हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम हैरी है और आज में आपके साथ अपना एक अनुभव शेयर करना चाहता हूँ. में 20 साल का हूँ और मेरा एक दोस्त सोनू है. उसका घर मेरे घर के पास में ही है, वो मेरा सबसे अच्छा दोस्त है.
सोनू के चाचा उदमपुर गाँव में रहते थे, वो जून जुलाई की छुट्टियों में वहाँ जाता था. उसने मुझे भी साथ ले जाने की बहुत कोशिश की, लेकिन में पढाई में बिज़ी रहता है अपने असाइनमेंट्स पूरे करता था, लेकिन एक बार में उसको मना नहीं कर पाया. फिर हम दोनों उसके चाचा के पास चले गये, वो गाँव पहाड़ो में था, हर तरफ जंगल ही जंगल था, वहाँ बहुत कम लोग रहते थे.
वहाँ पहुँचकर उसने मुझे पूरा जंगल दिखाया, लेकिन शाम होने से पहले वो मुझे वापस ले आया इसका कारण था कि गाँव वाले मानते थे कि अगर रात को कोई जंगल में जाता है, तो उसे परियाँ उठाकर ले जाती है और वो कभी वापस नहीं आता है. फिर कई गाँव वालों ने ऐसी ही अपने घर में हुई घटनाओं की बात बताई, अब में तो डर गया था.
फिर सोनू ने बताया कि वो परियाँ सिर्फ़ कुंवारे लड़के ही चाहती है और उसने बताया कि परियाँ लड़कों को उठाकर अपने पैलेस में ले जाती है और वहाँ वो उसके साथ सेक्स करती है. अब में डर गया था, लेकिन सेक्स की बात सुनकर वो भी परियों के साथ मुझे काफ़ी अच्छा लगा था. अब हम अंदर रज़ाई डालकर सो गये थे. अब में परियों के बारे में ही सोच रहा था तो मुझे पता ही नहीं लगा कि कब मुझे नींद आ गयी? तो मैंने सपने में देखा कि में और सोनू जंगल में है.
अब रात हो गयी थी, अब हम वापस गाँव की तरफ चल रहे थे कि आसमान में एक सफ़ेद रंग की लाईट आई, अब हम डर गये थे. फिर थोड़ी देर के बाद जब रोशनी कुछ कम हुई तो मैंने देखा कि दो खूबसूरत लड़कियाँ सफेद ड्रेस में हमारे सामने खड़ी थी. मैंने ऐसी सुंदरता पहले ज़िंदगी में कभी भी नहीं देखी थी, वो परियाँ थी.
उन्होंने हम दोनों को पकड़ा और हमें आसमान में ले गयी, अब हमारी आखें बंद थी. फिर जब हमारी आँखें खुली तो हमने देखा कि हम पैलेस में है, वहाँ सोने-चाँदी का कीमती सामान था, वो पैलेस बहुत सुंदर था, तो तभी मुझे एक मीठी सी आवाज सुनाई दी.
राजकुमारी – उठो मेरे राजकुमारो, उठो.
वो सब परियों की राजकुमारी थी, वो गजब की सुंदर थी और बोली
राजकुमारी – डरो नहीं, हम तुम्हें कुछ नहीं करेंगे, लेकिन जब तुम हमारी बात मानोगे.
तो मैंने कहा कि मुझे सब मंज़ूर है, आप जो कहेगे में करने को तैयार हूँ.
राजकुमारी – अच्छा है, आज तुम हम सबको मजा दोगे.
फिर मैंने कहा कि हाँ में आप सबको अपना सब कुछ दूँगा जो भी आपको चाहिए, आप कह सकती है.
राजकुमारी – सहेलियों, दूसरे लड़के को जो ले जाना चाहती है ले जाए, लेकिन ये मेरा है.
तो तभी 3-4 परियाँ सोनू को उठाकर एक कमरे में ले गयी और दरवाज़ा बंद कर दिया.
राजकुमारी – सुनो सहेलियों पहले में मजा लूँगी बाकी बाद में आना.
परियाँ – जो हुकुम आपका राजकुमारी जी.
