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welcome to the forum and congratulations on your first story! shuruwat achhi hai....aage likho bhaiमां का दूध
ये बात कुछ साल पुरानी ही हे.. जब मामी का पहला बच्चा हुआ.. मामा के घर में जैसे कोई त्योहार हो वैसा माहोल हो गया.. तब में करीबन 18+ साल का ही था..मेरी स्कूल खतम हो गई थी और मैने घर के पास ही एक कॉलेज में दाखिला लिया था..अभी मेरी कॉलेज सुरु होने ने काफी समय था..
मामी का पहला बच्चा था और नानी और मामा सब खेतो में लगे रहते थे इस लिए मामी की देखभाल के लिए मम्मी और में माना के वहा चले गई..
मामी उम्र ने ज्यादा नहीं बस 30 साल की होगी...और मां 45 की थी...
ये मेरी प्यारी मां है... सोभा
और ये मेरी मामी... शाक्षी
मामी को शादी के 4 साल बाद बच्चा हुआ था और वो भी बहोत मुस्किल उठा के..इस लिए उनका खास खयाल रखा जा रहा था...
बाकी सारे लोग सुभह की खेतों में निकल जाते जब तक में उठता बस मामी और मां होती घर में.. और वो साम को वापस आते दोपहर को ने उन्हें खाना देने जाता था... इसे दिन कट रहे थे..
मामी मेरे और मां से बहोत करीब थी..उनके लिए ने जैसे उनका छोटा भाई या बेटा हुआ करता था..लेकिन फिर भी मामी जब भी बेबी को स्तनपान कराती पल्लू से अपने सुडोल स्तन को छुपा लेती.. में भी जुड़ा ध्यान नहीं देता था...
एक दिन मां उनके स्तन को ध्यान से देख के मामी से कुछ बाते कर रही थी.. उनका पल्लू आज पूरा गिर गया था..में उठ के ही आया था अभी नींद से... और मेरी नजर मामी के दूध से छलक रहे स्तनों पे गई और ने देख ही उत्तेजित हो उठा..मेरा पहले से खड़ा लोड़ा पहली बार मेरी सगी मामी को ऐसे देख उत्तेजित होकर लोहे जैसे खड़ा हुआ.. मे थोड़ा शरमा गया..
मुझे अब बस मामी के स्तन ही दिखने लगे.. ना चाहते हुए भी ने चुप चुप के मामी के नंगे स्तन देखने लगा.. साथ में अपने बच्चों को याद कराता...
इसे ही एक सुबह हम बाते कर रहे थे की बेबी रोने लगा.. तो मामी उसे चुप कराने लगी लेकिन वो हो नही रहा था...
मां – अरे पागल लड़की कितनी बार बोला हे समझ नहीं आता तूझे.. तू भूल केसे जाति है..चल जल्दी से इसे अपना दूध पिला..
मामी – भाभी अभी तो दिया था...
मां – अरे अभी छोटा है हर २ घंटे में पीला दिया कर...
मामी मां की डाट सुन बिना ये मेरा खयाल करे अपने ब्लाउस के बटन खोलने लगी... रोज तो में ऐसा होने पे वहा से चला जाता था लेकिन आज ने बेसरम होकर मामी के खुल रहे ब्लाउज को देख रहा था...
मामी का पूरा ब्लाउज खुला और मेरे सामने उनकी सफेद ब्रा आ गई...
मामी से उनकी ब्रा का हुक निकल नही रहा था..
मां – तुम्हे एक बार समझ नही आता न ये ब्रा मत पहना करो.. एक तो तेरा इतना दूध बन रहा है की ये पूरे फूल के पहाड़ बन गई है और तू ही की इतना टाइट ब्रा पहन रही है..फिर बोलती ही की भाभी दूध अपने आप निकल रहा है...
मम्मी ने मानी की ब्रा खुद से उतार दी और दूर फेंक दी... अब जो नजारा मेरी आखों के सामने था वो में देख मामी के स्तनों का दिवाना हो गया....
मामी मेरी आज मेरे साथ बहोत सहज हो गई.. मेरे देखा हो अब जरा भी पर्दा नहीं कर रही.. अब वो पूरी तरह से खुल के स्तनपान कराने लगी और ने उनके निप्पल से निकल रहे दूध को इसे देख रहा था जैसे अभी बेबी के बाद मामी मुझे पिलाने वाली हो...
