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Incest पिता की मौत के बाद मेरी आत्मा मेरे पिता के शरीर में घुसी (completed)

Update kismain dun hindi yaa hinglish


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Raja maurya

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Update 25...

तनु - हमारा केवल चहरा सेम है बस और कुछ नही आज के बाद ऐसा मत करना वर्ना मैं क्या कोई नहीं बचा पाएगा

अंजली - बड़ी मां के जाने से उदास हो ना

तब तक तनु जा चुकी थी

अब आगे

अंजली - वो कौन थे, तनु जिन्होंने रोशनी मां को मार दिया और तुम इतना गुस्सा मैं इसीलिए हो ना क्युकी तुम उन्हे नहीं बचा पाई

तनु - तुमसे मतलब नही है चुप चाप अपना काम करो और निकल जाओ और आज जो कुछ भी हुआ उसे किसी को बताना मत

अंजली कुछ कहती उसके पहले वहा वो लड़का आ गया और अब रूही भी उठ चुकी थी।

उस लड़के ने और रूही ने अंजली को ले कर घर आ गए।

तभी वहा एक अजीब से बूढ़ा आ गया और वो तनु के पास आ कर कुछ दिया और बोला और चला गया।

रूही - तुम कौन हो, और वहा क्या कर रहा था

लड़का - म म म मेरा नाम रोहित है

रूही - तो डर क्यो रहे हो ,

रोहित - घर में कौन कौन है, मैं मेरा भाई छोटा और मेरी मां

तब तक अंजली और रूही घर आ गई और जमींदार ने अंजली को इसी हालत देख कर पुरे गांव में हड़कंप मचा दिया

*************

इधर दूसरे तरफ उस दिन से अंजली की मुलाकात नहीं हुई तनु और साक्षी से।

*************

जंगल मैं कई लोगो की लाश थी, उनमें से एक जिंदा था अभी जो अपनी अंतिम सास ले रहा था, जिसने अंजली को तलवार मारी थी।

तभी उसके पास एक बच्चा रोते हुए आता है

"पापा पापा पापा आपको क्या हुआ पापा"

"बेटा अपना ध्यान रखना मैं उसे लेने मैं हार गया लेकिन तू मेरी मौत का बदला लेना और उसे अपना बना लेना, तभी मेरी मौत का सहारा मिलेगा"

ये कह कर उसकी अंतिम सास भी बंद हो गई, और वो लड़का चिल्लाते हुए वही रोता रहा, और फिर गांव में निकल गया और बोला " आपके हर जख्म का बदला लूंगा मैं हर उस चीज़ का, और उसे हर एक दिन भुगतना पड़ेगा पापा"

तभी वो लड़का निकल गया।
**********

और अंजली और रूही बैठ कर बात कर रही थी तभी वहा जमींदार आता है और कहता है "बेटा अब तुम दोनो का यह रुकना सही नहीं है अब बहुत कुछ देख लिया है तूने और अब तू शहर जाएगी समझी अगले हफ्ते"

अंजली - मेरी पत्नी साथ जाएगी

जमींदार - तेरी हरकते कब सही होगी, हा एक जगह पैर टिकते ना तेरे तो आज कही न जाना पड़ता

ऐसे ही जमींदार उन्हें सुना कर वहा से निकल जाता है

रूही - ले सुन ली, और मुझे भी सुनवा दिया तूने

अंजली - हम साथ साथ है hehehe

***************

इधर रमेश और राजेश बगीचे में खेल रहा था तभी उनकी बॉल टकरा जाती है एक लड़के से।

रमेश - भाई मेरी बॉल दे दे

राजेश - क्या नाम है बे तेरे पहले इधर देखा नहीं

"वीर नाम है मेरा" उस लड़के ने कहा

वीर - अभी नया नया आया हूं, गांव में

राजेश - कहा रहता है

वीर - यही जंगल मैं अकेला

राजेश - कोई नही आज से हमारे साथ रह लेना

तभी वीर कहता है ये जंगल मैं कोई आंटी मार गई ना

रमेश - हा बहुत रोकड़ा है उनके पास सारी उनकी बेटी के नाम रोशनी आंटी थी वो पता नहीं कौन लोग थे वो बेचारी को मार गया

ऐसे ही वो लोग बात करते करते घर चले गया और देखते देखते ही तीनो की दोस्ती गहरी होती है।

तभी वीर एक दिन बाहर घूम रहा था तभी उसे सामने से साक्षी और तनु बैठी हुई दिखाई दी और वो उन्हें ही घूरने लगा

तभी उसकी नज़र राजेश पर पड़ती है जो एक पेड़ पर बैठ कर उसी को देख रहा था।

राजेश - यहा क्या कर रहा है तू

वीर - कूच भी तो नहीं नही

राजेश - कुछ ज्यादा ही साक्षी और तनु के पास नही बतकता तू

वीर - वो वो मैं मेरा कुछ काम है

राजेश - चल ठीक है मैं तेरा साथ दूंगा बदले मैं मुझे जायदाद चहिए बस

वीर - ठीक है लेकिन तू मुझसे कभी कुछ नही पूछेगा ।

राजेश - ठीक है

तभी उन दोनो की नज़र अंजली पर पड़ जाती है और वीर उसे देखता ही रह जाता है सेम टू सेम तनु की कॉपी

राजेश - अबे ये जमीनदार की बेटी है, लेकिन राज की बात है ये लड़की तनु की बहन है

राजेश - बस राज है कभी पूछियो मत

वीर उसे देखता हुआ कहता है मेरा प्लान पूरा होने में तू मदद करेगी

वीर - तुझे जायदाद चहिए ना

राजेश - हा

तभी वीर उससे कुछ कहता है और राजेश हस देता है और कहता है "तू तो पक्का कामिना है बे"

************

इधर अंजली और रूही का शहर जाने का टाइम हो गया था जिस बस से वो जा रही थी उसी बस से रोहित भी जा रहा था।

अंजली - तुम कुछ बोलते क्यों नहीं रोहित बोलने के पैसे लगते है क्या

रोहित - नहीं मम्मी कहती हैं, किसी से बात नही करना चहिए मुझे बस पैसे कमाने है और खुद को कामयाब बना कर बहन को अच्छा से पालना है

तभी अंजली हस्ती हुई कुछ कहती उसके पहले कोई अंजली को कहता है "क्या मैं इधर बैठ सकता हूं"

अंजली कुछ कहती उसके पहले अंजली के साथ एक आदमी बोलता है पीछे बैठ जा इतनी सीट खाली है

ऐसे ही अंजली और रूही कॉलेज आ गई और धीरे धीरे वीर ऐसे ही उसके करीब आने की कोशिश करता लेकिन अंजली हमेशा रोहित के साथ रहती।

एक दिन अंजली उधर बैठी थी अकेला कॉलेज में तभी उधर वीर उसके बगल में बैठ जाता है और कहता है "अगर महारानी आपकी आज्ञा हो तो हम आपको कुछ कह सकते है"

अंजली - ही ही ही ही बिलकुल कह सकती है आप

वीर - मैं लड़का हूं यार

अंजली - वैसे आज आपकी इच्छा पूरी हो गई है ना हमे अकेला पा कर

वीर - हा सालो की इच्छा पूरी हुई मेरी

अंजली - चलो बताओ फिर क्या काम है , जो सालो से परेशान हो

वीर - वो मैं

तभी वहा खुदते हुआ अचनक से रूही आ जाती है और कहती है "चलो मेरा साथ मैं कुछ दिखाती हूं"

अंजली - अरे उसे बोलने तो दे
वीर - तू कौन

रूही - मैं इसकी पत्नी हूं, अब बागो यह से

वीर - ये बहनचोद कहा से आ गई ये तो कॉलेज में थी क्लास मैं।

तभी उन दोनो के जाने के बाद राजेश बोलता है सीसे का था दिल मेरा पत्थर का जमाना था

वीर - राजेश अब पानी सर से ऊपर जा चुका है

राजेश - मतलब

वीर कुछ नही अब तू देखना

***************

रोहित अपने रूम में सोया था तभी उसे कॉल आती है।

रोहित - हेलो

"हेलो हमारी बात रोहित से हो रही है"

रोहित - जी

"सर आपकी जॉब लग गई है, आपको आपकी फैमिली सहित रहने के लिए क्वार्टर भी दिया जाएगा"

रोहित उससे जॉब की सारी डिटेल निकलवा लेता है और अपनी फैमिली के साथ वही निकल जाता है।

कुछ दिन बाद रोहित उस जगह आ जाता है और अपनी छोटे भाई को एक एड्रेस देता है वही आने को।

रोहित मम्मी - बेटा ये तो बहुत बडी बिल्डिंग है, लेकिन शायद ये अभी बनी नहीं है।

अजय (रोहित का छोटा भाई) - चलो ना ऊपर चलने को बोला है

दोनो ऊपर जाते है तो ऊपर कोई नही होता है तभी उनकी नज़र रोहित पर पड़ती है जो एक दम कोने बेहोश पड़ा होता है और उसकी हालत खराब होती है।

वो जैसे ही उस कोने में जाते है एक आदमी जो वही खड़ा था उन्हें उधर ही धकेल देता है।

और काफी टाइम बाद रोहित बेहोसी की हालत से बाहर आता है तो उसके सामने एक लड़की खड़ी होती है।

रोहित - ये कैसा मजाक है, तुमने मुझे क्यो बुलाया यह

लड़की - अबे मैं खुद मरने आई हूं, तुम्हे क्यों बुलाऊँगी

रोहित कुछ नहीं बोलता तभी उसे अहसास होता है और वो नीचे झांकता है तो चिल्ला देता है नहीं

रोहित - मां मां मां , भाई भाई भाई

लड़की आगे जा कर उसके कंधे पर हाथ रख देती है और कहती है ये दुनिया है यहां ऐसा ही होता है कोई अपना नहीं होता

रोहित - मैने किसी का क्या बिगाड़ा था , मैने तो इस दुनिया मैं कभी किसी से राबता नही रखा

लड़की - रोना बंद करो पहले तभी तो आगे कुछ करोगे,

रोहित रोते रोते उस लड़की को जकड़ लेता है, वो लड़की रोहित की बाहों मैं होती है और अपना फोन निकल कर फेक देती है, और रोहित को जकड़ लेती है।

*************

उस दिन के बाद से रोहित कभी नही दिखा लेकिन उसके कारनामे पुरे शहर में फैलने लगे , पैसों के लिए जान लेना उसका पेसा बन गया , और उस लड़की जिसने रोहित को उस टाइम सभला था , वो थी पल्लवी।

पल्लवी - रोहित मैने तुम्हारा दिया गया नंबर ट्रेस किया ये किसी वीर के नाम है।

रोहित - वीर,वीर,वीर ही ही ही ही ही कब तक बचोगे बच्चू

पल्लवी - वो वो एक .......

