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Erotica मनमोहक गंदी कहानियाँ

RoccoSam

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दोस्तों... पहला प्रयास है मेरा कहानी लिखने का ये. मैं यहाँ कुछ छोटी छोटी कहानियाँ पेश करूंगा. मेरी कहानियों कि खासियत ये होगी कि वो एक पूरी सम्पूर्ण कहानी ना होकर जीवन कि छोटी छोटी घटनाओ और Incidents पे आधारित होगी.... एक कोई पहलू... एक दिन कि कोई घटना... मगर हाँ... रोचक और कामुक !

पसंद आये तो Please बताये और Comment करें... Thank You !
 

RoccoSam

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कहानी :

Auto वाले भैया

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Love Birds Night Club वैसे तो सारी रात चलती थी पर वहाँ बाहर Auto वाले रात 9 बजे के बाद नहीं रुकते थें क्यूंकि वहाँ आने वाले ज़्यादातर लड़के लड़कियां अपनी Car वगैरह में ही आते थें.

अभी दस बज रहें थें और सूरज अपनी Auto लिये वहाँ अब तक खड़ा था... सारे Auto वाले जा चुके थें और वो भी जाने कि तैयारी में था... बस कोई आखरी सवारी मिल जाये. सूरज 35 साल का नरम बोली वाला सीधा साधा कुंवारा बंदा था....

Night Club से पाँच लड़कियों और दो लड़कों का एक झुण्ड बाहर निकला. सूरज अपनी सवारी के लिये रेडी हो गया. उसने देखा कि उन सबने पी रखी थी पर उनमें से एक लड़की कुछ ज़्यादा ही टल्ली हुई पड़ी थी.

" यार अदिती... तू ठीक तो है ना ? " एक लड़की ने पूछा.

" Sorry बेबी... हमें तुझे इतना नहीं पिलाना चाहिये था... ". उनमें से एक लड़के ने कहा.

" मैं ठीक हूं बाबा... ". उस टल्ली लड़की जिसका नाम अदिती था, ने अपने दोस्तों से कहा. उसकी दो सहेलियां उसे सूरज के Auto तक ले आई और उनमें से एक ने उससे पूछा. " Are You Sure तू जा पायेगी ? ".

" Yes... Yes... Yes... क्या यार... तूम लोग भी ना. " अदिती ने Auto में बैठते हुए कहा.

" भैया... इसकी तबियत ठीक नहीं है... आप ज़रा इसे Samsung के Showroom वाले Colony में छोड़ दोगे ? ". एक लड़की ने सूरज से कहा.

" कोई Problem नहीं मैडम जी... ". सूरज ने कहा. ऐसे नाटक वो रोज़ ही देखता था... उसे आदत पड़ चुकी थी.

" Bye Everyone... Love You... Byeee... ". अदिती ने अपने दोस्तों को Bye कहा और Auto चल पड़ी...........

कुछ दूर जाते ही अचानक अदिती ने Auto रोकने को कहा. सूरज रुका तो अदिती Auto से बाहर निकली और सड़क के किनारे बैठ कर उल्टी करने लगी. सूरज चुपचाप Auto में बैठा Wait करता रहा. उल्टी करके अदिती वापस आई तो उसने उसे Auto में पड़ी पानी कि बोतल दी. अदिती ने मुँह धोया और पानी पी और फिर Auto में बैठ गई.

" आप ठीक तो हो ना मैडम जी ? ". सूरज ने बस पूछने कि खातिर पूछा.

" सुनो... मैंने आज बहुत ज़्यादा पी ली है... इस हालत में घर नहीं जा सकती... मम्मी पापा मार डालेंगे You Know... " अदिती बोलने लगी. " आप मुझे अपने घर ले चलो ना Please... मैं सुबह निकल जाउंगी. ".

" नहीं मैडम जी... ये तो... ". सूरज को इन सब झमेलों में पड़ना ही नहीं था.

" Please यार... आप Extra पैसे ले लेना... Help कर दो यार ! ".

