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Adultery जबरजस्त संस्कारी परिवार की प्यार की ये एक कहानी !!! भाग-01

Loveyounaagi

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Hello guys

मेरा नाम हे "......."





जैसे ही मैने 19 साल में प्रवेश किया तब से में बहुत शक्तिशाली फिल करने लगा था, जब से मैने अपना होश संभाला तब से मुझे मेरी मम्मी पापा और दीदी , मतलब पूरे परिवार के प्रति बहुत प्यार आने लगा था।

क्यू की बाकी सब लोगों को देखते हुए मुझे लग रहा था कि मेरी परवरिश बहुत अच्छे से हुई हे।

न्यूज,टीवी सीरियल सब देखते हुए ओर सभी आजू बाजू का वातावरण देख कर लग रहा था कि में बहुत अच्छी जगह पला बढ़ा हु।

इसीलिए में उन को सब से पहले थैंक यू बोलना चाहूंगा वो हे....." मेरी मां ,मेरे पापा एंड मेरी दीदी,"







में मम्मी प्यार से में उनको "मीमी "बुलाता हु , दीदी को दीदु और पापा को पापा ही बुलाता हु।

पर मेरी मिमी ने प्यार से मेरा नाम चुचू रखा घर में

पर एक हरामी दोस्त ने उस नाम सुन कर अपने हिसाब से मेरा नाम चूचे रख दिया था। तो स्कूल में भी कोई लोग मुई ये नाम से चिढ़ाते थे।

तो फिर स्टार्ट करता हु उम्मीद हे आप सभी को पसंद आएगी।





सुबह सुबह जल्दी उठ कर नहाने गया था तभी मेरा फोन बज उठा पर में तो नहा रहा था तो नहीं उठा पाया,

में (मन में):अरे ये तो मि का कॉल था पर वो कोल क्यों की? आवाज लगाती।।।



कोई बात नहीं कोई खास बात होगी जो पापा को नहीं बतानी होगी इसीलिए कोल किया होगा यह सोच कर मैने जैसे ही कॉल लगाया व्हाट्सअप एप पर नोटिफिकेशन आया देखा तो मीमी का हे,

तो मैने देखा

मीमी: गुड मॉर्निंग चूचू।। बेस्ट ऑफ लक माय चूचू बेटा

बेटा आज जरा मेरी तबियत सही नहीं हे थोड़ा सा बुखार जैसा लग रहा हे तो सोरी बेटा में आज तेरा नाश्ता एंड टिफिन नहीं बना सकीं तो तेरे पापा जो कुछ देंगे वो खा लेना और सही से एक्जाम दे आना और अपना ख्याल रखना में दवाई ले कर सो रही हु।

में: अरे ये क्या मिमी अचानक आपको? कल रात तक तो ठीक थी आप टीवी देख रहे थे ?

मिमि: हा चूचू ।।। पता नहीं... में अच्छी खासी घूम भी रही थी उसके बाद से ही स्टार्ट हुआ था थोड़ा थोड़ा और फिर बढ़ गया और अब में चल भी नहीं पा रही इतना बुखार हे पर में ठीक हो जाऊंगी तुम एक्जाम दे कर आवो अच्छे से और नाश्ता करके जाना अच्छे से ।

में: मिमी में आपके पास आ रहा हु आपको देखने

मिमि : नहीं बेटा में अभी सोने वाली हु एग्जाम दे कर आना फिर मिलते हे।

में: दवाई ले लेना मिमि आप में दोपहर तक आ जाऊंगा

मिमि: बाई चूचू।

में नीचे किचन में नाश्ता खाने गया वहां पापा थे

में: अचानक क्या हुआ

पापा : पता नहीं कल मिमी को कुछ खाने में आ गया लग रहा हे तभी ऐसा हुआ हे,मेरे एक दोस्त ने बताया वैसा दावा दिया हु ठीक होनी चाहिए, और मैने आज छूटी भी ली हे तो में हु घर जरूर पड़े तो डॉक्टर के पास ले जाऊंगा पर तू अच्छे से एक्जाम दे कर आ जाना।

दीदू: बेस्ट ऑफ लक भाई।में भी मम्मी के पास रहूंगी आज कॉलेज नहीं जाऊंगी।

फिर में चला गया स्कूल।

३ बजे घर आया तो पहले सीधे मिमी के रूम की तरफ गया दरवाजा खुला ही था तो में अंदर चला गया

देखा तो मिमी नहीं दिखी

न पापा दिखे कि नहीं दीदी दिखी साले सभी मिमी को डॉक्टर के पास ले कर गए होंगे ऐसा सोच कर में बाहर जाने ही वाला था तभी बाथरूम से आवाज आई कुछ गाने गुनगुना ने की और साथ में पानी की तो में समझा चलो मिमी यहां हे फिर में बैठ पर लेट गया मिमी का वेट करने लगा। दिल में सुकून मिला कि मेरी मिमी ठीक हो चुकी हे

कुछ देर में मिमी ने बाथरूम का दरवाजा खोला और बेड के सामने आ गई



में: मन में(अरे .......... ओह माय गॉड,,.....

ये क्या था........... ..... वॉव .........वॉव .........वॉव

मिमी बिना कपड़ों के थी)

मिमी अपने खुले भीगे बालों संवारती हुई आई

लगता हे अभी अभी नहाकर आ रही?



बुखार के कारण मिमि की आँखें थोड़ी ही खुली थी और बेड पर रखे अपने ब्लाउस उठाई और पहनने लगी लगता हे मिमी ने मुझे देखा ही नहीं।

वॉव.... क्या मस्त लग रही थी मिमी,

पूरा गोरा गोरा बदन ,सीने पर ध्यान गया तो वॉव.... गोल गोल बड़े बड़े मिमी के स्तन ,पतली कमर, नीचे सुसु की जगह भी दिखाई दी वॉव.......नितंब भी एक दम परफेक्ट साइज के थे मिमी कोई एक्ट्रेस जैसी थी मेरी मिमी...

साला मेरे कई दोस्त लोग बोलते थे कि तेरी मिमी बहुत सुंदर हे तू ने अपनी मिमी का ये सब देखा की नहीं करके चिढ़ा रहे थे मुझे पर में वो सब से बहुत ऊपर वाला प्यार करता था मिमी से ऐसे संस्कार थे मेरे आज तक कुछ दिखा नहीं पर आज गलती से देख लिया तो मिमी के लिए सोरी फिल कर रहा था दिल मेरा बहुत जोर शोर से धड़क रहा था ऐसा लग रहा था मेरा २ दिल हे दूसरा मेरे पेंट में भी हे । जिसे नुनु कहते हे ऐसा मिमी ने बताया था ,



मिमी से मुझे डरना था फिर भी पता नहीं क्यों थोड़ी देर मेरी नजर मिमी को देखती रही

मिमी थोड़ा घूमी और आगे जा कर फैन चालू कर के फैन के नीचे खड़ी हो गई जैसे शायद नहाने से उनको ज्यादा गर्मी लगी हो।



ओओओ...... वाउ.... वाउ.... वाउ.... मिमी क्या चाल हे बहुत सुंदर तरीके से मटक रहे हे आपके कुलहे आपकी कमर और पीठ । क्या मस्त लग रही हो आप ऐसे बिना कपड़ों के तो। आई लव यू मिमी।।

में ऐसा बोलने वाला था पर डर लगा कि मिमी को पता चल गया कि मैने उनको बिना कपड़ों के देख लिया तो उनको शर्म बहुत आयेगी और शायद वो रो भी देगी तो में सोने की एक्टिंग करने लगा

पर मेरे दोनों दिल नहीं मान रहे थे कि में आंख बंद कर के बेड पर सोता रहु.

मैने फिर आँखें खोल के देख लिया तो मिमी ने अपने बाल खोले अपने पीछे की तरफ फैला दिया और वो ब्लाउस हाथ में रखी ऊपर फैन की और आंख बंद कर के देख रही थी शायद हवा खा रही होगी अपने बदन पर एंजॉय कर रही थी मिमी

थोड़ी देर ऐसी ही हवा खा कर मिमी मेरी तरफ बेड की तरफ मुड़ी और अपना ब्लाउस फेक दिया बेड पर

शुक्र हो मुझे नहीं देखा अभी तक,

फिर मिमी फिर फैन की हवा अपने बदन पर लेते हुए अपने बाल सवार ती रही। अरे वह मिमी तो हल्का हल्का सा गाना भी गुनगुना रही हे। वाह मिमी क्या लगा रही हो आप तो में मन में बोला और देखा कि मिमी के स्तनों हिल रहे थे जैसे जैसे मिमी अपने बाल को संवार रही थी थोड़ी थिरकन आ रही थी दोनों स्तन में,



मेरा नुनु पूरी तरह से खड़ा हो गया था चड्डी में तनाव आ रहा था तो मैने हल्का सही करके नुनु को थोड़ी जगह दी बाहर आने की,फिर मिमी थोड़ा आगे चलके ड्रेसिंग टेबल के पास गई और बाल एक हाथ में ले कर थोड़ी आगे झुक कर अपने बालों में कंघी करने लगी



वॉव.... क्या सीन था लंबे लंबे बाल मिमी के कूल्हे तक आ रहे थे लंबी लंबी टांगे को नंगी दिखने को मिली थी आज मिमी की,जांघ कितनी मस्त हे मिमी की....

मिमी थोड़ी देर में दूसरी साइड के बाल बनाने लगी थी अब तो क्या सीन दिखने को मिला,पहली साएड्स के बाल ऊपर से नीचे आकर मिमी के स्तन की अर्ध गोलाई से अर्ध गोल घूम के नीचे सीधा आ रहे थे वॉव क्या शेप थे मिमी का

फिर थोड़ी देर में मिमी जैसे ही बेड की और मुड़ी की मैने मेरी आंखे बंद कर दी, मैने कुछ सुना कि मिमी कपड़े पहन रही हे कुछ हुक के आवाज आए , चड्डी की इलास्टिक की आवाज,पेटीकोट का नाडा टाइट करने का आवाज, फिर सारी डालने की आवाज से में समाज गया था कि मिमी अब रेडी हो गई, में थोड़ा शांत भी हो गया था अब में, अचानक मिमी का चौक ने की थोड़ी आवाज आई उई....मां.... मेरा चूचू हे ये तो.... पर यहां???

फिर मिमी मेरे बाजू में आके लेट गई मेरे सर पर एक प्यारी सी गीली गीली पप्पी दे कर मेरे सीने पर सिर रख दी में और मेरा नुनु तभी पूरी तरह से शांत हो चुका था तो मैने जैसे अंगड़ाई ली और मिमी को गले के पीछे हाथ ले कर हग किया,

मिनी: मेरा बच्चा चूचू तू कब आया ?

में: हमम......(सोने का नाटक)

मिमी : धीरे से ठीक हे बेटा बाद में उठाती हु तुझे और रूम से बाहर निकल गई, फिर 30_40 मिनिट के बाद

मिमी ने उठाया और नाश्ता दिया और मैने बताया कि आप शायद बाथरूम में थे तब आया था और थकान नि वजह से जल्दी यही सो गया था क्यों कि आपसे मिला जरूरी था,आपकी तबियत कैसी हे अभी?

मिमी: ओ.... देखो तो मेरा बच्चा मेरी कितनी देखभाल करता हे मेरा... में बिल्कुल ठीक हु बेटा अब और मुझे गले लगा दिया अपने नरम नरम मुलायम स्तनों का स्पर्श का अनुभव मेरी छाती पर हुआ वॉव क्या सॉफ्ट हे मेरी मिमी के स्तन तो जी करता हे अभी उनको पकड़लू पर

फिर भी में कुछ भी नहीं किया क्यों मुझे पता हे ऐसा होने वाला है क्यों कि आज तक में मिमी के कमरे में इस तरह नहीं गया क्यों के दरवाजा खटखटाने का नियम हे पर आज में इसी लिए बिना कुछ किया सीधा अंदर आया क्योंकि मिमी की तबियत खराब थी शायद सो रही होगी तो मेरी आने की वजह से तो मिमी जाग जाती तो फिर में सीधा अंदर ही आ गया था...





में स्वर्ग में पहुंच गया था,मेरी मिमी अप्सरा को देखने का अवसर जो मिला था आज ।ऐसा सोच में आया कि जा कर मिमी को हग कर लू अभी। और किस करता रहु उनके पूरे शरीर को पर नहीं कर सका क्यों कि आज तक जिस स्त्री का मैने स्तन और नितंब तो क्या ब्लाउस में दिखने वाली स्त्रियों की क्लीवेज या स्तन का छोटा सा हिस्सा भी नई देख सका।

मिमी मेरे सामने बार वक्त लंबी स्लीव वाले ब्लाउस पहनती थी, कमर और पेट भी ढक के रखती थी,

जिसमें कुछ ऐसा नहीं दिखता जैसे किसी को मिमी सेक्सी लगे,पूरी ढकी हुई रहती मिमी और दीदी को भी ऐसे संस्कार दिए कि वो भी मेरे सामने कभी अपने स्तन का छोटा सा हिस्सा भी नहीं दिखा सके,ऐसे कपड़े पहनती थी मिमी उसे, मिमी के रात कपड़े में गाउन थे और दीदी का भी वैसा ही शूट था बस इन्हीं कपड़ों में देखा था मिमी और दीदी को रोज।

पर मुझे कुछ हरामी दोस्त ने ये दोनों को बिना कपड़ों के देख कर मज़ा लेना सिखाया था पर में उन की बातों में आने वाला नहीं था. और नहीं कभी किया ऐसा

की कभी बिना पूछे दीदी के कमरे में जाना,मिमी के कमरे में बिना पूछे जाना, किसी के बाथरूम में केमेरा लगाना,या फिर रोज इनको मॉर्निंग हग करते समय उनके ऐसे अंग को छूना,जब वो घर में पोछा लगाए या कभी झुके तो उनके सीने में देखना ऐसा नहीं करता कभी में

ऐसे संस्कार नहीं हे मेरे।और न ही उन्होंने ऐसे कभी कपड़े पहने जैसे मुझे वो सब देखे,

पोछा लगते समय मिमी या दीदी मुझे और पापा को बाहर या रूम में भेज देती और कभी हम दोनों के सामने कोई झुकना पड़ता हे तो अपने सीने पर हाथ रख के झुकती दोनों मिमी दीदी,

कभी अमीरों वाली पार्टी में जाना हो तो भी मिमी और दीदी ट्रेडीशन सब ढकने वाला कपड़े पहनते थे,कुछ भी नहीं दिखाए देता किसी को,

सभी बोलते थे उस बारे में ,और पापा भी मिमी को बोलता की जमाने के साथ चलो थोड़ा स्टाइल करो पर मिमी नहीं मानती,

मुझे एक किस्सा याद या जब में १४ _१५ साल का था तभी में और मिमी घर आ रहे थे तो पापा का कोई दोस्त के घर के सामने थे तो रस्ते के साइड पर घर कोने पर खड़े होकर मिमी उसके साथ बात कर रही थी ,वो रस्ते से ज्यादा कोई आता जाता भी नहीं था तो अंकल मिमी को बोला यहां आईए ना थोड़ी बाते करते हे तो मिमी मुझे ले कर चली थी वहां थोड़ी देर बात करने के लिए.



20 _25 मिनिट हो गई थी तो में खड़ा खड़ा थक गया था मैने मिमी को बोला चलो तो वो बोली थोड़ी देर में जाते हे ऐसा करते बहुत टाइम होगया तो में मिमी को खींच रहा था घर जाने के लिए पर मिमी आ नहीं रही थी बस बात किए जा रही थी।

मुझे बहुत बोरिंग फिल हो रहा था पर मिमी हस हस के बहुत बात कर रही थी तो मुझे थोड़ा गुस्सा आया मैंने मिमी से बोला मिमी घर चलोओओ.........

मिमी: बस थोड़ी देर बेटा निकलते हे,

में: नहीं मिमी चलो

मिमी: हां ।

पर चल नहीं रही थी तो मैने मिमी का सारी का पल्लू खींचना चालू किया

मिमी ने मुझे देखा तो बोली नहीं बेटा ऐसा नहीं करते छोड़ मुझे.....

में: नहीं मिमी चलो घर

मिमी ने कोई जवाब नहीं दिया और अंकल की बातों पर हस्ती हुई मेरी देखी बोली बस बेटा थोड़ी देर.

में ने फिर मिमी का पल्लू खींचा तो देखा मिमी की सारी कंधे से हो कर आगे से खुल गई और मिमी का सीना और पेट दोनों दिख गए पापा के दोस्त को,

मिमी हस कर बोली अरे बेटा तूने ये क्या किया,कुछ अकल वकल हे की नहीं? ऐसे कौन करता हे अपनी मां से?

शैतान कही का, कौन खड़ा हे मेरे सामने पता हे तुझे?

में: पापा के दोस्त

मिमी: हा तो यहां मिले तो बात तो करना पड़ता हे ना , ऐसे बिना बोले थोड़ी जाते?

मिमी ने इतना बोले अपना पल्लू वापिस खींचना चाहा

पर मैने मना कर दिया ,नहीं मिमी घर चलो अब बहुत बात कर ली आपने तो

तो,

मिमी: अरे बेटा मुझे शर्म आ रही हे ला जल्दी

पापा के दोस्त :मिमी शेम शेम,.... मिमी हा......बा..... ऐसा बोल कर मिमी को चिढ़ा रहे थे.....

मिमी बहुत हस रही थी पापा के दोस्त की बात से....

मिमी ने पापा के दोस्त के सीने में हाथ से मारा फिर हंसते हुए बोली बेटा प्लीज ऐसा मत करो, यहां आवो हम अभी चलते हे पक्का

में: ठीक हे चलो ऐसा बोल कर में मिमी के पास गया तो देखा मिमी अभी भी बहुत हस रही थी और पापा का दोस्त बहुत बार बोल रहा था मिमी शेम शेम...हा.....बा...

और मिमि के पेट की और देख रहा फिर सीने को देख रहा तो मिनी ने अपने हाथ अपने सीने पर रखा और बोली बस मैने अभी मेरा सीना ढक लिया हे अब बस करो तुम शेम शेम बोलना,

तो पापा के दोस्त बोला पेट दिख रहा मिमी

तो मिमी ने अपने दोनों हाथ पेट पर रख दिया तो

पापा के दोस्त बोले आपके स्तन आपके ब्लाउस में से बाहर आने को हो रहे हे और हंसने लगता हे

मिमी अपने सीने की और देखा तो अपने सर पर दोनों हाथ रखा के बोली ऑफ में तो भूल ही गई थी आज खाना खाते वक्त मैने ब्लाउस के हक खोल कर ढीला किया

था क्यों कि ज्यादा खा लिया था,तो उसके बाद भूल ही गई में तो,

पापा के दोस्त: ऐसा क्यों करती हो?

मिमी: हाफ चढ़ा था ज्यादा खाने के वजह से इसीलिए और वैसे भी ये ब्लाउस थोड़ा ज्यादा फिट हे तो ज्यादा ताकत से पहनना पड़ता हे और ज्यादा समय पहन नहीं सकती उसके हुक खोलना ही पड़ता हे,

पापा के दोस्त: मिमी आप के स्तन बड़े हो गए हे इसीलिए

मिमी: हां आप तो बड़े होशियार हो जैसे आपको सब पता हे मेरे बारे में इतना बोल के फिर मिमी हंसने लगती हे और मिमी के दोनों हाथ अभी भी उनके सर पर थे,तो सीधी सी बात हे पापा के दोस्त को मिमी के स्तन बहुत अच्छे से दिख रहे थे

पापा के दोस्त: शेम शेम मिमी शेम शेम........

फिर मिमी ने अपने दोनों हाथ सर पर से हटाए और अपनी ब्लाउस के हुक लगाने लगी

पापा के दोस्त: रहने दो अब जबरजस्ती मत करो अपने आप पर,उनको आजाद ही रहने दो खुली हवा में

मिमी की फिर हसी छूट निकली...

मिमी:हा हा हा ऐसे करते समय मिमी की दोनों चूची उछल रही थी वो देख के पापा के दोस्तको बहुत मजा आ रहा था

में चुप हो गया रहा उन दोनों को खुश देखते हुए

मिमि: तो आप प्लीज मुझे शेम शेम करना बंद करो मुझे बहुत शर्म आ रही हे

पापा के दोस्त :शेम शेम मिमी शेम शेम........

मिमी: (हस के बोली) में जा रही हु तो फिर बाय

इतना बोल के मिमी मेरी तरफ मुड़ने वाली थी तो पापा के दोस्त ने उनका हाथ पकड़ कर फिर से सीधा कर दिया सोरी बोला और कान पकड़ लिए

मिमी फिर हल्का सा हसी

पापा के दोस्त ने मेरे हाथ से मिमी का पल्लू लिया और मिमी के हाथ में देते हुए बोले मिमी आपका ब्लाउस का तो एक ही हुक लगा हुआ हे अगर रस्ते में टूट गया तो?

मिमी: (हस्ती हुई बोली और मिमी ने अपने स्तन के बीच में ब्लाउस के 2 लगे हुए हुक को देखते हुए बोली) ज्यादा से ज्यादा क्या होगा में शेम शेम हो जाऊंगी, पर हुक नही टूटेगा 2 हुक लगे हुए तो हे,

पापा के दोस्त: मिमी इससे अच्छा हे अगर आपको दिक्कत न हो तो में बाकी के हुक लगा सकता हु?

मिमी: आप तो बहुत ताकत वाले लग रहे हे अपनी ताकत से सभी हुक लगा सकते हे ,लगा दो सभी और मुझे शेम शेम होने से बचा लो इतना बोलते मिमी पापा के दोस्त के नजदीक आई और अपना सीना पापा के दोस्त की और धकेला ।

पापा के दोस्त ने अपने दोनों हाथ मिमी के ब्लाउस के हुक लगाने आगे किए पर उन्होंने नीचे वाले दोनों हुक खोल दिए और बोला मिमी शेम.... शेम....

मिमी ने नीचे देखा तो अपनी टाइट ब्लाउस के सारे हुक खोलने से ब्लाउस झटके से थोड़ा दोनों तरफ से सिकुड़ गई बोली और मिमी के स्तन बिना ब्रा पहने हुए थे तो

पापा के दोस्त के सामने बिल्कुल खुले हो गए

मिमी: जोश से हंसते हुए हा हा हा... ये क्या किया आप तो मेरे बेटे से भी ज्यादा शैतान निकले आज तो आप

क्यों किया ऐसा शैतान कही के .....

