे आया तो हुक खोल के दीदी ने ब्रा फेक दी एक बास्केट में,फिर दीदी अपने आपको शीशे में देखते हुए अपने एक स्तन हाथ में लेकर देखने लगी थी ,मुझे वो दीदी का स्तन नहीं दिख रहा था क्यों कि में दूर अलग दिशा में था,
फिर दीदी ने थोड़ा घूम के अपने नितम्ब पर हाथ फेर रही थी और तभी अचानक चड्डी नीचे कर दी वॉव क्या कूल्हे दिख रहे थे दीदी के मेरा नुनु ने सुसु कर दिया ऐसा लगा मुझे पर ऐसा नहीं आया कुछ, दीदी को फिर से देखा तो दीदी अपने दोनों हाथ अपने कूल्हे पर फेर के आईने में देख रही थी, फिर दीदी बाथरूम में चली गई मैने दीदी के रूम में वापिस गया और दीदी के बेड पर बैठ गया और दीदी को आवाज लगाई
में: दीदी मुझे नींद नहीं आ रही हे क्या आप को नींद आ रही हे क्या?
दीदी बाथरूम में से: नहीं चूचू में भी जाग रही हु तुम ने मुझे जगा दिया तो अब भी आ रही,
में: पर मैने तो आपके भले केलिए जगाया था आपके कपड़े गंदे थे उसमें आप सोई हुई थी और अपने सुसु भी नई की थी
दीदी: हा चूचू तूने अच्छा किया
इतना सुना कि
थोड़ी देर में बाथरूम से सुसु करने की आवाज आने लगी ,क्योंकि बाथरूम का दरवाजा थोड़ा सा खुला था
में: तो क्या दीदी हम कुछ खेले गेम?
पर दीदी ने कुछ नहीं बोला बस वो सुसु कर रही थी,
मैने फिर से पूछा पर कोई जवाब नहीं दी,
दीदी क्यू नहीं जवाब दे रही ये देखने में बाथरूम की और जाने लगा और जैसे ही मै बाथरूम का डोर खोलता और दीदी के सामने उसको को नंगी देखता उससे पहले दीदी अंदर से बोली भाई वो मेरा नया वाला गाउन देना पहन के देखती हु कैसा फिटिंग हे उसका,
में वो लेने बेड के पास गया और ले कर दीदी को देने बाथरूम की और गया और अब में बाथरूम का डोर खोल के देने ही वाला था कि दीदी ने थोड़ा सा मुंह और एक हाथ निकाला और अपना गाउन लेने मेरी और किया मैने उसके हाथ में दिया और बोला लो दीदी देखलो फिटिंग,
फिर दीदी ने अन्दर से डोर का स्टॉपर लगा दिया
में : दीदी मुझे भी देखना हे आपका गाउन का फिटिंग
दीदी : हा हा दिखाती हु पहले पहनने तो दे मुझे?
में: अपने फिर दरवाजा क्यों बंद किया?
दीदी: अरे पर भाई मैने बिल्कुल भी कपड़े नहीं पहने हे
तू सोने गया इसीलिए में सब कपड़े उतार के सुसु करने आई थी फिर सो जाती, पर अब तू आ गया हे तो मुझे शर्म आ रही हे इसीलिए बंद किया डोर, प्लीज चूचू मेरी बातों का बुरा मत मानना , मैने कया ऐसा कभी तेरे मुंह पर कोई डोर बंध किया था क्या?
में: नहीं दीदी ऐसा कुछ नहीं किया अपने, पर कोई बात नहीं ठीक हे आप आवो आपके हिसाब से वो गाउन पहन कर
2 मिनिट में दीदी बाहर आ गई नया गाउन बहुत अच्छा दिख रहा था दीदी पर,
दीदी: कैसा लग रहा हे चूचू देखो न।
में: बहुत अच्छा हे कलर तो पर ये घर में रात को सोने के लिए हे या किसी पार्टी या बाहर जाने के लिए हे?
दीदी: सोने के लिए चूचू इसमें बाहर कौन जायेगा? ये एक ही चीज पहन कर सोऊंगी में मटेरियल कितना सॉफ्ट हे न ? देखो न
मैने थोड़ा झुक के दीदी के घुटने के ऊपर से कपड़ा उठा कर चेक किया
में: हा दीदी सच में अच्छा हे,
दीदी आईने में अपने आपको देखने के लिए थोड़ा आगे बढ़ी तो गाउन का निचला हिस्सा तो मेरे हाथ में था तो गाउन खिंचाया तो उसमें दीदी की जांघ दिखी पीछे से, तो मुझे और ऊपर देखने की इच्छा हुई तो मैने और थोड़ा ऊपर खींचा तो दीदी की कमर तक का गाउन ऊपर हो चुका था, वाउ क्या कूल्हे दिखे मुझे गोल गोल गोरे गोरे एकदम परफेक्ट गोल थे इस बात का दीदी को जरा भी पता नहीं चला।
फिर मैने दीदी के सामने वाले आईने में देखा तो दीदी अपने गाउन का कॉलर देख रही थी ,मैने सोचा अगर दीदी के कूल्हे देखता हुआ अगर में पकड़ा गया तो बवाल हो जाएगा दीदी से,
तो फिर मैने छोड़ दिया और दीदी के ठीक सामने खड़ा हो गया और उनका कॉलर और कंधे का फिटिंग दीदी को छू कर देखने लगा ,
में: अच्छा हे दीदी एकदम खुला खुला हे नीचे से तो
दीदी:हमममम नीचे से तो बिल्कुल फिट नहीं हे
में: तो में जरा ऊपर की फिटिंग देखूं?
