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Adultery बारिस की थड़ी में भाभी की गर्म चुत की चुदाई

ravi3535

Member
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हेलो दोस्तों मेरा नाम रवि है और आज में आप लोगो के सामने मेरी भाभी की चुदाई की कहानी ले कर आया हु। इस कहानी में आपको बतावुगा की कैसे बारिस के ठन्डे मौसम में मुझे गरम भाभी की चुदाई करने का मौका मिला था ।

मेरी एक छोटी फॅमिली है जिस में मेरे आलावा मेरे भाई और भाभी भी शामिल है। मेरा भाई अनिल की जो एक सरकारी दफ्तर में काम करता है और मेरी भाभी नीलिमा की जो एक हाउसवाइफ है ।

में स्कूल के टाइम बहुत Xforum पढ़ी थी इस लिए में भी अकसर चुदाई के सपने देखा करता था। कभी कबर भाभीयो की चुदाई की कहानी पड़ने मिलती इस कारन कभी सोचता रहता की भाई की शादी के बाद भाभी आयी तो उसे भी इस कहानी की तरह चोदुँगा।

समय बीतने के बाद भाई की शादी हो गई और भाभी घर आयी तो में भाभी की चुदाई के बारे मे चोचता रहता । अकसर भाभी को सोरी छुपे देखता। पर भाभी बहुत सीधी और संस्कारी थी। ये कुछ महीनो में समाज गया और अपनी भाभी की चुदाई का इरादा छोड़ दिया।

घर में हम दोनों एक छत के निचे होने के बजसे कभी कबर हम दोनों में छोटी मोती नोक जोक हो जाती और कभी कबर हम दोनों एक दूसरे की मस्ती भी किया करते। इस इस तरह २ साल बीत गये।

पर शायद मेरे नसीब में भाभी की चुदाई लिखी थी इस लिए एक दिन ऐसा आ ही गया की जब मुझे भाभी की चुदाई करने का मौका मिल गया।

उन दिनों बारिस का मौसम था और उन दिनों में भाई के दोस्त की शादी होने वाली थी और इस वजसे मेरे भाई को उसकी शादी में आने का आमंत्रण मिला।

मेरे भाई के दोस्त ने शादी के लिए हॉल बुक किया था और शादी से पहले रात को सब कार्यकम रखे थे इस वजसे हम लोग करीबन साम को हॉल पॉच गये। और फिर रात को सब कार्यकर्म का आनद उठाया और फिर रात को हॉल में ही सो गये।

सुबह में उठा तब मेने देखा की बारिश जोरो सोरो से हो रही थी। पर हॉल पेक होने की वजसे शादी में कोय दिकत नहीं आने वाली थी। इस लिए सब बिंदास हो कर शादी के लिए तैयार हो रहे थे।

में भी तैयार हो कर निचे वाले हॉल में पहुचा। वह भाई और भाभी साथ में खड़े थे तो में भी उनके पास गया। तब मेरी और भाभी पे पड़ी उस दिन भाभी बहुत सुन्दर दिख रही थी।

में भाई के साथ बाते करते हुवे पता चला की रत से बहुत बारिस गिर रही है और न्यूज़ में भी बताया है की इन २-३ दिनों तक बहुत बारिस गिरने की सभावना है। थोड़ी देर हमने बात की फिर स्टेज पर दूल्हा आ गया। और फिर शादी की रस्मे सुरु हो गई और सब लोग वो देख ने के लिए खुर्ची पर बेथ गये।

करीबन डुपेर के १ बजे खाना शुरू हो गया इस लिए हम लोग खाने के लिए गये। खाने के दौरान मेरे भाई ने बताया की उनको ऑफिस से फ़ोन आया था की उनके अंडर में आने वाले गांव में से कुछ गांव में बारिस के वजसे नुकसान हुवा इस वजसे उनको जाना पड़ेगा। और उनोने कहा की अभी शादी ख़तम ही होने वाली है तो जैसे ही बारिस धीमी हो तो तुम्हारी भाभी को ले कर घर चले जाना।

मेने भी भाई की बात में हामी भरते हुवे खा की भाभी को बताया की आप जा रहे हो । तो उनोने खा की अभी बता देता हु। और फिर वो भाभी के पास चले गये।

खाने के बाद में भी बैग पैक कर के त्यार हो गया और फिर बारिश कम होने का इंतज़ार करने लगा। करीबन ४ बजे बारिस थोड़ी धीमी हुतो मेने बैग को प्लास्टिक से कवर करके मेरी बाइक के साइड में अछि तरह से बढ़ दिया।

