हेलो दोस्तों में आप का दोस्त रवि आप के साम ने अपनी चुदाई की कहानी ले कर आया हु। ये कहानी मेरे दोस्त की बीवी की चुदाई की के बारे में है । इस लिए इस कहानी को पढ़िए और मेरे दोस्त की बीवी की चुदाई का मज़ा लीजिए ।
ये बात एक साल पहल की है जब मुझे मेरे दोस्त की बीवी की चुदाई का मौका मिला था । तो दोस्तों में आप को ये दास्ताँ पहलेसे बतलाता हु ।
मेरे दोस्त का नाम विजय है और हम दोनों कोलाज में साथ पड़ते थे । कोलाज में हम दोनों ने बहुत मज़े किये और बहुत लड़की को घुमाया और उन लड़कियों के साथ मज़े किये । कोलाज ख़तम होने के बाद हम दोनों अपने करिअर बना ने के लिए अलग अलग रास्तो पर निकल गए । पहले तो कुछ महीनो तक फ़ोन पर बाते होती थी पर काम के वजसे फिर हमारा कॉन्टेक्ट छूट गया और हम दोनों अपनी लाइफ में बिजी हो गये।
पर २ साल पहले में अपने ममी-पापा के लिए वल्र्ड्टूर की टिकट निकलने गया तो वह मेरी मुलाकात विजय के साथ हुवी।
उसे उस ऑफिस में देख कर में थोड़ा डग रहगया और कुछ भी हुवा की ४ साल बाद मुझे पाने दोस्तों को फिर मिलाने का मौका मिला । और उसके बाद हमने ऑफिस में बेथ कर बहुत बाते की और अपने पुरे दिनों को यद् कर के बहुत हसे ।
बातो बातो में मुझे पता चला की विजय ने ६ महीने पहले एक लड़की से शादी कर ली है । ये सुन कर में खुश हुवा और उसे अभिनदं दिया ।
उस दिन के बाद जभी हम दोनों को वक्त मिलता तो हम दोनों मिलने का पालन बनाते थे । और ऐसे ही कुछ महीने निकल गये । फिर एक दिन उसने मुझे अपने घर खाने के लिए बुलाया । तो पहने मेने मन किया पर जयादा जार देने पर में रत के खाने के लिए मान गया ।
फिर में विजय के घर गया तो वह मेरी मुला काट उसनी ममी से हुवी । उनकी तबियत थोड़ी थी नहीं थी और वो बेड पर आराम कर रही थी । मेने फिर उनके हल चाल पुछ्र और कुछ समय में विजय की बीवी भी किचेन में से मुझे मिलने के लिए आयी ।
में पहले तो विजय की बीवी को देख कर हैरान हो गया की जो विजय कोलाज के टाइम में अच्छी लड़की को ही गुमाता था वो ऐसी मोती लड़की के साथ शादी करने को मान कैसे गया ।
दिखने में वो भले ही ठीक ठाक थी पर मेने उसे जब गौर से देख तो उसे बूब्स की साइज बहुत मस्त थी । और वो जब मुझे पानी जुकी तो उसके आधे बूब्स के मुझे दर्शन भी हो गये और फिर पलट कर फिर वो किचन में जाने लगी तो उसकी मोती मटकती गांड को देख कर मेरे लैंड ने भी सलामी दे ही दी ।
फिर विजय के साथ बात करते हुवे मुझे भाभी नाम पता चाल की उसका नाम टीना है । तभी मेरे विजय के साथ जयादा बात नहीं हुवी पर खाना खाने के बाद मुझे विजय बहार तक छोड़ने आया तब मेने उसे पूछा की तुमने इतनी मोटी लड़की के साथ शादी को की तो उसने बता या की उसके पापा ने उसे बिना बताये है उसकी शादी इस लड़की से फिक्स कर दी थी और फिर कुछ महीनो में ही पापा चाल बेस । परिवार की बदनामी न हो इस वजसे शादी करनी पड़ी ।
