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मेरे प्रिय पाठकों मैं आज आपके समक्ष जो कहानी प्रस्तुत करने जा रहा हूं वह हमारे प्रिय शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा से है|
तारक मेहता के उल्टा चश्मा के साथ सभी परिचित ही होंगे इसलिए मैं आपको इसके पात्रों से नहीं introduce raha कर आता हूं समय के साथ आप इसके पात्रों को खुद जान जाएंगे मेरी यह कहानी अन्य सभी कहानियों से बहुत अलग है सभी कहानियों में तारक मेहता के पात्र यकायक संभोग में आ जाते हैं परंतु मेरी कहानी में ऐसा नहीं है सभी पात्र संस्कारी एवं जेसा असल सीरियल में दिखाया जाता है वैसे ही है कोई भी सेक्स की ऐसी मंशा नहीं रखता है जैसा अन्य कहानी के लेखक दिखाते हैं| दूसरी बात मित्रों यह कि मेरी इस कहानी में कई प्यारी अभिनेत्रियां है परंतु इस कहानी का मुख्य किरदार सिर्फ एक है हमारा प्यारा टप्पू जी हां इस कहानी का पूरा केंद्र किरदार सिर्फ और सिर्फ टप्पू ही होगा यदि किसी व्यक्ति को यदि यह कहानी यह बात ना पसंद हो तो वह यह कहानी छोड़ सकता है चलिए पाठको आपको ज्यादा देर ना कराते हुए सीधे कहानी और ले चलता हूं
गर्मी की छुट्टियां चल रही थी वक्त कुछ 11:00 बजे का था कंपाउंड में महिला मंडल सब्जी खरीद रहा था परंतु यहां पर अभी बस दो ही महिलाएं मौजूद थे एक दया और दूसरी हम साभी की प्यारी बबीता चलिए मैं आपको इनसे परिचय करा देता हूं|
दया जोकि जेठालाल की पत्नी थी जेठालाल शहर का एक धनाढ्य व्यक्ति था काफी पैसे वाला था इन दोनों का एक बेटा भी था और वही बेटा हमारी इस कहानी का प्रमुख किरदार है|
दूसरी महिला जिसका नाम बबीता है एक साइंटिस्ट की पत्नी है बबीता के बारे में क्या ही बोला जाए दिखने में एकदम विदेश से आई लगती है सुनहरे बाल गोरा रंग और जो सबसे आकर्षक चीज बबीता में फूल है उसके बड़े बड़े दूध और उसकी मोटी मोटी गांड.
उसके दूध देखकर आपको लगेगा उनमें अपना मुंह डाल के उनको बस चूस ले हमारे मुख्य किरदार टप्पू के पिता जेठालाल भी बबीता के बहुत बड़े दीवाने हैं बबीता की गांड जब चलती है तो इतनी मटकती है कि पूछिए मत कपड़े भी बहुत टाइट पहनती है जिसे जींस शॉट मिनी स्कर्ट भी पहनती है बबीता बबीता की टांगे भी बहुत गोरी है जलवा है बबीता का उसके मोटे मोटे दूध और बड़ी बड़ी गांड किसी भी नौजवान का लिंग खड़ाहो जाए|
दोनों महिलाएं सब्जीखरीद रही थी तभी सब्जीवाली ने पूछा कि सोसाइटी की बाकी महिलाएं कहां है जिस पर बबीता ने बोला कि कोमल भाभी अपने मायके गई हुई है और रोशन भाभी अपने ससुराल गई है पूरे परिवार के साथ फिर दया बोली अंजली भाभी जी उनकी बहन के यहां गई है दो-चार दिन में वापस आएंगे और माधवी बहन आचार पापड़ की डिलीवरी करने गई है इसलिए आज हम दोनों ही सब्जी लेने आए हैं जिस पर सब्जी वाली ने बोला अच्छा ठीक है ठीक है वैसे भी गर्मी की छुट्टियां चल रही है तो सभी अपने रिश्तेदारों के घर तो जाते ही हैं| जिस पर बबीता ने अंग्रेजी में बोला that true जो की दया को पल्ले नहीं पड़ा और वह मतलब पूछने वाली थी तभी सोसाइटी में जेठालाल दौड़ते हुए आया
जेठालाल काफी चिंता में था उसने दया को फटाफट सामान बांधने को बोला जिस पर दया ने पूछा टप्पू के पापा क्या हुआ आप इतनी चिंता में क्यों है जेठालाल दया अभी सुंदर का फोन आया था अहमदाबाद से बताया कि मां की तबीयत बहुत खराब है और वह अस्पताल में भर्ती है और हमको अहमदाबाद आने को बोला है दया चिंता में आ गई और उसने जेठालाल से उसका फोन मांगा
जेठा:- अभी तेरे को फोन क्यों चाहिए
टप्पू के पापा म लाइए में सुंदर से बात करती हूं जेठालाल ने गुस्सा होते हुए बोला कि अरे भाई यह सब छोड़ना हम वहां चल ही रहे हैं ना असम के बात कर लेना तू फटाफट सामान बांधने भाई दया ने जेठालाल को शांत करते हो बोला ठीक है ठीक है आप गुस्सा मत करिए मैं सामान पैक कर देती हूं आप टप्पू को बुला लाई है वह यहां गार्डन हीं खेल रहा होगा| दया की बात को बीच में भी काटते हुए जेठालाल ने बोला कि plane की 2 टिकट मिल पाई है इसलिए हम टप्पू को अपने साथ नहीं ले जा सकते| दया चिंता जताते हुए बोली ईधर टप्पू को कहां छोड़कर जाएंगे टप्पू के पापा बापू जी भी नहीं हैं अभी तो
जेठा:- दया १ काम कर मैं अंजली भाभी से बात करता हूं हम टप्पू को अंजली भाभी के पास छोड़ देंगे
दया :- टप्पू के पापा हम टापू को अंजली भाभी यह छोड़ के नहीं जा सकते
जे ठा :- क्यों नहीं छोड़ सकते
दया:- क्योंकि अंजली भाभी 2 दिन के लिए उनकी बहन के यहां गई है
जेठा:- ओहो दया यह तो प्रॉब्लम हो गई है
यह सब बातें बबीता ने सुन के बोला जेठा जी आप चाहे तो टप्पू को मेरे साथ छोड़कर जा सकते हैं
जेठा:-बबीता जी हम आपको तकलीफ कैसे दे सकते हैं