राजकुमारी – तो सबसे पहले अपना नाम बताओं?
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तो मैंने जवाब दिया – हैरी.
राजकुमारी – मेरा नाम यसमीन है.
तो मैंने कहा कि बहुत अच्छा नाम है जी.
राजकुमारी – अच्छा मेरा शरीर कैसा है?
तो मैंने कहा कि कपड़ों में तो आप सुंदर लग ही रही है, बिना कपड़ों के तो?
राजकुमारी – काफ़ी समझदार हो, चलो अपने ऊपर के कपड़े उतारो.
तो तभी मैंने अपने कपड़े उतार दिए.
राजकुमारी – चलो अपने नीचे के कपड़े भी उतारो.
फिर मैंने झट से अपने नीचे के कपड़े भी उतार दिए.
राजकुमारी – अच्छा है, चलो अब पूरे नंगे हो जाओ.
अब मेरा लंड खड़ा था, अब मैंने अपना अंडरवेयर भी उतार दिया. अब में सभी परियों के बीच में बिल्कुल नंगा खड़ा था.
फिर उसने मेरा खड़ा लंड देखकर कहा कि
राजकुमारी – तुम्हारा लंड बहुत अच्छा है, बहुत मजा आएगा.
अब में ये सुनकर गर्म हो गया था.
राजकुमारी – चलो अब मैंने तुम्हें खुला छोड़ा और अगर तुमने मुझे संतुष्ट किया तो तुम मरने से बच जाओगे, वरना?
मैंने बहुत सी ब्लू फिल्म देखी थी, मैंने कभी सेक्स तो नहीं किया था, लेकिन लड़कियों का माल कैसे निकालते है? मुझे पता था.
फिर में उसके करीब गया, अब में उसके शरीर में पूरा खो चुका था. फिर मैंने पहले उसे अपनी बाँहों में लिया और उसके पूरे बदन पर अपना एक हाथ फैरा, वाह कैसा मखमल का बदन था? यारों में बता नहीं सकता, रेशम सी गांड. फिर मैंने उसके होंठो से अपने होंठ चिपका लिए. अब हम दोनों की जीभ एक दूसरे से मिल रही थी.
मैंने बहुत कसकर किस किया, उसके होंठ मलाई की तरह थे जिससे मेरे होंठ फिसले जा रहे थे. अब मुझे एक परी के साथ किस करके बहुत मजा आया था. फिर मैंने उसके बूब्स को दबाया आहह क्या नाज़ारा था? गोल-गोल बूब्स, वो भी मखमल की तरह. फिर मैंने उन्हें दबाया और उसके कपड़ों के ऊपर से ही उसकी निप्पल को स्पर्श किया. अब उसे बहुत मजा आ रहा था और ऐसी आवाजे कर रही थी.
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राजकुमारी – आह, हाँ, आहह, उफफफफफफफफफफफफफफफ्फ.
फिर मैंने उसके ऊपर के कपड़े उतार दिए, वाऊ मजा आ गया नंगे बूब्स, गोरे-गोरे, गोल-गोल, बड़े-बड़े. अब मेरा तो पानी निकलने वाला था. अब में उसकी चूचीयों को चूसने लगा था. अब में एक-एक करके उसकी चूचीयाँ चूस रहा था.
अब सभी परियाँ ये सब देख रही थी. अब मुझसे और रहा नहीं जा रहा था तो मैंने उसके नीचे के कपड़े भी उतार दिए तो मैंने एक अलग नजारा देखा, वाह क्या चूत थी? कोई बाल नहीं, कमसिन चूत लग रही थी, उसकी गांड तो और भी चाँद लगा रही थी. फिर मैंने उसे उठाकर पलंग पर लेटा दिया और उसकी पूरी बॉडी को चूमना शुरू कर दिया. अब उसे बहुत मजा आने लगा था और वो बोली
राजकुमारी – और चूसो और चूसो, आहह मजा आआआआ आ रहा है.
फिर मैंने उसकी चूत के छेद को चाटना शुरू कर दिया, तो वो तो गर्म हो गयी.
कहानी जारी है…..