और फिर भाभी को बुलाया की अभी बारिस थोड़ी कम हुवी है तो निकल जाते है और भाभी को ये सही लगा तो वो भी मेरे साथ चलने लगी।

भाभी ने साड़ी पहनी थी तो वो एक साइड हो कर बेथ गई और उनको एक हाथ मेरे खड़े पर रख दिया और फिर मुझे बाइक चलाने को कहा।

मेने कारबी १५ मिनट बाइक चली तब तक तो बारिस धीमी थी पर फिर बारिस फ़ास्ट होने लगी तो मेने बाइक एक जाड़ के निचे लगा दी और दोनों जाड़ के निचे आ गए पर इस दौरान हम दोनों भीग गये थे।

हम दोनों पेड़ के नीस खड़े थे उस दौरान मेने भाभी को देख तो एक नजर से देखता ही रह गया। बारिस के वजसे भाभी की साड़ी भी गयी थी और उनकी साड़ी उनके बदन से चिपक गई थी इस वजसे उनके दोनों बूब्स का उभार साफ दिख रहा था।

मेरा मन तो ऐसे ही भाभी को देख ने का कर रहा था पर फिर सोच की अगर बारिस और जयादा हो गई तो घर पोछने में दिकत होगी। इस लिए मेने भाभी से कहा की अभी और देर नहीं करनी चाहिए और हमें निकलना चाहिए। मेरी बात भाभी को भी सही लगी इस लिए हम फिर अपने घर की और निकल गये।

मेरे नजर के सामने तो अभी भी भीगी भाभी ही थी। फिर मेने सोच की कुना बाइक की ब्रेक मरी जाये जिसे भाभी मेरी और करीब आजाये और मेने जैसी ब्रेक का जतका दिया भाभी के मुलायम बूब्स मेरी पीठ पर आ गए। इस दौरान उनका दूसरा हाथ भी मेरे काढ़े पर आ गया।

उस थड़ी में मेरे कंधे पर भाभी के वो दो गर्म हाथ मुजमे अलग ही हल चल कर रहे थे। इस मज़े को जयादा समय तक लेने के लिए में बाइक स्लोव चला रहा था। ताकि भाभी मेरे साथ जयादा समय रे सके। और कभी कभी में ब्रेक भी मर देता था ताहि उनका बदन मेरी पीठ पर आ सके।

थोड़े समय भाभी को बारिस के बजसे थड़ी लग रही थी और उनके मुहमे से ठण्ड के वजसे कप कपाहट की आवज मेरे कानो में आरही थी।

बारिस की थड़ी के वजसे भाभी के हाथ मेरे काढ़े पर से धिरे धिरे निचे जाने लगे और फिर मेरे पेट की और आने लगे।

मुझे अब महूस होने लगा था की भाभी मेरी और धिरे धिरे अपने बदन को जुका रही थी। और मेरे बदन की गर्मी से अपनी ठंडी को दूर कर रही थी। उस समय मेरे अंदर भी बहुत हलचल हो रही थी।

फिर थोड़ी देर बाद मुझे महसूस होने लगा की भाभी ने पाने दोनों हाथ को मेरे पेट की और रख कर उसके बदन को मेरी पीठ से लिपट रही थी। भाभी की जैसे मुझे भी थड़ी तो लग रही थी पर भाभी की इस हरकत से मुझे भी गर्मी मिल रही थी।

फिर तो भाभी ने अपने सर को भी मेरी पीठ पर रख कर मुझे पूरी तरह लिपट गई। भाभी की इस हरकत से में भी भाभी की गर्मी मरे पीठ पर मासूस कर पा रहा था । और मेरा लैंड भी अभी इन हरकतों से उठ कर सलामी देने की त्यारी में था।

इस हसीं लम्हे को में बिकुल गवाना नहीं चाहता था इस लिए में अपनी बाइक को बहुत ही धीमी चला रहा था की जिसे में इस हालत का पूरा मज़ा ले सकू।

कुछ समय में मुझे ऐसा लग रहा था की सायद भाभी भी अभी खुद पर काबू नहीं कर पा रही है। क्युकी मुझे ऐसा महसूस हो रहा था की भाभी अपने होतो को मेरे पीठ पर रगड़ रही है।
और कभी मेरे काढ़े पर भी किस कर देती। मेरे बदन को और कस के पकड़ रही थी ।