जिस पर बबीता ने मुस्कुराते हुए बोला जेठजी इसमें तकलीफ की क्या बात है टप्पू मेरा भी तो बेटा ही है और आप उसको अंजलि भाभी के यहां छोड़ दे वैसे ही आप मेरे हाथ उसको छोड़ कर जा सकते हैं बहुत अच्छे से ख्याल रखूंगी अपने बेटे के जैसा आप बिल्कुल चिंता मत कीजिएगा बबीता की बात सुनकर जेठा ने खुशी-खुशी बोला थैंक यू बबीता जी थैंक यू और दया ने भी जेठा का साथ देते हुए बोला थैंक यू
फिर जेठा तेज आवाज मे बोला दया तू खड़ी क्या है जा कर सामान पैक करना हमको लेट हो रहा है फ्लाइट के लिए। तभी टप्पू आ गया उसने पूछा कहां जाना है पापा हम भी गर्मी छुट्टी में घूमने जा रहे हैं। जेठालाल टप्पू को देखकर बोला बेटा हम नहीं मम्मी और मैं जा रहे हैं बस अहमदाबाद टप्पू जो कि अभी बच्चा ही था उसने पूछा यह गलत है पापा आप और मम्मी क्यों जा रहे हैं मैं अकेला यहां क्या करूंगा जेठालाल ने फिर गुस्सा करते हुए बोला की बेटा तेरी नानी की तबीयत बहुत खराब है इसलिए मुझे अर्जेंट में टिकट निकालना पड़ा और दो ही टिकट मिल पाया है इसलिए तेरी मम्मी और मैं ही जा रहे हैं और हम कोई घूमने नहीं जा रहे हैं फिर टप्पू ने उदासी से पूछा मैं अकेला क्या करूंगा।
बबीता जी के घर रहना बबीता जी तुम्हारा ध्यान रखेंगे
टप्पू का चेहरा उदासी से लटक गया जिस पर दया ने उसको बोला तू चिंता मत कर नानी की तबीयत ठीक हो जाएगी तो हम वापस आ जाएंगे कुछ ही दिन की बात है बबीता आंटी तेरा ख्याल रखेंगे बबीता ने भी टप्पू को देख कर बोली don't be sad tappu hum vacation इंजॉय करेंगे ok
टप्पू भी खुशी-खुशी ok बोला
जेठालाल ने बोला टप्पू फटाफट नाके से टैक्सी तो लेकर आ जा
टप्पू भी तुरंत टैक्सी लेने के लिए निकल गया और दया और जेठा सामान पैक करने घर चले गए थोड़ी देर बाद दया और जेठा सामान पैक कर के नीचे आए बबीता भी वही थी जेठा ने बोला कि टप्पू अभी तक टैक्सी लेकर नहीं आया बबीता ने बोला नहीं जेठा जी अभी तक तो नहीं आया जिस पर जेठा ने फिर गुस्सा करते हुए बोला कितना लेट हो रहा है यह टप्पू कहां रह गया दया ने जेठालाल को शांत करते हुए बोला टप्पू के पापा आ रहा होगा टप्पू आप गुस्सा मत कीजिए जेठालाल और गुस्सा करते हुए बोला कैसे गुस्सा ना करो वहां फ्लाइट छूट जाएगी तभी बबीता बोली जेठा जी शांत हो जाइए देखिए वहां से एक रिक्शा आ रही है उस रिक्शा में टप्पू नहीं था कोई और था जेठा ने बोला हम यह रिक्शा लेकर ही चलते हैं जब टप्पू रिक्शा लेकर आएगा तो बबीता जी आप उस रिक्शा को वापस कर देना हमें अभी लेट हो रहा है तो हम निकलते हैं बबीता ने जेठालाल ओके बोला और जेठा और दया रिक्शा में बैठकर अहमदाबाद के लिए निकल गए थोड़ी देर में टप्पू बिना रिक्शा के वापस आया और उसने बबीता से पूछा आंटी कि पापा मम्मी कहां है तो बबीता ने बताया कि एक रिक्शा आई थी उसी में जेठा जी और दया भाभी निकल गए टप्पू बोला मुझे तो कोई रिक्शा मिली नहीं बबीता ने टप्पू को शांत करते हुए बोला कि बेटा कोई बात नहीं पापा मम्मी को मिल गई है रिक्शा आप चिंता मत करो ठीक है ओके बबीता aunty
तब ही वहां सोनू आई और बबीता को गुड मॉर्निंग किया और टप्पू को हाय बोला टप्पू ने भी सोनू को हाय किया
क्या कर रहा है यहां पर सब कुछ ऐसा सोनू ने पूछा टप्पू ने जवाब दिया कि सोनू मम्मी पापा अहमदाबाद गए हैं मेरी नानी की तबीयत खराब है इसलिए उनको देखने गए हैं तो सोनू ने पूछा कि तू नहीं गया तो टप्पू ने कहा कि सोनू प्लेन की टिकट नहीं मिली थी इसलिए मैं नहीं जा सका फिर सोनू ने पूछा कि तू यहां अकेला कहां रहेगा तो पप्पू ने बताया कि मैं बबीता आंटी के साथ रहूंगा कुछ दिन के लिए ओके फिर सोनू बोली देखना वेकेशन चालू हो गए हैं पर सारी टप्पू सेना कहीं ना कहीं घूमने चली गई है और सोसाइटी में सिर्फ हम दोनों ही बचे हुए हैं अब हम खेलेंगे किसके साथ तो बबीता ने बोला सोनू बेटा आपको खेलना हो तो आप मेरे घर आ सकती हो कभी भी तो सोनू ने बबीता को थैंक्यू आंटी बोला फिर टप्पू ने बोला कि हम अभी खेलते हैं सोनू ने बोला बहुत दुप हो रही है यहां तो अभी कंपाउंड में कैसे खेल सकते हैं तो टप्पू ने कहा चल क्लब हाउस चलते हैं वहां पर कैरम खेलेंगे सोनू ने कहा ओके बोला
टप्पु ने बबीता आंटी से पूछा मैं बबीता आंटी क्लब हाउस में खेलने जाऊं बबीता ने कहा जाओ लंच के टाइम पर आ जाना मैं लंच बना रही हूं ठीक है टप्पू ने कहा ठीक है फिर टप्पू और सोनू क्लब हाउस में खेलने चले गए टप्पू और सोनू पहुंचे और उन्होंने कैरम खेलना चालू कर दिया