पापा के दोस्त: शेम शेम मिमी आपके पूरे खुल्ले स्तन दिखाया दिए मुझे... हा हा... शेम शेम...

मिमी ने अभी तक कुछ नहीं किया बस हाथ में अपने पल्लू ले कर खड़ी थी,... और मुस्कुरा रही थी,

मिमी: शैतान करोगे तो में घर जा रही हु बाय बाय... बोल के हसी

पापा के दोस्त: अरे नहीं नहीं मिमी वेरी सोरी मुझे पता नहीं था आप ब्रा नहीं पहनती मैने पहले नीचे वाले सब हुक को खोल के ऊपर के पहले हुक से सभी एक साथ हुक लगाने की सोच रहा सच में मिमी सो सोरी.... मेरी गलती हे मिमीजी माफ करना यार प्लीज...

मिमी: अरे अरे कोई बात नहीं सोरी क्यों बोल रहे हो हा हा हा हा मे भी मजाक कर रही थी उसमें आपकी कोई गलती नहीं थी, दरअसल ये ब्लाउस ही इतना टाइट हे कि मैने आज ब्रा के ऊपर पहना तो पहन ही नहीं पाई तो उसके बिना ही पहन ली ये ब्लाउस..

पर मुझे नहीं पता था आप सब हुक खोल देंगे (इतना बोल के फिर हंसने लग गई)...

पापा के दोस्त: अरे सोरी यार मुझे नहीं पता था

पर...... आपके..........ये....... दोनों........ बहुत मजेदार दिख रहे हे सच में में बहुत भाग्यशाली हु मेरा आजका दिन आपने बना दिया ....

मिमी बहुत जोर से हंसने लगी और उन्होंने अपना पल्लू पापा के दोस्त के ऊपर फेका बोली आप बड़े शैतान हो जाईए आप में जा रही हु बोलके खड़ी थी चुप चाप मंद मंद मुस्कुराती हुई मिनी

पापा के दोस्त : लाइए अब लगा देता हु

मिनी: पूरा ब्लाउस मत खोल देना मेरा बेटा हे बाजू में

पापा के दोस्त: नहीं मिनी ऐसा नहीं करूंगा में अब सच में आपके ब्लाउस के हुक लगाऊंगा

मिनी: पक्का?

पापा के दोस्त: हा पक्का बाबा

मिनी : ठीक हे फिर दो मेरा पल्लू

पापा के दोस्त ने पल्लू मिनींको दिया और मिनी ने अपने दोनों हाथ ऊपर करके पापा के दोस्त के कंधे पर किए तो

पापा के दोस्त ने अपना एक हाथ मिनी के स्तन पर रख के निप्पल दबा दिया फिर दूसरा स्तन को भी वैसा किया

मिनी: हंसते हुए आप बड़े शैतान हो सच में और मुस्कुरा रही थी 5_10 मिनिट तक उन लोगोंका वैसा हसी मजाक वाली बात चलती रही फिर मिनी ने बोला मुझे अब सच में घर जाना हे तो क्या आप मेरे ब्लाउस के सारे हुक लाग देंगे?

पापा के दोस्त : जी मालकिन आपका हुकुम सर आंखों पर इतना बोल कर सारे हुक लगा के मिनी के पल्लू से पूरा ढक दिया,

मिमी हंसते हुए आपका खूब खूब शुक्रिया अपने मेरा काम जो किया,

पापा के दोस्त: अरे पर जल्दी घर जा कर आप इन कबूतर को आजाद करो ,ऐसे कैद नहीं करते बिचारे दब जाते हे ,प्लीज आजादी देदो उनको,

मिमी: खिल खिलाते हंसते हुए..... हांजी पक्का वादा रहा आपसे चलो फिर मिलते हे फिर कभी बाय,.....

इतना बोल के पापा के दोस्त ने मिमी को गले लगाया फिर हम दोनों घर की और चल दिए,

मिनी बहुत खुश थी आज बहुत हस रही थी बाद में कई देर तक भी.....



उन दिनों के baad मिमी उसको सिर्फ हाई ही करती दिखी

अब मे दूसरा एक एक्सपीरियंस बताता हु

हमारा समर वेकेशन चल रहा था तब एक दिन पाप शाम को आकर पूछा क्या तुम सभी गोवा में छूटी मना ने चलोगे?

हम सब ने हा बोला मगर दीदी ने बोला में २ मिनिट में आई डेड बोल के अपने रूम में गई

5 मिनिट्स में दीदी आई और चिल्लाते हुए बोली चलो सब गोवा

लेकिन हम सब ने कोई रिएक्शन नहीं दिए कोई कुछ नहीं बोला। सब शांत थे

थोड़ी देर में पापा बोले बेटी हमारी तीनो लोगो की टिकट बुक कर दी हे मेरे दोस्त ने पर तेरी नहीं हुई तुम अगले वेकेशन पर चलना इस बार घर पर रह कर ही पढ़ाए करना मेरी अच्छी बेटी होना तुम??

दीदी का चेहरा देखने लायक था थोड़ी ही देर में दीदी रोने जैसे शकल बनाकर रोने ही लगने वाली थी तभी पापा अचानक से बोले अरे अरे मजाक मजाक कर रहे थे सब सब जायेंगे भाई ।। तब दीदी ने पापा के सीने में जाके मारना शुरू किया और अपना मुंह छुपा दिया उसमें

फिर मिमी से बोली चलो शॉपिंग पे चलते हे

मिमी: मेरे पास तो सब कपड़े हे मुझे कुछ नहीं लेना

दीदी : अरे हा न मेरे पास भी कपड़े हे फिर भी पापा आप पैसे दो और टिकट का फोटो दो मेरी सब सहेली भी गोवा आ रही हे तो सब साथ कभी मिलने का प्लान हे

पापा : तो उनके साथ ही चली जाती

दीदी: उनके साथ ही चली जाती अगर आप लोग नहीं आने वाले होते तो प्लानिंग चल रहा था हमारा

पापा : वाह देखा बेटी हो तो ऐसी,ऐसा बोल के उसने गले लगा दिया तभी दीदी ने कान में बोला मुझे पैसे 10,000 रुपए चाहिए

पापा: ठीक हे बेटा

मिमी: कुछ अच्छा खरीदे तो मेरे लिए भी लेकर आना

में: दीदी मुझे भी

डेड: बेटी मेरे लिए भी

दीदी:सब के सब लुटेरे हे यहां...

सभी सो जाते हे

गोवा में लैंडिंग करते हे फिर एक अच्छी सी होटल में थोड़ा आराम करते ही हम बीच पर निकल गए थे दीदी के साथ

मेरा तो जाते ही मूड बदल गया वॉव......कितनी सारी हॉट लड़कियां खेलने लगी थी यहां सब चड्डी और ब्रा में ,

दीदी : चूचू क्या देख रहा हे तू सभी को?

में: दीदी सब ऐसे नंगे क्यों घूम रहे हे?

दीदी: चूचू ये सब नंगे नहीं हे पर कम कपड़े पहने हुए हे सेक्सी लगने के लिए

में: पर क्यों ऐसा क्यों करते हे

दीदी: बस मजा आता हे एंजॉय करने आते हे लोग यहां

में: दीदी नंगेपन से क्या एंजॉयमेंट मिलता होगा?

गेम खेलने से एंजॉयमेंट मिलता हे न?

दीदी: बहुत सी चीज से एंजॉयमेंट मिलता हे बुद्धू कही का, क्यों तुझे अभी मजा नहीं आ रहा हे क्या सब नंगी लड़की के सीने और कूल्हे को तू देख ही तो रहा हे अभी

में: दीदी में ने कोई नंगी लड़की नहीं देखी, में तो बस मार्क कर रहा हु कि सब ने एक जैसे कपड़े क्यों पहने हे, ब्रा भी एक दम छोटी,उनका पूरा शेप बाहर से पता चल रहा हे और चड्डी भी एकदम पतली डोरी जैसी जिसमें कूल्हे तो पूरे हे दिखते हे,

दीदी: मेरे सामने आ कर मेरा चेहरा अपने दोनों हाथों में ले कर बोली : मेरा बच्चू मेरा चूचू इसे एंजॉयमेंट ही बोलते हे

बोल के मेरे सर पर पप्पी दी,और गले लगा दिया,

दीदी: तू तो बहुत होशियार हो गया हे अब बड़ा हो गया हे मेरा भाई वाह , और हा ये सभी लड़की हे कपड़े जो पहने हे उनको बिकनी बोलते हे और लड़के ने शॉर्ट/ हॉफ पेंट

पहने हे,

में: दीदी लड़के वाले ने जो कपड़े पहने वो तो मैने भी पहने हे पर अपने कहा पहने लड़की वाले कपड़े?

दीदी:हस्ती हुई बोली पहन ने वाली हु में

में: कब

दीदी : में क्यों बताऊंगी

में: क्यों कि तू मेरी अच्छी दीदू हो मेरी प्यारी दीदू हो,

दीदी: चूचू अभी कुछ फाइनल नहीं हे पर ऐसा कुछ होगा तुम हे बता दूंगी पक्का,

फिर दीदी मेरा हाथ पकड़ कर घूमी और हम होटल पर आ गए ,

दूसरे दिन हम सब बीच पर गए थे सब ने अच्छे कपड़े पहने थे

पापा ने टीशर्ट शॉर्ट

मिमी ने ड्रेस विथ फुल स्लीव नीचे लेगिंस

दीदी ने हॉफ जींस टीशर्ट

मैने ऊपर बनियान नीचे शॉर्ट्स,

कुछ देर बाद दीदी पर सहेलियों का फोन आया और वो चली गई उनके साथ,पापा ने बियर ऑर्डर की ओर हम तीन बैठे थे कुछ नाश्ता वगैरा कर रहे थे

में: मिमी चलो न नहाने चलते हे

मिमी: तुम चलो में आती हु

में: बनिए उतार के नहाने लगा

मिमी भी आई नहाने मेरे साथ पाणी डालते बहुत खुश होकर खेल रहे थे में और मिमी ,मिमी पूरी भीग गई थी और उनके कपड़े चिपक गए थे वो देख रहा था,इतने में मिमी बोली बेटा में जा रही

में: क्यों?

मिमी: बस बेटा 1 घंटे से हम नहा रहे हे

में: मजा आ रहा हे पर मिमी मत जाओ आप

मिमी: ठीक हे आती हु पर मुझे बाथरूम आई हे

में: 1 नंबर या 2 नंबर?

मिमी: 1 नंबर हो कर आती हु वापिस

में: मिमी यहां ही कर लो न पानी में किसी को पता नहीं चलेगा

मिमी: हंसते हुए पागल ऐसा नहीं करते तुम्हारे पास या किसी के पास मेरी सुसु गई तो उसको खराब लगेगा बॉस आयेगी

में: अरे मिमी इतनी हवा चल रही हे इतना पानी हे सब घुल मिल जाएगा किसी को कुछ पता नहीं चलेगा

मिमी: हा वो तो सही हे पर बेटा मेरे कपड़े उतारने पड़ेंगे न? लेगिंस नीचे करनी पड़ेगी फिर चड्डी उतार नी तो पड़ेगी ही तब में सुसु कर सकूंगी ना?

और खुले में करूंगी तो सब लोग देखेंगे तुम्हारी मिमी को

फिर तुम्हारी मिमी को शर्म आएगी क्या ये सब तुम को अच्छा लगेगा क्या?

में: बिल्कुल भी नहीं मिमी पर आजू बाजू कोई देखने वाला नहीं हे सब अपने लोगों के साथ बिजी हे आप चुप चाप कर लो में घूम जाता हु

मिमी: नहीं चूचू तुम मत घूमो तुम मेरा बच्चा हो,मुझे तुझे शर्म क्यों आएगी

में: ठीक हे मिमी जल्दी सुसु कर लो नहीं तो आपको 2 नंबर लगेगी तो पक्का जाना पड़ेगा होटल

मिमी: चूचू में होटल ही जा रही हु भूख भी लगी है मुझे खाना खा कर आते हे चलो तुम भी,

में: ठीक हे मिमी

फिर खाना खा कर हम तीनो सो गए

शाम को 5 बजे हम फिर बीच पर आ गए

मैने मिमी से बोला मिमी चलो ये स्पेशल बाइक चलते हे पापा आप बैठो हम आते हे

और में और मिमी निकल पड़े मिमी पीछे बैठी थी

में: एकदम कस के पकड़ो मिमी मुझे नहीं तो आप गिर जाओगे

मिमी: है ठीक हे और मुझे पकड़ लिया और किस भी किया आगे आकर ,

थोड़े आगे जाकर मैने पूछा मिमी चलो न ऐसा एक हम दोनों का ये बाइक पर बैठे ऐसे आप मुझे किस कर ते हुए एक फोटो हो जाए ,हम दीदी को भेजते हे,

मिमी :हस ते हुए बोली हा क्यों नहीं भेजते हे न,

में: पर फोटो किसके पास खिंचवाए?

मिमी: है ये भी बात हे किसी बच्चे को बोलते हे

में: नहीं मिमी बच्चा पागल जैसे फोटो खिंचेगा किसी बड़ी लड़की को बोलते हे वो होशियार होती हे हमारी बहुत अच्छी फोटो भी लेगी और पोज भी बताएगी,

मिमी: ऐसी तो कौन मिलेगी तुझे बेटा?

कुछ देर आगे बढ़ने पर 3 लड़की का ग्रुप बिकिनी में जाती हुई दिखाई दी तो मैने उनके पास जाने दिया मिमी ने मुझे रोकते हुए अरे वो नंगी लोगो के पास क्यों जा रहा हे?

में: फोन देने वो हमारी फोटो खींचेगी

मिमी: दूसरी कोई देख ले

इतने में मैने गाड़ी उनके सामने लेकर रख दी

पहली लड़की को फोन देने का सोचा पर दूसरी और मुंह फेर लिया

दूसरी लड़की को देने का तो वो अपनी बिकिनी ठीक करने में व्यस्त थी

और लास्ट चलती हुई तीसरी हुई लड़की को फोन देने के लिए जाते जैसे ही उसका फेस देखा तो मेरी नजर सीधी उसके पैर (चरणों) में आ गई,



हा चरणों में मेरी नजर चली

क्यों कि ये मेरे संस्कार थे



गाईस ये कहानी में एक और कहानी आ रही हे



जब में छोटा हुआ करता था १२ –11 साल का तब की बात हे, उस समय मेरे सभी निकम्मे दोस्तो 18+ वाली फिल्म देख देख के हम सभी दोस्त 19 साल जैसा वर्तन करने लग गए थे, और साथ में सभी दोस्त को मेरी मिमी और दीदी बड़ी सेक्सी लगती थी तो वो कभी कभी घर पर पास्ता – नाश्ता खाने आ जाया करते थे इनको देखने के लिए मुझे

इसी वजह से मेंभी उन सब में विश्वास करने लगा था

तब दीदी 15 साल की थी दीदी के स्तन बड़े हो गए थे, में दीदी से प्यार से कोई भीं गेम खेलने बोलता था तो वो मान जाती थी फिर हम खेलने लगते थे,या कभी फिल्म भी देखते हे उनके लैपटॉप में तब लेट नाइट तक हम दोनों एक दूसरे के साथ लगभग चिपके रहते थे, में दीदी को गले लगा कर सोने की एक्टिंग करता था दीदी मुझे प्यार से गले लगती थी तो मैने तभी दीदी को नाइट गाउन के अंदर झांकने की कोशिश की जब दीदी सो जाती थी, कभी कभी तो दीदी के टॉप के गले के सारे हुक खोल के दीदी के स्तन देखता रहता जब दीदी नींद में थी,

एक बार ऐसा हुआ कि हम प्लेइंग कार्ड खेल ने वाले थे ,रात को ११ बज गए थे मिमी पापा को हम दोनों गुड नाइट बोल के अपने अपने रूम में आ गए थे,

आज दीदी और मम्मी बाजार गए थे कुछ कपड़े लेने थे तो

दीदी थकी हुई थीं शायद तो सो गई थी पर उसने मुझे बोला था आके कार्ड जरूर खेलेंगे।

तो में उसके रूम में गया तो देखा दीदी ने नाइट गाउन भी नहीं बदला था और वो वही बाजार वाले स्कर्ट टॉप में ही सो गई थी उल्टी हो कर तो मैने थोड़ा हिलाया दीदी के कूल्हे पर हाथ रख के पर दीदी कुछ नहीं बोली या हिली तो मैने उनकी शॉपिंग बैग खोलना चाहा तो देखा तो अंदर दीदी की ब्रा ,चड्डी ,कुछ ,टीशर्ट ,स्कर्ट,नाइट गाउन भी थे,

मैने सब देख लिया पर मुझे कुछ मजा नहीं आया तो मैने दीदी को उठा के बैठा दिया एक कोने और बोला दीदी चलो खेलने में, दीदी थोड़ी गुस्सा हो कर बोली अरे में सो गई थी क्यों उठाया मुझे नहीं खेलना हे आ तू जा अपने रूम में ,

में: आपने ही बोला था कार्ड खेलने

दीदी: पर में थकी हुई हु चूचू सोना हे मुझे कल खेलेंगे

में: निराश हो कर ओके कोई बात नहीं दीदी आप सो जाइए गुड नाइट, आई लव यू दीदी।।

दीदी: लव यू भाई बाय,हम कल पक्का खेलेंगे

में: ठीक हे पर दीदी आप अपने कपड़े तो बदलो आप बाजार वाले कपड़े में क्यों सो रही आपने सोने से पहले सुसु तो किया था कि भूल गई?

दीदी : अरे हा मे सब भूल गई यार सच्ची थैंक्यू चूचू चल बाय बाय बाय बोल के बाथरूम के पास गई और अपने स्कर्ट को नीचे कर के निकाल दिया टॉप और चड्डी में

दीदी को देखने लगा वाह क्या लग रही थी, उनको पता भी नहीं में उसके रूम के बाहर दरवाजे से उनको देख रहा था ,वॉव ....दीदी तो बहुत प्यारी दिख रही हे ...... दीदी चड्डी में थी वॉव ओहो.....क्या कूल्हे दिख रहे हे देख के मेरा नुनु बड़ा होने लगा था,

दीदी नींद से उठी हुई थी तो अपने बाल अस्तव्यस्त थे तो ठीक करने थोड़ी आगे बढ़ के ड्रेसिंग टेबल के पास क्यों अपने आपको देख कर बाल ठीक किया फिर अपना टीशर्ट उतार दिया तो अब दीदी ब्रा और चड्डी में आ गई थी

मेरा तो नुनु पूरा खड़ा हो चुका था मेरे दिल में खलबली हो रही थी ,दीदी ने अपने दोनों कंधे पर से ब्रा की पट्टी उतार कर हाथ से निकाल ने लगी फिर ब्रा को अपने सीने के नीचे लेकर घुमाई तो ब्रा का हुक वाला आगे आया तो हुक खोल के दीदी ने ब्रा फेक दी एक बास्केट में,फिर दीदी अपने आपको शीशे में देखते हुए अपने एक स्तन हाथ में लेकर देखने लगी थी ,मुझे वो दीदी का स्तन नहीं दिख रहा था क्यों कि में दूर अलग दिशा में था,

फिर दीदी ने थोड़ा घूम के अपने नितम्ब पर हाथ फेर रही थी और तभी अचानक चड्डी नीचे कर दी वॉव क्या कूल्हे दिख रहे थे दीदी के मेरा नुनु ने सुसु कर दिया ऐसा लगा मुझे पर ऐसा नहीं आया कुछ, दीदी को फिर से देखा तो दीदी अपने दोनों हाथ अपने कूल्हे पर फेर के आईने में देख रही थी, फिर दीदी बाथरूम में चली गई मैने दीदी के रूम में वापिस गया और दीदी के बेड पर बैठ गया और दीदी को आवाज लगाई

में: दीदी मुझे नींद नहीं आ रही हे क्या आप को नींद आ रही हे क्या?

दीदी बाथरूम में से: नहीं चूचू में भी जाग रही हु तुम ने मुझे जगा दिया तो अब भी आ रही,

में: पर मैने तो आपके भले केलिए जगाया था आपके कपड़े गंदे थे उसमें आप सोई हुई थी और अपने सुसु भी नई की थी

दीदी: हा चूचू तूने अच्छा किया

इतना सुना कि

थोड़ी देर में बाथरूम से सुसु करने की आवाज आने लगी ,क्योंकि बाथरूम का दरवाजा थोड़ा सा खुला था

में: तो क्या दीदी हम कुछ खेले गेम?

पर दीदी ने कुछ नहीं बोला बस वो सुसु कर रही थी,

मैने फिर से पूछा पर कोई जवाब नहीं दी,

दीदी क्यू नहीं जवाब दे रही ये देखने में बाथरूम की और जाने लगा और जैसे ही मै बाथरूम का डोर खोलता और दीदी के सामने उसको को नंगी देखता उससे पहले दीदी अंदर से बोली भाई वो मेरा नया वाला गाउन देना पहन के देखती हु कैसा फिटिंग हे उसका,

में वो लेने बेड के पास गया और ले कर दीदी को देने बाथरूम की और गया और अब में बाथरूम का डोर खोल के देने ही वाला था कि दीदी ने थोड़ा सा मुंह और एक हाथ निकाला और अपना गाउन लेने मेरी और किया मैने उसके हाथ में दिया और बोला लो दीदी देखलो फिटिंग,

फिर दीदी ने अन्दर से डोर का स्टॉपर लगा दिया

में : दीदी मुझे भी देखना हे आपका गाउन का फिटिंग

दीदी : हा हा दिखाती हु पहले पहनने तो दे मुझे?

में: अपने फिर दरवाजा क्यों बंद किया?

दीदी: अरे पर भाई मैने बिल्कुल भी कपड़े नहीं पहने हे

तू सोने गया इसीलिए में सब कपड़े उतार के सुसु करने आई थी फिर सो जाती, पर अब तू आ गया हे तो मुझे शर्म आ रही हे इसीलिए बंद किया डोर, प्लीज चूचू मेरी बातों का बुरा मत मानना , मैने कया ऐसा कभी तेरे मुंह पर कोई डोर बंध किया था क्या?

में: नहीं दीदी ऐसा कुछ नहीं किया अपने, पर कोई बात नहीं ठीक हे आप आवो आपके हिसाब से वो गाउन पहन कर

2 मिनिट में दीदी बाहर आ गई नया गाउन बहुत अच्छा दिख रहा था दीदी पर,

दीदी: कैसा लग रहा हे चूचू देखो न।

में: बहुत अच्छा हे कलर तो पर ये घर में रात को सोने के लिए हे या किसी पार्टी या बाहर जाने के लिए हे?

