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Romance निर्मोही

Boobsingh

Prime
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बढ़िया, प्रेम इकलौता समझदार है इस घर में, प्रमोद तो वैसे भी आमोद प्रमोद में रहने वाला इंसान है।


अब देखते हैं लेखक साहब किसको लेकर आते हैं चंदा के जीवन मे रंग भरने के लिए, फिलहाल तो अभी और झेलना ही है उसे
जल्दी नही थोड़ा लेट से चंदा के जीवन में प्यार आएगा....
 

Boobsingh

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नौरंगी साहब ने अपने पारिवारिक प्रेम मे चंदा का जितना बेड़ा गर्क करना था , कर लिया । अब जीवन भर भुगतना चंदा को है।
चंदा लाख अपने हसबैंड से दूरी बनाकर रहने की चेष्टा करती रहे , हसबैंड रूपी तलवार के धार से जिबह होना ही है । बशर्ते कोई अनहोनी न हो जाए ।

देखना यह है कि उसके चेहरे पर कभी रियल मुस्कान आती भी है या नही ! कभी खुशियां नसीब होगी भी या नही !
बहुत खुबसूरत अपडेट भाई।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट।
धन्यवाद भाई जी🙏🏻
 
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Reactions: SANJU ( V. R. )

Boobsingh

Prime
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Kaha hai bhai aj kl pata nahi lag raha ahi apka
अब पता लग जायेगा वापिस आ गए है हम😅 बाकी डिटेल्स आपके डीएम के रिप्लाई में दिया है👍🏻
 

Boobsingh

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अगले दिन सुबह में प्रेम ने चंदा को टीवी चलाने के बारे में बताया और खाने और कपड़े के मुद्दे के अलावा ये पहली बार था जब प्रेम और चंदा में किसी तीसरे चीज को ले कर बात हुई थी....
सब के जाने के बाद चंदा टीवी का मोह छोड़ अपने काम निपटाने में लग गई और साथ ही साथ उसके दिमाग में एक खतरे की घंटी अलग ही बज रही थी की आज दोपहर में प्रमोद क्या करेगा.....
इधर प्रमोद दोपहर होने का इंतजार कर रहा था और आज नौरंगी भी दयानंद के साथ गया था लौटने में उन्हें देर होने वाली थी क्युकी शाम को उन्हें किसी परिचित के बेटे के विवाह में जाना था....
प्रमोद ने सोचा आज मौका अच्छा है आखिर बकरे की अम्मा कब तक खैर मनाएगी और उसने प्रेम को बोला की आज दुकान वो ही देख ले मेरी तबियत सही नही लग रही घर जा रहे है....
प्रेम तो अपने बाप की मंशा बखूबी जानता था पर वो कुछ कहने और करने से रहा....और प्रमोद वहा से आज ग्यारह बजे ही निकल गया....
इधर घर पे चंदा अपने सारे काम निपटा कर टीवी को बंद कर दी और उसे थोड़ा लेटने का मन था इसलिए वो बिस्तर जमीन पे बिछा कर लेटने जा ही रही थी की दरवाजे पे दस्तक हुई और चंदा का दिल धक्क से कर गया उसे पता था की दरवाजे पे प्रमोद है पर वो इतनी जल्दी आ जायेगा ये उसने नही सोचा था.....

प्रमोद घर आ कर चंदा को बोलता है आज तबियत ठीक नहीं लग रही थी तो घर आ गया....क्या बनाई हो खाने में ले आओ और बैठते हुए बोला तुम खाई....
चंदा धीरे से बोली नही.....
प्रमोद वापिस से उठा और चंदा का हाथ पकड़ कर बोला तुम हमसे डरती क्यू हो हम कोई डाकू या फिर भूत थोड़े है जो तुमको नुकसान पहुंचाएंगे....
चंदा फिर चुप हो कर खड़ी थी...
प्रमोद उससे बोला कुछ बोलोगी नही तो पता कैसे चलेगा की तुम खुश हो या नही....
चंदा फिर भी चुप थी वो तो बस अपना हाथ छुड़ा कर जाना चाहती थी...
प्रमोद बोला पता है जब तुम चुप हो जाती हो तो मुझे चिढ़ होने लगता है अरे कुछ तो बोला करो हमसे आखिर हम दोनो पति पत्नी है....