अब ये रोज का हो गया. मामी भी ब्रा नही पहनती अब.. इसे अब बहुत खुल के हम बाते भी करते जब वो स्तनपान कराती... एक दिन मां का पूरा ब्लाउज खुला था और वो स्तनपान करवा रही थी...
मामी – भाभी वैसे सासू मां तो बोल रही थी की.. आप ने सूरज को कभी ठीक से अपना दूध नही पिलाया..क्या ये बात सच हे...
मां – (थोड़ा शरमा के) केसे पिलाती उसकी पायल ही मेरे दोनो स्तन खाली कर देती थी..और न पीने दू तो रूठ जाती...
मामी – लेकिन वो तो तब तक इतनी बड़ी हो गई होगी की खाना खा सकती थी फिर आप उसे क्यों पीने देती थी...
मां – अब तूझे क्या बताऊं की उसके पापा ने पायल को 5 साल तक स्तनपान कराया..3 साल तो अकेली थी और दो साल सूरज और पायल दोनो ने पिया.. उस में सूरज को कम दूध मिलता था..यही मेरी गलती थी...
में मां की बाते सुन हैरान था और शर्म से सर नीचे कर बस सुन रहा था...
मामी थोड़ा धीरे से बोली जैसे मां की चोरी पकड़ ली हो.."वैसे भाभी भईया को आप का दूध कुछ ज्यादा ही पसंद था ऐसा लगता है.. तभी बिचारा सूरज रह गया..मेरा बच्चा"
मां शर्म से लाल हो गई...लेकिन वो मामी को जवाब देने के चक्कर में कुछ ऐसा बोल गई की में अंदर ही अन्दर खुशी से पागल हो गया...
मां – इतना ही बुरा लग रहा है तो उसे भी पिला दे अपना दूध वैसे भी जरूरत से ज्यादा ही आ रहा है तेरा..
मामी के बोलने से पहले मेरे मुंह से निकल गया
में – मम्मी आप ही पीला दोना पापा को तो रात में पीने देती हो... (में भोलेपन में बोल दिया..)
मां के दिल ने बहोत कुछ चलने लगा..क्या सूरज ने हम दोनो को करते हुए देखा है और क्या इतना ही की सब..और मां शर्म से लाल हो गई... मामी भी शर्म से लाल हो उठी और उनकी हसी भी निकल गई...
मामी मम्मी को तंग करने के लिए बोली...
मामी – हा सूरज तेरी मा बस तुझे ही नही पीने देती ऐसा लगता हे... देख तेरी मां के केसे पूरे दूध से भरे हुए होंगे तभी तो मेरे से भी अधिक बड़े है...(मामी अब मां को छेड़ रही थी... लेकिन मां भी कम नहीं थी)
मां – अच्छा अच्छा ठीक है मेरी प्यारी शाक्षी और.. में पीला रही हूं लेकिन अगर मेरा दूध कम पड़ा उसके लिए तो अपने बेटे (सूरज) को तू अपना दूध पिलाएगी समझी...
मामी को सब समझ आया की उनसे कितनी बड़ी गलती हो गई हैं मामी शर्म से लाल हो और उनकी योनि से पानी निकलने लगा इस सोच से ही की आगे क्या होने वाला है..
To be continued....
Erotic story.मां का दूध
ये बात कुछ साल पुरानी ही हे.. जब मामी का पहला बच्चा हुआ.. मामा के घर में जैसे कोई त्योहार हो वैसा माहोल हो गया.. तब में करीबन 18+ साल का ही था..मेरी स्कूल खतम हो गई थी और मैने घर के पास ही एक कॉलेज में दाखिला लिया था..अभी मेरी कॉलेज सुरु होने ने काफी समय था..
मामी का पहला बच्चा था और नानी और मामा सब खेतो में लगे रहते थे इस लिए मामी की देखभाल के लिए मम्मी और में माना के वहा चले गई..
मामी उम्र ने ज्यादा नहीं बस 30 साल की होगी...और मां 45 की थी...
ये मेरी प्यारी मां है... सोभा
और ये मेरी मामी... शाक्षी
मामी को शादी के 4 साल बाद बच्चा हुआ था और वो भी बहोत मुस्किल उठा के..इस लिए उनका खास खयाल रखा जा रहा था...