ये सुन करे में थोड़ा हैरान तो हुवा फिर उसे दिलासा देकर उधर से निकल गया । भले में उधर से निकल गया था पर मेरा मन तो अभी तक टीना भाभी की गांड पर ही अटका हुवा था । और सोच रहा था की भले विजय को दिखने में ठीक ठाक बीवी मिली है पर उसकी मोटी गांड मरने में बहुत मज़ा आता होगा ।
में भी सोच रहा था की अगर मौका मिला तो टीना भाभी की चुदाई जरूर करुगा । पर टीना भाभी रोज विजय की ममी की तबियत का धयान रखने में बिजी रहती थी इस लिए मुझे इस मोके की उम्मीद नहीं लग रही थी ।
पर कुछ महीनो में ही विजय की ममी की तबियत जयादा ख़राब होने की वजसे वो भी इस दुनिया में नहीं रही । उस समय विजय बहुत दुखी रहता था इस लिए में अक्सर उसके घर जाने लगा ताकि उसे थड़ा अच्छा लगे ।
इस तरह मेरा विजय के घर आना जाना बढ़ गया और टीना भाभी से भी जान पहचान बढ़ गई । कुछ महीनो बाद विजय अब अपने ममी की डेथ के गम से थोड़ा बहार आगया इस लिए मेने मूवी का प्लान बनाया । पहले अक्सर में और विजय ही मूवी के लिए जाते थे पर इस बार मेने टीना भाभी को भी आने को कहा और विजय के कहने पर वो भी आने के लिए त्यार हो गई ।
उस दिन के बाद २-३ हफ्तों में किसी भी बहाने से घूमने का पालन बनाने लगा और विजय के साथ टीना भाभी को भी साथ में घूमने लगा । इस तरह मेरी टीना भाभी के साथ भी अच्छी दोस्ती हो गई ।
अब विजय की ममी को डेथ हुवे कुछ महीने हो गये थे तो विजय के बोस ने विजय को क्लाइंट के साथ टूर पर जाने की बात की और ये बात जब विजय ने मुझे बताई तो में अंदर से खुश होने लगा की अब मुझे टीना भाभी के साथ अकेले में मिलने का मौका मिलेगा ।
विजय ने मुझे कहा के पहले ममी थी तो टूर पर जाने में कोय प्रॉब्लम नहीं होती थी और अब ममी नहीं है तो टीना अकेले घर पर कैसे रहेगी ।
मेने विजय को टेशन न लेने को कहा और फिर कहा की अगर भाभी को कुछ भी प्रोब्ले हुवी तो वो मुझे कॉल कर कर सकती है वैसे भी में उनके देवर जैसा ही होना ।
ये सुन कर विजय थोड़ा मुस्काते हुवे कहने लगा की तुमने मेरा टेशन दूर कर दिया अब में बिना टेशन से अपने काम पर जा सकता हु । और फिर कुछ दिनों बाद वो अपने क्लाइंट के साथ टूर पर निकल गया ।
ये टूर एक हफ्ते का था मतलब इस हफ्ते भाभी बिलकुल अकेले रहने वाली थी । और ये सोच कर में ने पालन बनाना चालू किया की कैसे भाभी की चुदाई करू ।
जिस दिन विजय टूर के लिए निकला उस दिन साम को में भाभी को मिलने के लिए उसके घर पर गया और फिर बातो ही बाबतो में उनसे कहा की मेरा फ़ोन नंबर आप रख लो तै कुछ जरुरत पड़े तो मुझे कॉल कर कर सकती हो । इस तरह हमने एक दूसरे को अपने नंबर दे दिए ।
उसके बाद रात को मेने भाभी को मेसेज किया की आप किसी हो और उसके बाद हमारी बाते मैसेज में शुरू हो गई ।
उस रात करीबन हमने २ घंटे तक मैसेज में एक दूसरे से बाते की और में उनसे ऐसी फनी बाते करता ताकि उसे मुझसे बात करने में मज़ा आये ।