रोहित - ये क्या बकवास है

पल्लवी - अभी यही अच्छा है रोहित की हम सही टाइम का इंतजार करे, तुमने कभी कुछ बुरा नही किया है तो अभी भी मत करो।

रोहित - क्यू क्यों किया उसने ऐसा क्यों मैने क्या बिगाड़ा था किसी का, और वो खुद एक xxxxx है।

***********

इधर रोहित की गैर मौजूदगी में अंजली और वीर करीब आते जा रहा थे।

वीर - क्यो ना हम सगाई कर ले क्यों।

अंजली - ठीक है, गांव चल कर पिता श्री से बात करेंगे।

इधर वीर उसके पास से हो कर रमेश और राजेश के पास आता है और कहता है प्लान शुरू करो।

इधर वो सभी गांव आ गए और शादी की तैयारी शुरू हो गई।

और मौके पर रमेश और राजेश निकल गया और वीर की शादी दोनो से हो गई।

इधर अंजली जब ये सुनती है तो पैर पटकते हुए अपना पापा के पास जाति है और कहती है ये सब आप क्यों करवा रहे है।

जमींदार - बेटी तनु तेरी बहन है, सगी और इसीलिए ये सब मुझे करवाना पड़ रहा है।

ये सुन कर अंजली वही फुट फूट कर रोने लगती है और अपनी बहन के लिए खुश हो कर ये घर छोड़ कर चली जाती है।

इधर सब कुछ होने के बाद जमींदार के घर आता है एक लड़का

जमीनदार - देखो तुम जो जो कहते थे , वो वो हो गया ना अब मेरी बेटी का पीछा छोड़ दो , सारी जमीन और हिस्सा तुमको दे दिया मेरी तनु और अंजली का पीछा

तभी वो लड़का हस्ते हुए निकल जाता है और बस गोलियों की आवाज़ आती है।

वही इन सब चीजों से अंजली एक दम सदमे में आ जाती है।

तभी अंजलि को रूही सभलती है और उसे सारी सचाई बताती है।

अंजली - तुझे कैसे पता, की ये वीर का काम है और किसी का नहीं।

रूही - में एक हैकर हूं, दीदी आप भूल गई क्या।

अंजली - मेरी वजह से पिता जी मारे गया।

रूही - नहीं इन सब की वजह है तनु और साक्षी का पास्ट वो दोनो कुछ गहरा राज छिपा रही है, लेकिन दीदी ये सब वीर भी नहीं कर रहा है उससे कोई और करवा रहा है।

अंजली - ये लड़का किसका है।

रूही - दीदी ये सड़क पर पड़ा था अनाथ था इसे मैं अपना नाम दूंगी।

रूही - ये लीजिए फोन और सारी बात तनु को बता दीजिए।

अंजली ने उसकी बात मान कर ठीक वैसा ही किया।

तनु ने पूरी बात सुनी तो वो अब और टूट चुकी थी उसका सब कुछ छीन लिया गया था , और दूसरी तरफ साक्षी हर दिन जिल्लत की जिंदगी जी रही थी।

उन दोनो को उनकी मां के एक वचन ने रोक रखा था, और ऐसे ही ज़िंदगी वो सब जी रही थी।

**********

वीर कार चला रहा था और एक जंगल मैं आ कर रुकता है जैसा जैसा तुम तुम कह रहे हो वैसा वैसा मैने किया।

आदमी - हा ठीक है जैसे बोलूं वैसा ही करने का अब जा यहां से और आज तनु के पास जा और ये दवाई मिला कर तनु को दे दे और उस चीज़ को मेरे पास लाओ।

वीर कार ले कर तनु के घर आ जाता है और तनु बेहोश भी हो जाती है लेकिन तनु की खुबसूरती देख कर वीर का मन डोल गया और उसने उसके साथ वो किया जिसके बाद उसे काव्या मिली।

इधर वीर को जिस काम के लिया भेजा गया था वो काम हुआ ही नहीं।

लेकिन उस रात से वीर के साथ अजीब अजीब से चीज होने लगी उसका लन्ड खड़ा होना बंद हो गया शरीर में एनर्जी कम होती चली जा रही थी और उसकी याददस्त कमजोर होती जा रही थी और उसका गले पर एक लाल निशान आ गया था।

और ये सब बात वीर के नोटिस करते ही उसने ये बात राजेश हो बताई।

राजेश - हमे जायदाद जल्दी से जल्दी ले लेनी चहिए अंजली की शादी करा के।

**************

अंजली उदास हो कर बैठी थी और कुछ काम कर रही थी तभी उसके पास रूही आ गई और कहती है "उदास मत हो मैने बहुत कुछ पता किया "


अंजली - तो अभी हमे क्या करना चाहिए

रूही - बताती हूं,सबसे पहले तो तुम्हे याद करना है मैं तुम्हारी वाइफ हूं

अंजालि - हा तो

तभी रूही उसे पकड़ कर के अपनी तरफ खीच लेती है और अपने होठ उसके होठ से मिला देती है




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और धीरे धीरे दोनो के जिस्म से कपडे उतार जाता है।

रूही - अब ठीक है

अंजली - तूने ये अच्छा नहीं किया

रूही - क्या मतलब

अंजलि उसे एक थप्पड दे देती है और कहती बेहसर्म ऐसे करते हुए तुझे शर्म नहीं आई अपनी ही बहन के साथ मैं तो तुम्हे बहन मानती थी, आज के बाद अपनी सकल मत दिखाना।

रूही - तो इसमें मेरी क्या गलती अगर बचपन से मुझे आपने वाइफ वाइफ कह कर अपने करीब रखा और अब मैं ऐसी बन गई तो मुझे छोड़ दे रही हो

अंजली गुस्सा मैं निकल जाती है और जैसे ही वो बाहर जाती है रमेश उसे ले कर चला जाता है।

फिर काला साया आ जाता है और वीर की जगह sid आ जाता है और इससे इनका पूरा किया धरा बिगड़ जाता है।

और उस दिन से रूही और अंजली की कभी मुलाकात नही हुई।

*********

और फिर रमेश और अंजली इंडिया वापिस आ जाते है, और वीर के गांव आ जाते है जहा वीर रहता था।


और फिर शादी हुई और राजेश और रमेश पैसे लें कर कागजाद ले कर निकल गया।

(नोट - ये पार्ट आपने शुरूवात मैं पड़ा है इसीलिए ज्यादा डिपली नहीं लिखा)

**********

इधर शादी होने के बाद तनु अंजली के पास आती है और कहती है रूही कहा है।

अंजली - 😑

तनु - उससे बात करो और बोलो राजेश और रमेश पर नज़र रखे और तुम वापिस सिटी जाओ और वीर का छुपा हुआ बिजनेस सभालो और अच्छा से नज़र रखो, कुछ गडबड ना हो, क्युकी मुझे शक है ये सब के पीछे वीर नही कोई था जो हमारे साथ हुआ पास्ट मैं इतनी जिल्लत हमे उठानी पड़ी।

अंजलि - हा कोई और है जो तुम्हे उस राज को हटीयाना चाहता है और उसका कनेक्शन रोशनी मां से है, लेकिन मैं वीर को मारना चाहती हूं।

तनु - ये वीर नही है कोई और है ।

अंजलि - में जा रही हूं , लेकिन तू अपना ख्याल रखना ।

तनु - में तो कबका मर गई हूं, अंजू बस एक जिंदा लाश हूं अब।

अंजली - मेरा सोच मेरा साथ कौन है हर कोई तो मेरा खिलाफ है

फिर अंजली वहा से निकल गई और रूही रमेश और राजेश और रोहित पर नजर बनाए रखी थी

और हर छोटी छोटी बात तनु से बताती उसने ही बताया था कि वीर पर कोई हमला करेगा।

अंजली - रूही

अंजली चिल्लाते हुआ सोच से बाहर आ जाती है।

***************
एक बड़ी सी बिल्डिंग में एक आदमी सिगरेट जलाते हुआ कहता है "तुम्हे क्या लगा अंजली तुम इतनी आसानी से मेरा खेल बिगाड़ लोगी , सालो पहले तो मेरा हो जाना चहिए था उसे लेकिन रोशनी ने तुम्हे बच्चा लिया, लेकिन अब मैं तुम्हे गेम बिगड़ने नही दूंगा"

हा हा हा हा हा मैने ही रोहित को बताया की उसके बेटे के मरने के पिछे कोई और नहीं तुम्हारा हाथ है, वीर तो एक प्यादा था मेरी जान , बाजी तो अभी शुरू हुई है।

रोहित के होते हुआ मुझे कुछ करने की जरुरत नहीं, विलन बनते नही उन्हें ये दुनिया खुद बनाती है , तुम बदल गया ना वीर लेकिन रोहित फिर भी तुम्हारी जान ले लेगा और उसके बाद तनु को उसे बहार निकलना पड़ेगा।

लेकिन मुझे ये समझ नही आ रहा आखिर उस रात ऐसा क्या हुआ की वीर तनु से डरने लगा।

***************

अंजली - रूही रूही, रूही रूही, मेरी रूही को छोड़ दो।

रोहित - ऐसे ही मेरा बेटा भी तड़प रहा होगा जब तूने उसे मारा होगा।

तभी रचना के एक गोली फायर की और वो गोली सीधे जा कर रूही के पैर में लग गई।

अंजली - मेरी बच्चू रूही हिम्मत रख तुम्हे कुछ नहीं होगा , क्यो मेरे पीछे पड़े हो हमने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है, हा हू मैं वीर की पत्नी इसलिए मुझे मारने आए हो, तुम।

रोहित - नही वीर का और मेरा मामला अलग है , वो हम एक दूसरे से निपटा लेंगे , वक्त आने पर क्युकी वीर के पीछे जो है उसे मरना पड़ेगा , लेकिन तुम अंजली तुमसे ये उम्मीद नहीं थी।

अंजली फुट फूट कर रो रही थी और रूही रूही कर रही थी।

रोहित - वीर को जब तक बचा सको, बचा लो।

अंजली - मैने तुम्हारा क्या बिगाड़ा था रोहित।

रोहित - क्यों मारा तूने मेरे बेटे को क्यो मैने तो तुम्हे और वीर को कुछ नहीं कहा , अपनी दुश्मनी के बौजुद भी कुछ नही कहा , क्युकी मुझे पता था वीर इतना घटिया इंसान है still तुम उसके साथ हो मतलब ये वीर हो ही नही सकता फिर तुमने मेरा बेटा को क्यो मारा।

अंजली - मैं तुमको अपना भाई बनाई, तुम्हारी मां को इज्जत दिलवाई , और तुम्हारे भाई को पढ़वाया और तुम कहते हो मैने तुम्हारे बेटे को मरवाया बहुत खूब रोहित अच्छा सिला दिया आपने।

रचना - कामिनी

तभी रोहित उसे रोक देता है और अंजली से कहता है ठीक है तुमने नहीं किया तो किसने किया फिर।

अंजली - हवस इंसान को खोखला कर देती है ऐसा कौन है, जो साक्षी और मेरे पीछे पड़ा हो, और किसे मेरे मरने से फायदा होगा।

रोहित - कुछ समझ नहीं आ रहा , लेकिन तुम जाओ और ध्यान रहे तुम्हरा सामना जिससे होगा और इस इंडिया का सबसे खूंखार आदमी है , मुझे इसके आलावा कुछ नही पता , और मैने वीर पर कोई हमला नहीं किया , मैने हमेशा केवल अपने खबरी भेजे है, जिन्हे कोई ना कोई मार दिया जो मुझे नहीं पता

अंजली - तो तुम ये क्यों कहते रमेश से ये तेरे आदमी है ,

रोहित - दहशत बनाने के लिय,तुम्हे हॉस्पिटल भेज देता हूं, ज्यादा खून नहीं बहा होगा रूही का।

रचना - मैं छोड़ दूंगी डैड

अंजली - मेरी नजरो से दूर हो जाओ सब के सब वर्ना अच्छा नहीं होगा, में तनु की बहन हूं , तनु की और वो आएगी

****************

इधर होटल में वीर तनु को अपनी गोद मैं बैठाया हुआ था की तभी उसके फोन पर एक मैसेज आता है, जिसे देख कर के तनु जल्दी से उठ जाती है और वीर को चलने के इशारा करती है, वीर कुछ कहता उसके पहले तनु जोर से चिल्ला देती है।