बाकी सारे लोग सुभह की खेतों में निकल जाते जब तक में उठता बस मामी और मां होती घर में.. और वो साम को वापस आते दोपहर को ने उन्हें खाना देने जाता था... इसे दिन कट रहे थे..
मामी मेरे और मां से बहोत करीब थी..उनके लिए ने जैसे उनका छोटा भाई या बेटा हुआ करता था..लेकिन फिर भी मामी जब भी बेबी को स्तनपान कराती पल्लू से अपने सुडोल स्तन को छुपा लेती.. में भी जुड़ा ध्यान नहीं देता था...
एक दिन मां उनके स्तन को ध्यान से देख के मामी से कुछ बाते कर रही थी.. उनका पल्लू आज पूरा गिर गया था..में उठ के ही आया था अभी नींद से... और मेरी नजर मामी के दूध से छलक रहे स्तनों पे गई और ने देख ही उत्तेजित हो उठा..मेरा पहले से खड़ा लोड़ा पहली बार मेरी सगी मामी को ऐसे देख उत्तेजित होकर लोहे जैसे खड़ा हुआ.. मे थोड़ा शरमा गया..
मुझे अब बस मामी के स्तन ही दिखने लगे.. ना चाहते हुए भी ने चुप चुप के मामी के नंगे स्तन देखने लगा.. साथ में अपने बच्चों को याद कराता...
इसे ही एक सुबह हम बाते कर रहे थे की बेबी रोने लगा.. तो मामी उसे चुप कराने लगी लेकिन वो हो नही रहा था...
मां – अरे पागल लड़की कितनी बार बोला हे समझ नहीं आता तूझे.. तू भूल केसे जाति है..चल जल्दी से इसे अपना दूध पिला..
मामी – भाभी अभी तो दिया था...
मां – अरे अभी छोटा है हर २ घंटे में पीला दिया कर...
मामी मां की डाट सुन बिना ये मेरा खयाल करे अपने ब्लाउस के बटन खोलने लगी... रोज तो में ऐसा होने पे वहा से चला जाता था लेकिन आज ने बेसरम होकर मामी के खुल रहे ब्लाउज को देख रहा था...
मामी का पूरा ब्लाउज खुला और मेरे सामने उनकी सफेद ब्रा आ गई...
मामी से उनकी ब्रा का हुक निकल नही रहा था..
मां – तुम्हे एक बार समझ नही आता न ये ब्रा मत पहना करो.. एक तो तेरा इतना दूध बन रहा है की ये पूरे फूल के पहाड़ बन गई है और तू ही की इतना टाइट ब्रा पहन रही है..फिर बोलती ही की भाभी दूध अपने आप निकल रहा है...
मम्मी ने मानी की ब्रा खुद से उतार दी और दूर फेंक दी... अब जो नजारा मेरी आखों के सामने था वो में देख मामी के स्तनों का दिवाना हो गया....
मामी मेरी आज मेरे साथ बहोत सहज हो गई.. मेरे देखा हो अब जरा भी पर्दा नहीं कर रही.. अब वो पूरी तरह से खुल के स्तनपान कराने लगी और ने उनके निप्पल से निकल रहे दूध को इसे देख रहा था जैसे अभी बेबी के बाद मामी मुझे पिलाने वाली हो...
अब ये रोज का हो गया. मामी भी ब्रा नही पहनती अब.. इसे अब बहुत खुल के हम बाते भी करते जब वो स्तनपान कराती... एक दिन मां का पूरा ब्लाउज खुला था और वो स्तनपान करवा रही थी...
मामी – भाभी वैसे सासू मां तो बोल रही थी की.. आप ने सूरज को कभी ठीक से अपना दूध नही पिलाया..क्या ये बात सच हे...
मां – (थोड़ा शरमा के) केसे पिलाती उसकी पायल ही मेरे दोनो स्तन खाली कर देती थी..और न पीने दू तो रूठ जाती...
मामी – लेकिन वो तो तब तक इतनी बड़ी हो गई होगी की खाना खा सकती थी फिर आप उसे क्यों पीने देती थी...
मां – अब तूझे क्या बताऊं की उसके पापा ने पायल को 5 साल तक स्तनपान कराया..3 साल तो अकेली थी और दो साल सूरज और पायल दोनो ने पिया.. उस में सूरज को कम दूध मिलता था..यही मेरी गलती थी...
