Bhai anu ki shadi ho gayi uski suhagraat manwa do bechare hero ko ek seal to tudwa do kewal uski biwi uski gaand hi todti milke sari
Nice update....Update 26
तनु मन मैं कहती है अभी सो रहा है उठेगा तोबच्चो जैसा हाल कर लेगा
मुंह फूला कर , ऊपर से गुस्सा करेगा।
**************
इन सब से दूर एक आदमी अपना फोन पटक देता है और कहता है पहले वीर का बाप और अब वीर और अब सारे पत्ते मेरे फेल क्यो हो जाते है
तभी वो कॉल कर के कहता है अपने आदमी से "जिस घर मैं वो है सब को उड़ा दो साक्षी को छोड़ कर"
अब आगे
रूही - कब से सो रही हो उठो
अंजली रूही की आवाज़ सुन कर उठ जाती है और उठते ही तनु की तरफ़ देखती है जो वीर को सहला रही थी उसके माथे को सोहला रही थी।
तनु मन ही मन मुस्कुरा रही थी और वीर को देख रही थी जो उसकी गोद मैं बहुत प्यार से सोया हुआ था
तनु - गधा घोड़ा बैच कर सो रहा है, किसी बात की केयर नही है, चलो उठो अब
तनु ने उसकी नाक दबा दी, जिससे वीर कुनमुनाते हुए तनु की गोद मैं लेट लेट दूसरी तरफ़ करवट ले लेता है और उसकी ये हरक़त देख कर तनु हस देती है और अंजली की आंखे बड़ी बड़ी हो जाती है और रूही भी स्माइल करने लगती है
तनु - अरे उठो वर्ना फेक दूंगी , उठो वीर , वीर वीर तनु वीर को हिलाते हुए कहती है , और जबरदस्ती उसकी आंखो को खोलने लगती है।
इधर वीर कुनमुनते हुए तनु की कमर को लॉक कर लेता हा लेटे लेटे और कहता है "मैं नहीं उठूंगा जो करना है कर लो"
इधर वीर की ऐसे बच्चो जैसी हरकत देख कर तनु हस्ते हस्ते गिर पड़ी थी, और उसे इतना जोर से हंसता देख अंजली को जैसे साप शुंग गया हो, और रूही वीर की बचकानी हरकते देख कर हस रही थी बहुत समय बाद आज रूही हसी थी।
इधर तनु अपने होश सभालती है तो देखती है वीर उसकी कमर पकड़े हुआ है और उसकी झाग पर सर रख कर लेटा है, और उसे नींद मैं तनु पर भरोसा था।
तभी अंजलि कहती है, इसे ऐसे सिचुएशन मैं भी नींद कैसे आ सकती है, उठाओ इसे और ये क्या कर रही हो तुम
तनु - अपने पति को प्यार कर रही हूं मैं और यही तो है जिससे मुझे प्यार है, जिसने मुझे जीना सिखाया , हंसना सिखाया और विश्वास दिलाया।
अंजली - तुम्हारा अकेला का तो पति नही है ना, 2 और है बड़ी आई,
तनु - तेरा भी तो है इतना क्या उछल रही है
अंजली तनु की बात सुन कर झेप जाती है और रूही बीच में बोलती है तुम दोनो बहने घर पर लड़ लेना अभी के लिए घर चलो, और इसे उठाओ।
तनु - वीर उठो वर्ना थप्पड़ पड़ेगा अब घर नही है, समझे एक बार मैं सुनाई नही पड़ता
अब तनु ने बहुत गुस्से मैं ये बात बोली थी, और तनु की आवाज सुन कर रूही अंजली को पकड़ लेती है।
तभी वीर उसकी कमर को और टाइट जकड़ लेता है और और कहता हैं " ना उठाऊंगा मैं चलो जाओ मैं अपनी तनु के ऊपर से नहीं उठूंगा जो करना है करो मुझे सोने दो बस 5 मिनट" ये कहते हुआ वीर सोते सोते ही जीभ निकाल लेटा है और वीर का ऐसा बिहेवियर देख कर तनु की हसी ही नहीं रुक रही थी और अब अंजली भी मन ही मन हस रही थी
और कहती है अब मुझे पता चला तुम्हे हमेशा साक्षी क्यों उठाने जाती है , कामिनी अकेले अकेले मजा लेती है।
तभी तनु को कुछ अहसास होता है और वो हड़बड़ा जाती है और वीर से कहती है जल्दी घर चलो जल्दी वर्ना वो डायन खून पी लेगी अगर देर हुआ तो ये बात वो मन मैं कहती है और हस्ते हुआ कहती है "बच्चू मुझे अपने पति को ऐसे उठाने के लिए माफ करना" ये कह कर वो वीर की तरफ़ देखती है और उसकी आंखें लाल होने लगती है।
तभी वीर को कुछ साप जकड़ेंने लगते है और वीर हड़बड़ाते हुए डर जाता है और कप रहा होता हैं, और वीर हिलना तो चहता था लेकिन उसका शरीर कुछ नही कर रहा था।
तभी जल्दी से उठ कर बैठ जाता है और कहता है "भागों भागों भागों सापों ने अटैक कर दिया भागों, जल्दी से भागो मेरी तनु कहा है, मेरी तनु, तनु।
तभी तनु कहती है उठ गया तो अब चलो, बाद मैं सो लेना मेरे ऊपर ये कहते हुआ तनु एक हल्की से मुस्कान के साथ मुस्कुरा देती है।
तभी वीर उसकी तरफ देखता है और कहता है "मुझे नहीं सोना और ऐसे क्यो उठाया"
तनु " मैने क्या किया एक तो वैसे ही उठ नहीं रहे थे"
वीर - झूठ मत बोलो मैं एक बार मैं उठ जाता है हूं, हल्की सी आवाज़ होती है तो भी।
वीर की ये बात सुन कर तीनो लड़कियां जो बैठी हुई थी वो हस हस के गिर पड़ती है।
और वीर कहता है ऐसे हसो मत घर पर चलो अब लेट नहीं हो रहा।
इधर वीर अपना मुंह फूला कर चुप चाप जाने लगता है और सभी बाहर आ जाती है और सभी हस रही थी तभी वीर की नज़र अंजली पर पड़ती है, और उसे ही घूरे जा रहा था वीर
वीर देखता है तो अंजली पूरी सेम टू सेम तनु की तरफ देखती हैं, और उसे देख कर कहता है इसकी भी गांड़ मोटी है सेक्सी बदन हाए।
तभी अंजलि मुड़ कर वीर को देखने लगती हैं
तभी तनु और रूही खसते हुए कहती है अगर मिलाप हो गया हो तो घर चले।
उसकी ये बात सुन कर अंजली झेप जाती है, और अंदर बैठ जाती है और कहती है ये वीर तो नहीं है , अगर ये वीर होता तो आज ही उसकी मौत होती मेरे हाथो ये कोई और है।
इधर रूही भी उदास होते हुए अंदर बैठ जाती है, और आज उसका बच्चा भी चला गया बेशक वो सगा बेटा नही था लेकिन रूही की जान उसमें बस्ती थी रूही ने ही उसे पाल पोस कर बहुत बड़ा किया था और आज 4 साल का वो बच्चा चला गया उसका सब कुछ चला गया था फिर भी रूही हमेशा हस्ती रहती है उसकी लाइफ उसने पूरी अंजली के लिए बर्बाद करने का सोच राखी है लेकिन आज अंजली को वीर के साथ देख कर उसे खुशी हुई थी।
तभी अंजलि रूही की तरफ देखती है , और उसकी नज़र को देख कर उसे अहसास होता है उसने अपने साथ साथ रूही की ज़िंदगी बर्बाद कर दी थीं
तभी रूही और बाकी कार मैं बैठ जाती है और वीर चल पड़ता है, इधर वीर अपनी नज़रे चुरा चुरा कर तनु को देख रहा था।