वीर तनु को गुस्से मैं देख कर डर जाता है और चुप चाप कार चलाने लगते है।

वीर कार ले कर एक घुमशुम घर पर आता है और तनु वीर का हाथ थाम कर अंदर ले जाती है और अंदर जाते ही अंजली बेहोश पड़ी होती है जो बहुत रोने के वजह से बेहोश हो गई थी।

तनु - ये लड़की कभी सुधर ही नही सकती, इसको बोलती हूं आम करती है इमली

वीर - बहन किसकी है

तनु - क्या बोला

वीर - केके कुछ नहीं

तभी तनु की नज़र रूही पर पड़ती है जिसका खून बहुत जा चुका था, तभी वो वीर के हाथ में अपने नाखून गड़ा देती है जिससे वीर बेहोश हो जाता है।

और फिर आधे घंटे बाद जब होश आता है अंजली को तो वो देखती है वो रूही की गोद मे पड़ी है

अंजली - रूही रूही रूही तू ठीक है वो उठ कर उसे गले लगा लेती है।

रूही - अरे मुझे क्या होगा , कौन सा मुझे गोली लगी थी 🤦

अंजली आंखे फाड़े रूही को घूर रही थी, और तभी उसकी नज़र तनु पर पड़ती है जो अपनी गोद मैं वीर का सर सहला रही थी उसे होश में लाने के लिए, जिस पर उसे बहुत प्यार आ रहा था, वीर चाहे जैसा भी हो वीर से वो बहुत प्यार करने लगी थी, हद से ज्यादा।

तनु मन मैं कहती है अभी सो रहा है उठेगा तो🤦 बच्चो जैसा हाल कर लेगा 🤦 मुंह फूला कर , ऊपर से गुस्सा करेगा।

**************
इन सब से दूर एक आदमी अपना फोन पटक देता है और कहता है पहले वीर का बाप और अब वीर और अब सारे पत्ते मेरे फेल क्यो हो जाते है
तभी वो कॉल कर के कहता है अपने आदमी से "जिस घर मैं वो है सब को उड़ा दो साक्षी को छोड़ कर"

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To be continued saara past cover kar diya.... Bas sakshi aur tanu ko chod kar.... Aur roshni waala part chodkar ..... Ye sab in dono ki side story hai....aur baaki dhere dhere aane jaan jaoge.....

And mera pc chal bsa 😗 isliya phone par tyep kar ke update de rha but ab se regularly aayga.... Kyuki main cheez yhi thi...
Baaki ab se acha updates aaynge.....pyare pyare jo samaj main aaye....
Nice update bhai
 

park

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तनु - हमारा केवल चहरा सेम है बस और कुछ नही आज के बाद ऐसा मत करना वर्ना मैं क्या कोई नहीं बचा पाएगा

अंजली - बड़ी मां के जाने से उदास हो ना

तब तक तनु जा चुकी थी

अब आगे

अंजली - वो कौन थे, तनु जिन्होंने रोशनी मां को मार दिया और तुम इतना गुस्सा मैं इसीलिए हो ना क्युकी तुम उन्हे नहीं बचा पाई

तनु - तुमसे मतलब नही है चुप चाप अपना काम करो और निकल जाओ और आज जो कुछ भी हुआ उसे किसी को बताना मत

अंजली कुछ कहती उसके पहले वहा वो लड़का आ गया और अब रूही भी उठ चुकी थी।

उस लड़के ने और रूही ने अंजली को ले कर घर आ गए।

तभी वहा एक अजीब से बूढ़ा आ गया और वो तनु के पास आ कर कुछ दिया और बोला और चला गया।

रूही - तुम कौन हो, और वहा क्या कर रहा था

लड़का - म म म मेरा नाम रोहित है

रूही - तो डर क्यो रहे हो ,

रोहित - घर में कौन कौन है, मैं मेरा भाई छोटा और मेरी मां

तब तक अंजली और रूही घर आ गई और जमींदार ने अंजली को इसी हालत देख कर पुरे गांव में हड़कंप मचा दिया

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इधर दूसरे तरफ उस दिन से अंजली की मुलाकात नहीं हुई तनु और साक्षी से।

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जंगल मैं कई लोगो की लाश थी, उनमें से एक जिंदा था अभी जो अपनी अंतिम सास ले रहा था, जिसने अंजली को तलवार मारी थी।

तभी उसके पास एक बच्चा रोते हुए आता है

"पापा पापा पापा आपको क्या हुआ पापा"

"बेटा अपना ध्यान रखना मैं उसे लेने मैं हार गया लेकिन तू मेरी मौत का बदला लेना और उसे अपना बना लेना, तभी मेरी मौत का सहारा मिलेगा"

ये कह कर उसकी अंतिम सास भी बंद हो गई, और वो लड़का चिल्लाते हुए वही रोता रहा, और फिर गांव में निकल गया और बोला " आपके हर जख्म का बदला लूंगा मैं हर उस चीज़ का, और उसे हर एक दिन भुगतना पड़ेगा पापा"

तभी वो लड़का निकल गया।
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और अंजली और रूही बैठ कर बात कर रही थी तभी वहा जमींदार आता है और कहता है "बेटा अब तुम दोनो का यह रुकना सही नहीं है अब बहुत कुछ देख लिया है तूने और अब तू शहर जाएगी समझी अगले हफ्ते"

अंजली - मेरी पत्नी साथ जाएगी

जमींदार - तेरी हरकते कब सही होगी, हा एक जगह पैर टिकते ना तेरे तो आज कही न जाना पड़ता

ऐसे ही जमींदार उन्हें सुना कर वहा से निकल जाता है

रूही - ले सुन ली, और मुझे भी सुनवा दिया तूने

अंजली - हम साथ साथ है hehehe

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इधर रमेश और राजेश बगीचे में खेल रहा था तभी उनकी बॉल टकरा जाती है एक लड़के से।

रमेश - भाई मेरी बॉल दे दे

राजेश - क्या नाम है बे तेरे पहले इधर देखा नहीं

"वीर नाम है मेरा" उस लड़के ने कहा

वीर - अभी नया नया आया हूं, गांव में

राजेश - कहा रहता है

वीर - यही जंगल मैं अकेला

राजेश - कोई नही आज से हमारे साथ रह लेना

तभी वीर कहता है ये जंगल मैं कोई आंटी मार गई ना

रमेश - हा बहुत रोकड़ा है उनके पास सारी उनकी बेटी के नाम रोशनी आंटी थी वो पता नहीं कौन लोग थे वो बेचारी को मार गया

ऐसे ही वो लोग बात करते करते घर चले गया और देखते देखते ही तीनो की दोस्ती गहरी होती है।

तभी वीर एक दिन बाहर घूम रहा था तभी उसे सामने से साक्षी और तनु बैठी हुई दिखाई दी और वो उन्हें ही घूरने लगा

तभी उसकी नज़र राजेश पर पड़ती है जो एक पेड़ पर बैठ कर उसी को देख रहा था।

राजेश - यहा क्या कर रहा है तू

वीर - कूच भी तो नहीं नही

राजेश - कुछ ज्यादा ही साक्षी और तनु के पास नही बतकता तू

वीर - वो वो मैं मेरा कुछ काम है

राजेश - चल ठीक है मैं तेरा साथ दूंगा बदले मैं मुझे जायदाद चहिए बस

वीर - ठीक है लेकिन तू मुझसे कभी कुछ नही पूछेगा ।

राजेश - ठीक है

तभी उन दोनो की नज़र अंजली पर पड़ जाती है और वीर उसे देखता ही रह जाता है सेम टू सेम तनु की कॉपी

राजेश - अबे ये जमीनदार की बेटी है, लेकिन राज की बात है ये लड़की तनु की बहन है

राजेश - बस राज है कभी पूछियो मत

वीर उसे देखता हुआ कहता है मेरा प्लान पूरा होने में तू मदद करेगी

वीर - तुझे जायदाद चहिए ना

राजेश - हा

तभी वीर उससे कुछ कहता है और राजेश हस देता है और कहता है "तू तो पक्का कामिना है बे"

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इधर अंजली और रूही का शहर जाने का टाइम हो गया था जिस बस से वो जा रही थी उसी बस से रोहित भी जा रहा था।

अंजली - तुम कुछ बोलते क्यों नहीं रोहित बोलने के पैसे लगते है क्या

रोहित - नहीं मम्मी कहती हैं, किसी से बात नही करना चहिए मुझे बस पैसे कमाने है और खुद को कामयाब बना कर बहन को अच्छा से पालना है

तभी अंजली हस्ती हुई कुछ कहती उसके पहले कोई अंजली को कहता है "क्या मैं इधर बैठ सकता हूं"

अंजली कुछ कहती उसके पहले अंजली के साथ एक आदमी बोलता है पीछे बैठ जा इतनी सीट खाली है

ऐसे ही अंजली और रूही कॉलेज आ गई और धीरे धीरे वीर ऐसे ही उसके करीब आने की कोशिश करता लेकिन अंजली हमेशा रोहित के साथ रहती।

एक दिन अंजली उधर बैठी थी अकेला कॉलेज में तभी उधर वीर उसके बगल में बैठ जाता है और कहता है "अगर महारानी आपकी आज्ञा हो तो हम आपको कुछ कह सकते है"

अंजली - ही ही ही ही बिलकुल कह सकती है आप

वीर - मैं लड़का हूं यार

अंजली - वैसे आज आपकी इच्छा पूरी हो गई है ना हमे अकेला पा कर

वीर - हा सालो की इच्छा पूरी हुई मेरी

अंजली - चलो बताओ फिर क्या काम है , जो सालो से परेशान हो

वीर - वो मैं

तभी वहा खुदते हुआ अचनक से रूही आ जाती है और कहती है "चलो मेरा साथ मैं कुछ दिखाती हूं"

अंजली - अरे उसे बोलने तो दे
वीर - तू कौन

रूही - मैं इसकी पत्नी हूं, अब बागो यह से

वीर - ये बहनचोद कहा से आ गई ये तो कॉलेज में थी क्लास मैं।

तभी उन दोनो के जाने के बाद राजेश बोलता है सीसे का था दिल मेरा पत्थर का जमाना था

वीर - राजेश अब पानी सर से ऊपर जा चुका है

राजेश - मतलब

वीर कुछ नही अब तू देखना

***************

रोहित अपने रूम में सोया था तभी उसे कॉल आती है।

रोहित - हेलो

"हेलो हमारी बात रोहित से हो रही है"

रोहित - जी

"सर आपकी जॉब लग गई है, आपको आपकी फैमिली सहित रहने के लिए क्वार्टर भी दिया जाएगा"

रोहित उससे जॉब की सारी डिटेल निकलवा लेता है और अपनी फैमिली के साथ वही निकल जाता है।

कुछ दिन बाद रोहित उस जगह आ जाता है और अपनी छोटे भाई को एक एड्रेस देता है वही आने को।

रोहित मम्मी - बेटा ये तो बहुत बडी बिल्डिंग है, लेकिन शायद ये अभी बनी नहीं है।

अजय (रोहित का छोटा भाई) - चलो ना ऊपर चलने को बोला है

दोनो ऊपर जाते है तो ऊपर कोई नही होता है तभी उनकी नज़र रोहित पर पड़ती है जो एक दम कोने बेहोश पड़ा होता है और उसकी हालत खराब होती है।