में मां की बाते सुन हैरान था और शर्म से सर नीचे कर बस सुन रहा था...
मामी थोड़ा धीरे से बोली जैसे मां की चोरी पकड़ ली हो.."वैसे भाभी भईया को आप का दूध कुछ ज्यादा ही पसंद था ऐसा लगता है.. तभी बिचारा सूरज रह गया..मेरा बच्चा"
मां शर्म से लाल हो गई...लेकिन वो मामी को जवाब देने के चक्कर में कुछ ऐसा बोल गई की में अंदर ही अन्दर खुशी से पागल हो गया...
मां – इतना ही बुरा लग रहा है तो उसे भी पिला दे अपना दूध वैसे भी जरूरत से ज्यादा ही आ रहा है तेरा..
मामी के बोलने से पहले मेरे मुंह से निकल गया
में – मम्मी आप ही पीला दोना पापा को तो रात में पीने देती हो... (में भोलेपन में बोल दिया..)
मां के दिल ने बहोत कुछ चलने लगा..क्या सूरज ने हम दोनो को करते हुए देखा है और क्या इतना ही की सब..और मां शर्म से लाल हो गई... मामी भी शर्म से लाल हो उठी और उनकी हसी भी निकल गई...
मामी मम्मी को तंग करने के लिए बोली...
मामी – हा सूरज तेरी मा बस तुझे ही नही पीने देती ऐसा लगता हे... देख तेरी मां के केसे पूरे दूध से भरे हुए होंगे तभी तो मेरे से भी अधिक बड़े है...(मामी अब मां को छेड़ रही थी... लेकिन मां भी कम नहीं थी)
मां – अच्छा अच्छा ठीक है मेरी प्यारी शाक्षी और.. में पीला रही हूं लेकिन अगर मेरा दूध कम पड़ा उसके लिए तो अपने बेटे (सूरज) को तू अपना दूध पिलाएगी समझी...
मामी को सब समझ आया की उनसे कितनी बड़ी गलती हो गई हैं मामी शर्म से लाल हो और उनकी योनि से पानी निकलने लगा इस सोच से ही की आगे क्या होने वाला है..
To be continued....
welcome to the forum and congratulations on your first story! shuruwat achhi hai....aage likho bhai
Good start
Thanks Bhai logErotic story.
कहानी का प्रारंभ तो बडा ही जबरदस्त हैं भाई मजा आ गयामां का दूध
ये बात कुछ साल पुरानी ही हे.. जब मामी का पहला बच्चा हुआ.. मामा के घर में जैसे कोई त्योहार हो वैसा माहोल हो गया.. तब में करीबन 18+ साल का ही था..मेरी स्कूल खतम हो गई थी और मैने घर के पास ही एक कॉलेज में दाखिला लिया था..अभी मेरी कॉलेज सुरु होने ने काफी समय था..
मामी का पहला बच्चा था और नानी और मामा सब खेतो में लगे रहते थे इस लिए मामी की देखभाल के लिए मम्मी और में माना के वहा चले गई..
मामी उम्र ने ज्यादा नहीं बस 30 साल की होगी...और मां 45 की थी...
ये मेरी प्यारी मां है... सोभा
और ये मेरी मामी... शाक्षी
मामी को शादी के 4 साल बाद बच्चा हुआ था और वो भी बहोत मुस्किल उठा के..इस लिए उनका खास खयाल रखा जा रहा था...
बाकी सारे लोग सुभह की खेतों में निकल जाते जब तक में उठता बस मामी और मां होती घर में.. और वो साम को वापस आते दोपहर को ने उन्हें खाना देने जाता था... इसे दिन कट रहे थे..
मामी मेरे और मां से बहोत करीब थी..उनके लिए ने जैसे उनका छोटा भाई या बेटा हुआ करता था..लेकिन फिर भी मामी जब भी बेबी को स्तनपान कराती पल्लू से अपने सुडोल स्तन को छुपा लेती.. में भी जुड़ा ध्यान नहीं देता था...
एक दिन मां उनके स्तन को ध्यान से देख के मामी से कुछ बाते कर रही थी.. उनका पल्लू आज पूरा गिर गया था..में उठ के ही आया था अभी नींद से... और मेरी नजर मामी के दूध से छलक रहे स्तनों पे गई और ने देख ही उत्तेजित हो उठा..मेरा पहले से खड़ा लोड़ा पहली बार मेरी सगी मामी को ऐसे देख उत्तेजित होकर लोहे जैसे खड़ा हुआ.. मे थोड़ा शरमा गया..
