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हेलो दोस्तों मेरा नाम दीप है उमर 29 साल (काल्पनिक उमर) पंजाब के एक गांव का हूं। बात आज से ३ साल पहले की है जब मैं कॉलेज में था, वहां मेरे बहुत दोस्त थे जिनमें कुछ लड़कियां थी और कुछ लड़के थे।
हम सब बहुत मजे से कॉलेज की जिंदगी बिता रहे थे। उनमें से एक लड़की का नाम ज्योति जो बहुत ही ज्यादा क्यूट थी। उसके अंग न तो ज्यादा भरे हुए थे और न ही ज्यादा पतले। कोई भी एक बार देख ले तो खो जाए। उसका बदन इस तरह था, छाती २८, कमर ३० मैं जब पहली बार उससे मिला था तो उसी में खो गया था और कुछ और देख ही न पाया
जब वो मेरे पास आई तो उसने मुझे हेलो कहा मैने उससे हाथ मिलने के लिए हाथ आगे बढ़ाया तो उसने भी हाथ आगे बढ़ाया। उफ्फ क्या हाथ था उसका ऐसा लगता था जैसे जेली को हाथ लगा दिया हो इतना नरम। हाथ मिलते ही मेरे बदन में करेंट सा दौड़ा लेकिन मैं जल्दी नहीं कर न चाहता था।
इसलिए मैने उससे बाते की और उससे उसका हाल चाल पूछा, उसने बताया कि वो यह अपनी फैमिली के साथ रहती है और अच्छा मित्र देख रही है तो मैने कहा मैं हु न। तो वो शर्माने लगी। हम वहां कैंटीन के पास खड़े थे तो मैने उसको चाय का पूछा तो वो मन करने लगी तो मैं उसको बोला कि पीना पड़ेगा तो वो चल दी।
तो मैने उसको चाय पीलाई उसके बाद मैं उसके साथ क्लास में चला गया। क्लास में उसके ऊपर हर लड़के की नजर जा रही थी और सब लोग आंखों ही आंखों में उसको चोद रहे थे। एक लड़के ने उसको आगे बढ़ कर बुलाने की कोशिश की तो वो बोली हेलो भइया तो यह सुन कर किसी की भी उसको बुलाने की हिम्मत नहीं हुई।
फिर बाद में हम करीब अच्छे दोस्त बन गए। धीरे धीरे हम handshake से एक दूसरे के बदन को touch करते मजाक मजाक में। जो नॉर्मल लगने लगा। कहते है न लड़की पहली chudayi ओर तकलीफ में साथ देने वाले को नहीं भूलती, एक बार ऐसा ही कुछ हुआ
एक बार वो कॉलेज में आई तो जब वो कैंटीन में थी तो अचानक से उसको पीरियड आने लगे तो वो भाग कर बाथरूम में गई। संजोग से तब तक कॉलेज में कोई नहीं आया था। मैं भी घबरा के उसके पीछे गया पहले तो उसने मुझे कुछ भी बताने से मना किया लेकिन जब मैने उसका हाथ पकड़ के पूछा तो उसने मुझे बताया उसके पीरियड आ गए हैं और उसके पास pad भी नहीं है
तो मैने उसी समय अपना रुमाल निकाला और उसको दे दिया कि यह लगा ले तो वो बोली इससे भी काम नहीं चलेगा तो मैने उसी समय बाथरूम में जाकर अपना अंडरवियर भी उतार के उसको दे दिया तो उसने इसको फाड़ कर लगा लिया। जब वो बाहर आई तो मुझसे माफी मांगने लगी कि उसकी वजह से मेरा अंडरवियर, इसके आगे की वो कुछ बोले तो मैने उसको चुप कराया तो उसने मुझे hug कर लिया।
उसके hug की वजह से मेरा लन्ड में तनाव आने लगा जो उसने महसूस कर लिया लेकिन उसने फिर भी hug करना नहीं छोड़ा मैने उसको ओर कसकर hug कर लिया और फिर उसको बोला कोई बात नहीं इसमें इतना क्या थैंक्स कहना। ओर उसके आंसू पोंछने लगा। उस वक्त मैने उसको खुद से दूर किया तो मेरा लन्ड पूरा तन चुका था लेकिन उसने कुछ नहीं बोला। उसके बाद हम लोग और भी गहरे दोस्त बन गए।
