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Incest पिता की मौत के बाद मेरी आत्मा मेरे पिता के शरीर में घुसी (completed)

Update kismain dun hindi yaa hinglish


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Update 22 - sakshi real identity....

इधर तनु के जाते ही यशस्वी जल्दी से पानी पीने लगती है जिसका बदन अभी भी कांप रहा था और वो बोलती है बच गया आज शहर वर्ना तनु समसाम बना देती, वीर तुमको मैं क्या बोलूं तुमने तनु से प्यार किया , उसके जिस्म से नही नाग रानी का दिल जीत लिया आज तुम्हे उससे सब से ज्यादा प्यार है।

अब आगे

इधर वीर चुप चाप कार घर में खड़ी कर देता है और ऊपर की तरफ निकल जाता है और उसने काव्या के लिया बहुत कुछ लिया था।

तभी वीर हस्ते हुआ ऊपर चला जाता है और ऊपर जाते ही सारा सामान साक्षी को पकड़ा देता है और काव्या जब उसकी देखती है तो वीर उसको इग्नोर कर के बाहर आ कर बैठ जाता है।

काव्या - पापा क्या हुआ, मुझसे क्यों बात नही कर रहे।

वीर - जाओ तुम टीवी देखो ना, सुबह से भी किस नहीं दी।

काव्या - उफ फो पापा आप भी टोरी ,

काव्या अपनी टूटी आवाज मैं टोरी बोल रही थी उसे ये देख कर बहुत अच्छा लगा।

वीर - नहीं चहिए आपका सॉरी जाओ।

काव्या - aw पापा गुस्सा फूक दो, देखो आपकी काव्या है ना आपके साथ, आपका हाथ पकड़ कर के वो मैं डोरमैन देख रही थी।

ये सुन कर वीर हसी आ जाती है और काव्या कूद कर उसकी गोद मैं बैठ जाती है।

और अपने हाथो से उसे समोशा खिलाने लगती है।

काव्या - यू आर बेस्ट पापा ।

तभी वहां पर तनु आ जाती है और वीर को देखती है तो उसकी आंखें भर आती है।

तभी साक्षी की नज़र तनु पर पड़ जाती है, और उसको देख कर साक्षी की आवाज़ भारी हो जाती है और वो उसके पास आ कर कहती हैं क्या हुआ।

तभी साक्षी की भारी आवाज़ सुन कर तनु की आंखे लाल हो जाती है।

तभी तनु चुप चाप उसके आगे जा कर उसे बाहों मैं भर लेती है और उसके होठ पर अपने होठ रख देती है।


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साक्षी उसे हटाने लगती है और तनु उसके गाल पकड़ कर के वापिस पकड़ लेती है होठ चूमने लगती है।


lesbians-lesbian


अनु - तुम दोनो बेशरम की तरह ये क्या कर रही हो इसलिए बचपन से तुम दोनो को मेरी मां अलग कर दिया करती थी।

तभी साक्षी तनु आंख मैं देखती है और कहती हैं देख तू बता दे क्या हुआ वर्ना तू अच्छे से जानती है मैं क्या कर सकती हूं।

तभी अनु जो समोसा खा रही थी वो डर जाती है और कांपने लगती है, अपनी बहन की ऐसी डरवानी आवाज सुन कर वो कांप जाती है और तभी तनु उसे बाहर जाने का इशारा करती है।

अनु जाने लगती है लेकिन उसे आज भी बचपन की कुछ बातें याद आ गई और वो कांप जाती है।

तभी अनु बस वीर के बाजू में बैठ जाती है और उसका हाथ थाम लेती है।

तनु - क्या करेगी तू, हा मैं तुझे डरती हूं क्या।

साक्षी - डरती तो मैं भी किसी से नहीं, तू भी जानती है।

इतना कहते ही साक्षी की आवाज़ भारी हो जाती है बाल अपने आप खुल जाते है, उसके नाक में एक बड़ी सी बाली आ जाती है।

तनु - जिस चीज की डर था वही हुआ, वीर के प्यार ने इसे जगा ही दिया , साक्षी अपने असलियत में आ चुकी थी।

साक्षी - तू सच सच बता दे क्या छुपा रही है, वर्ना अच्छा नहीं होगा, तेरी आखों में आसू क्यों थे।

तभी वीर पता नहीं कहा से रूम में आ जाता है और पीछे से साक्षी को जकड़ लेता है।

वीर - आप बहुत अच्छी लग रही हो ऐसे बड़ी बड़ी बाली में, क्या बात है कही जा रही हो क्या मुझे छोड़ कर।

वीर पीछे से उसकी कमर को जकड़ लेता है और साक्षी वीर की पकड़ मैं थी और उसके हाथ में अपने हाथ रख देती है और कहती है मैं कहा जाऊंगी आपको छोड़कर भला।

तभी तनु कहती है देखो ना वही तो।

साक्षी को वीर बहुत कस के जकड़ लेता है और साक्षी कहती है फिर से लड़ लिया तुम दोनो ने, अच्छा चलो तुम बाहर मैं आती हूं।

वीर फिर बाहर चला जाता है और साक्षी अब वापिस नॉर्मल आवाज मैं आ जाती है और कहती है तू कुछ तो छुपा रही है।

तनु - नहीं छुपा रही , वैसे भी तू जानती है मेरा गुस्सा जो भी था वो मैं सभाल ले रही।

साक्षी जाने लगती है और तभी तनु उसको मासूम नज़र से देखती है।

साक्षी - चल अच्छा सॉरी मुझे लगा , तुझे कोई दिक्कत है , वैसे भी मुझे कोई शौक नही है तेरे पीछे आने का हु।

तनु उसे जकड़ लेती है , और साक्षी कहती है हाए अब रात को लेस्बियन करेंगे ही ही ही ही।

तनु - हट छीनरी कही की।

साक्षी - ही ही ही ही अच्छा हट मैं जा रही मुझे अच्छा नहीं लग रहा ऐसा लग रहा जैसा मेरी जान कोई लेना चाहता है, कोई मेरे वीर को छीन लेने चाहता है।

तनु - धत ऐसा नहीं होगा, हमारा वीर तो बस हमारा है ना, मेरे होते हुए कुछ होगा भला, लेकिन तू देख मैने वीर को पा लिया उसका प्यार तू तो अभी भी नहीं पा पाई ।

साक्षी - ज्यादा मत बोलो समझी , मुझसे वो बहुत प्यार करता है।

तनु - डायन कही की।

साक्षी - तू डायन मत कहा कर अच्छा नहीं लगता।

तनु - ठीक है य

साक्षी - मैं जा रही तू गांड़ मारा वैसे भी वीर को मेरी जरुरत है।

तनु - आज बच गया सब वर्ना रायता फैल ही जाता, मुझे अपने जज़्बात संभालने पड़ेंगे, क्युकी साक्षी को रोक पाना किसी के बस की बात नही।

तनु - साक्षी को खतरा महसूस हुआ , इसीलिए आज वो अपने असली अवतार में आ गई थी, लेकिन वीर को साक्षी के इस रूप में भी अपनापन दिखा रहा था इसलिए उसने साक्षी को संभाल लिया।

तनु एक टक वीर को देख रही थी कैसे हम दोनो टूटे हुए थे और जी रहे थे फिर ये भाई साब आए।

तनु - इतने लात घुसा खा कर भी वो वीर को मुझ मैं प्यार दिखा और उसके प्यार ने मुझे वापिस पहले जैसा कर दिया, और ठीक यही साक्षी के साथ भी हुआ, उसे एहसाह दिला कर की वीर उसके बिना कुछ नहीं है, और ये सच भी है की वीर हमे बहुत चाहता है।

तनु - बड़ी मां आज आप होती तो हमे देख कर बहुत खुश होती, देखो हम पहले जैसे हो गए , आप जैसा चाहती थी वैसे हो गए हम साक्षी बिलकुल पहले जैसी हो गई नटखट , शैतान , प्यारी सी इमोशन से भरी और मैं भी वैसे हो गई।