सूरज को समझ नहीं आ रहा था इस पियक्कड़ लड़की को कहाँ छोड़े... वैसे उसके घर में तो वो अकेला ही रहता था और बस रात भर कि तो बात थी... लड़की पैसे भी अच्छे ही देगी... चलो क्या है फिर !!! सूरज ने Auto अपनी घर कि ओर मोड़ दिया...........

घर पहुंच कर सूरज ने Auto बाहर Park किया और उसके पीछे पीछे अदिती लड़खड़ाते कदमों से अंदर चली आई. छोटा घर था, घर में एक ही बेडरूम था, एक किचन और एक बाथरूम... बस.

" I Need To Pee... " अदिती ने झूमते हुए कहा.

" जी मैडम जी ??? ". बेचारे सूरज को समझ में नहीं आया.

" बाथरूम कहाँ है यार ??? ".

" आइये मैडम जी.. इधर. ". सूरज अदिती को बाथरूम तक छोड़ आया और फिर अपने बेडरूम में आकर कपड़े बदल कर लुंगी पहन ली. इतने देर में अदिती भी बाहर आ गई. सूरज उसे अपने बेडरूम में ले आया.

" आप यहाँ आराम करो मैडम जी... ". सूरज ने कहा तो अचानक अदिती उससे लिपट गई और बोली. " So Sweet यार... Thanks ! ".

पहली बार अब सूरज ने ध्यान से अदिती को देखा. मुश्किल से 21 - 22 साल कि होगी वो... बहुत खूबसूरत तो नहीं पर अच्छी थी और Figure गदराया हुआ बदन वाला था ... एकदम गोरी... अपने बाल Straight करवा रखे थें उसने... White Top और Red Skirt. चूंकि वो नशे में थी इसलिये सूरज अब मन भर कर उसे घूरने लगा. उसकी Skirt इतनी छोटी थी कि जैसे बस चूत ढकने भर के लिये पहनी हो. उसकी मांसल गोरी जांघों पे एक भी बाल नहीं था.

इतने कम समय में इतना सारा सेक्सी नज़ारा एक साथ देख कर सूरज का कलेजा मुँह को आने लगा. अदिती उससे अलग हुई और बिस्तर कि ओर चल पड़ी... Skirt में हिलती हुई उसकी बड़ी गांड़ देख कर सूरज कि आँखे फटी कि फटी रह गई.

अदिती ने अपना Vanity Bag ज़मीन पर गिरा दिया और बेडरूम में पड़े चौकी पर धम्म से लेट गई. उसका नशा उल्टी होने के बाद से और चढ़ गया था. सूरज बेडरूम के दरवाजे पर बेवकूफ़ कि तरह खड़ा उसे देखता रहा.

" तूम भी आओ यहाँ... Relax... It's Okay ! " . अदिती ने कहा तो सूरज मंत्रमुगध सा बिस्तर कि ओर बढ़ चला.

" बैठो... या फिर लेट जाओ... मैं थोड़ा आराम करती हूं... What The Fuck यार... I Am So Drunk यार !!! ". अदिती बकने लगी.
 

RoccoSam

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उसकी बगल में बिस्तर पर बैठते हुए अब तक सूरज के मन में गंदे गंदे खयाल आने शुरू हो गयें थें.... खास कर ये सोच कर कि उसकी जैसी सेक्सी लड़की अभी उसके साथ थी और वो भी पूरी तरह नशे में धुत्त और शायद इसी वजह से उसके साथ इतने प्यार से पेश आ रही थी. सीधा साधा नरम बोली वाला बंदा तो वो था ही... पर एक मर्द भी तो था !!! बिस्तर पे पड़ी उस लड़की को अब सूरज बिना शर्म जी भर के घूरने निहारने लगा...........

अदिती कि Skirt तो वैसे ही छोटी थी और अब थोड़ी सी ऊपर भी उठ गई तो उसकी पैंटी का वो तीकोना हिस्सा भी दिखने लगा जहाँ उसकी दोनों मांसल जांघे एक दूसरे से मिल रहीं थीं. सूरज के मन कि सारी हिचक अब जाती रही और ये सोच कर कि उसे फिर कभी ऐसी Hot लड़की शायद ही जिंदगी में मिले, उसका मन ललचने लगा. उसने अपना मुँह अदिती कि पैंटी वाली जगह पे झुका कर एक गहरी साँस ली तो एक तेज मादक गंध उसकी नाक में घुस गया. उस गंध कि वजह से उसकी रही सही हिचकिचाहट भी जाती रही. उसने बड़े आराम से अदिती कि Skirt को उसके पेट तक ऊपर उठा दिया ताकि ये देख सके कि इतनी मस्त खुशबु वाली जगह दिखती कैसी है.