अब मैं सोनू के बारे में बताता हूं टप्पू की बेस्ट फ्रेंड सोनू है सोनू भिड़े मास्टर की बेटी है और उसकी मां का नाम माधवी है जो अभी अचार पापड़ डिलीवरी करने गई थी सोनू टप्पू से हाइट में थोड़ी सी बड़ी है और जैसा की आप सभी को पता है सोनू अभी बच्ची है तू उसके बूब्स और गांड कुछ भी नहीं है दूध की जगह हल्के हल्के से नींबू आ चुके हैं थोड़ी-थोड़ी गांड फूलने लगी है सोनू बच्चों वाले कपड़े पहनती है अभी सोनू ने एक मिनी स्कर्ट जो कि उसकी कमर से थोड़ी सी ही नीचे आ रही थी इतना समझ लीजिए बस उसकी चड्डी वाला हिस्सा ढका हुआ था उस स्कर्ट के ऊपर सोनू टाइट टीशर्ट पहनी थी जिसमें से उसके निंबू साफ दिख रहे थे सोनू बहुत ही खूबसूरत लड़की है यहां मैं आपको एक बात बता देना चाहता हूं कि यहां जो सोनू कि मैं बात कर रहा हूं वह सबसे पहली सोनू है जिसका नाम जियल मेहता था और उसकी हाइट हमेशा टप्पू से ज्यादा ही रही है टप्पू सोनू के कंधे के लगभग आता है
सोनू को टप्पू बहुत पसंद था सारी टप्पू सेना में सोनू सिर्फ टप्पू को ही पसंद करती थी बाकी भी उसके दोस्त है पर टप्पू को दोस्त से बहुत ज्यादा मानती थी टप्पू भी सोनू को अपनी बेस्ट फ्रेंड मानता था दोनों के बीच एक अलग ही रिश्ता था टप्पू और सोनू क्लब हाउस में कैरम खेलते हुए बातें कर रहे थे सोनू बोली की टप्पू देखना हमारे सारे फ्रेंड कहीं ना कहीं घूमने चले गए हमें दोनों बस सोसाइटी में हैं
मैं तो घर पर बोर हो जाती हूं टप्पू भी बोला सोनू मेरे साथ भी ऐसा ही है मैं भी घर पर बोर हो रहा हूं वैसे सोनू कल तू और फैमिली कहां गए थे तब सोनू बोली कि कल आई और बाबा मुझे मूवी दिखाने ले गए थे टप्पू खुशी से बोला वाओ सोनू कौन सी मूवी सोनू ने जवाब दिया कि आशिकी 2 नाम की जो नई मूवी आई है वह टप्पू ने कहा वह मूवी तो ट्रेलर देखा है एक गाना भी बहुत फेमस है तुम ही हो करके सोनू ने कहा तूने वह गाना देखा है टप्पू हां देखा है बहुत अच्छे लिरिक्स सोनू बोली हूं लिरिक्स तो अच्छे हैं उसमें सीन भी बहुत अच्छे ह
टप्पू ने जिज्ञासा से पूछा सोनू कौन सा सीन तो सोनू ने भी उत्सुकता से जवाब दिया टप्पू सभी सीन अच्छे हैं पर एक सीन मुझे बहुत अच्छा लगा
टप्पू ने पूछा कौन सा
सोनू बोली वह जो हीरो हीरोइन बारिश में हीरो की जैकेट के नीचे किस करते हैं वह सीन
टप्पू ने हैरानी से पूछा तुझे कैसे पता की हीरो हीरोइन जैकेट के नीचे किस कर रहे थे जिस पर सोनू ने बोला अरे टप्पू तू अभी बच्चा ही है तेरे को इतना भी नहीं पता फिल्म में हीरो हीरोइन किस्स करते हैं होठ से होठ लगाकर
टप्पू ने फिर हैरानी से बोला सच बोल रही है क्या तू सोनू हीरो हीरोइन होठ से होठ लगाते हैं हां टप्पू हीरो हीरोइन होंठों से होंठ लगाते हैं मैंने तो इंग्लिश मूवी में देखा है हीरो हीरोइन एक दूसरे के मुंह में जीभ भी डालकर किस करते हैं टप्पू ने बेचैनी में बोला छई ऐसे कोई एक दूसरे के मुंह में जीभ थोड़ी डालता है डालते हैं टप्पू इंग्लिश मूवीस में मैंने देखा है
टप्पू बोला आजकल तू बहुत इंग्लिश मूवी देखने लगी है
सोनू बोली बाबा ने ही बोला मेरे को इंग्लिश मूवी देखने से इंग्लिश इंप्रूव होती है इसलिए मैं देखती हूं अब उसमें यह सब कॉमन रहता है।
टप्पू ने सोनू से पूछा कि अगर तेरे को किस्स करने का मौका मिले तो करेगी सोनू ने बिना झिझक से बोला कि क्यों नहीं टप्पू पर कोई मिलना तो चाहिए सोनू वह तो तुझको शादी के बाद ही मिले जिस पर सोनू ने हंसते हुए बोला क्या टप्पू तू भी शादी तक कौन वेट करेगा टप्पू ने पूछा मतलब
सोनू बोली मैं तो शादी के पहले ही बहुत कुछ कर लूंगी फिर टप्पू बोला यह सब गलत बात है सोनू
तो सोनू बोली डोंट भी चाइल्ड्स टप्पू आजकल यह सब कॉमन है सब लोग करते हैं और तू जानता है अगर मेरे को मेरा पहला किस चाहिए होगा तो वह कौन होगा
टप्पू ने उत्सुकता से पूछा कौन सोनू
तो सोनू ने रिप्लाई दिया सोच कर बता टप्पू कौन होगा
तो टप्पू बोला अरे सोनू प्लीज पहेलियां मत बुझाओ बताना कौन होगा तो सोनू बोली अरे मेरे नादान टप्पू ओबवियसली तू ही हो मैं किसी और को पहला केस करने ही नहीं दूंगी तेरे सिवाय जिस पर टप्पू ने हंसकर बोला क्या सोनू तू भी कुछ भी बोलती है जिस पर सोनू बोली मैं सच बोल रही हूं
मैं पहला किस तेरे को ही करना चाहूंगी फिर टप्पू ने बात टलने के लिए बोला ठीक है जब टाइम आएगा तब कर लेना तभी उन्हें बाहर से बारिश की आवाज आई और बादल कड़कने की सोनू बोली टप्पू शायद बाहर बारिश हो रही है चलना हम क्लब हाउस की छत पर जाकर बारिश में नहाते हैं टप्पू बोला यार सोनू मेरा गीला होने का मन नहीं है फिर सोनू ने बोला प्लीज टप्पू चलना अपने बेस्ट फ्रेंड की बात नहीं मानेगा जब भी सोनू टप्पू को बेस्ट फ्रेंड वाली बात बोलती थी तो टप्पू कभी भी सोनू को मना नहीं कर पाता था ना चाहते हुए भी उसको हमेशा बेस्ट फ्रेंडशिप के लिए सोनू की बात माननी पड़ती थी इसलिए टप्पू ने हां भर दी और दोनों क्लब हाउस की छत पर चले गए बारिश बहुत जोरदार हो रही थी कंपाउंड में भी कोई नहीं था सभी अपने घरों में थे टप्पू और सोनू बहुत देर तक बारिश में भीगते रहे फिर टप्पू ने सोनू की तरफ देखा सोनू की वाइट टीशर्ट पूरी तरह से ट्रांसपेरेंट हो गई थी और सोनू ने अंदर भी कुछ नहीं पहन रखा था टप्पू को सोनू की छाती साफ दिख रही थी उसकी छाती में हल्के उठे हुए पहाड़ देख रहे थे और उसके निपल्स को भी साफ देख पा रहा था जो बारिश की ठंडक से कड़क हो गए थे।