दो दिन तक तो ऐसे ही मैसेज पर बाते की फिर मेने ३ दिन भाभी को फ़ोन पर कॉल कर के कहा की आज मेरी चुटी है और मूवी जाने वाला हु अगर आप फ्री हो तो आप मेरे साथ आ सकती हो । पहले तो मना करने लगी पर मेरे ज्यादा कहने पर वो मन गई ।
भाभी ने मुझे शाम को मूवी के लिए कहा तो मेने भी कहा की ठीक है तो फिर मूवी और उसके बाद डिनर होटल में करगे।
में फिर शाम को भाभी की घर उसे लेने के लिए गया । उस दिन भाभी ने गुलाबी रंग की साड़ी पहनी थी और और वो इस साड़ी में बहुत सेक्सी लग रही थी ।
अक्सर विजय साथ होने की वजसे में भाभी को गौर से नहीं देख पता था पर आज तो मेरे आलावा उसे देख ने के लिए कोय नहीं था तो में उसे एक और से देख ने लगा और टीना भाभी ने उस समय मुझसे कहा की अब सले तो उस वक्त मेरे मुहसे निकल गया की आज आप बहुत खूसूरत लग रही हो ।
वो फिर थोड़ा मुस्कुरा कर आगे जाने लगी और फिर वो अपना एक छाता लिया और फिर दरवाजा बन कर के हम दोनों निकल गए ।
जब हम निकले तब बारिस नहीं हो रही थी इस लिए हम आराम से मूवी देख ने की जगा पर पॉच गये और मूवी देख ने के लिए अंदर चले गये । मूवी देख ने के वक्त मेरा पूरा ध्यान भाभी पर ही था । मूवी चालू होने पर कुछ समय के बाद भाभी को विजय का कॉल आया तो भाभी ने मुझे कहा की में अभी आती हु और फिर हॉल में जा कर विजय से बात की और वापस आ गयी ।
फिर मूवी ख़तम होने के बाद हम बहार निकले तो बारिस शुरू थी इस लिए हमने जल्दी से टेक्सी ली और फिर हम होटल में खाना कहने के लिए चले गये ।
होटल में जा कर हम दोनों ने अपना आर्डर दिया उस वक् फिर विजय का कॉल आया तो भाभी ने उठया नहीं और फिर फ्रेश होने का बहाना कर के विजय को कॉल करने चली गई । उस वक्त में समज गया की विजय को नहीं पता की हम दोनों घूमने निकले है ।
फिर खाना कहा कर हम दोनों होटल से बहार निकले तो देखा भहुत बारिस गिर रही है इस लिए हम दोनों एक ही छाते में रोड तक आये फिर टेक्सी ले कर घर की और जाने लगे । छाता एक था और हम दोनों इस लिए हम दोनों टेक्सी पकड़ते वैट आधे भीग गये थे ।
टेक्सी में बेथ कर मेने भाभी की और गौर किया तो पता चला की भाभी का ब्लाउज बारिस से भीग गया था और उस वजसे उसके बूब्स का शेप साफ साफ दिखने लगा था ।
उस वक्त मन कर रहा था की अभी ही भाभी को अपने बहो में बहार कर उसके बूब्स को जैम कर मसाज दू ।
पर फिर अपने आप को काबू में ले कर भाभी के साथ इधर उधर की बाते करने लगा और थोड़ी देर बाद हम दोनों अपनी मंजिल तक पॉच गये ।
टेक्सी में से उतर के हम दोनों फिर एक छाते में फिर आगये और घर की और जाने लगे । फिर मेने अपना एक हाथ को भाभी के कढ़े पर रखा और दूसरा हाथ हेंडल पकडे हुवे हाथ पर रख कर ऐसा दिखा ने लगा की मुझे बहुत थड़ी लग रही हो । मेरी इस हरकत पर भाभी ने मुझे कुछ नहीं कहा बस वो तो जल्दी जल्दी घर की और जाने लगी और छाता थोड़ा निचे रखा ताकि आस पास के लोग उसका चेहरा न देख सके ।