वो जैसे ही उस कोने में जाते है एक आदमी जो वही खड़ा था उन्हें उधर ही धकेल देता है।

और काफी टाइम बाद रोहित बेहोसी की हालत से बाहर आता है तो उसके सामने एक लड़की खड़ी होती है।

रोहित - ये कैसा मजाक है, तुमने मुझे क्यो बुलाया यह

लड़की - अबे मैं खुद मरने आई हूं, तुम्हे क्यों बुलाऊँगी

रोहित कुछ नहीं बोलता तभी उसे अहसास होता है और वो नीचे झांकता है तो चिल्ला देता है नहीं

रोहित - मां मां मां , भाई भाई भाई

लड़की आगे जा कर उसके कंधे पर हाथ रख देती है और कहती है ये दुनिया है यहां ऐसा ही होता है कोई अपना नहीं होता

रोहित - मैने किसी का क्या बिगाड़ा था , मैने तो इस दुनिया मैं कभी किसी से राबता नही रखा

लड़की - रोना बंद करो पहले तभी तो आगे कुछ करोगे,

रोहित रोते रोते उस लड़की को जकड़ लेता है, वो लड़की रोहित की बाहों मैं होती है और अपना फोन निकल कर फेक देती है, और रोहित को जकड़ लेती है।

*************

उस दिन के बाद से रोहित कभी नही दिखा लेकिन उसके कारनामे पुरे शहर में फैलने लगे , पैसों के लिए जान लेना उसका पेसा बन गया , और उस लड़की जिसने रोहित को उस टाइम सभला था , वो थी पल्लवी।

पल्लवी - रोहित मैने तुम्हारा दिया गया नंबर ट्रेस किया ये किसी वीर के नाम है।

रोहित - वीर,वीर,वीर ही ही ही ही ही कब तक बचोगे बच्चू

पल्लवी - वो वो एक .......

रोहित - ये क्या बकवास है

पल्लवी - अभी यही अच्छा है रोहित की हम सही टाइम का इंतजार करे, तुमने कभी कुछ बुरा नही किया है तो अभी भी मत करो।

रोहित - क्यू क्यों किया उसने ऐसा क्यों मैने क्या बिगाड़ा था किसी का, और वो खुद एक xxxxx है।

***********

इधर रोहित की गैर मौजूदगी में अंजली और वीर करीब आते जा रहा थे।

वीर - क्यो ना हम सगाई कर ले क्यों।

अंजली - ठीक है, गांव चल कर पिता श्री से बात करेंगे।

इधर वीर उसके पास से हो कर रमेश और राजेश के पास आता है और कहता है प्लान शुरू करो।

इधर वो सभी गांव आ गए और शादी की तैयारी शुरू हो गई।

और मौके पर रमेश और राजेश निकल गया और वीर की शादी दोनो से हो गई।

इधर अंजली जब ये सुनती है तो पैर पटकते हुए अपना पापा के पास जाति है और कहती है ये सब आप क्यों करवा रहे है।

जमींदार - बेटी तनु तेरी बहन है, सगी और इसीलिए ये सब मुझे करवाना पड़ रहा है।

ये सुन कर अंजली वही फुट फूट कर रोने लगती है और अपनी बहन के लिए खुश हो कर ये घर छोड़ कर चली जाती है।

इधर सब कुछ होने के बाद जमींदार के घर आता है एक लड़का

जमीनदार - देखो तुम जो जो कहते थे , वो वो हो गया ना अब मेरी बेटी का पीछा छोड़ दो , सारी जमीन और हिस्सा तुमको दे दिया मेरी तनु और अंजली का पीछा

तभी वो लड़का हस्ते हुए निकल जाता है और बस गोलियों की आवाज़ आती है।

वही इन सब चीजों से अंजली एक दम सदमे में आ जाती है।

तभी अंजलि को रूही सभलती है और उसे सारी सचाई बताती है।

अंजली - तुझे कैसे पता, की ये वीर का काम है और किसी का नहीं।

रूही - में एक हैकर हूं, दीदी आप भूल गई क्या।

अंजली - मेरी वजह से पिता जी मारे गया।

रूही - नहीं इन सब की वजह है तनु और साक्षी का पास्ट वो दोनो कुछ गहरा राज छिपा रही है, लेकिन दीदी ये सब वीर भी नहीं कर रहा है उससे कोई और करवा रहा है।

अंजली - ये लड़का किसका है।

रूही - दीदी ये सड़क पर पड़ा था अनाथ था इसे मैं अपना नाम दूंगी।

रूही - ये लीजिए फोन और सारी बात तनु को बता दीजिए।

अंजली ने उसकी बात मान कर ठीक वैसा ही किया।

तनु ने पूरी बात सुनी तो वो अब और टूट चुकी थी उसका सब कुछ छीन लिया गया था , और दूसरी तरफ साक्षी हर दिन जिल्लत की जिंदगी जी रही थी।

उन दोनो को उनकी मां के एक वचन ने रोक रखा था, और ऐसे ही ज़िंदगी वो सब जी रही थी।

**********

वीर कार चला रहा था और एक जंगल मैं आ कर रुकता है जैसा जैसा तुम तुम कह रहे हो वैसा वैसा मैने किया।

आदमी - हा ठीक है जैसे बोलूं वैसा ही करने का अब जा यहां से और आज तनु के पास जा और ये दवाई मिला कर तनु को दे दे और उस चीज़ को मेरे पास लाओ।

वीर कार ले कर तनु के घर आ जाता है और तनु बेहोश भी हो जाती है लेकिन तनु की खुबसूरती देख कर वीर का मन डोल गया और उसने उसके साथ वो किया जिसके बाद उसे काव्या मिली।

इधर वीर को जिस काम के लिया भेजा गया था वो काम हुआ ही नहीं।

लेकिन उस रात से वीर के साथ अजीब अजीब से चीज होने लगी उसका लन्ड खड़ा होना बंद हो गया शरीर में एनर्जी कम होती चली जा रही थी और उसकी याददस्त कमजोर होती जा रही थी और उसका गले पर एक लाल निशान आ गया था।

और ये सब बात वीर के नोटिस करते ही उसने ये बात राजेश हो बताई।

राजेश - हमे जायदाद जल्दी से जल्दी ले लेनी चहिए अंजली की शादी करा के।

**************

अंजली उदास हो कर बैठी थी और कुछ काम कर रही थी तभी उसके पास रूही आ गई और कहती है "उदास मत हो मैने बहुत कुछ पता किया "


अंजली - तो अभी हमे क्या करना चाहिए

रूही - बताती हूं,सबसे पहले तो तुम्हे याद करना है मैं तुम्हारी वाइफ हूं

अंजालि - हा तो

तभी रूही उसे पकड़ कर के अपनी तरफ खीच लेती है और अपने होठ उसके होठ से मिला देती है




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और धीरे धीरे दोनो के जिस्म से कपडे उतार जाता है।

रूही - अब ठीक है

अंजली - तूने ये अच्छा नहीं किया

रूही - क्या मतलब

अंजलि उसे एक थप्पड दे देती है और कहती बेहसर्म ऐसे करते हुए तुझे शर्म नहीं आई अपनी ही बहन के साथ मैं तो तुम्हे बहन मानती थी, आज के बाद अपनी सकल मत दिखाना।

रूही - तो इसमें मेरी क्या गलती अगर बचपन से मुझे आपने वाइफ वाइफ कह कर अपने करीब रखा और अब मैं ऐसी बन गई तो मुझे छोड़ दे रही हो

अंजली गुस्सा मैं निकल जाती है और जैसे ही वो बाहर जाती है रमेश उसे ले कर चला जाता है।

फिर काला साया आ जाता है और वीर की जगह sid आ जाता है और इससे इनका पूरा किया धरा बिगड़ जाता है।

और उस दिन से रूही और अंजली की कभी मुलाकात नही हुई।

*********

और फिर रमेश और अंजली इंडिया वापिस आ जाते है, और वीर के गांव आ जाते है जहा वीर रहता था।


और फिर शादी हुई और राजेश और रमेश पैसे लें कर कागजाद ले कर निकल गया।

(नोट - ये पार्ट आपने शुरूवात मैं पड़ा है इसीलिए ज्यादा डिपली नहीं लिखा)

**********

इधर शादी होने के बाद तनु अंजली के पास आती है और कहती है रूही कहा है।

अंजली - 😑

तनु - उससे बात करो और बोलो राजेश और रमेश पर नज़र रखे और तुम वापिस सिटी जाओ और वीर का छुपा हुआ बिजनेस सभालो और अच्छा से नज़र रखो, कुछ गडबड ना हो, क्युकी मुझे शक है ये सब के पीछे वीर नही कोई था जो हमारे साथ हुआ पास्ट मैं इतनी जिल्लत हमे उठानी पड़ी।

अंजलि - हा कोई और है जो तुम्हे उस राज को हटीयाना चाहता है और उसका कनेक्शन रोशनी मां से है, लेकिन मैं वीर को मारना चाहती हूं।

तनु - ये वीर नही है कोई और है ।

अंजलि - में जा रही हूं , लेकिन तू अपना ख्याल रखना ।

तनु - में तो कबका मर गई हूं, अंजू बस एक जिंदा लाश हूं अब।

अंजली - मेरा सोच मेरा साथ कौन है हर कोई तो मेरा खिलाफ है

फिर अंजली वहा से निकल गई और रूही रमेश और राजेश और रोहित पर नजर बनाए रखी थी

और हर छोटी छोटी बात तनु से बताती उसने ही बताया था कि वीर पर कोई हमला करेगा।

अंजली - रूही

अंजली चिल्लाते हुआ सोच से बाहर आ जाती है।

***************
एक बड़ी सी बिल्डिंग में एक आदमी सिगरेट जलाते हुआ कहता है "तुम्हे क्या लगा अंजली तुम इतनी आसानी से मेरा खेल बिगाड़ लोगी , सालो पहले तो मेरा हो जाना चहिए था उसे लेकिन रोशनी ने तुम्हे बच्चा लिया, लेकिन अब मैं तुम्हे गेम बिगड़ने नही दूंगा"

हा हा हा हा हा मैने ही रोहित को बताया की उसके बेटे के मरने के पिछे कोई और नहीं तुम्हारा हाथ है, वीर तो एक प्यादा था मेरी जान , बाजी तो अभी शुरू हुई है।

रोहित के होते हुआ मुझे कुछ करने की जरुरत नहीं, विलन बनते नही उन्हें ये दुनिया खुद बनाती है , तुम बदल गया ना वीर लेकिन रोहित फिर भी तुम्हारी जान ले लेगा और उसके बाद तनु को उसे बहार निकलना पड़ेगा।

लेकिन मुझे ये समझ नही आ रहा आखिर उस रात ऐसा क्या हुआ की वीर तनु से डरने लगा।

***************

अंजली - रूही रूही, रूही रूही, मेरी रूही को छोड़ दो।

रोहित - ऐसे ही मेरा बेटा भी तड़प रहा होगा जब तूने उसे मारा होगा।

तभी रचना के एक गोली फायर की और वो गोली सीधे जा कर रूही के पैर में लग गई।

अंजली - मेरी बच्चू रूही हिम्मत रख तुम्हे कुछ नहीं होगा , क्यो मेरे पीछे पड़े हो हमने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है, हा हू मैं वीर की पत्नी इसलिए मुझे मारने आए हो, तुम।

रोहित - नही वीर का और मेरा मामला अलग है , वो हम एक दूसरे से निपटा लेंगे , वक्त आने पर क्युकी वीर के पीछे जो है उसे मरना पड़ेगा , लेकिन तुम अंजली तुमसे ये उम्मीद नहीं थी।