दीदी: सोने के लिए चूचू इसमें बाहर कौन जायेगा? ये एक ही चीज पहन कर सोऊंगी में मटेरियल कितना सॉफ्ट हे न ? देखो न

मैने थोड़ा झुक के दीदी के घुटने के ऊपर से कपड़ा उठा कर चेक किया

में: हा दीदी सच में अच्छा हे,

दीदी आईने में अपने आपको देखने के लिए थोड़ा आगे बढ़ी तो गाउन का निचला हिस्सा तो मेरे हाथ में था तो गाउन खिंचाया तो उसमें दीदी की जांघ दिखी पीछे से, तो मुझे और ऊपर देखने की इच्छा हुई तो मैने और थोड़ा ऊपर खींचा तो दीदी की कमर तक का गाउन ऊपर हो चुका था, वाउ क्या कूल्हे दिखे मुझे गोल गोल गोरे गोरे एकदम परफेक्ट गोल थे इस बात का दीदी को जरा भी पता नहीं चला।

फिर मैने दीदी के सामने वाले आईने में देखा तो दीदी अपने गाउन का कॉलर देख रही थी ,मैने सोचा अगर दीदी के कूल्हे देखता हुआ अगर में पकड़ा गया तो बवाल हो जाएगा दीदी से,

तो फिर मैने छोड़ दिया और दीदी के ठीक सामने खड़ा हो गया और उनका कॉलर और कंधे का फिटिंग दीदी को छू कर देखने लगा ,

में: अच्छा हे दीदी एकदम खुला खुला हे नीचे से तो

दीदी:हमममम नीचे से तो बिल्कुल फिट नहीं हे

में: तो में जरा ऊपर की फिटिंग देखूं?

ऐसा बोल के मैने दीदी के गले वाले कॉलर ने नीचे वाले हिस्से को थोड़ा मेरी तरफ खींच के देखा तो अरे... वाऊ दीदी के थोड़े थोड़े स्तन दिख गए तब दीदीने मुझे देख लिया अपने सीने को देखते हुए तब बोली

दीदी: चूचू मत कर ऐसा, ऐसा कौन फिटिंग चेक करता हे अपनी दीदी के आउटफिट का?

में: में इसीलिए खींचा ताकि कितना स्ट्रेच होता है वो देख सकू।

दीदी: हा और साथ मे मेरे अंदर देख भी लिया तुमने हा ?

में: अरे नहीं दीदी में सिर्फ कापड़ ही चेक किया और अंदर तो आप ने ब्रा पहना हे तो में क्या देख लूंगा और क्या क्या लुट लूंगा तेरा?

दीदी: लुट तो कुछ भी नहीं लेगा पर फिर शेम.... शेम...... दीदूं शेम शेम... बोल कर बहुत हंसेगा मुझ पर,

जैसे पहले करता था

जब हम दोनों एक साथ नंगे हो कर नहाने थे तब... बोल का दीदी हंसने लगी.

में: अच्छा ये तो मैने सोचा ही नहीं दीदी

दीदी: और तूने ब्रा कब देखी मेरे सीने पर?

में: वो ही देख रहा था कि कोनसी कलर की पहनी हो पर देखूं उसी पहले तो आपने मुझे पकड़ लिया और मना कर दिया।

दीदी: चूचू दीदी के ब्रा कौन चेक करता हे भला?

में: अरे ऐसे ही जान ने कि उत्सुकता थी और कुछ भी नहीं दीदी।

दीदी हस्ती हुई बोली

दीदी : में कोई एक्ट्रेस हु क्या?

में: दीदी आप एंड मिमी मेरी रियल लाइफ की सबसे खूबसूरत एक्ट्रेस एंड प्रेमिका हो , आई लव यू दीदु,

दीदी: हा भाई वो तो ठीक हे मेभी तुमसे बहुत प्यार करती हु पर कभी मैने तुम्हारे शॉर्ट में हाथ डाल का तुम्हारा सुसु देखने की कोशिश नहीं की,

में: मैने कब मना किया आपको ?

दीदी : गंदे कहीके.

में: ब्रा देखना हे आपकी दिखावों न मुझे आपकी पहनी हुई ब्रा,

दीदी: चूचू नहीं..... मुझे शर्म आएगी

में: दीदु मुझसे क्या शर्माना?

दीदी: तुम मिमी थोड़ी हो जिसके सामने में बिना कपड़ों के रह सकू या कपड़े वगेरे बदल सकू?

में: दीदु तुम मिमी के सामने ऐसे बिना कपड़ोंके घूमती हो?

दीदी: अरे बाबा ऐसा नहीं हे पर जब कही जाना हे तो में मिमी के रूम में कपड़े बदलते हे और एक दूसरे को तैयार करते हे,एक दूसरे का श्रृंगार करते हे,

में: मिमी भी तेरे सामने बिना कपड़े को घूमती हे? मेरा मतलब कपड़े बदलते होगे?

दीदी: हा पर मिमी अपनी चड्डी मेरे सामने नहीं बदलती वो सिर्फ बाथरूम में ही बदलती हे,

में: ऐसा क्यों?

दीदी: वो मुझसे बड़ी हे इसीलिए और क्या? मुझसे शर्म आती होगी पर में तो बिंदास उसके सामने रहती हु मुझे कोई शर्म नहीं आती उनके सामने,

में: काश दीदी आप मेरे सामने भी ऐसा रहती?

दीदी: हा.... आ.....चूचू तू लड़का हे फीमेल नहीं,

में: तो क्या हुआ आपको प्यार तो करता हु न?

दीदी: हा पर फिर भी शर्म आती हे मुझे

में: दीदी एक बात बता तू मिमी के कमरे में कपड़े पहन ने को जाती हे तो

 

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में: दीदी एक बात बता तू मिमी के कमरे में कपड़े पहन ने को जाती हे तो क्या कभी ऐसा हुआ हे कि पापा ने आपको बिना कपड़ों के देख लिया

दीदी: अरे ये सवाल क्यों पूछा तुमने, कुछ पता हे क्या मेरे और पापा के बारे में तुम्हे? हा??

में: नहीं क्यों क्या हुआ?

दीदी: में पापा के सामने गलती से बहुत बार बिना कपड़ों के बिल्कुल नंगी हुई थी और वो भी बहुत बार ऐसा हुआ था , तो मिमी मुझे और पापा को खूब डांट कर पापा को बाहर निकाल देती थी,

में: दीदी गलती से या आपकी मर्जी से आप निर्वस्त्र हुई थी?

दीदी: चूचू सच बोलूं तो मेरे पापा दुनिया का सबसे अच्छे सबसे मस्त पापा हे तो मुझे ऐसा करना अच्छा लगता हे इसीलिए में जान भुज कर ही हुई थी हा हा...

में: और में दीदी अच्छा नहीं हु?

दीदी: अरे चूचू आप भी बहुत अच्छे हो पापा से भी अच्छे हो पर पता नहीं तुम मुझे शेम शेम कर के हंसा बहुत करता था, जब हम साथ ने नहाते थे तब से मुझे तुम्हारे सामने कपड़े खोलने में शर्म आती हे,

में: सोरी दीदी अब कभी ऐसा नहीं करूंगा पर आप मुझे बताओ न पापा के साथ अपने क्या किया था कि मिमी ने डाटा था?

दीदी: चलो बैठ के बात करते हे आजा

में: हा चलो पर सोते सोते बात करते हे लाइट बंद कर दो फिर सो जाएंगे

दीदी: तू यहां सोएगा? मेरे साथ?

में: अगर आप को ठीक नहीं लगेगा तो में चल जाऊंगा अपने रुम में,

दीदी: नहीं तुम मेरे नजदीक हीं सो जाना आज और वैसे भी 1 तो बज गए हे,आधी रात तो खतम हो गई तुम्हारे साथ बाते करते हुए ,बोल हसने लगी,

मैने अपनी टीशर्ट निकाली और में सिर्फ एक शॉर्ट में था दीदी के सामने, में कभी शॉर्ट में चड्डी नहीं पहनता रात को,तो मेरा नुनु खड़ा हुआ था शॉर्ट में से देख सकती थी दीदी,

दीदी : तुमने तो कपड़े उतार दिए अपने पर में नहीं उतरने वाली

में: जैसी आपकी मर्जी दीदी में तो बस आपके साथ प्यार से सोना चाहता हु,

दीदी: यहां आ मेरे करीब

मैने दीदू को गले लग गया और बोला दीदू,बताओ ना आपके पापा के साथ वाली सारी बाते,

दीदी: क्यों इतनी दिलचस्पी हे तुझे इन सब में?

में: दीदू मजा आ रहा हे प्लीज सुनावो ना।

दीदी: ठीक हे फिर तू सुन

पता हे करीब साल पहले तू और मिमी मामा के घर 1 हफ्ते के लिए गए थे

में: हा..

दीदी: तब की बात हे मैने पापा में एक अच्छा मर्द देखा था उन दिनों में,

में: वो कैसे?

दीदी: तुझे पता हे अभी की जनरेशन सब खुले कपड़ों में रहती हे सभी के घर में,पर हमारी मिमी कभी हमें खुले कपड़े नहीं पहनने देती हे पर में उन दिनों अपनी लाइफ जी ली थी सब खुले कपड़े पहन कर,

में: पापा ने मना नहीं किया आपको?

दीदी: बिल्कुल नहीं,पहले ही दिन जब तुम को एयरपोर्ट छोड़ कर पापा घर पर आए तो मेने सिर्फ अपनी एक स्लिप और निकर पहन कर गई थी डोर खोलने लिए

में: क्या बात कर रही है?

दीदी : हा मुझे बहुत शर्म आ रही थी पर मुझे पापा से ऐसे गले लगना अच्छा लगा था, मैने पापा से 5 मिनिट तक गले लगी हुई थी उस समय फिर पापा ने मुझे बोला तुझे अब जो करना हे कर बस तू खुश और हस्ती रहे हर वक्त,

दीदी : थैंक यू पापा

पापा: नहाई हो की नहीं ?

दीदी: नहीं पापा उठ के सीधी आपको गले लगी हु,

पापा: मेरी प्यारी गंदी बेटी आई लव यू,

दीदी: और आप नहाए हे क्या?

पापा: नहीं बेटा में भी बाकी हु इतना जल्दी एयरपोर्ट छोड़ने जो गया था

दीदी: मेरे प्यारे गंदे पापा आई लव यू बोल कर गले लग गई फिर थोड़ी अलग हो कर बोली पापा क्या खाओगे नाश्ते में?

तब पापा ने मुझे ऊपर से नीचे तक देखते हुए बोला अरे अरे अरे मैने तो आज आपको देख बेटी अब तक तू कहा? थी?

दीदी: हसी छूट गई और बोली आपके सामने ही तो थी पापा पर आज से में आजाद पंछी हो गई हु इसीलिए ऐसे कपड़े पहने हुए हे,क्या आपको पसंद नहीं आया?

पापा: पर तू ने कपड़े कहा पहने? तुम तो स्लिप निकर में हो,

दीदी: पापा आप मेरी मजाक उड़ा रहे हो?

पापा : मैने क्या किया?

दीदी: पता हे मिमी मुझे रोज रात को नाइट गाउन पहनाती थी जिसमें कुछ भी खुला खुला नहीं रहता मेरा बदन में पूरी कैद हो जाती थी ,आज से में ये कपड़े में सोऊंगी,ऐसे खुले कपड़ों में मुझे अच्छा लगता हे जैसे मेरी सब सहेली रहती हे अपने घर

पापा: अच्छा तो ये नाइट के सोने के कपड़े हे तोड़ी ठीक हे ,मुझे लगा दिन में ये पहन कर बाहर जाओगी,

दीदी: पापा दिन में भी यही होंगे मेरे कपड़े बाहर जाते वक्त पूरे कपड़े पहनूंगी आप मुझे स्पोर्ट करना प्लीज,

पापा: मेरी प्यारी बेटी जो जैसा रहना हे वैसा रहेगी मेरा फुल स्पोर्ट हे तुझे

ऐसा बोल कर पापा ने फिर से गले लगा दिया मुझे,

फिर मैने नाश्ता बनाया

टीवी देखते हुऐ हमने नाश्ता किया फिर पापा ऑफिस पर चले गए,

पूरे दिन मैने खूब सहेलियों से मजे किए और शाम को कपड़े बदल के खाना बनाने लगी थोड़ी देर में पापा आए और मुझे पीछे से हग कर दिया उस वक्त मैने ब्रा स्लिप और निकर पहनी थी,

खाना खा कर टीवी देखने लगे में पापा के बाजू में आप के गोद में सर रख कर टीवी देख रही थी और पापा ने अपना हाथ मेरी कमर पर रख कर सहला रहे थे,कभी नितंब पर रख कर,मुझे बहुत मजा आ रहा था,

मेरे सोने की वजह से स्लिप थोड़ी ऊपर उठी हुई थी तो कमर मेरी बिल्कुल खुली हुईं थी तो पापा के हाथ फेरने से मुझे बहुत सुकून मिल रहा था,जब पापा मेरे नितंब पर हाथ फेरते तो ऐसा लगता कि निकर उतार दु,

11 बजे पापा ने अपना पैग बनाया और पीने लगे मेंने भी सॉफ्ट ड्रिंक ले कर पीने लगी पापा के साथ बैठ कर,तब पापा ने अपना एक हाथ मेरे कंधे पर और दूसरा मेरी जांघ पर फेर रहे थे,मुझे बहुत अच्छा लग रहा था

1 बजे मूवी खत्म हुई तो मैने देखा तो पापा सो गए हे

कई कोशिश करने पर भी पापा नहीं उठे तो मैने भी अब

पापा के सोफे के सामने वाले सोफे पर सोने का फैसला किया,

सुबह आंख खुली तो मे अकेली सो रही थी,उठ के देख तो पापा नाश्ता बना रहे थे, मैने पापा को पीछे से हग करते हुए बोली गुड मॉर्निंग पापा,

पापा: अरे उठ गई मेरी गुड़िया?

दीदी: आप बहुत गंदे हे पापा अपने खुद को तो सोफे पर सुलाया मुझे भी आपके साथ ऐसे सोना पड़ा,

पापा: सौरी बेटी पर तुम क्यों सोई यहां? अपने कमरे में जाती?

दीदी: पापा आपको अकेले छोड़ कर में अकेली क्यों सो जाती?

पापा: ठीक हे अब से में 7 दिन तक दारू नहीं लूंगा,

दीदी: लव यू डैडी,

पापा: लव यू गंदी गुड़िया जा जल्दी नहा ले,

दीदी: पापा अपने नहा लिया क्या?

पापा: हा कब का तभी तो नाश्ता बना रहा हु,

दीदी : पापा....आप बहुत वो हो जाओ में नहाकर आती हु, नहाकर मैने पुश अप ब्रा पहनी और फ्रेश स्लिप पहन कर आ गई नीचे,

फिर हम दोनों नाश्ता कर के उठे तो पापा ने कहा कल छूटी हे कही घूमने चले?

दीदी: हा शॉपिंग पर,

पापा: ठीक हे बाय बेटा में शाम को जल्दी आता हु,

दीदी: बाय पापा लव यू,

पापा के ऑफिस जाते हीं मैने सोचा कि पापा ने मेरे सीने कि और फिर ब्रा कर और तो देखा ही नहीं,

आखिर में मिमी के पति जो हे संस्कारी कही के डेड मेरे,

शाम को पापा आते ही हम लोग ड्राइव पर बाइक पर निकले थे घूमने मैने स्कर्ट टॉप पहना हुआ था ,जंगल की और बहुत दूर घूमे फिर हमें एक दूसरे के फोटोज लिए मिमी को भेजे और घर के लिए निकल पड़े,रस्ते में पापा कही रुके और बोले में आता हु २ मिनिट रुक यहां,

दीदी: पर मुझे अकेला डर लगेगा में आपके साथ ही चलती हु,

पापा: बेटा में सुसु करने जा रहा हु,

दीदी: ठीक हे चलो

पापा: मुझे शर्म आएगी तेरे सामने सुसु करने में बेटा सुसु नहीं आएगी मेरी,

दीदी: ऐसा कुछ नहीं होता पापा आप चलो में आपसे पीठ करती हु आपको नहीं देखती,

मैने आगे चलते पापा के पीछे पीठ किए खड़ी थी फिर सुना कि पापा सुसु बहुत कर रहे हे फिर मुझे भी फिल हुआ तो में भी अपनी स्कर्ट उठा कर निकर साइड में कर के सुसु करने लगी और बोली पापा पीछे मत देखना में भीं सुसु कर रही हु, तब तक पापा ने कर ली थी तो पापा बोले

पापा: गुड़िया शेम.... शेम....

पापा: मेरी नंगी गुड़िया का शेम.... शेम....

दीदी: पापा....... मैने मना किया था पीछे नहीं देखते आप,बहुत गंदे हो आप जावो में नहीं बोलती आपसे

पापा: पर मैने तुझे हा नहीं कहा था गुड़िया

दीदी: चीटिंग करी फिर अपने तो,बिल्कुल गंदे पापा,

पापा: बेटी में तुझे ऐसा नहीं देखने वाला था पर....

दीदी: पर क्या?

पापा: पर एक आइडिया आया मेरे दिमाग में वो कहने वाला था कि गुड़िया की शेम.... शेम.... होंगई,

दीदी: कौनसा आइडिया पापा?

पापा: यही की आज हम पिज्जा खाने चलें ऐसा?

दीदी: हा चलो,

पापा : तुम्हारा शेम.... शेम.... के लिए सोरी और कान पकड़ लेते हे,

दीदी: ठीक हे पापा कोई बात नहीं अपने अनजाने में देखा मुझे,

पापा और हम खाना खा के घर आ गए और पापा फ्रेश होकर सोने चले गए तो में भी उनके रूम में आ गई,

पापा: कुछ काम था बेटा?

दीदी: नहीं पापा सोना हे आपके साथ

पापा: हा ठीक हे चलो सोते हे और पापा ने अपनी टीशर्ट उतार के एक टॉवेल लपेट कर पेंट और निकर उतार दी और एक शॉर्ट पहन कर आ गए मेरे पैसे मेंने ऐसे ही बैठी पापा को देख रहीं थी फिर

पापा ने बोला चलो कपड़े बदलो सो जाते हे,

मेंने वहां पर ही टॉप स्कर्ट उतार दिया और ब्रा, स्लिप और निकर तो थीं हे पहले से ही पहनी हुई,

पापा : इतने जल्दी नाइट ड्रेस में आ गई?

दीदी: नहीं अभी एकं और चीज निकलनी हे

बोल कर मैने स्लिप में से ब्रा की स्ट्रिप निकला के हाथ मैसे भी निकल दी और फिर ब्रा आगे ले कर पूरी खोल के बाहर निकल दी,और पापा के मुंह पर रख दिया और हस पड़ी

पापा: वाह तूने तो ब्रा खोलने का क्या जबरजस्त आइडिया निकला

दीदी: मिमी कैसे निकालती हे फिर?

पापा: मुझसे खुलवाती कभी वो ही अपने हाथ पीछे लेकर खोलती ,

दीदी: मेरी सहेली ने सिखाया था ऐसा खोलना

पापा: अच्छा हे और क्या सिखाया?

दीदी: बस एक ही तरीका हे और कुछ नहीं,

पापा: चड्डी खोलने का नहीं और कोई तरीका

दीदी: (हंसते हुए फिर गुस्से में बोली ) पापा आज अपने पहले ही मुझे बिना चड्डी के देख के मेरा शेम शेम कर दिया था आप अभी फिर मेरी चड्डी निकाल ने बोल रहे हे गंदे पापा।

पापा: अरे निकाल ने नहीं बोला बस ये बोला कि चड्डी निकाल ने की ट्रिक कोई नई हे या नहीं वो,

दीदी: हंसते हुए आप बात को घुमा रहे हो अब,

पापा: नहीं सच में पूछा

दीदी: पापा आप महान हो बात को घुमाना आप बहुत एक्सपर्ट हो, फिर भी आपको चड्डी निकालने की ट्रिक बताती हु में

पापा: नहीं बेटी सच में मत उतारो अपनी चड्डी

दीदी : क्यों?

पापा: मुझे तुझे शेम शेम नहीं करना हे गुड़िया ,मुझे तुझे खुश देखना हे हमेशा,

दीदी: हा पर में मेरी मर्जी से चड्डी उतार ने की ट्रिक बता रही हु न आपको,

पापा: तो फिर में हस्ते हुए तुझे शेम शेम भी बोलूंगा चलेगा तुझे?

दीदी: अब मुझे कोई फरक नहीं पड़ेगा अपना अपने ऑलरेडी मेरे कूल्हे देख चुके हो खुले हुए, अब आपसे मुझे कोई शर्म नहीं आएगी मेरे प्यारे पापा,आप कितना भी हस लो अब समझे?

पापा: ये की न तुमने मेच्योर वाली बाते

दीदी: आखिर में आपकी ही बेटी हु न?

पापा: उसमें तो कोई शक नहीं।

दीदी तो देखो चड्डी उतार के बताती हु आपको

पापा: ठीक हे

दीदी: चड्डी आपने कहा उतारी अपने?

पापा: मेरी चड्डी क्यों चाहिए ? में नहीं उतरने वाला

दीदी: अरे में पहन कर फिर उतर कर दिखाती हु न मुझे बस चड्डी चाहिए

पापा: पर तूने ऑलरेडी ये एक चड्डी तो पहनी हे

दीदी: गुस्से में पापा आप मुझे सच में नंगी करना चाहते हे क्या?

पापा: नहीं भाई में क्यू ऐसा चाहूंगा?

दीदी: क्या पता आप मुझे नंगी देख के मुझ पर फिदा हो गए हो और मुझे नंगी कर के मेरे कूल्हों से प्यार करना चाहते होंगे? उस पर किस करना चाहते होंगे?

उस पर सर रख कर सोना चाहते होंगे?

पापा: अरे अरे बस बस इतना सारा कहां से सिखा बोलना में ये सब क्यों चाहूंगा? में मिमी से प्यार करता हु,

दीदी: अब वो यहां नहीं हे न ? अब तो यहां में हु न?

पापा: में बेवफा पति नहीं हु गुड़िया,

दीदी: में यहीं सुनना चाहती थी पापा वॉव आप बहुत महान हो ,मजा आगया आपको चिढ़ाने में।

बोल के के गले लग गई पापा के

पापा: बेटा महान तुम भी हो मिमी की वजह से हम सब महान हे आज पता हे तुझे?

