हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम जरीन है और आप मुझे मेरे भाइयों की रंडी भी कह सकते है जो कि मैं बाद में बनी।
अभी में एक सीधी साधी बड़ी-बड़ी झांटे रखने वाली चुदाई ना समझने वाली एक लड़की हूँ।
मैने आजतक कभी अपनी झांटे साफ़ नहीं की है पूरा जंगलराज हो गया है अब मैं सोच रही हूँ किसी डाकू के आने के पहले जंगल काट दू, पर अक्सर मुझे डर लगता है कोई देख ना ले।
हम चार भाई बहन है मैं अकेली लड़की हूँ मेरे अम्मी अब्बू की और बाक़ी तीन भाई है, मैं तीसरे नंबर पर हूँ उम्र में पहले मेरा बड़ा भाई फेजान, दूसरा सलमान और तीसरा रेहान।
मेरी चूचियाँ बड़ी-बड़ी हो गई है और मैं कभी ब्रा नहीं पहनती शायद कभी ज़रूरत ही भी पड़ी मेरी अम्मी भी नहीं पहनती है यहाँ तक कि मेरी अम्मी तो पैंटी भी सिर्फ़ पीरियड्स में ही पहनती हैं।
हमारे घर एक माहौल खुला खुला-सा है अब्बू दिनभर बाहर रहते है और भाई फेज़ान भी, सलमान ओर रेहान पढ़ाई करते है कभी-कभी घर पर ही रुक जाते है स्कूल नहीं जाते।
एक दिन घर में सिर्फ़ में और अम्मी ही थे अम्मी नहाने जा रही थी और मैं बैठी थी अम्मी के फ़ोन में गैम खेल रही थी इतने में पता नहीं क्या हुआ और पोर्न चालू हो गई जोरों से आवाजें आने लगी मैं देखे जा रही थी अम्मी ने मेरे हाथ से फ़ोन लेकर साइड रख दिया।
अम्मी ने कमीज़ नहीं पहनी थी उनकी चूचियाँ साफ़ नज़र आ रही थी बड़ी बड़ी। अम्मी मेरी तरफ़ देख मुस्कुरा रही थी तो मुझे समझ ही नहीं आया कब मेरे हाथ से अम्मी के दूध दन गए, अम्मी मेरी ओर देखती हुई चली गई नहाने, अक्सर अम्मी नहाते वक़्त दरवाज़े की कुण्डी नहीं लगती है आज भी नहीं लगाई थी।
मुझे अम्मी को ऐसे देखने में मज़ा आ रहा था। मेरे साथ पता नहीं क्या हुआ था मेरे पैरों के बीच कुछ गीला-सा महसूस हो रहा था।
थोड़ी देर में अम्मी ने मुझे बाथरूम में बुलाया में झट्ट से चली गई अन्दर नजारा अलग ही था अम्मी अन्दर नंगी खड़ी थी उसके हाथ में एक रेजर था जो कि चूत पर था और चूत पर शेविंग क्रीम लगीं हुई थी, अम्मी मुझे देखकर बोली "क्या हुआ ऐसे क्या देख रही है?" मैने ना में सिर हिलाया अम्मी बोली "चल इधर आ देख तो कहीं कटा तो नहीं"।
मै पास गई तो अम्मी बोली "कपड़े उतार दे नहीं तो खराब हो जाएंगे मेने शरमाते हुए सलवार का नाड़ा खोला और उतार दी" अन्दर गई तो अम्मी बोली "फर्श गीला है तू नीचे बैठेगी तो कमीज़ खराब हो जाएगी"।
मैने कहा "अम्मी मैने अन्दर कुछ नहीं पहना है" तो अम्मी ने कहा "मैने तो जैसे तेरे सामने बुर्का पहन रख हो।"
मैने अम्मी की तरफ़ देखते हुए अपने कपडे उतार दिए मेरी कमीज़ उतरते ही मेरे बूब्स उछलते हुए बाहर आ गए अम्मी बोली "मेरी बच्ची बड़ी हो हुई है"।
मै बाथरूम में चली गई और अम्मी की चूत के पास बैठ गई एक जगह कट-सा गया था उस्तरे से मैने अम्मी से रेजर लिया और में चूत साफ़ करने लगी मुझे मज़ा आ रहा था ऐसा करने में।
बाल साफ़ होते ही अम्मी की गोरी चिकनी फेली हुई चूत दिखने लगी चूत के अंदर से पानी रिस रहा था अम्मी ने दोबारा रेजर घुमाने को कहा और जब में खड़ी हुई तो अम्मी ने देखा कि मेरी चड्डी गीली थी और झांटे बाहर आ रही थी।
अम्मी मुझे डांटने लगी बोली "इतने बड़े-बड़े नाल के लिए तुझसे करे नहीं साली कुत्ती तुझसे नहीं हो रहे थे तो मुझे बोल देती में कर देती" अम्मी ने इतने में मेरी चड्डी नीचे खींच दी अब मैं पूरी नंगी उनके सामने थी।
अम्मी ने मेरी झांटे पकड़कर खींच दी मैं चिल्ला उठी और बोली "अम्मी मैं अब ध्यान रखूंगी आपसे ही झांटे बनवाऊंगी बस"। अम्मी ने अब शेविंग क्रीम मेरी चूत पर लगाया मुझे एक अजीब-सा मज़ा आ रहा था। अम्मी ने रेजर से मेरी झांटे साफ़ की और उन्हें एक थैली में भरकर रख दिया। मेरे पूछने पर वह कुछ नहीं बोली और हम दोनों बाथरूम के बाहर भी नंगी ही थी।
मैने अम्मी को कपडे पहनने को बोला तो वह बोली "झांटे बनाने के बाद कुछ देर हवा लगने देनी चाहिए नहीं तो चूत की जगह काली पद जाती है" हम दोनों अब नंगी ही थी अम्मी की चूत से पानी रिस रहा था और जांघों तक आ गया था। अम्मी छत पर जा रही थी और मैं पीछे थी मैने अम्मी को रोका तो वह बोली "कोई नहीं आएगा कोई नहीं देखेगा और देख भी ले तो क्या" हम दोनों छत पर नंगी घूम रही थी आसपास कोई घर भी नहीं था क्योंकि हमारा घर गाव के बाहर खेत में है।
अम्मी तो बिल्कुल फ्री दिख रही थी जैसे कोई डर ही ना हो। अम्मी बोली "अपने पैरों के बीच इस ठंडी हवा को महसूस कर इस छेद के अंदर जाने दे हवा"।
अम्मी ने सब मेरी चूत देखी और बोली "अभी तक अनछुई है मेरी तो तेरी उम्र तक पता नहीं कितनों ने चोद ली थी" अम्मी ने कहा "इसे तो मैं अपने सामने खुलवाऊंगी वीडियो बनाते हुए" मैं शर्मा गई।
और बोली "तूने कभी लेस्बियन का नाम सुना है?" मुझे पता तो था पर मैने माना कर दिया अम्मी ने हंसकर मुझे उठाया और वह नीचे बैठ गई औएरी चूत चाटने लगी मुझे बहुत मज़ा आ रहा था मैं सिसक रही थी कुछ ही देर में मैं अम्मी के मुंह में झड गई अम्मी सारा माल पी गई, अब मेरी बारी थी मैं नीचे बैठ गई और अम्मी की चूत चाटने लगी अम्मी भी कुछ देर में झड़ गई और मैं सारा माल पी गई। अम्मी बोली "यह होता है लेस्बियन"।
हम नीचे आकर सो गए ऐसे ही नंगे। कुछ देर बाद मेरी नींद खुली जोरों से घंटियाँ बजने की आवाज़ से मैने अम्मी को उठाया वा बोली "शायद सलमान ओर रेहान होंगे" हम कपडे पहनने लगे अम्मी ने फट से सलवार कमीज़ पहन ली ब्रा पेंटी तो पहनना थी नहीं मैं अपनी चड्डी ढूँढ़ रही थी तो अम्मी बोली "तू चड्डी छोड़ अब से तुझे चड्डी पहनने कि कोई ज़रूरत नहीं है चड्डी तो बच्चियाँ पहनती है तू रहने दे" मैने इसे ही सलवार पहन ली मुझे अच्छा लग रहा था ओर कुछ अजीब भी कमीज़ मेरी चूत से चिपके जा रही थी और तो और बालों में चिपक रही थी।
दरवाजे पर सलमान और रेहान थे वह अन्दर आ गए।
अम्मी ने हमे खाना खाने बिठा दिया मेरे मुंह पर अभी भी शायद अम्मी का पानी लगा था सलमान ने देख लिया और साफ़ किया मेरे होंठ पर से और सूंघने लगा शायद उसे कुछ शक हुआ और वह खाना खाने लगा।