तनु - क्या बात है जी बड़ा प्यार आ रहा है हम पर
वीर की चोरी पकड़े जाने पर वीर चुप चाप कार चलाने लगता है
तभी तनु हस्ती है और कहती है अच्छा तो आप हमसे गुस्सा है।
वीर कुछ नही कहता तभी तनु अंगड़ाई लेती है, और वीर उसे निहारने लगता है, और तनु कहती है सॉरी ना ऐसे गुस्सा मत हो , वैसे भी मैने क्या किया
वीर - अकेला मैं बात होगी
तनु - झूठे अकेला मैं बात कहा करते हो तुम
तनु की बात सुन कर अंजली के गाल ही लाल हो गया था और रूही दूसरी तरफ़ मुंह कर लेती है और वीर चुप चाप गाड़ी चलाने लगता है और तनु एक हाथ से उसका हाथ थाम लेती है जो उसे मना रही थी।
ऐसे ही घर आ जाता है और जब वीर कार से उतरने लगता है तो उसकी नज़र रूही पर पड़ती है , तो उसे देखता ही रह जाता है मासूमियत उसके चहरे से टपक रही थी, उसका प्यारा सा फेस उसकी पतली कमर उसे पकड़ने के लिया कोई भी तड़प उठे।
तभी वीर और तनु की नज़र रूही पर से हट जाती है और अंजली पर पड़ती है जो बड़ी सोच मैं धुभी हुई थी और उसको ऐसे सोच मैं देख कर तनु कहती है " ये कामिनी कुछ धमाका करेगी"
तनु - अंदर चलोगी तुम दोनो
अंजली कुछ सोच मे थी और चुप चाप ऊपर की ओर चल पड़ी।
जैसे ही अंजली ऊपर गई उसके बगल रूही ऊपर आई तो उसे एक अजीब सा अपनापन फील हुआ लेकिन वो अच्छी तरह जानती थी कि वो एक गैर है इन सब के बीच और वो कहती है मैं चली जाउंगी कल।
तभी तनु और वीर भी ऊपर आ गया था, और इधर साक्षी और अनु टीवी मैं सीरियल देख रही थी और दोनो बाहर आती है और अनु रूही को देख कर कुद पड़ती है और चिल्लाती है कुतिय बड़े टाइम बाद मिली।
रूही कस के गले लग जाती है अनु के।
अनु - बहुत फेस किया ना तूने।
रूही - छोड़ ना बीती बात और बता शादी वाली लाइफ कैसी है।
अनु - आराम से बताऊंगी पूरी बात एक एक बात डीपली वैसे भी अब तो यही रहेगी।
रूही - धत मैं यह क्यों रहूंगी , वैसे भी ये कौनसा मेरे पति का घर है मैं तो चली जाऊंगी कुछ टाइम में
अंजली - वो मैं जाने दूंगी तो जाएगी ना तू, और तू यह इसलिए नही रहना चाहती क्युकी ये गैर है तेरे लिए तो ठीक है मैं भी वीर को छोड़ दूंगी।
तनु - क्या नाटक लगा रख हैं।
अंजली - जहा मेरी बहन का कोई अपना नहीं वहा, मेरा भी कोई अपना नहीं, वो इसीलिए यह नही रहना चाहती क्युकी यह सब वीर की वाइफ है और उसका कोई पति नहीं है मेरी वजह से उसने अपना सब कुछ खोया मैने उसे दूर कर दिया और अब और नहीं।
साक्षी - ठीक है , रूही तुम यह नहीं रहना चाहती।
रूही - नही
तनु - फिर ठीक है तुम्हे यह रहना तो पड़ेगा
साक्षी - जब सारी बहेनों के पति के ही है तो तुम्हारे अलग क्यों, तुम्हारी भी शादी वीर से हों जायेगी तो तुम्हे यह रुकना पड़ेगा क्यो अंजलि
अंजली - हा
तनु - फिर हमारी बात माननी पड़ेगी , हर एक बात छोटी से छोटी बड़ी से बडी।
अंजली - मंजूर है,
रूही अपनी तिरछी नज़र से वीर को देख रही थी जो काव्या के साथ खेल रहा था।
ये सुन कर साक्षी जो तनु को पीछे से पकड़ कर के खड़ी थी वो कहती है " बधाई हो वीर 5 वी आने वाली है"
तनु - अगर अब किसी का मुंह खुला तो मैं जबान हमेशा के लिए बंद कर दुंगी।
रूही - लेकिन
अनु पीछे से रूही को एक थप्पड मारती है और कहती है अगर अब कुछ बोली तो ढकेल दूंगी चल बसेगी ऊपर से और कौनसी दावा लेती थी बाहर से इतना सेक्सी बन कर आई है।
तभी वीर शोर सुन कर उसके करीब आता है और तनु के बाजू खड़ा हो जाता है।
वीर - क्या बात है
तनु - रूही से शादी करोगे
वीर - नहीं करना सब आती है मुझे मारती हैकोई मेरी बात नही सुनता
तनु - चुप और चल कर कार निकालो तुमसे किसी ने राय मांगी है क्या और अनु जा कर रूही को तैयार करो, और अंजली तू भी अंदर जा लेकिन याद रहे, मेरी बात तुम बहन थी इसलिए शादी हो रही वर्ना वीर की तरफ देखने वाले की लाश भी हम नही छोड़ते।
तनु की बात मैं एक अजीब सी धमकी थी एक अलग सा डर जो सबको डराने के लिए काफी था।
इस शादी के लिए वीर खुद तैयार नही था, लेकिन तनु की बात सुन कर वो डर गया था , और कार निकलने चला गया वीर इतना दर गया था कि वो कप रहा था।
वही हाल बाकी का भी था।
सब के जाने के बाद साक्षी कहती है " बहुत कुछ हुआ है अगर हमने रूही को जाने दिया, तो रूही के पीछे जाएगा और तू जानती है ना बड़ी मां ने रूही के अंदर क्या डाला है, हमे उसकी रक्षा करनी है"
तनु - हा मुझे अच्छा से याद है
साक्षी - वैसे रूही की शादी के लिए तू मान गई मुझे उम्मीद नहीं थी।
तनु - यार वो बहन ही है भला चाहती हूं सबका मैं और मेरा वीर पर आज और बहुत प्यार आ रहा है
साक्षी - बेचारे को इतना डाट दी वो तो तेरे लिए सब करता है ना
तनु - यार रूही मेरी भी बहन है बचपन से अंजली के साथ है अंजली मेरी जान है हम दोनो एक है और रूही भी एक अलग जुड़ाव है ऐसे वीर मना किया तो गुस्सा आ गया , लेकिन तू जानती है ना वीर से में कितना प्यार करती हूं , बेशक वो इस शादी से अभी एग्री न करे लेकिन जैसे ही शादी हो जाएगी वो खुद ब खुद रूही को चाहने लगेगा, कम से कम रूही को एक नई जिदंगी दे सकती हूं मैं वो हमेशा अकेली रही है , वीर से शादी के बाद खुद ज़िमेदारी आ जाएगी , और उसे हमारे साथ रहना पड़ेगा क्युकी ये उसका घर बन जाएगा।
साक्षी - वीर
तनु - यार मुझे भी बुरा लग रह था लेकिन तू देखना आज रात भर उसे बहुत प्यार करूंगी।
साक्षी - उसे कैसे पता की रूही के पास वो चीज़ है।
साक्षी - कुछ तो बात है लेकिन कोई नही हम सब संभाल लेंगे वैसे भी टेंशन मत लो
तनु - रात भर मेरी क्या हालत होगी आज तू नहीं जानती, वो केवल मैं जानती हूं , नई पत्नी की हवस भी मेरे से उतरेगा।
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to be continued ..iske baad ka mast waala part socha tha add kar dun... But chodo next update main de dunga sex aur romance....