अब घर में आने बाद मेने कैसे टीना भाभी को चुदाई क लिए मना लिए l ये पढ़ना मत भूल ना l
ये बात एक साल पहल की है जब मुझे मेरे दोस्त की बीवी की चुदाई का मौका मिला था । तो दोस्तों में आप को ये दास्ताँ पहलेसे बतलाता हु ।
मेरे दोस्त का नाम विजय है और हम दोनों कोलाज में साथ पड़ते थे । कोलाज में हम दोनों ने बहुत मज़े किये और बहुत लड़की को घुमाया और उन लड़कियों के साथ मज़े किये । कोलाज ख़तम होने के बाद हम दोनों अपने करिअर बना ने के लिए अलग अलग रास्तो पर निकल गए । पहले तो कुछ महीनो तक फ़ोन पर बाते होती थी पर काम के वजसे फिर हमारा कॉन्टेक्ट छूट गया और हम दोनों अपनी लाइफ में बिजी हो गये।
पर २ साल पहले में अपने ममी-पापा के लिए वल्र्ड्टूर की टिकट निकलने गया तो वह मेरी मुलाकात विजय के साथ हुवी।
उसे उस ऑफिस में देख कर में थोड़ा डग रहगया और कुछ भी हुवा की ४ साल बाद मुझे पाने दोस्तों को फिर मिलाने का मौका मिला । और उसके बाद हमने ऑफिस में बेथ कर बहुत बाते की और अपने पुरे दिनों को यद् कर के बहुत हसे ।
बातो बातो में मुझे पता चला की विजय ने ६ महीने पहले एक लड़की से शादी कर ली है । ये सुन कर में खुश हुवा और उसे अभिनदं दिया ।
उस दिन के बाद जभी हम दोनों को वक्त मिलता तो हम दोनों मिलने का पालन बनाते थे । और ऐसे ही कुछ महीने निकल गये । फिर एक दिन उसने मुझे अपने घर खाने के लिए बुलाया । तो पहने मेने मन किया पर जयादा जार देने पर में रत के खाने के लिए मान गया ।
फिर में विजय के घर गया तो वह मेरी मुला काट उसनी ममी से हुवी । उनकी तबियत थोड़ी थी नहीं थी और वो बेड पर आराम कर रही थी । मेने फिर उनके हल चाल पुछ्र और कुछ समय में विजय की बीवी भी किचेन में से मुझे मिलने के लिए आयी ।
में पहले तो विजय की बीवी को देख कर हैरान हो गया की जो विजय कोलाज के टाइम में अच्छी लड़की को ही गुमाता था वो ऐसी मोती लड़की के साथ शादी करने को मान कैसे गया ।
दिखने में वो भले ही ठीक ठाक थी पर मेने उसे जब गौर से देख तो उसे बूब्स की साइज बहुत मस्त थी । और वो जब मुझे पानी जुकी तो उसके आधे बूब्स के मुझे दर्शन भी हो गये और फिर पलट कर फिर वो किचन में जाने लगी तो उसकी मोती मटकती गांड को देख कर मेरे लैंड ने भी सलामी दे ही दी ।
फिर विजय के साथ बात करते हुवे मुझे भाभी नाम पता चाल की उसका नाम टीना है । तभी मेरे विजय के साथ जयादा बात नहीं हुवी पर खाना खाने के बाद मुझे विजय बहार तक छोड़ने आया तब मेने उसे पूछा की तुमने इतनी मोटी लड़की के साथ शादी को की तो उसने बता या की उसके पापा ने उसे बिना बताये है उसकी शादी इस लड़की से फिक्स कर दी थी और फिर कुछ महीनो में ही पापा चाल बेस । परिवार की बदनामी न हो इस वजसे शादी करनी पड़ी ।