फिर पापा ने नॉर्मल बाते करते हुए मुझे सुला दिया।


सुबह उठी तो अकेली थी पापा के रूम में उठ कर बाहर निकली तो पापा नाश्ता बना रहे थे तो मैने पीछे से हग कर लिया पापा को,

दीदी: गुड मॉर्निंग पापा

पापा: गुड मॉर्निंग माय लव,माय गुड़िया

दीदी: आप नहाए हो?

पापा: हा तू भी नहा ले जा कर

दीदी: आप एकदम गंदे पापा हो, मुझे जगाया भी नहीं

पापा: अब क्या किया मैने?

दीदी: कुछ नहीं किया बस आप गंदे पापा हो

पापा: कोई तो कारण होगा गुड़िया?

दीदी: में सोच कर बताती हु बाद में ठीक?

पापा: हस कर ठीक हे मेरी प्यारी बेटी जा नहा ले,




फिर में नहाई स्लिप ब्रा एंड चड्डी पहन कर और नाश्ता कर के अगले रूम में आई तो पापा पेपर पढ़ रहे थे तो मैने उनके बीच में जा कर उनकी गोद में बैठ गईं और उनके सामने चेहरा ले कर बोली गंदे पापा

पापा: हा बोल अब क्यू में गंदा हुआ?

दीदी: क्यों कि में बोल रही हु न?

पापा: अरे पर ...

दीदी: हा याद आया याद आया

पापा :क्या

दीदी: चड्डी उतारने की ट्रिक अपने कल देखी ही नहीं और बाते घुमा दी

पापा: चल ठीक हे बता आज

दीदी: अभी ?यहां? चड्डी उतारू ड्राइंग रूम में? कोई आ जाएगा तो?शेम शेम हो जाएगी मेरी पापा ऐसा मत करवाओ आप

पापा: अरे सिर्फ बता दे उतार मत

दीदी: समझ में नहीं आएगा उतार के ही दिखानी पड़ेगी

पापा: तो तू ही सोच के कर जो करना हे पर मुझे गंदा मत बोल

फिर दीदी ने पापा के कान ने धीरे से बोली पापा आप बिल्कुल गंदे हो और पापा के गाल पर पप्पी कर दी

फिर दूसरे गाल पर फिर सर के ऊपर और सीने से लग गई,




पापा: बेटा आज मेरी छुट्टी हे तो क्या करे ?

दीदी: मेरी सहेली आने वाली हे तो पूरा दिन हम तीन लोग साथ में खेलेंगे

पापा: तो अपने कपडे ढंग से पहन ले?

दीदी: नहीं पापा ये कपड़े इतने भी गंदे नहीं दिखते?

पापा: कोई लड़का भी हे क्या?

दीदी: नहीं एक लडकी हे बस,

पापा: फिरभी बेटा तुम्हारा बहुत कुछ दिख रहा हे ये कपड़े में कुछ फुल टीशर्ट पहन ले और नीचे शॉर्ट,

दीदी: आपको कोई दिक्कत हे क्या मेरे ये कपड़े से? मेरे खुलेपन से ? मेरे खुले बदन,खुले पैर,मेरी ऐसी खुली छाती से? क्यों कि मेरी सहेली को तो नहीं होगी कोई दिक्कत,

पापा: नहीं मुझे तो कोई दिक्कत नहीं हे बेटा तेरा घर तू जैसे भी रहे तुम बस खुश होना चाहिए और तेरी कोई मजाक नहीं उड़ाना चाहिए कल की

"ये लड़की तो पापा के सामने भी ऐसे वैसे कपड़े पहन कर रहती हे बेशरम लड़की हे ये एक नंबर की " ऐसा




दीदी: उम्मम..... पापा आपने मुझे बेशरम बोला ??

पापा : अरे नहीं बोला पर लोग बोलेंगे अगर ये हमारे बीच का प्यार करने का तरीका मालूम पड़ा गया तो,

दीदी: कैसा तरीका हे हमारा प्यार करने का?

पापा: ये की में तुम्हे छूट दे रहा हु और तुमने भी मुझे छूट दी हु हे कि तू मेरे सामने कुछ भी पहन सकती हे ,मेरे साथ कभी भी कैसे भी सो सकती हो, में भी तुम्हारे साथ बिना कपड़ों के सो सकता हु हम दोनों एक दूसरे की हर बात का सपोर्ट देंगे कभी मिमी को कभी कोई ऐसा नहीं कहेंगे ,और फिर हम कहीं भीं सुसु करने एक साथ जा सकते हे एक साथ सुसु भी कर सकते हे एक सच्चे दोस्त बन सकत हे,एक दूसरे के शेम शेम भी कर सकते हे




दीदी: अरे अरे बस मैने कब छूट दी आपको इतनी?आपको कब बोला पापा की आप मेरे साथ बिना कपड़ों के सो जाओ?

पापा: कल में छोटे शॉर्ट में ही तो सोया था अगर तुझे दिक्कत थी तो बोल सकती थी न?

दीदी: उसमें क्या दिक्कत पापा? में तो उससे भीं कम कपड़े में सोई थी न?

पापा: बात एक ही थी न?

दीदी: मुझे लगा आप पूरे नंगे हो कर सोने की बात की?

पापा: बेटी एक कपड़ा मतलब नंगा ही हुआ न ?

दीदी : अच्छा वो तो ठीक हे।पर मैने मेरी शेम शेम करने की छुट आपको बिल्कुल नहीं ली थी कल हा। गंदे पापा एक नंबर के

पापा: वो छूट मैने गलती से ले ली थी कल सोरी बेटी बोल के दीदी के सर पर पप्पी कर दी,

दीदी: कोई नहीं पापा में बस चिढ़ा रही थी आपको,

पापा: तो तुझे यह अपनी सहेली पर पूरा भरोसा हे कि तुम्हारी हमारी कोई बात/चुगली किसी से नहीं कहेगी?

दीदी: पापा ये बेस्टी हे 10_11 साल से हे ,वो कुछ भी गलत नहीं करेगी मेरे साथ,




पापा: कब आ रही हे वो यहां ? खाना मंगा लेते हे कुछ अच्छा वाला।

दीदी: ठीक हे आप मांगाएंगे तो घर पर कुछ नहीं बनाती खाना ,

पापा ने ऑर्डर कर दिया और सहेली आ भी गई,

सहेली अपनी कार से उतरी तब वो एक शॉर्ट एंड स्लीवलेस क्रॉप टॉप में दुपट्टा पहन कर आई थी और पूरे हाथ में मोजे (ग्लव्स या शोक्स) पहने हुए थे।




फिर वो घर ने आ कर दुपट्टा,हैंड शेक्स, सन गॉगल्स निकल के हमारे साथ आ गई खेलने।

आते ही दीदी से गले लग गई और पापा से हेलो बोला,फिर हम तीनो ड्राइंग रूम में बैठे थे दीदी पानी ले आई,

फिर कुछ खा कर बाते करने लगे और गेम खेलने लग गए । पापा ने बोला में एक छोटा सा काम करके आता हु तुम लोग खेलो और पापा चले गए,

दीदी अपनी सहेली को अपने बेडरुम में लेकर गई और सभी अच्छे अच्छे कपड़े दिखा ने लगी , कुछ कुछ पहनने भी लगी, सहेली ने भी कुछ कपड़े ट्राई किए और खूब मज़े किए फिर पापा घर आ गए तो दोनों ड्राइंग रूम में आ गए कैरम खेलने लगे,

पापा बहुत अच्छा खेल रहे थे पहले फिर सहेली ने दीदी के कान में कुछ बोला तो दीदी ने हा कहा और सहेली बाथरूम का का बहना बना कर चली गई,

करीब 5 मिनिट में सहेली आई तो पापा उसको ही देख रहे थे क्यू की वो अपने बाल खोल कर आई थी हस्ती हुईं पापा के सामने आ कर बैठ गई,

सहेली अरे तुम दोनों मुझे क्यों देख रहे हो? सिर्फ हल्का हुई फिर बाल हीं तो खोल कर आई , आप तो ऐसा देख रहे जैसे में कोई सेलिब्रिटी हु ,

पापा : अरे आप सेलिब्रिटी से बिल्कुल कम नहीं लग रही हो , एकदम परफेक्ट हो आप सेलिब्रिटी की तरह मेंटेन किया हुआ,

दीदी और सहेली दोनों हस दिए उस बात पर,

पापा की नजर सहेली के सीने से चिपकी हुई थी क्यों कि सहेली अपनी ब्रा उतार कर वहीं सेम स्लीवलेस छोटा टॉप में थी पेट का हिस्सा खुला खुला दिख रहा था

दीदी : पापा आपका ध्यान कहा हे खेलने में नहीं लग रहा लगता हे,क्यों कि आप हार रहे हो गेम में,

पापा: नहीं बेटी तुम लोगों को लगता हे में हारने वाला हु पर में हारेगा नई।

सहेली ने अपनी नजर अपने मोबाइल में रखी थी किसी से सीरियस चैट कर रही थी, इसीलिए पापा को सहेली के सीने को देखने में कोई तकलीफ नहीं हो रही थी,

दीदी: पापा क्या कर रहे हो ठीक से खेलो न आप भूल जा रहे हो

पापा: अरे सोरी ,

सहेली: लावों मेरी बारी हे अब,और अपना टॉप कभी कभी ठीक करती रहती थी।

पर पापा को बहुत मजा आ रहा था क्यों कि सहेली के स्तन की क्लीवेज दिखाई दे रही थी पूरी पेट तक की बिना ब्रा वाली सहेली की,

दीदी को पता चल गया था कि उसके पापा क्या देख रहे हे सहेली का,

तो दीदी पापा की गोद में जा कर बैठ गईं और सहेली को हराने के दाव खेलने लगी ,

फिर कुछ देर में दीदी ने पापा के कान में बोला

दीदी: पापा क्या देख रहे हो सहेली में?

पापा: कुछ भी तो नहीं?

दीदी: पापा झूठ मत बोलो में सब समझती हु आप सहेली के स्तन को ताड़ रहे हो न?

पापा: क्या करूं में सामने ही बैठी ऐसी तरह की उसका सब दिखाय दे रहा हे मुझे

दीदी: पर आप गेम में फोकस करो न ,वो मेरि सहेली हे आपकी मिमी नहीं (और हस पड़ी)

पापा: अरे पर गुड़िया में उसको तकलीफ थोड़ी दे रहा हु में बस मजा ले रहा हु अगर तुझे अच्छा नहीं लग रहा हे तो में नहीं देखता उसको ,

दीदी: अरे नहीं पापा आप बिंदास देखो में तो मजाक कर रही थी हम दोनों ने एक दूसरे को खुश रखना हे पापा ।

दीदी : ठीक हे पापा अब आप खेलो में सुसु करके आती हु

पापा अब बिंदास सहेली के बूब्स देख कर खेल रहे थे,

सहेली : (फोन में देखते हुए)आप कौनसी जॉब करते हे अनकील?

पापा: बेटा मेरा बिजनेस हे ट्रेडिंग का, तुम्हारे पापा क्या करते हे?

थोड़ी इधर उधर की बाते हुई ,कभी कभी सहेली अपने पेट को सहलाती रहती तो कभी अपनी खुली हुई जांघ पर हाथ फेरती रहती,

पापा उसका सब नोटिस करते रहते

दीदी: किसी को कुछ चाहिए क्या स्नेक्स या कोल्ड ड्रिंक में?

सहेली ने अपना कुछ मंगाया,

दीदी: पापा मुझे भीं ऐसा टॉप चाहिए। ऐसा बोल के दीदी ने सहेली के टॉप पर हाथ फेर रहीं थी फिर दीदी ने सहेली से बोला ठीक से सीधी टट्टार बैठना और हाथ ऊपर करना ,मुझे ये टॉप पापा को दिखा ना , तो सहेली ने अपने हाथ ऊपर किए एक हाथ में फोन था तो मैसेज आने पर वो ऊपर हाथ लिए चैट करने लगी और दीदी टॉप को सब तरफ से पापा को दिखा ने लगी,

सहेली अपने फोन में लगी पड़ी थी दीदी ने चुप के से टॉप का आगे का हिस्सा देखने के बहाने हल्के से ऊपर करते करते ज्यादा ही कर लिया और ऐसे ही पकड़े रखा थोड़ी देर केलिए और पापा की और देख के आंख मारी

तब पापा ने आंखे बड़ी करी और मुंह खुल गया देख कर वॉव बोल ने के लिए पर दीदी ने चुप रहने का इशारा किया,

1–2 मिनिट्स ऐसा टॉप को ऊपर नीचे कर के दीदी ने सहेली के पूरे बूब्स पापा को दिखा दिए फिर सहेली को हाथ नीचे करने बोल के खेलने लगी,

दीदी बहुत मुस्कुरा रही थी पापा को देख के,कुछ देर में दीदी ने नोटिस किया कि पापा मुझे भी देख रहे हे

तो दीदी ने अपने दोनों स्तन पर उंगली रख के इशारा किया कि ये भी दिखांउ? और अपनी स्लिप हल्की सी उठाई फिर हस कर नीचे कर दी,

तभी पापा मुकमस्कुरा पड़े,फिर दीदी पापा के गोद में जा कर बैठ गई और कान में बोली इतना मस्त नजारा दिखाया आपको तो मुझे शाबाशी नहीं दोगे?

पापा: शाबाशी नहीं तुझे महेंगी वाली गिफ्ट दूंगा

दीदी: नहीं मुझे कोई गिफ्ट नहीं चाहिए मुझे बस आप का साथ चाहिए,

पापा: वो तो हे ही तुम्हे,

दीदी: पापा चलो ना एक काम हे मुझे आपका

दीदी अपने रूम में पापा को खींच कर ले आई

दोनों अंदर आए तो दीदी ने डोर लोक किया और पापा को बेड पर बैठ ने बोला और वो सामने खड़ी हो गई

दीदी: जोर से हंसते हुए पापा मैने एकदम कमाल कर दिया ना? बातों बातों में उसके पूरे स्तन आपको दिखा दिए न?

पापा : हा पर अच्छा हे उसे पता नहीं चला

दीदी: हा नहीं तो वो मुझे बहुत मारती अभी

पर पापा एक बात बताओ आपने उसके स्तन देख ने के बाद आप मेरे भी देख रहे थे फिर जब मैने अपनी स्लिप ऊपर उठाई तो फिर आप हंसने लगे

आपको मेरे भी स्तन देखना हे?? तो लो देख लो बोल के पापा को गले लग गई।


तब पापा का चेहरा दीदी के सीने से लगा था थोड़ी देर ऐसे ही रह कर शांत हो गए दोनों

दीदी: पापा आपका हक हे मुझे देखने का आपकी ही तो हु में और रहूंगी भी आपकी चाहे आप किसी से भी मेरी शादी करवा दो मेरा पहला प्यार आप ही रहोगे ,आई लव यू पापा कह के पापा को माथे पर पप्पी कर दी बड़ी लंबी वाली

पापा: और मेरा दूसरा प्यार तुम रहेगी हमेशा,क्यों कि पहला मिमी हे,

दीदी: हा सही काहा

दीदी: पापा चलो मूवी देखने जाते हे सब

पापा: हा चलो जहां तुम्हे ठीक लगे ।

दीदी: 1 मिनिट में कपड़े लाती हु आप बोलो कौनसी पहननी हे मुझे

और 3 टीशर्ट लाई और पापा की गोद में रख दी

पापा ने एक पसंद कर के 2 साइड में रख दी

दीदी: ओह तो मुझे उसके लिए ग्रीन ब्रा भी लानी होगी वेट करो पापा अभी लाई

दीदी: देखो पापा ये रही ग्रीन ब्रा मेरे पास सब कलर की सब ब्रा हे

पापा: बढ़िया हे पर बेटी अंदर कौन कलर देखेगा तूने अभी काली पहनी हे वो ही पहन कर ऊपर ये ग्रीन टीशर्ट पहन लेती?

दीदी: मैचिंग करना पड़ता हे पापा वरना लोग बोलेंगे अंदर मैने काली ब्रा पहनी हे ऐसा कलर का उभार दिखता हे कोई कोई ट्रांसपेरेंट टीशर्ट में,

पापा: हा फिर ठीक हे पहन लो में भी रेडी हो जाता हु

दीदी: रुकिए प्लीज में पहले रेडी होती हु,

पापा: पर मुझे भी होना हे मुझे जाने दो ना,

दीदी: (हस्ती हुई बोली) पर पापा मुझे आपके सामने तैयार होना हे, आप मुझे रेडी करेंगे, शर्मा गई

पापा: ये टीशर्ट तो मैने बता दिया और क्या बताना हे?

दीदी: आप चुप रहो बस ऐसे ही बैठे रहो और जो में बोलती हु वैसा करो आप

पापा: ठीक हे बोलो,

फिर दीदी ने अपनी स्लिप को नीचे से पकड़ा और हस्ती हुई ऊपर उठा के निकाल दी और पापा के ठीक सामने

करीब पहुंच गई और अपना सीना पापा के चेहरे पर लगा कर बोली पापा पीछे हाथ ले कर ये ब्लैक ब्रा खोल दीजिए ना प्लीज

पापा: अरे वाह मुझे दिया खोलने का चांस अभी खोलता हु मोहतरमा जी आपकी ब्रा का हुक,

बोल के खोल दिए और ब्रा थोड़ी ढीली हो गई

तभी दीदी ने अपने हाथ से ब्रा के दोनों कप को अपने स्तन पर ठीक से पकड़े रखा जरा भी नहीं खुला फिर एकं एक कर के दोनों हाथों में से स्ट्रिप निकल दिए और दोनों हाथ से ब्रा के दोनों कप को कवर कर रही थी फिर हस्ती हुई बोली

दीदी: क्या हुआ पापा आप किसका इंतजार कर रहे हे?

पापा: किसका भी नहीं क्यों?

बोलते हुए पापा ने नजर दीदी के सीने से ऊपर चेहरे पर की हसी छूट गई दीदी की

दीदी: नहीं पापा आपके चेहरे का एक्सप्रेशन बता रहा हे कि कुछ चीज का आप वेट कर रहे हे,

पापा: नहीं तो।

फिर नजर वापिस दीदी के सीने पर कर दी क्यों कि अभी दीदी ब्रा उतार के वाली हे और अपने भी स्तन दिखाएगी जी भर के मजा आएगा

फिर दीदी ने अपना एक्सप्रेशन गुस्से वाला कर के

बोली

दीदी: पापा आप रूम का डोर क्यों खोल के आए ? कोई कभी भी यहां आ सकता हे

पापा अचानक डर गए क्यों कि दीदी कपड़े बदल रही थी तो कोई आदमी यहां आकर देख सकता हे दोनों को,

तो पापा ने रुम के डोर की और देखा तो बंद था

पापा: बंध ही तो हे कहा खुला हे डोर?

दीदी: (प्यार से मुस्कुराई और धीरे से बोली ) अच्छा बन हे?? तो फिर ठीक हे

और पापा के गले लग गई और बोली

दीदी: पापा मेरी ब्रा का हुक लगा दो न

पापा: पर बेटी तू ब्लेक ब्रा बदल के ग्रीन पहन ने वाली थी न?

दीदी: हा पापा

पापा: तो?

दीदी : अरे पापा आप हुक तो लगावो पहले

फिर हुक लगाने पर दीदी

टाडा...... कैसा लगा मेरा मजाक.......

पापा: अरे चालक लोमड़ी ये कब किया तूने? इतनी जल्दी ब्रा कैसे बदल दी तूने

दीदी : बेटी समझ के नादान समझे क्या?

पापा: नहीं तुम बहुत शातिर हो बेटी मुझे गर्व है तुझ पर,

दीदी अब टीशर्ट आप पहना दो

फिर पापा ने उसको टीशर्ट पहना ली

दीदी : अब पापा जींस पेंट या स्कर्ट पहनू?

पापा:जींस

दीदी: ये 3 हे उसमें से कलर बोलो आप

पापा: ये वाला,

और दीदी वो पहनने लगी

पापा: अरे पर ब्रा और चड्डी का कलर कॉम्बिनेशन अलग हे बेटी ब्रा ग्रीन और चड्डी ब्लेक हे ,

दीदी: पापा जींस ट्रांसपेरेंट नहीं होता तो चलता हे उसमें

पापा: अच्छा तो दिए ठीक हे पहन लो

दीदी थोड़ा सोच कर बोली

दीदी: पापा अगर आप चाहते हो कि में ग्रीन चड्डी पहनूं तो ठीक हे लाती हु अभी

पापा: अरे नहीं मुझे लगा कलर मैच करना होता हे

दीदी : अरे पापा कोई बात नहीं पहन लेती हु न

फिर दीदी ग्रीन पेंटी लाती हे पापा के ठीक सामने जा कर देती हे उनको की पापा चड्डी नहीं हे पर बिकिनी की पेंटी हे ये पहन लू?

पापा: मुझे कुछ आइडिया नहीं हे तुझे जो पसंद हे तू पहन

दीदी हस्ती हुई घूम जाती हे और दो उंगली अपनी चड्डी में डाल कर नीचे झुक कर चड्डी थोड़ी सी नीचे उतारी फिर पीछे देख तो पापा आंख टिका के अपनी बेटी के कूल्हे देखने में मश्गूल थे तभी दीदी बोली?

दीदी: पापा आप मुझे शेम शेम मत बोलना प्लीज

पापा: ने दीदी के चेहरे को देखा तो नजरें दूर कर दी,क्यों कि दीदी बहुत मुस्कुरा रही थी

फिर दीदी खड़ी हो गई खूब हस के बोली पापा फिल्म चालू होने वाली हे क्या?

पर पापा समझे नहीं और बोले हा जल्दी चलो फिल्म चालू हो जाएगी

दीदी : पापा वो नहीं मेरी फिल्म चड्डी बदलने की और हस पड़ी

पापा: में नहीं देख रहा हु तू बदल अपनी पेंटी और में तुझे शेम शेम भी नहीं करूंगा पक्का वाला प्रोमिस,

दीदी ने फिर चड्डी पूरी नीचे कर के पापा को देखा तो पापा कही और देख रहे थे,

दीदी: पापा देखो न मुझे यहां क्या हुआ हे

पापा: क्या

दीदी पापा के मुंह तक अपना बेक ले गई और अपने दोनों नंगे कूल्हों पर हाथ घुमा के बोली ये देखो न पापा कितने मुलायम हे ये दोनों

पापा ने दीदी के कूल्हों पर अपने हाथ घुमा के देखा फिर बोले

पापा : क्या हुआ सब कुछ सही तो हे गुड़िया

दीदी जोर से हंसते हुए बोली थैंक यू पापा लव यू सो मच, बोल के नीचे झुक के ग्रीन पेंटी पहन ली और सामने की और घूम के पापा को पप्पी कर ली

पापा: में तुम्हे समझा नहीं गुड़िया

दीदी: बस पापा कुछ नहीं अपने मुझे शेम शेम भी बोला इसीलिए थैंक्यू बोली में,

पापा : ओ...तेरी.....में फिर भूल गया साली.....चालक लोमड़ी....