तनु - आपके जाने के बाद हमने वादा किया था हम कभी अपनी असलियत नी अपनाएंगे, भूल जाएंगे ये दुनिया बस नफ़रत से भरी है हवस से भरी है इसी वजह से हमने सब छोड़ दिया था ,क्युकी ये दुनिया मैं हमरा कोई नहीं था लेकिन फिर वीर आया उसने हमे एहसाह दिलाया प्यार का सहारा दिया और उसने हमे पहला जैसा कर दिया।

तनु - आपकी मौत के वक्त हम कुछ नहीं कर सके छोटे था, लेकिन अब वीर ने हमे जीना सीखा दिया और अगर उस पर किसी ने आंख भी उठाई तो हर उस आंख को बंद होना पड़ेगा।

तनु - छोड़ो ये बात , पुरानी बात को छोड़ो वैसे भी हमे बस वीर से मतलब उसे कुछ नहीं होने देंगे, उसे गधे को ये बात पता चल भी गई तो भी उसे फरक नहीं लड़ेगा।

तभी वीर को देखती है तनु और वीर उसे देख कर दूसरी तरफ सर कर लेता है।

तनु को हसी आ जाती है और कहती है अच्छा बच्चू हमसे चालाकी मैं भी देखू कैसे रूठे रहोगे , ज्यादा ही गुस्सा हो गई।

तभी तनु बाहर आती है और वीर की तरफ आगे बड़ती है और वीर उसे इग्नोर कर देता है और चुप चाप उठ कर tv देखने जाने लगता है तभी तनु भी जाने लगती है और कुछ सोच कर रुक जाती है और देखती है साक्षी अनु को बाहों मैं भर कर फुसला रही थी।

अनु अपनी बाहों को फैला कर तनु को आने का इशारा करती है।

तनु उसकी बाहों मैं आ जाती है और गले लगा कर कहती है हम दोनो ने नाराज़ है तू।

अनु - नहीं गुस्सा करती हो, लेकिन प्यार भी तो करती है हमसे।

तनु - तू बेस्ट है मेरी बहन।

अनु - ही ही ही ही मैं तो हूं ही बेस्ट सबकी लाडली हूं मैं, वैसे आप दोनो के होते हुए , हम सब को कौन छू पाएगा।

साक्षी - ए तू जा पहले अपने गुबार को मना ले वर्ना मैं अन्दर चली जाऊंगी।

तनु - तूने तो इसे मना लिया , साक्षी।

साक्षी - 2 घंटे से मना रही तब मानी वर्ना ये भी गुबार बन कर बैठी थी।

तनु हस्ते हुआ अंदर चली जाती है,

********************

Well well well well......
Aap hamre villains ke baare jaan hi gya hai.... Toh herione ke baare main bhi thoda jaan lo..... Ye update bas sakshi ke liya tha....🤷 Sakshi ke paas bhi power hai.... And normal question tha abhi tak use kyu nhi ki power toh pad kar samaj gya honge....past se juda hai mom sakshi ki mom.... Aur next update bas romance par rhega aur shayad thoda bahut villains ke upar rhe.... Pad kar smaj jaoge....but sakshi kya hai jaan jaoge dhere dhere ..... Bye bye saionara ..... Revos jarur dena.....
बहुत ही सुंदर लाजवाब और मनमोहन अपडेट है भाई मजा आ गया
 

Ghost Rider ❣️

..BeLiEvE iN YoUrSeLf..
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Bhai apke to 8 update ready the n?
Ready hai sir but edit kr ke aur thoda masala add kar ke post krunga...😌
 

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Update 23
साक्षी - ए तू जा पहले अपने गुबार को मना ले वर्ना मैं अन्दर चली जाऊंगी।

तनु - तूने तो इसे मना लिया , साक्षी।

साक्षी - 2 घंटे से मना रही तब मानी वर्ना ये भी गुबार बन कर बैठी थी।

तनु हस्ते हुआ अंदर चली जाती है,

अब आगे -

तनु जब अंदर जाती है, तो देखती है वीर टीवी देख रहा था।

तनु - नाराज़ हो मुझसे।

तनु - अच्छा जी हमे इग्नोर कर रहे है आप ज़रा हम भी तो देखे कब तक हमे ऐसे इग्नोर करते हैं।

ये कह कर तनु वीर के बगल बैठ जाती है और वीर उसे इग्नोर कर के टीवी देखता है।

तनु इतना भाव रुको अभी बताती हूं रुको।

वीर - हा जाओ, मेरी और 2 वाइफ है वो मुझे नहीं मना करेंगी, जाओ हू।

ये सुन कर तनु हस देती है और कहती है,"अरे बाप रे इतना गुस्सा अपनी तनु से"

तनु - मैं भी देखू कैसे दूर रहते हो।

ये कह कर तनु खड़ी होती है और अपना साडी उतार देती है और और ब्लाउज और पेटिकोट में आ जाती है।

तनु - साड़ी बड़ी गंदी हो गई थी।

तभी तनु अपना ब्लाउज उतारने लगती है और अपनी तिरछी नज़र से देखती है तो वीर उसे ही घुर रहा था जैसे अभी ही खा जाएगा।

और अब तनु बस ब्रा में और पेटिकोट मैं होती है ये देख कर के वीर बस तनु को घुर रहा था और खड़ा हो जाता है।

तभी तनु कहती हैं ," बाबू क्या हुआ ये भी उतार दूं, हो जाए एक राउंड जल्दी से वैसे भी आपकी ही तो हूं ना"

ये सुन कर वीर हड़बड़ा जाता है और वापिस बैठ जाता है और तनु वही ब्रा मैं और ब्लाउज मैं ही गिर पड़ती है और हस्ते हुए।

फिर वो खड़ी हो कर कहती है अरे मैं भूल गई थी आप तो गुस्सा हैं, हा चलो अब जल्दी से साड़ी पहन लेती हूं।

तनु एक नई साड़ी निकाल लेती है और पहन लेती है।

तनु - क्या देख रहे हो।

वीर - मूवी

तनु - मूवी मेरी कमर मैं चल रही है क्या।

वीर वापिस अपनी नज़र टीवी पर गड़ा देता है और तनु हस्ते हुआ अंगड़ाई लेने लगती है और जब वो अंगड़ाई ले रही थी तो वीर की नज़र तनु की क़मर पर पड़ जाती हैं, दूध जैसी उसकी कमर और उस पर पतली से कमरबंद।



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तभी वीर बस उसे ही देखे जा रहा था और उसकी नज़र का पीछा करते हुए तनु देखती हैं तो कहती है सुनिए जी

वीर- हा

तनु - आप गुस्सा है, ऐसा नहीं देखते कुछ कुछ हो जाएगा आपको।

वीर- कौन गुस्सा है

तनु - अरे आप गुस्सा था ना

वीर - न न नही तो मेरा मतलब हा

तनु मन ही मन हस रही थी और तनु उठ कर वीर के जस्ट बगल बैठ जाती है और वीर धीरे से उससे सट जाता है

तनु वीर की इस हरक़त से स्माइल करने लगती है।

तभी वीर की ओर तनु देखने लगती है और उसके ओर आगे बदने लगती है , और वीर को लगा तनु उसे किस करेगी तो वो अपनी आंखो को बंद कर लेता है।

थोड़ी देर में वीर को कुछ फील नहीं होता तो वो आंखो को खोल कर देखता है तो तनु बस रिमोट लेने आई थी।

वीर अब और गुस्सा हो जाता है और तनु के हाथ से रिमोट ले लेता है और उसका मुंह अब पूरा लाल हो गया था पकोड़े जैसा नाक फुली हुई थी।

और ये देख कर तनु बड़ी मुस्किल से हसी रोक पाई , अगर वो हस देती तो सब खराब हो जाता है।

तनु मन मैं कहती है देखू तो कितना दूर रह पाते है हमसे, पत्नी हूं तुम्हरी, तुम्हे अच्छे से जानती हूं बच्चू कैसे मनाते है , प्यार ऐसे ही नहीं हो गया है आपको हमसे।

तनु स्माइल करती है और वीर से कहती है "क्या हुआ रिमोट दे दो"

वीर - मुझे ये देखना है।

तभी साक्षी और अनु अंदर आती है और वीर से कहती है ये क्या देख रहे हो वीर।

वीर - मुझे पसंद है

साक्षी - तुम्हे नापतोल का एडवरटाइजमेंट पसंद है।

वीर - क्या फिर वो हड़बड़ा कर कहता है हा मुझे पसन्द है लेना है अपने लिए ये

अनु - तुम्हे स्पोर्ट ब्रा लेनी है अपने लिए 😑 चलो ठीक है साइज बताओ बुक कर देती हूं मैं