चंदा ने एक नजर प्रमोद के तरफ देखा और फिर नजरे झुका कर बोली आप बैठिए हम खाना निकाल लाते है....
प्रमोद उसका हाथ छोड़ते हुए बोला जाओ ले आओ आज दोनो साथ खायेंगे एक ही थाली में....
चंदा फटाफट वहा से निकल गई और खाना निकाल कर वापिस आई वो केवल प्रमोद के लिए ही खाना ले कर आई थी....प्रमोद खाना देख के बोला अरे अपने लिए नहीं लाई तो चंदा बोली हम खा चुके थे आपके आने से पहले ही...
प्रमोद बोला अभी ग्यारह बजे ही तुम खाना खा ली सफेद झूठ मत बोलो आओ साथ में खाते है....
और फिर वो उठ कर चंदा को अपने साथ बिठा लेता है और फिर चावल दाल का पहला कौर उसके तरफ बढ़ाते हुए कहता है खाओ...
चंदा उसकी तरफ देखते हुए बोली हम खा चुके है आप खाइए....पर प्रमोद फिर भी हाथो में कौर लिए उसी तरह रहा और चंदा को मजबूरन उसके हाथ से खाना पड़ा....उसके बाद प्रमोद ने उसी हाथ से खुद भी खाता है....
इसी तरह खाना खतम करने के बाद प्रमोद थाली में ही हाथ धोते हुए बोला वाह आज तो खाना खाने में मजा ही आ गया........
चन्दा जानती थी की प्रमोद ऐसा क्यू कह रहा है क्युकी आज उसने उसे अपने हाथ से खिलाया था और खुद भी उसी हाथ से खाया था पर अभी इस बात पे वो कोई प्रतिक्रिया नहीं देना चाहती थी इसलिए वो थाली ले कर उठी और आँगन के तरफ चली गई पर वहाँ पर एक थाली धोने मे उसे ज्यादा समय तो लगता नहीं फिर वापिस उसे वही कमरे मे ही आना था क्युकी अभी कोई काम तो था नहीं जो वो करने बैठ जाती और प्रमोद से बच जाती बर्तन धोते धोते उसने सोचा की अब बलि के लिए गर्दन आगे रख ही दी है तो फिर तलवार से क्या डरना चलो अब जो होना है वो तो हो कर ही रहेगा यही सोच कर वो वापिस कमरे मे आ गई और........

इधर प्रमोद चंदा के आने का इंतजार कर रहा था उसके आते ही उसने चंदा को बोला आ जाओ थोड़ा आराम कर लो आज हम भी दुकान नही जायेंगे अब आज की मेरी छुट्टी....
चंदा बिस्तर के पास आ कर बैठ गई तो प्रमोद उससे बोला लेटना है तो लेट जाओ बैठी क्यू हो...
तो चंदा बोली नही हम ठीक है अभी थोड़ी देर मे मैंने कुछ कपड़े रख रखे है धोने को…..वो धोने जाऊंगी....
तो प्रमोद बोला अभी वो सब छोड़ दो सुबह से जितना काम करना था कर ली अब रहने दो थोड़ा मेरे साथ भी तो बैठो वैसे ही बहुत कम समय मिलता है हमे.....अच्छा ये बताओ तुम हमसे डरती क्यू हो या फिर कही ऐसा तो नहीं की हम पसंद नही है तुमको.....
चंदा फिर चुप हो गई उसके ना चाहते हुए भी प्रमोद बार बार एक ही बात को घसीट रहा था....पर सच्चाई तो यही थी की उसने अपने बाबा के कारण शादी की थी पर कहने और करने में फर्क होता है चंदा अभी उसी स्तिथि में थी कहने को तो कह दी थी और अब करने की बारी में वो परेशान हो रही थी पर अब उसके पास कोई रास्ता नहीं बचा था इसलिए उसने सोचा की जितना वो इस बात को टालेगी प्रमोद उतना ही इस बात को खिंचेगा इसलिए आज जवाब दे ही देती हु....

चंदा बोली ऐसी कोई बात नही है पहले हम कभी ऐसे किसी से बात नही किए है इसलिए थोड़ी घबरा जाती हु...
प्रमोद फटाक से चंदा का हाथ पकड़ लिया और बोला अरे तो हम से बात करने में कैसी घबराहट हम तुम्हारे पति है कोई गैर नही है और एक बात बोले बहुत खूबसूरत हो तुम सच में एकदम परी जैसी....और रही बात मेरी तो ये बात सच है की मेरी और तुम्हारी उम्र में फासला है पर तुमसे शादी करने की दो वजह थी इसलिए मैंने तुमसे शादी की एक तो मेरा उजड़ा जीवन फिर से बस जाता और दूसरा ये कि तुम्हारे बाबा की चिंता खत्म हो जाती....और अब वो चाचा के साथ यहां रहते है तो खुश भी है पहले से....और जहां तक हमको लगता है तुम्हे भी खुशी होगी इस बात की क्यू सही बोले ना....

