जल्दी नही थोड़ा लेट से चंदा के जीवन में प्यार आएगा....बढ़िया, प्रेम इकलौता समझदार है इस घर में, प्रमोद तो वैसे भी आमोद प्रमोद में रहने वाला इंसान है।
अब देखते हैं लेखक साहब किसको लेकर आते हैं चंदा के जीवन मे रंग भरने के लिए, फिलहाल तो अभी और झेलना ही है उसे
धन्यवाद भाई जीनौरंगी साहब ने अपने पारिवारिक प्रेम मे चंदा का जितना बेड़ा गर्क करना था , कर लिया । अब जीवन भर भुगतना चंदा को है।
चंदा लाख अपने हसबैंड से दूरी बनाकर रहने की चेष्टा करती रहे , हसबैंड रूपी तलवार के धार से जिबह होना ही है । बशर्ते कोई अनहोनी न हो जाए ।
देखना यह है कि उसके चेहरे पर कभी रियल मुस्कान आती भी है या नही ! कभी खुशियां नसीब होगी भी या नही !
बहुत खुबसूरत अपडेट भाई।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट।
अब पता लग जायेगा वापिस आ गए है हम बाकी डिटेल्स आपके डीएम के रिप्लाई में दिया हैKaha hai bhai aj kl pata nahi lag raha ahi apka
अच्छा लगा जान कर की अब स्तिथि सही है। और अच्छा है कि अब अच्छी कहानी पढ़ने को मिलेगी।पिछले कुछ महीनों मे हम इस प्लेटफॉर्म से बिल्कुल कट से गए थे और इसका सबसे बड़ा कारण था अपनी लुढ़की हुई आर्थिक स्तिथि को दुरुस्त करना.........खैर हालात अब पहले से बेहतर है और इसका सबसे अच्छा प्रभाव ये रहा की अब दिमाग पे तनाव और झुंझलाहट ना क बराबर रहती है जिसके कारण लिखने मे मन लगता है और इसलिए फिर से आप सब के सम्मुख वापिस आ गए है.....
आशा है की आप सब से फिर से वही प्यार मिलेगा......
जी बिलकुलअच्छा लगा जान कर की अब स्तिथि सही है। और अच्छा है कि अब अच्छी कहानी पढ़ने को मिलेगी।