पर टप्पू को उस समय बिल्कुल भी सेक्स या उस से रिलेटेड किसी भी चीज का कोई नॉलेज नहीं था यूं तो टप्पू काफी मस्तीखोर लड़का था परंतु यदि इन सब की बात की जाए सेक्स और ऐसी चीजों के संबंध की तो उसका नॉलेज बिल्कुल ही जीरो था वह सेक्स से संबंधित कोई बात नहीं जानता था वो अपने दादाजी के सिद्धांतों में मानता था और अच्छी बातें ही सीखता था कभी गलत चीजों में उसका ध्यान नहीं रहा इसलिए ऐसी स्थिति में सोनू को देखकर भी उसके मन में कोई गलत ख्याल नहीं आया परंतु सोनू जिसने इंग्लिश मूवीस देखना शुरू कर दी थी थोड़ी बिगड़ चुकी थी सोनू ने टप्पू के पास जाकर बोला टप्पू क्यों ना हम वह आशिकी 2 वाला सीन करें टप्पू बोला क्या बोल रही है सोनू पागल हो गई है क्या कुछ भी बोलती हो सोनू ने टप्पू का हाथ पकड़ लिया और बोली टप्पू प्लीज ना मेरे को एक बार करना है प्लीज प्लीज प्लीज टप्पू
सोनू यह सब गलत है
प्लीज टप्पू अपनी बेस्ट फ्रेंड के लिए इतना नहीं करेगा
यार सोनू तू यह बेस्ट फ्रेंड वाली बात बोल कर हमेशा मुझे फंसा देती है चल ठीक है करते हैं क्या करना है बता
फिर सोनू ने अपने बैग से रेनकोट निकाला और जैसे आशिकी 2 में हीरो हीरोइन जैकेट के नीचे आते हैं वैसे टप्पू और सोनू आ गए फिर सोनू बोली यार टप्पू तेरी हाइट इतनी कम क्यों है मुझे हीरो वाली फीलिंग आ रही है और मुझे लग रहा है तू हीरोइन है
टप्पू थोड़ा गुस्सा करते हुए बोला यार सोनू तू मेरे हाइट का मजाक मत उड़ा
सोनू बोली अच्छा सॉरी टप्पू नहीं उड़ाती तेरी हाइट का मजा पर तू समझ की हीरो हमेशा हाइट में ज्यादा होता है और हीरोइन कम
टप्पू बोला ठीक है बाबा मैं हीरोइन तू हीरो हो जा
सोनू बोली ऐसा कुछ नहीं तू हमेशा मेरा हीरो रहेगा तू हमेशा इस गोकुलधाम का हीरो रहेगा
फिर उसने धीरे-धीरे टप्पू के होठों की तरफ बढ़ने लगी और थोड़ी देर में उसने अपने होंठ टप्पू के होठ से जोड़ लिए और किस करना स्टार्ट कर दी सोनू टप्पू के होठों को चूसे जा रही थी हालांकि टप्पू और सोनू दोनों में से किसी को भी किस का कोई नॉलेज नहीं था पर सोनू ने जितना English movies में देखा था उससे ही कोशिश कर रही थी और टप्पू के होठों को आम की तरह चूस रही थी थोड़ी देर में टप्पू को भी समझ आ गया कि क्या करना है और उसने भी सोनू के होठों को चूसने लगए दोनों एक दूसरे के होंठों को चूम जा रहे थे दोनों के बीच में से हवा पास होने तक की जगह नहीं थी सोनू ने टप्पू को अपनी बाहों में कस के जकड़ कर किस कर रहे थे दोनों के ऊपर बारिश से बचाने के लिए बस rain coat को डाला था बाकी नीचे से दोनों भीग रहे थे बारिश में यह किस दो आशिकों के बीच ही हो सकती थी हालाकी टप्पू और सोनू अभी बच्चे थे और फ्रेंड्स थे परंतु वह दोनों के अंदर एक दूसरे के लिए बेहद प्यार भी था जिसमें सोनू तो टप्पू को बेतहाशा प्यार करती थी सोनू टप्पू के होठों को चोसे रही थी दोनों की होठ से निकलती थूक थी बारिश के पानी के साथ मिल रही थी और दोनों एक दूसरे को पागलों की तरह किस कर रहे थे टप्पू की फुल फॉर्म में था हालांकि उसने कभी किया नहीं
फिर टप्पू को महसूस हुआ कि उसके पैंट में उस के नन्नू में कुछ हो रहा है वो बहुत टाइट हो गया जैसा अक्षर सुबह तेज बाथरूम लगने में होता था पर आज पहली बार ऐसे टाइम पर टाइट हुए हैं
टप्पू को अभी ल** के टाइट होने का कोई नॉलेज नहीं था उसको समझ नहीं आ रहा वो कि नहीं जानत टाइट कैसे हो गया और अब वह टाइट ल** सोनू की च** में चुभ रहा था सोनू भी टप्पू के ल** को अपनी च** में महसूस कर पा रही थी और उसको भी किस से ज्यादा सेक्स का कोई नॉलेज नहीं था दोनों एक दूसरे को किस किए जा रहे थे फिर टप्पू होठ को दूर करते हुए बोला बस कर सोनू कितना किस करेगी हो गया ना तेरा मन का सोनू बोली बहुत मजा आया टप्पू मुझे बहुत अच्छा लगा मेरा बस चले तो सारी जिंदगी तुझे झूमती रहो थैंक यू टप्पू टप्पू बोला
कोई नहीं सोनू तेरी फ्रेंडशिप के लिए कुछ भी फिर सोनू ने टप्पू के गाल पर किस किया फिर टप्पू बोला अभी भी मन नहीं भरा क्या सोनू बोली नहीं कोई बात नहीं फिर टप्पू बोला बबीता आंटी मेरे को लंच के लिए बोला था काफी देर हो गई है वह मेरा वेट कर रही होंगी
सोनू बोली हां आई भी शायद वापस आ गई होगी उनको भी मेरी चिंता हो रही होगी चल फिर चलते हैं घर