वीर अब जल्दी से चैनल बदल लेता है और साक्षी और अनु हसने लगती है और तनु बस मुस्करा रही होती है क्युकी उसे तो अच्छा से पता था वीर तो उसे देखे जा रहा था।

वीर अब बाहर आ जाता है।

अनु - अच्छा आओ गुस्सा मत हो स्पोर्ट्स ब्रा मत पहनना , आओ अंडरलाइन वाली ब्रा दिला दूंगी, आओ मेरा साइज हो जाए तो लेते जाओ आओ।

ये सुन कर तनु और साक्षी हसने लगती है।

साक्षी - तनु कामिनी मानने आई थी या और गुस्सा दिलाने।

तनु उसको और अनु को सारी बात बता देती है और अनु कहती है दीदी मजा आता होगा ना।

साक्षी - तू उसके साथ बाहर जा खाने के लिए कुछ लेती आना इसी बहाने।

तनु - हा ये सही रहेगा अकेले रहूंगी तो और मजा आएगा

वही ये सब सुन कर अनु कुछ सोचती है और मुस्कुराते हुए बाहर आ जाती है, और जैसे ही बाहर आती है वीर पर उसकी नज़र पड़ जाती है, वीर उसको देख कर उसके पास जाता है और तभी अनु उसको देख कर कहती है क्यो तुमसे कहा था कुछ दीदी को मानने को तुम जरा भी नही माने हा

वीर - आज पक्का मना लूंगा , अब एक हग कर लेने दो प्लीज

अनु - जी नहीं, बेशर्म वैसे भी मुझे अच्छा से पता है तुम्हारी दोनो वाइफ भाभीं है एक मैं ही हूं पतली कमरिया इसी लिया इतना उछल रहा है तू मेरा काम करो वर्ना सच्ची बता रही में क्राइम पेट्रोल मैं अगला एपिसोड तेरा आएगा।

वीर - क्या आएगा
अनु - गुस्साई पत्नी ने किया पति का कतल

वीर - ही ही ही ही

अनु - हस मत बंदर

तभी ये दोनो आगे बात करते की बाहर तनु और साक्षी आ जाती है, और इन दोनो को देख कर इनके पास आती है और साक्षी कहती है वीर तनु के साथ जा कर तू बाहर से खाना लेता आ और कुछ कपड़े लेते आना हम सब के लिए

वीर मान जाता है और तभी काव्या भागती हुई आती है और कहती उफ आप लोग भी ना मम्मी रुको मैं तैयार होती हूं, जल्दी से।

इतना सुन कर सब हस देते है तभी उसको पीछे से अनु पकड़ लेती है और कहती है क्यो बच्चू 🙈 इन सब को जाने दो आप और मैं कार्टून देखते है कोई रोकने वाला नहीं क्या कहते हो।

काव्या खुस हो कर कहती है अच्छा मम्मी आप अकेले जाओ

तभी ये दोनो निकल पड़ते है और तनु कार में आ कर बैठ जाति है और वीर उसको देख रहा होता है और तनु कहती है "क्या कार अपने आप चलेगी"

वीर कार ले कर निकल पड़ता है और दोनो जल्दी से एक होटल में रुकते है, वीर कुछ कहता उसके पहले तनु अंदर जानें लगती है और तनु को सब घूर घुर कर देखने लगते है और उसके जिस्म के खुशबू किसी को भी पागल करने के लिए बहुत थी।


तभी वीर ये देख कर के तनु का हाथ पकड़ लेटा है और तनु भी कस कर के थाम लेता है और वीर एक टेबल पर आ का बैठ जाता है और तनु उसका हाथ पकड़ हुए देख रही थी

तनु मन मैं कहती है मुझे आपको मानना आता है बच्चू।

तनु को वीर भी घूर रहा था और वीर को ऐसे घूरते देख तनु हस देती है और सब के सामने उठ कर वीर की गोद मैं बैठ जाती है।

और अब ऐसे वीर जब देखता है तो तनु उसकी आंखो में देख रही होती है।

वीर को अब बहुत अच्छा लग रहा होता है आज पहली बार उसे ऐसे प्यार का अनुभव हो रहा था, पहली बार वीर को किसी ने इतना प्यार का अहसास दिलाया था।

तनु - नाराज़ हो हमसे

वीर - नहीं, बस थोड़ा बुरा लगा।

तनु - सॉरी, देखो आपकी जान ऐसे सॉरी बोल रही है ना🥺

वीर - ही ही ही ही कोई बात नहीं लेकिन ऐसे मुझसे गुस्सा क्यो थी, मैने क्या किया था तुम्हारा, मैं तो बस तुमसे प्यार करता हूं , तुम्हे पता है मैं तुमसे प्यार करता हू

तनु - सोरी ना, वो मैं तुमसे कुछ छुपा रही थी और प्यार करते करते उगल दी, इसलिए गुस्सा लग गई , मैं भी चाहती हूं गुस्सा ना हू लेकिन मैं चाह कर भी अपने आप को नहीं बदल सकती।

वीर - तो मत बदलो ना, मैं तुमसे ऐसे प्यार करता हूं जैसी तुम हो, बदल कर प्यार करूंगा तो वो प्यार थोड़ी होगा, तुम जैसे हो हमे पसंद हों , वैसे भी अगर मैं तुम्हारे बारे मैं सब जान गया तो भी मुझे फर्क नहीं पड़ेगा

तनु - पक्का फरक नहीं पड़ेगा

वीर - प्यार करती हो हमसे

तनु - जान से ज्यादा करती हूं

वीर - तो प्यार मेरी तुम तो मेरी वाइफ हो अगर प्यार है तो मुझे तुम जैसी हो एक्सेप्ट हो बस मेरी हो वैसे भी अब तो मेरी वाइफ बन गई हो अब तो झेलना पड़ेगा ना।

तनु - awww कुत्ते झेलने पड़ेगा , रुको बताती हूं

वीर तभी उसकी कमर जकड़ लेता है और तनु से नज़रे नहीं मिलाता

तनु - वैसे अब बताओ क्या बात है।

वीर - कुछ तो नही

तनु - तुम्हे पता है अगर तुम अपनी वाइफ को छोड़ कर कही भागने का प्लान है तो उसे वही भूल जाना वर्ना वापिस खीच के लाउंगी और बहुत मरूंगी।

वीर - केकेके क्या मतलब

तनु - मुझसे कुछ छिपा नहीं सकते बच्चू, मैं तुम्हारी वाइफ हूं समझे पहला प्यार बेशक साक्षी से बहुत करीब हो लेकिन मैं यहां रहती हूं (उसके दिल पर उंगली रखते हुआ)

वीर - हा

तनु - वैसे साक्षी और अनु हम सब से इतना प्यार करने के लिए शुकिया हम सब को जीना सिखाना के लिया बहुत बहुत थैंक्यू पति जी अब हम सब आपके हो गया।

वीर - हा

तनु - अब बताओ

वीर - मतलब

तनु - तुम्हारी पत्नी हुं, जानती हूं तुम्हे अच्छा से साक्षी और अनु के टाइम अगर तुम्हारा नियत ना बिगड़े तो समझती हूं , लेकिन मैं स्पेशल हूं, अगर मेरी टाइम नियत ना बिगड़े मतलब कुछ बात है।

वीर - मुझे नहीं पता हटो मेरे ऊपर से

तनु - बताओ

वीर - बहुत अजीब हो रहा हमेशा कोई न कोई मेरा पीछा करता रहता हैं , मुझे मारने की कोशिश करता है मैं तुम्हारे साथ रहना चाहता हूं हमेशा लेकिन वो मुझे मार देंगे मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं तनु , साक्षी और अनु की बकिती कुछ नहीं भुला मैं।

तनु वीर की आंखो में देखती है और उसकी आंखो से आसू पूछती है और कहती है इतना सब कुछ दिल में दबाए बैठे थे हा