ग्रेट अपडेट भाई, वीर को पांचवी मल गयी,Update 26
तनु मन मैं कहती है अभी सो रहा है उठेगा तोबच्चो जैसा हाल कर लेगा
मुंह फूला कर , ऊपर से गुस्सा करेगा।
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इन सब से दूर एक आदमी अपना फोन पटक देता है और कहता है पहले वीर का बाप और अब वीर और अब सारे पत्ते मेरे फेल क्यो हो जाते है
तभी वो कॉल कर के कहता है अपने आदमी से "जिस घर मैं वो है सब को उड़ा दो साक्षी को छोड़ कर"
अब आगे
रूही - कब से सो रही हो उठो
अंजली रूही की आवाज़ सुन कर उठ जाती है और उठते ही तनु की तरफ़ देखती है जो वीर को सहला रही थी उसके माथे को सोहला रही थी।
तनु मन ही मन मुस्कुरा रही थी और वीर को देख रही थी जो उसकी गोद मैं बहुत प्यार से सोया हुआ था
तनु - गधा घोड़ा बैच कर सो रहा है, किसी बात की केयर नही है, चलो उठो अब
तनु ने उसकी नाक दबा दी, जिससे वीर कुनमुनाते हुए तनु की गोद मैं लेट लेट दूसरी तरफ़ करवट ले लेता है और उसकी ये हरक़त देख कर तनु हस देती है और अंजली की आंखे बड़ी बड़ी हो जाती है और रूही भी स्माइल करने लगती है
तनु - अरे उठो वर्ना फेक दूंगी , उठो वीर , वीर वीर तनु वीर को हिलाते हुए कहती है , और जबरदस्ती उसकी आंखो को खोलने लगती है।
इधर वीर कुनमुनते हुए तनु की कमर को लॉक कर लेता हा लेटे लेटे और कहता है "मैं नहीं उठूंगा जो करना है कर लो"
इधर वीर की ऐसे बच्चो जैसी हरकत देख कर तनु हस्ते हस्ते गिर पड़ी थी, और उसे इतना जोर से हंसता देख अंजली को जैसे साप शुंग गया हो, और रूही वीर की बचकानी हरकते देख कर हस रही थी बहुत समय बाद आज रूही हसी थी।
इधर तनु अपने होश सभालती है तो देखती है वीर उसकी कमर पकड़े हुआ है और उसकी झाग पर सर रख कर लेटा है, और उसे नींद मैं तनु पर भरोसा था।
तभी अंजलि कहती है, इसे ऐसे सिचुएशन मैं भी नींद कैसे आ सकती है, उठाओ इसे और ये क्या कर रही हो तुम
तनु - अपने पति को प्यार कर रही हूं मैं और यही तो है जिससे मुझे प्यार है, जिसने मुझे जीना सिखाया , हंसना सिखाया और विश्वास दिलाया।
अंजली - तुम्हारा अकेला का तो पति नही है ना, 2 और है बड़ी आई,
तनु - तेरा भी तो है इतना क्या उछल रही है
अंजली तनु की बात सुन कर झेप जाती है और रूही बीच में बोलती है तुम दोनो बहने घर पर लड़ लेना अभी के लिए घर चलो, और इसे उठाओ।
तनु - वीर उठो वर्ना थप्पड़ पड़ेगा अब घर नही है, समझे एक बार मैं सुनाई नही पड़ता
अब तनु ने बहुत गुस्से मैं ये बात बोली थी, और तनु की आवाज सुन कर रूही अंजली को पकड़ लेती है।
तभी वीर उसकी कमर को और टाइट जकड़ लेता है और और कहता हैं " ना उठाऊंगा मैं चलो जाओ मैं अपनी तनु के ऊपर से नहीं उठूंगा जो करना है करो मुझे सोने दो बस 5 मिनट" ये कहते हुआ वीर सोते सोते ही जीभ निकाल लेटा है और वीर का ऐसा बिहेवियर देख कर तनु की हसी ही नहीं रुक रही थी और अब अंजली भी मन ही मन हस रही थी
और कहती है अब मुझे पता चला तुम्हे हमेशा साक्षी क्यों उठाने जाती है , कामिनी अकेले अकेले मजा लेती है।
तभी तनु को कुछ अहसास होता है और वो हड़बड़ा जाती है और वीर से कहती है जल्दी घर चलो जल्दी वर्ना वो डायन खून पी लेगी अगर देर हुआ तो ये बात वो मन मैं कहती है और हस्ते हुआ कहती है "बच्चू मुझे अपने पति को ऐसे उठाने के लिए माफ करना" ये कह कर वो वीर की तरफ़ देखती है और उसकी आंखें लाल होने लगती है।
तभी वीर को कुछ साप जकड़ेंने लगते है और वीर हड़बड़ाते हुए डर जाता है और कप रहा होता हैं, और वीर हिलना तो चहता था लेकिन उसका शरीर कुछ नही कर रहा था।
तभी जल्दी से उठ कर बैठ जाता है और कहता है "भागों भागों भागों सापों ने अटैक कर दिया भागों, जल्दी से भागो मेरी तनु कहा है, मेरी तनु, तनु।
तभी तनु कहती है उठ गया तो अब चलो, बाद मैं सो लेना मेरे ऊपर ये कहते हुआ तनु एक हल्की से मुस्कान के साथ मुस्कुरा देती है।
तभी वीर उसकी तरफ देखता है और कहता है "मुझे नहीं सोना और ऐसे क्यो उठाया"
तनु " मैने क्या किया एक तो वैसे ही उठ नहीं रहे थे"
वीर - झूठ मत बोलो मैं एक बार मैं उठ जाता है हूं, हल्की सी आवाज़ होती है तो भी।
वीर की ये बात सुन कर तीनो लड़कियां जो बैठी हुई थी वो हस हस के गिर पड़ती है।
और वीर कहता है ऐसे हसो मत घर पर चलो अब लेट नहीं हो रहा।
इधर वीर अपना मुंह फूला कर चुप चाप जाने लगता है और सभी बाहर आ जाती है और सभी हस रही थी तभी वीर की नज़र अंजली पर पड़ती है, और उसे ही घूरे जा रहा था वीर
वीर देखता है तो अंजली पूरी सेम टू सेम तनु की तरफ देखती हैं, और उसे देख कर कहता है इसकी भी गांड़ मोटी है सेक्सी बदन हाए।
तभी अंजलि मुड़ कर वीर को देखने लगती हैं
तभी तनु और रूही खसते हुए कहती है अगर मिलाप हो गया हो तो घर चले।
उसकी ये बात सुन कर अंजली झेप जाती है, और अंदर बैठ जाती है और कहती है ये वीर तो नहीं है , अगर ये वीर होता तो आज ही उसकी मौत होती मेरे हाथो ये कोई और है।
इधर रूही भी उदास होते हुए अंदर बैठ जाती है, और आज उसका बच्चा भी चला गया बेशक वो सगा बेटा नही था लेकिन रूही की जान उसमें बस्ती थी रूही ने ही उसे पाल पोस कर बहुत बड़ा किया था और आज 4 साल का वो बच्चा चला गया उसका सब कुछ चला गया था फिर भी रूही हमेशा हस्ती रहती है उसकी लाइफ उसने पूरी अंजली के लिए बर्बाद करने का सोच राखी है लेकिन आज अंजली को वीर के साथ देख कर उसे खुशी हुई थी।
तभी अंजलि रूही की तरफ देखती है , और उसकी नज़र को देख कर उसे अहसास होता है उसने अपने साथ साथ रूही की ज़िंदगी बर्बाद कर दी थीं
तभी रूही और बाकी कार मैं बैठ जाती है और वीर चल पड़ता है, इधर वीर अपनी नज़रे चुरा चुरा कर तनु को देख रहा था।
तनु - क्या बात है जी बड़ा प्यार आ रहा है हम पर