अब शाम को अब्बू और फ़ेज़ान आ गए हमने खाना खाया और अब्बू आज कहीं बाहर चले गए रता को वक़्त देखकर अम्मी ने मुझे रात को छत पर आने को कहा।
सलमान को कुछ शक-सा था। क्योंकि हम एक ही कमरे में सलमान और मैं और दूसरे में रेहान और फ़ेजान सोते थे। रात को मैं टाइम देखकर छत पर जाने लगी रास्ते में अम्मी का कमरा देखा तो वह नहीं थी। मैं ऊपर गई छत का दरवाज़ा खुला था मैने बाहर से ही अपने कपड़े उतार दिए और चली गई मुझे नहीं पता था कि सलमान मेरे पीछे है और उसने सब कुछ देख लिया है।
मै ऊपर गई वाहा अम्मी नंगी होकर हवा का मज़ा ले रही थी शायद हवा से चुदवा रही थी वह पैर फेलाते खड़ी थी मैने बोला "गांड भी मरवा को हवा से" और हसने लगी।
अब मैने फट से अम्मी की चूत चाटने का कार्यक्रम शुरू कर दिया कुछ देर में अम्मी सिसकते-सिसकते झड गई मेरे मुंह में। अब बारी सिसकने की मेरी थी अम्मी अब नीचे थी अम्मी ने जैसे ही शुरू किया मेरी नज़र दरवाज़े पर पड़ी वाहा से सलमान मुंडी बाहर निकले देख रहा था सब कुछ और मुझसे नज़र मिलते ही उसने अपना लन्ड मुझे दिखा दिया मैने अम्मी को बोलने की कोशिश की तो वह बोली "सब बातें झड़ने के बाद करेंगे अभी बहुत मज़ा आ रहा है"।
मैं भी अब मज़ा ले रही थी अब मेरी आंखे बाद थी और अम्मी रुकी और अचानक से एक मूसल लंड आकर मेरी चूत में गया चूंकि मैं सिसकते-सिसकते नीचे लेट गई थी तो लंड आधा अन्दर चला गया खून निकल रहा था।
मै ज़ोर जोर से चिल्ला रही थी अम्मी बोली "और ज़ोर से चिल्ला ताकि तेरे बाक़ी दोनों भाई आ जाए और तुझे पटक-पटक के चोदे"।
मैने चिल्लाना कम कर दिया वह लंड और किसी का नहीं सलमान का था कुछ देर में समान ने ज़ोर का झटका मारा और पूरा लन्ड अन्दर उतर दिया मैं चिल्लाने की कोशिश कर रही थी पर अम्मी ने मेरे मुंह पर हाथ रख दिया और बोली "अगर एक बार और चिल्लाई तो मुंह में मुत दूंगी साली कुत्ती छिनाल"।
ऐसा ही हुआ सलमान ज़ोर जोर से धक्के मार रहा था और मेरी जैसे ही आवाज़ निकली अम्मी मेरे ऊपर आ गई और मेरे मुंह में मूतने लगी मैं कुछ मूत तो गटक गई और कुछ बाहर गिरा दिया।
अब सलमान झड गया था मेरी चूत में अम्मी मेरी चूत पर चली गई चाटने और सलमान मेरे मुंह पर आ गया मैं लंड चाटने लगी लंड कुछ देर चाटने के बाद फिर कड़क हो गया अब बारी अम्मी की थी अम्मी को सलमान ने रगड़-रगड़ के चोदा अब हम तीनों नंगे पड़े थे छत पर उजाला हो गया था।
हम उठे मुझसे चला भी नहीं जा रहा था अम्मी और सलमान ने मुझे पकड़कर मेरे कमरे में नंगे ही सुला दिया। कुछ देर बाद सलमान कमरे में आय और मेरी चूत को चूमने लगा मुझे अच्छा लग रहा था पर दर्द हो रहा था चूत में।
अब अम्मी आई और बोली "जरीन हम तो वीडियो भूल ही गए" अम्मी पछताने लगी और बोली "कोई बात नहीं तुम्हारे पास एक और छेद है" अम्मी मुस्कुराई मैं बोली "अम्मी अभी नहीं हो पाएगा"।
पर मुझे यह समझ नहीं आया कि सलमान ऊपर केसे आया और अम्मी ने केसे उसे मुझे चोदने दिया यह सोचते हुए मुझे नींद आ गई।
कुछ देर बाद एक ज़ोर का झटका मेरी चूत में लगा और मेरी जैसे मानो जान ही निकल गयो हो एक लंड जो कि सलमान से भी बड़ा था मेरी चूत के अंदर चला गया, मैने जैसे तेसे आंखे खोली तो देखा कि फेजान था मैने उसे हटाने की कोशिश की पर मैं नाकामयाब हुई कुछ देर में वह मेरी चूत के अंदर ही झड़ गया।
अब मैं बोली "तुझे मेरी चूत का पाठ किसने दे दिया, क्या यहाँ प्रसाद बंट रहा है जो आ गए लेने?" फेज़ान ने जवाब दिया "अम्मी ने है बोला है मुझे तेरी मारने को सलाई छिनाल रंडी होशियारी दिखती है रुक तू तुझे बताता हु" कहकर वाहा से चला गया।
मै अम्मी के कमरे में जैसे तेसे गई और देखा कि फेज़ान वाहा बैठा था और मैं अम्मी के पास गई जब में नंगी ही थी अन्दर जाते ही अम्मी और फेजान मुझ पर हसने लगे मैने जब हंसी का कारण पूछा तो अम्मी ने बताया "यह तीनों भाई मुझे दो साल से चोद रहे है कभी-कभी तो तीनों एकसाथ भी टूट पड़ते है इसलिए तुझे हमारे चुदाई के खेल में शिल किया" मुझे गुस्सा आ रहा था।
अम्मी ने बताया कि वह अब्बू से परेशान थी वह कभी घर पर नहीं टिकते इसलिए उन्हें मेरे भाइयों से चुदवाना पड़ा पर क्या फ़र्क़ पड़ता है चूत ही तो है कोई भी चोद सकता है।
अम्मी ने बताया कि तीनों भाई बहुत दिन से मुझे चोदना चाहते है पर अम्मी ने रोक रखा था वरना कब का मेरा रेप हो जाता। फिर अम्मी बोली "सलमान हमारी शर्त जीत गया था इसलिए उसे तेरी चूत खोलने का मोका मिला"।
मैने पूछा कैसी शर्त अम्मी बोली "जब हम चाहे उसकी गांड मार सकते है मेरे पास एक नकली लंड भी है उससे और असली से भी"।
मै बोली "मुझे तो तुम्हे गांड मरवाते देखना है वह भी दो लंड से तुमने मुझे दर्द पहुँचाया है"।
तो अम्मी ने बोला "तू ही मार लेना मेरी गांड"। आज पूरे दिन मैने कपडे नहीं पहने और दोपहर को रेहान आ गया रेहान ने आते ही लंड निकाला और मेरे मुह में दे दिया मैं चूसने लगी और कुछ देर उसने चुदाई की।
रेहान का लन्ड फैजान ओर सलमान से बड़ा था मुझे दर्द तो हुआ पर सबसे ज़्यादा मज़ा भी रेहान से ही आया।
अब मैं पूरी औरत बन गई थी रात हुई हमने खाना खाया वैसे ही नंगे अम्मी को अब्बू से पता चला कि आज वह नहीं आने वाले।
अम्मी बड़ी खुश थी मैने ख़ुशी खुशी में अम्मी की अलमारी से नकली लंड निकाला पर मैने देखा कि अम्मी की अलमारी 4-5 तरह के खिलौने थे उसमे एक बट प्लग भी था मैने सारे निकाल लिए और मुझे एक चुदाई की तरकीब सूझी।
मै सारे खिलौने लेकर हॉल में आ गई जहाँ सब बैठे थे मैने सारे खिलौने सामने रख दिए और कहा "अपनी अपनी ओकात अनुसार उठा लो" सब आश्चर्य में थे मैने कहा "अब सब इन्हे अपनी-अपनी गांड़ में डालो तभी मेरी चूत मिलेगी नहीं तो भूल जाओ मेरी चूत" और मैं अपनी चूत सहलाने लगी उनके सामने।