दीदी: जोर से हंसते हुए पापा कहां चालाक नंगी हुई तो थी अपने मेरे कूल्हे छूए भी तो थे ,इस बा मैने कहा चालाकी की?

पापा: वाह....बहुत बढ़िया बेटी।

चलो चलते हे

फिर हम बाहर आए तो सहेली अभी भी चेट कर रही थी

दीदी ने उसे पूछा तू फिल्म देखने आएगी?

सहेली : हा चल जाते हे मूवी देखने

दीदी: पर तेरी चैट ही खत्म नहीं हो रही हैं तो मूवी में मजा नहीं आएगा

सहेली अरे बस वो जा रहा हे अपने काम पर तो अभी फ्री हो जाऊंगी,

दीदी: तू क्या पहनोगी मेरे बेडरुम में आ,

पापा: अरे सिर्फ 15 मिनिट बचे हे शो शुरू हो जाएगा जल्दी बैठो गाड़ी में

दीदी: चल यही कपड़े में पर तेरी ब्रा कहा उतारी तूने

सहेली: तेरे बेड पर हे

दीदी: रुक में जल्दी लेकर आती हु

सहेली :रहने दे लेट हो रहा हे हमे और वैसे भी ऐसे में बहुत बार बाहर निकलती हु,

दीदी: बिना ब्रा के सिर्फ ऐसे छोटे टॉप में?

सहेली: हा कोई भी देख लेगा तो उसे मजा आजाएगा, बिचारे को,

दीदी: बड़ी बेशरम हो तुम तो,

सहेली : अरे ऐसे ही मझा आता हे खुल्लम खुल्ला घूमने में, बहुत बार किसी ने मेरे बूब्स देख भी लिए थे पूरे के पूरे

दीदी : चलो गाड़ी में बैठ कर बाते करते हे

फिर गाड़ी में बैठ के सहेली बोली, पीछे बैठ ना तुम साथ में आ मेरे,

सहेली : हा तो ऐसा हुआ था कि में मेरी स्कूटी की हवा चेक करने एक दुकान पर गई वहां पर कुछ काम के लिए मुझे नीचे झुकना पड़ा था तो जैसे ही में झुकी तो पूरा टॉप मेरे गले में आ गया था क्योंकि हवा भी जोर से चल रही थी,पर में जट से खड़ी हो गई थी और टॉप भीं ठीक कर लिया था देखा तो किसी ने नहीं पर बाजू में रखी कार का ग्लास नीचे हुआ और उसे बैठा बन्दा बहुत खुश दिख रहा था मेरी और देख के मस्त हे ऐसा इशारा किया ,

फिर में समझ गई कि वो लकी बन्दा नसीब वाला था,

और दूसरा बन्दा जिसने मुझे झुक ने को कहा वो भी देख रहा था वॉव मैडम बोल पड़ा था उसी वक्त को,

दीदी: दूसरी बार कब हुआ ऐसा?

सहेली : में स्कूटी पर जा रही थी, और उस दिन भी बहुत जोर से हवा चल रही थी एक शॉपिंग मोल के सामने जैसे ही गाड़ी रुकी हवा के कारण मेरा टॉप सीधा गले तक आ गया और मेरे बूब्स किसी 2 लड़के ने देख लिया, उन दोनों को सामने मेरी हसी छूट गई और वो दोनों भी हंसने लगे थे फिर में जल्दी जल्दी दौड़ कर भाग गई,

दीदी : हर बार हवा ही तुझे नंगा कर देती हे न?

सहेली हा और भी बहुत बार ऐसी ओपन हुई थी बाद में बताऊंगी चलो उतरो आ गया हमारा स्टेशन,

फिल्म होररर थी तो दीदी ने सहेली से बोला

दीदी: हॉरर मूवी हे तो पापा को बीच में बिठाते हे क्यों कि डर लगेगा तो उनके हाथ को पकड़ लेंगे

सहेली: तू पकड़ेगी में क्या पकड़ेगी?

दीदी: पापा को डर लगेगा तो पापा तुझे पकड़ लेंगे बोल के दीदी हंसने लगी,

सहेली : अबे मजाक नहीं यार कभी कभी में बहुत डर जाती हु

दीदी: अरे उसमें क्या हे पापा को पकड़ लेना ,मेरे पापा बुरा नहीं मानते में भी बेटी तुम भी बेटी हो ऐसा ही बर्ताव करेंगे,

सहेली : अरे पर वो क्या सोचेंगे

दीदी: एक काम कर में पापा को बोल दूंगी कि अगर हमे डर लगेगा तो हम दोनों आपकी गोद में बैठ कर मूवी देखेंगे

सहेली : अबे हम दोनों छोटी बच्ची थोड़ी हे, पागल वाले बात मत कर,

दीदी: तुझे कुछ सही लग रहा हे क्या?

सहेली: तू अनकीलको बोल ना की कुछ डरावना सीन आए तो डर के सहेली का हाथ पकड़ ले,

दीदी: अरे पापा नहीं डरते,मूवी खत्म होने तक पापा तेरा हाथ नहीं पकड़ेंगे,

सहेली : फिर क्या किया जाए?

दीदी: एक काम कर न जब तुझे डर लगे तो तू मेरे पास आ जाना में भी उठ जाऊंगी फिर हम दोनों पापा की गोद में बैठने का ट्राई करेंगे पर में पापा का हाथ ले कर अपनी ही सीट पर वापिस बैठ जाऊंगी तू पापा की गोद में बैठ जाना,

सहेली : मुझे ये भी अच्छा नहीं लगता

दीदी: अबे चल साली देख लेंगे जो होगा ,




फिल्म चालू हों गई थी
अलग-अलग नहीं सारे पार्ट यहीं पर पोस्ट करते जाओ
नये पेज अपने आप जुड़ जायेंगे
 

Rinkp219

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Shandar update
 
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Msys007

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Aisa sansari parivar pehli baar dekhi jahan maa apne bete ke samne pati ke dost ko chooche dikhati he blouse ke button lagwati he behan bra panty me size fitting chek krwati he bhai ka lund khada ho jata he maa behan ko dekh kr ......wahhh ...wahhh jai ho aise sansakri parivar ki
 

Loveyounaagi

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bhag 2-3-4 bhi posted hua he guys search karna hoga kyu ki iske niche 2nd page nahi aa rha he mera
 
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urc4me

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Romanchak shuruaat . Pratiksha agle rasprad update ki
 

Loveyounaagi

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में: दीदी एक बात बता तू मिमी के कमरे में कपड़े पहन ने को जाती हे तो क्या कभी ऐसा हुआ हे कि पापा ने आपको बिना कपड़ों के देख लिया

दीदी: अरे ये सवाल क्यों पूछा तुमने, कुछ पता हे क्या मेरे और पापा के बारे में तुम्हे? हा??

में: नहीं क्यों क्या हुआ?

दीदी: में पापा के सामने गलती से बहुत बार बिना कपड़ों के बिल्कुल नंगी हुई थी और वो भी बहुत बार ऐसा हुआ था , तो मिमी मुझे और पापा को खूब डांट कर पापा को बाहर निकाल देती थी,

में: दीदी गलती से या आपकी मर्जी से आप निर्वस्त्र हुई थी?

दीदी: चूचू सच बोलूं तो मेरे पापा दुनिया का सबसे अच्छे सबसे मस्त पापा हे तो मुझे ऐसा करना अच्छा लगता हे इसीलिए में जान भुज कर ही हुई थी हा हा...

में: और में दीदी अच्छा नहीं हु?

दीदी: अरे चूचू आप भी बहुत अच्छे हो पापा से भी अच्छे हो पर पता नहीं तुम मुझे शेम शेम कर के हंसा बहुत करता था, जब हम साथ ने नहाते थे तब से मुझे तुम्हारे सामने कपड़े खोलने में शर्म आती हे,

में: सोरी दीदी अब कभी ऐसा नहीं करूंगा पर आप मुझे बताओ न पापा के साथ अपने क्या किया था कि मिमी ने डाटा था?

दीदी: चलो बैठ के बात करते हे आजा

में: हा चलो पर सोते सोते बात करते हे लाइट बंद कर दो फिर सो जाएंगे

दीदी: तू यहां सोएगा? मेरे साथ?

में: अगर आप को ठीक नहीं लगेगा तो में चल जाऊंगा अपने रुम में,

दीदी: नहीं तुम मेरे नजदीक हीं सो जाना आज और वैसे भी 1 तो बज गए हे,आधी रात तो खतम हो गई तुम्हारे साथ बाते करते हुए ,बोल हसने लगी,

मैने अपनी टीशर्ट निकाली और में सिर्फ एक शॉर्ट में था दीदी के सामने, में कभी शॉर्ट में चड्डी नहीं पहनता रात को,तो मेरा नुनु खड़ा हुआ था शॉर्ट में से देख सकती थी दीदी,

दीदी : तुमने तो कपड़े उतार दिए अपने पर में नहीं उतरने वाली

में: जैसी आपकी मर्जी दीदी में तो बस आपके साथ प्यार से सोना चाहता हु,

दीदी: यहां आ मेरे करीब

मैने दीदू को गले लग गया और बोला दीदू,बताओ ना आपके पापा के साथ वाली सारी बाते,

दीदी: क्यों इतनी दिलचस्पी हे तुझे इन सब में?

में: दीदू मजा आ रहा हे प्लीज सुनावो ना।

दीदी: ठीक हे फिर तू सुन

पता हे करीब साल पहले तू और मिमी मामा के घर 1 हफ्ते के लिए गए थे

में: हा..

दीदी: तब की बात हे मैने पापा में एक अच्छा मर्द देखा था उन दिनों में,

में: वो कैसे?

दीदी: तुझे पता हे अभी की जनरेशन सब खुले कपड़ों में रहती हे सभी के घर में,पर हमारी मिमी कभी हमें खुले कपड़े नहीं पहनने देती हे पर में उन दिनों अपनी लाइफ जी ली थी सब खुले कपड़े पहन कर,

में: पापा ने मना नहीं किया आपको?

दीदी: बिल्कुल नहीं,पहले ही दिन जब तुम को एयरपोर्ट छोड़ कर पापा घर पर आए तो मेने सिर्फ अपनी एक स्लिप और निकर पहन कर गई थी डोर खोलने लिए

में: क्या बात कर रही है?

दीदी : हा मुझे बहुत शर्म आ रही थी पर मुझे पापा से ऐसे गले लगना अच्छा लगा था, मैने पापा से 5 मिनिट तक गले लगी हुई थी उस समय फिर पापा ने मुझे बोला तुझे अब जो करना हे कर बस तू खुश और हस्ती रहे हर वक्त,

दीदी : थैंक यू पापा

पापा: नहाई हो की नहीं ?

दीदी: नहीं पापा उठ के सीधी आपको गले लगी हु,

पापा: मेरी प्यारी गंदी बेटी आई लव यू,

दीदी: और आप नहाए हे क्या?

पापा: नहीं बेटा में भी बाकी हु इतना जल्दी एयरपोर्ट छोड़ने जो गया था

दीदी: मेरे प्यारे गंदे पापा आई लव यू बोल कर गले लग गई फिर थोड़ी अलग हो कर बोली पापा क्या खाओगे नाश्ते में?

तब पापा ने मुझे ऊपर से नीचे तक देखते हुए बोला अरे अरे अरे मैने तो आज आपको देख बेटी अब तक तू कहा? थी?

दीदी: हसी छूट गई और बोली आपके सामने ही तो थी पापा पर आज से में आजाद पंछी हो गई हु इसीलिए ऐसे कपड़े पहने हुए हे,क्या आपको पसंद नहीं आया?

पापा: पर तू ने कपड़े कहा पहने? तुम तो स्लिप निकर में हो,

दीदी: पापा आप मेरी मजाक उड़ा रहे हो?

पापा : मैने क्या किया?

दीदी: पता हे मिमी मुझे रोज रात को नाइट गाउन पहनाती थी जिसमें कुछ भी खुला खुला नहीं रहता मेरा बदन में पूरी कैद हो जाती थी ,आज से में ये कपड़े में सोऊंगी,ऐसे खुले कपड़ों में मुझे अच्छा लगता हे जैसे मेरी सब सहेली रहती हे अपने घर

पापा: अच्छा तो ये नाइट के सोने के कपड़े हे तोड़ी ठीक हे ,मुझे लगा दिन में ये पहन कर बाहर जाओगी,

दीदी: पापा दिन में भी यही होंगे मेरे कपड़े बाहर जाते वक्त पूरे कपड़े पहनूंगी आप मुझे स्पोर्ट करना प्लीज,

पापा: मेरी प्यारी बेटी जो जैसा रहना हे वैसा रहेगी मेरा फुल स्पोर्ट हे तुझे

ऐसा बोल कर पापा ने फिर से गले लगा दिया मुझे,

फिर मैने नाश्ता बनाया

टीवी देखते हुऐ हमने नाश्ता किया फिर पापा ऑफिस पर चले गए,

पूरे दिन मैने खूब सहेलियों से मजे किए और शाम को कपड़े बदल के खाना बनाने लगी थोड़ी देर में पापा आए और मुझे पीछे से हग कर दिया उस वक्त मैने ब्रा स्लिप और निकर पहनी थी,

खाना खा कर टीवी देखने लगे में पापा के बाजू में आप के गोद में सर रख कर टीवी देख रही थी और पापा ने अपना हाथ मेरी कमर पर रख कर सहला रहे थे,कभी नितंब पर रख कर,मुझे बहुत मजा आ रहा था,

मेरे सोने की वजह से स्लिप थोड़ी ऊपर उठी हुई थी तो कमर मेरी बिल्कुल खुली हुईं थी तो पापा के हाथ फेरने से मुझे बहुत सुकून मिल रहा था,जब पापा मेरे नितंब पर हाथ फेरते तो ऐसा लगता कि निकर उतार दु,

11 बजे पापा ने अपना पैग बनाया और पीने लगे मेंने भी सॉफ्ट ड्रिंक ले कर पीने लगी पापा के साथ बैठ कर,तब पापा ने अपना एक हाथ मेरे कंधे पर और दूसरा मेरी जांघ पर फेर रहे थे,मुझे बहुत अच्छा लग रहा था

1 बजे मूवी खत्म हुई तो मैने देखा तो पापा सो गए हे

कई कोशिश करने पर भी पापा नहीं उठे तो मैने भी अब

पापा के सोफे के सामने वाले सोफे पर सोने का फैसला किया,

सुबह आंख खुली तो मे अकेली सो रही थी,उठ के देख तो पापा नाश्ता बना रहे थे, मैने पापा को पीछे से हग करते हुए बोली गुड मॉर्निंग पापा,

पापा: अरे उठ गई मेरी गुड़िया?

दीदी: आप बहुत गंदे हे पापा अपने खुद को तो सोफे पर सुलाया मुझे भी आपके साथ ऐसे सोना पड़ा,

पापा: सौरी बेटी पर तुम क्यों सोई यहां? अपने कमरे में जाती?

दीदी: पापा आपको अकेले छोड़ कर में अकेली क्यों सो जाती?

पापा: ठीक हे अब से में 7 दिन तक दारू नहीं लूंगा,

दीदी: लव यू डैडी,

पापा: लव यू गंदी गुड़िया जा जल्दी नहा ले,

दीदी: पापा अपने नहा लिया क्या?

पापा: हा कब का तभी तो नाश्ता बना रहा हु,

दीदी : पापा....आप बहुत वो हो जाओ में नहाकर आती हु, नहाकर मैने पुश अप ब्रा पहनी और फ्रेश स्लिप पहन कर आ गई नीचे,

फिर हम दोनों नाश्ता कर के उठे तो पापा ने कहा कल छूटी हे कही घूमने चले?

दीदी: हा शॉपिंग पर,

पापा: ठीक हे बाय बेटा में शाम को जल्दी आता हु,

दीदी: बाय पापा लव यू,

पापा के ऑफिस जाते हीं मैने सोचा कि पापा ने मेरे सीने कि और फिर ब्रा कर और तो देखा ही नहीं,

आखिर में मिमी के पति जो हे संस्कारी कही के डेड मेरे,

शाम को पापा आते ही हम लोग ड्राइव पर बाइक पर निकले थे घूमने मैने स्कर्ट टॉप पहना हुआ था ,जंगल की और बहुत दूर घूमे फिर हमें एक दूसरे के फोटोज लिए मिमी को भेजे और घर के लिए निकल पड़े,रस्ते में पापा कही रुके और बोले में आता हु २ मिनिट रुक यहां,

दीदी: पर मुझे अकेला डर लगेगा में आपके साथ ही चलती हु,

पापा: बेटा में सुसु करने जा रहा हु,

दीदी: ठीक हे चलो

पापा: मुझे शर्म आएगी तेरे सामने सुसु करने में बेटा सुसु नहीं आएगी मेरी,

दीदी: ऐसा कुछ नहीं होता पापा आप चलो में आपसे पीठ करती हु आपको नहीं देखती,

मैने आगे चलते पापा के पीछे पीठ किए खड़ी थी फिर सुना कि पापा सुसु बहुत कर रहे हे फिर मुझे भी फिल हुआ तो में भी अपनी स्कर्ट उठा कर निकर साइड में कर के सुसु करने लगी और बोली पापा पीछे मत देखना में भीं सुसु कर रही हु, तब तक पापा ने कर ली थी तो पापा बोले

पापा: गुड़िया शेम.... शेम....

पापा: मेरी नंगी गुड़िया का शेम.... शेम....

दीदी: पापा....... मैने मना किया था पीछे नहीं देखते आप,बहुत गंदे हो आप जावो में नहीं बोलती आपसे

पापा: पर मैने तुझे हा नहीं कहा था गुड़िया

दीदी: चीटिंग करी फिर अपने तो,बिल्कुल गंदे पापा,

पापा: बेटी में तुझे ऐसा नहीं देखने वाला था पर....

दीदी: पर क्या?

पापा: पर एक आइडिया आया मेरे दिमाग में वो कहने वाला था कि गुड़िया की शेम.... शेम.... होंगई,

दीदी: कौनसा आइडिया पापा?

पापा: यही की आज हम पिज्जा खाने चलें ऐसा?

दीदी: हा चलो,

पापा : तुम्हारा शेम.... शेम.... के लिए सोरी और कान पकड़ लेते हे,

दीदी: ठीक हे पापा कोई बात नहीं अपने अनजाने में देखा मुझे,

पापा और हम खाना खा के घर आ गए और पापा फ्रेश होकर सोने चले गए तो में भी उनके रूम में आ गई,

पापा: कुछ काम था बेटा?

दीदी: नहीं पापा सोना हे आपके साथ

पापा: हा ठीक हे चलो सोते हे और पापा ने अपनी टीशर्ट उतार के एक टॉवेल लपेट कर पेंट और निकर उतार दी और एक शॉर्ट पहन कर आ गए मेरे पैसे मेंने ऐसे ही बैठी पापा को देख रहीं थी फिर

पापा ने बोला चलो कपड़े बदलो सो जाते हे,

मेंने वहां पर ही टॉप स्कर्ट उतार दिया और ब्रा, स्लिप और निकर तो थीं हे पहले से ही पहनी हुई,

पापा : इतने जल्दी नाइट ड्रेस में आ गई?

दीदी: नहीं अभी एकं और चीज निकलनी हे

बोल कर मैने स्लिप में से ब्रा की स्ट्रिप निकला के हाथ मैसे भी निकल दी और फिर ब्रा आगे ले कर पूरी खोल के बाहर निकल दी,और पापा के मुंह पर रख दिया और हस पड़ी

पापा: वाह तूने तो ब्रा खोलने का क्या जबरजस्त आइडिया निकला

दीदी: मिमी कैसे निकालती हे फिर?

पापा: मुझसे खुलवाती कभी वो ही अपने हाथ पीछे लेकर खोलती ,

दीदी: मेरी सहेली ने सिखाया था ऐसा खोलना

पापा: अच्छा हे और क्या सिखाया?

दीदी: बस एक ही तरीका हे और कुछ नहीं,

पापा: चड्डी खोलने का नहीं और कोई तरीका

दीदी: (हंसते हुए फिर गुस्से में बोली ) पापा आज अपने पहले ही मुझे बिना चड्डी के देख के मेरा शेम शेम कर दिया था आप अभी फिर मेरी चड्डी निकाल ने बोल रहे हे गंदे पापा।

पापा: अरे निकाल ने नहीं बोला बस ये बोला कि चड्डी निकाल ने की ट्रिक कोई नई हे या नहीं वो,

दीदी: हंसते हुए आप बात को घुमा रहे हो अब,

पापा: नहीं सच में पूछा

दीदी: पापा आप महान हो बात को घुमाना आप बहुत एक्सपर्ट हो, फिर भी आपको चड्डी निकालने की ट्रिक बताती हु में

पापा: नहीं बेटी सच में मत उतारो अपनी चड्डी

दीदी : क्यों?

पापा: मुझे तुझे शेम शेम नहीं करना हे गुड़िया ,मुझे तुझे खुश देखना हे हमेशा,

दीदी: हा पर में मेरी मर्जी से चड्डी उतार ने की ट्रिक बता रही हु न आपको,

पापा: तो फिर में हस्ते हुए तुझे शेम शेम भी बोलूंगा चलेगा तुझे?

दीदी: अब मुझे कोई फरक नहीं पड़ेगा अपना अपने ऑलरेडी मेरे कूल्हे देख चुके हो खुले हुए, अब आपसे मुझे कोई शर्म नहीं आएगी मेरे प्यारे पापा,आप कितना भी हस लो अब समझे?

पापा: ये की न तुमने मेच्योर वाली बाते

दीदी: आखिर में आपकी ही बेटी हु न?

पापा: उसमें तो कोई शक नहीं।

दीदी तो देखो चड्डी उतार के बताती हु आपको

पापा: ठीक हे

दीदी: चड्डी आपने कहा उतारी अपने?