वीर की चोरी पकड़े जाने पर वीर चुप चाप कार चलाने लगता है
तभी तनु हस्ती है और कहती है अच्छा तो आप हमसे गुस्सा है।
वीर कुछ नही कहता तभी तनु अंगड़ाई लेती है, और वीर उसे निहारने लगता है, और तनु कहती है सॉरी ना ऐसे गुस्सा मत हो , वैसे भी मैने क्या किया
वीर - अकेला मैं बात होगी
तनु - झूठे अकेला मैं बात कहा करते हो तुम
तनु की बात सुन कर अंजली के गाल ही लाल हो गया था और रूही दूसरी तरफ़ मुंह कर लेती है और वीर चुप चाप गाड़ी चलाने लगता है और तनु एक हाथ से उसका हाथ थाम लेती है जो उसे मना रही थी।
ऐसे ही घर आ जाता है और जब वीर कार से उतरने लगता है तो उसकी नज़र रूही पर पड़ती है , तो उसे देखता ही रह जाता है मासूमियत उसके चहरे से टपक रही थी, उसका प्यारा सा फेस उसकी पतली कमर उसे पकड़ने के लिया कोई भी तड़प उठे।
तभी वीर और तनु की नज़र रूही पर से हट जाती है और अंजली पर पड़ती है जो बड़ी सोच मैं धुभी हुई थी और उसको ऐसे सोच मैं देख कर तनु कहती है " ये कामिनी कुछ धमाका करेगी"
तनु - अंदर चलोगी तुम दोनो
अंजली कुछ सोच मे थी और चुप चाप ऊपर की ओर चल पड़ी।
जैसे ही अंजली ऊपर गई उसके बगल रूही ऊपर आई तो उसे एक अजीब सा अपनापन फील हुआ लेकिन वो अच्छी तरह जानती थी कि वो एक गैर है इन सब के बीच और वो कहती है मैं चली जाउंगी कल।
तभी तनु और वीर भी ऊपर आ गया था, और इधर साक्षी और अनु टीवी मैं सीरियल देख रही थी और दोनो बाहर आती है और अनु रूही को देख कर कुद पड़ती है और चिल्लाती है कुतिय बड़े टाइम बाद मिली।
रूही कस के गले लग जाती है अनु के।
अनु - बहुत फेस किया ना तूने।
रूही - छोड़ ना बीती बात और बता शादी वाली लाइफ कैसी है।
अनु - आराम से बताऊंगी पूरी बात एक एक बात डीपली वैसे भी अब तो यही रहेगी।
रूही - धत मैं यह क्यों रहूंगी , वैसे भी ये कौनसा मेरे पति का घर है मैं तो चली जाऊंगी कुछ टाइम में
अंजली - वो मैं जाने दूंगी तो जाएगी ना तू, और तू यह इसलिए नही रहना चाहती क्युकी ये गैर है तेरे लिए तो ठीक है मैं भी वीर को छोड़ दूंगी।
तनु - क्या नाटक लगा रख हैं।
अंजली - जहा मेरी बहन का कोई अपना नहीं वहा, मेरा भी कोई अपना नहीं, वो इसीलिए यह नही रहना चाहती क्युकी यह सब वीर की वाइफ है और उसका कोई पति नहीं है मेरी वजह से उसने अपना सब कुछ खोया मैने उसे दूर कर दिया और अब और नहीं।
साक्षी - ठीक है , रूही तुम यह नहीं रहना चाहती।
रूही - नही
तनु - फिर ठीक है तुम्हे यह रहना तो पड़ेगा
साक्षी - जब सारी बहेनों के पति के ही है तो तुम्हारे अलग क्यों, तुम्हारी भी शादी वीर से हों जायेगी तो तुम्हे यह रुकना पड़ेगा क्यो अंजलि
अंजली - हा
तनु - फिर हमारी बात माननी पड़ेगी , हर एक बात छोटी से छोटी बड़ी से बडी।
अंजली - मंजूर है,
रूही अपनी तिरछी नज़र से वीर को देख रही थी जो काव्या के साथ खेल रहा था।
ये सुन कर साक्षी जो तनु को पीछे से पकड़ कर के खड़ी थी वो कहती है " बधाई हो वीर 5 वी आने वाली है"
तनु - अगर अब किसी का मुंह खुला तो मैं जबान हमेशा के लिए बंद कर दुंगी।
रूही - लेकिन
अनु पीछे से रूही को एक थप्पड मारती है और कहती है अगर अब कुछ बोली तो ढकेल दूंगी चल बसेगी ऊपर से और कौनसी दावा लेती थी बाहर से इतना सेक्सी बन कर आई है।
तभी वीर शोर सुन कर उसके करीब आता है और तनु के बाजू खड़ा हो जाता है।
वीर - क्या बात है
तनु - रूही से शादी करोगे
वीर - नहीं करना सब आती है मुझे मारती हैकोई मेरी बात नही सुनता
तनु - चुप और चल कर कार निकालो तुमसे किसी ने राय मांगी है क्या और अनु जा कर रूही को तैयार करो, और अंजली तू भी अंदर जा लेकिन याद रहे, मेरी बात तुम बहन थी इसलिए शादी हो रही वर्ना वीर की तरफ देखने वाले की लाश भी हम नही छोड़ते।
तनु की बात मैं एक अजीब सी धमकी थी एक अलग सा डर जो सबको डराने के लिए काफी था।
इस शादी के लिए वीर खुद तैयार नही था, लेकिन तनु की बात सुन कर वो डर गया था , और कार निकलने चला गया वीर इतना दर गया था कि वो कप रहा था।
वही हाल बाकी का भी था।
सब के जाने के बाद साक्षी कहती है " बहुत कुछ हुआ है अगर हमने रूही को जाने दिया, तो रूही के पीछे जाएगा और तू जानती है ना बड़ी मां ने रूही के अंदर क्या डाला है, हमे उसकी रक्षा करनी है"
तनु - हा मुझे अच्छा से याद है
साक्षी - वैसे रूही की शादी के लिए तू मान गई मुझे उम्मीद नहीं थी।
तनु - यार वो बहन ही है भला चाहती हूं सबका मैं और मेरा वीर पर आज और बहुत प्यार आ रहा है
साक्षी - बेचारे को इतना डाट दी वो तो तेरे लिए सब करता है ना
तनु - यार रूही मेरी भी बहन है बचपन से अंजली के साथ है अंजली मेरी जान है हम दोनो एक है और रूही भी एक अलग जुड़ाव है ऐसे वीर मना किया तो गुस्सा आ गया , लेकिन तू जानती है ना वीर से में कितना प्यार करती हूं , बेशक वो इस शादी से अभी एग्री न करे लेकिन जैसे ही शादी हो जाएगी वो खुद ब खुद रूही को चाहने लगेगा, कम से कम रूही को एक नई जिदंगी दे सकती हूं मैं वो हमेशा अकेली रही है , वीर से शादी के बाद खुद ज़िमेदारी आ जाएगी , और उसे हमारे साथ रहना पड़ेगा क्युकी ये उसका घर बन जाएगा।
साक्षी - वीर
तनु - यार मुझे भी बुरा लग रह था लेकिन तू देखना आज रात भर उसे बहुत प्यार करूंगी।
साक्षी - उसे कैसे पता की रूही के पास वो चीज़ है।
साक्षी - कुछ तो बात है लेकिन कोई नही हम सब संभाल लेंगे वैसे भी टेंशन मत लो
तनु - रात भर मेरी क्या हालत होगी आज तू नहीं जानती, वो केवल मैं जानती हूं , नई पत्नी की हवस भी मेरे से उतरेगा।
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to be continued ..iske baad ka mast waala part socha tha add kar dun... But chodo next update main de dunga sex aur romance....