रेहान ने सबसे लंबा वाला डिल्डो उठाया था फैजान ने बट प्लग और सलमान ने वाइब्रेटर अम्मी ने 7इंच मोटा डिल्डो लिया था और मेरे हिस्से का एक बचा था बट प्लग।
शुरुआत मेने की बट प्लग लगा लिया जैसे तेसे गांड का मुंह फट गया दर्द हो रहा था पर अब ठीक है।
फैजान को अम्मी ने घोड़ी जैसे होने को कहा फेजां मेरी तरफ़ घूर रहा था पर वह घुटनों के बल आ ही गया अम्मी ने बट प्लग पर थूक लगाया और एक ही झटके में पूरा प्लग अन्दर।
अब बारी आई सलमान की तो वह बोला "अम्मी मुझे वेसे भी गांड मरवानी ही है तो आप पहले भाई और रेहान से मेरी गान्ड मरवा दो ताकि मुझे इससे दर्द ना हो" सलमान की बात सुनते ही फैजान और रेहान उसपे टूट पड़े पर अम्मी बोली "रुक भेन के लवडे रेहान पहले लंड अंदर डाल फिर" रेहान का मुंह देखने लायक हो गया।
अम्मी ने उसे पैरों के बल बैठने को कहा वह करता भी क्या बैठ गया अम्मी ने उसकी गान्ड से डिल्डो लगाया वह लगभग 6इंच का था अम्मी ने मेरी ओर इशारा किया और मैं बिना कुछ सोचे रेहान के कंधे पर बैठ गई। एक ही झटके में पूरा का पूरा डिल्डो अन्दर चला गया रिहान चिल्ला रहा था पर को सुनता वैसे भी कोई आसपास ना था।
रेहान की गांड से खून आ गया अम्मी डिल्डो आगे पीछे कर रही थी कुछ देर बाद रेहान खड़ा हुआ पर उसका लन्ड बैठ चुका था अब मैं उसका लन्ड चूस रही थी।
कुछ ही देर में रेहान का लंड खड़ा हो गया और सलमान को फैजान ओर रेहान ने उल्टा लेटाया और उसकी गान्ड पर अम्मी ने ख़ूब सारा थूक लगाया।
अब फैजान सलमान के ऊपर आ गया और अपना लन्ड उसकी गान्ड पर घिसने लगा और रेहान सलमान के मुंह तक पहुँच गया इधर फैजान ने झटका मारा उधर सलमान का मुंह खुलते ही रेहान ने सलमान के मुंह में झटका मारा।
सलमान की गांड बहुत सख्त थी पर फैजान का लन्ड का टोपा ही अन्दर गया था रेहान अपना लंड आगे पीछे कर रहा था इतने में एक और झटका मारा फैजान ने और आधा लंड अंदर चला गया थोड़ी मसक्कत के बाद पूरा लन्ड अन्दर हो गया खून भी आया और कुछ देर में फैजान ने अन्दर ही खाली कर दिया अब फैजान और रेहान ने अदला बदली कर ली।
हम दोनों अम्मी और मैं बैठकर इन तीनों की वीडियो बना रहे थे। मज़ा तो बहुत आ रहा था।
कुछ देर बाद रेहान भी सलमान की गांड में ढेर हो गया। रेहान का लन्ड मैने अब चूस चूसकर खड़ा कर दिया रेहान के लन्ड से आज अलग ही ख़ुशबू आ रही थी।
अब मैने सलमान की गांड की ओर देखा एक छेद-सा नज़र आ रहा था बस मैने वाइब्रेटर लिया और अन्दर साल दिया और वाइब्रेटर चालू कर दिया सलमान उछल रहा था और पूरा वाइब्रेटर हो रहा था।
अब फैजान और रेहान मेरे पास आते और दोनों ने अपना लंड एकसाथ मेरे मुंह में फसा दिया, मेरा मुंह फटा जा रहा था।
और मेरी गान्ड भी फट रही थी यह सोचकर की इनको अगर सलमान की गांड मारने में इतना मज़ा आया तो मेरा क्या करेंगे?
अब फैजान अम्मी की तरफ़ बढ़ गया और उनको चूमने लगा और वह दोनों चुदाई करने लगे इधर रेहान और में चुदाई कर रहे थे। मुझे बहुत मज़ा आया इस बार।
हम इसे है सो गए। सुबह उठकर मैने ऐसे ही नाश्ता बनाया और हमने ऐसे ही खाया।
आज से हम सबने एकसाथ सोने का फ़ैसला किया।
पर बात अब अब्बू की थी पर करते भी क्या तो अम्मी बोली "अगर तुम्हारे अब्बू मान जाए तो मज़ा आ जाएगा"।
मैने कहा "अब तो उनके आते ही मैं उनका लंड अपनी चूत में लेकर रहूंगी और अगर पहली रात में ना लिया तो मेरी गान्ड है और तुम चारों"।
अगले दिन मेरे अब्बू आ गए मैने कपडे पहने अब्बू को मैने दोपहर में खाना दिया और मैं वही बैठ गई पैर चोडे करके मैने स्कर्ट पहन रखी थी चड्डी का तो पता था ही नहीं।
इतने में मैने अब्बू के पजामे में हलचल हुई और मैने सीधी खड़ी हुई और अब्बू की तरफ़ देखकर मैने हिम्मत जुटाकर अपनी स्कर्ट ऊंची कर दी और सब कुछ बता दिया अब्बू का रंग फिका-सा ओर रहा था पर कुछ ही देर में उनके चेहरे पर ख़ुशी की लहर आ गई।
मै बोली "या तो आप मुझे सबके सामने चोद दो या फिर मेरी गांड मारते हुए उन चारों को देख लो"।
अब्बू मेरे पास आए और मेरी चूत देखने लगे उन्हें मज़ा आ रहा था। उन्होंने मेरे कपड़े उतार फेके मैं भी पूरा साथ दे रही थी मेरी भी चूत मैं खुजली हो रही थी।
अब्बू के पजामे में तम्बू बना था मैं अब पूरी नंगी थी।
मै नीचे बैठ गई अब्बू का पजामा उतार मैं उनका लंड चूस रही थी उन्हें बड़ा मज़ा आ रहा था।
फिर मैने अब्बू को कहा "चलिए हॉल में चलते है सबके सामने चुदाई करेंगे"। अब्बू मेरे पीछे-पीछे आ गए। हम दोनों नंगे ही थे, अब्बू को आए एक घंटा भी नहीं हुआ था और मैने लंड लेने की तैयारी कर ली थी यह देखकर वह चारों शोक में थे।
मैने उनके सामने ही अब्बू का लन्ड चूसने का कार्यक्रम शुरू कर दिया।
अब्बू ने अब मुझे खड़ा होकर झुकने को कहा मैने भी ऐसा ही किया, अब्बू ने पीछे से लंड मेरी चूत में पेल दिया मैं थोड़ी-सी सिसकाई पर मुझे मज़ा आ रहा था कुछ देर बाद चोदने के बाद अब्बू ने सारा माल मेरे अंदर ही झाड़ दिया।
पर मुझे शांति नहीं मिली में सलमान का लन्ड चूस रही थी पर जब लंड खड़ा हुआ उसे गांड में दर्द हो रहा था।
फेजान मेरे पास आया और मुझे सोफे पर हाथ टीका कर खड़े होने को कहा और मैने ऐसा ही किया और फेज़ान ने मेरी चूत में लंड फसा दिया कुछ देर आगे पीछे होने के बाद मेरा पानी निकाल गया और फिर फैजान का भी।
हम सब अब कपडे नहीं पहनते है जब कोई मेहमान आता है तो या तो उसे हम अपने साथ मिला लेते है या फिर उसे जल्दी से जल्दी भगाने की कोशिश करते है।
हम चुदाई करते-करते 2 साल बीत गए है अम्मी अब्बू अब फैजान के लिए लड़की ढूँढ़ रहे है।
कुछ दिन की मस्ककत के बाद एक अच्छी दिखने वाली लडकी मिली।
जिसका नाम आयशा था वह बाहर से तो बडी अच्छी थी उसके बूब्स बड़े-बड़े थे मेरी तरह जैसे किसी ने ख़ूब चूसे हो ऐसे मेरी तरह।
जल्दी ही दोनों का निकाह कर दिया गया।
अब आज उसकी सुहागरात है मैने फैजान के कमरे में दूध का गिलास जिसमें वियाग्रा कि गोली मिला दी थी मैने रह दिया।
और साथ ही सेक्स की गोली जो कि लड़कियों को उत्तेजित करने के लिए होती है वह दूध में मिलाकर मैने एक घंटे पहले ही आयशा को पिला दी थी।