पापा: मेरी चड्डी क्यों चाहिए ? में नहीं उतरने वाला

दीदी: अरे में पहन कर फिर उतर कर दिखाती हु न मुझे बस चड्डी चाहिए

पापा: पर तूने ऑलरेडी ये एक चड्डी तो पहनी हे

दीदी: गुस्से में पापा आप मुझे सच में नंगी करना चाहते हे क्या?

पापा: नहीं भाई में क्यू ऐसा चाहूंगा?

दीदी: क्या पता आप मुझे नंगी देख के मुझ पर फिदा हो गए हो और मुझे नंगी कर के मेरे कूल्हों से प्यार करना चाहते होंगे? उस पर किस करना चाहते होंगे?

उस पर सर रख कर सोना चाहते होंगे?

पापा: अरे अरे बस बस इतना सारा कहां से सिखा बोलना में ये सब क्यों चाहूंगा? में मिमी से प्यार करता हु,

दीदी: अब वो यहां नहीं हे न ? अब तो यहां में हु न?

पापा: में बेवफा पति नहीं हु गुड़िया,

दीदी: में यहीं सुनना चाहती थी पापा वॉव आप बहुत महान हो ,मजा आगया आपको चिढ़ाने में।

बोल के के गले लग गई पापा के

पापा: बेटा महान तुम भी हो मिमी की वजह से हम सब महान हे आज पता हे तुझे?

फिर पापा ने नॉर्मल बाते करते हुए मुझे सुला दिया।

सुबह उठी तो अकेली थी पापा के रूम में उठ कर बाहर निकली तो पापा नाश्ता बना रहे थे तो मैने पीछे से हग कर लिया पापा को,

दीदी: गुड मॉर्निंग पापा

पापा: गुड मॉर्निंग माय लव,माय गुड़िया

दीदी: आप नहाए हो?

पापा: हा तू भी नहा ले जा कर

दीदी: आप एकदम गंदे पापा हो, मुझे जगाया भी नहीं

पापा: अब क्या किया मैने?

दीदी: कुछ नहीं किया बस आप गंदे पापा हो

पापा: कोई तो कारण होगा गुड़िया?

दीदी: में सोच कर बताती हु बाद में ठीक?

पापा: हस कर ठीक हे मेरी प्यारी बेटी जा नहा ले,



फिर में नहाई स्लिप ब्रा एंड चड्डी पहन कर और नाश्ता कर के अगले रूम में आई तो पापा पेपर पढ़ रहे थे तो मैने उनके बीच में जा कर उनकी गोद में बैठ गईं और उनके सामने चेहरा ले कर बोली गंदे पापा

पापा: हा बोल अब क्यू में गंदा हुआ?

दीदी: क्यों कि में बोल रही हु न?

पापा: अरे पर ...

दीदी: हा याद आया याद आया

पापा :क्या

दीदी: चड्डी उतारने की ट्रिक अपने कल देखी ही नहीं और बाते घुमा दी

पापा: चल ठीक हे बता आज

दीदी: अभी ?यहां? चड्डी उतारू ड्राइंग रूम में? कोई आ जाएगा तो?शेम शेम हो जाएगी मेरी पापा ऐसा मत करवाओ आप

पापा: अरे सिर्फ बता दे उतार मत

दीदी: समझ में नहीं आएगा उतार के ही दिखानी पड़ेगी

पापा: तो तू ही सोच के कर जो करना हे पर मुझे गंदा मत बोल

फिर दीदी ने पापा के कान ने धीरे से बोली पापा आप बिल्कुल गंदे हो और पापा के गाल पर पप्पी कर दी

फिर दूसरे गाल पर फिर सर के ऊपर और सीने से लग गई,



पापा: बेटा आज मेरी छुट्टी हे तो क्या करे ?

दीदी: मेरी सहेली आने वाली हे तो पूरा दिन हम तीन लोग साथ में खेलेंगे

पापा: तो अपने कपडे ढंग से पहन ले?

दीदी: नहीं पापा ये कपड़े इतने भी गंदे नहीं दिखते?

पापा: कोई लड़का भी हे क्या?

दीदी: नहीं एक लडकी हे बस,

पापा: फिरभी बेटा तुम्हारा बहुत कुछ दिख रहा हे ये कपड़े में कुछ फुल टीशर्ट पहन ले और नीचे शॉर्ट,

दीदी: आपको कोई दिक्कत हे क्या मेरे ये कपड़े से? मेरे खुलेपन से ? मेरे खुले बदन,खुले पैर,मेरी ऐसी खुली छाती से? क्यों कि मेरी सहेली को तो नहीं होगी कोई दिक्कत,

पापा: नहीं मुझे तो कोई दिक्कत नहीं हे बेटा तेरा घर तू जैसे भी रहे तुम बस खुश होना चाहिए और तेरी कोई मजाक नहीं उड़ाना चाहिए कल की

"ये लड़की तो पापा के सामने भी ऐसे वैसे कपड़े पहन कर रहती हे बेशरम लड़की हे ये एक नंबर की " ऐसा



दीदी: उम्मम..... पापा आपने मुझे बेशरम बोला ??

पापा : अरे नहीं बोला पर लोग बोलेंगे अगर ये हमारे बीच का प्यार करने का तरीका मालूम पड़ा गया तो,

दीदी: कैसा तरीका हे हमारा प्यार करने का?

पापा: ये की में तुम्हे छूट दे रहा हु और तुमने भी मुझे छूट दी हु हे कि तू मेरे सामने कुछ भी पहन सकती हे ,मेरे साथ कभी भी कैसे भी सो सकती हो, में भी तुम्हारे साथ बिना कपड़ों के सो सकता हु हम दोनों एक दूसरे की हर बात का सपोर्ट देंगे कभी मिमी को कभी कोई ऐसा नहीं कहेंगे ,और फिर हम कहीं भीं सुसु करने एक साथ जा सकते हे एक साथ सुसु भी कर सकते हे एक सच्चे दोस्त बन सकत हे,एक दूसरे के शेम शेम भी कर सकते हे



दीदी: अरे अरे बस मैने कब छूट दी आपको इतनी?आपको कब बोला पापा की आप मेरे साथ बिना कपड़ों के सो जाओ?

पापा: कल में छोटे शॉर्ट में ही तो सोया था अगर तुझे दिक्कत थी तो बोल सकती थी न?

दीदी: उसमें क्या दिक्कत पापा? में तो उससे भीं कम कपड़े में सोई थी न?

पापा: बात एक ही थी न?

दीदी: मुझे लगा आप पूरे नंगे हो कर सोने की बात की?

पापा: बेटी एक कपड़ा मतलब नंगा ही हुआ न ?

दीदी : अच्छा वो तो ठीक हे।पर मैने मेरी शेम शेम करने की छुट आपको बिल्कुल नहीं ली थी कल हा। गंदे पापा एक नंबर के

पापा: वो छूट मैने गलती से ले ली थी कल सोरी बेटी बोल के दीदी के सर पर पप्पी कर दी,

दीदी: कोई नहीं पापा में बस चिढ़ा रही थी आपको,

पापा: तो तुझे यह अपनी सहेली पर पूरा भरोसा हे कि तुम्हारी हमारी कोई बात/चुगली किसी से नहीं कहेगी?

दीदी: पापा ये बेस्टी हे 10_11 साल से हे ,वो कुछ भी गलत नहीं करेगी मेरे साथ,



पापा: कब आ रही हे वो यहां ? खाना मंगा लेते हे कुछ अच्छा वाला।

दीदी: ठीक हे आप मांगाएंगे तो घर पर कुछ नहीं बनाती खाना ,

पापा ने ऑर्डर कर दिया और सहेली आ भी गई,

सहेली अपनी कार से उतरी तब वो एक शॉर्ट एंड स्लीवलेस क्रॉप टॉप में दुपट्टा पहन कर आई थी और पूरे हाथ में मोजे (ग्लव्स या शोक्स) पहने हुए थे।



फिर वो घर ने आ कर दुपट्टा,हैंड शेक्स, सन गॉगल्स निकल के हमारे साथ आ गई खेलने।

आते ही दीदी से गले लग गई और पापा से हेलो बोला,फिर हम तीनो ड्राइंग रूम में बैठे थे दीदी पानी ले आई,

फिर कुछ खा कर बाते करने लगे और गेम खेलने लग गए । पापा ने बोला में एक छोटा सा काम करके आता हु तुम लोग खेलो और पापा चले गए,

दीदी अपनी सहेली को अपने बेडरुम में लेकर गई और सभी अच्छे अच्छे कपड़े दिखा ने लगी , कुछ कुछ पहनने भी लगी, सहेली ने भी कुछ कपड़े ट्राई किए और खूब मज़े किए फिर पापा घर आ गए तो दोनों ड्राइंग रूम में आ गए कैरम खेलने लगे,

पापा बहुत अच्छा खेल रहे थे पहले फिर सहेली ने दीदी के कान में कुछ बोला तो दीदी ने हा कहा और सहेली बाथरूम का का बहना बना कर चली गई,

करीब 5 मिनिट में सहेली आई तो पापा उसको ही देख रहे थे क्यू की वो अपने बाल खोल कर आई थी हस्ती हुईं पापा के सामने आ कर बैठ गई,

सहेली अरे तुम दोनों मुझे क्यों देख रहे हो? सिर्फ हल्का हुई फिर बाल हीं तो खोल कर आई , आप तो ऐसा देख रहे जैसे में कोई सेलिब्रिटी हु ,

पापा : अरे आप सेलिब्रिटी से बिल्कुल कम नहीं लग रही हो , एकदम परफेक्ट हो आप सेलिब्रिटी की तरह मेंटेन किया हुआ,

दीदी और सहेली दोनों हस दिए उस बात पर,

पापा की नजर सहेली के सीने से चिपकी हुई थी क्यों कि सहेली अपनी ब्रा उतार कर वहीं सेम स्लीवलेस छोटा टॉप में थी पेट का हिस्सा खुला खुला दिख रहा था

दीदी : पापा आपका ध्यान कहा हे खेलने में नहीं लग रहा लगता हे,क्यों कि आप हार रहे हो गेम में,

पापा: नहीं बेटी तुम लोगों को लगता हे में हारने वाला हु पर में हारेगा नई।

सहेली ने अपनी नजर अपने मोबाइल में रखी थी किसी से सीरियस चैट कर रही थी, इसीलिए पापा को सहेली के सीने को देखने में कोई तकलीफ नहीं हो रही थी,

दीदी: पापा क्या कर रहे हो ठीक से खेलो न आप भूल जा रहे हो

पापा: अरे सोरी ,

सहेली: लावों मेरी बारी हे अब,और अपना टॉप कभी कभी ठीक करती रहती थी।

पर पापा को बहुत मजा आ रहा था क्यों कि सहेली के स्तन की क्लीवेज दिखाई दे रही थी पूरी पेट तक की बिना ब्रा वाली सहेली की,

दीदी को पता चल गया था कि उसके पापा क्या देख रहे हे सहेली का,

तो दीदी पापा की गोद में जा कर बैठ गईं और सहेली को हराने के दाव खेलने लगी ,

फिर कुछ देर में दीदी ने पापा के कान में बोला

दीदी: पापा क्या देख रहे हो सहेली में?

पापा: कुछ भी तो नहीं?

दीदी: पापा झूठ मत बोलो में सब समझती हु आप सहेली के स्तन को ताड़ रहे हो न?

पापा: क्या करूं में सामने ही बैठी ऐसी तरह की उसका सब दिखाय दे रहा हे मुझे

दीदी: पर आप गेम में फोकस करो न ,वो मेरि सहेली हे आपकी मिमी नहीं (और हस पड़ी)

पापा: अरे पर गुड़िया में उसको तकलीफ थोड़ी दे रहा हु में बस मजा ले रहा हु अगर तुझे अच्छा नहीं लग रहा हे तो में नहीं देखता उसको ,

दीदी: अरे नहीं पापा आप बिंदास देखो में तो मजाक कर रही थी हम दोनों ने एक दूसरे को खुश रखना हे पापा ।

दीदी : ठीक हे पापा अब आप खेलो में सुसु करके आती हु

पापा अब बिंदास सहेली के बूब्स देख कर खेल रहे थे,

सहेली : (फोन में देखते हुए)आप कौनसी जॉब करते हे अनकील?

पापा: बेटा मेरा बिजनेस हे ट्रेडिंग का, तुम्हारे पापा क्या करते हे?

थोड़ी इधर उधर की बाते हुई ,कभी कभी सहेली अपने पेट को सहलाती रहती तो कभी अपनी खुली हुई जांघ पर हाथ फेरती रहती,

पापा उसका सब नोटिस करते रहते

दीदी: किसी को कुछ चाहिए क्या स्नेक्स या कोल्ड ड्रिंक में?

सहेली ने अपना कुछ मंगाया,

दीदी: पापा मुझे भीं ऐसा टॉप चाहिए। ऐसा बोल के दीदी ने सहेली के टॉप पर हाथ फेर रहीं थी फिर दीदी ने सहेली से बोला ठीक से सीधी टट्टार बैठना और हाथ ऊपर करना ,मुझे ये टॉप पापा को दिखा ना , तो सहेली ने अपने हाथ ऊपर किए एक हाथ में फोन था तो मैसेज आने पर वो ऊपर हाथ लिए चैट करने लगी और दीदी टॉप को सब तरफ से पापा को दिखा ने लगी,

सहेली अपने फोन में लगी पड़ी थी दीदी ने चुप के से टॉप का आगे का हिस्सा देखने के बहाने हल्के से ऊपर करते करते ज्यादा ही कर लिया और ऐसे ही पकड़े रखा थोड़ी देर केलिए और पापा की और देख के आंख मारी

तब पापा ने आंखे बड़ी करी और मुंह खुल गया देख कर वॉव बोल ने के लिए पर दीदी ने चुप रहने का इशारा किया,

1–2 मिनिट्स ऐसा टॉप को ऊपर नीचे कर के दीदी ने सहेली के पूरे बूब्स पापा को दिखा दिए फिर सहेली को हाथ नीचे करने बोल के खेलने लगी,

दीदी बहुत मुस्कुरा रही थी पापा को देख के,कुछ देर में दीदी ने नोटिस किया कि पापा मुझे भी देख रहे हे

तो दीदी ने अपने दोनों स्तन पर उंगली रख के इशारा किया कि ये भी दिखांउ? और अपनी स्लिप हल्की सी उठाई फिर हस कर नीचे कर दी,

तभी पापा मुकमस्कुरा पड़े,फिर दीदी पापा के गोद में जा कर बैठ गई और कान में बोली इतना मस्त नजारा दिखाया आपको तो मुझे शाबाशी नहीं दोगे?

पापा: शाबाशी नहीं तुझे महेंगी वाली गिफ्ट दूंगा

दीदी: नहीं मुझे कोई गिफ्ट नहीं चाहिए मुझे बस आप का साथ चाहिए,

पापा: वो तो हे ही तुम्हे,

दीदी: पापा चलो ना एक काम हे मुझे आपका

दीदी अपने रूम में पापा को खींच कर ले आई

दोनों अंदर आए तो दीदी ने डोर लोक किया और पापा को बेड पर बैठ ने बोला और वो सामने खड़ी हो गई

दीदी: जोर से हंसते हुए पापा मैने एकदम कमाल कर दिया ना? बातों बातों में उसके पूरे स्तन आपको दिखा दिए न?

पापा : हा पर अच्छा हे उसे पता नहीं चला

दीदी: हा नहीं तो वो मुझे बहुत मारती अभी

पर पापा एक बात बताओ आपने उसके स्तन देख ने के बाद आप मेरे भी देख रहे थे फिर जब मैने अपनी स्लिप ऊपर उठाई तो फिर आप हंसने लगे

आपको मेरे भी स्तन देखना हे?? तो लो देख लो बोल के पापा को गले लग गई।

तब पापा का चेहरा दीदी के सीने से लगा था थोड़ी देर ऐसे ही रह कर शांत हो गए दोनों

दीदी: पापा आपका हक हे मुझे देखने का आपकी ही तो हु में और रहूंगी भी आपकी चाहे आप किसी से भी मेरी शादी करवा दो मेरा पहला प्यार आप ही रहोगे ,आई लव यू पापा कह के पापा को माथे पर पप्पी कर दी बड़ी लंबी वाली

पापा: और मेरा दूसरा प्यार तुम रहेगी हमेशा,क्यों कि पहला मिमी हे,

दीदी: हा सही काहा

दीदी: पापा चलो मूवी देखने जाते हे सब

पापा: हा चलो जहां तुम्हे ठीक लगे ।

दीदी: 1 मिनिट में कपड़े लाती हु आप बोलो कौनसी पहननी हे मुझे

और 3 टीशर्ट लाई और पापा की गोद में रख दी

पापा ने एक पसंद कर के 2 साइड में रख दी

दीदी: ओह तो मुझे उसके लिए ग्रीन ब्रा भी लानी होगी वेट करो पापा अभी लाई

दीदी: देखो पापा ये रही ग्रीन ब्रा मेरे पास सब कलर की सब ब्रा हे

पापा: बढ़िया हे पर बेटी अंदर कौन कलर देखेगा तूने अभी काली पहनी हे वो ही पहन कर ऊपर ये ग्रीन टीशर्ट पहन लेती?

दीदी: मैचिंग करना पड़ता हे पापा वरना लोग बोलेंगे अंदर मैने काली ब्रा पहनी हे ऐसा कलर का उभार दिखता हे कोई कोई ट्रांसपेरेंट टीशर्ट में,

पापा: हा फिर ठीक हे पहन लो में भी रेडी हो जाता हु

दीदी: रुकिए प्लीज में पहले रेडी होती हु,

पापा: पर मुझे भी होना हे मुझे जाने दो ना,

दीदी: (हस्ती हुई बोली) पर पापा मुझे आपके सामने तैयार होना हे, आप मुझे रेडी करेंगे, शर्मा गई

पापा: ये टीशर्ट तो मैने बता दिया और क्या बताना हे?

दीदी: आप चुप रहो बस ऐसे ही बैठे रहो और जो में बोलती हु वैसा करो आप

पापा: ठीक हे बोलो,

फिर दीदी ने अपनी स्लिप को नीचे से पकड़ा और हस्ती हुई ऊपर उठा के निकाल दी और पापा के ठीक सामने

करीब पहुंच गई और अपना सीना पापा के चेहरे पर लगा कर बोली पापा पीछे हाथ ले कर ये ब्लैक ब्रा खोल दीजिए ना प्लीज

पापा: अरे वाह मुझे दिया खोलने का चांस अभी खोलता हु मोहतरमा जी आपकी ब्रा का हुक,

बोल के खोल दिए और ब्रा थोड़ी ढीली हो गई

तभी दीदी ने अपने हाथ से ब्रा के दोनों कप को अपने स्तन पर ठीक से पकड़े रखा जरा भी नहीं खुला फिर एकं एक कर के दोनों हाथों में से स्ट्रिप निकल दिए और दोनों हाथ से ब्रा के दोनों कप को कवर कर रही थी फिर हस्ती हुई बोली

दीदी: क्या हुआ पापा आप किसका इंतजार कर रहे हे?

पापा: किसका भी नहीं क्यों?

बोलते हुए पापा ने नजर दीदी के सीने से ऊपर चेहरे पर की हसी छूट गई दीदी की

दीदी: नहीं पापा आपके चेहरे का एक्सप्रेशन बता रहा हे कि कुछ चीज का आप वेट कर रहे हे,

पापा: नहीं तो।

फिर नजर वापिस दीदी के सीने पर कर दी क्यों कि अभी दीदी ब्रा उतार के वाली हे और अपने भी स्तन दिखाएगी जी भर के मजा आएगा

फिर दीदी ने अपना एक्सप्रेशन गुस्से वाला कर के

बोली

दीदी: पापा आप रूम का डोर क्यों खोल के आए ? कोई कभी भी यहां आ सकता हे

पापा अचानक डर गए क्यों कि दीदी कपड़े बदल रही थी तो कोई आदमी यहां आकर देख सकता हे दोनों को,

तो पापा ने रुम के डोर की और देखा तो बंद था

पापा: बंध ही तो हे कहा खुला हे डोर?

दीदी: (प्यार से मुस्कुराई और धीरे से बोली ) अच्छा बन हे?? तो फिर ठीक हे

और पापा के गले लग गई और बोली

दीदी: पापा मेरी ब्रा का हुक लगा दो न

पापा: पर बेटी तू ब्लेक ब्रा बदल के ग्रीन पहन ने वाली थी न?

दीदी: हा पापा

पापा: तो?

दीदी : अरे पापा आप हुक तो लगावो पहले

फिर हुक लगाने पर दीदी

टाडा...... कैसा लगा मेरा मजाक.......

पापा: अरे चालक लोमड़ी ये कब किया तूने? इतनी जल्दी ब्रा कैसे बदल दी तूने

दीदी : बेटी समझ के नादान समझे क्या?

पापा: नहीं तुम बहुत शातिर हो बेटी मुझे गर्व है तुझ पर,

दीदी अब टीशर्ट आप पहना दो

फिर पापा ने उसको टीशर्ट पहना ली

दीदी : अब पापा जींस पेंट या स्कर्ट पहनू?

पापा:जींस

दीदी: ये 3 हे उसमें से कलर बोलो आप

पापा: ये वाला,

और दीदी वो पहनने लगी

पापा: अरे पर ब्रा और चड्डी का कलर कॉम्बिनेशन अलग हे बेटी ब्रा ग्रीन और चड्डी ब्लेक हे ,

दीदी: पापा जींस ट्रांसपेरेंट नहीं होता तो चलता हे उसमें

पापा: अच्छा तो दिए ठीक हे पहन लो

दीदी थोड़ा सोच कर बोली

दीदी: पापा अगर आप चाहते हो कि में ग्रीन चड्डी पहनूं तो ठीक हे लाती हु अभी

पापा: अरे नहीं मुझे लगा कलर मैच करना होता हे

दीदी : अरे पापा कोई बात नहीं पहन लेती हु न

फिर दीदी ग्रीन पेंटी लाती हे पापा के ठीक सामने जा कर देती हे उनको की पापा चड्डी नहीं हे पर बिकिनी की पेंटी हे ये पहन लू?

पापा: मुझे कुछ आइडिया नहीं हे तुझे जो पसंद हे तू पहन

दीदी हस्ती हुई घूम जाती हे और दो उंगली अपनी चड्डी में डाल कर नीचे झुक कर चड्डी थोड़ी सी नीचे उतारी फिर पीछे देख तो पापा आंख टिका के अपनी बेटी के कूल्हे देखने में मश्गूल थे तभी दीदी बोली?