चंदा बोली माँ के जाने के बाद बाबा ही हमको संभालते आए है और हम उनकी सेवा कर के थोड़ा बहुत उनको सुकून दे पाते थे और वो सारा सुकून चैन उनकी इसी चिंता में जल जाता था की मेरा ब्याह कैसे होगा कब होगा....इसलिए जब आपके चाचा ने सामने से बात चलाई तो हम सब कुछ जानते समझते सिर्फ अपने बाबा के लिए हा कर दिए....
प्रमोद बोला तो क्या तुमको हम पसंद नही है सिर्फ अपने बाबा के कारण ये शादी की हो....
चंदा को लगा की शायद वो कुछ गलत बोल गई है इसलिए वो घबराते हुए बोली नही नही ऐसी बात नही है....सब कुछ देख कर ही हा बोली थी मैं....
प्रमोद उसकी ये बात सुन कर सिर्फ उसका मुंह देखे जा रहा था...चंदा फिर सकुचाते हुए बोली टीवी चालू करते है हम....और वो उठ खड़ी हुई और जा कर टीवी चालू कर दी....
चंदा वापिस से आ कर वही बैठ गई तो प्रमोद बोला टीवी पे कुछ खास आ नही रहा इसको बंद कर दो थोड़ी देर आराम कर लेते है और वो दूसरी तरफ मुंह कर के सो गया.......दरअसल उसके अहम को चोट पहुंची थी पर वो अपना ये दर्द किसी को दिखलाया नहीं सकता था इसलिए उसे मन मे दबाए सो गया…..
प्रमोद के बोलने के बाद चंदा चुप चाप उठ कर गई और टीवी बंद कर के वापिस वही आ कर बैठ गई और एक तकिए को ले कर दीवाल से टेक लगा कर सोचने लगी की पिछले कुछ महीने में उसकी जिंदगी कहा से कहा आ गई और अब आगे पता नही उसका जीवन कैसा रहने वाला था....पति के रूप में जो इंसान मिला था उसे उसको समझना किसी पहेली बुझने से कम नही था कब क्या कर जाए पता नही....

पर सच्चाई यही थी की अब उसे प्रमोद को ही अपना सब कुछ मान कर जिंदगी की डगर पर चलना होगा और उसकी जिंदगी का ये पहलू शायद ही अब कभी बदलने पाए……..
 

Boobsingh

Prime
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पिछले कुछ महीनों मे हम इस प्लेटफॉर्म से बिल्कुल कट से गए थे और इसका सबसे बड़ा कारण था अपनी लुढ़की हुई आर्थिक स्तिथि को दुरुस्त करना.........खैर हालात अब पहले से बेहतर है और इसका सबसे अच्छा प्रभाव ये रहा की अब दिमाग पे तनाव और झुंझलाहट ना क बराबर रहती है जिसके कारण लिखने मे मन लगता है और इसलिए फिर से आप सब के सम्मुख वापिस आ गए है.....

आशा है की आप सब से फिर से वही प्यार मिलेगा......
 

Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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पिछले कुछ महीनों मे हम इस प्लेटफॉर्म से बिल्कुल कट से गए थे और इसका सबसे बड़ा कारण था अपनी लुढ़की हुई आर्थिक स्तिथि को दुरुस्त करना.........खैर हालात अब पहले से बेहतर है और इसका सबसे अच्छा प्रभाव ये रहा की अब दिमाग पे तनाव और झुंझलाहट ना क बराबर रहती है जिसके कारण लिखने मे मन लगता है और इसलिए फिर से आप सब के सम्मुख वापिस आ गए है.....

आशा है की आप सब से फिर से वही प्यार मिलेगा......
अच्छा लगा जान कर की अब स्तिथि सही है। और अच्छा है कि अब अच्छी कहानी पढ़ने को मिलेगी।
 

Boobsingh

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अच्छा लगा जान कर की अब स्तिथि सही है। और अच्छा है कि अब अच्छी कहानी पढ़ने को मिलेगी।
जी बिलकुल🙏🏻💕
 

Ranchojaiker

Be Simple Have fun.
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Aapki unexpected rishta story main 65% padh chuka hoon Boobsingh Bhai. Bahot hi unique aur ekdum bihari feel wala story hai, humko bahut maja aaya padhne me❤️❤️Baaki ka 35% bhi padhke complete kar lenge jab bhi ftee time milega😊😊 Aisne likhat raha bhai😍😍
 
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