हमेसा साथ हु भाईThankyou raj bhaiii.... Thik hai yar bhai wo bhi apna... Ek bhai dusre bhai ko bol rha hai toh chill sab apne hai.... Waise meri hi galti hai but koi nhi main acha acha updates de kar mna lunga.... Main late ho Jana manjur hai but update badhiya hi dunga.....baaki tum toh ho hi sath![]()
Beautiful update Bhai Mera aapko demotivate karne ka koi irada nahin hai Bus bhai jab aap samay dete Ho aur update nahin aata to Bura lagta hai isliye aisa bol diya Varna hamen maloom hai ki aap bahut mehnat karte Hain hamen achcha update dene ke liye dhanyvadUpdate 26
तनु मन मैं कहती है अभी सो रहा है उठेगा तोबच्चो जैसा हाल कर लेगा
मुंह फूला कर , ऊपर से गुस्सा करेगा।
**************
इन सब से दूर एक आदमी अपना फोन पटक देता है और कहता है पहले वीर का बाप और अब वीर और अब सारे पत्ते मेरे फेल क्यो हो जाते है
तभी वो कॉल कर के कहता है अपने आदमी से "जिस घर मैं वो है सब को उड़ा दो साक्षी को छोड़ कर"
अब आगे
रूही - कब से सो रही हो उठो
अंजली रूही की आवाज़ सुन कर उठ जाती है और उठते ही तनु की तरफ़ देखती है जो वीर को सहला रही थी उसके माथे को सोहला रही थी।
तनु मन ही मन मुस्कुरा रही थी और वीर को देख रही थी जो उसकी गोद मैं बहुत प्यार से सोया हुआ था
तनु - गधा घोड़ा बैच कर सो रहा है, किसी बात की केयर नही है, चलो उठो अब
तनु ने उसकी नाक दबा दी, जिससे वीर कुनमुनाते हुए तनु की गोद मैं लेट लेट दूसरी तरफ़ करवट ले लेता है और उसकी ये हरक़त देख कर तनु हस देती है और अंजली की आंखे बड़ी बड़ी हो जाती है और रूही भी स्माइल करने लगती है
तनु - अरे उठो वर्ना फेक दूंगी , उठो वीर , वीर वीर तनु वीर को हिलाते हुए कहती है , और जबरदस्ती उसकी आंखो को खोलने लगती है।
इधर वीर कुनमुनते हुए तनु की कमर को लॉक कर लेता हा लेटे लेटे और कहता है "मैं नहीं उठूंगा जो करना है कर लो"
इधर वीर की ऐसे बच्चो जैसी हरकत देख कर तनु हस्ते हस्ते गिर पड़ी थी, और उसे इतना जोर से हंसता देख अंजली को जैसे साप शुंग गया हो, और रूही वीर की बचकानी हरकते देख कर हस रही थी बहुत समय बाद आज रूही हसी थी।
इधर तनु अपने होश सभालती है तो देखती है वीर उसकी कमर पकड़े हुआ है और उसकी झाग पर सर रख कर लेटा है, और उसे नींद मैं तनु पर भरोसा था।
तभी अंजलि कहती है, इसे ऐसे सिचुएशन मैं भी नींद कैसे आ सकती है, उठाओ इसे और ये क्या कर रही हो तुम
तनु - अपने पति को प्यार कर रही हूं मैं और यही तो है जिससे मुझे प्यार है, जिसने मुझे जीना सिखाया , हंसना सिखाया और विश्वास दिलाया।
अंजली - तुम्हारा अकेला का तो पति नही है ना, 2 और है बड़ी आई,
तनु - तेरा भी तो है इतना क्या उछल रही है
अंजली तनु की बात सुन कर झेप जाती है और रूही बीच में बोलती है तुम दोनो बहने घर पर लड़ लेना अभी के लिए घर चलो, और इसे उठाओ।
तनु - वीर उठो वर्ना थप्पड़ पड़ेगा अब घर नही है, समझे एक बार मैं सुनाई नही पड़ता
अब तनु ने बहुत गुस्से मैं ये बात बोली थी, और तनु की आवाज सुन कर रूही अंजली को पकड़ लेती है।
तभी वीर उसकी कमर को और टाइट जकड़ लेता है और और कहता हैं " ना उठाऊंगा मैं चलो जाओ मैं अपनी तनु के ऊपर से नहीं उठूंगा जो करना है करो मुझे सोने दो बस 5 मिनट" ये कहते हुआ वीर सोते सोते ही जीभ निकाल लेटा है और वीर का ऐसा बिहेवियर देख कर तनु की हसी ही नहीं रुक रही थी और अब अंजली भी मन ही मन हस रही थी
और कहती है अब मुझे पता चला तुम्हे हमेशा साक्षी क्यों उठाने जाती है , कामिनी अकेले अकेले मजा लेती है।
तभी तनु को कुछ अहसास होता है और वो हड़बड़ा जाती है और वीर से कहती है जल्दी घर चलो जल्दी वर्ना वो डायन खून पी लेगी अगर देर हुआ तो ये बात वो मन मैं कहती है और हस्ते हुआ कहती है "बच्चू मुझे अपने पति को ऐसे उठाने के लिए माफ करना" ये कह कर वो वीर की तरफ़ देखती है और उसकी आंखें लाल होने लगती है।
तभी वीर को कुछ साप जकड़ेंने लगते है और वीर हड़बड़ाते हुए डर जाता है और कप रहा होता हैं, और वीर हिलना तो चहता था लेकिन उसका शरीर कुछ नही कर रहा था।
तभी जल्दी से उठ कर बैठ जाता है और कहता है "भागों भागों भागों सापों ने अटैक कर दिया भागों, जल्दी से भागो मेरी तनु कहा है, मेरी तनु, तनु।
तभी तनु कहती है उठ गया तो अब चलो, बाद मैं सो लेना मेरे ऊपर ये कहते हुआ तनु एक हल्की से मुस्कान के साथ मुस्कुरा देती है।
तभी वीर उसकी तरफ देखता है और कहता है "मुझे नहीं सोना और ऐसे क्यो उठाया"
तनु " मैने क्या किया एक तो वैसे ही उठ नहीं रहे थे"
वीर - झूठ मत बोलो मैं एक बार मैं उठ जाता है हूं, हल्की सी आवाज़ होती है तो भी।
वीर की ये बात सुन कर तीनो लड़कियां जो बैठी हुई थी वो हस हस के गिर पड़ती है।
और वीर कहता है ऐसे हसो मत घर पर चलो अब लेट नहीं हो रहा।
इधर वीर अपना मुंह फूला कर चुप चाप जाने लगता है और सभी बाहर आ जाती है और सभी हस रही थी तभी वीर की नज़र अंजली पर पड़ती है, और उसे ही घूरे जा रहा था वीर
वीर देखता है तो अंजली पूरी सेम टू सेम तनु की तरफ देखती हैं, और उसे देख कर कहता है इसकी भी गांड़ मोटी है सेक्सी बदन हाए।
तभी अंजलि मुड़ कर वीर को देखने लगती हैं
तभी तनु और रूही खसते हुए कहती है अगर मिलाप हो गया हो तो घर चले।
उसकी ये बात सुन कर अंजली झेप जाती है, और अंदर बैठ जाती है और कहती है ये वीर तो नहीं है , अगर ये वीर होता तो आज ही उसकी मौत होती मेरे हाथो ये कोई और है।
इधर रूही भी उदास होते हुए अंदर बैठ जाती है, और आज उसका बच्चा भी चला गया बेशक वो सगा बेटा नही था लेकिन रूही की जान उसमें बस्ती थी रूही ने ही उसे पाल पोस कर बहुत बड़ा किया था और आज 4 साल का वो बच्चा चला गया उसका सब कुछ चला गया था फिर भी रूही हमेशा हस्ती रहती है उसकी लाइफ उसने पूरी अंजली के लिए बर्बाद करने का सोच राखी है लेकिन आज अंजली को वीर के साथ देख कर उसे खुशी हुई थी।