ऐसा बोल के मैने दीदी के गले वाले कॉलर ने नीचे वाले हिस्से को थोड़ा मेरी तरफ खींच के देखा तो अरे... वाऊ दीदी के थोड़े थोड़े स्तन दिख गए तब दीदीने मुझे देख लिया अपने सीने को देखते हुए तब बोली
दीदी: चूचू मत कर ऐसा, ऐसा कौन फिटिंग चेक करता हे अपनी दीदी के आउटफिट का?
में: में इसीलिए खींचा ताकि कितना स्ट्रेच होता है वो देख सकू।
दीदी: हा और साथ मे मेरे अंदर देख भी लिया तुमने हा ?
में: अरे नहीं दीदी में सिर्फ कापड़ ही चेक किया और अंदर तो आप ने ब्रा पहना हे तो में क्या देख लूंगा और क्या क्या लुट लूंगा तेरा?
दीदी: लुट तो कुछ भी नहीं लेगा पर फिर शेम.... शेम...... दीदूं शेम शेम... बोल कर बहुत हंसेगा मुझ पर,
जैसे पहले करता था
जब हम दोनों एक साथ नंगे हो कर नहाने थे तब... बोल का दीदी हंसने लगी.
में: अच्छा ये तो मैने सोचा ही नहीं दीदी
दीदी: और तूने ब्रा कब देखी मेरे सीने पर?
में: वो ही देख रहा था कि कोनसी कलर की पहनी हो पर देखूं उसी पहले तो आपने मुझे पकड़ लिया और मना कर दिया।
दीदी: चूचू दीदी के ब्रा कौन चेक करता हे भला?
में: अरे ऐसे ही जान ने कि उत्सुकता थी और कुछ भी नहीं दीदी।
दीदी हस्ती हुई बोली
दीदी : में कोई एक्ट्रेस हु क्या?
में: दीदी आप एंड मिमी मेरी रियल लाइफ की सबसे खूबसूरत एक्ट्रेस एंड प्रेमिका हो , आई लव यू दीदु,
दीदी: हा भाई वो तो ठीक हे मेभी तुमसे बहुत प्यार करती हु पर कभी मैने तुम्हारे शॉर्ट में हाथ डाल का तुम्हारा सुसु देखने की कोशिश नहीं की,
में: मैने कब मना किया आपको ?
दीदी : गंदे कहीके.
में: ब्रा देखना हे आपकी दिखावों न मुझे आपकी पहनी हुई ब्रा,
दीदी: चूचू नहीं..... मुझे शर्म आएगी
में: दीदु मुझसे क्या शर्माना?
दीदी: तुम मिमी थोड़ी हो जिसके सामने में बिना कपड़ों के रह सकू या कपड़े वगेरे बदल सकू?
में: दीदु तुम मिमी के सामने ऐसे बिना कपड़ोंके घूमती हो?
दीदी: अरे बाबा ऐसा नहीं हे पर जब कही जाना हे तो में मिमी के रूम में कपड़े बदलते हे और एक दूसरे को तैयार करते हे,एक दूसरे का श्रृंगार करते हे,
में: मिमी भी तेरे सामने बिना कपड़े को घूमती हे? मेरा मतलब कपड़े बदलते होगे?
दीदी: हा पर मिमी अपनी चड्डी मेरे सामने नहीं बदलती वो सिर्फ बाथरूम में ही बदलती हे,
में: ऐसा क्यों?
दीदी: वो मुझसे बड़ी हे इसीलिए और क्या? मुझसे शर्म आती होगी पर में तो बिंदास उसके सामने रहती हु मुझे कोई शर्म नहीं आती उनके सामने,
में: काश दीदी आप मेरे सामने भी ऐसा रहती?
दीदी: हा.... आ.....चूचू तू लड़का हे फीमेल नहीं,
में: तो क्या हुआ आपको प्यार तो करता हु न?
दीदी: हा पर फिर भी शर्म आती हे मुझे
में: दीदी एक बात बता तू मिमी के कमरे में कपड़े पहन ने को जाती हे तो