उसका रिजल्ट मेरे सामने था आयशा बार-बार अपनी गांड हिला रही थी मानो लंड की सदियों-सदियों से भूकी हो।
अब आयशा भाई के कमरे मैं चली गई और मैं और रेहान दोनों बाहर की तरह खिड़की में थे। सलमान ने पहले ही कमरे में कई जगह कैमरा लगा दिया था जैसे कि बाथरूम में।
अम्मी अब्बू मेहमानों के साथ थे।
फैजान पलंग पर बैठा था और आयशा अन्दर आई दरवाज़ा बन्द कर लिया था दिनों ने फैजान को आयशा ने दूध पिलाया थोड़ी बहुत बात की और यह सब बहुत ही जल्दी ही रहा था क्योंकि गर्मी दोनों के पैरों के बीच हो रही थी।
आयशा एक सरप्राइज का बोलकर बाथरूम में गई और अन्दर जाकर सारे कपड़े उतार दिए और बाहर आ गई हम दोनों देखते रह गए और साथ ही फैजान भी की उसकी नई नवेली दुल्हन पहली ही रात को सीधी नंगी होकर उसके पास आ गई।
आयशा बोली "बातें तो कल भी कर लेंगे चलो पहले मुझे चोद दो" यह सुनकर मैं ही भौचक्का रह गई सीधी साधी दिखने वाली लडकी सीधी चोदने का बोल रही है।
इतने में आयशा फैजान के ऊपर आ गई और उसके कपडे उतारने लगी और फिर उसने फैजान का लन्ड अपने मुंह में डाल लिया और आगे पीछे होने लगी।
अब वह अपनी चूत फैजान के मुंह पर रखकर बोली "चलो मेरी चूत चाटो" रेहान की और देखकर में बोली "इस भड़वे ने मेरी कभी चूत नहीं चाटी और उसकी तो चूसे जा रहा है" , रेहान मेरी और देखकर हंस रहा था।
रेहान बोला "तुम फिकर मत करो मैं चाट दूंगा बस"।
अब आयशा फैजान के लन्ड पर सवार हो गई और ऊपर नीचे हो रही थी आयशा को कोई दर्द नहीं हो रहा हो मेरी चूत में भी कभी-कभी दर्द रहता है पर उस तो कुछ नहीं हो रहा था वह तक मुझसे भी बड़ी रंडी निकली।
रेहान को मैने यह सब बताता वह बोला "चलो कोई तो तुम्हारा तोड़ मिली उसकी तो मैं पटक पटककर चोदूंगा और कल ही इसका रेप करूंगा" मैं बोली "चल मैं तेरे साथ हूँ बस तू एक बार शुरू कर देना"।
कुछ देर में फैजान का खाली हो गया और दोनों एक और राउंड चुदाई के बाद सो गए।
अगले दिन मेरे कमरे में बैठकर सलमान, रेहान और मैं वह वीडियो देख रहे थे। उस वीडियो में जब आयशा बाथरूम में थी तब उसने कपडे उतारे तो उसमे उसने अन्दर कुछ नहीं पहना था बस शादी का जोड़ा ही था ना चड्डी और ना ही ब्रा थी और उसके बाद उसने टिश्यू पेपर लिया और चूत पोंछ रही थी शायद किसी का मुठ लगा था आयशा यह भी बडबडा रही थी कि "साले कुत्ते मौलवी ने इतनी जल्दी कर दी कि ढंग से चुदवा भी ना पाई आखिरी बार घरवालों से" यह सुनकर मेरी तो बत्ती ही उड़ गई।
रेहान बोला "अब तो बहुत आसान होगा इसकी चुदाई" , मैं बोली "यह तो रंडी की भी अम्मी है"।
आज फिर हमें चुदाई देखने का प्लान था और देखते-देखते रेहान मेरी चूत पर टूट पड़ा मैं अभी आवाज़ भी नहीं कर सकती थी मेहमान जो कान लगाए थे।
अगले दिन सुबह सब मेहमान चले गए थे अब सिर्फ़ घर वाले ही थे। सुबह के 10 बज रहे थे और अब्बू भी कहीं बाहर जाने की तैयारी कर रहे थे और अम्मी किचन में थी। आयशा कमरे से बाहर आई रात भर की ठुकाई चुदाई ने उसे थका दिया था इसलिए वह देरी से उठी जबतक हम वह वीडियो देख चुके थे।
आयशा बड़ी ही मादक लडकी थी गांड हिला-हिला के चलती थी सुबह-सुबह वह इसे नाटक कर रही थी जैसे रात में ही उसकी सील टूटी हो लड़खड़ाते हुए चलना, पेट में दर्द जेसा ढोंग जबकि हम लोगों को पता था कि वह किसी है।
अम्मी को भी जल्दी ही पता चलने वाला था उसके रंडीपने का।
कुछ देर बाद हमने सबने खाना खाया और मैं नहाने चली गई आज मैने फिर अपनी चूत के बाल साफ़ किए और केआदी देर कमरे में नंगी ही पड़ी रही इसी इंतज़ार में की कोई आ जाए चोदने पर कोई नहीं आया दरवाज़ा भी खुला ही था।
मैने जैसे ही सलवार कमीज़ पहनी वैसे भी क्या देर लगती चड्डी तो वैसे भी पहनना बन्द कर ही दिया था।
आयशा आ गई बोली "जरीन मेरा मन नहीं लग रहा था अकेले तो आ गई" हम दोनों ऐसे ही बातें कर रहे थे। हम दोनों कुछ ही देर में काफ़ी खुल गए थे।
मैने हिम्मत करके पूछा कि "कैसी लगी सुहागरात?" वह बिल्कुल भी शरमाई नहीं और बोली "बड़ा मज़ा आया मानो मैं जन्नत की सैर पर निकली हूं"।
ऐसे ही धीरे-धीरे चोदने पेलने कि बात पर आ गई मैं उससे पूछा "क्या आपने शादी के पहले कभी सेक्स किया था?" जैसे मानो आयशा का सेक्स शब्द सुनकर रंग फीका-सा पड़ गया हो। वह हकलाते हुए बोली "नहीं...नहीं तो..." मैने बोला "ऐसा नहीं हो सकता आप को देख कर नहीं लगता कि आपने नहीं चुदवाया होगा ऐसे ही आपके बूब्स इतने बड़े थोड़ी हो गए होंगे" मैं मुस्कुराने लगी।
मुझे देखकर वह बोली "आपके भी तो बूब्स इतने बड़े है आपने नहीं दबावाए क्या?" मैं बोली "दबवाए भी और चुदवाया भी है" , मेरी बात सुनकर वह बोली "सिर्फ एक दो बार किया है बस" मैने कहा "मैने तो चुदवा चुदवाकर बहुत मज़ा किया है कई लोंडों को अपने ऊपर कुदाया है"।
अम्मी ने कुछ देर में हम दोनों को बाज़ार जाने को कहा।
आयशा और मैं इतना खुल गए थे कि खुल कर चुदाई पेलाई की बातें कर रहे थे।
आयशा और मुझे बुर्का पहनकर जाना था बाज़ार तो मैं बुर्का पहनकर आयशा के कमरे में गई तो देखा कि वह भी तेयार थी वह मुझे बोली "जरीन क्या आज एक नया मज़ा करना चाहती हो?" मैने पूछा "केसा मजा?" वह बोली "तुमने चुदवा भी लिया है पर उससे भी ज़्यादा मज़ा है"।
मै अब भी हैरान थी उसने कहा "तुम बस एक काम करो अपने सारे कपड़े उतार दो अगर मुझ पर विश्वास हो तो" मैं बोली "आप जैसा बोलो" मैने झट् से अपना बुर्का निकाल दिया अब कमीज़ निकाल दी आयशा मेरे बूब्स देखती ही रह गई और बोली "यह तो मुझसे भी बड़े है" अब मैने अपनी सलवार भी उतार दी मैं अब पूरी नंगी थी आयशा मुझे देखती रह गई मेरा फिगर था ही ऐसा।
अब वह मेरे पास आई और बोली "जन्नत की हूर लगती हो आप तो" इतना कहकर मुझे बुर्का दिया और बोली "इसे पहन लो" मैने वैसा ही किया। अब मैं अन्दर से पूरी नंगी थी। मैने आयशा का भी बुर्का उठकर देखा उसने भी कुछ नहीं पहना था। हम दोनों के चलने ओर बुर्का पीछे से हमारी गांड में चिपक रहा था पर को देखने वाला था किसे पता कि कौन है।