वीर - हा

तनु - तुम कही नहीं जाओगे, मतलब कही नहीं वैसे भी तुम्हे क्या लगता है तुम्हारी तनु नॉर्मल है।

वीर बस टूक टुकी लगाए उसे देख रहा था।

तनु - प्यार करती हूं तुमसे तुम्हारी साक्षी और तनु के होते तुम्हे कौन छू लेगा, मैं अभी कुछ बता नहीं सकती बट यकीन करो मेरा कोई तुम्हे कुछ नहीं कर सकता समझें।

वीर - कभी कभी तुम्हारी बात पहेली जैसी लगती है, लेकिन तुम जैसी भी हो हमे पसन्द हो इसीलिए तुम मुझे पसंद हो।

तनु - हा हा पता है तुम्हारी पहली नज़र से ही देख रही हूं चुपके चुपके मुझे घूरते था, साक्षी के साथ गांव आए थे तब भी मुझे घूर रहे थे, तुम्हे क्या लगता है मुझे पता नहीं होता था।

वीर उसकी बात सुन शरमा जाता है

तनु हस्ती है और कहती है बता दूं साक्षी को की जब इसे पता नही था की मैं इसकी वाइफ हूं तब से लाइन मार रहा है चुपके चुपके घूरता पीछा करता।

वीर - नही प्लीज़ मत बताना

तनु - ही ही ही ही ही पागल

तभी तनु की आंख लाल हो जाती है और कहती है प्रोमिस आपको कुछ नही होने दूंग

वीर - देखो मैं नहीं जानता तुम क्या हो लेकिन इतना तो बहुत पहले से जानता था कि तुम नॉर्मल नहीं हो लेकिन बस मेरा साथ मत छोड़ना शायद आगे कुछ ऐसी बात निकल कर आए जिससे सब हमसे दूर हो जाए और हमे पापी बोले , लेकिन तुम साथ देना मेरा।

तनु - पत्नी हूं तुम्हारी समझे अब जो भी होगा पत्नी ही रहूंगी समझे मिस्टर sid

तनु - अब बस चुप मेरे हो बस मुझे पता है तुमने कुछ हिंट दिया साक्षी को ले कर लेकिन अब तो पति हो तो चिल मैं स्भाल लुंगी लेकिन अच्छा लगा सुन कर मैं पहली पत्नी हूं।

वीर की आंख नम हो गईं उससे इतना प्यार का अहसास तनु ने दिलाया था।

तनु उसके ऊपर बैठ कर उसे अपने सीने मैं लगा लेती है और मुस्कुराती है



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तनु - पागल चुप ऐसे उदास नहीं होते ना अब तो हसने के दिन है अब हर रात सुहागरात और दिन बस बेड तोड़ देना है हम दोनो को मिलकर, अब बाहर नहीं जाना आपको

वीर - पहला कौनसा जाने देती थी।

तनु - ही ही ही एक बार सब ठीक हो जाए फिर जाने देना।

वीर - तुम्हे कैसा पता था की मेरे ऊपर खतरा है।

तनु - शाह 🤫 प्यार करो बस बाकी चीज टाइम के साथ जान जाओगे लेकिन तुमसे बहुत प्यार करती हूं , तुमने प्यार का अहसास दिलाया हमे।

तनु - अच्छा जी मतलब मैं संभाल लुंगी तो तुम अपना डंडा चुभाने लगे।

वीर - आई लव यू

तनु - आई लव यू टू पागल तुम्हे भी मानना कोई आसान काम नही है।

तनु मन मैं सोचती है तुम सच में बहुत प्यारे हो वीर तुम हर पल मुझे एहसाह दिलाते हो प्यार की तुम नई नई वजह देते हो प्यार की "कभी बेटी को अपना कर , कभी प्यार जाता कर , कभी गुस्सा सह कर, अभी तुम्हे पता है मैं इंसान से बड़ कर कुछ हूं तुम्हे फिर भी फर्क नहीं पड़ा और कुछ जानना नहीं है"

तनु - तुम्हे तो कभी प्यार की कमी नहीं होने दूंगी पागल लड़का

वीर - सुनो

तनु- क्या

वीर - कार मैं प्यार करोगी

तनु - धत

****************

रचन - खाना अच्छा था ना।

अंजली - हा बहुत अच्छा था, क्यो।

रचना - चलो अब घूमने चलते है रात को फिर तुम्हे सब बता दूंगी अपने बारे मैं बस मेरा साथ मत छोड़ना

अंजलि - चलो

रचना - अंजलि चलो मेरी कार से चलते है इस टाइम कोई बॉडीगार्ड नहीं रहते।

अंजली - अच्छा चलो

रचना - ही ही ही ही चलो

अंजलि - बहुत खुश हो।

रचना - बचपन का सपना था, अब पूरा होने की उम्मीद जगी है

अंजलि - प्रोमिस होगा।

रचना - चलो फिर चलते है

अंजली और रचना घूमते घूमते एक घर के पास आ गया।

अंजलि यहां क्यों रोक दी कार

रचना - चलो ना अंदर

अंजली - पता नहीं ऐसा क्या सरप्राइज़ देना है आपको

रचना - प्रोमिस आपको disappoint नही करूंगी

अंजली अंदर जाती है तो उसके सामने रोहित और लड़की बैठे होते है

रचना जल्दी से गेट बंद कर देती है।

रचना - वेलकम मिसेज वीर अंजली

अंजली अपनी नम आंखों से रचना को देख रही थी

रचना - कामिनी औकात दिखा दी अपनी

अंजली कुछ और कहती उसके पहले रूही उसके पास भागते हुए आती हैं

रूही - दीदी मुझे बचा लो दीदी ये मुझे मार देंगे दीदी , मेरा बेटा को मार देंगे दीदी

इससे पहले कुछ और कहती रूही रचना ने बंदूक से हवा में फायर किया

ही ही ही ही ही ही

"गेम शुरू हो चुका है अंजली मेरे भाई को मार दिया कामिनी अब तेरी बारी"

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To be continued ...... Mujhe pta hai bahut se questions hai lekin stay tuned dhere dhere sab khul jaynge aur maine bola hai pahle hi sabhi charcter ki side stroy aaygi... I mean imp kirdaar ki lekin time aane par....
बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रमणिय अपडेट है भाई मजा आ गया
 

Dark Cobra

CRIMSON
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श्री मान जी इस स्टोरी में जायदा अतीत मत घुसेड़ो।
अतीत को थोड़ा थोड़ा जोड़ो या एक ही बार में अतीत को सॉर्ट कट में ही खत्म करो।
पहले की तरह मजा नही आ रहा है। इसलिए जैसा स्टोरी चल रहा था। पहले की तरह ही लिखिए। अच्छा लगता है। बाकी स्टोरी आपका है। आपकी मर्जी। में ना ही लेखक हु। ना अनुभवी पाठक हु। बस सामान्य पाठक हु।

यदि मेरा बात से आपको ठेस पहुंची हो तो उसके लिए माफ करना।
 
Last edited:

Ghost Rider ❣️

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श्री मान जी इस स्टोरी में जायदा अतीत मत घुसेड़ो।
अतीत को थोड़ा थोड़ा जोड़ो या एक ही बार में अतीत को सॉर्ट कट में ही खत्म करो।
पहले की तरह मजा नही आ रहा है। इसलिए जैसा स्टोरी चल रहा था। पहले की तरह ही लिखिए। अच्छा लगता है। बाकी स्टोरी आपका है। आपकी मर्जी। में ना ही लेखक हु। ना अनुभवी पाठक हु। बस सामान्य पाठक हु।

यदि मेरा बात से आपको ठेस पहुंची हो तो उसके लिए माफ करना।
Sir ji aapki baat shi hai isliya past ek update main khatm kar diya..... Ab present hi chalega pahle ke jaise😛😗
 

Napster

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Update 23
साक्षी - ए तू जा पहले अपने गुबार को मना ले वर्ना मैं अन्दर चली जाऊंगी।

तनु - तूने तो इसे मना लिया , साक्षी।

साक्षी - 2 घंटे से मना रही तब मानी वर्ना ये भी गुबार बन कर बैठी थी।

तनु हस्ते हुआ अंदर चली जाती है,

अब आगे -

तनु जब अंदर जाती है, तो देखती है वीर टीवी देख रहा था।

तनु - नाराज़ हो मुझसे।

तनु - अच्छा जी हमे इग्नोर कर रहे है आप ज़रा हम भी तो देखे कब तक हमे ऐसे इग्नोर करते हैं।