दीदी: पापा आप मुझे शेम शेम मत बोलना प्लीज

पापा: ने दीदी के चेहरे को देखा तो नजरें दूर कर दी,क्यों कि दीदी बहुत मुस्कुरा रही थी

फिर दीदी खड़ी हो गई खूब हस के बोली पापा फिल्म चालू होने वाली हे क्या?

पर पापा समझे नहीं और बोले हा जल्दी चलो फिल्म चालू हो जाएगी

दीदी : पापा वो नहीं मेरी फिल्म चड्डी बदलने की और हस पड़ी

पापा: में नहीं देख रहा हु तू बदल अपनी पेंटी और में तुझे शेम शेम भी नहीं करूंगा पक्का वाला प्रोमिस,

दीदी ने फिर चड्डी पूरी नीचे कर के पापा को देखा तो पापा कही और देख रहे थे,

दीदी: पापा देखो न मुझे यहां क्या हुआ हे

पापा: क्या

दीदी पापा के मुंह तक अपना बेक ले गई और अपने दोनों नंगे कूल्हों पर हाथ घुमा के बोली ये देखो न पापा कितने मुलायम हे ये दोनों

पापा ने दीदी के कूल्हों पर अपने हाथ घुमा के देखा फिर बोले

पापा : क्या हुआ सब कुछ सही तो हे गुड़िया

दीदी जोर से हंसते हुए बोली थैंक यू पापा लव यू सो मच, बोल के नीचे झुक के ग्रीन पेंटी पहन ली और सामने की और घूम के पापा को पप्पी कर ली

पापा: में तुम्हे समझा नहीं गुड़िया

दीदी: बस पापा कुछ नहीं अपने मुझे शेम शेम भी बोला इसीलिए थैंक्यू बोली में,

पापा : ओ...तेरी.....में फिर भूल गया साली.....चालक लोमड़ी....

दीदी: जोर से हंसते हुए पापा कहां चालाक नंगी हुई तो थी अपने मेरे कूल्हे छूए भी तो थे ,इस बा मैने कहा चालाकी की?

पापा: वाह....बहुत बढ़िया बेटी।

चलो चलते हे

फिर हम बाहर आए तो सहेली अभी भी चेट कर रही थी

दीदी ने उसे पूछा तू फिल्म देखने आएगी?

सहेली : हा चल जाते हे मूवी देखने

दीदी: पर तेरी चैट ही खत्म नहीं हो रही हैं तो मूवी में मजा नहीं आएगा

सहेली अरे बस वो जा रहा हे अपने काम पर तो अभी फ्री हो जाऊंगी,

दीदी: तू क्या पहनोगी मेरे बेडरुम में आ,

पापा: अरे सिर्फ 15 मिनिट बचे हे शो शुरू हो जाएगा जल्दी बैठो गाड़ी में

दीदी: चल यही कपड़े में पर तेरी ब्रा कहा उतारी तूने

सहेली: तेरे बेड पर हे

दीदी: रुक में जल्दी लेकर आती हु

सहेली :रहने दे लेट हो रहा हे हमे और वैसे भी ऐसे में बहुत बार बाहर निकलती हु,

दीदी: बिना ब्रा के सिर्फ ऐसे छोटे टॉप में?

सहेली: हा कोई भी देख लेगा तो उसे मजा आजाएगा, बिचारे को,

दीदी: बड़ी बेशरम हो तुम तो,

सहेली : अरे ऐसे ही मझा आता हे खुल्लम खुल्ला घूमने में, बहुत बार किसी ने मेरे बूब्स देख भी लिए थे पूरे के पूरे

दीदी : चलो गाड़ी में बैठ कर बाते करते हे

फिर गाड़ी में बैठ के सहेली बोली, पीछे बैठ ना तुम साथ में आ मेरे,

सहेली : हा तो ऐसा हुआ था कि में मेरी स्कूटी की हवा चेक करने एक दुकान पर गई वहां पर कुछ काम के लिए मुझे नीचे झुकना पड़ा था तो जैसे ही में झुकी तो पूरा टॉप मेरे गले में आ गया था क्योंकि हवा भी जोर से चल रही थी,पर में जट से खड़ी हो गई थी और टॉप भीं ठीक कर लिया था देखा तो किसी ने नहीं पर बाजू में रखी कार का ग्लास नीचे हुआ और उसे बैठा बन्दा बहुत खुश दिख रहा था मेरी और देख के मस्त हे ऐसा इशारा किया ,

फिर में समझ गई कि वो लकी बन्दा नसीब वाला था,

और दूसरा बन्दा जिसने मुझे झुक ने को कहा वो भी देख रहा था वॉव मैडम बोल पड़ा था उसी वक्त को,

दीदी: दूसरी बार कब हुआ ऐसा?

सहेली : में स्कूटी पर जा रही थी, और उस दिन भी बहुत जोर से हवा चल रही थी एक शॉपिंग मोल के सामने जैसे ही गाड़ी रुकी हवा के कारण मेरा टॉप सीधा गले तक आ गया और मेरे बूब्स किसी 2 लड़के ने देख लिया, उन दोनों को सामने मेरी हसी छूट गई और वो दोनों भी हंसने लगे थे फिर में जल्दी जल्दी दौड़ कर भाग गई,

दीदी : हर बार हवा ही तुझे नंगा कर देती हे न?

सहेली हा और भी बहुत बार ऐसी ओपन हुई थी बाद में बताऊंगी चलो उतरो आ गया हमारा स्टेशन,

फिल्म होररर थी तो दीदी ने सहेली से बोला

दीदी: हॉरर मूवी हे तो पापा को बीच में बिठाते हे क्यों कि डर लगेगा तो उनके हाथ को पकड़ लेंगे

सहेली: तू पकड़ेगी में क्या पकड़ेगी?

दीदी: पापा को डर लगेगा तो पापा तुझे पकड़ लेंगे बोल के दीदी हंसने लगी,

सहेली : अबे मजाक नहीं यार कभी कभी में बहुत डर जाती हु

दीदी: अरे उसमें क्या हे पापा को पकड़ लेना ,मेरे पापा बुरा नहीं मानते में भी बेटी तुम भी बेटी हो ऐसा ही बर्ताव करेंगे,

सहेली : अरे पर वो क्या सोचेंगे

दीदी: एक काम कर में पापा को बोल दूंगी कि अगर हमे डर लगेगा तो हम दोनों आपकी गोद में बैठ कर मूवी देखेंगे

सहेली : अबे हम दोनों छोटी बच्ची थोड़ी हे, पागल वाले बात मत कर,

दीदी: तुझे कुछ सही लग रहा हे क्या?

सहेली: तू अनकीलको बोल ना की कुछ डरावना सीन आए तो डर के सहेली का हाथ पकड़ ले,

दीदी: अरे पापा नहीं डरते,मूवी खत्म होने तक पापा तेरा हाथ नहीं पकड़ेंगे,

सहेली : फिर क्या किया जाए?

दीदी: एक काम कर न जब तुझे डर लगे तो तू मेरे पास आ जाना में भी उठ जाऊंगी फिर हम दोनों पापा की गोद में बैठने का ट्राई करेंगे पर में पापा का हाथ ले कर अपनी ही सीट पर वापिस बैठ जाऊंगी तू पापा की गोद में बैठ जाना,

सहेली : मुझे ये भी अच्छा नहीं लगता

दीदी: अबे चल साली देख लेंगे जो होगा ,



फिल्म चालू हों गई थी
 

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फिल्म चालू हों गई थी

हम बहुत एन्जॉय कर रहे थे फिर इंटरवल पद गया,

दीदी और सहेली सुसु करने गए

पापा भी वॉशरूम होकर पॉप कॉर्न के आए

हमें लगा डर वाला सीन इंटरवल के बाद में आएगा

हम फिर से मूवी देखने बैठ गए

पॉप कॉर्न का बाउल पापा की गोद में था तो हम सब उसमें से के कर खाने लगे थे पर दीदी ने पूरा बाउल ले लिया

जब सहेली ने पॉप कॉर्न लेने हाथ ले गई तो पापा ने बोला 1 मिनिट मेरी बेटी ने लिया हे अभी देता हु तुम्हे

फिर पापा ने दीदी से ले कर सहेली को दिया और उसमें से ले कर पापा खाने लगे क्यों कि दीदी ने अपनी टी शर्ट में थोड़े पॉप कॉर्न ले लिए थे,

पॉप कॉर्न खाते हुए मूवी में पापा मशगूल हो गए थे कि

पॉप कॉर्न के बाउल की जगह पापा गलती से सहेली के टॉप में पॉप कॉर्न लेने घुसा दिए थे फिर सोरी बोल कर फिर पॉप कॉर्न ले लिया था,

तभी सहेली: कोई बात नहीं अनकील हो जाता हे गलती से,पापा ने फिर गलती की तो तभी सोरी नहीं बोले और हाथ हटा दिया,

फिर और हंसते हुए पापा ने पॉप कॉर्न लिया और फिर गलती कभी नहीं हुई क्योंकि सहेली ने पॉप कॉर्न खाते हुए अपने टॉप के अंदर बहुत गिराए थे वो खा रहे थे कुछ देर में पापा को पता चला कि पॉप कॉर्न खत्म हो गया हे पर ये बाउल इतना सॉफ्ट क्यों लग रहा हे?

तभी सहेली का बाउल देखा तो चौंक गए अरे में कहा से ले रहा था पॉप कॉर्न?

सहेली: अनकील आप मेरे टॉप में से खा रहे थे बाउल तो कब का खत्म हो गया था,

मेरे टॉप अंदर गिरे हुए पॉप कॉर्न में भी खा रही थी और आप ही बोल कर हंसने लग गई,

पापा: अरे सोरी बेटा मुझे पता नहीं था

सहेली : अरे उसमें क्या हुआ आप ऐसा फिल मत करो मेरी सहेली के पापा हीं तो हो, कहा कोई अंजान आदमी हो भला?

पापा: अरे फिर भी वो तुम्हारे प्राइवेट पार्ट हे बेटा और में तेरा फैमिली मेम्बर भी भी हु तो तुम्हे ऐसे नहीं छू सकता।

सहेली: अनकील पर अपने जान भुज कर थोड़ी हाथ रखा था,और रही बात फैमिली मेम्बर की तो एक बात सुन लो 10 साल से में आपकी बेटी के साथ हर रोज उठती बैठती हु तो में भी आपकी फैमिली मेम्बर भी नहीं बन पाई क्या?

पापा:हा वो तो तू हे पसंदीदा खास फ्रेंड पर मेरा हाथ गलती से लग गया तुझे,

सहेली: बस बस छोड़ो अब ये बाते खत्म हो गई मूवी देखते,

पापा: हा देखते हे

थोड़ी देर में डरावना सीन आना शुरू हुआ था तो सहेली ने पापा का हाथ खींच लिया और अपने सीने से लगा कर पूरे हाथ को हग जैसा कर रही थी।

पापा: क्या हुआ बेटी डर लग रहा हे ?

सहेली : हा आप हाथ मत छोड़ना प्लीज

पापा: हा कोई बात नहीं तुझे मेरी बेटी का बाजू में बैठना हे?

सहेली: नहीं पर हाथ मत छोड़ना

पापा: ठीक हे,

सहेली ने अपने टॉप को थोड़ा ऊपर लिया हुआ था क्यों कि सीने से लगे पॉप कॉर्न को निकाल ने के लिए किया था

पापा ने हॉफ स्लीव का टीशर्ट पहना था तो सहेली ने लिया हुआ पूरा हाथ सहेली के खुल्ले जगह पर जैसे कि कंधे हाथ और पेट को छू रहा था,

डरा ने वाला सीन आते हे सहेली पापा का हाथ अपने आप पर जोर से दबा देती थी ,

दूसरी साइड दीदी ने भी पापा का हाथ थाम रखा था वो भी वैसा ही कर रही थी,पापा ने हस के दोनों को बोला पापा: इसमें गभराने की क्या जरूरत हे पागल हो तुम दोनों सच में।

सहेली: आप कंफर्टेबल होना न अनकील

पापा: किस्से,?

सहेली: मेरे से ओबविअसली

पापा: क्यूं पूछा ऐसा?

सहेली : क्योंकि आपके पास इतनी नजदीक में पहली बार आई हु न इसीलिए, शायद आपको मुझे छूना पसंद नहीं हो,

पापा: तुम डर रही हो बेटा उसमें कोई दिक्कत नहीं हे,में कंफर्टेबल हु बेटा, तुम्हे गर्मी लग रही हे क्या?

सहेली: नहीं क्यों पूछा?

पापा: तुमने अपना टॉप ऊपर कर के बैठी हो इसीलिए पूछा,

सहेली : अरे मेरा टॉप ही हे छोटा हे इसीलिए पेट के ऊपर उठ गया हे,

पापा : हा तभी तुम्हारा सॉफ्ट सॉफ्ट पेट मेरे हाथ में आ रहा है

सहेली: अंकिल आप तो मेरे मझे ले रहे हो,

पापा: और नहीं तो क्या करूं?

ऐसा बोल के पेट सहलाने लगे सहेली का फिर बोले

पापा:इतनी खूबसूरत लड़की के पेट को छू ने का किसी का नसीब में होता हे क्या?

सहेली: हा अंकिल वो तो हे आप नसीब वाले हो,

और आप बहुत अच्छे हैं आप हमे घुमाने को ले आए,

चलो चलो अब मूवी देखते हे अगर फिर भी डर लगे तो तुम मेरी गोद में आ कर छुप जाना

सहेली सहते हुए: हा अकिल में पक्का आ बैठूंगी आपकी गोद में,धन्यवाद,

कुछ देर में कोई डरावना सीन नहीं आ रहा था फिर भी सहेली उठ कर बैठ जाती हे और दीदी से बोलती हे मुझे तो बहुत डर लगता हे और दीदी के साइड पीठ कर के बैठी थी

दीदी: हा अच्छा किया पापा के साथ बैठ गई,

पापा: अरे बेटा ठीक से बैठ न और ऊपर आ

और इतना बोल के सहेली कूल्हे से थोड़ा ऊपर उठाया

और दूसरा हाथ पेट पर घुमा रहे थे

सहेली: वॉव ....अंकील आपने तो मेरे बम भी दबा दिए,

पापा: अरे नहीं बस आपको ऊपर किया

सहेली : अरे मैने कब मना किया में कंफर्टेबल हु आपसे आप बहुत भोले हे,

थोड़ी देर में बोली

सहेली: अरे आपने मेरी बम को क्यों छोड़ दिया?

में नीचे सरक जाऊंगी

पापा: पर ने वहां तुमको हाथ लगाता तो तुम मेरे मजे लेती

सहेली हंसते हुए

सहेली: अरे मजाक के रही थी आप पकड़ो मुझे प्लीज,

और पापा का हाथ ले कर पीछे से स्कर्ट के अंदर डाल के अपने बम पर रख दिया,

वाउ.... अंकील बस ऐसे ही मुझे पकड़े रखो,

पापा: तुम बहुत शैतान बच्ची हो अपने नंगे बम पर मेरे हाथ रखे तुमने,

सहेली: अंकिल मैने ऐसा कुछ नहीं किया मेरे बम नंगे नहीं हे चड्डी पहनी हुई हे,

पापा: पर मेरे हाथ में तो तेरे बम की स्किन टच हो रही हे,

सहेली: है पर में नंगी नहीं हु अभी,

और सहेली ने अब ऐसा किया कि पापा का दूसरा हाथ जो अपने पेट पर था उसको उठा के अपने टॉप के अंदर ले जा के अपने सीने पर रख दिए,

पापा: वाउ.... पहले तो तुम्हारा एक ही पेट था न? तो अभी तुम्हारे दो दो पेट कैसे हो गए? और पेट के ऊपर नाभि की जगह पर हे किशमिश क्यों लग रही?

सहेली खूब हस हस कर बोली

सहेली: अंकल आप मुझसे भीं ज्यादा शैतान निकले, मुझे आप बहुत पसंद आए और लिप्स पर एक किस कर दी

फिर बोली आई लव यू अंकल,

पापा: आई लव यू मेरी प्यारी बच्ची

सहेली: अंकल आप मुझे बता सकते हो मेरी छाती बड़ी ये या आपकी बेटी की?

पापा: अब मुझे कैसे पता चलेगा?

सहेली: क्यों अपने अपनी बेटी के स्तन नहीं देखे ?

पापा: नहीं?

सहेली: क्या बात कर रहे ?

पापा: सच में यार कभी ऐसा सोचा भी नहीं,

सहेली : बहुत संस्कारी लोग हो आप तो,

पापा: अरे बहुत , मिमी को देखा कभी सेक्सी कपड़ों में बाहर जाते हुए?

सहेली: बिल्कुल भी नहीं बड़ी संस्कारी औरत हे आपकी

चलो ये तो बतावो आपकी मिमी और मेरे सीने में किसका आपको अच्छा लगता हे,

पापा: तुम दोनों के मुझे अच्छे लगे,

सहेली : आप उनके सीने से कैसे खेलते तो? एक बार करो न वैसा जैसा आप उनसे करते हे,

तभी पापा ने कुछ किया तो बोली

सहेली: आह..... धीमे धीमे... आप बहुत जोश में दबाते हो,और कूल्हे से कैसे खेलते हो? 1 मिनिट जरा में मेरी चड्डी खोल देती हु,

पापा :अरे नहीं कोई देख लेगा हमे,

सहेली ने आस पास देखा और अपने स्कर्ट में हाथ डाल कर चड्डी नीचे सरकाई फिर बोली,

सहेली: अब आप पूरी निकाल दो मेरे पैर में से और आपकी जेब में रख दो,

पापा: हा रख दिया अरे वाव.... क्या गर्मी हे तेरे बम में तो,

सहेली:सहेली खेलो न। मजा आ रहा हे मुझे और आपको?

पापा: बहुत,मुझे तुम एक वादा करो कि जब तुम मुझे मिलेगी ऐसा नंगी वाली हरकत जरूर करोगी

सहेली: वादा करती हु ऐसा करुंगी जिसे आपको बहुत मजा आए,आपको में बहुत अच्छी लगी हु क्या?

पापा: हा बेटा, काश ये मूवी और 3 घंटा चले

सहेली : हंसते हुए , हा सही कहा

और मूवी तभी खत्म हो जाती हे,

सहेली मुस्कुरा के बोली आप टेंशन मत लो फिर मौका मिलेगा मेरे साथ समय बिताने के लिए, अभी मुझे किस दे के उठने दो और पापा ने सहेली के दोनों निप्पल को किस किया फिर उठ गए

होटल में खाना खा कर सब घर आ गए,

सब से पहले दीदी अपने बाथरूम चली गई शायद सुसु या पोटी आई थी,

सहेली ने अन्दर आते ही अपना टॉप उतार कर पापा को बोली हाय अकिल कैसे हो?

पापा: बस ठीक हु आप कैसी हो

सहेली : में आधी नंगी हु, लो में अब पूरी नंगी हो जाती हु कर के घूम गई और अपने कूल्हे को धीरे धीरे करके नंगा कर दिया तो पापा ने उस पर चपेट लगा दी

सहेली: आह.....धीरे अंकल दर्द होता हे,

पापा ने उसे ऊपर उठा कर अपने कमरे में ला कर बेड पर रख दिया,

सहेली : (धीमी आवाज में ) बचाव.... बचाओ.... मेरी इज्जत कोई लूट रहा हे लुटेरा बचावो बचाओ......

पापा: कोई नहीं आने वाला तुम्हे मुझसे बचा ने आज

सहेली : बहुत बड़े लुटेरे हो आप अंकल

हटो मुझे सुसु आई हे जाने दो बाथरूम,

पापा: में ही उठा लेकर जाता हु तुम्हें चलो

फिर पापा ने उसको बेसिन के ऊपर बिठा के उसकी सुसु के सामने नीचे बैठ गए और बोले शुरू हो जा अब

सहेली: कितने बड़े शैतान हो आप ऐसा करोगे तो मुझे सुसु नहीं आने वाली हटो आप,

पापा: अरे पर ट्राई तो करो आएगी सुसु , एक काम करो आंखे बंद कर दो

सहेली आंखे बंद करके मुस्कुरा रही थी फिर थोड़ी देर में उसमें पापा की टीशर्ट पर सुसु कर दिया

फिर जोर से हंसते हुए बोली देखा आप गंदे हो गए मैने पहले कहा था मुझे जाने दो

पापा: कोई बात नहीं वैसे भी में कपड़े बदलने वाला हु पर आज मुझे किसी अप्सरा का अमृत से नहाने जो मिला में अमृत मय है बन गया बहुत धन्यवाद आपका,

सहेली : हा हा हा बदमाश डैडी हों आप मेरी सहेली के,

पापा: चलो तुम बाहर जा कर अपने कपड़े पहनो में आ रहा हु 2 मिनट में,

सहेली अरे मेरे कपड़े ड्राइंग रूम में हे और में नंगी बाहर गई तो वो देख लेगी मुझे,

पापा: है रुक में ले आता हु तेरे कपड़े,

फिर पापा सुसु वाली टीशर्ट में ही नीचे गए और कपड़े सब ले कर आए और चड्डी भी जेब में से निकाल के दी

और सहेली ने कपड़े पहन कर चली गई मुस्कुराती हुई अपने कूल्हे मटका कर रूम से बाहर,

फिर सब नीचे बैठ कर गेम खेलने लग गए,

दीदी ने सहेली से पूछा

दीदी: तू आज यहां रुक जा पूरी रात मस्ती करेंगे

सहेली मेरी मम्मी का फोन आया था कब आ रही बोल रही थी

पापा: उनको बोल दो कल शाम तक आएगी आज सहेली के साथ हु

एक दो बार भाव खा के सहेली रुक ने के लिए रेडी हो गई,

दीदी ने पूछा चल कपड़े बदल ले

सहेली : ये ठीक कपड़े नहीं हे क्या?

दीदी: अरे नाइट में ये पहन कर नहीं सोते चल मेरे साथ

सहेली : हा पर में दूसरे कपड़े लाई नहीं हु न?

दीदी: तू रुम में आ में देती हु इतना बोल कर दीदी चलने लगी,

सहेली ने धीमे से उठ कर पापा के सामने एक शरारत की ,

अपना टॉप गले तक उठा कर और स्कर्ट को चड्डी के साथ घुटने तक नीचे कर के पापा को बोला मुझे ऐसी रहना हे और आपकी बेटी मुझे कपड़ा पहन ने के लिए बुला रही हे

पापा: (मुस्कुरा के बोले) उसको सोने के बाद ऐसी रहना मेरे रुम में आ कर ,

सहेली: तो उसे पता नहीं चलेगा?