अंजली फुट फूट कर रो रही थी और रूही रूही कर रही थी।

रोहित - वीर को जब तक बचा सको, बचा लो।

अंजली - मैने तुम्हारा क्या बिगाड़ा था रोहित।

रोहित - क्यों मारा तूने मेरे बेटे को क्यो मैने तो तुम्हे और वीर को कुछ नहीं कहा , अपनी दुश्मनी के बौजुद भी कुछ नही कहा , क्युकी मुझे पता था वीर इतना घटिया इंसान है still तुम उसके साथ हो मतलब ये वीर हो ही नही सकता फिर तुमने मेरा बेटा को क्यो मारा।

अंजली - मैं तुमको अपना भाई बनाई, तुम्हारी मां को इज्जत दिलवाई , और तुम्हारे भाई को पढ़वाया और तुम कहते हो मैने तुम्हारे बेटे को मरवाया बहुत खूब रोहित अच्छा सिला दिया आपने।

रचना - कामिनी

तभी रोहित उसे रोक देता है और अंजली से कहता है ठीक है तुमने नहीं किया तो किसने किया फिर।

अंजली - हवस इंसान को खोखला कर देती है ऐसा कौन है, जो साक्षी और मेरे पीछे पड़ा हो, और किसे मेरे मरने से फायदा होगा।

रोहित - कुछ समझ नहीं आ रहा , लेकिन तुम जाओ और ध्यान रहे तुम्हरा सामना जिससे होगा और इस इंडिया का सबसे खूंखार आदमी है , मुझे इसके आलावा कुछ नही पता , और मैने वीर पर कोई हमला नहीं किया , मैने हमेशा केवल अपने खबरी भेजे है, जिन्हे कोई ना कोई मार दिया जो मुझे नहीं पता

अंजली - तो तुम ये क्यों कहते रमेश से ये तेरे आदमी है ,

रोहित - दहशत बनाने के लिय,तुम्हे हॉस्पिटल भेज देता हूं, ज्यादा खून नहीं बहा होगा रूही का।

रचना - मैं छोड़ दूंगी डैड

अंजली - मेरी नजरो से दूर हो जाओ सब के सब वर्ना अच्छा नहीं होगा, में तनु की बहन हूं , तनु की और वो आएगी

****************

इधर होटल में वीर तनु को अपनी गोद मैं बैठाया हुआ था की तभी उसके फोन पर एक मैसेज आता है, जिसे देख कर के तनु जल्दी से उठ जाती है और वीर को चलने के इशारा करती है, वीर कुछ कहता उसके पहले तनु जोर से चिल्ला देती है।

वीर तनु को गुस्से मैं देख कर डर जाता है और चुप चाप कार चलाने लगते है।

वीर कार ले कर एक घुमशुम घर पर आता है और तनु वीर का हाथ थाम कर अंदर ले जाती है और अंदर जाते ही अंजली बेहोश पड़ी होती है जो बहुत रोने के वजह से बेहोश हो गई थी।

तनु - ये लड़की कभी सुधर ही नही सकती, इसको बोलती हूं आम करती है इमली

वीर - बहन किसकी है

तनु - क्या बोला

वीर - केके कुछ नहीं

तभी तनु की नज़र रूही पर पड़ती है जिसका खून बहुत जा चुका था, तभी वो वीर के हाथ में अपने नाखून गड़ा देती है जिससे वीर बेहोश हो जाता है।

और फिर आधे घंटे बाद जब होश आता है अंजली को तो वो देखती है वो रूही की गोद मे पड़ी है

अंजली - रूही रूही रूही तू ठीक है वो उठ कर उसे गले लगा लेती है।

रूही - अरे मुझे क्या होगा , कौन सा मुझे गोली लगी थी 🤦

अंजली आंखे फाड़े रूही को घूर रही थी, और तभी उसकी नज़र तनु पर पड़ती है जो अपनी गोद मैं वीर का सर सहला रही थी उसे होश में लाने के लिए, जिस पर उसे बहुत प्यार आ रहा था, वीर चाहे जैसा भी हो वीर से वो बहुत प्यार करने लगी थी, हद से ज्यादा।

तनु मन मैं कहती है अभी सो रहा है उठेगा तो🤦 बच्चो जैसा हाल कर लेगा 🤦 मुंह फूला कर , ऊपर से गुस्सा करेगा।

**************
इन सब से दूर एक आदमी अपना फोन पटक देता है और कहता है पहले वीर का बाप और अब वीर और अब सारे पत्ते मेरे फेल क्यो हो जाते है
तभी वो कॉल कर के कहता है अपने आदमी से "जिस घर मैं वो है सब को उड़ा दो साक्षी को छोड़ कर"

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To be continued saara past cover kar diya.... Bas sakshi aur tanu ko chod kar.... Aur roshni waala part chodkar ..... Ye sab in dono ki side story hai....aur baaki dhere dhere aane jaan jaoge.....

And mera pc chal bsa 😗 isliya phone par tyep kar ke update de rha but ab se regularly aayga.... Kyuki main cheez yhi thi...
Baaki ab se acha updates aaynge.....pyare pyare jo samaj main aaye....
Nice and superb update....
 

parkas

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Update 25...

तनु - हमारा केवल चहरा सेम है बस और कुछ नही आज के बाद ऐसा मत करना वर्ना मैं क्या कोई नहीं बचा पाएगा

अंजली - बड़ी मां के जाने से उदास हो ना

तब तक तनु जा चुकी थी

अब आगे

अंजली - वो कौन थे, तनु जिन्होंने रोशनी मां को मार दिया और तुम इतना गुस्सा मैं इसीलिए हो ना क्युकी तुम उन्हे नहीं बचा पाई

तनु - तुमसे मतलब नही है चुप चाप अपना काम करो और निकल जाओ और आज जो कुछ भी हुआ उसे किसी को बताना मत

अंजली कुछ कहती उसके पहले वहा वो लड़का आ गया और अब रूही भी उठ चुकी थी।

उस लड़के ने और रूही ने अंजली को ले कर घर आ गए।

तभी वहा एक अजीब से बूढ़ा आ गया और वो तनु के पास आ कर कुछ दिया और बोला और चला गया।

रूही - तुम कौन हो, और वहा क्या कर रहा था

लड़का - म म म मेरा नाम रोहित है

रूही - तो डर क्यो रहे हो ,

रोहित - घर में कौन कौन है, मैं मेरा भाई छोटा और मेरी मां

तब तक अंजली और रूही घर आ गई और जमींदार ने अंजली को इसी हालत देख कर पुरे गांव में हड़कंप मचा दिया

*************

इधर दूसरे तरफ उस दिन से अंजली की मुलाकात नहीं हुई तनु और साक्षी से।

*************

जंगल मैं कई लोगो की लाश थी, उनमें से एक जिंदा था अभी जो अपनी अंतिम सास ले रहा था, जिसने अंजली को तलवार मारी थी।

तभी उसके पास एक बच्चा रोते हुए आता है

"पापा पापा पापा आपको क्या हुआ पापा"

"बेटा अपना ध्यान रखना मैं उसे लेने मैं हार गया लेकिन तू मेरी मौत का बदला लेना और उसे अपना बना लेना, तभी मेरी मौत का सहारा मिलेगा"

ये कह कर उसकी अंतिम सास भी बंद हो गई, और वो लड़का चिल्लाते हुए वही रोता रहा, और फिर गांव में निकल गया और बोला " आपके हर जख्म का बदला लूंगा मैं हर उस चीज़ का, और उसे हर एक दिन भुगतना पड़ेगा पापा"

तभी वो लड़का निकल गया।
**********

और अंजली और रूही बैठ कर बात कर रही थी तभी वहा जमींदार आता है और कहता है "बेटा अब तुम दोनो का यह रुकना सही नहीं है अब बहुत कुछ देख लिया है तूने और अब तू शहर जाएगी समझी अगले हफ्ते"

अंजली - मेरी पत्नी साथ जाएगी

जमींदार - तेरी हरकते कब सही होगी, हा एक जगह पैर टिकते ना तेरे तो आज कही न जाना पड़ता

ऐसे ही जमींदार उन्हें सुना कर वहा से निकल जाता है

रूही - ले सुन ली, और मुझे भी सुनवा दिया तूने

अंजली - हम साथ साथ है hehehe

***************

इधर रमेश और राजेश बगीचे में खेल रहा था तभी उनकी बॉल टकरा जाती है एक लड़के से।

रमेश - भाई मेरी बॉल दे दे

राजेश - क्या नाम है बे तेरे पहले इधर देखा नहीं

"वीर नाम है मेरा" उस लड़के ने कहा

वीर - अभी नया नया आया हूं, गांव में

राजेश - कहा रहता है

वीर - यही जंगल मैं अकेला

राजेश - कोई नही आज से हमारे साथ रह लेना

तभी वीर कहता है ये जंगल मैं कोई आंटी मार गई ना

रमेश - हा बहुत रोकड़ा है उनके पास सारी उनकी बेटी के नाम रोशनी आंटी थी वो पता नहीं कौन लोग थे वो बेचारी को मार गया

ऐसे ही वो लोग बात करते करते घर चले गया और देखते देखते ही तीनो की दोस्ती गहरी होती है।

तभी वीर एक दिन बाहर घूम रहा था तभी उसे सामने से साक्षी और तनु बैठी हुई दिखाई दी और वो उन्हें ही घूरने लगा

तभी उसकी नज़र राजेश पर पड़ती है जो एक पेड़ पर बैठ कर उसी को देख रहा था।

राजेश - यहा क्या कर रहा है तू

वीर - कूच भी तो नहीं नही

राजेश - कुछ ज्यादा ही साक्षी और तनु के पास नही बतकता तू

वीर - वो वो मैं मेरा कुछ काम है

राजेश - चल ठीक है मैं तेरा साथ दूंगा बदले मैं मुझे जायदाद चहिए बस

वीर - ठीक है लेकिन तू मुझसे कभी कुछ नही पूछेगा ।

राजेश - ठीक है

तभी उन दोनो की नज़र अंजली पर पड़ जाती है और वीर उसे देखता ही रह जाता है सेम टू सेम तनु की कॉपी

राजेश - अबे ये जमीनदार की बेटी है, लेकिन राज की बात है ये लड़की तनु की बहन है

राजेश - बस राज है कभी पूछियो मत

वीर उसे देखता हुआ कहता है मेरा प्लान पूरा होने में तू मदद करेगी

वीर - तुझे जायदाद चहिए ना

राजेश - हा

तभी वीर उससे कुछ कहता है और राजेश हस देता है और कहता है "तू तो पक्का कामिना है बे"

************

इधर अंजली और रूही का शहर जाने का टाइम हो गया था जिस बस से वो जा रही थी उसी बस से रोहित भी जा रहा था।

अंजली - तुम कुछ बोलते क्यों नहीं रोहित बोलने के पैसे लगते है क्या

रोहित - नहीं मम्मी कहती हैं, किसी से बात नही करना चहिए मुझे बस पैसे कमाने है और खुद को कामयाब बना कर बहन को अच्छा से पालना है

तभी अंजली हस्ती हुई कुछ कहती उसके पहले कोई अंजली को कहता है "क्या मैं इधर बैठ सकता हूं"

अंजली कुछ कहती उसके पहले अंजली के साथ एक आदमी बोलता है पीछे बैठ जा इतनी सीट खाली है