ये कह कर तनु वीर के बगल बैठ जाती है और वीर उसे इग्नोर कर के टीवी देखता है।

तनु इतना भाव रुको अभी बताती हूं रुको।

वीर - हा जाओ, मेरी और 2 वाइफ है वो मुझे नहीं मना करेंगी, जाओ हू।

ये सुन कर तनु हस देती है और कहती है,"अरे बाप रे इतना गुस्सा अपनी तनु से"

तनु - मैं भी देखू कैसे दूर रहते हो।

ये कह कर तनु खड़ी होती है और अपना साडी उतार देती है और और ब्लाउज और पेटिकोट में आ जाती है।

तनु - साड़ी बड़ी गंदी हो गई थी।

तभी तनु अपना ब्लाउज उतारने लगती है और अपनी तिरछी नज़र से देखती है तो वीर उसे ही घुर रहा था जैसे अभी ही खा जाएगा।

और अब तनु बस ब्रा में और पेटिकोट मैं होती है ये देख कर के वीर बस तनु को घुर रहा था और खड़ा हो जाता है।

तभी तनु कहती हैं ," बाबू क्या हुआ ये भी उतार दूं, हो जाए एक राउंड जल्दी से वैसे भी आपकी ही तो हूं ना"

ये सुन कर वीर हड़बड़ा जाता है और वापिस बैठ जाता है और तनु वही ब्रा मैं और ब्लाउज मैं ही गिर पड़ती है और हस्ते हुए।

फिर वो खड़ी हो कर कहती है अरे मैं भूल गई थी आप तो गुस्सा हैं, हा चलो अब जल्दी से साड़ी पहन लेती हूं।

तनु एक नई साड़ी निकाल लेती है और पहन लेती है।

तनु - क्या देख रहे हो।

वीर - मूवी

तनु - मूवी मेरी कमर मैं चल रही है क्या।

वीर वापिस अपनी नज़र टीवी पर गड़ा देता है और तनु हस्ते हुआ अंगड़ाई लेने लगती है और जब वो अंगड़ाई ले रही थी तो वीर की नज़र तनु की क़मर पर पड़ जाती हैं, दूध जैसी उसकी कमर और उस पर पतली से कमरबंद।



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तभी वीर बस उसे ही देखे जा रहा था और उसकी नज़र का पीछा करते हुए तनु देखती हैं तो कहती है सुनिए जी

वीर- हा

तनु - आप गुस्सा है, ऐसा नहीं देखते कुछ कुछ हो जाएगा आपको।

वीर- कौन गुस्सा है

तनु - अरे आप गुस्सा था ना

वीर - न न नही तो मेरा मतलब हा

तनु मन ही मन हस रही थी और तनु उठ कर वीर के जस्ट बगल बैठ जाती है और वीर धीरे से उससे सट जाता है

तनु वीर की इस हरक़त से स्माइल करने लगती है।

तभी वीर की ओर तनु देखने लगती है और उसके ओर आगे बदने लगती है , और वीर को लगा तनु उसे किस करेगी तो वो अपनी आंखो को बंद कर लेता है।

थोड़ी देर में वीर को कुछ फील नहीं होता तो वो आंखो को खोल कर देखता है तो तनु बस रिमोट लेने आई थी।

वीर अब और गुस्सा हो जाता है और तनु के हाथ से रिमोट ले लेता है और उसका मुंह अब पूरा लाल हो गया था पकोड़े जैसा नाक फुली हुई थी।

और ये देख कर तनु बड़ी मुस्किल से हसी रोक पाई , अगर वो हस देती तो सब खराब हो जाता है।

तनु मन मैं कहती है देखू तो कितना दूर रह पाते है हमसे, पत्नी हूं तुम्हरी, तुम्हे अच्छे से जानती हूं बच्चू कैसे मनाते है , प्यार ऐसे ही नहीं हो गया है आपको हमसे।

तनु स्माइल करती है और वीर से कहती है "क्या हुआ रिमोट दे दो"

वीर - मुझे ये देखना है।

तभी साक्षी और अनु अंदर आती है और वीर से कहती है ये क्या देख रहे हो वीर।

वीर - मुझे पसंद है

साक्षी - तुम्हे नापतोल का एडवरटाइजमेंट पसंद है।

वीर - क्या फिर वो हड़बड़ा कर कहता है हा मुझे पसन्द है लेना है अपने लिए ये

अनु - तुम्हे स्पोर्ट ब्रा लेनी है अपने लिए 😑 चलो ठीक है साइज बताओ बुक कर देती हूं मैं

वीर अब जल्दी से चैनल बदल लेता है और साक्षी और अनु हसने लगती है और तनु बस मुस्करा रही होती है क्युकी उसे तो अच्छा से पता था वीर तो उसे देखे जा रहा था।

वीर अब बाहर आ जाता है।

अनु - अच्छा आओ गुस्सा मत हो स्पोर्ट्स ब्रा मत पहनना , आओ अंडरलाइन वाली ब्रा दिला दूंगी, आओ मेरा साइज हो जाए तो लेते जाओ आओ।

ये सुन कर तनु और साक्षी हसने लगती है।

साक्षी - तनु कामिनी मानने आई थी या और गुस्सा दिलाने।

तनु उसको और अनु को सारी बात बता देती है और अनु कहती है दीदी मजा आता होगा ना।

साक्षी - तू उसके साथ बाहर जा खाने के लिए कुछ लेती आना इसी बहाने।

तनु - हा ये सही रहेगा अकेले रहूंगी तो और मजा आएगा

वही ये सब सुन कर अनु कुछ सोचती है और मुस्कुराते हुए बाहर आ जाती है, और जैसे ही बाहर आती है वीर पर उसकी नज़र पड़ जाती है, वीर उसको देख कर उसके पास जाता है और तभी अनु उसको देख कर कहती है क्यो तुमसे कहा था कुछ दीदी को मानने को तुम जरा भी नही माने हा

वीर - आज पक्का मना लूंगा , अब एक हग कर लेने दो प्लीज

अनु - जी नहीं, बेशर्म वैसे भी मुझे अच्छा से पता है तुम्हारी दोनो वाइफ भाभीं है एक मैं ही हूं पतली कमरिया इसी लिया इतना उछल रहा है तू मेरा काम करो वर्ना सच्ची बता रही में क्राइम पेट्रोल मैं अगला एपिसोड तेरा आएगा।

वीर - क्या आएगा
अनु - गुस्साई पत्नी ने किया पति का कतल

वीर - ही ही ही ही

अनु - हस मत बंदर

तभी ये दोनो आगे बात करते की बाहर तनु और साक्षी आ जाती है, और इन दोनो को देख कर इनके पास आती है और साक्षी कहती है वीर तनु के साथ जा कर तू बाहर से खाना लेता आ और कुछ कपड़े लेते आना हम सब के लिए

वीर मान जाता है और तभी काव्या भागती हुई आती है और कहती उफ आप लोग भी ना मम्मी रुको मैं तैयार होती हूं, जल्दी से।

इतना सुन कर सब हस देते है तभी उसको पीछे से अनु पकड़ लेती है और कहती है क्यो बच्चू 🙈 इन सब को जाने दो आप और मैं कार्टून देखते है कोई रोकने वाला नहीं क्या कहते हो।

काव्या खुस हो कर कहती है अच्छा मम्मी आप अकेले जाओ

तभी ये दोनो निकल पड़ते है और तनु कार में आ कर बैठ जाति है और वीर उसको देख रहा होता है और तनु कहती है "क्या कार अपने आप चलेगी"

वीर कार ले कर निकल पड़ता है और दोनो जल्दी से एक होटल में रुकते है, वीर कुछ कहता उसके पहले तनु अंदर जानें लगती है और तनु को सब घूर घुर कर देखने लगते है और उसके जिस्म के खुशबू किसी को भी पागल करने के लिए बहुत थी।