पापा: रात को वो सो जाएगी तो सुबह तक नहीं उठती तुम उसकी फिकर मत करो

सहेली ठीक हे में आती हु कपड़े बदल कर,



फिर सहेली दीदी के रूम में जाती हे और बोलती हे तेरे जैसे कपड़े दे मुझे

दीदी: हा पर तुझे शर्म नहीं आएगी पापा के सामने ऐसे निकर और स्लिप में जाने से?

सहेली: आज तो तू मुझे नंगी भेज देंगी फिर भी मुझे कोई शर्म नहीं आएगी क्यों कि मूवी में हमने बहुत एन्जॉय किया,

दीदी: क्या बात कर रही है क्या हुआ बता न?

सहेली: में जब डर कर उनके गोद में बैठी तब मैने उनका हाथ अपने पेट पर रख लिया था,और तुमको तो पता था मेरा टॉप छोटा था तो मेरा पेट खुला हुआ था तो पापा मेरी नाभि में उंगली डाल कर घुमा रहे थे मुझे,

दीदी: वॉव तुझे तो मजा पड़ गया होगा आज तू तुझे एकदम हैंडसम पापा ही मिल गए छेड़ ने के लिए हा??

सहेली हा फिर आगे सुन ना

दीदी: हा सुना:

सहेली : में थोड़ी नीचे गिरने लगी थी तो उनको पकड़ ने को बोला था तो गलती से उन्होंने मेरे स्कर्ट के अंदर हाथ रख के मेरे बम पकड़ कर जकड़ लिया था अपनी गोद में

दीदी: फिर?

सहेली: फिर क्या मेरे कूल्हों के अगल बगल हाथ की उंगलियां घुमा रहे थे तो में बहुत गर्म हो गई थी वहां,

दीदी: तुम और पापा दोनों कमाल के हे।

तेरी तो ब्रा भी नहीं थी तो उसका कुछ किया पापा ने?

सहेली : ( बहुत कुछ किया पापा ने पर सब थोड़ी तुझे बताऊंगी चल हट मन में बोली ऐसा )चल मुझे कपड़े दे पूरी रात कहानी सुनाने आई हु क्या तुझे?

दीदी: कौनसा कलर चाहिए बोल

सहेली: सफेद कलर की स्लिप दे और निकर भी,

दीदी: और ब्रा कौन पहनेगा?

सहेली नहीं चाहिए तेरी मुझे नहीं आएगी,

दीदी: चल झूठी हम दोनों के साइज एक ही जैसे तो हे,

सहेली : पर मुझे ब्रा नहीं चाहिए,

दीदी: तू आज रात कहां सोएगी मेरे साथ या पापा के रूम के,

सहेली: (मजाक करते हुए) तेरे साथ क्यों पापा के रूम में सोना कितना मजा आएगा हैंडसम बंदे की गोद में सोने का मजा ही कुछ और हे,

दीदी: ठीक हे पर पापा को 2 बजे तक सोने देना पूरी रात भर मत जगाना क्यों कि तेरी भूख तो सुबह तक भी शांत नहीं होने वाली?

सहेली: अरे मैने तो मजाक में बोला तूने सीरियस ली ले लिया था क्या?

दीदी: अरे उसमें क्या हे में भी तो कल पूरी रात पापा के साथ सोई थी उनके बाजू में,

सहेली : पर तुम नंगी थोड़ी सोई होगी?

दीदी: में यही कपड़े में सोई थी.

सहेली: क्या बात कर रही है ?

दीदी: हा सच्ची,

सहेली : तू भी साथ में चल न दोनों साथ में नंगी हो कर सोते हे न?

दीदी: में बिना ब्रा के नहीं जा सकती और मेरे होने से तुझे मजा नहीं नहीं आएगा

सहेली: हा ये बात तो हे,ठीक हे में अकेली जाती हु पर क्या बहाना बनाउंगी?

दीदी: बस बोल देना की में नींद में आवाज कर रही हु तो तुम्हे नींद नहीं आ रही हे

सहेली : और ऐसे बिना ब्रा के क्यों आई ऐसा बोलेंगे तो?

दीदी: बोल देना में ऐसे ही सोती हु रात को फ्री हो कर,।

सहेली: हा ये भी सही हे

दीदी: (हस्ते हुए )सेक्स भी कर ही लेना जल्दी से और 2 बजे से पहले पापा को सुला देना नहीं तो तबियत खराब हो जाएगी,कंडोम हे तेरे पास ? या तुम कल सुबह ये मत बोलना कि आज से में तेरी सौतेली मां हु ,

सहेली: हा कल से में तुझे बेटी बुलाऊंगी

बोल कर दोनों खूब हंसने लगे

फिर सहेली :मुझे शर्म लगेगी यार में मजाक में बोली थी सच में थोड़ी सोने वाली उनके साथ ,और सेक्स तो नहीं कर सकती क्यों कि अगर तेरे पापा से एक बार किया तो बार बार करने की तड़प और आदत तेरे पापा और मुझे दोनों को लग सकती हे ,और एक बार आदत लगी फिर गए काम से तेरी मिमी ने हमें पकड़ लिया तो मेरी तेरी दोस्ती भी जायेगी, छोड़ में नहीं चूदने वाली तेरे पापा से।

दीदी: हा ये एकदम फैक्ट बात की तू ने, तो ये सब क्यों कर रही हे अभी चुप चाप सो जाना ??

सहेली: मुझे दिन में मजा आया तो सोची शाम को और थोड़े मजे लू,

दीदी: ठीक हे तेरी मर्जी पर तू ये मज़े के चक्कर में पापा से चूद मत जाना ,

सहेली : ना जी ना ऐसा कुछ भी करुंगी

फिर दीदी ने उसे छोटी स्लिप दी जिसे सहेली के सीने से थोड़ी नीचे तक ही आती थी और नीचे निकर दी पहनने को,और बाहर आ गए पापा के पास

पापा: बड़ी देर लगा दी तुम लोगों ने तो,

सहेली : आपकी लड़की के पास कोई ढंग का नाइट सूट नहीं हे तो क्या करे फिर ये ही पहन कर आई में कैसा लग रहा हे? ( इतना बोल के पापा को आंख मारी)

पापा : (मुस्कुराते हुए )बढ़िया गर्मी बिल्कुल नहीं लगेगी आराम से सो पाएगी इसमें,



फिर तीनो लोग प्लेइंग कार्ड खेलने लगे,

12 बजे तक खेलने पर दीदी को नींद आने लगी तो वो सोने जा रही हु बोल के चली गई,



फिर सहेली ने बोला चलो अंकल आपके बेडरूम में चलते हे

पापा: क्यों तुम वहां नहीं जा रही हे क्या?

सहेली : वो खर्राटे लेती हे ऐसा बोला उसने फिर मुझे बोली तुम पापा के कमरे में जा के सो जा

पापा : क्या बात कर रही हो मजाक तो नहीं कर रही हो न?

सहेली : अरे बिल्कुल सही, विश्वास न हो तो पूछो ।

पापा: चलो फिर

सहेली: में नहीं उठने वाली

पापा: तो में उठा लेता हु,

कर के सहेली को कमर से उठा के उल्टा लटका के अपने रुम में जा कर बेड पर पटक दिया ,

सहेली :हाय हाय आप में तो बहुत ताकत हे आज पता चला,

पापा: अभी तुमने मेरी ताकत देखी कहा अभी कुछ देर में तुझे पता चलेगा,

सहेली: में इंतेज़ार करुंगी और पापा को मुस्कुराते हुए देखने लगी,

पापा: ठीक हे में नहा कर आग हु फ्रेश लगूंगा तुम्हे

सहेली : ओह हो...... कितनी बढ़िया तैयारी हे आपकी तो

सुबह तक मुझ में थोड़ी जान भी बचाकर रखनी हे पूरी खा मत जाना मुझे अंकल जी।

फिर पापा वॉश रुम में गए नहाने के लिए 5 मिनिट के बाद

पापा टॉवेल में आकर बेड पर बैठ गए, फिर सहेली उनकी गोद में सामने की साइड में बैठ कर गले लग गई,और बोली

सहेली: आप को पहाड़ों की चढ़ाई करनी हे या खाई में जाना हे,

पापा: पहाड़ों में खेलना हे, बोल के

सहेली की स्लिप ऊपर कर के पूरा खोल दिया तो सहेली ने अपने दोनों स्तन को हाथ से ढक दिया,

तभी पापा ने बोला ये पहाड़ों पर बादल क्यों मंडरा रहे हे,?

सहेली बोली:मुझे शर्म आ रही हे मेरी स्लिप वापिस दो,में जा रही हु प्लीज जाने दो मुझे सहेली के रूम में,

पापा : अरे क्या हुआ तुझे, अचानक?

सहेली : कुछ भी तो नहीं बस अपने मेरे कपड़े उतारे तो मुझे कुछ ठीक नहीं लगा ,बस मुझे जाना हे वो पीछे से स्लिप दो न मेरी,

पापा: ठीक हे चली जा पर 5 मिनिट्स रुकेगी?

में तुझे एकदम नंगी देखना हे,

सहेली : क्यों पर?

पापा: में ये इसीलिए चाहता था जब तुम्हारा बदन सिनेमा में जब छुआ तो लगा कि में आज तुम्हारे साथ नंगा हो के कड़डल करूंगा,और तुम्हारे पूरे शरीर को चाट लूंगा

सहेली: बस और कुछ भी नहीं?

पापा: हा मेरे लिए इतना बहुत हे

सहेली : थी के जल्दी जल्दी करो मुझे शर्म आ रही हे और मुझे जाना भी हे सोने,

पापा निकर उतार दो तुम क्यों कि में उतरूंगा तो तुमको शर्म आएगी

सहेली : शर्म मुझे वैसे भी आ रही हे आप प्लीज मेरी निकर उतार दो,

पापा ने सहेली के पीछे जा कर उसकी निकर उतार ते ही अपनी जीभ उसके कूल्हे की लकीरों में घूमते हुए तक जोर डर थप्पड़ लगा दिए और अपना टॉवेल निकाल कर छोड़ दिया ,

अब दोनों नंगे थे पर सहेली ने पापा का शिश्न( पेनिस) अभी तक सहेली ने नहीं देखा था क्यों कि वो आगे थी,

फिर पापा उसके कूल्हे पर शिश्न टच करते ही ,सहेली की आह निकल गई

सहेली: ओए अंकल (इतना बोल कर हस पड़ी ) ओए शैतान......आप टॉवेल में नंगे थे क्या ? ये आपका अंग तो मुझे लग रहा हे,

पापा : हा तो तुमने ही तो बोला था कि साथ में सोते हे

फिर सहेली पापा की और घूम के बोली

सहेली: सोना मतलब नींद निकलना होता हे अंकल

नंगे हो कर ऐसी मस्ती नहीं करनी थी। शैतान कही के,

पापा: तो फिर बेटी के कमरे में क्यों नहीं सोई तुम?

सहेली : बस ऐसे ही आपके साथ हग कर के नींद निकालने की इच्छा थी मेरी,

पापा: चलो ठीक हे तुझे तो अच्छा लगे वो करते हे

सहेली: ठीक हे अरे बाबा आपका ये कितना बड़ा हो गया वॉव..... मुझे देखने दो (बोल के नीचे बैठ गई)

वो शिश्न के ठीक सामने बैठ के देख रही थीं जैसे मुंह में ले लेगी,

पापा: ने थोड़ा आगे बढ़ते हुए अपने शिश्न को सहेली के चेहरे पर धक्का दिया,

सहेली चौक कर खड़ी हो गई और उसकी हसी छूट गई जोश में , फिर जोर से बोली हेय शैतान ..... ये क्या था?

पापा: तुम इतने दिल से देख रही थी तो मुझे लगा तुझे चूमने का दिल किया होगा इसे,

सहेली : मुझे ये सच में दिल से आपका बहुत क्यूट लगा इस लिए देख रही थी कितने अच्छे से हिल रहा था थोड़ा थोड़ा , ये मुझे ऐसे बिना कपड़ों के देख कर ही इतना बड़ा हुआ हे न?पहले छोटा सिकुड़ा हुआ होता हे न?

पापा: बिल्कुल सही कहा,तुम्हारे ये बदन देख के मुझे बहुत बढ़िया लग रहा हे कि अभी तू सोच भी नहीं सकती, आई लव यू तुम मेरे सामने इस तरह खड़ी हो,

सहेली मुझे शर्म आ रही हे अंकल आप जल्दी जल्दी अपना कड़डल कर लो और मुझे जाने दो,

पापा: चलो बेड पर आ जाओ तो फिर

और दोनों एक दूसरे के बाहों में हग कर के लेट गए

तो सहेली को शिश्न अपनी जांघों के बीच महसूस हुआ तो वो मुस्कुरा के बोली : अंकल आपका वो मेरे पैरो के बीच में हे वो तो दब जाएगा आपको दर्द तो नहीं होगा न?

पापा: नहीं कुछ नहीं,पर तू मेरे साथ कम्फ़र्टेबल हे न?

सहेली: हा अभी तक तो हु कुछ दिक्कत आएगी तो बता दूंगी आपको,आप मुझे पीछे से पकड़ो न जैसे सिनेमा में पकड़ा था

पापा: तेरे मस्त मस्त गोरे गोरे कुल्ले को दबा के?

सहेली: बड़े बेशर्म हो आप अंकल सब खुल्लम खुल्ला बोल रहे हे

पापा: अब कैसी शर्म? पूरी नंगी तो कर दिया हु तुझे तो,तुम भी बेशर्म हो कर बोलो मजा आएगा

सहेली : ओए शैतान ....(हस्ती हुई बोली)मुझे भीं आपके कूल्हे दबाना हे

पापा: मे तो तुम्हारे स्तन भी दबाऊंगा पहले

सहेली : नहीं में नहीं दबाने दूंगी बोल कर दोनों हाथ अपने बूब्स पर रख दिए,

फिर पापा ने उसके कूल्हे को सहलाने लगे

पापा : मुझे तो मिल गया तुम्हारा सुंदर अंग

सहेली : क्यों कि आप शैतान हो न इसलिए,

फिर कुछ देर सहलाने के बाद पापा ने सहेली का एक पैर जांघ से पकड़ कर अपने ऊपर ले लिया और कूल्हे के साथ जांघ को भी सहलाने लगे और कूल्हे पर चपत लगा रहे थे कभी कभी, सहेली को मजा आने लगा था अब

वो शर्म से आंखे बंद किए लेटी हुई थी,और मुस्कुरा रही थी,और वो समय बिलकुल भूल गई थी 5 मिनिट की जगह 30 मिनिट्स हो गई थी पर अभी उसे मजा आने लगा था वो जाना नहीं चाहती थी अभी,

सहेली: हेय शैतान अंकल मुझे सुसु आई हे मुझे जाने दो सुसु फिर करते हे कड़डल ,



और उठी फिर सुसु कर के वापिस पापा के बाजू में लेट कर शिश्न को देखने लगी

सहेली: में इसे दबा दु? आपको दर्द नहीं होगा तो?

पापा : हा नहीं होगा तू पप्पी भी कर सकती हे अगर तुझे पसंद हो तो,

सहेली आप भी मेरे स्तन को दबा सकते हो अभी ले लो मेरे स्तन आपके हाथों में,

फिर दोनों एक दूसरे के अंगों को दबा के मजे लेने लगे तभी सहेली को अतिशय मजा आने लगा था क्योंकि उसके स्तन को सहलाने से उसे बहुत मजा आने लगा था

तो उसने अपने एक पैर पापा के दूसरी तरफ ले जा कर ऊपर सीधी बैठ गई और अपनी सुसु करने की जगह (शिश्निका) को पापा की कमर पर घिसने लगी ,

रोनी जैसी शकल बना कर हाय हाय करने लगी थी

फिर बोली : ये आपने क्या जादू किया मुझे , इतना प्यार क्यों कर रही हु में आपको, आप बहुत अच्छे क्यू लग रहे ही मुझे? 5 मिनिट का बोल के 1 घंटा से हम ऐसे क्यों कर रहे हे? बोलिए न शैतान के बच्चे बोलो,

पापा: आईं लव यू,

सहेली : आई लव यू टू माय शैतान अंकल बोल के लिप तो लिप किस करने लगी,

फिर थोड़ी देर में झटके खाते खाते शांत हुई, फिर बोली,

सहेली : सोरी अंकल मैने आप के ऊपर सुसु कर दी गलती हे,

पापा : कोई बात नहीं बेटा होता हे ऐसा पर ये सुसु नहीं हे ,

सहेली : सुसु ही तो हे और क्या करुंगी में यहां से,

पापा: बेटा तेरी ये शिश्निका से तू 2 काम कर सकती हे

सहेली : कौनसे 2 काम?

पापा: सुसु और मां बनना

सहेली हा वो तो पता हे पर अभी ये सुसु नहीं तो क्या?

पापा: मा बनने के लिए जो तेरा गर्भाशय के अंडे का लिक्विड हे ये ,वो सेक्स करने से निकलता हे,

सहेली : पर हमने कहा सेक्स किया मैने आपके शिश्न को सिर्फ छुआ हे अपने गर्भ में थोड़ी लिया

पापा: पर तुझे मुझे नंगे देख कर मजा आया कि नहीं?

सहेली: बहुत पसंद आए मुझे आप पूरे नंगे और आपका स्पर्श जो हर जगह आप कर रहे थे वो सब बहुत मीठा लगा मुझे,

पापा: हा तो इसी वजह से तुम्हारी शिश्निका ने प्रेम का स्खलन कर दिया, क्यों कि उसको लगा तुम मेरे साथ सेक्स कर रही हे मेरी कमर पर डांस कर के,

सहेली : हस्ते हुए में कहां डांस की? पर में समज गई वाओ अंकल क्या फिलिंग थी बहुत मजा आया मुझे,

पर आपके शिश्न में से वो लिकविड कब निकलता हे,

पापा : तुम सेक्स करती तो निकलता पर अभी नहीं करना हे हमे सेक्स तो फिर में थोड़ी थोड़ी मजा ले रहा हु तुझे सहला के ,पर में खुश हु तुमसे ऐसे प्यार करने से, अब तू सोने जा सकती हो बेटी के बेडरुम में, कपड़े पहना दूं की पहन लोगी?



सहेली : अब जा के क्या करुंगी मे पर में पानी पी कर आती हु , फिर वो रुम का दरवाजा खोलने गई तो पापा बोले:अरे नंगी क्यों जा रही बेटी देख लेगी तो?

सहेली : वो सोई नहीं होगी?

पापा : शायद वो भी पानी लेने उठी होगी तो,?

सहेली : थी हे मुझे आपका टॉवेल दो में बता दूंगी नहा कर आई थी,

पापा: ये ले,

फिर वो किचन से पानी का बोतल ले कर आई और बोली,

ये लो अंकल पानी पीजिए,

2 बज गए थे तो फिर दोनो ने सोने का फैसला किया,

सुबह 9 बज गए थे पर दीदी ने किसी को उठा ने की सोची भी नहीं और वो बाजार सब्जी लेने पहुंच गई थी ताकि पापा को नहीं लगे उन दोनों रूम में बंद थे,

10 बजे सहेली की आंख खुली देखा तो वो पापा के एक हाथ के नीचे लेटी हुई थी ,उठते ही उसकी नजर शिश्न पर गई और सहेली मुस्कुरा उठी कितना छोटा पड़ गया हे अभी तो कल तो बहुत बड़ा था ये सोच कर सहेली ने एक हाथ से वो शिश्न पकड़ी और स्किन को खींच रही थी और दबाते हुए पापा के चेहरे को देखा तो एकदम बिंदास हो कर सो रहे थे, सहेली बैठ से उठी और रूम का दरवाजा खोला तो देखा कोई नहीं दिखा उसको लगा दीदी के रूम में जा कर देखूं पर वह भी कोई नहीं था फिर वो बिंदास हो कर किचन में गई पानी पिया और वापिस पापा के बेडरुम में आ गई और पापा को देखा तो उसकी फिर हसी निकल गई कैसे नंगे हो कर सो रहे हे ,फिर वो बेड पर आगे बढ़ी और पापा के कूल्हे को प्यार से सहलाने लगी, फिर कल जैसी थी वैसी लेट कर पापा की कमर पर अपने एक जांघ रख दी और पापा के हाथ तो अपने सीने पर ले आई, फिर पापा के लिप्स पर किस करने लगी,

ऐसा करने पर पापा जाग गए,

पापा: अरे तू कब उठी?

सहेली : जस्ट अभी और आपसे प्यार करने लगी हु, गुड मॉर्निंग अंकल,

पापा: गुड मॉर्निंग बेटा ,टाइम कितना हुआ अरे 10 बज गए जल्दी उठो बेटी उठी होगी अभी

पापा :उठ कर बाथरूम में चले गए सुसु करना चालू ही किया था कि सुना कि साथ में सहेली भी पीछे पीछे आ रही हे और सहेली ने शावर चालू कर दिया

फिर पापा को पीछे से हग करते हुए बोली आई लव यू अंकल मुझे कल की तरफ बहुत प्यार आ रहा हे आप पर आप प्लीज आज भी मुझे यहां रात को रहने दोगे?

कल वाला प्यार करेंगे?

पापा: बाद में सोचते हे पहले नहा लो

दोनों एक दूसरे को साबुन लगा कर नहा लेते हे ,फिर ब्रश कर के दोनों नीचे आते हे तभी गेट खुलता हे और दीदी आती हे नाश्ता ले कर,

दीदी: गुड मॉर्निंग गाइस,

पापा: गुड मॉर्निंग बेटी

सहेली : वेरी गुड मॉर्निंग बडी,

फिर दीदी ने सहेली को बेडरुम में बुला कर कपड़े दिए और बोली क्या कहा तूने? गुड मॉर्निंग के बाद?

सहेली :बड़ी,

दीदी : हा तो ठीक, मुझे लगा कि......

सहेली:क्या बोल न

दीदी: (हस्ते हुए बोली )बेटी....

सहेली : अरे गंदी ,हरामी, गधी, सेक्स नहीं किया मैने पर मुझे लगा करना चाहिए था क्यों कि तुम्हारी जायदाद में भाग ले सकू,

दीदी: मुझे फिर तुझे मम्मी बोलना पड़ेगा ,

सहेली चल छोड़ मुझे नाश्ता दे पहले बहुत भूख लगी के कल तेरे पापा के साथ 2 बज गया था तभी से भूख लगी थी,
 

Loveyounaagi

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guys please .......comments like and share if you like

thank you
 
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