मुझे अब बस मामी के स्तन ही दिखने लगे.. ना चाहते हुए भी ने चुप चुप के मामी के नंगे स्तन देखने लगा.. साथ में अपने बच्चों को याद कराता...
इसे ही एक सुबह हम बाते कर रहे थे की बेबी रोने लगा.. तो मामी उसे चुप कराने लगी लेकिन वो हो नही रहा था...
मां – अरे पागल लड़की कितनी बार बोला हे समझ नहीं आता तूझे.. तू भूल केसे जाति है..चल जल्दी से इसे अपना दूध पिला..
मामी – भाभी अभी तो दिया था...
मां – अरे अभी छोटा है हर २ घंटे में पीला दिया कर...
मामी मां की डाट सुन बिना ये मेरा खयाल करे अपने ब्लाउस के बटन खोलने लगी... रोज तो में ऐसा होने पे वहा से चला जाता था लेकिन आज ने बेसरम होकर मामी के खुल रहे ब्लाउज को देख रहा था...
मामी का पूरा ब्लाउज खुला और मेरे सामने उनकी सफेद ब्रा आ गई...
मामी से उनकी ब्रा का हुक निकल नही रहा था..
मां – तुम्हे एक बार समझ नही आता न ये ब्रा मत पहना करो.. एक तो तेरा इतना दूध बन रहा है की ये पूरे फूल के पहाड़ बन गई है और तू ही की इतना टाइट ब्रा पहन रही है..फिर बोलती ही की भाभी दूध अपने आप निकल रहा है...
मम्मी ने मानी की ब्रा खुद से उतार दी और दूर फेंक दी... अब जो नजारा मेरी आखों के सामने था वो में देख मामी के स्तनों का दिवाना हो गया....
मामी मेरी आज मेरे साथ बहोत सहज हो गई.. मेरे देखा हो अब जरा भी पर्दा नहीं कर रही.. अब वो पूरी तरह से खुल के स्तनपान कराने लगी और ने उनके निप्पल से निकल रहे दूध को इसे देख रहा था जैसे अभी बेबी के बाद मामी मुझे पिलाने वाली हो...
अब ये रोज का हो गया. मामी भी ब्रा नही पहनती अब.. इसे अब बहुत खुल के हम बाते भी करते जब वो स्तनपान कराती... एक दिन मां का पूरा ब्लाउज खुला था और वो स्तनपान करवा रही थी...
मामी – भाभी वैसे सासू मां तो बोल रही थी की.. आप ने सूरज को कभी ठीक से अपना दूध नही पिलाया..क्या ये बात सच हे...
मां – (थोड़ा शरमा के) केसे पिलाती उसकी पायल ही मेरे दोनो स्तन खाली कर देती थी..और न पीने दू तो रूठ जाती...
मामी – लेकिन वो तो तब तक इतनी बड़ी हो गई होगी की खाना खा सकती थी फिर आप उसे क्यों पीने देती थी...
मां – अब तूझे क्या बताऊं की उसके पापा ने पायल को 5 साल तक स्तनपान कराया..3 साल तो अकेली थी और दो साल सूरज और पायल दोनो ने पिया.. उस में सूरज को कम दूध मिलता था..यही मेरी गलती थी...
में मां की बाते सुन हैरान था और शर्म से सर नीचे कर बस सुन रहा था...
मामी थोड़ा धीरे से बोली जैसे मां की चोरी पकड़ ली हो.."वैसे भाभी भईया को आप का दूध कुछ ज्यादा ही पसंद था ऐसा लगता है.. तभी बिचारा सूरज रह गया..मेरा बच्चा"
मां शर्म से लाल हो गई...लेकिन वो मामी को जवाब देने के चक्कर में कुछ ऐसा बोल गई की में अंदर ही अन्दर खुशी से पागल हो गया...
मां – इतना ही बुरा लग रहा है तो उसे भी पिला दे अपना दूध वैसे भी जरूरत से ज्यादा ही आ रहा है तेरा..
मामी के बोलने से पहले मेरे मुंह से निकल गया
में – मम्मी आप ही पीला दोना पापा को तो रात में पीने देती हो... (में भोलेपन में बोल दिया..)