तभी वीर ये देख कर के तनु का हाथ पकड़ लेटा है और तनु भी कस कर के थाम लेता है और वीर एक टेबल पर आ का बैठ जाता है और तनु उसका हाथ पकड़ हुए देख रही थी

तनु मन मैं कहती है मुझे आपको मानना आता है बच्चू।

तनु को वीर भी घूर रहा था और वीर को ऐसे घूरते देख तनु हस देती है और सब के सामने उठ कर वीर की गोद मैं बैठ जाती है।

और अब ऐसे वीर जब देखता है तो तनु उसकी आंखो में देख रही होती है।

वीर को अब बहुत अच्छा लग रहा होता है आज पहली बार उसे ऐसे प्यार का अनुभव हो रहा था, पहली बार वीर को किसी ने इतना प्यार का अहसास दिलाया था।

तनु - नाराज़ हो हमसे

वीर - नहीं, बस थोड़ा बुरा लगा।

तनु - सॉरी, देखो आपकी जान ऐसे सॉरी बोल रही है ना🥺

वीर - ही ही ही ही कोई बात नहीं लेकिन ऐसे मुझसे गुस्सा क्यो थी, मैने क्या किया था तुम्हारा, मैं तो बस तुमसे प्यार करता हूं , तुम्हे पता है मैं तुमसे प्यार करता हू

तनु - सोरी ना, वो मैं तुमसे कुछ छुपा रही थी और प्यार करते करते उगल दी, इसलिए गुस्सा लग गई , मैं भी चाहती हूं गुस्सा ना हू लेकिन मैं चाह कर भी अपने आप को नहीं बदल सकती।

वीर - तो मत बदलो ना, मैं तुमसे ऐसे प्यार करता हूं जैसी तुम हो, बदल कर प्यार करूंगा तो वो प्यार थोड़ी होगा, तुम जैसे हो हमे पसंद हों , वैसे भी अगर मैं तुम्हारे बारे मैं सब जान गया तो भी मुझे फर्क नहीं पड़ेगा

तनु - पक्का फरक नहीं पड़ेगा

वीर - प्यार करती हो हमसे

तनु - जान से ज्यादा करती हूं

वीर - तो प्यार मेरी तुम तो मेरी वाइफ हो अगर प्यार है तो मुझे तुम जैसी हो एक्सेप्ट हो बस मेरी हो वैसे भी अब तो मेरी वाइफ बन गई हो अब तो झेलना पड़ेगा ना।

तनु - awww कुत्ते झेलने पड़ेगा , रुको बताती हूं

वीर तभी उसकी कमर जकड़ लेता है और तनु से नज़रे नहीं मिलाता

तनु - वैसे अब बताओ क्या बात है।

वीर - कुछ तो नही

तनु - तुम्हे पता है अगर तुम अपनी वाइफ को छोड़ कर कही भागने का प्लान है तो उसे वही भूल जाना वर्ना वापिस खीच के लाउंगी और बहुत मरूंगी।

वीर - केकेके क्या मतलब

तनु - मुझसे कुछ छिपा नहीं सकते बच्चू, मैं तुम्हारी वाइफ हूं समझे पहला प्यार बेशक साक्षी से बहुत करीब हो लेकिन मैं यहां रहती हूं (उसके दिल पर उंगली रखते हुआ)

वीर - हा

तनु - वैसे साक्षी और अनु हम सब से इतना प्यार करने के लिए शुकिया हम सब को जीना सिखाना के लिया बहुत बहुत थैंक्यू पति जी अब हम सब आपके हो गया।

वीर - हा

तनु - अब बताओ

वीर - मतलब

तनु - तुम्हारी पत्नी हुं, जानती हूं तुम्हे अच्छा से साक्षी और अनु के टाइम अगर तुम्हारा नियत ना बिगड़े तो समझती हूं , लेकिन मैं स्पेशल हूं, अगर मेरी टाइम नियत ना बिगड़े मतलब कुछ बात है।

वीर - मुझे नहीं पता हटो मेरे ऊपर से

तनु - बताओ

वीर - बहुत अजीब हो रहा हमेशा कोई न कोई मेरा पीछा करता रहता हैं , मुझे मारने की कोशिश करता है मैं तुम्हारे साथ रहना चाहता हूं हमेशा लेकिन वो मुझे मार देंगे मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं तनु , साक्षी और अनु की बकिती कुछ नहीं भुला मैं।

तनु वीर की आंखो में देखती है और उसकी आंखो से आसू पूछती है और कहती है इतना सब कुछ दिल में दबाए बैठे थे हा

वीर - हा

तनु - तुम कही नहीं जाओगे, मतलब कही नहीं वैसे भी तुम्हे क्या लगता है तुम्हारी तनु नॉर्मल है।

वीर बस टूक टुकी लगाए उसे देख रहा था।

तनु - प्यार करती हूं तुमसे तुम्हारी साक्षी और तनु के होते तुम्हे कौन छू लेगा, मैं अभी कुछ बता नहीं सकती बट यकीन करो मेरा कोई तुम्हे कुछ नहीं कर सकता समझें।

वीर - कभी कभी तुम्हारी बात पहेली जैसी लगती है, लेकिन तुम जैसी भी हो हमे पसन्द हो इसीलिए तुम मुझे पसंद हो।

तनु - हा हा पता है तुम्हारी पहली नज़र से ही देख रही हूं चुपके चुपके मुझे घूरते था, साक्षी के साथ गांव आए थे तब भी मुझे घूर रहे थे, तुम्हे क्या लगता है मुझे पता नहीं होता था।

वीर उसकी बात सुन शरमा जाता है

तनु हस्ती है और कहती है बता दूं साक्षी को की जब इसे पता नही था की मैं इसकी वाइफ हूं तब से लाइन मार रहा है चुपके चुपके घूरता पीछा करता।

वीर - नही प्लीज़ मत बताना

तनु - ही ही ही ही ही पागल

तभी तनु की आंख लाल हो जाती है और कहती है प्रोमिस आपको कुछ नही होने दूंग

वीर - देखो मैं नहीं जानता तुम क्या हो लेकिन इतना तो बहुत पहले से जानता था कि तुम नॉर्मल नहीं हो लेकिन बस मेरा साथ मत छोड़ना शायद आगे कुछ ऐसी बात निकल कर आए जिससे सब हमसे दूर हो जाए और हमे पापी बोले , लेकिन तुम साथ देना मेरा।

तनु - पत्नी हूं तुम्हारी समझे अब जो भी होगा पत्नी ही रहूंगी समझे मिस्टर sid

तनु - अब बस चुप मेरे हो बस मुझे पता है तुमने कुछ हिंट दिया साक्षी को ले कर लेकिन अब तो पति हो तो चिल मैं स्भाल लुंगी लेकिन अच्छा लगा सुन कर मैं पहली पत्नी हूं।

वीर की आंख नम हो गईं उससे इतना प्यार का अहसास तनु ने दिलाया था।

तनु उसके ऊपर बैठ कर उसे अपने सीने मैं लगा लेती है और मुस्कुराती है



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तनु - पागल चुप ऐसे उदास नहीं होते ना अब तो हसने के दिन है अब हर रात सुहागरात और दिन बस बेड तोड़ देना है हम दोनो को मिलकर, अब बाहर नहीं जाना आपको

वीर - पहला कौनसा जाने देती थी।

तनु - ही ही ही एक बार सब ठीक हो जाए फिर जाने देना।

वीर - तुम्हे कैसा पता था की मेरे ऊपर खतरा है।

तनु - शाह 🤫 प्यार करो बस बाकी चीज टाइम के साथ जान जाओगे लेकिन तुमसे बहुत प्यार करती हूं , तुमने प्यार का अहसास दिलाया हमे।

तनु - अच्छा जी मतलब मैं संभाल लुंगी तो तुम अपना डंडा चुभाने लगे।

वीर - आई लव यू

तनु - आई लव यू टू पागल तुम्हे भी मानना कोई आसान काम नही है।

तनु मन मैं सोचती है तुम सच में बहुत प्यारे हो वीर तुम हर पल मुझे एहसाह दिलाते हो प्यार की तुम नई नई वजह देते हो प्यार की "कभी बेटी को अपना कर , कभी प्यार जाता कर , कभी गुस्सा सह कर, अभी तुम्हे पता है मैं इंसान से बड़ कर कुछ हूं तुम्हे फिर भी फर्क नहीं पड़ा और कुछ जानना नहीं है"