मेंअब समज गया था की भाभी अभी चुदाई के पुरे मूड में है और मेने भी तय कर लिया की जो होगा देखा जायेगा पर आज तो भाभी की चुदाई करनी ही है।

अब हम लोग घर पॉच ने ही आये थे। जो रास्ता सिर्फ १ घंटे का था उसे उस दिन मेरे २ घंटे में तय किया था।

दोस्तों आप को क्या लगता है मेरी भाभी चुदाई के लिए जल्दी मान गई होगी या मुझे कुछ और जुगाड़ लगाना पड़ा होगा l जल्दी ही मेरी आगे की चुदाई की कहानी आप के लिए लावुगा l
 

Iron Man

Try and fail. But never give up trying
40,803
103,704
304

Iron Man

Try and fail. But never give up trying
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मेरी एक छोटी फॅमिली है जिस में मेरे आलावा मेरे भाई और भाभी भी शामिल है। मेरा भाई अनिल की जो एक सरकारी दफ्तर में काम करता है और मेरी भाभी नीलिमा की जो एक हाउसवाइफ है ।

में स्कूल के टाइम बहुत Xforum पढ़ी थी इस लिए में भी अकसर चुदाई के सपने देखा करता था। कभी कबर भाभीयो की चुदाई की कहानी पड़ने मिलती इस कारन कभी सोचता रहता की भाई की शादी के बाद भाभी आयी तो उसे भी इस कहानी की तरह चोदुँगा।

समय बीतने के बाद भाई की शादी हो गई और भाभी घर आयी तो में भाभी की चुदाई के बारे मे चोचता रहता । अकसर भाभी को सोरी छुपे देखता। पर भाभी बहुत सीधी और संस्कारी थी। ये कुछ महीनो में समाज गया और अपनी भाभी की चुदाई का इरादा छोड़ दिया।

घर में हम दोनों एक छत के निचे होने के बजसे कभी कबर हम दोनों में छोटी मोती नोक जोक हो जाती और कभी कबर हम दोनों एक दूसरे की मस्ती भी किया करते। इस इस तरह २ साल बीत गये।

पर शायद मेरे नसीब में भाभी की चुदाई लिखी थी इस लिए एक दिन ऐसा आ ही गया की जब मुझे भाभी की चुदाई करने का मौका मिल गया।

उन दिनों बारिस का मौसम था और उन दिनों में भाई के दोस्त की शादी होने वाली थी और इस वजसे मेरे भाई को उसकी शादी में आने का आमंत्रण मिला।

मेरे भाई के दोस्त ने शादी के लिए हॉल बुक किया था और शादी से पहले रात को सब कार्यकम रखे थे इस वजसे हम लोग करीबन साम को हॉल पॉच गये। और फिर रात को सब कार्यकर्म का आनद उठाया और फिर रात को हॉल में ही सो गये।

सुबह में उठा तब मेने देखा की बारिश जोरो सोरो से हो रही थी। पर हॉल पेक होने की वजसे शादी में कोय दिकत नहीं आने वाली थी। इस लिए सब बिंदास हो कर शादी के लिए तैयार हो रहे थे।

में भी तैयार हो कर निचे वाले हॉल में पहुचा। वह भाई और भाभी साथ में खड़े थे तो में भी उनके पास गया। तब मेरी और भाभी पे पड़ी उस दिन भाभी बहुत सुन्दर दिख रही थी।

में भाई के साथ बाते करते हुवे पता चला की रत से बहुत बारिस गिर रही है और न्यूज़ में भी बताया है की इन २-३ दिनों तक बहुत बारिस गिरने की सभावना है। थोड़ी देर हमने बात की फिर स्टेज पर दूल्हा आ गया। और फिर शादी की रस्मे सुरु हो गई और सब लोग वो देख ने के लिए खुर्ची पर बेथ गये।

करीबन डुपेर के १ बजे खाना शुरू हो गया इस लिए हम लोग खाने के लिए गये। खाने के दौरान मेरे भाई ने बताया की उनको ऑफिस से फ़ोन आया था की उनके अंडर में आने वाले गांव में से कुछ गांव में बारिस के वजसे नुकसान हुवा इस वजसे उनको जाना पड़ेगा। और उनोने कहा की अभी शादी ख़तम ही होने वाली है तो जैसे ही बारिस धीमी हो तो तुम्हारी भाभी को ले कर घर चले जाना।