अदिती कि सफ़ेद रंग कि टाईट Cotton पैंटी का मोटा उभार देखकर सूरज ने अंदाजा लगा लिया कि उसकी चूत कितनी फुली हुई होगी. वो फिर अदिती के टांगों कि तरफ झुका और इस बार अच्छे से मन भर कर उसकी पैंटी में ढ़की हुई बूर का गंध सूंघा. अदिती ने अभी अभी पेशाब किया था, सो उसकी चूत कि त्वचा, पेशाब और Cotton के पैंटी कि मिली जुली महक इतनी मदहोश कर देने वाली थी कि अब सूरज के लिये और Control कर पाना संभव नहीं था.

सूरज के लण्ड का बुरा हाल था, पूरा खड़ा होकर फड़क रहा था उसकी लुंगी में. खड़ा होने कि वजह से उसके लण्ड का चमड़ा थोड़ा सा पीछे Roll हो गया था और उसके लण्ड का लाल बड़ा सुपाड़ा आधा बाहर निकल आया था. उत्तेजना के मारे क्या करें क्या ना करें ये समझ में नहीं आया तो वो लुंगी पहने हुए ही अदिती के ऊपर चढ़ गया.

" Hey... Stop It... क्या कर रहे हो यार ??? " अदिती नशे में भरी लड़खड़ाती आवाज में बड़बड़ाई और फिर हंसने लगी. सूरज ने अपनी लुंगी में खड़ा लण्ड बिना बाहर निकाले ही धीरे से अदिती कि पैंटी से चिपकी हुई चूत पे रखा तो उसे यकीन नहीं हुआ की किसी लड़की की चूत इतनी मुलायम नरम भी हो सकती है. उसने अपने कमर का थोड़ा सा भार नीचे डाला तो तनाव कि वजह से उसके लण्ड का सुपाड़ा एकबारगी पूरा खुल के बाहर निकल आया. लुंगी के कपड़े में से वो साफ महसूस कर पा रहा था कि उसके लण्ड का सुपाड़ा ठीक अदिती कि चूत कि पतली फांक के बीच सट रहा था. ये Feeling उसके लिये बहुत ज़्यादा थी और इसी के साथ उसके लण्ड ने बलबला कर वीर्य फेंक दिया. अचानक से हुए इस शीघ्रपतन से सूरज का पूरा शरीर झनझना उठा और बड़ी मुश्किल से उसने अपने हाथों के बल खुद को Balance करके गिरने से रोका.

सूरज का लौड़ा उसकी लुंगी में पिचकारी पे पिचकारी मारता रहा. पूरा लुंगी वीर्य से सन गया. करीब दो मिनट तक वैसे ही वो अदिती के ऊपर पड़ा पड़ा झड़ता रहा. उसके लुंगी से वीर्य रिस रिस कर अदिती कि पैंटी और जांघो पर फ़ैल गया था. दो मिनट के बाद उसने अपना लण्ड लुंगी से बाहर निकाला और अदिती कि चूत पे पैंटी के ऊपर ऊपर रगड़ने लगा. ऐसा करने से उसके लण्ड से थोड़ा और वीर्य निकला और तब जाकर उसका लण्ड कहीं थोड़ा शांत हुआ.

सूरज ने अपना लौड़ा वापस लुंगी में घुसा लिया और वहीं बिस्तर पे निढ़ाल होकर बैठ गया.

" छी... You Asshole !!! ". बोलकर अदिती बिस्तर से उठी तो सूरज ने उसे सहारा देना चाहा. " मैडम जी... संभाल के... ".