तभी अंजलि रूही की तरफ देखती है , और उसकी नज़र को देख कर उसे अहसास होता है उसने अपने साथ साथ रूही की ज़िंदगी बर्बाद कर दी थीं
तभी रूही और बाकी कार मैं बैठ जाती है और वीर चल पड़ता है, इधर वीर अपनी नज़रे चुरा चुरा कर तनु को देख रहा था।
तनु - क्या बात है जी बड़ा प्यार आ रहा है हम पर
वीर की चोरी पकड़े जाने पर वीर चुप चाप कार चलाने लगता है
तभी तनु हस्ती है और कहती है अच्छा तो आप हमसे गुस्सा है।
वीर कुछ नही कहता तभी तनु अंगड़ाई लेती है, और वीर उसे निहारने लगता है, और तनु कहती है सॉरी ना ऐसे गुस्सा मत हो , वैसे भी मैने क्या किया
वीर - अकेला मैं बात होगी
तनु - झूठे अकेला मैं बात कहा करते हो तुम
तनु की बात सुन कर अंजली के गाल ही लाल हो गया था और रूही दूसरी तरफ़ मुंह कर लेती है और वीर चुप चाप गाड़ी चलाने लगता है और तनु एक हाथ से उसका हाथ थाम लेती है जो उसे मना रही थी।
ऐसे ही घर आ जाता है और जब वीर कार से उतरने लगता है तो उसकी नज़र रूही पर पड़ती है , तो उसे देखता ही रह जाता है मासूमियत उसके चहरे से टपक रही थी, उसका प्यारा सा फेस उसकी पतली कमर उसे पकड़ने के लिया कोई भी तड़प उठे।
तभी वीर और तनु की नज़र रूही पर से हट जाती है और अंजली पर पड़ती है जो बड़ी सोच मैं धुभी हुई थी और उसको ऐसे सोच मैं देख कर तनु कहती है " ये कामिनी कुछ धमाका करेगी"
तनु - अंदर चलोगी तुम दोनो
अंजली कुछ सोच मे थी और चुप चाप ऊपर की ओर चल पड़ी।
जैसे ही अंजली ऊपर गई उसके बगल रूही ऊपर आई तो उसे एक अजीब सा अपनापन फील हुआ लेकिन वो अच्छी तरह जानती थी कि वो एक गैर है इन सब के बीच और वो कहती है मैं चली जाउंगी कल।
तभी तनु और वीर भी ऊपर आ गया था, और इधर साक्षी और अनु टीवी मैं सीरियल देख रही थी और दोनो बाहर आती है और अनु रूही को देख कर कुद पड़ती है और चिल्लाती है कुतिय बड़े टाइम बाद मिली।
रूही कस के गले लग जाती है अनु के।
अनु - बहुत फेस किया ना तूने।
रूही - छोड़ ना बीती बात और बता शादी वाली लाइफ कैसी है।
अनु - आराम से बताऊंगी पूरी बात एक एक बात डीपली वैसे भी अब तो यही रहेगी।
रूही - धत मैं यह क्यों रहूंगी , वैसे भी ये कौनसा मेरे पति का घर है मैं तो चली जाऊंगी कुछ टाइम में
अंजली - वो मैं जाने दूंगी तो जाएगी ना तू, और तू यह इसलिए नही रहना चाहती क्युकी ये गैर है तेरे लिए तो ठीक है मैं भी वीर को छोड़ दूंगी।
तनु - क्या नाटक लगा रख हैं।
अंजली - जहा मेरी बहन का कोई अपना नहीं वहा, मेरा भी कोई अपना नहीं, वो इसीलिए यह नही रहना चाहती क्युकी यह सब वीर की वाइफ है और उसका कोई पति नहीं है मेरी वजह से उसने अपना सब कुछ खोया मैने उसे दूर कर दिया और अब और नहीं।
साक्षी - ठीक है , रूही तुम यह नहीं रहना चाहती।
रूही - नही
तनु - फिर ठीक है तुम्हे यह रहना तो पड़ेगा
साक्षी - जब सारी बहेनों के पति के ही है तो तुम्हारे अलग क्यों, तुम्हारी भी शादी वीर से हों जायेगी तो तुम्हे यह रुकना पड़ेगा क्यो अंजलि
अंजली - हा
तनु - फिर हमारी बात माननी पड़ेगी , हर एक बात छोटी से छोटी बड़ी से बडी।
अंजली - मंजूर है,
रूही अपनी तिरछी नज़र से वीर को देख रही थी जो काव्या के साथ खेल रहा था।
ये सुन कर साक्षी जो तनु को पीछे से पकड़ कर के खड़ी थी वो कहती है " बधाई हो वीर 5 वी आने वाली है"
तनु - अगर अब किसी का मुंह खुला तो मैं जबान हमेशा के लिए बंद कर दुंगी।
रूही - लेकिन
अनु पीछे से रूही को एक थप्पड मारती है और कहती है अगर अब कुछ बोली तो ढकेल दूंगी चल बसेगी ऊपर से और कौनसी दावा लेती थी बाहर से इतना सेक्सी बन कर आई है।
तभी वीर शोर सुन कर उसके करीब आता है और तनु के बाजू खड़ा हो जाता है।
वीर - क्या बात है
तनु - रूही से शादी करोगे
वीर - नहीं करना सब आती है मुझे मारती हैकोई मेरी बात नही सुनता
तनु - चुप और चल कर कार निकालो तुमसे किसी ने राय मांगी है क्या और अनु जा कर रूही को तैयार करो, और अंजली तू भी अंदर जा लेकिन याद रहे, मेरी बात तुम बहन थी इसलिए शादी हो रही वर्ना वीर की तरफ देखने वाले की लाश भी हम नही छोड़ते।
तनु की बात मैं एक अजीब सी धमकी थी एक अलग सा डर जो सबको डराने के लिए काफी था।
इस शादी के लिए वीर खुद तैयार नही था, लेकिन तनु की बात सुन कर वो डर गया था , और कार निकलने चला गया वीर इतना दर गया था कि वो कप रहा था।
वही हाल बाकी का भी था।
सब के जाने के बाद साक्षी कहती है " बहुत कुछ हुआ है अगर हमने रूही को जाने दिया, तो रूही के पीछे जाएगा और तू जानती है ना बड़ी मां ने रूही के अंदर क्या डाला है, हमे उसकी रक्षा करनी है"
तनु - हा मुझे अच्छा से याद है
साक्षी - वैसे रूही की शादी के लिए तू मान गई मुझे उम्मीद नहीं थी।
तनु - यार वो बहन ही है भला चाहती हूं सबका मैं और मेरा वीर पर आज और बहुत प्यार आ रहा है
साक्षी - बेचारे को इतना डाट दी वो तो तेरे लिए सब करता है ना
तनु - यार रूही मेरी भी बहन है बचपन से अंजली के साथ है अंजली मेरी जान है हम दोनो एक है और रूही भी एक अलग जुड़ाव है ऐसे वीर मना किया तो गुस्सा आ गया , लेकिन तू जानती है ना वीर से में कितना प्यार करती हूं , बेशक वो इस शादी से अभी एग्री न करे लेकिन जैसे ही शादी हो जाएगी वो खुद ब खुद रूही को चाहने लगेगा, कम से कम रूही को एक नई जिदंगी दे सकती हूं मैं वो हमेशा अकेली रही है , वीर से शादी के बाद खुद ज़िमेदारी आ जाएगी , और उसे हमारे साथ रहना पड़ेगा क्युकी ये उसका घर बन जाएगा।
साक्षी - वीर
तनु - यार मुझे भी बुरा लग रह था लेकिन तू देखना आज रात भर उसे बहुत प्यार करूंगी।
साक्षी - उसे कैसे पता की रूही के पास वो चीज़ है।
साक्षी - कुछ तो बात है लेकिन कोई नही हम सब संभाल लेंगे वैसे भी टेंशन मत लो
तनु - रात भर मेरी क्या हालत होगी आज तू नहीं जानती, वो केवल मैं जानती हूं , नई पत्नी की हवस भी मेरे से उतरेगा।
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to be continued ..iske baad ka mast waala part socha tha add kar dun... But chodo next update main de dunga sex aur romance....