मेने भी भाई की बात में हामी भरते हुवे खा की भाभी को बताया की आप जा रहे हो । तो उनोने खा की अभी बता देता हु। और फिर वो भाभी के पास चले गये।

खाने के बाद में भी बैग पैक कर के त्यार हो गया और फिर बारिश कम होने का इंतज़ार करने लगा। करीबन ४ बजे बारिस थोड़ी धीमी हुतो मेने बैग को प्लास्टिक से कवर करके मेरी बाइक के साइड में अछि तरह से बढ़ दिया।

और फिर भाभी को बुलाया की अभी बारिस थोड़ी कम हुवी है तो निकल जाते है और भाभी को ये सही लगा तो वो भी मेरे साथ चलने लगी।

भाभी ने साड़ी पहनी थी तो वो एक साइड हो कर बेथ गई और उनको एक हाथ मेरे खड़े पर रख दिया और फिर मुझे बाइक चलाने को कहा।

मेने कारबी १५ मिनट बाइक चली तब तक तो बारिस धीमी थी पर फिर बारिस फ़ास्ट होने लगी तो मेने बाइक एक जाड़ के निचे लगा दी और दोनों जाड़ के निचे आ गए पर इस दौरान हम दोनों भीग गये थे।

हम दोनों पेड़ के नीस खड़े थे उस दौरान मेने भाभी को देख तो एक नजर से देखता ही रह गया। बारिस के वजसे भाभी की साड़ी भी गयी थी और उनकी साड़ी उनके बदन से चिपक गई थी इस वजसे उनके दोनों बूब्स का उभार साफ दिख रहा था।

मेरा मन तो ऐसे ही भाभी को देख ने का कर रहा था पर फिर सोच की अगर बारिस और जयादा हो गई तो घर पोछने में दिकत होगी। इस लिए मेने भाभी से कहा की अभी और देर नहीं करनी चाहिए और हमें निकलना चाहिए। मेरी बात भाभी को भी सही लगी इस लिए हम फिर अपने घर की और निकल गये।

मेरे नजर के सामने तो अभी भी भीगी भाभी ही थी। फिर मेने सोच की कुना बाइक की ब्रेक मरी जाये जिसे भाभी मेरी और करीब आजाये और मेने जैसी ब्रेक का जतका दिया भाभी के मुलायम बूब्स मेरी पीठ पर आ गए। इस दौरान उनका दूसरा हाथ भी मेरे काढ़े पर आ गया।

उस थड़ी में मेरे कंधे पर भाभी के वो दो गर्म हाथ मुजमे अलग ही हल चल कर रहे थे। इस मज़े को जयादा समय तक लेने के लिए में बाइक स्लोव चला रहा था। ताकि भाभी मेरे साथ जयादा समय रे सके। और कभी कभी में ब्रेक भी मर देता था ताहि उनका बदन मेरी पीठ पर आ सके।

थोड़े समय भाभी को बारिस के बजसे थड़ी लग रही थी और उनके मुहमे से ठण्ड के वजसे कप कपाहट की आवज मेरे कानो में आरही थी।

बारिस की थड़ी के वजसे भाभी के हाथ मेरे काढ़े पर से धिरे धिरे निचे जाने लगे और फिर मेरे पेट की और आने लगे।

मुझे अब महूस होने लगा था की भाभी मेरी और धिरे धिरे अपने बदन को जुका रही थी। और मेरे बदन की गर्मी से अपनी ठंडी को दूर कर रही थी। उस समय मेरे अंदर भी बहुत हलचल हो रही थी।

फिर थोड़ी देर बाद मुझे महसूस होने लगा की भाभी ने पाने दोनों हाथ को मेरे पेट की और रख कर उसके बदन को मेरी पीठ से लिपट रही थी। भाभी की जैसे मुझे भी थड़ी तो लग रही थी पर भाभी की इस हरकत से मुझे भी गर्मी मिल रही थी।

फिर तो भाभी ने अपने सर को भी मेरी पीठ पर रख कर मुझे पूरी तरह लिपट गई। भाभी की इस हरकत से में भी भाभी की गर्मी मरे पीठ पर मासूस कर पा रहा था । और मेरा लैंड भी अभी इन हरकतों से उठ कर सलामी देने की त्यारी में था।