टप्पू बोला सोनू मुझे तेरे साथ किस करके अच्छा लगा सोनू बोली सेम हियर टप्पू और तू मेरा बेस्ट फ्रेंड है टप्पू टप्पू बोला थैंक यू सोनू ऐसा करके दोनों टप्पू और सोनू अपने घरों की ओर चल दिए।
तारक मेहता के उल्टा चश्मा के साथ सभी परिचित ही होंगे इसलिए मैं आपको इसके पात्रों से नहीं introduce raha कर आता हूं समय के साथ आप इसके पात्रों को खुद जान जाएंगे मेरी यह कहानी अन्य सभी कहानियों से बहुत अलग है सभी कहानियों में तारक मेहता के पात्र यकायक संभोग में आ जाते हैं परंतु मेरी कहानी में ऐसा नहीं है सभी पात्र संस्कारी एवं जेसा असल सीरियल में दिखाया जाता है वैसे ही है कोई भी सेक्स की ऐसी मंशा नहीं रखता है जैसा अन्य कहानी के लेखक दिखाते हैं| दूसरी बात मित्रों यह कि मेरी इस कहानी में कई प्यारी अभिनेत्रियां है परंतु इस कहानी का मुख्य किरदार सिर्फ एक है हमारा प्यारा टप्पू जी हां इस कहानी का पूरा केंद्र किरदार सिर्फ और सिर्फ टप्पू ही होगा यदि किसी व्यक्ति को यदि यह कहानी यह बात ना पसंद हो तो वह यह कहानी छोड़ सकता है चलिए पाठको आपको ज्यादा देर ना कराते हुए सीधे कहानी और ले चलता हूं
गर्मी की छुट्टियां चल रही थी वक्त कुछ 11:00 बजे का था कंपाउंड में महिला मंडल सब्जी खरीद रहा था परंतु यहां पर अभी बस दो ही महिलाएं मौजूद थे एक दया और दूसरी हम साभी की प्यारी बबीता चलिए मैं आपको इनसे परिचय करा देता हूं|
दया जोकि जेठालाल की पत्नी थी जेठालाल शहर का एक धनाढ्य व्यक्ति था काफी पैसे वाला था इन दोनों का एक बेटा भी था और वही बेटा हमारी इस कहानी का प्रमुख किरदार है|
दूसरी महिला जिसका नाम बबीता है एक साइंटिस्ट की पत्नी है बबीता के बारे में क्या ही बोला जाए दिखने में एकदम विदेश से आई लगती है सुनहरे बाल गोरा रंग और जो सबसे आकर्षक चीज बबीता में फूल है उसके बड़े बड़े दूध और उसकी मोटी मोटी गांड.
उसके दूध देखकर आपको लगेगा उनमें अपना मुंह डाल के उनको बस चूस ले हमारे मुख्य किरदार टप्पू के पिता जेठालाल भी बबीता के बहुत बड़े दीवाने हैं बबीता की गांड जब चलती है तो इतनी मटकती है कि पूछिए मत कपड़े भी बहुत टाइट पहनती है जिसे जींस शॉट मिनी स्कर्ट भी पहनती है बबीता बबीता की टांगे भी बहुत गोरी है जलवा है बबीता का उसके मोटे मोटे दूध और बड़ी बड़ी गांड किसी भी नौजवान का लिंग खड़ाहो जाए|
दोनों महिलाएं सब्जीखरीद रही थी तभी सब्जीवाली ने पूछा कि सोसाइटी की बाकी महिलाएं कहां है जिस पर बबीता ने बोला कि कोमल भाभी अपने मायके गई हुई है और रोशन भाभी अपने ससुराल गई है पूरे परिवार के साथ फिर दया बोली अंजली भाभी जी उनकी बहन के यहां गई है दो-चार दिन में वापस आएंगे और माधवी बहन आचार पापड़ की डिलीवरी करने गई है इसलिए आज हम दोनों ही सब्जी लेने आए हैं जिस पर सब्जी वाली ने बोला अच्छा ठीक है ठीक है वैसे भी गर्मी की छुट्टियां चल रही है तो सभी अपने रिश्तेदारों के घर तो जाते ही हैं| जिस पर बबीता ने अंग्रेजी में बोला that true जो की दया को पल्ले नहीं पड़ा और वह मतलब पूछने वाली थी तभी सोसाइटी में जेठालाल दौड़ते हुए आया
जेठालाल काफी चिंता में था उसने दया को फटाफट सामान बांधने को बोला जिस पर दया ने पूछा टप्पू के पापा क्या हुआ आप इतनी चिंता में क्यों है जेठालाल दया अभी सुंदर का फोन आया था अहमदाबाद से बताया कि मां की तबीयत बहुत खराब है और वह अस्पताल में भर्ती है और हमको अहमदाबाद आने को बोला है दया चिंता में आ गई और उसने जेठालाल से उसका फोन मांगा
जेठा:- अभी तेरे को फोन क्यों चाहिए
टप्पू के पापा म लाइए में सुंदर से बात करती हूं जेठालाल ने गुस्सा होते हुए बोला कि अरे भाई यह सब छोड़ना हम वहां चल ही रहे हैं ना असम के बात कर लेना तू फटाफट सामान बांधने भाई दया ने जेठालाल को शांत करते हो बोला ठीक है ठीक है आप गुस्सा मत करिए मैं सामान पैक कर देती हूं आप टप्पू को बुला लाई है वह यहां गार्डन हीं खेल रहा होगा| दया की बात को बीच में भी काटते हुए जेठालाल ने बोला कि plane की 2 टिकट मिल पाई है इसलिए हम टप्पू को अपने साथ नहीं ले जा सकते| दया चिंता जताते हुए बोली ईधर टप्पू को कहां छोड़कर जाएंगे टप्पू के पापा बापू जी भी नहीं हैं अभी तो
जेठा:- दया १ काम कर मैं अंजली भाभी से बात करता हूं हम टप्पू को अंजली भाभी के पास छोड़ देंगे
दया :- टप्पू के पापा हम टापू को अंजली भाभी यह छोड़ के नहीं जा सकते
जे ठा :- क्यों नहीं छोड़ सकते
दया:- क्योंकि अंजली भाभी 2 दिन के लिए उनकी बहन के यहां गई है
जेठा:- ओहो दया यह तो प्रॉब्लम हो गई है
यह सब बातें बबीता ने सुन के बोला जेठा जी आप चाहे तो टप्पू को मेरे साथ छोड़कर जा सकते हैं
जेठा:-बबीता जी हम आपको तकलीफ कैसे दे सकते हैं