मां के दिल ने बहोत कुछ चलने लगा..क्या सूरज ने हम दोनो को करते हुए देखा है और क्या इतना ही की सब..और मां शर्म से लाल हो गई... मामी भी शर्म से लाल हो उठी और उनकी हसी भी निकल गई...
मामी मम्मी को तंग करने के लिए बोली...
मामी – हा सूरज तेरी मा बस तुझे ही नही पीने देती ऐसा लगता हे... देख तेरी मां के केसे पूरे दूध से भरे हुए होंगे तभी तो मेरे से भी अधिक बड़े है...(मामी अब मां को छेड़ रही थी... लेकिन मां भी कम नहीं थी)
मां – अच्छा अच्छा ठीक है मेरी प्यारी शाक्षी और.. में पीला रही हूं लेकिन अगर मेरा दूध कम पड़ा उसके लिए तो अपने बेटे (सूरज) को तू अपना दूध पिलाएगी समझी...
मामी को सब समझ आया की उनसे कितनी बड़ी गलती हो गई हैं मामी शर्म से लाल हो और उनकी योनि से पानी निकलने लगा इस सोच से ही की आगे क्या होने वाला है..
To be continued....
Lajawab Startमां का दूध
ये बात कुछ साल पुरानी ही हे.. जब मामी का पहला बच्चा हुआ.. मामा के घर में जैसे कोई त्योहार हो वैसा माहोल हो गया.. तब में करीबन 18+ साल का ही था..मेरी स्कूल खतम हो गई थी और मैने घर के पास ही एक कॉलेज में दाखिला लिया था..अभी मेरी कॉलेज सुरु होने ने काफी समय था..
मामी का पहला बच्चा था और नानी और मामा सब खेतो में लगे रहते थे इस लिए मामी की देखभाल के लिए मम्मी और में माना के वहा चले गई..
मामी उम्र ने ज्यादा नहीं बस 30 साल की होगी...और मां 45 की थी...
ये मेरी प्यारी मां है... सोभा
और ये मेरी मामी... शाक्षी
मामी को शादी के 4 साल बाद बच्चा हुआ था और वो भी बहोत मुस्किल उठा के..इस लिए उनका खास खयाल रखा जा रहा था...
बाकी सारे लोग सुभह की खेतों में निकल जाते जब तक में उठता बस मामी और मां होती घर में.. और वो साम को वापस आते दोपहर को ने उन्हें खाना देने जाता था... इसे दिन कट रहे थे..
मामी मेरे और मां से बहोत करीब थी..उनके लिए ने जैसे उनका छोटा भाई या बेटा हुआ करता था..लेकिन फिर भी मामी जब भी बेबी को स्तनपान कराती पल्लू से अपने सुडोल स्तन को छुपा लेती.. में भी जुड़ा ध्यान नहीं देता था...
एक दिन मां उनके स्तन को ध्यान से देख के मामी से कुछ बाते कर रही थी.. उनका पल्लू आज पूरा गिर गया था..में उठ के ही आया था अभी नींद से... और मेरी नजर मामी के दूध से छलक रहे स्तनों पे गई और ने देख ही उत्तेजित हो उठा..मेरा पहले से खड़ा लोड़ा पहली बार मेरी सगी मामी को ऐसे देख उत्तेजित होकर लोहे जैसे खड़ा हुआ.. मे थोड़ा शरमा गया..
मुझे अब बस मामी के स्तन ही दिखने लगे.. ना चाहते हुए भी ने चुप चुप के मामी के नंगे स्तन देखने लगा.. साथ में अपने बच्चों को याद कराता...
इसे ही एक सुबह हम बाते कर रहे थे की बेबी रोने लगा.. तो मामी उसे चुप कराने लगी लेकिन वो हो नही रहा था...
मां – अरे पागल लड़की कितनी बार बोला हे समझ नहीं आता तूझे.. तू भूल केसे जाति है..चल जल्दी से इसे अपना दूध पिला..
मामी – भाभी अभी तो दिया था...
मां – अरे अभी छोटा है हर २ घंटे में पीला दिया कर...
मामी मां की डाट सुन बिना ये मेरा खयाल करे अपने ब्लाउस के बटन खोलने लगी... रोज तो में ऐसा होने पे वहा से चला जाता था लेकिन आज ने बेसरम होकर मामी के खुल रहे ब्लाउज को देख रहा था...