ऐसे ही अंजली और रूही कॉलेज आ गई और धीरे धीरे वीर ऐसे ही उसके करीब आने की कोशिश करता लेकिन अंजली हमेशा रोहित के साथ रहती।

एक दिन अंजली उधर बैठी थी अकेला कॉलेज में तभी उधर वीर उसके बगल में बैठ जाता है और कहता है "अगर महारानी आपकी आज्ञा हो तो हम आपको कुछ कह सकते है"

अंजली - ही ही ही ही बिलकुल कह सकती है आप

वीर - मैं लड़का हूं यार

अंजली - वैसे आज आपकी इच्छा पूरी हो गई है ना हमे अकेला पा कर

वीर - हा सालो की इच्छा पूरी हुई मेरी

अंजली - चलो बताओ फिर क्या काम है , जो सालो से परेशान हो

वीर - वो मैं

तभी वहा खुदते हुआ अचनक से रूही आ जाती है और कहती है "चलो मेरा साथ मैं कुछ दिखाती हूं"

अंजली - अरे उसे बोलने तो दे
वीर - तू कौन

रूही - मैं इसकी पत्नी हूं, अब बागो यह से

वीर - ये बहनचोद कहा से आ गई ये तो कॉलेज में थी क्लास मैं।

तभी उन दोनो के जाने के बाद राजेश बोलता है सीसे का था दिल मेरा पत्थर का जमाना था

वीर - राजेश अब पानी सर से ऊपर जा चुका है

राजेश - मतलब

वीर कुछ नही अब तू देखना

***************

रोहित अपने रूम में सोया था तभी उसे कॉल आती है।

रोहित - हेलो

"हेलो हमारी बात रोहित से हो रही है"

रोहित - जी

"सर आपकी जॉब लग गई है, आपको आपकी फैमिली सहित रहने के लिए क्वार्टर भी दिया जाएगा"

रोहित उससे जॉब की सारी डिटेल निकलवा लेता है और अपनी फैमिली के साथ वही निकल जाता है।

कुछ दिन बाद रोहित उस जगह आ जाता है और अपनी छोटे भाई को एक एड्रेस देता है वही आने को।

रोहित मम्मी - बेटा ये तो बहुत बडी बिल्डिंग है, लेकिन शायद ये अभी बनी नहीं है।

अजय (रोहित का छोटा भाई) - चलो ना ऊपर चलने को बोला है

दोनो ऊपर जाते है तो ऊपर कोई नही होता है तभी उनकी नज़र रोहित पर पड़ती है जो एक दम कोने बेहोश पड़ा होता है और उसकी हालत खराब होती है।

वो जैसे ही उस कोने में जाते है एक आदमी जो वही खड़ा था उन्हें उधर ही धकेल देता है।

और काफी टाइम बाद रोहित बेहोसी की हालत से बाहर आता है तो उसके सामने एक लड़की खड़ी होती है।

रोहित - ये कैसा मजाक है, तुमने मुझे क्यो बुलाया यह

लड़की - अबे मैं खुद मरने आई हूं, तुम्हे क्यों बुलाऊँगी

रोहित कुछ नहीं बोलता तभी उसे अहसास होता है और वो नीचे झांकता है तो चिल्ला देता है नहीं

रोहित - मां मां मां , भाई भाई भाई

लड़की आगे जा कर उसके कंधे पर हाथ रख देती है और कहती है ये दुनिया है यहां ऐसा ही होता है कोई अपना नहीं होता

रोहित - मैने किसी का क्या बिगाड़ा था , मैने तो इस दुनिया मैं कभी किसी से राबता नही रखा

लड़की - रोना बंद करो पहले तभी तो आगे कुछ करोगे,

रोहित रोते रोते उस लड़की को जकड़ लेता है, वो लड़की रोहित की बाहों मैं होती है और अपना फोन निकल कर फेक देती है, और रोहित को जकड़ लेती है।

*************

उस दिन के बाद से रोहित कभी नही दिखा लेकिन उसके कारनामे पुरे शहर में फैलने लगे , पैसों के लिए जान लेना उसका पेसा बन गया , और उस लड़की जिसने रोहित को उस टाइम सभला था , वो थी पल्लवी।

पल्लवी - रोहित मैने तुम्हारा दिया गया नंबर ट्रेस किया ये किसी वीर के नाम है।

रोहित - वीर,वीर,वीर ही ही ही ही ही कब तक बचोगे बच्चू

पल्लवी - वो वो एक .......

रोहित - ये क्या बकवास है

पल्लवी - अभी यही अच्छा है रोहित की हम सही टाइम का इंतजार करे, तुमने कभी कुछ बुरा नही किया है तो अभी भी मत करो।

रोहित - क्यू क्यों किया उसने ऐसा क्यों मैने क्या बिगाड़ा था किसी का, और वो खुद एक xxxxx है।

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इधर रोहित की गैर मौजूदगी में अंजली और वीर करीब आते जा रहा थे।

वीर - क्यो ना हम सगाई कर ले क्यों।

अंजली - ठीक है, गांव चल कर पिता श्री से बात करेंगे।

इधर वीर उसके पास से हो कर रमेश और राजेश के पास आता है और कहता है प्लान शुरू करो।

इधर वो सभी गांव आ गए और शादी की तैयारी शुरू हो गई।

और मौके पर रमेश और राजेश निकल गया और वीर की शादी दोनो से हो गई।

इधर अंजली जब ये सुनती है तो पैर पटकते हुए अपना पापा के पास जाति है और कहती है ये सब आप क्यों करवा रहे है।

जमींदार - बेटी तनु तेरी बहन है, सगी और इसीलिए ये सब मुझे करवाना पड़ रहा है।

ये सुन कर अंजली वही फुट फूट कर रोने लगती है और अपनी बहन के लिए खुश हो कर ये घर छोड़ कर चली जाती है।

इधर सब कुछ होने के बाद जमींदार के घर आता है एक लड़का

जमीनदार - देखो तुम जो जो कहते थे , वो वो हो गया ना अब मेरी बेटी का पीछा छोड़ दो , सारी जमीन और हिस्सा तुमको दे दिया मेरी तनु और अंजली का पीछा

तभी वो लड़का हस्ते हुए निकल जाता है और बस गोलियों की आवाज़ आती है।

वही इन सब चीजों से अंजली एक दम सदमे में आ जाती है।

तभी अंजलि को रूही सभलती है और उसे सारी सचाई बताती है।

अंजली - तुझे कैसे पता, की ये वीर का काम है और किसी का नहीं।

रूही - में एक हैकर हूं, दीदी आप भूल गई क्या।

अंजली - मेरी वजह से पिता जी मारे गया।

रूही - नहीं इन सब की वजह है तनु और साक्षी का पास्ट वो दोनो कुछ गहरा राज छिपा रही है, लेकिन दीदी ये सब वीर भी नहीं कर रहा है उससे कोई और करवा रहा है।

अंजली - ये लड़का किसका है।

रूही - दीदी ये सड़क पर पड़ा था अनाथ था इसे मैं अपना नाम दूंगी।

रूही - ये लीजिए फोन और सारी बात तनु को बता दीजिए।

अंजली ने उसकी बात मान कर ठीक वैसा ही किया।

तनु ने पूरी बात सुनी तो वो अब और टूट चुकी थी उसका सब कुछ छीन लिया गया था , और दूसरी तरफ साक्षी हर दिन जिल्लत की जिंदगी जी रही थी।

उन दोनो को उनकी मां के एक वचन ने रोक रखा था, और ऐसे ही ज़िंदगी वो सब जी रही थी।

**********

वीर कार चला रहा था और एक जंगल मैं आ कर रुकता है जैसा जैसा तुम तुम कह रहे हो वैसा वैसा मैने किया।

आदमी - हा ठीक है जैसे बोलूं वैसा ही करने का अब जा यहां से और आज तनु के पास जा और ये दवाई मिला कर तनु को दे दे और उस चीज़ को मेरे पास लाओ।

वीर कार ले कर तनु के घर आ जाता है और तनु बेहोश भी हो जाती है लेकिन तनु की खुबसूरती देख कर वीर का मन डोल गया और उसने उसके साथ वो किया जिसके बाद उसे काव्या मिली।

इधर वीर को जिस काम के लिया भेजा गया था वो काम हुआ ही नहीं।

लेकिन उस रात से वीर के साथ अजीब अजीब से चीज होने लगी उसका लन्ड खड़ा होना बंद हो गया शरीर में एनर्जी कम होती चली जा रही थी और उसकी याददस्त कमजोर होती जा रही थी और उसका गले पर एक लाल निशान आ गया था।

और ये सब बात वीर के नोटिस करते ही उसने ये बात राजेश हो बताई।

राजेश - हमे जायदाद जल्दी से जल्दी ले लेनी चहिए अंजली की शादी करा के।

**************

अंजली उदास हो कर बैठी थी और कुछ काम कर रही थी तभी उसके पास रूही आ गई और कहती है "उदास मत हो मैने बहुत कुछ पता किया "


अंजली - तो अभी हमे क्या करना चाहिए

रूही - बताती हूं,सबसे पहले तो तुम्हे याद करना है मैं तुम्हारी वाइफ हूं

अंजालि - हा तो

तभी रूही उसे पकड़ कर के अपनी तरफ खीच लेती है और अपने होठ उसके होठ से मिला देती है




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और धीरे धीरे दोनो के जिस्म से कपडे उतार जाता है।

रूही - अब ठीक है

अंजली - तूने ये अच्छा नहीं किया

रूही - क्या मतलब

अंजलि उसे एक थप्पड दे देती है और कहती बेहसर्म ऐसे करते हुए तुझे शर्म नहीं आई अपनी ही बहन के साथ मैं तो तुम्हे बहन मानती थी, आज के बाद अपनी सकल मत दिखाना।

रूही - तो इसमें मेरी क्या गलती अगर बचपन से मुझे आपने वाइफ वाइफ कह कर अपने करीब रखा और अब मैं ऐसी बन गई तो मुझे छोड़ दे रही हो

अंजली गुस्सा मैं निकल जाती है और जैसे ही वो बाहर जाती है रमेश उसे ले कर चला जाता है।

फिर काला साया आ जाता है और वीर की जगह sid आ जाता है और इससे इनका पूरा किया धरा बिगड़ जाता है।

और उस दिन से रूही और अंजली की कभी मुलाकात नही हुई।

*********

और फिर रमेश और अंजली इंडिया वापिस आ जाते है, और वीर के गांव आ जाते है जहा वीर रहता था।


और फिर शादी हुई और राजेश और रमेश पैसे लें कर कागजाद ले कर निकल गया।

(नोट - ये पार्ट आपने शुरूवात मैं पड़ा है इसीलिए ज्यादा डिपली नहीं लिखा)

**********

इधर शादी होने के बाद तनु अंजली के पास आती है और कहती है रूही कहा है।

अंजली - 😑

तनु - उससे बात करो और बोलो राजेश और रमेश पर नज़र रखे और तुम वापिस सिटी जाओ और वीर का छुपा हुआ बिजनेस सभालो और अच्छा से नज़र रखो, कुछ गडबड ना हो, क्युकी मुझे शक है ये सब के पीछे वीर नही कोई था जो हमारे साथ हुआ पास्ट मैं इतनी जिल्लत हमे उठानी पड़ी।

अंजलि - हा कोई और है जो तुम्हे उस राज को हटीयाना चाहता है और उसका कनेक्शन रोशनी मां से है, लेकिन मैं वीर को मारना चाहती हूं।