पर अदिती काफी गुस्से में थी. " छूना मत मुझे हरामी ! ". अदिती ने अपना Skirt हाथों से ऊपर उठा रखा था ताकि वो उसकी पैंटी से चिपक कर गंदा ना हो जाये और बाथरूम कि तरफ चल पड़ी...

5 - 7 मिनट के बाद अदिती बाथरूम से बाहर आई. उसे आता देख सूरज डर के मारे बिस्तर से उठ गया. अदिती के बिस्तर पर आते ही वो चुपचाप बाथरूम कि ओर चल पड़ा. माल गिर जाने कि वजह से अब उसे पेशाब आ रहा था.

बाथरूम में घुसते ही पेशाब कि तेज गंध से वो समझ गया कि अदिती ने फिर से पेशाब किया था पर पानी नहीं डाला था. तभी उसकी नज़र बाथरूम के दरवाजे पर पड़ी... दरवाजे पर अदिती ने अपनी वीर्य से गीली हुई पैंटी फैला रखी थी. यानि बाहर बिस्तर पर अभी अदिती बिना पैंटी के सिर्फ Skirt में होगी !!! लेकिन नहीं... सूरज अब अपने मन में कोई भी गंदा विचार नहीं लाना चाहता था... बहुत हो चुका था... और नहीं.

सूरज ने अपनी गंदी हो रखी लुंगी खोल कर दरवाजे पर ही पैंटी के बगल में डाल दी. उसका लण्ड अभी भी आधा खड़ा ही था और इसी वजह से उसका पेशाब जल्दी नहीं निकल रहा था. किसी तरह आधे खड़े लौड़े से उसने पेशाब किया और पानी डाल कर बाहर निकला. उसने अबकी बार एक गमछा पहन लिया था...

अपने कमरे में घुसने से पहले सूरज को यकीन था कि अदिती अब नशे कि वजह से सो चुकी होगी पर अंदर आते ही उसके होश उड़ गयें ! सामने बिस्तर पर अदिती एकदम नंगी लेटी पड़ी थी... पेट के बल !!! उसके कपड़े वहीं बिस्तर पर एक Side में पड़े हुए थें.

" यहाँ आओ... मैं कहती हूं यहाँ आओ ! ". अदिती ने गुस्से से भरी आवाज में कहा तो सूरज डरते डरते बिस्तर तक पंहुचा.
 

RoccoSam

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" बैठो... ". अदिती ने कहा और सूरज बिस्तर पे उसके पैरों कि तरफ बैठ गया.

" क्या कर रहे थे मेरे साथ... बोलो ??? ".

" माफ़ी मैडम जी... मुझसे बहुत गलती हुई. "

अदिती चुप रही.

" आप सो जाओ मैडम जी... सुबह मैं आपको घर छोड़ दूंगा. ". ना चाहते हुए भी सूरज कि नज़र अदिती कि गांड़ पे पड़ ही गई.

60 वाट कि धीमी रौशनी में सूरज ने अदिती कि गांड़ देखी. इतनी बड़ी नंगी खुली हुई गांड़ उसने कभी नहीं देखी थी... एकदम गोरी टाईट गोल फुटबाल के जैसी !

" सुबह घर छोड़ दोगे... अच्छा ? ". अदिती क्या बोल रही थी शायद उसे खुद पता नहीं था. इतना कह कर उसने करवट बदली और Side होकर लेट गई. उसके करवट बदलते ही सूरज ने उसकी ओर चोर नज़रों से देखा कि अब तो उसकी चूत कि एक झलक दिख जाये. पर अदिती ने बड़ी चालाकी से अपनी टांगों कि पोजीशन ऐसी रखी थी कि उसकी चूत उसकी गदराई जांघों के बीच छुप गई थी.

" लड़की देखी नहीं कि लार टपकने लगती है ना तूम लोगों कि... बस एक ही चीज़ दिखती है लड़की में तुमको क्या ??? ". अदिती कि बातें तो डांटने वाली थी पर Tone काफी नरम था. इस बार उसकी नज़र सीधे सूरज के गमछे में लिपटे लौड़े पर पड़ी. सूरज ने भांप लिया था कि अदिती उसके लण्ड का मुआयना कर रही है...

" गमछा उतारो. "

" जी... मैडम जी ??? ".

