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कहानी का प्रारंभ तो बडा ही मजेदार और मस्त हैं भाई मजा आ गयाUpdate 01
गोकुलधाम की महिला मंडन की दया के घर पे किटी पार्टी चल रही होती है...
माधवी - में क्या कहती हूं पोपट भाई के लिए हमे कोई अपनी पहचान में लड़की देखनी चाहिए.. कितने साल से बिचारे अपनी शादी को लेके परेशान रहते है..और इस बार भी बात नही बनी..
अंजली – मुझे तो बड़ा तरस आता है उन्हे देख के.. हर बार यही होता है बिचारे...
दया – मुझे भी अंजली भाभी...
बबिता – एक ही लड़की है जो मुझे लगता है पोपट भाई के लिए ही बनीं है....
सब एक साथ – कोन बबिता...
बबिता – और कोन अपनी नटखट बदमाश रीटा रिपोटर..
सब लोग खुसी से आपस में बाते करने लगे...
दया – चलो रीटा से मिल के ही बात आगे बड़ाई जाय...
बबिता – हा लेकिन कोमल भाभी और रोशन भाभी कहा हे...
माधवी – वो कोमल भाभी तो अपने मायके गई है और रोशन भाभी और रोशन भाई पंजाब गई ही सादी में...
बबिता – ठीक है तो हम ही चलत है...
सारी महिला मंडल रीटा के घर जाने लगे लेकिन उसके घर पे वो नही थी.. की तभी वो अपनी स्कूटी से आती है...
सब एक साथ रीटा को घेर ही लेते हे...
रीटा – क्या हुआ आप सब एक साथ...कोई ब्रेकिंग न्यूज़ है..
बबिता – नही तू घर चल पपाते है...
सब अंजली के घर के जाते हे... जैसे ही सब अंदर गई.. दया की नजर सोफे पर पड़ी गुलाबी ब्रा पे गई...
दया ब्रा हाथ में लिए जोर से बोली..."देखो देखो हमारी अंजली भाभी की गुलाबी ब्रा.. केसे आते है अंजली भाभी आप के मोटे मोटे संतरे इस में"
अंजली शर्म से लाल हो गई...
अंजली – क्या भाभी आप भी ना...वो गलती से रह गई..और मेरे इतने भी बड़े नही..
बबिता – ओह अब समझ आया.. सुबह महिता साहब इतने खुश क्यों लग रहे थे..जब सुबह सुबह अपनी पत्नी के कोमल गुलाबी बूब से दूध पिएंगे तो.... हा हा...
सब जोर जोर से हसने लगे...
दया अंजली को पीछे से पकड़ उसके बूब को मसल देती हे..जिस से अंजली की कामुक सिसकारी निकल गई...
हसी मजाक करते हुए अब बैठ गई...