अभी में एक सीधी साधी बड़ी-बड़ी झांटे रखने वाली चुदाई ना समझने वाली एक लड़की हूँ।
मैने आजतक कभी अपनी झांटे साफ़ नहीं की है पूरा जंगलराज हो गया है अब मैं सोच रही हूँ किसी डाकू के आने के पहले जंगल काट दू, पर अक्सर मुझे डर लगता है कोई देख ना ले।
हम चार भाई बहन है मैं अकेली लड़की हूँ मेरे अम्मी अब्बू की और बाक़ी तीन भाई है, मैं तीसरे नंबर पर हूँ उम्र में पहले मेरा बड़ा भाई फेजान, दूसरा सलमान और तीसरा रेहान।
मेरी चूचियाँ बड़ी-बड़ी हो गई है और मैं कभी ब्रा नहीं पहनती शायद कभी ज़रूरत ही भी पड़ी मेरी अम्मी भी नहीं पहनती है यहाँ तक कि मेरी अम्मी तो पैंटी भी सिर्फ़ पीरियड्स में ही पहनती हैं।
हमारे घर एक माहौल खुला खुला-सा है अब्बू दिनभर बाहर रहते है और भाई फेज़ान भी, सलमान ओर रेहान पढ़ाई करते है कभी-कभी घर पर ही रुक जाते है स्कूल नहीं जाते।
एक दिन घर में सिर्फ़ में और अम्मी ही थे अम्मी नहाने जा रही थी और मैं बैठी थी अम्मी के फ़ोन में गैम खेल रही थी इतने में पता नहीं क्या हुआ और पोर्न चालू हो गई जोरों से आवाजें आने लगी मैं देखे जा रही थी अम्मी ने मेरे हाथ से फ़ोन लेकर साइड रख दिया।
अम्मी ने कमीज़ नहीं पहनी थी उनकी चूचियाँ साफ़ नज़र आ रही थी बड़ी बड़ी। अम्मी मेरी तरफ़ देख मुस्कुरा रही थी तो मुझे समझ ही नहीं आया कब मेरे हाथ से अम्मी के दूध दन गए, अम्मी मेरी ओर देखती हुई चली गई नहाने, अक्सर अम्मी नहाते वक़्त दरवाज़े की कुण्डी नहीं लगती है आज भी नहीं लगाई थी।
मुझे अम्मी को ऐसे देखने में मज़ा आ रहा था। मेरे साथ पता नहीं क्या हुआ था मेरे पैरों के बीच कुछ गीला-सा महसूस हो रहा था।
थोड़ी देर में अम्मी ने मुझे बाथरूम में बुलाया में झट्ट से चली गई अन्दर नजारा अलग ही था अम्मी अन्दर नंगी खड़ी थी उसके हाथ में एक रेजर था जो कि चूत पर था और चूत पर शेविंग क्रीम लगीं हुई थी, अम्मी मुझे देखकर बोली "क्या हुआ ऐसे क्या देख रही है?" मैने ना में सिर हिलाया अम्मी बोली "चल इधर आ देख तो कहीं कटा तो नहीं"।
मै पास गई तो अम्मी बोली "कपड़े उतार दे नहीं तो खराब हो जाएंगे मेने शरमाते हुए सलवार का नाड़ा खोला और उतार दी" अन्दर गई तो अम्मी बोली "फर्श गीला है तू नीचे बैठेगी तो कमीज़ खराब हो जाएगी"।
मैने कहा "अम्मी मैने अन्दर कुछ नहीं पहना है" तो अम्मी ने कहा "मैने तो जैसे तेरे सामने बुर्का पहन रख हो।"
मैने अम्मी की तरफ़ देखते हुए अपने कपडे उतार दिए मेरी कमीज़ उतरते ही मेरे बूब्स उछलते हुए बाहर आ गए अम्मी बोली "मेरी बच्ची बड़ी हो हुई है"।
मै बाथरूम में चली गई और अम्मी की चूत के पास बैठ गई एक जगह कट-सा गया था उस्तरे से मैने अम्मी से रेजर लिया और में चूत साफ़ करने लगी मुझे मज़ा आ रहा था ऐसा करने में।
बाल साफ़ होते ही अम्मी की गोरी चिकनी फेली हुई चूत दिखने लगी चूत के अंदर से पानी रिस रहा था अम्मी ने दोबारा रेजर घुमाने को कहा और जब में खड़ी हुई तो अम्मी ने देखा कि मेरी चड्डी गीली थी और झांटे बाहर आ रही थी।
अम्मी मुझे डांटने लगी बोली "इतने बड़े-बड़े नाल के लिए तुझसे करे नहीं साली कुत्ती तुझसे नहीं हो रहे थे तो मुझे बोल देती में कर देती" अम्मी ने इतने में मेरी चड्डी नीचे खींच दी अब मैं पूरी नंगी उनके सामने थी।
अम्मी ने मेरी झांटे पकड़कर खींच दी मैं चिल्ला उठी और बोली "अम्मी मैं अब ध्यान रखूंगी आपसे ही झांटे बनवाऊंगी बस"। अम्मी ने अब शेविंग क्रीम मेरी चूत पर लगाया मुझे एक अजीब-सा मज़ा आ रहा था। अम्मी ने रेजर से मेरी झांटे साफ़ की और उन्हें एक थैली में भरकर रख दिया। मेरे पूछने पर वह कुछ नहीं बोली और हम दोनों बाथरूम के बाहर भी नंगी ही थी।
मैने अम्मी को कपडे पहनने को बोला तो वह बोली "झांटे बनाने के बाद कुछ देर हवा लगने देनी चाहिए नहीं तो चूत की जगह काली पद जाती है" हम दोनों अब नंगी ही थी अम्मी की चूत से पानी रिस रहा था और जांघों तक आ गया था। अम्मी छत पर जा रही थी और मैं पीछे थी मैने अम्मी को रोका तो वह बोली "कोई नहीं आएगा कोई नहीं देखेगा और देख भी ले तो क्या" हम दोनों छत पर नंगी घूम रही थी आसपास कोई घर भी नहीं था क्योंकि हमारा घर गाव के बाहर खेत में है।
अम्मी तो बिल्कुल फ्री दिख रही थी जैसे कोई डर ही ना हो। अम्मी बोली "अपने पैरों के बीच इस ठंडी हवा को महसूस कर इस छेद के अंदर जाने दे हवा"।
अम्मी ने सब मेरी चूत देखी और बोली "अभी तक अनछुई है मेरी तो तेरी उम्र तक पता नहीं कितनों ने चोद ली थी" अम्मी ने कहा "इसे तो मैं अपने सामने खुलवाऊंगी वीडियो बनाते हुए" मैं शर्मा गई।
और बोली "तूने कभी लेस्बियन का नाम सुना है?" मुझे पता तो था पर मैने माना कर दिया अम्मी ने हंसकर मुझे उठाया और वह नीचे बैठ गई औएरी चूत चाटने लगी मुझे बहुत मज़ा आ रहा था मैं सिसक रही थी कुछ ही देर में मैं अम्मी के मुंह में झड गई अम्मी सारा माल पी गई, अब मेरी बारी थी मैं नीचे बैठ गई और अम्मी की चूत चाटने लगी अम्मी भी कुछ देर में झड़ गई और मैं सारा माल पी गई। अम्मी बोली "यह होता है लेस्बियन"।
हम नीचे आकर सो गए ऐसे ही नंगे। कुछ देर बाद मेरी नींद खुली जोरों से घंटियाँ बजने की आवाज़ से मैने अम्मी को उठाया वा बोली "शायद सलमान ओर रेहान होंगे" हम कपडे पहनने लगे अम्मी ने फट से सलवार कमीज़ पहन ली ब्रा पेंटी तो पहनना थी नहीं मैं अपनी चड्डी ढूँढ़ रही थी तो अम्मी बोली "तू चड्डी छोड़ अब से तुझे चड्डी पहनने कि कोई ज़रूरत नहीं है चड्डी तो बच्चियाँ पहनती है तू रहने दे" मैने इसे ही सलवार पहन ली मुझे अच्छा लग रहा था ओर कुछ अजीब भी कमीज़ मेरी चूत से चिपके जा रही थी और तो और बालों में चिपक रही थी।
दरवाजे पर सलमान और रेहान थे वह अन्दर आ गए।
अम्मी ने हमे खाना खाने बिठा दिया मेरे मुंह पर अभी भी शायद अम्मी का पानी लगा था सलमान ने देख लिया और साफ़ किया मेरे होंठ पर से और सूंघने लगा शायद उसे कुछ शक हुआ और वह खाना खाने लगा।