इस हसीं लम्हे को में बिकुल गवाना नहीं चाहता था इस लिए में अपनी बाइक को बहुत ही धीमी चला रहा था की जिसे में इस हालत का पूरा मज़ा ले सकू।

कुछ समय में मुझे ऐसा लग रहा था की सायद भाभी भी अभी खुद पर काबू नहीं कर पा रही है। क्युकी मुझे ऐसा महसूस हो रहा था की भाभी अपने होतो को मेरे पीठ पर रगड़ रही है।
और कभी मेरे काढ़े पर भी किस कर देती। मेरे बदन को और कस के पकड़ रही थी ।

मेंअब समज गया था की भाभी अभी चुदाई के पुरे मूड में है और मेने भी तय कर लिया की जो होगा देखा जायेगा पर आज तो भाभी की चुदाई करनी ही है।

अब हम लोग घर पॉच ने ही आये थे। जो रास्ता सिर्फ १ घंटे का था उसे उस दिन मेरे २ घंटे में तय किया था।

दोस्तों आप को क्या लगता है मेरी भाभी चुदाई के लिए जल्दी मान गई होगी या मुझे कुछ और जुगाड़ लगाना पड़ा होगा l जल्दी ही मेरी आगे की चुदाई की कहानी आप के लिए लावुगा l
Awesome update
 

ravi3535

Member
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अब जब हम घर पोछे तो भाभी ने मेरे बदन को छोड़ कर निचे उतर गई और फिर बिना कुछ बोले ही दवाजे की और जाने लगी। में भी जल्दीसे बाइक पे लटका सामान निकल कर भाभी के पीछे घर के अंदर चला गया ।

घर में अंदर जाते समय मेरी नजर भाभी के भीगे बदन पर थी। उनकी साड़ी पूरी तरह भीग गई थी इस वजसे उसकी साड़ी सुकि गांड से चिपक गई और उसकी गांड साफ नजर में आ रही थी।

मेने देखा की भाभी अपने कमरे की और जा रही है तो मेने भाभी को आवाज दिया तो वो मेरी और मुड़ी तो मेने कहा की भाभी आपके रूम से मुझे टोलिया देना मेरा टोलिया बालकनी में था इस लिए बिग गया होगा बारिस की वजसे और भाभी भी ठीक है बोल कर अपनी कमरे की और चली गई ।

अब में भी अपने शर्ट के बटन खोलते हुवे भाभी के पीछे उनके कमरे में जाने लगा। मेने देखा की भाभी कबोट मेसे टॉइलया निकल रही थी। अब मेरे सब्रका बाँध भी टूट गया था तो मेने भाभी को पीछे जा कर अपने हाथ को भाभी के कमर में दाल कर भाभी को अपनी बहो में ले लिया।

कुछ पल के लिए तो भाभी ऐसे ही शांत रही पर फिर वो मेरा विरोध करने लगी की ये सब गलत है ऐसा मत करो। में जानता था की आज तो उधर भी लगी है बस वो डर रही है इस वजसे मना कर रही है। मेने भी भाभी को और कस कर पकड़ लिया और उनकी गर्दन पर किस करने लगा।

उसके मुँह में से बस यही आवाज आ रही थी की रवि प्ल्ज़ मुझे छोड़ दो ....ये सब गलत है ...
पर में आज उसे छोड़ने के बारेमे सोच भी नहीं पारहा था।

मेने उसकी साड़ी का पलु हटा कर उसके बूब्स को उसके ब्लाउज में से ही दबाने लगा। उसके मुलायम बूब्स को हाथ में ले कर लग ही मज़ा आ रहा था ।

भाभी अंदर भी वासना की आग लगी थी इस वजसे वो अपने आप को रोक नहीं पारही थी ।
इस वजसे भाभी का विरोध भी मुझे कम होता दिखा। इस वजसे मेने भाभी भाभी की गर्दन पर किस करते हुवे उनके ब्लाउज की हुक पीछे से खोलने लगा और कुछ ही देर में मेने भाभी की पीठ को नागा कर दिया।

भाभी की गोरी पीठ को देख कर में उनकी पीठ को पागलो की जैसे चूमने लगा। और थोड़ी देर पहले भाभी की जिस जुबान से ना ना की आवज निकल रही थी वही जुबान से आप आह्ह्ह्ह....अह्ह्ह्हहआ...की गुज पुरे रूम में आने लगी।

मेने अब भाभी को अपनी और किया और फिर उनके गर्दन पर किस करने लगा और भाभी मेरे सर पर अपना हाथ फिरते हुवे अपने मूह में से से मादक आवजे निकल ने लगी ...अह्ह्ह्हहआ आह्हः अहहहह.....