जिस पर बबीता ने मुस्कुराते हुए बोला जेठजी इसमें तकलीफ की क्या बात है टप्पू मेरा भी तो बेटा ही है और आप उसको अंजलि भाभी के यहां छोड़ दे वैसे ही आप मेरे हाथ उसको छोड़ कर जा सकते हैं बहुत अच्छे से ख्याल रखूंगी अपने बेटे के जैसा आप बिल्कुल चिंता मत कीजिएगा बबीता की बात सुनकर जेठा ने खुशी-खुशी बोला थैंक यू बबीता जी थैंक यू और दया ने भी जेठा का साथ देते हुए बोला थैंक यू
फिर जेठा तेज आवाज मे बोला दया तू खड़ी क्या है जा कर सामान पैक करना हमको लेट हो रहा है फ्लाइट के लिए। तभी टप्पू आ गया उसने पूछा कहां जाना है पापा हम भी गर्मी छुट्टी में घूमने जा रहे हैं। जेठालाल टप्पू को देखकर बोला बेटा हम नहीं मम्मी और मैं जा रहे हैं बस अहमदाबाद टप्पू जो कि अभी बच्चा ही था उसने पूछा यह गलत है पापा आप और मम्मी क्यों जा रहे हैं मैं अकेला यहां क्या करूंगा जेठालाल ने फिर गुस्सा करते हुए बोला की बेटा तेरी नानी की तबीयत बहुत खराब है इसलिए मुझे अर्जेंट में टिकट निकालना पड़ा और दो ही टिकट मिल पाया है इसलिए तेरी मम्मी और मैं ही जा रहे हैं और हम कोई घूमने नहीं जा रहे हैं फिर टप्पू ने उदासी से पूछा मैं अकेला क्या करूंगा।
बबीता जी के घर रहना बबीता जी तुम्हारा ध्यान रखेंगे
टप्पू का चेहरा उदासी से लटक गया जिस पर दया ने उसको बोला तू चिंता मत कर नानी की तबीयत ठीक हो जाएगी तो हम वापस आ जाएंगे कुछ ही दिन की बात है बबीता आंटी तेरा ख्याल रखेंगे बबीता ने भी टप्पू को देख कर बोली don't be sad tappu hum vacation इंजॉय करेंगे ok
टप्पू भी खुशी-खुशी ok बोला
जेठालाल ने बोला टप्पू फटाफट नाके से टैक्सी तो लेकर आ जा
टप्पू भी तुरंत टैक्सी लेने के लिए निकल गया और दया और जेठा सामान पैक करने घर चले गए थोड़ी देर बाद दया और जेठा सामान पैक कर के नीचे आए बबीता भी वही थी जेठा ने बोला कि टप्पू अभी तक टैक्सी लेकर नहीं आया बबीता ने बोला नहीं जेठा जी अभी तक तो नहीं आया जिस पर जेठा ने फिर गुस्सा करते हुए बोला कितना लेट हो रहा है यह टप्पू कहां रह गया दया ने जेठालाल को शांत करते हुए बोला टप्पू के पापा आ रहा होगा टप्पू आप गुस्सा मत कीजिए जेठालाल और गुस्सा करते हुए बोला कैसे गुस्सा ना करो वहां फ्लाइट छूट जाएगी तभी बबीता बोली जेठा जी शांत हो जाइए देखिए वहां से एक रिक्शा आ रही है उस रिक्शा में टप्पू नहीं था कोई और था जेठा ने बोला हम यह रिक्शा लेकर ही चलते हैं जब टप्पू रिक्शा लेकर आएगा तो बबीता जी आप उस रिक्शा को वापस कर देना हमें अभी लेट हो रहा है तो हम निकलते हैं बबीता ने जेठालाल ओके बोला और जेठा और दया रिक्शा में बैठकर अहमदाबाद के लिए निकल गए थोड़ी देर में टप्पू बिना रिक्शा के वापस आया और उसने बबीता से पूछा आंटी कि पापा मम्मी कहां है तो बबीता ने बताया कि एक रिक्शा आई थी उसी में जेठा जी और दया भाभी निकल गए टप्पू बोला मुझे तो कोई रिक्शा मिली नहीं बबीता ने टप्पू को शांत करते हुए बोला कि बेटा कोई बात नहीं पापा मम्मी को मिल गई है रिक्शा आप चिंता मत करो ठीक है ओके बबीता aunty
तब ही वहां सोनू आई और बबीता को गुड मॉर्निंग किया और टप्पू को हाय बोला टप्पू ने भी सोनू को हाय किया
क्या कर रहा है यहां पर सब कुछ ऐसा सोनू ने पूछा टप्पू ने जवाब दिया कि सोनू मम्मी पापा अहमदाबाद गए हैं मेरी नानी की तबीयत खराब है इसलिए उनको देखने गए हैं तो सोनू ने पूछा कि तू नहीं गया तो टप्पू ने कहा कि सोनू प्लेन की टिकट नहीं मिली थी इसलिए मैं नहीं जा सका फिर सोनू ने पूछा कि तू यहां अकेला कहां रहेगा तो पप्पू ने बताया कि मैं बबीता आंटी के साथ रहूंगा कुछ दिन के लिए ओके फिर सोनू बोली देखना वेकेशन चालू हो गए हैं पर सारी टप्पू सेना कहीं ना कहीं घूमने चली गई है और सोसाइटी में सिर्फ हम दोनों ही बचे हुए हैं अब हम खेलेंगे किसके साथ तो बबीता ने बोला सोनू बेटा आपको खेलना हो तो आप मेरे घर आ सकती हो कभी भी तो सोनू ने बबीता को थैंक्यू आंटी बोला फिर टप्पू ने बोला कि हम अभी खेलते हैं सोनू ने बोला बहुत दुप हो रही है यहां तो अभी कंपाउंड में कैसे खेल सकते हैं तो टप्पू ने कहा चल क्लब हाउस चलते हैं वहां पर कैरम खेलेंगे सोनू ने कहा ओके बोला
टप्पु ने बबीता आंटी से पूछा मैं बबीता आंटी क्लब हाउस में खेलने जाऊं बबीता ने कहा जाओ लंच के टाइम पर आ जाना मैं लंच बना रही हूं ठीक है टप्पू ने कहा ठीक है फिर टप्पू और सोनू क्लब हाउस में खेलने चले गए टप्पू और सोनू पहुंचे और उन्होंने कैरम खेलना चालू कर दिया