अब शाम को अब्बू और फ़ेज़ान आ गए हमने खाना खाया और अब्बू आज कहीं बाहर चले गए रता को वक़्त देखकर अम्मी ने मुझे रात को छत पर आने को कहा।
सलमान को कुछ शक-सा था। क्योंकि हम एक ही कमरे में सलमान और मैं और दूसरे में रेहान और फ़ेजान सोते थे। रात को मैं टाइम देखकर छत पर जाने लगी रास्ते में अम्मी का कमरा देखा तो वह नहीं थी। मैं ऊपर गई छत का दरवाज़ा खुला था मैने बाहर से ही अपने कपड़े उतार दिए और चली गई मुझे नहीं पता था कि सलमान मेरे पीछे है और उसने सब कुछ देख लिया है।
मै ऊपर गई वाहा अम्मी नंगी होकर हवा का मज़ा ले रही थी शायद हवा से चुदवा रही थी वह पैर फेलाते खड़ी थी मैने बोला "गांड भी मरवा को हवा से" और हसने लगी।
अब मैने फट से अम्मी की चूत चाटने का कार्यक्रम शुरू कर दिया कुछ देर में अम्मी सिसकते-सिसकते झड गई मेरे मुंह में। अब बारी सिसकने की मेरी थी अम्मी अब नीचे थी अम्मी ने जैसे ही शुरू किया मेरी नज़र दरवाज़े पर पड़ी वाहा से सलमान मुंडी बाहर निकले देख रहा था सब कुछ और मुझसे नज़र मिलते ही उसने अपना लन्ड मुझे दिखा दिया मैने अम्मी को बोलने की कोशिश की तो वह बोली "सब बातें झड़ने के बाद करेंगे अभी बहुत मज़ा आ रहा है"।
मैं भी अब मज़ा ले रही थी अब मेरी आंखे बाद थी और अम्मी रुकी और अचानक से एक मूसल लंड आकर मेरी चूत में गया चूंकि मैं सिसकते-सिसकते नीचे लेट गई थी तो लंड आधा अन्दर चला गया खून निकल रहा था।
मै ज़ोर जोर से चिल्ला रही थी अम्मी बोली "और ज़ोर से चिल्ला ताकि तेरे बाक़ी दोनों भाई आ जाए और तुझे पटक-पटक के चोदे"।
मैने चिल्लाना कम कर दिया वह लंड और किसी का नहीं सलमान का था कुछ देर में समान ने ज़ोर का झटका मारा और पूरा लन्ड अन्दर उतर दिया मैं चिल्लाने की कोशिश कर रही थी पर अम्मी ने मेरे मुंह पर हाथ रख दिया और बोली "अगर एक बार और चिल्लाई तो मुंह में मुत दूंगी साली कुत्ती छिनाल"।
ऐसा ही हुआ सलमान ज़ोर जोर से धक्के मार रहा था और मेरी जैसे ही आवाज़ निकली अम्मी मेरे ऊपर आ गई और मेरे मुंह में मूतने लगी मैं कुछ मूत तो गटक गई और कुछ बाहर गिरा दिया।
अब सलमान झड गया था मेरी चूत में अम्मी मेरी चूत पर चली गई चाटने और सलमान मेरे मुंह पर आ गया मैं लंड चाटने लगी लंड कुछ देर चाटने के बाद फिर कड़क हो गया अब बारी अम्मी की थी अम्मी को सलमान ने रगड़-रगड़ के चोदा अब हम तीनों नंगे पड़े थे छत पर उजाला हो गया था।
हम उठे मुझसे चला भी नहीं जा रहा था अम्मी और सलमान ने मुझे पकड़कर मेरे कमरे में नंगे ही सुला दिया। कुछ देर बाद सलमान कमरे में आय और मेरी चूत को चूमने लगा मुझे अच्छा लग रहा था पर दर्द हो रहा था चूत में।
अब अम्मी आई और बोली "जरीन हम तो वीडियो भूल ही गए" अम्मी पछताने लगी और बोली "कोई बात नहीं तुम्हारे पास एक और छेद है" अम्मी मुस्कुराई मैं बोली "अम्मी अभी नहीं हो पाएगा"।
पर मुझे यह समझ नहीं आया कि सलमान ऊपर केसे आया और अम्मी ने केसे उसे मुझे चोदने दिया यह सोचते हुए मुझे नींद आ गई।
कुछ देर बाद एक ज़ोर का झटका मेरी चूत में लगा और मेरी जैसे मानो जान ही निकल गयो हो एक लंड जो कि सलमान से भी बड़ा था मेरी चूत के अंदर चला गया, मैने जैसे तेसे आंखे खोली तो देखा कि फेजान था मैने उसे हटाने की कोशिश की पर मैं नाकामयाब हुई कुछ देर में वह मेरी चूत के अंदर ही झड़ गया।
अब मैं बोली "तुझे मेरी चूत का पाठ किसने दे दिया, क्या यहाँ प्रसाद बंट रहा है जो आ गए लेने?" फेज़ान ने जवाब दिया "अम्मी ने है बोला है मुझे तेरी मारने को सलाई छिनाल रंडी होशियारी दिखती है रुक तू तुझे बताता हु" कहकर वाहा से चला गया।
मै अम्मी के कमरे में जैसे तेसे गई और देखा कि फेज़ान वाहा बैठा था और मैं अम्मी के पास गई जब में नंगी ही थी अन्दर जाते ही अम्मी और फेजान मुझ पर हसने लगे मैने जब हंसी का कारण पूछा तो अम्मी ने बताया "यह तीनों भाई मुझे दो साल से चोद रहे है कभी-कभी तो तीनों एकसाथ भी टूट पड़ते है इसलिए तुझे हमारे चुदाई के खेल में शिल किया" मुझे गुस्सा आ रहा था।
अम्मी ने बताया कि वह अब्बू से परेशान थी वह कभी घर पर नहीं टिकते इसलिए उन्हें मेरे भाइयों से चुदवाना पड़ा पर क्या फ़र्क़ पड़ता है चूत ही तो है कोई भी चोद सकता है।
अम्मी ने बताया कि तीनों भाई बहुत दिन से मुझे चोदना चाहते है पर अम्मी ने रोक रखा था वरना कब का मेरा रेप हो जाता। फिर अम्मी बोली "सलमान हमारी शर्त जीत गया था इसलिए उसे तेरी चूत खोलने का मोका मिला"।
मैने पूछा कैसी शर्त अम्मी बोली "जब हम चाहे उसकी गांड मार सकते है मेरे पास एक नकली लंड भी है उससे और असली से भी"।
मै बोली "मुझे तो तुम्हे गांड मरवाते देखना है वह भी दो लंड से तुमने मुझे दर्द पहुँचाया है"।
तो अम्मी ने बोला "तू ही मार लेना मेरी गांड"। आज पूरे दिन मैने कपडे नहीं पहने और दोपहर को रेहान आ गया रेहान ने आते ही लंड निकाला और मेरे मुह में दे दिया मैं चूसने लगी और कुछ देर उसने चुदाई की।
रेहान का लन्ड फैजान ओर सलमान से बड़ा था मुझे दर्द तो हुआ पर सबसे ज़्यादा मज़ा भी रेहान से ही आया।
अब मैं पूरी औरत बन गई थी रात हुई हमने खाना खाया वैसे ही नंगे अम्मी को अब्बू से पता चला कि आज वह नहीं आने वाले।
अम्मी बड़ी खुश थी मैने ख़ुशी खुशी में अम्मी की अलमारी से नकली लंड निकाला पर मैने देखा कि अम्मी की अलमारी 4-5 तरह के खिलौने थे उसमे एक बट प्लग भी था मैने सारे निकाल लिए और मुझे एक चुदाई की तरकीब सूझी।
मै सारे खिलौने लेकर हॉल में आ गई जहाँ सब बैठे थे मैने सारे खिलौने सामने रख दिए और कहा "अपनी अपनी ओकात अनुसार उठा लो" सब आश्चर्य में थे मैने कहा "अब सब इन्हे अपनी-अपनी गांड़ में डालो तभी मेरी चूत मिलेगी नहीं तो भूल जाओ मेरी चूत" और मैं अपनी चूत सहलाने लगी उनके सामने।
रेहान ने सबसे लंबा वाला डिल्डो उठाया था फैजान ने बट प्लग और सलमान ने वाइब्रेटर अम्मी ने 7इंच मोटा डिल्डो लिया था और मेरे हिस्से का एक बचा था बट प्लग।