तनु - ये वीर नही है कोई और है ।

अंजलि - में जा रही हूं , लेकिन तू अपना ख्याल रखना ।

तनु - में तो कबका मर गई हूं, अंजू बस एक जिंदा लाश हूं अब।

अंजली - मेरा सोच मेरा साथ कौन है हर कोई तो मेरा खिलाफ है

फिर अंजली वहा से निकल गई और रूही रमेश और राजेश और रोहित पर नजर बनाए रखी थी

और हर छोटी छोटी बात तनु से बताती उसने ही बताया था कि वीर पर कोई हमला करेगा।

अंजली - रूही

अंजली चिल्लाते हुआ सोच से बाहर आ जाती है।

***************
एक बड़ी सी बिल्डिंग में एक आदमी सिगरेट जलाते हुआ कहता है "तुम्हे क्या लगा अंजली तुम इतनी आसानी से मेरा खेल बिगाड़ लोगी , सालो पहले तो मेरा हो जाना चहिए था उसे लेकिन रोशनी ने तुम्हे बच्चा लिया, लेकिन अब मैं तुम्हे गेम बिगड़ने नही दूंगा"

हा हा हा हा हा मैने ही रोहित को बताया की उसके बेटे के मरने के पिछे कोई और नहीं तुम्हारा हाथ है, वीर तो एक प्यादा था मेरी जान , बाजी तो अभी शुरू हुई है।

रोहित के होते हुआ मुझे कुछ करने की जरुरत नहीं, विलन बनते नही उन्हें ये दुनिया खुद बनाती है , तुम बदल गया ना वीर लेकिन रोहित फिर भी तुम्हारी जान ले लेगा और उसके बाद तनु को उसे बहार निकलना पड़ेगा।

लेकिन मुझे ये समझ नही आ रहा आखिर उस रात ऐसा क्या हुआ की वीर तनु से डरने लगा।

***************

अंजली - रूही रूही, रूही रूही, मेरी रूही को छोड़ दो।

रोहित - ऐसे ही मेरा बेटा भी तड़प रहा होगा जब तूने उसे मारा होगा।

तभी रचना के एक गोली फायर की और वो गोली सीधे जा कर रूही के पैर में लग गई।

अंजली - मेरी बच्चू रूही हिम्मत रख तुम्हे कुछ नहीं होगा , क्यो मेरे पीछे पड़े हो हमने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है, हा हू मैं वीर की पत्नी इसलिए मुझे मारने आए हो, तुम।

रोहित - नही वीर का और मेरा मामला अलग है , वो हम एक दूसरे से निपटा लेंगे , वक्त आने पर क्युकी वीर के पीछे जो है उसे मरना पड़ेगा , लेकिन तुम अंजली तुमसे ये उम्मीद नहीं थी।

अंजली फुट फूट कर रो रही थी और रूही रूही कर रही थी।

रोहित - वीर को जब तक बचा सको, बचा लो।

अंजली - मैने तुम्हारा क्या बिगाड़ा था रोहित।

रोहित - क्यों मारा तूने मेरे बेटे को क्यो मैने तो तुम्हे और वीर को कुछ नहीं कहा , अपनी दुश्मनी के बौजुद भी कुछ नही कहा , क्युकी मुझे पता था वीर इतना घटिया इंसान है still तुम उसके साथ हो मतलब ये वीर हो ही नही सकता फिर तुमने मेरा बेटा को क्यो मारा।

अंजली - मैं तुमको अपना भाई बनाई, तुम्हारी मां को इज्जत दिलवाई , और तुम्हारे भाई को पढ़वाया और तुम कहते हो मैने तुम्हारे बेटे को मरवाया बहुत खूब रोहित अच्छा सिला दिया आपने।

रचना - कामिनी

तभी रोहित उसे रोक देता है और अंजली से कहता है ठीक है तुमने नहीं किया तो किसने किया फिर।

अंजली - हवस इंसान को खोखला कर देती है ऐसा कौन है, जो साक्षी और मेरे पीछे पड़ा हो, और किसे मेरे मरने से फायदा होगा।

रोहित - कुछ समझ नहीं आ रहा , लेकिन तुम जाओ और ध्यान रहे तुम्हरा सामना जिससे होगा और इस इंडिया का सबसे खूंखार आदमी है , मुझे इसके आलावा कुछ नही पता , और मैने वीर पर कोई हमला नहीं किया , मैने हमेशा केवल अपने खबरी भेजे है, जिन्हे कोई ना कोई मार दिया जो मुझे नहीं पता

अंजली - तो तुम ये क्यों कहते रमेश से ये तेरे आदमी है ,

रोहित - दहशत बनाने के लिय,तुम्हे हॉस्पिटल भेज देता हूं, ज्यादा खून नहीं बहा होगा रूही का।

रचना - मैं छोड़ दूंगी डैड

अंजली - मेरी नजरो से दूर हो जाओ सब के सब वर्ना अच्छा नहीं होगा, में तनु की बहन हूं , तनु की और वो आएगी

****************

इधर होटल में वीर तनु को अपनी गोद मैं बैठाया हुआ था की तभी उसके फोन पर एक मैसेज आता है, जिसे देख कर के तनु जल्दी से उठ जाती है और वीर को चलने के इशारा करती है, वीर कुछ कहता उसके पहले तनु जोर से चिल्ला देती है।

वीर तनु को गुस्से मैं देख कर डर जाता है और चुप चाप कार चलाने लगते है।

वीर कार ले कर एक घुमशुम घर पर आता है और तनु वीर का हाथ थाम कर अंदर ले जाती है और अंदर जाते ही अंजली बेहोश पड़ी होती है जो बहुत रोने के वजह से बेहोश हो गई थी।

तनु - ये लड़की कभी सुधर ही नही सकती, इसको बोलती हूं आम करती है इमली

वीर - बहन किसकी है

तनु - क्या बोला

वीर - केके कुछ नहीं

तभी तनु की नज़र रूही पर पड़ती है जिसका खून बहुत जा चुका था, तभी वो वीर के हाथ में अपने नाखून गड़ा देती है जिससे वीर बेहोश हो जाता है।

और फिर आधे घंटे बाद जब होश आता है अंजली को तो वो देखती है वो रूही की गोद मे पड़ी है

अंजली - रूही रूही रूही तू ठीक है वो उठ कर उसे गले लगा लेती है।

रूही - अरे मुझे क्या होगा , कौन सा मुझे गोली लगी थी 🤦

अंजली आंखे फाड़े रूही को घूर रही थी, और तभी उसकी नज़र तनु पर पड़ती है जो अपनी गोद मैं वीर का सर सहला रही थी उसे होश में लाने के लिए, जिस पर उसे बहुत प्यार आ रहा था, वीर चाहे जैसा भी हो वीर से वो बहुत प्यार करने लगी थी, हद से ज्यादा।

तनु मन मैं कहती है अभी सो रहा है उठेगा तो🤦 बच्चो जैसा हाल कर लेगा 🤦 मुंह फूला कर , ऊपर से गुस्सा करेगा।

**************
इन सब से दूर एक आदमी अपना फोन पटक देता है और कहता है पहले वीर का बाप और अब वीर और अब सारे पत्ते मेरे फेल क्यो हो जाते है
तभी वो कॉल कर के कहता है अपने आदमी से "जिस घर मैं वो है सब को उड़ा दो साक्षी को छोड़ कर"

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To be continued saara past cover kar diya.... Bas sakshi aur tanu ko chod kar.... Aur roshni waala part chodkar ..... Ye sab in dono ki side story hai....aur baaki dhere dhere aane jaan jaoge.....

And mera pc chal bsa 😗 isliya phone par tyep kar ke update de rha but ab se regularly aayga.... Kyuki main cheez yhi thi...
Baaki ab se acha updates aaynge.....pyare pyare jo samaj main aaye....
Bahut hi shaandar update diya hai Ghost Rider ❣️ bhai....
Nice and lovely update....
 

ankit2186

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Sir maine kaha tha but 3 din past padte padte reader bor ho jate.... Isliya main thoda gaali kha kar ek din main post kr diya.... Kyuki reader se bad kar kuch nhi hai.... Waise aap sab hai tbhi toh ham hai.... Thankyou for always supporting brother
Bhai jab aapke pass samay ho aur update ho to turant Dene ka Prayas kare . Kyuki baad me sambhavna ho sakti hai ki aap kis kaarya me vyast ho jaaye
Dhanyawaad
 

Raj_sharma

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Well well update posted pyar barsha do😛 and past khatam :slap: baaki ka story ke aage jaan jaoge.... .... Bahut log ki sex demand hai 😗 toh yess ab usi ka time hai... Toh jaldi se milte hai.... Tata saionara and reply main sabke de dunga thodi der main aur next update kal aayga shayd raat ko aa jaye..... Like kar depend krega..... Aur ye aadmi kon hai kya chahta hai ye toh time batayega.... Aur sakshi aur tanu ko power kaha se mili toh ye hai suspance 😂 abhi nhi batunga aur veer tanu se sex karne ke baad bhi shi hai ye bhi suspance ye bhi nhi batunga😂😂😂 .... Baaki ka dhere dhere jaanoge toh axha rahega
Awesome update with great writing skills bro
 

Raj_sharma

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Kya kare sir kabhi kabhi problem aa jata hai..... But update posted hamsa ki tarah 🥰
Thank you bro, waise story bohot shandar ja rahi hai, keep posting and do reply everyone, this story will be hit.
 

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तभी तनु की आंखें पूरी रेड हो जाती है और उसका चहरा नागिन जैसा होने लगता है।

फिर पूरे जंगल में बस चीख ही चीख फेल जाती है।

नहीं नही नही आआआआहहहहह

अब आगे ------

वीर - अरे बहन चोद गांड़ फट गई टायर चेंज करते करते उफ्फ मम्मी चलो घर चलते है अब, अब निकला हूं तो अनु और काव्या के लिया कुछ ले कर चलता हूं।

वीर अपनी कार की दिशा मिठाई की दुकान की तरफ़ कर देता है जिससे कार चल पड़ती है।

और फिर वीर खाने का सामान ले कर घर की ओर निकल पड़ता है।

*************

रचना एक कमरे में इधर से उधर घूम रही थी, "जाऊ या ना जाऊ , कही गुस्सा ना हो जाए वो, लेकिन गुस्सा क्यो होगी वो भला"

तभी रचना के कानो मैं आवाज जाती है

आआआहह मम्मी रे

इतना सुनते ही रचना तेजी से भागती हुए उसके रूम का दरवाजा खटखटा देती है।

थोड़ी देर बाद अंजली डोर ओपन कर देती है।




रचना अंजलि का मासूम चहरा देखते ही देखते खो गई थी।

अंजलि उसे जगाती है "क्या है हा, क्यो आई हो मेरे पास जाओ ना"

तभी रचना होश में आती है और चिल्लाती है तुम्हारा दिमाग सही नही है क्या इतना लेट होता है डोर ओपन करने मैं और चिल्लाई क्यो थी।

अंजली उसका अचानक से बदला behaviour देख कर ही दंग रह गई।

तभी रचना उसे धकेल कर अंदर आती है और पूरे रूम को देख ताक रही थी और तभी उसकी नज़र अंजली के हाथ पर पड़ जाती है और जैसे ही वो देखती है तो वो देखती ही रह जाती है।

और फिर दौड़ कर जल्दी से उसका हाथ पकड़ लेती है, और चिल्लाती है, "दिखाई नहीं पड़ता क्या कैसे कट गया हाथ, ध्यान नहीं दिया जाता क्या तुम्हारा"