अब मैं सोनू के बारे में बताता हूं टप्पू की बेस्ट फ्रेंड सोनू है सोनू भिड़े मास्टर की बेटी है और उसकी मां का नाम माधवी है जो अभी अचार पापड़ डिलीवरी करने गई थी सोनू टप्पू से हाइट में थोड़ी सी बड़ी है और जैसा की आप सभी को पता है सोनू अभी बच्ची है तू उसके बूब्स और गांड कुछ भी नहीं है दूध की जगह हल्के हल्के से नींबू आ चुके हैं थोड़ी-थोड़ी गांड फूलने लगी है सोनू बच्चों वाले कपड़े पहनती है अभी सोनू ने एक मिनी स्कर्ट जो कि उसकी कमर से थोड़ी सी ही नीचे आ रही थी इतना समझ लीजिए बस उसकी चड्डी वाला हिस्सा ढका हुआ था उस स्कर्ट के ऊपर सोनू टाइट टीशर्ट पहनी थी जिसमें से उसके निंबू साफ दिख रहे थे सोनू बहुत ही खूबसूरत लड़की है यहां मैं आपको एक बात बता देना चाहता हूं कि यहां जो सोनू कि मैं बात कर रहा हूं वह सबसे पहली सोनू है जिसका नाम जियल मेहता था और उसकी हाइट हमेशा टप्पू से ज्यादा ही रही है टप्पू सोनू के कंधे के लगभग आता है
सोनू को टप्पू बहुत पसंद था सारी टप्पू सेना में सोनू सिर्फ टप्पू को ही पसंद करती थी बाकी भी उसके दोस्त है पर टप्पू को दोस्त से बहुत ज्यादा मानती थी टप्पू भी सोनू को अपनी बेस्ट फ्रेंड मानता था दोनों के बीच एक अलग ही रिश्ता था टप्पू और सोनू क्लब हाउस में कैरम खेलते हुए बातें कर रहे थे सोनू बोली की टप्पू देखना हमारे सारे फ्रेंड कहीं ना कहीं घूमने चले गए हमें दोनों बस सोसाइटी में हैं
मैं तो घर पर बोर हो जाती हूं टप्पू भी बोला सोनू मेरे साथ भी ऐसा ही है मैं भी घर पर बोर हो रहा हूं वैसे सोनू कल तू और फैमिली कहां गए थे तब सोनू बोली कि कल आई और बाबा मुझे मूवी दिखाने ले गए थे टप्पू खुशी से बोला वाओ सोनू कौन सी मूवी सोनू ने जवाब दिया कि आशिकी 2 नाम की जो नई मूवी आई है वह टप्पू ने कहा वह मूवी तो ट्रेलर देखा है एक गाना भी बहुत फेमस है तुम ही हो करके सोनू ने कहा तूने वह गाना देखा है टप्पू हां देखा है बहुत अच्छे लिरिक्स सोनू बोली हूं लिरिक्स तो अच्छे हैं उसमें सीन भी बहुत अच्छे ह
टप्पू ने जिज्ञासा से पूछा सोनू कौन सा सीन तो सोनू ने भी उत्सुकता से जवाब दिया टप्पू सभी सीन अच्छे हैं पर एक सीन मुझे बहुत अच्छा लगा
टप्पू ने पूछा कौन सा
सोनू बोली वह जो हीरो हीरोइन बारिश में हीरो की जैकेट के नीचे किस करते हैं वह सीन
टप्पू ने हैरानी से पूछा तुझे कैसे पता की हीरो हीरोइन जैकेट के नीचे किस कर रहे थे जिस पर सोनू ने बोला अरे टप्पू तू अभी बच्चा ही है तेरे को इतना भी नहीं पता फिल्म में हीरो हीरोइन किस्स करते हैं होठ से होठ लगाकर
टप्पू ने फिर हैरानी से बोला सच बोल रही है क्या तू सोनू हीरो हीरोइन होठ से होठ लगाते हैं हां टप्पू हीरो हीरोइन होंठों से होंठ लगाते हैं मैंने तो इंग्लिश मूवी में देखा है हीरो हीरोइन एक दूसरे के मुंह में जीभ भी डालकर किस करते हैं टप्पू ने बेचैनी में बोला छई ऐसे कोई एक दूसरे के मुंह में जीभ थोड़ी डालता है डालते हैं टप्पू इंग्लिश मूवीस में मैंने देखा है
टप्पू बोला आजकल तू बहुत इंग्लिश मूवी देखने लगी है
सोनू बोली बाबा ने ही बोला मेरे को इंग्लिश मूवी देखने से इंग्लिश इंप्रूव होती है इसलिए मैं देखती हूं अब उसमें यह सब कॉमन रहता है।
टप्पू ने सोनू से पूछा कि अगर तेरे को किस्स करने का मौका मिले तो करेगी सोनू ने बिना झिझक से बोला कि क्यों नहीं टप्पू पर कोई मिलना तो चाहिए सोनू वह तो तुझको शादी के बाद ही मिले जिस पर सोनू ने हंसते हुए बोला क्या टप्पू तू भी शादी तक कौन वेट करेगा टप्पू ने पूछा मतलब
सोनू बोली मैं तो शादी के पहले ही बहुत कुछ कर लूंगी फिर टप्पू बोला यह सब गलत बात है सोनू
तो सोनू बोली डोंट भी चाइल्ड्स टप्पू आजकल यह सब कॉमन है सब लोग करते हैं और तू जानता है अगर मेरे को मेरा पहला किस चाहिए होगा तो वह कौन होगा
टप्पू ने उत्सुकता से पूछा कौन सोनू
तो सोनू ने रिप्लाई दिया सोच कर बता टप्पू कौन होगा
तो टप्पू बोला अरे सोनू प्लीज पहेलियां मत बुझाओ बताना कौन होगा तो सोनू बोली अरे मेरे नादान टप्पू ओबवियसली तू ही हो मैं किसी और को पहला केस करने ही नहीं दूंगी तेरे सिवाय जिस पर टप्पू ने हंसकर बोला क्या सोनू तू भी कुछ भी बोलती है जिस पर सोनू बोली मैं सच बोल रही हूं
मैं पहला किस तेरे को ही करना चाहूंगी फिर टप्पू ने बात टलने के लिए बोला ठीक है जब टाइम आएगा तब कर लेना तभी उन्हें बाहर से बारिश की आवाज आई और बादल कड़कने की सोनू बोली टप्पू शायद बाहर बारिश हो रही है चलना हम क्लब हाउस की छत पर जाकर बारिश में नहाते हैं टप्पू बोला यार सोनू मेरा गीला होने का मन नहीं है फिर सोनू ने बोला प्लीज टप्पू चलना अपने बेस्ट फ्रेंड की बात नहीं मानेगा जब भी सोनू टप्पू को बेस्ट फ्रेंड वाली बात बोलती थी तो टप्पू कभी भी सोनू को मना नहीं कर पाता था ना चाहते हुए भी उसको हमेशा बेस्ट फ्रेंडशिप के लिए सोनू की बात माननी पड़ती थी इसलिए टप्पू ने हां भर दी और दोनों क्लब हाउस की छत पर चले गए बारिश बहुत जोरदार हो रही थी कंपाउंड में भी कोई नहीं था सभी अपने घरों में थे टप्पू और सोनू बहुत देर तक बारिश में भीगते रहे फिर टप्पू ने सोनू की तरफ देखा सोनू की वाइट टीशर्ट पूरी तरह से ट्रांसपेरेंट हो गई थी और सोनू ने अंदर भी कुछ नहीं पहन रखा था टप्पू को सोनू की छाती साफ दिख रही थी उसकी छाती में हल्के उठे हुए पहाड़ देख रहे थे और उसके निपल्स को भी साफ देख पा रहा था जो बारिश की ठंडक से कड़क हो गए थे।