शुरुआत मेने की बट प्लग लगा लिया जैसे तेसे गांड का मुंह फट गया दर्द हो रहा था पर अब ठीक है।
फैजान को अम्मी ने घोड़ी जैसे होने को कहा फेजां मेरी तरफ़ घूर रहा था पर वह घुटनों के बल आ ही गया अम्मी ने बट प्लग पर थूक लगाया और एक ही झटके में पूरा प्लग अन्दर।
अब बारी आई सलमान की तो वह बोला "अम्मी मुझे वेसे भी गांड मरवानी ही है तो आप पहले भाई और रेहान से मेरी गान्ड मरवा दो ताकि मुझे इससे दर्द ना हो" सलमान की बात सुनते ही फैजान और रेहान उसपे टूट पड़े पर अम्मी बोली "रुक भेन के लवडे रेहान पहले लंड अंदर डाल फिर" रेहान का मुंह देखने लायक हो गया।
अम्मी ने उसे पैरों के बल बैठने को कहा वह करता भी क्या बैठ गया अम्मी ने उसकी गान्ड से डिल्डो लगाया वह लगभग 6इंच का था अम्मी ने मेरी ओर इशारा किया और मैं बिना कुछ सोचे रेहान के कंधे पर बैठ गई। एक ही झटके में पूरा का पूरा डिल्डो अन्दर चला गया रिहान चिल्ला रहा था पर को सुनता वैसे भी कोई आसपास ना था।
रेहान की गांड से खून आ गया अम्मी डिल्डो आगे पीछे कर रही थी कुछ देर बाद रेहान खड़ा हुआ पर उसका लन्ड बैठ चुका था अब मैं उसका लन्ड चूस रही थी।
कुछ ही देर में रेहान का लंड खड़ा हो गया और सलमान को फैजान ओर रेहान ने उल्टा लेटाया और उसकी गान्ड पर अम्मी ने ख़ूब सारा थूक लगाया।
अब फैजान सलमान के ऊपर आ गया और अपना लन्ड उसकी गान्ड पर घिसने लगा और रेहान सलमान के मुंह तक पहुँच गया इधर फैजान ने झटका मारा उधर सलमान का मुंह खुलते ही रेहान ने सलमान के मुंह में झटका मारा।
सलमान की गांड बहुत सख्त थी पर फैजान का लन्ड का टोपा ही अन्दर गया था रेहान अपना लंड आगे पीछे कर रहा था इतने में एक और झटका मारा फैजान ने और आधा लंड अंदर चला गया थोड़ी मसक्कत के बाद पूरा लन्ड अन्दर हो गया खून भी आया और कुछ देर में फैजान ने अन्दर ही खाली कर दिया अब फैजान और रेहान ने अदला बदली कर ली।
हम दोनों अम्मी और मैं बैठकर इन तीनों की वीडियो बना रहे थे। मज़ा तो बहुत आ रहा था।
कुछ देर बाद रेहान भी सलमान की गांड में ढेर हो गया। रेहान का लन्ड मैने अब चूस चूसकर खड़ा कर दिया रेहान के लन्ड से आज अलग ही ख़ुशबू आ रही थी।
अब मैने सलमान की गांड की ओर देखा एक छेद-सा नज़र आ रहा था बस मैने वाइब्रेटर लिया और अन्दर साल दिया और वाइब्रेटर चालू कर दिया सलमान उछल रहा था और पूरा वाइब्रेटर हो रहा था।
अब फैजान और रेहान मेरे पास आते और दोनों ने अपना लंड एकसाथ मेरे मुंह में फसा दिया, मेरा मुंह फटा जा रहा था।
और मेरी गान्ड भी फट रही थी यह सोचकर की इनको अगर सलमान की गांड मारने में इतना मज़ा आया तो मेरा क्या करेंगे?
अब फैजान अम्मी की तरफ़ बढ़ गया और उनको चूमने लगा और वह दोनों चुदाई करने लगे इधर रेहान और में चुदाई कर रहे थे। मुझे बहुत मज़ा आया इस बार।
हम इसे है सो गए। सुबह उठकर मैने ऐसे ही नाश्ता बनाया और हमने ऐसे ही खाया।
आज से हम सबने एकसाथ सोने का फ़ैसला किया।
पर बात अब अब्बू की थी पर करते भी क्या तो अम्मी बोली "अगर तुम्हारे अब्बू मान जाए तो मज़ा आ जाएगा"।
मैने कहा "अब तो उनके आते ही मैं उनका लंड अपनी चूत में लेकर रहूंगी और अगर पहली रात में ना लिया तो मेरी गान्ड है और तुम चारों"।
अगले दिन मेरे अब्बू आ गए मैने कपडे पहने अब्बू को मैने दोपहर में खाना दिया और मैं वही बैठ गई पैर चोडे करके मैने स्कर्ट पहन रखी थी चड्डी का तो पता था ही नहीं।
इतने में मैने अब्बू के पजामे में हलचल हुई और मैने सीधी खड़ी हुई और अब्बू की तरफ़ देखकर मैने हिम्मत जुटाकर अपनी स्कर्ट ऊंची कर दी और सब कुछ बता दिया अब्बू का रंग फिका-सा ओर रहा था पर कुछ ही देर में उनके चेहरे पर ख़ुशी की लहर आ गई।
मै बोली "या तो आप मुझे सबके सामने चोद दो या फिर मेरी गांड मारते हुए उन चारों को देख लो"।
अब्बू मेरे पास आए और मेरी चूत देखने लगे उन्हें मज़ा आ रहा था। उन्होंने मेरे कपड़े उतार फेके मैं भी पूरा साथ दे रही थी मेरी भी चूत मैं खुजली हो रही थी।
अब्बू के पजामे में तम्बू बना था मैं अब पूरी नंगी थी।
मै नीचे बैठ गई अब्बू का पजामा उतार मैं उनका लंड चूस रही थी उन्हें बड़ा मज़ा आ रहा था।
फिर मैने अब्बू को कहा "चलिए हॉल में चलते है सबके सामने चुदाई करेंगे"। अब्बू मेरे पीछे-पीछे आ गए। हम दोनों नंगे ही थे, अब्बू को आए एक घंटा भी नहीं हुआ था और मैने लंड लेने की तैयारी कर ली थी यह देखकर वह चारों शोक में थे।
मैने उनके सामने ही अब्बू का लन्ड चूसने का कार्यक्रम शुरू कर दिया।
अब्बू ने अब मुझे खड़ा होकर झुकने को कहा मैने भी ऐसा ही किया, अब्बू ने पीछे से लंड मेरी चूत में पेल दिया मैं थोड़ी-सी सिसकाई पर मुझे मज़ा आ रहा था कुछ देर बाद चोदने के बाद अब्बू ने सारा माल मेरे अंदर ही झाड़ दिया।
पर मुझे शांति नहीं मिली में सलमान का लन्ड चूस रही थी पर जब लंड खड़ा हुआ उसे गांड में दर्द हो रहा था।
फेजान मेरे पास आया और मुझे सोफे पर हाथ टीका कर खड़े होने को कहा और मैने ऐसा ही किया और फेज़ान ने मेरी चूत में लंड फसा दिया कुछ देर आगे पीछे होने के बाद मेरा पानी निकाल गया और फिर फैजान का भी।
हम सब अब कपडे नहीं पहनते है जब कोई मेहमान आता है तो या तो उसे हम अपने साथ मिला लेते है या फिर उसे जल्दी से जल्दी भगाने की कोशिश करते है।
हम चुदाई करते-करते 2 साल बीत गए है अम्मी अब्बू अब फैजान के लिए लड़की ढूँढ़ रहे है।
कुछ दिन की मस्ककत के बाद एक अच्छी दिखने वाली लडकी मिली।
जिसका नाम आयशा था वह बाहर से तो बडी अच्छी थी उसके बूब्स बड़े-बड़े थे मेरी तरह जैसे किसी ने ख़ूब चूसे हो ऐसे मेरी तरह।
जल्दी ही दोनों का निकाह कर दिया गया।
अब आज उसकी सुहागरात है मैने फैजान के कमरे में दूध का गिलास जिसमें वियाग्रा कि गोली मिला दी थी मैने रह दिया।
और साथ ही सेक्स की गोली जो कि लड़कियों को उत्तेजित करने के लिए होती है वह दूध में मिलाकर मैने एक घंटे पहले ही आयशा को पिला दी थी।