तनु - तुम्हे तो कभी प्यार की कमी नहीं होने दूंगी पागल लड़का

वीर - सुनो

तनु- क्या

वीर - कार मैं प्यार करोगी

तनु - धत

****************

रचन - खाना अच्छा था ना।

अंजली - हा बहुत अच्छा था, क्यो।

रचना - चलो अब घूमने चलते है रात को फिर तुम्हे सब बता दूंगी अपने बारे मैं बस मेरा साथ मत छोड़ना

अंजलि - चलो

रचना - अंजलि चलो मेरी कार से चलते है इस टाइम कोई बॉडीगार्ड नहीं रहते।

अंजली - अच्छा चलो

रचना - ही ही ही ही चलो

अंजलि - बहुत खुश हो।

रचना - बचपन का सपना था, अब पूरा होने की उम्मीद जगी है

अंजलि - प्रोमिस होगा।

रचना - चलो फिर चलते है

अंजली और रचना घूमते घूमते एक घर के पास आ गया।

अंजलि यहां क्यों रोक दी कार

रचना - चलो ना अंदर

अंजली - पता नहीं ऐसा क्या सरप्राइज़ देना है आपको

रचना - प्रोमिस आपको disappoint नही करूंगी

अंजली अंदर जाती है तो उसके सामने रोहित और लड़की बैठे होते है

रचना जल्दी से गेट बंद कर देती है।

रचना - वेलकम मिसेज वीर अंजली

अंजली अपनी नम आंखों से रचना को देख रही थी

रचना - कामिनी औकात दिखा दी अपनी

अंजली कुछ और कहती उसके पहले रूही उसके पास भागते हुए आती हैं

रूही - दीदी मुझे बचा लो दीदी ये मुझे मार देंगे दीदी , मेरा बेटा को मार देंगे दीदी

इससे पहले कुछ और कहती रूही रचना ने बंदूक से हवा में फायर किया

ही ही ही ही ही ही

"गेम शुरू हो चुका है अंजली मेरे भाई को मार दिया कामिनी अब तेरी बारी"

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To be continued ...... Mujhe pta hai bahut se questions hai lekin stay tuned dhere dhere sab khul jaynge aur maine bola hai pahle hi sabhi charcter ki side stroy aaygi... I mean imp kirdaar ki lekin time aane par....
बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रमणिय अपडेट है भाई मजा आ गया
Update - 24 ruhi aur past .... Part 1
basically is update main aaap jaan jaoge....bahut si cheez ke ans mil jayge aapko jaise sakshi aur tanu normal life kyu jee rhe tha.... Lekin iska part 2 (update 25 bhi aaj hi aayga wo long rhega usmain aap past achi tarah samaj jayenge but anjali aur ruhi ki side se baaki ka past reason sab sakshi aur tanu ki story ke sath hi aage aaygii..



Ab story

रूही - दीदी मुझे बचा लो दीदी ये मुझे मार देंगे दीदी , मेरा बेटा को मार देंगे दीदी

इससे पहले कुछ और कहती रूही रचना ने बंदूक से हवा में फायर किया

ही ही ही ही ही ही

"गेम शुरू हो चुका है अंजली मेरे भाई को मार दिया कामिनी अब तेरी बारी"

अब आगे ---

"दीदी दीदी उठो ना कितना सोती हो आप", एक छोटी सी बच्ची तुतला कर बोलती है।

"छोटी सोने दे देख परेशान मत कर , वैसे ही पापा आज कल सोने नहीं देते, जब देखो पड़ो पड़ो पड़ो , मुझे पसन्द नहीं गांव का स्कूल" कुनुमुनाते हुए एक और बच्ची बोलती है।

"उहफो दीदी उठो तो तभी तो देख पाओगी सुन्दर सी दुनिया मुझे देखो मैं तो दिन भर घर रहती हूं, अगर मेरी मम्मी होती , मेरी बहन होती तो वो भी मुझे अपने साथ 🏫 स्कूल ले जाती ना दीदी", नम आंखों से छोटी बच्ची बड़ी बच्ची को बोलती है।

इतना सुन कर सो रही लड़की एक जोरदार तमाचा देती है।

"तेरी हिम्मत कैसे हुईं, ये कहने की रूही क्या मैं तेरी बहन नहीं हा तूने मुझे अनाथ कर दिया", अंजलि बोलती है।

"अरे मेरा कहने का वो मतलब नहीं था दीदी" रूही टूटी आवाज मैं कहती है।

तभी अंजली उसे गले लगा लेती है, और कहती है बहन नहीं पत्नी है तू मेरी समझी।

रूही - हट चलो वर्ना चाचा गुस्सा करेंगे।

अंजली - तू चल नीचे मैं आती हूं

रूही - दीदी मुझे अकेला मत छोड़ो, मुझे अकेला डर लगता है।

अंजली - aww मेरी पत्नी को डर लगता है, चलो चले दोनो साथ

दोनो जैसे ही नीचे आए नीचे अंजली के पापा जमींदार वही मौजूद थे जो इन दोनो को देख कर बोला।

"अरे रूही इतनी देर से उठाने गई थी, आई क्यो नहीं", जमींदार की इतनी बोली सुन रूही कांप कर वही खड़ी हो गई।

"खबरदार मेरी पत्नी से केवल में ऊंची आवाज मैं बात कर सकती हूं, और कोई नही" अंजली की आवाज़ सुन कर जमींदार भी हसने लगता है , और हस्ते हुआ कहता है,"अच्छा अब खाना खा लो और पढ़ाई करने के लिए निकल जाओ"

"नही पापा मैं नहीं जाऊंगी, मैं एक ही शर्त पर पढ़ाई करूंगी जब रूही मेरे साथ रहेगी हमेशा और पढ़ाई करेगी" अंजली ने जमीदार को कहा।

और अंजली की बात सुन कर जमींदार हस्ते हुए कहता है," अच्छा ठीक है मेरे बच्चियों अब खाना खाओ और निकल जाओ"

जमीदार की बात सुन कर अंजली खुशी से कुद पड़ती है और रूही का हाथ पकड़ के कहती है," अब तू भी मेरे साथ चलेगी स्कूल"

फिर दोनो स्कूल के लिए निकल पड़ते है जो पास मैं पढ़ता था।

दोनो क्लास में चली जाती है तो सभी अंजली को बहुत इज्ज़त देते थे क्युकी वो जमींदार की बेटी थी।

जैसे ही अंजली क्लास मैं आई उसने अपने हाथ मैं रूही का हाथ पकड़ रखा था जिससे सब रूही को बस घूर रहा था।

रूही एक सीट मैं बैठी थी की वहा एक लड़की आ कर बैठ जाती है जिसे देख कर के अंजली कहती है ,"आप कही और बैठ जाओ ये हम दोनो की सीट है"

अंजली की बात सुन कर वो लड़की मासूम सी सकल बना कर जाने ही वाली होती है की तभी उसे एक और आवाज़ सुनाई पड़ती है," क्यो ये सीट तेरे बाप की है, तू इसे घर से ले आई थी"


उस लड़की की आवाज़ सुन कर रूही डर जाती है, और रूही को डरता हुआ देख कर अंजली उसका हाथ थाम लेती है और उस लड़की के सामने खड़ी हो जाती है और कहती है ," नही सीट मैं घर से तो नही लाई थी, लेकिन सीट तो तेरे घर से भी नही आई, और मेरी रूही से बात करते वक्त आवाज़ नीचे गर्म मुझे सिर्फ चाय पसंद है"।

इससे पहले की अंजली कुछ और कहती दूसरी लड़की जो चुप चाप खड़ी थी वो बोलती है," चुप रहो तनु हर टाइम आवाज नही निकलते, और अंजली तुम हमे मां ने लड़ने से मना किया है, वर्ना हम क्या है ये तुम्हे जरूर बताते"


रूही - आप सब मत लड़ो, मेरी दीदी से

रूही की इस आवाज़ से तीनो लड़कियां का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया।