मामी का पूरा ब्लाउज खुला और मेरे सामने उनकी सफेद ब्रा आ गई...
मामी से उनकी ब्रा का हुक निकल नही रहा था..
मां – तुम्हे एक बार समझ नही आता न ये ब्रा मत पहना करो.. एक तो तेरा इतना दूध बन रहा है की ये पूरे फूल के पहाड़ बन गई है और तू ही की इतना टाइट ब्रा पहन रही है..फिर बोलती ही की भाभी दूध अपने आप निकल रहा है...
मम्मी ने मानी की ब्रा खुद से उतार दी और दूर फेंक दी... अब जो नजारा मेरी आखों के सामने था वो में देख मामी के स्तनों का दिवाना हो गया....
मामी मेरी आज मेरे साथ बहोत सहज हो गई.. मेरे देखा हो अब जरा भी पर्दा नहीं कर रही.. अब वो पूरी तरह से खुल के स्तनपान कराने लगी और ने उनके निप्पल से निकल रहे दूध को इसे देख रहा था जैसे अभी बेबी के बाद मामी मुझे पिलाने वाली हो...
अब ये रोज का हो गया. मामी भी ब्रा नही पहनती अब.. इसे अब बहुत खुल के हम बाते भी करते जब वो स्तनपान कराती... एक दिन मां का पूरा ब्लाउज खुला था और वो स्तनपान करवा रही थी...
मामी – भाभी वैसे सासू मां तो बोल रही थी की.. आप ने सूरज को कभी ठीक से अपना दूध नही पिलाया..क्या ये बात सच हे...
मां – (थोड़ा शरमा के) केसे पिलाती उसकी पायल ही मेरे दोनो स्तन खाली कर देती थी..और न पीने दू तो रूठ जाती...
मामी – लेकिन वो तो तब तक इतनी बड़ी हो गई होगी की खाना खा सकती थी फिर आप उसे क्यों पीने देती थी...
मां – अब तूझे क्या बताऊं की उसके पापा ने पायल को 5 साल तक स्तनपान कराया..3 साल तो अकेली थी और दो साल सूरज और पायल दोनो ने पिया.. उस में सूरज को कम दूध मिलता था..यही मेरी गलती थी...
में मां की बाते सुन हैरान था और शर्म से सर नीचे कर बस सुन रहा था...
मामी थोड़ा धीरे से बोली जैसे मां की चोरी पकड़ ली हो.."वैसे भाभी भईया को आप का दूध कुछ ज्यादा ही पसंद था ऐसा लगता है.. तभी बिचारा सूरज रह गया..मेरा बच्चा"
मां शर्म से लाल हो गई...लेकिन वो मामी को जवाब देने के चक्कर में कुछ ऐसा बोल गई की में अंदर ही अन्दर खुशी से पागल हो गया...
मां – इतना ही बुरा लग रहा है तो उसे भी पिला दे अपना दूध वैसे भी जरूरत से ज्यादा ही आ रहा है तेरा..
मामी के बोलने से पहले मेरे मुंह से निकल गया
में – मम्मी आप ही पीला दोना पापा को तो रात में पीने देती हो... (में भोलेपन में बोल दिया..)
मां के दिल ने बहोत कुछ चलने लगा..क्या सूरज ने हम दोनो को करते हुए देखा है और क्या इतना ही की सब..और मां शर्म से लाल हो गई... मामी भी शर्म से लाल हो उठी और उनकी हसी भी निकल गई...
मामी मम्मी को तंग करने के लिए बोली...
मामी – हा सूरज तेरी मा बस तुझे ही नही पीने देती ऐसा लगता हे... देख तेरी मां के केसे पूरे दूध से भरे हुए होंगे तभी तो मेरे से भी अधिक बड़े है...(मामी अब मां को छेड़ रही थी... लेकिन मां भी कम नहीं थी)
मां – अच्छा अच्छा ठीक है मेरी प्यारी शाक्षी और.. में पीला रही हूं लेकिन अगर मेरा दूध कम पड़ा उसके लिए तो अपने बेटे (सूरज) को तू अपना दूध पिलाएगी समझी...
मामी को सब समझ आया की उनसे कितनी बड़ी गलती हो गई हैं मामी शर्म से लाल हो और उनकी योनि से पानी निकलने लगा इस सोच से ही की आगे क्या होने वाला है..
To be continued....