उसका रिजल्ट मेरे सामने था आयशा बार-बार अपनी गांड हिला रही थी मानो लंड की सदियों-सदियों से भूकी हो।
अब आयशा भाई के कमरे मैं चली गई और मैं और रेहान दोनों बाहर की तरह खिड़की में थे। सलमान ने पहले ही कमरे में कई जगह कैमरा लगा दिया था जैसे कि बाथरूम में।
अम्मी अब्बू मेहमानों के साथ थे।
फैजान पलंग पर बैठा था और आयशा अन्दर आई दरवाज़ा बन्द कर लिया था दिनों ने फैजान को आयशा ने दूध पिलाया थोड़ी बहुत बात की और यह सब बहुत ही जल्दी ही रहा था क्योंकि गर्मी दोनों के पैरों के बीच हो रही थी।
आयशा एक सरप्राइज का बोलकर बाथरूम में गई और अन्दर जाकर सारे कपड़े उतार दिए और बाहर आ गई हम दोनों देखते रह गए और साथ ही फैजान भी की उसकी नई नवेली दुल्हन पहली ही रात को सीधी नंगी होकर उसके पास आ गई।
आयशा बोली "बातें तो कल भी कर लेंगे चलो पहले मुझे चोद दो" यह सुनकर मैं ही भौचक्का रह गई सीधी साधी दिखने वाली लडकी सीधी चोदने का बोल रही है।
इतने में आयशा फैजान के ऊपर आ गई और उसके कपडे उतारने लगी और फिर उसने फैजान का लन्ड अपने मुंह में डाल लिया और आगे पीछे होने लगी।
अब वह अपनी चूत फैजान के मुंह पर रखकर बोली "चलो मेरी चूत चाटो" रेहान की और देखकर में बोली "इस भड़वे ने मेरी कभी चूत नहीं चाटी और उसकी तो चूसे जा रहा है" , रेहान मेरी और देखकर हंस रहा था।
रेहान बोला "तुम फिकर मत करो मैं चाट दूंगा बस"।
अब आयशा फैजान के लन्ड पर सवार हो गई और ऊपर नीचे हो रही थी आयशा को कोई दर्द नहीं हो रहा हो मेरी चूत में भी कभी-कभी दर्द रहता है पर उस तो कुछ नहीं हो रहा था वह तक मुझसे भी बड़ी रंडी निकली।
रेहान को मैने यह सब बताता वह बोला "चलो कोई तो तुम्हारा तोड़ मिली उसकी तो मैं पटक पटककर चोदूंगा और कल ही इसका रेप करूंगा" मैं बोली "चल मैं तेरे साथ हूँ बस तू एक बार शुरू कर देना"।
कुछ देर में फैजान का खाली हो गया और दोनों एक और राउंड चुदाई के बाद सो गए।
अगले दिन मेरे कमरे में बैठकर सलमान, रेहान और मैं वह वीडियो देख रहे थे। उस वीडियो में जब आयशा बाथरूम में थी तब उसने कपडे उतारे तो उसमे उसने अन्दर कुछ नहीं पहना था बस शादी का जोड़ा ही था ना चड्डी और ना ही ब्रा थी और उसके बाद उसने टिश्यू पेपर लिया और चूत पोंछ रही थी शायद किसी का मुठ लगा था आयशा यह भी बडबडा रही थी कि "साले कुत्ते मौलवी ने इतनी जल्दी कर दी कि ढंग से चुदवा भी ना पाई आखिरी बार घरवालों से" यह सुनकर मेरी तो बत्ती ही उड़ गई।
रेहान बोला "अब तो बहुत आसान होगा इसकी चुदाई" , मैं बोली "यह तो रंडी की भी अम्मी है"।
आज फिर हमें चुदाई देखने का प्लान था और देखते-देखते रेहान मेरी चूत पर टूट पड़ा मैं अभी आवाज़ भी नहीं कर सकती थी मेहमान जो कान लगाए थे।
अगले दिन सुबह सब मेहमान चले गए थे अब सिर्फ़ घर वाले ही थे। सुबह के 10 बज रहे थे और अब्बू भी कहीं बाहर जाने की तैयारी कर रहे थे और अम्मी किचन में थी। आयशा कमरे से बाहर आई रात भर की ठुकाई चुदाई ने उसे थका दिया था इसलिए वह देरी से उठी जबतक हम वह वीडियो देख चुके थे।
आयशा बड़ी ही मादक लडकी थी गांड हिला-हिला के चलती थी सुबह-सुबह वह इसे नाटक कर रही थी जैसे रात में ही उसकी सील टूटी हो लड़खड़ाते हुए चलना, पेट में दर्द जेसा ढोंग जबकि हम लोगों को पता था कि वह किसी है।
अम्मी को भी जल्दी ही पता चलने वाला था उसके रंडीपने का।
कुछ देर बाद हमने सबने खाना खाया और मैं नहाने चली गई आज मैने फिर अपनी चूत के बाल साफ़ किए और केआदी देर कमरे में नंगी ही पड़ी रही इसी इंतज़ार में की कोई आ जाए चोदने पर कोई नहीं आया दरवाज़ा भी खुला ही था।
मैने जैसे ही सलवार कमीज़ पहनी वैसे भी क्या देर लगती चड्डी तो वैसे भी पहनना बन्द कर ही दिया था।
आयशा आ गई बोली "जरीन मेरा मन नहीं लग रहा था अकेले तो आ गई" हम दोनों ऐसे ही बातें कर रहे थे। हम दोनों कुछ ही देर में काफ़ी खुल गए थे।
मैने हिम्मत करके पूछा कि "कैसी लगी सुहागरात?" वह बिल्कुल भी शरमाई नहीं और बोली "बड़ा मज़ा आया मानो मैं जन्नत की सैर पर निकली हूं"।
ऐसे ही धीरे-धीरे चोदने पेलने कि बात पर आ गई मैं उससे पूछा "क्या आपने शादी के पहले कभी सेक्स किया था?" जैसे मानो आयशा का सेक्स शब्द सुनकर रंग फीका-सा पड़ गया हो। वह हकलाते हुए बोली "नहीं...नहीं तो..." मैने बोला "ऐसा नहीं हो सकता आप को देख कर नहीं लगता कि आपने नहीं चुदवाया होगा ऐसे ही आपके बूब्स इतने बड़े थोड़ी हो गए होंगे" मैं मुस्कुराने लगी।
मुझे देखकर वह बोली "आपके भी तो बूब्स इतने बड़े है आपने नहीं दबावाए क्या?" मैं बोली "दबवाए भी और चुदवाया भी है" , मेरी बात सुनकर वह बोली "सिर्फ एक दो बार किया है बस" मैने कहा "मैने तो चुदवा चुदवाकर बहुत मज़ा किया है कई लोंडों को अपने ऊपर कुदाया है"।
अम्मी ने कुछ देर में हम दोनों को बाज़ार जाने को कहा।
आयशा और मैं इतना खुल गए थे कि खुल कर चुदाई पेलाई की बातें कर रहे थे।
आयशा और मुझे बुर्का पहनकर जाना था बाज़ार तो मैं बुर्का पहनकर आयशा के कमरे में गई तो देखा कि वह भी तेयार थी वह मुझे बोली "जरीन क्या आज एक नया मज़ा करना चाहती हो?" मैने पूछा "केसा मजा?" वह बोली "तुमने चुदवा भी लिया है पर उससे भी ज़्यादा मज़ा है"।
मै अब भी हैरान थी उसने कहा "तुम बस एक काम करो अपने सारे कपड़े उतार दो अगर मुझ पर विश्वास हो तो" मैं बोली "आप जैसा बोलो" मैने झट् से अपना बुर्का निकाल दिया अब कमीज़ निकाल दी आयशा मेरे बूब्स देखती ही रह गई और बोली "यह तो मुझसे भी बड़े है" अब मैने अपनी सलवार भी उतार दी मैं अब पूरी नंगी थी आयशा मुझे देखती रह गई मेरा फिगर था ही ऐसा।
अब वह मेरे पास आई और बोली "जन्नत की हूर लगती हो आप तो" इतना कहकर मुझे बुर्का दिया और बोली "इसे पहन लो" मैने वैसा ही किया। अब मैं अन्दर से पूरी नंगी थी। मैने आयशा का भी बुर्का उठकर देखा उसने भी कुछ नहीं पहना था। हम दोनों के चलने ओर बुर्का पीछे से हमारी गांड में चिपक रहा था पर को देखने वाला था किसे पता कि कौन है।