बाकी कहानी अगले भाग में तब तक कमेंट करके बताए कि कहानी कैसी लगी और कुछ सुधार करना हो वो भी बताइए धन्यवाद
हम सब बहुत मजे से कॉलेज की जिंदगी बिता रहे थे। उनमें से एक लड़की का नाम ज्योति जो बहुत ही ज्यादा क्यूट थी। उसके अंग न तो ज्यादा भरे हुए थे और न ही ज्यादा पतले। कोई भी एक बार देख ले तो खो जाए। उसका बदन इस तरह था, छाती २८, कमर ३० मैं जब पहली बार उससे मिला था तो उसी में खो गया था और कुछ और देख ही न पाया
जब वो मेरे पास आई तो उसने मुझे हेलो कहा मैने उससे हाथ मिलने के लिए हाथ आगे बढ़ाया तो उसने भी हाथ आगे बढ़ाया। उफ्फ क्या हाथ था उसका ऐसा लगता था जैसे जेली को हाथ लगा दिया हो इतना नरम। हाथ मिलते ही मेरे बदन में करेंट सा दौड़ा लेकिन मैं जल्दी नहीं कर न चाहता था।
इसलिए मैने उससे बाते की और उससे उसका हाल चाल पूछा, उसने बताया कि वो यह अपनी फैमिली के साथ रहती है और अच्छा मित्र देख रही है तो मैने कहा मैं हु न। तो वो शर्माने लगी। हम वहां कैंटीन के पास खड़े थे तो मैने उसको चाय का पूछा तो वो मन करने लगी तो मैं उसको बोला कि पीना पड़ेगा तो वो चल दी।
तो मैने उसको चाय पीलाई उसके बाद मैं उसके साथ क्लास में चला गया। क्लास में उसके ऊपर हर लड़के की नजर जा रही थी और सब लोग आंखों ही आंखों में उसको चोद रहे थे। एक लड़के ने उसको आगे बढ़ कर बुलाने की कोशिश की तो वो बोली हेलो भइया तो यह सुन कर किसी की भी उसको बुलाने की हिम्मत नहीं हुई।
फिर बाद में हम करीब अच्छे दोस्त बन गए। धीरे धीरे हम handshake से एक दूसरे के बदन को touch करते मजाक मजाक में। जो नॉर्मल लगने लगा। कहते है न लड़की पहली chudayi ओर तकलीफ में साथ देने वाले को नहीं भूलती, एक बार ऐसा ही कुछ हुआ
एक बार वो कॉलेज में आई तो जब वो कैंटीन में थी तो अचानक से उसको पीरियड आने लगे तो वो भाग कर बाथरूम में गई। संजोग से तब तक कॉलेज में कोई नहीं आया था। मैं भी घबरा के उसके पीछे गया पहले तो उसने मुझे कुछ भी बताने से मना किया लेकिन जब मैने उसका हाथ पकड़ के पूछा तो उसने मुझे बताया उसके पीरियड आ गए हैं और उसके पास pad भी नहीं है
तो मैने उसी समय अपना रुमाल निकाला और उसको दे दिया कि यह लगा ले तो वो बोली इससे भी काम नहीं चलेगा तो मैने उसी समय बाथरूम में जाकर अपना अंडरवियर भी उतार के उसको दे दिया तो उसने इसको फाड़ कर लगा लिया। जब वो बाहर आई तो मुझसे माफी मांगने लगी कि उसकी वजह से मेरा अंडरवियर, इसके आगे की वो कुछ बोले तो मैने उसको चुप कराया तो उसने मुझे hug कर लिया।
उसके hug की वजह से मेरा लन्ड में तनाव आने लगा जो उसने महसूस कर लिया लेकिन उसने फिर भी hug करना नहीं छोड़ा मैने उसको ओर कसकर hug कर लिया और फिर उसको बोला कोई बात नहीं इसमें इतना क्या थैंक्स कहना। ओर उसके आंसू पोंछने लगा। उस वक्त मैने उसको खुद से दूर किया तो मेरा लन्ड पूरा तन चुका था लेकिन उसने कुछ नहीं बोला। उसके बाद हम लोग और भी गहरे दोस्त बन गए।
बाकी कहानी अगले भाग में तब तक कमेंट करके बताए कि कहानी कैसी लगी और कुछ सुधार करना हो वो भी बताइए धन्यवाद