ये सुन करे में थोड़ा हैरान तो हुवा फिर उसे दिलासा देकर उधर से निकल गया । भले में उधर से निकल गया था पर मेरा मन तो अभी तक टीना भाभी की गांड पर ही अटका हुवा था । और सोच रहा था की भले विजय को दिखने में ठीक ठाक बीवी मिली है पर उसकी मोटी गांड मरने में बहुत मज़ा आता होगा ।
में भी सोच रहा था की अगर मौका मिला तो टीना भाभी की चुदाई जरूर करुगा । पर टीना भाभी रोज विजय की ममी की तबियत का धयान रखने में बिजी रहती थी इस लिए मुझे इस मोके की उम्मीद नहीं लग रही थी ।
पर कुछ महीनो में ही विजय की ममी की तबियत जयादा ख़राब होने की वजसे वो भी इस दुनिया में नहीं रही । उस समय विजय बहुत दुखी रहता था इस लिए में अक्सर उसके घर जाने लगा ताकि उसे थड़ा अच्छा लगे ।
इस तरह मेरा विजय के घर आना जाना बढ़ गया और टीना भाभी से भी जान पहचान बढ़ गई । कुछ महीनो बाद विजय अब अपने ममी की डेथ के गम से थोड़ा बहार आगया इस लिए मेने मूवी का प्लान बनाया । पहले अक्सर में और विजय ही मूवी के लिए जाते थे पर इस बार मेने टीना भाभी को भी आने को कहा और विजय के कहने पर वो भी आने के लिए त्यार हो गई ।
उस दिन के बाद २-३ हफ्तों में किसी भी बहाने से घूमने का पालन बनाने लगा और विजय के साथ टीना भाभी को भी साथ में घूमने लगा । इस तरह मेरी टीना भाभी के साथ भी अच्छी दोस्ती हो गई ।
अब विजय की ममी को डेथ हुवे कुछ महीने हो गये थे तो विजय के बोस ने विजय को क्लाइंट के साथ टूर पर जाने की बात की और ये बात जब विजय ने मुझे बताई तो में अंदर से खुश होने लगा की अब मुझे टीना भाभी के साथ अकेले में मिलने का मौका मिलेगा ।
विजय ने मुझे कहा के पहले ममी थी तो टूर पर जाने में कोय प्रॉब्लम नहीं होती थी और अब ममी नहीं है तो टीना अकेले घर पर कैसे रहेगी ।
मेने विजय को टेशन न लेने को कहा और फिर कहा की अगर भाभी को कुछ भी प्रोब्ले हुवी तो वो मुझे कॉल कर कर सकती है वैसे भी में उनके देवर जैसा ही होना ।
ये सुन कर विजय थोड़ा मुस्काते हुवे कहने लगा की तुमने मेरा टेशन दूर कर दिया अब में बिना टेशन से अपने काम पर जा सकता हु । और फिर कुछ दिनों बाद वो अपने क्लाइंट के साथ टूर पर निकल गया ।
ये टूर एक हफ्ते का था मतलब इस हफ्ते भाभी बिलकुल अकेले रहने वाली थी । और ये सोच कर में ने पालन बनाना चालू किया की कैसे भाभी की चुदाई करू ।
जिस दिन विजय टूर के लिए निकला उस दिन साम को में भाभी को मिलने के लिए उसके घर पर गया और फिर बातो ही बाबतो में उनसे कहा की मेरा फ़ोन नंबर आप रख लो तै कुछ जरुरत पड़े तो मुझे कॉल कर कर सकती हो । इस तरह हमने एक दूसरे को अपने नंबर दे दिए ।
उसके बाद रात को मेने भाभी को मेसेज किया की आप किसी हो और उसके बाद हमारी बाते मैसेज में शुरू हो गई ।
उस रात करीबन हमने २ घंटे तक मैसेज में एक दूसरे से बाते की और में उनसे ऐसी फनी बाते करता ताकि उसे मुझसे बात करने में मज़ा आये ।