फिर रचना जल्दी से दौड़ कर क्रीम ले कर आती है और अंजली को बैठा कर लगाने लगती है, और ये देख कर के अंजली का दिल ही धड़कने लगा बेशक वो अपनी बहन और वीर से प्यार करती थी, लेकिन उसकी इतनी केयर आज तक किसी ने नहीं की थी।

रचना - अब घूर क्या रही हो, बताओ कैसे कट गया।

अंजलि - वो मैने कभी खाना नहीं बनाया, और इसीलिए मैं जब बन रही थी तो मेरा हाथ काट गया।

रचना - आज के बाद तुम कुछ नहीं बनाओगी, समझी मैं खुद बना दूंगी, बात इतनी बड़ी बड़ी करनी है इन्हे अब मुझे क्या देख रही हो।

अंजलि - तो मैं खाऊंगी क्या।

रचना - मैं बनाऊंगी तुम्हारे लिया और तुम वो खा लेना चुप चाप समझ में आया या नहीं।

अंजली बस चुप चाप उसे ही देखने लगती है अपनापन और प्यार क्या होता है उसे धीरे धीरे ही सही रचना से मिल रहा था।

रचना - गुस्सा मत लगवाया करो क्या है।

अंजली कुछ नही कहती उसकी तरफ बड़ कर उसे गले से लगा लेती है और उसे अपने सीने से लगा लेती है।

रचना एकाएक हुए इस हमले से कप जाती है और अंजली उसे अपने बदन से कस लेती है और कहती है थैंक्यू रचु।

रचना - ओ ओके, अब तुम हट सकती हो।

अंजलि - क्यों हट जाऊ अपनी जान के ऊपर से मेरी हो तो दिक्कत क्या है।

रचना - तुम कुछ भी नहीं जानती मेरे बारे में ये प्यार कहा से आ गया, तुम्हारी भलाई के लिए कह रही मेरी किस्मत में नही है कुछ भी।

अंजलि - मैं तुम्हारी किस्मत बदल दूंगी, वादा यहां से तुमको आजाद करा दूंगी।

रचना - देखते है,

अंजलि फिर से उसे पकड़ लेती है और रचना कांपने लगती है और अंजली कहती है क्यो सोते टाइम तो मुझे बहुत छेड़ रही थी और अब मैं खुद पास आ रही तो कप रही हो ।

रचना - में कहा कप रही।

अंजली - अच्छा तो मेरी तरफ देखो।

रचना - मेरा मन मैं चाहे जहा देखू।

अंजली उसकी कुर्ती ऊपर करने लगती है और तभी रचना उसका हाथ थाम लेती है और कहती मेरे बारे मैं तुम्हे कुछ नहीं पता, मेरे बारे मैं जान लेना फिर तुम जो चाहोगी वो करना मैं कभी मना नहीं करूंगी।

अंजली - ठीक है तो बताओ।

रचना - अभी नहीं खाना खा लो रात को आराम से बात करेंगे, क्युकी उसके बाद तुम मुझे छोड़ दोगी और प्यार हवा हो जाएगा, तब तक एक साथ रह लूं , मेरा कोई नहीं है प्लीज़।

रचना जब ये बोल रही थी तो उसकी आंखो में आसू आ गए और ये देख कर अंजली का दिल दर्द करने लगा

अंजली मन मैं कहती है ये मुझे क्या हो रहा है मैं तो इसका इस्तेमाल करने आई थी, फिर ये मुझे इसको रोता देख कर दर्द क्यों हो रहा है।
***************

शहर की सबसे बड़ी बिल्डिंग पर सबसे ऊंचे माले पर एक फ्लैट था जिसकी सुंदरता साफ साफ झलक रही थी।

तभी रोहित वहा पर पूल पर था।

रोहित - चूस मेडरचोद जल्दी जल्दी वर्ना

इधर रोहित प्यार से अपना लोड़ा चुसवाने मैं लगा था, उसका मूड बहुत अच्छा था।

तभी एक लड़की अंदर आती है, रोहित सब उल्टा हो गया, जिन लडको को तूने वीर को मारने भेजा था उन सब की लाश के टुकड़े टुकड़े भी नही मिले पास के जंगल में बस सर मिला और बाकी का बदन छोटे छोटे टुकड़ों मैं तोड़ कर फेका गया है डॉक्टर का कहना है बहुत बुरी तरह से मारे गया है और सबसे बड़ी बात यह भी जहर लेकिन मौत बहुत भयानक मिली है।

इतना सुन कर रोहित का दिमाग हिल जाता है और जोर जोर से लड़की का मुंह चोदने लगता है।



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लड़की - घुऊऊ गुऊऊ घूऊ उम्म्मम्मम्म्म अऊऊऊऊ

रोहित - ये मदरचोद हो क्या रहा है

लड़की - एक और बात रोहित

रोहित - क्या है,

लड़की - तुम्हारा एक लोटा बेटा आज तुम जिस कार से जाने वाले थे, उस कार से तुम्हारा बेटा जा रहा था और तुम्हारी कार बम ब्लास्ट हुआ और वो मारा गया।

इतना सुन कर रोहित उस लड़की को गोली मार देती है और चिल्लाता है।

किस मेडरचोड की गांड़ मैं इतना दम हुआ मेडरचोद, मैं पूरे शहर में आग लगा दूंगा , वीर तेरी मां नही चोद डाली मैने तो मेरा नाम रोहित नही , आज तेरी वजह से मेरा दूसरा बेटा मारा गया।

लड़की - ये वीर का काम नहीं है।

रोहित - बहन चोद पता करो सीसीटीवी कैमरा की फोटो निकालो और आस पास के एरिया की फोटो निकलवाओ, सीएम को फोन कर और पूरे एरिया की कमांड लो और मां चोद दूंगा मैं उस लड़के की और वीर तुझे तो हिसाब देना होगा मेरे बेटा का मेरी बेटी का मेरी पत्नी का।

तभी लड़की खड़ी रोहित को देख रही थी।

रोहित - मेडरचोद जितना बोला उतना कर वर्ना तेरी बहन चोद दूंगा और वीर के घर के बाहर गांव में बहन चोद अपने पूरे आदमी फैला दो पता करो किसने मां चोद दी उन लडको कि और सेफ्टी की जरुरत है वीर के पास जरूर कोई और है जो उसकी मदद कर रहा है।

लड़की मन मैं कहती है ये किसने रोहित के अंतिम बेटे को मरवा दिया , अब रोहित पुरे शहर भर में तहलका मचा देगा

********************

राजेश रमेश का जिगरी यार दोनो साथ बैठे था तभी रमेश कहता है "छोटा मोटा गेम नहीं खेलना का रोहित का काम तमाम ही ही ही ही।

तभी उनके पास एक लड़का आता है और कुछ कहता है जिसको सुन कर रमेश के चेहरे की हवाइयां उड़ जाती है।

रमेश - प्रोब्लम हो गई है भाई , रोहित की जगह उसका बेटा मारा गया।

इतना सुन कर राजेश उसको एक बहुत जोर दार थप्पड मारता है, मदरचोद तुझे बोला था ना, ध्यान दिया कर और अब रोहित मां चोद देगा हम सब की।

रमेश - इतनी जल्दी नहीं , अभी हमारे पास हमारा हुकुम का इक्का है।

राजेश और रमेश कामिनी हसी हसने लगते है।

तभी राजेश किसी को कॉल करता है " हा रचना पर नज़र रख अच्छा से बाहर मत निकलने देना और ध्यान रहे।

रमेश - ही ही ही ही रोहित तुम्हारी अमानत हमारे कब्जे में है, लेकिन वीर।

राजेश - मैं होम मिनिस्टर से बात करता हूं, तुम जरा भी टेंशन ना लो , कोई तो है जो उसे बचा रहा , तभी आज वो बच गया, हमारी भलाई इसी में है वीर से दूर रहे।

रमेश - लेकिन अनु और साक्षी

राजेश ,- जब तक रोहित वीर को खत्म नहीं कर देता तब तक हम दोनो कुछ नही करेंगे।

रमेश मन मैं सोचता है तू तनु के होते हुए, साक्षी तक क्या किसी तक नहीं पहुंच सकता जो अपनी मां का सगा न हुआ वो किसी और क्या होगा , मुझे उस रात वीर ने बताया था।

रमेश - कुछ तो राज है, जो छुपा है साक्षी तुम हो क्या , क्या होगा जब साक्षी को पता चलेगा की वो लोग वीर के पीछे पड़े है।

राजेश - आज हमारे पास पैसे है बस ऐसे ही मेहनत जारी रही, तो एक दिन साक्षी तुम यह होगी मेरे पास , तुमहरे हर सवाल का जवाब दूंगा मैं याद रखना , तेरी मां के जैसे ही ही

****************

तनु अभी भी जंगल मैं बैठी थी और डरवानी मतवाली चाल चलती हुई चली जा रही थी।

तभी उसे पायलो की छन छन की आवाज़ आती है "कहा जा रही है तू"

तनु मेरे रास्ते से हट जा यशस्वी वर्ना अच्छा नहीं होगा।

यशस्वी- अरे आप तो बुरा मान गई , तनु वीर खुराना।

तनु अब होश में आई और बैठ गई और यशस्वी उससे फिर बोली " अब जा घर अपने वीर को मनाना भी है"

तनु - उन सब को मरना पड़ेगा, जो मेरे वीर की तरफ देखेगा।

यशस्वी- हा तनु बस तेरा वीर , सिर्फ तुम्हरा उस पर बस तुम्हारा हक है

तनु - हा आज उसने मुझे इज़हार किया , और बहुत प्यार किया, अभी जा कर उसे मना लूं, गुबारे जैसा मुंह फूला कर बैठा होगा।

तनु घर की तरफ निकल पड़ती है वो निकलते टाइम सोचती है मैने सोचा भी नहीं था वीर तुम मुझसे इतना प्यार करते हो पक्का अब कभी तुम्हारे प्यार को बदनाम नही करूंगी हावस नही कहूंगी , मेरा भी कोई अपना है जो मेरी फिक्र करता है , जिसे मुझसे प्यार है जो मेरा गुस्सा उठाता है नखरे उठाता है, वादा तुम्हारी ये फेवरेट पत्नी हमेशा तुम्हारा ध्यान रखेगी और तुम्हारी दोनो पत्नियों का दिल जीताना भी सीखा देगी।

तनु - उस चौथी का भी हूं हरामजादी।

इधर तनु के जाते ही यशस्वी जल्दी से पानी पीने लगती है जिसका बदन अभी भी कांप रहा था और वो बोलती है बच गया आज शहर वर्ना तनु समसाम बना देती, वीर तुमको मैं क्या बोलूं तुमने तनु से प्यार किया , उसके जिस्म से नही नाग रानी का दिल जीत लिया आज तुम्हे उससे सब से ज्यादा प्यार है।

(ये बात तो वीर ही जनता था कितने पापड़ और झापड़ खाए है दिल जीतने के लिए).
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Well well well guyssss .... Story ek kadam aage...... Tanu ki identity toh rival hogi.... Ek nagin.... Aur rohit ki real power bhi jaan gya hoge aur rachna aur rohit ka connection guess karo tab tk.... I know story main bahut se raaj hai but enjoy karo agla update sex aur romance se bharpur rhega.... Jo kal ayga.... Dhere dhere story aage bad rhi hai toh suspance khatam hote jaynge...... Wo update likha ja chuka hai toh chill guysss....

Like thok dena.taget 30...revos dena na bhule.......
बहुत ही बढिया और मस्त अपडेट है भाई मजा आ गया
 
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