Nice updateUpdate 26
तनु मन मैं कहती है अभी सो रहा है उठेगा तोबच्चो जैसा हाल कर लेगा
मुंह फूला कर , ऊपर से गुस्सा करेगा।
**************
इन सब से दूर एक आदमी अपना फोन पटक देता है और कहता है पहले वीर का बाप और अब वीर और अब सारे पत्ते मेरे फेल क्यो हो जाते है
तभी वो कॉल कर के कहता है अपने आदमी से "जिस घर मैं वो है सब को उड़ा दो साक्षी को छोड़ कर"
अब आगे
रूही - कब से सो रही हो उठो
अंजली रूही की आवाज़ सुन कर उठ जाती है और उठते ही तनु की तरफ़ देखती है जो वीर को सहला रही थी उसके माथे को सोहला रही थी।
तनु मन ही मन मुस्कुरा रही थी और वीर को देख रही थी जो उसकी गोद मैं बहुत प्यार से सोया हुआ था
तनु - गधा घोड़ा बैच कर सो रहा है, किसी बात की केयर नही है, चलो उठो अब
तनु ने उसकी नाक दबा दी, जिससे वीर कुनमुनाते हुए तनु की गोद मैं लेट लेट दूसरी तरफ़ करवट ले लेता है और उसकी ये हरक़त देख कर तनु हस देती है और अंजली की आंखे बड़ी बड़ी हो जाती है और रूही भी स्माइल करने लगती है
तनु - अरे उठो वर्ना फेक दूंगी , उठो वीर , वीर वीर तनु वीर को हिलाते हुए कहती है , और जबरदस्ती उसकी आंखो को खोलने लगती है।
इधर वीर कुनमुनते हुए तनु की कमर को लॉक कर लेता हा लेटे लेटे और कहता है "मैं नहीं उठूंगा जो करना है कर लो"
इधर वीर की ऐसे बच्चो जैसी हरकत देख कर तनु हस्ते हस्ते गिर पड़ी थी, और उसे इतना जोर से हंसता देख अंजली को जैसे साप शुंग गया हो, और रूही वीर की बचकानी हरकते देख कर हस रही थी बहुत समय बाद आज रूही हसी थी।
इधर तनु अपने होश सभालती है तो देखती है वीर उसकी कमर पकड़े हुआ है और उसकी झाग पर सर रख कर लेटा है, और उसे नींद मैं तनु पर भरोसा था।
तभी अंजलि कहती है, इसे ऐसे सिचुएशन मैं भी नींद कैसे आ सकती है, उठाओ इसे और ये क्या कर रही हो तुम
तनु - अपने पति को प्यार कर रही हूं मैं और यही तो है जिससे मुझे प्यार है, जिसने मुझे जीना सिखाया , हंसना सिखाया और विश्वास दिलाया।
अंजली - तुम्हारा अकेला का तो पति नही है ना, 2 और है बड़ी आई,
तनु - तेरा भी तो है इतना क्या उछल रही है
अंजली तनु की बात सुन कर झेप जाती है और रूही बीच में बोलती है तुम दोनो बहने घर पर लड़ लेना अभी के लिए घर चलो, और इसे उठाओ।
तनु - वीर उठो वर्ना थप्पड़ पड़ेगा अब घर नही है, समझे एक बार मैं सुनाई नही पड़ता
अब तनु ने बहुत गुस्से मैं ये बात बोली थी, और तनु की आवाज सुन कर रूही अंजली को पकड़ लेती है।
तभी वीर उसकी कमर को और टाइट जकड़ लेता है और और कहता हैं " ना उठाऊंगा मैं चलो जाओ मैं अपनी तनु के ऊपर से नहीं उठूंगा जो करना है करो मुझे सोने दो बस 5 मिनट" ये कहते हुआ वीर सोते सोते ही जीभ निकाल लेटा है और वीर का ऐसा बिहेवियर देख कर तनु की हसी ही नहीं रुक रही थी और अब अंजली भी मन ही मन हस रही थी
और कहती है अब मुझे पता चला तुम्हे हमेशा साक्षी क्यों उठाने जाती है , कामिनी अकेले अकेले मजा लेती है।
तभी तनु को कुछ अहसास होता है और वो हड़बड़ा जाती है और वीर से कहती है जल्दी घर चलो जल्दी वर्ना वो डायन खून पी लेगी अगर देर हुआ तो ये बात वो मन मैं कहती है और हस्ते हुआ कहती है "बच्चू मुझे अपने पति को ऐसे उठाने के लिए माफ करना" ये कह कर वो वीर की तरफ़ देखती है और उसकी आंखें लाल होने लगती है।
तभी वीर को कुछ साप जकड़ेंने लगते है और वीर हड़बड़ाते हुए डर जाता है और कप रहा होता हैं, और वीर हिलना तो चहता था लेकिन उसका शरीर कुछ नही कर रहा था।
तभी जल्दी से उठ कर बैठ जाता है और कहता है "भागों भागों भागों सापों ने अटैक कर दिया भागों, जल्दी से भागो मेरी तनु कहा है, मेरी तनु, तनु।
तभी तनु कहती है उठ गया तो अब चलो, बाद मैं सो लेना मेरे ऊपर ये कहते हुआ तनु एक हल्की से मुस्कान के साथ मुस्कुरा देती है।
तभी वीर उसकी तरफ देखता है और कहता है "मुझे नहीं सोना और ऐसे क्यो उठाया"
तनु " मैने क्या किया एक तो वैसे ही उठ नहीं रहे थे"
वीर - झूठ मत बोलो मैं एक बार मैं उठ जाता है हूं, हल्की सी आवाज़ होती है तो भी।
वीर की ये बात सुन कर तीनो लड़कियां जो बैठी हुई थी वो हस हस के गिर पड़ती है।
और वीर कहता है ऐसे हसो मत घर पर चलो अब लेट नहीं हो रहा।
इधर वीर अपना मुंह फूला कर चुप चाप जाने लगता है और सभी बाहर आ जाती है और सभी हस रही थी तभी वीर की नज़र अंजली पर पड़ती है, और उसे ही घूरे जा रहा था वीर
वीर देखता है तो अंजली पूरी सेम टू सेम तनु की तरफ देखती हैं, और उसे देख कर कहता है इसकी भी गांड़ मोटी है सेक्सी बदन हाए।
तभी अंजलि मुड़ कर वीर को देखने लगती हैं
तभी तनु और रूही खसते हुए कहती है अगर मिलाप हो गया हो तो घर चले।
उसकी ये बात सुन कर अंजली झेप जाती है, और अंदर बैठ जाती है और कहती है ये वीर तो नहीं है , अगर ये वीर होता तो आज ही उसकी मौत होती मेरे हाथो ये कोई और है।
इधर रूही भी उदास होते हुए अंदर बैठ जाती है, और आज उसका बच्चा भी चला गया बेशक वो सगा बेटा नही था लेकिन रूही की जान उसमें बस्ती थी रूही ने ही उसे पाल पोस कर बहुत बड़ा किया था और आज 4 साल का वो बच्चा चला गया उसका सब कुछ चला गया था फिर भी रूही हमेशा हस्ती रहती है उसकी लाइफ उसने पूरी अंजली के लिए बर्बाद करने का सोच राखी है लेकिन आज अंजली को वीर के साथ देख कर उसे खुशी हुई थी।
तभी अंजलि रूही की तरफ देखती है , और उसकी नज़र को देख कर उसे अहसास होता है उसने अपने साथ साथ रूही की ज़िंदगी बर्बाद कर दी थीं
तभी रूही और बाकी कार मैं बैठ जाती है और वीर चल पड़ता है, इधर वीर अपनी नज़रे चुरा चुरा कर तनु को देख रहा था।
तनु - क्या बात है जी बड़ा प्यार आ रहा है हम पर
वीर की चोरी पकड़े जाने पर वीर चुप चाप कार चलाने लगता है