अब में गर्दन से बढ़कर आ गया और उसके गालो को चूमते हुवे मेरे होठो से भाभी के कोमल होठो से मिला दिया और हम दोनों किस करने लगे। अपने हाथो से ब्लाउज भी निकल ने लगा और भाभी को ब्रा में कर दिया।

मेने देखा की बारिस की वजसे भाभी की ब्रा भी भीग गई थी और ब्रा भी उनके बूब्स के साथ सिपाक गई थी। मेने भाभी के बूब्स को अपने हाथो से मसल ते हुवे बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही किस करने लगा।

अब मेरे भाभी को अपनी बहो में भरते हुवे गर्दन पर किस करने लगा और भाभी भी अब मेरी गर्दन पर किस करते हुवे मेरा शर्ट निकल ने लगी की जिसके बटन मेने पहले से ही खोले हुवे थे।में भी उस समय भाभी की ब्रा की हुक खोल दी और फिर भाभी की ब्रा निकल कर उनके दोनों बूब्स को ब्रा की कैद में से आजाद कर दिया।

अब हम दोनों ऊपर से नगे हो चुके थे और कुछ समय ऐसे ही एक दूसरे की बाहोंमे रह कर एक दूसरे को पागलो की तरह किस करने लगे। इस दौरान में भाभी बूब्स को भी मसल कर मज़ा ले रहा था।

भाभी के बूब्स के साथ खेलते हुवे में भाभी की निपल को अपने मुहमे ले कर चुचता और फिर अपने डटसे काट भी लेता। भाभी की मादक आवाज से पूरा घर गुज रहा था और हर बार जब में उनके निपल या बूब्स को काटता तो उनके मुमे से अअअअअ ..अअअअअह की आवजे निकल जाती।

अब में भाभी को चूमते हुवे निचे आने लगा और फिर भाभी की गीले घागरे को निकल दिया और भाभी अब सिर्फ उनकी काली अंडरवियर में ही आ गई वो भी गीली थी ।

अब मेने भाभी को बेड की और जाने कहा और वो बेड पर जा कर लेट गई और में भी अपना पेंट निकल कर अंडरवियर में आगया और बेड की और गया।

बेड पर नगली लेटी हुवी भाभी को देख कर में मन में सोच ने लगा की ये वही भाभी है की जिसे में २ साल से बहुत सस्कारी मंटा था। और आज वही भाभी बेड पर नागि हो कर मेरे लंड से चुदने का इंतज़ार कर रही है।

फिर क्या था में भाभी पास जा कर उसके नगे बूब्स को सहलाते हुवे उनके गालो को किस करते हुवे होठो पर किस करने लगा। भाभी भी अपनी जुबान को मेरे मुहमे दाल कर किस का पूरा मज़ा ले रही थी।

फिर गर्दन पर किस करते हुवे निचे आया और फिर थोड़ी देर तक उनके बूब्स के साथ खेलते हुवे उसके बूब्स को काटने लगा। अब भाभी के हाथ मुझे बूब्स से हटाते हुवे निचे की और धकेल ने लगी।

में भी समाज गया की भाभी की चुत की आग अब बहुत बाद चुकी थी। तो में भी धिरे धिरे निचे जाते हुवे उनके पेट पर किस करते हुवे चुत के पास पॉच गया और भाभी की चुत को अंडरवियर के ऊपर से ही सहलाने लगा।

फिर वो गीली अंडरवियर को भाभी के बदन से दूर कर के में अपने हाथ से चुत को सहलाते हुवे मेरी उंगलियों को भाभी की चुत के छेद में अंदर बहार करने लगा। उस समय भाभी भी अपने मुँह में से मादक आवाजे निकल ने लगी।

भाभी की चुत हलके हलके बालो से गिरी हुवी थी। तो मेने उस बालो को अपने साथ की मदद से हटाते हुवे अपनी जुबान से भाभी की चुत को चाटने लगा। भाभी भी अपने हाथ से मेरे सर को चुत की और धकेल ने लगी।