पर टप्पू को उस समय बिल्कुल भी सेक्स या उस से रिलेटेड किसी भी चीज का कोई नॉलेज नहीं था यूं तो टप्पू काफी मस्तीखोर लड़का था परंतु यदि इन सब की बात की जाए सेक्स और ऐसी चीजों के संबंध की तो उसका नॉलेज बिल्कुल ही जीरो था वह सेक्स से संबंधित कोई बात नहीं जानता था वो अपने दादाजी के सिद्धांतों में मानता था और अच्छी बातें ही सीखता था कभी गलत चीजों में उसका ध्यान नहीं रहा इसलिए ऐसी स्थिति में सोनू को देखकर भी उसके मन में कोई गलत ख्याल नहीं आया परंतु सोनू जिसने इंग्लिश मूवीस देखना शुरू कर दी थी थोड़ी बिगड़ चुकी थी सोनू ने टप्पू के पास जाकर बोला टप्पू क्यों ना हम वह आशिकी 2 वाला सीन करें टप्पू बोला क्या बोल रही है सोनू पागल हो गई है क्या कुछ भी बोलती हो सोनू ने टप्पू का हाथ पकड़ लिया और बोली टप्पू प्लीज ना मेरे को एक बार करना है प्लीज प्लीज प्लीज टप्पू
सोनू यह सब गलत है
प्लीज टप्पू अपनी बेस्ट फ्रेंड के लिए इतना नहीं करेगा
यार सोनू तू यह बेस्ट फ्रेंड वाली बात बोल कर हमेशा मुझे फंसा देती है चल ठीक है करते हैं क्या करना है बता
फिर सोनू ने अपने बैग से रेनकोट निकाला और जैसे आशिकी 2 में हीरो हीरोइन जैकेट के नीचे आते हैं वैसे टप्पू और सोनू आ गए फिर सोनू बोली यार टप्पू तेरी हाइट इतनी कम क्यों है मुझे हीरो वाली फीलिंग आ रही है और मुझे लग रहा है तू हीरोइन है
टप्पू थोड़ा गुस्सा करते हुए बोला यार सोनू तू मेरे हाइट का मजाक मत उड़ा
सोनू बोली अच्छा सॉरी टप्पू नहीं उड़ाती तेरी हाइट का मजा पर तू समझ की हीरो हमेशा हाइट में ज्यादा होता है और हीरोइन कम
टप्पू बोला ठीक है बाबा मैं हीरोइन तू हीरो हो जा
सोनू बोली ऐसा कुछ नहीं तू हमेशा मेरा हीरो रहेगा तू हमेशा इस गोकुलधाम का हीरो रहेगा
फिर उसने धीरे-धीरे टप्पू के होठों की तरफ बढ़ने लगी और थोड़ी देर में उसने अपने होंठ टप्पू के होठ से जोड़ लिए और किस करना स्टार्ट कर दी सोनू टप्पू के होठों को चूसे जा रही थी हालांकि टप्पू और सोनू दोनों में से किसी को भी किस का कोई नॉलेज नहीं था पर सोनू ने जितना English movies में देखा था उससे ही कोशिश कर रही थी और टप्पू के होठों को आम की तरह चूस रही थी थोड़ी देर में टप्पू को भी समझ आ गया कि क्या करना है और उसने भी सोनू के होठों को चूसने लगए दोनों एक दूसरे के होंठों को चूम जा रहे थे दोनों के बीच में से हवा पास होने तक की जगह नहीं थी सोनू ने टप्पू को अपनी बाहों में कस के जकड़ कर किस कर रहे थे दोनों के ऊपर बारिश से बचाने के लिए बस rain coat को डाला था बाकी नीचे से दोनों भीग रहे थे बारिश में यह किस दो आशिकों के बीच ही हो सकती थी हालाकी टप्पू और सोनू अभी बच्चे थे और फ्रेंड्स थे परंतु वह दोनों के अंदर एक दूसरे के लिए बेहद प्यार भी था जिसमें सोनू तो टप्पू को बेतहाशा प्यार करती थी सोनू टप्पू के होठों को चोसे रही थी दोनों की होठ से निकलती थूक थी बारिश के पानी के साथ मिल रही थी और दोनों एक दूसरे को पागलों की तरह किस कर रहे थे टप्पू की फुल फॉर्म में था हालांकि उसने कभी किया नहीं
फिर टप्पू को महसूस हुआ कि उसके पैंट में उस के नन्नू में कुछ हो रहा है वो बहुत टाइट हो गया जैसा अक्षर सुबह तेज बाथरूम लगने में होता था पर आज पहली बार ऐसे टाइम पर टाइट हुए हैं
टप्पू को अभी ल** के टाइट होने का कोई नॉलेज नहीं था उसको समझ नहीं आ रहा वो कि नहीं जानत टाइट कैसे हो गया और अब वह टाइट ल** सोनू की च** में चुभ रहा था सोनू भी टप्पू के ल** को अपनी च** में महसूस कर पा रही थी और उसको भी किस से ज्यादा सेक्स का कोई नॉलेज नहीं था दोनों एक दूसरे को किस किए जा रहे थे फिर टप्पू होठ को दूर करते हुए बोला बस कर सोनू कितना किस करेगी हो गया ना तेरा मन का सोनू बोली बहुत मजा आया टप्पू मुझे बहुत अच्छा लगा मेरा बस चले तो सारी जिंदगी तुझे झूमती रहो थैंक यू टप्पू टप्पू बोला
कोई नहीं सोनू तेरी फ्रेंडशिप के लिए कुछ भी फिर सोनू ने टप्पू के गाल पर किस किया फिर टप्पू बोला अभी भी मन नहीं भरा क्या सोनू बोली नहीं कोई बात नहीं फिर टप्पू बोला बबीता आंटी मेरे को लंच के लिए बोला था काफी देर हो गई है वह मेरा वेट कर रही होंगी
सोनू बोली हां आई भी शायद वापस आ गई होगी उनको भी मेरी चिंता हो रही होगी चल फिर चलते हैं घर
टप्पू बोला सोनू मुझे तेरे साथ किस करके अच्छा लगा सोनू बोली सेम हियर टप्पू और तू मेरा बेस्ट फ्रेंड है टप्पू टप्पू बोला थैंक यू सोनू ऐसा करके दोनों टप्पू और सोनू अपने घरों की ओर चल दिए।