दो दिन तक तो ऐसे ही मैसेज पर बाते की फिर मेने ३ दिन भाभी को फ़ोन पर कॉल कर के कहा की आज मेरी चुटी है और मूवी जाने वाला हु अगर आप फ्री हो तो आप मेरे साथ आ सकती हो । पहले तो मना करने लगी पर मेरे ज्यादा कहने पर वो मन गई ।
भाभी ने मुझे शाम को मूवी के लिए कहा तो मेने भी कहा की ठीक है तो फिर मूवी और उसके बाद डिनर होटल में करगे।
में फिर शाम को भाभी की घर उसे लेने के लिए गया । उस दिन भाभी ने गुलाबी रंग की साड़ी पहनी थी और और वो इस साड़ी में बहुत सेक्सी लग रही थी ।
अक्सर विजय साथ होने की वजसे में भाभी को गौर से नहीं देख पता था पर आज तो मेरे आलावा उसे देख ने के लिए कोय नहीं था तो में उसे एक और से देख ने लगा और टीना भाभी ने उस समय मुझसे कहा की अब सले तो उस वक्त मेरे मुहसे निकल गया की आज आप बहुत खूसूरत लग रही हो ।
वो फिर थोड़ा मुस्कुरा कर आगे जाने लगी और फिर वो अपना एक छाता लिया और फिर दरवाजा बन कर के हम दोनों निकल गए ।
जब हम निकले तब बारिस नहीं हो रही थी इस लिए हम आराम से मूवी देख ने की जगा पर पॉच गये और मूवी देख ने के लिए अंदर चले गये । मूवी देख ने के वक्त मेरा पूरा ध्यान भाभी पर ही था । मूवी चालू होने पर कुछ समय के बाद भाभी को विजय का कॉल आया तो भाभी ने मुझे कहा की में अभी आती हु और फिर हॉल में जा कर विजय से बात की और वापस आ गयी ।
फिर मूवी ख़तम होने के बाद हम बहार निकले तो बारिस शुरू थी इस लिए हमने जल्दी से टेक्सी ली और फिर हम होटल में खाना कहने के लिए चले गये ।
होटल में जा कर हम दोनों ने अपना आर्डर दिया उस वक् फिर विजय का कॉल आया तो भाभी ने उठया नहीं और फिर फ्रेश होने का बहाना कर के विजय को कॉल करने चली गई । उस वक्त में समज गया की विजय को नहीं पता की हम दोनों घूमने निकले है ।
फिर खाना कहा कर हम दोनों होटल से बहार निकले तो देखा भहुत बारिस गिर रही है इस लिए हम दोनों एक ही छाते में रोड तक आये फिर टेक्सी ले कर घर की और जाने लगे । छाता एक था और हम दोनों इस लिए हम दोनों टेक्सी पकड़ते वैट आधे भीग गये थे ।
टेक्सी में बेथ कर मेने भाभी की और गौर किया तो पता चला की भाभी का ब्लाउज बारिस से भीग गया था और उस वजसे उसके बूब्स का शेप साफ साफ दिखने लगा था ।
उस वक्त मन कर रहा था की अभी ही भाभी को अपने बहो में बहार कर उसके बूब्स को जैम कर मसाज दू ।
पर फिर अपने आप को काबू में ले कर भाभी के साथ इधर उधर की बाते करने लगा और थोड़ी देर बाद हम दोनों अपनी मंजिल तक पॉच गये ।
टेक्सी में से उतर के हम दोनों फिर एक छाते में फिर आगये और घर की और जाने लगे । फिर मेने अपना एक हाथ को भाभी के कढ़े पर रखा और दूसरा हाथ हेंडल पकडे हुवे हाथ पर रख कर ऐसा दिखा ने लगा की मुझे बहुत थड़ी लग रही हो । मेरी इस हरकत पर भाभी ने मुझे कुछ नहीं कहा बस वो तो जल्दी जल्दी घर की और जाने लगी और छाता थोड़ा निचे रखा ताकि आस पास के लोग उसका चेहरा न देख सके ।
अब घर में आने बाद मेने कैसे टीना भाभी को चुदाई क लिए मना लिए l ये पढ़ना मत भूल ना l