तभी तनु हस्ती है और कहती है अच्छा तो आप हमसे गुस्सा है।
वीर कुछ नही कहता तभी तनु अंगड़ाई लेती है, और वीर उसे निहारने लगता है, और तनु कहती है सॉरी ना ऐसे गुस्सा मत हो , वैसे भी मैने क्या किया
वीर - अकेला मैं बात होगी
तनु - झूठे अकेला मैं बात कहा करते हो तुम
तनु की बात सुन कर अंजली के गाल ही लाल हो गया था और रूही दूसरी तरफ़ मुंह कर लेती है और वीर चुप चाप गाड़ी चलाने लगता है और तनु एक हाथ से उसका हाथ थाम लेती है जो उसे मना रही थी।
ऐसे ही घर आ जाता है और जब वीर कार से उतरने लगता है तो उसकी नज़र रूही पर पड़ती है , तो उसे देखता ही रह जाता है मासूमियत उसके चहरे से टपक रही थी, उसका प्यारा सा फेस उसकी पतली कमर उसे पकड़ने के लिया कोई भी तड़प उठे।
तभी वीर और तनु की नज़र रूही पर से हट जाती है और अंजली पर पड़ती है जो बड़ी सोच मैं धुभी हुई थी और उसको ऐसे सोच मैं देख कर तनु कहती है " ये कामिनी कुछ धमाका करेगी"
तनु - अंदर चलोगी तुम दोनो
अंजली कुछ सोच मे थी और चुप चाप ऊपर की ओर चल पड़ी।
जैसे ही अंजली ऊपर गई उसके बगल रूही ऊपर आई तो उसे एक अजीब सा अपनापन फील हुआ लेकिन वो अच्छी तरह जानती थी कि वो एक गैर है इन सब के बीच और वो कहती है मैं चली जाउंगी कल।
तभी तनु और वीर भी ऊपर आ गया था, और इधर साक्षी और अनु टीवी मैं सीरियल देख रही थी और दोनो बाहर आती है और अनु रूही को देख कर कुद पड़ती है और चिल्लाती है कुतिय बड़े टाइम बाद मिली।
रूही कस के गले लग जाती है अनु के।
अनु - बहुत फेस किया ना तूने।
रूही - छोड़ ना बीती बात और बता शादी वाली लाइफ कैसी है।
अनु - आराम से बताऊंगी पूरी बात एक एक बात डीपली वैसे भी अब तो यही रहेगी।
रूही - धत मैं यह क्यों रहूंगी , वैसे भी ये कौनसा मेरे पति का घर है मैं तो चली जाऊंगी कुछ टाइम में
अंजली - वो मैं जाने दूंगी तो जाएगी ना तू, और तू यह इसलिए नही रहना चाहती क्युकी ये गैर है तेरे लिए तो ठीक है मैं भी वीर को छोड़ दूंगी।
तनु - क्या नाटक लगा रख हैं।
अंजली - जहा मेरी बहन का कोई अपना नहीं वहा, मेरा भी कोई अपना नहीं, वो इसीलिए यह नही रहना चाहती क्युकी यह सब वीर की वाइफ है और उसका कोई पति नहीं है मेरी वजह से उसने अपना सब कुछ खोया मैने उसे दूर कर दिया और अब और नहीं।
साक्षी - ठीक है , रूही तुम यह नहीं रहना चाहती।
रूही - नही
तनु - फिर ठीक है तुम्हे यह रहना तो पड़ेगा
साक्षी - जब सारी बहेनों के पति के ही है तो तुम्हारे अलग क्यों, तुम्हारी भी शादी वीर से हों जायेगी तो तुम्हे यह रुकना पड़ेगा क्यो अंजलि
अंजली - हा
तनु - फिर हमारी बात माननी पड़ेगी , हर एक बात छोटी से छोटी बड़ी से बडी।
अंजली - मंजूर है,
रूही अपनी तिरछी नज़र से वीर को देख रही थी जो काव्या के साथ खेल रहा था।
ये सुन कर साक्षी जो तनु को पीछे से पकड़ कर के खड़ी थी वो कहती है " बधाई हो वीर 5 वी आने वाली है"
तनु - अगर अब किसी का मुंह खुला तो मैं जबान हमेशा के लिए बंद कर दुंगी।
रूही - लेकिन
अनु पीछे से रूही को एक थप्पड मारती है और कहती है अगर अब कुछ बोली तो ढकेल दूंगी चल बसेगी ऊपर से और कौनसी दावा लेती थी बाहर से इतना सेक्सी बन कर आई है।
तभी वीर शोर सुन कर उसके करीब आता है और तनु के बाजू खड़ा हो जाता है।
वीर - क्या बात है
तनु - रूही से शादी करोगे
वीर - नहीं करना सब आती है मुझे मारती हैकोई मेरी बात नही सुनता
तनु - चुप और चल कर कार निकालो तुमसे किसी ने राय मांगी है क्या और अनु जा कर रूही को तैयार करो, और अंजली तू भी अंदर जा लेकिन याद रहे, मेरी बात तुम बहन थी इसलिए शादी हो रही वर्ना वीर की तरफ देखने वाले की लाश भी हम नही छोड़ते।
तनु की बात मैं एक अजीब सी धमकी थी एक अलग सा डर जो सबको डराने के लिए काफी था।
इस शादी के लिए वीर खुद तैयार नही था, लेकिन तनु की बात सुन कर वो डर गया था , और कार निकलने चला गया वीर इतना दर गया था कि वो कप रहा था।
वही हाल बाकी का भी था।
सब के जाने के बाद साक्षी कहती है " बहुत कुछ हुआ है अगर हमने रूही को जाने दिया, तो रूही के पीछे जाएगा और तू जानती है ना बड़ी मां ने रूही के अंदर क्या डाला है, हमे उसकी रक्षा करनी है"
तनु - हा मुझे अच्छा से याद है
साक्षी - वैसे रूही की शादी के लिए तू मान गई मुझे उम्मीद नहीं थी।
तनु - यार वो बहन ही है भला चाहती हूं सबका मैं और मेरा वीर पर आज और बहुत प्यार आ रहा है
साक्षी - बेचारे को इतना डाट दी वो तो तेरे लिए सब करता है ना
तनु - यार रूही मेरी भी बहन है बचपन से अंजली के साथ है अंजली मेरी जान है हम दोनो एक है और रूही भी एक अलग जुड़ाव है ऐसे वीर मना किया तो गुस्सा आ गया , लेकिन तू जानती है ना वीर से में कितना प्यार करती हूं , बेशक वो इस शादी से अभी एग्री न करे लेकिन जैसे ही शादी हो जाएगी वो खुद ब खुद रूही को चाहने लगेगा, कम से कम रूही को एक नई जिदंगी दे सकती हूं मैं वो हमेशा अकेली रही है , वीर से शादी के बाद खुद ज़िमेदारी आ जाएगी , और उसे हमारे साथ रहना पड़ेगा क्युकी ये उसका घर बन जाएगा।
साक्षी - वीर
तनु - यार मुझे भी बुरा लग रह था लेकिन तू देखना आज रात भर उसे बहुत प्यार करूंगी।
साक्षी - उसे कैसे पता की रूही के पास वो चीज़ है।
साक्षी - कुछ तो बात है लेकिन कोई नही हम सब संभाल लेंगे वैसे भी टेंशन मत लो
तनु - रात भर मेरी क्या हालत होगी आज तू नहीं जानती, वो केवल मैं जानती हूं , नई पत्नी की हवस भी मेरे से उतरेगा।
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to be continued ..iske baad ka mast waala part socha tha add kar dun... But chodo next update main de dunga sex aur romance....