और इसी तरह अंजली और तनु की दुश्मनी शुरू हो गई, लेकिन दोनो मैं एक चीज नॉर्मल थी दोनो का चहरा बिलकुल एक जैसा था जिसकी वजह से बहुत बार तनु को लोग अंजली समझ लेते थे।

एक बार रूही अपनी सहेली के साथ खेलने के लिए चली गई थी।

अंजली - पापा मेरी दुल्हन कहा गई।

जमीनदार - तुम्हारी दुल्हन अपनी सहेली के साथ खेलने गई है।

अंजली - लेकिन क्यो मुझसे क्यों नहीं पूछा इसने

जमींदार - अरे तू भी चली जा बगीचा मैं।

अंजली भागते हुए बगीचा मैं पहुंच जाती है और चिल्लाती है ," रूही "

"रूही "

तभी उसे एक तरफ रूही की चीख सुनाई पड़ती है उस चीख को सुन कर के अंजली जल्दी से भागते हुए उसी ओर आ जाती है, जब अंजली वहा आ कर देखती हैं, तो रूही एक तरफ बेहोश होती है, और उसके साथ अनु भी बेहोश पड़ी होती है।

ये देख कर के अंजली बहुत जोर से चीखतीं है," तुम दोनो ने क्या किया मेरी बहन के साथ, मैं तुम दोनो की जान ले लुंगी।

तभी पेड़ के एकदम ऊपर वाली टहनी से कुद कर साक्षी नीचे आती है और कहती तुम्हे ऐसा लगता है की तुम मेरा कुछ कर पाओगी।

अंजली अब ध्यान से तनु और साक्षी को देखती है और कहती है त तुम दोनो चाहे जो भी कहो मैं अपनी बहन के लिए किसी से भी लड़ने के लिए तैयार हूं।

तभी रूही रोते हुए अंजली के गले लग जाती है जो अब होश में आ चुकी थी और कहती है," दीदी ये दोनो 🥺 अगर नही आई होती तो ये कामिना हमारी इज्जत लूट लेता"

अंजली कुछ और कहती तभी वहा एक औरत आती है जिसके चहरे से ही नूर टपक रहा था वो आते ही तनु और साक्षी को एक बहुत जोर का थप्पड़ देती है और कहती हैं "मैने कहा था ना तुम दोनो को कुछ उल्टा पलटी हरकत मत करना मेरी बात तो तुम्हे सुननी नहीं है"

साक्षी - मां हमने कुछ नहीं किया , हम तो बस पेड़ से फल तोड़ रहा थे यही हमारे पास आया था और

तनु इशारे से अंजली की तरफ देखती है

तभी साक्षी की मां कहती है तुम जाओ बेटा रूही और अनु को ले कर तुम जमीदार की बेटी हो ना।

तनु - चलो जाओ , भागो बड़ी मां नहीं आई होती तो आज तुमको खा जाती मैं

अंजली - अरे चल चल

अंजली उन दोनो को लेकर चली जाती है और जाते हुए उसे बस इतना सुनाई पड़ा " मम्मी ये सब वापिस हमारे लिए आए था, ये क्यो बार बार हमे मारने आ जाते है"

तभी उसे रूही कहती है "दीदी बड़ा अजीब चीज हुआ आपको पता है , वो मैं खेल रही थी ना तब एक अंकल आए और हमे और अनु को पकड़ लिया और हस्ते हुए बोले अब वो सिर्फ मेरा है सिर्फ मेरा हा हा हा हा हा"

तभी अंजलि उसे इग्नोर कर के अनु का हाथ पकड़ लेती है और कहती है बेटा आपका क्या नाम है

अनु - ही ही ही मेरा नाम अनु है आप बिल्कुल मेरी तनु दीदी की तरह हो वो गुस्सैल है, और आप नरम दिल

रूही - हमसे बात क्यो नहीं कर रही

अंजली कुछ नहीं कहती और चुप चाप अनु को घर छोड़ कर वापिस आ जाती है

और जब वो जा रही होती है तो उसे दो लड़के दिखते है जो बहुत तेजी से भागते हुए चले जा रहे थे।

तभी वो दोनो वापिस घर आ जाते है और अंजली को बहुत गंदी फील आ रही थी फिर भी छोटी सी अंजली ने हिम्मत कर के बाहर आई और और जंगल की ओर आने लगी , तभी उसे एक लड़का दिखता है बहुत सीधा स्कूल का अंजली उसे बुलाती है

लडका - हा

अंजाली - चलो मेरे साथ आम के बाग वहा मुझे बाहर छोड़ देना फिर वापिस आ जाना

लडका उसकी बात मान कर चल देता है और दोनो आम की बगिया में आ जाते है और लड़का वही बाहर खडा रहता है

जैसे ही अंजली बाग मैं आती है वो देखती है उसके सामने साक्षी और तनु जमीन पर खून से लतपथ पड़े है और उसकी मां रोशनी सामने खड़ी थी जो अपनी अंतिम सास ले रही थी।

रोशनी - कभी भी याद रखना अपनी शक्ति का इस्तेमाल मत करना साक्षी तुम क्या हो इसे राज रखना, और हमेशा अपनी बहन का साथ देना तनु, तुम्हारी शक्ति का इस्तेमाल मत करना एक आम सी ज़िंदगी जीना

रोशनी - मेरी मौत के साथ मेने तुम सभी के पीछे पड़े सभी लोगो को मार दिया , तुम सब आराम से जीना लेकिन उस चीज की हमेशा रक्षा करना।

तनु - आप ही नहीं रहेंगी तो फिर हमे क्यों जीने दे रही है ये दुनिया तो हमे कभी एक्सेप्ट नहीं करेगी मां।

रोशनी - इसलिए कह रही आम ज़िंदगी जियो और इस चीज की रक्षा करो और याद रहे कोई आएगा जो तुम्हे चाहेगा, तुम कैसी भी हो वो तुम्हे अपनाएगा तब तुम सब खुद ब खुद अपनी पूरी शक्ति पा लोगे।

ये सुन कर अंजली वहा से भागती हुई निकल जाती है, और उसे रास्ते में एक अंकल मिलते है जो लड़खड़ा रहे थे उसके शरीर पर तलवार घुसी हुई थी जो बहुत अजीब थी।

वो अंजली को देख कर के अपनी तलवार अंजली के पेट में घुसाने के लिए फेक देता है लेकिन वो तलवार अंजली को लगती उसके पहले रूही उसे ढकेल देती है और वो तलवार गिर जाती है।

रूही - दीदी भागो

लेकिन वो दोनो बच्चियां थी उनके पास साक्षी और तनु जैसी शक्ति नही थी वो कुछ कहती उसके पहले वो आदमी तलवार रूही की तरफ़ फेक देता है तभी अंजलि उसके सामने आ जाती है और अंजली के पेट में तलवार घुस जाती है।

रूही - क्यो किया अपने ऐसा

अंजली - अपनी वाइफ को केवल में छू सकती हूं बस बचपन से आज तक केवल तू ही मेरी अपनी है तुझे आंखो के सामने मारता नही देख सकती थी।

तभी वहा पर साक्षी आ जाती है और फिर जब अंजली की नींद खुलती हैं वो अपने आप को उसी जगह पाती है और उसकी चोट काफी भर चुकी थी।

तनु - क्यो आई थी यह

अंजली अपना सिर उठा कर देखती है तभी तनु कहती है बेहोश हैं वो

अंजली - पता नहीं तुम्हे दर्द मैं नहीं देखा गया पता नहीं क्यो, तुम्हारे साथ कोई रिश्ता है

तनु - हमारा केवल चहरा सेम है बस और कुछ नही आज के बाद ऐसा मत करना वर्ना मैं क्या कोई नहीं बचा पाएगा, अब तो बड़ी मां भी नहीं रोकेंगी

अंजली - बड़ी मां के जाने से उदास हो ना

तब तक तनु जा चुकी थी

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To be continued ismain aap ruhi ko jaan gya honge...... Lekin ab iska duara part jo aayga usmain bahut si cheez saamne aa jaygiii....veer, rohit, aur sab toh 1 update ismain lag jayga.... Tab tk keep supporting reply subah de dunga.....

I know romance update chahiye tha lekin ye past khatam hone do fir romance hi hoga
मस्त मस्त मस्त अपडेट है भाई मजा आ गया
 
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