अब में अपनी ऊँगली दाल कर तेज़ी से चुत की चुदाई करने लगा और अपनी जुबान से चुत में से निकलता पानी चाटने लगा। और फिर में अपनी जुबान से ही चुत की चुदाई चालू कर दी थी। भाभी को चुदाई में बड़ा मज़ा आरहा था और वो अपनी आवाज भी बढ़ रही थी।

ऐसे ही जुबान से चुत की चुदाई से कुछ समय में चुत का पानी बहार आने लगा। मेने भाभी की गीली अंडरवियर से उनकी चुत साफ की और फिर अपनी अंडरवियर निकल कर भाभी के ऊपर आ गया।

मेने अब भाभी के दोनों पेरो को फैला कर अपने लंड को भाभी की चुत के आगे रख कर गुमाने लगा और धिरे धिरे चुत में डालने लगा। भाभी शायद रोज चुदती थी इस बजसे मेरा लंड भाभी की चुत में आसानी से चला गया।

पहले कुछ हल के ढको के बाद मेने भाभी की चुत में मेरा लंड तेजी से डालना चालू कर दिया और भाभी भी इस दौरान अपने मुँह में से आवाजे निकल कर मेरा पूरा साथ दे रही थी।

फिर में भाभी को किस करते हुवे चुदाई करने लगा। कभी भाभी के बूब्स को दबाता और कभी उस पर किस करता और साथ में चुदाई भी जारी ही थी।

मेरा सपना पूरा हो रहा था भाभी की चुदाई का इस लिए में पुरे मज़े से चुदाई कर रहा था भाभी की उस दिन।

में भाभी की चुदाई में इतना मग्न था की मुझे पता ही माहि चला और मेरे लंड ने पूरा पानी भाभी की चुत में दाल दिया। और फिर मेने अपना लंड चुत में से निकल दिया।

सायद भाभी को भी पता लग गया था की मेने अपने लंड का पानी चुत में दाल दिया पर भाभी ने कुछ आवज नहीं की तो में भी इस चुदाई का मज़ा नहीं बिगड़ना था। तो मेने बिना कुछ बोले भाभी को फिर से किस करते हुवे बूब्स के मज़े लेने लगा।

थोड़े समय ऐसे ही मज़े लेने के बाद मेरा लंड चुदाई के लिए फिर तैयार था। उस रत में भाभी की पूरी चुदाई करना चाहता था इस लिए मेने भाभी को एक साइड में कर के अपनी और भाभी गांड कर ली और भाभी की गांड को अपने हाथो से सहलाने लगा।

फिर मेने भाभी की गांड में मेरा लंड दाल ने लगा पर भाभी की गांड कासी हुवी थी इस लिए मुझे गांड में डालने के लिए लंड को थोड़ा जोर लगाना पड़ रहा था। और भाभी की चीखे भी तब जयादा निकल रही थी।

पर में भाभी की चीखो पर धयान ना देते हुवे भाभी की गांड में मेरा लंड धिरे धिरे दाल ने लगा। थोड़ी देर में भाभी की आवज दिमि होने पर मेने अपनी स्पीड बढ़ा दी और भाभी की चुदाई करने लगा।

भाभी की गांड की चुदाई करते हुवे भाभी के बूब्स को भी जोर जोर से मसलने लगा। भाभी दर्द में आवजे निकल रही थी और में उसे मज़े से चोद रहा था।

थोड़ी देर के बाद मेने भाभी को घोड़ी बनाया और फिर गांड मरने लगा इस दौरान मेरा लंड फिर अपना पानी निकल ने की तयारी में था तो मेंने पाना पूरा पानी भाभी की चुत में दाल दिया।

इस तरह चुदाई पूरी कर के थोड़ी देर में भाभी के बहो में पड़ा रहा। थोड़ी देर बाद भाभी मुझसे दूर हो कर अपने बाथरूम में चली गई अपने कपडे ले कर हो फिर में भी पाने गीले कपडे और टॉवल ले कर अपने रूम में फ्रेश होने के लिए निकल गया।

इस तरह मेने बारिस की थड़ी में मेरी भाभी की गर्म चुत की चुदाई कर के मज़ा लिया । और उस दिन के बाद जभी मुझे मौका मिलता तो में भाभी की जम कर चुदाई करता और भाभी भी चुदाई में मेरा पूरा साथ देती।

तो किसी लगी दोस्तों मेरी भाभी की चुदाई बताना मत भूल ना। और कोय भाभी या लड़की जिस की गर्म चुत को चुदाई की जररत है तो मुंजे मेल भी कर सटी हो
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