" गमछा खोल कर खड़े हो जाओ... " अदिती ने इस बार थोड़ी सख्ती से कहा तो सूरज खड़ा हो गया और अपना गमछा खोल कर बिस्तर पे रख दिया.

अदिती ज़्यादा चुदी चुदाई लड़की नहीं थी... बस 3 से 4 अलग अलग लड़कों से उसके संबंध थें... पर उसे लण्ड कि पहचान थी. सूरज का लण्ड उसे पसंद आया... थोड़ा काला... लम्बा ज़्यादा नहीं फिर भी 7 इंच का होगा पर मोटा बहुत था... करीब 3 इंच का !!! उसका लण्ड झड़ने के कारण और शायद थोड़ा डर कि वजह से अब ढीला पड़ कर लटक रहा था और लण्ड के सुपाड़े को लण्ड के चमड़े ने पूरा ढक लिया था.

" ये अब खड़ा नहीं होगा क्या ? ". अदिती ने पूछा.

" जी... मैडम... " सूरज उसके मुँह से ऐसी Direct बात सुनकर सकपका सा गया.

" आओ अब बैठो... "

सूरज नंगी लेटी अदिती के बगल में उसी हाल में नंगा बैठ गया.

" छुओ मुझे... " अदिती को पता था कि उसे इस आदमी को Easy करना होगा नहीं तो उसका लण्ड खड़ा नहीं हो पायेगा.

" It's Okay यार... मैं बोल रही हूं ना ! ". अदिती पलट कर पीठ के बल सीधा होकर लेट गई और उसकी चूत अब सूरज के सामने नंगी खुली पड़ी थी. अदिती का मनोभाव समझने के लिये सूरज ने एक बार उसकी ओर देखा... वो एकदम शांत थी... फिर उसने अपनी नज़र उसकी चूत पे गड़ा दी.

मांसल जांघों के बीच दबी पड़ी अदिती कि चूत एकदम पावरोटी कि तरह फुली हुई थी... और मानो V आकर कि इस पावरोटी के बीचों बीच किसी ने एक पतली सी Line काट दी हो चाकू से. चूत पर हलकी हलकी झांट थी... शायद 2 - 3 दिन पहले शेव की होगी... देखकर समझ आ रहा था वो अपनी चूत Shaved ही रखती होगी ! पूरी तरह से गोरी इस लड़की की थोड़ी सी काली या फिर कहें की चोकलेट कलर कि चूत लाजवाब लग रही थी.

सूरज को पता था कि सुबह क्या होने वाला है जब इस लड़की का नशा उतरेगा... पर अभी जब वो राज़ी है तो वो और कितना खुद को रोके ! वो अदिती के ऊपर झुका और उसे चूमना चाहा तो अदिती ने उसे तुरंत रोक दिया. " Nooo... मादरचोद !!! ".

सूरज समझ नहीं पा रहा था कि ये लड़की आखिर चाहती क्या है... शायद वो अपने तरीके से सब कुछ करने देगी... ठीक है... तो यही सही. इस बार उसने अदिती के बूब्स को दोनों हाथों से हल्का सा दबाया तो देखा कि अदिती चुप है... यानि उसे इसमें कोई ऐतराज़ नहीं. रुई कि तरह मुलायम Medium Size कि गोल मटोल चुचियों को थोड़ी देर दबाने के बाद सूरज ने उसके निप्पल चूसने शुरु किये. जब वो बारी बारी से दोनों मम्मे चूस रहा था तब अदिती ने अपनी दाई जांघ पे नरम नरम सा कुछ चुभते हुए महसूस किया. शायद इस हरामी ने अपना लण्ड खड़ा कर लिया था... अदिती ने सिर उठाकर देखना चाहा पर देख नहीं पायी. वो चुपचाप उसे अपना दूध पिलाती रही.

दो तीन मिनट तक मन भर कर चुचियाँ पीने चूसने के बाद सूरज ने अदिती के बदन के नीचले हिस्से कि तरफ रुख किया. उसकी मंशा भाप कर अदिती ने अपने पैर फैला दिये और धीरे से बोली " चाट... ".

सूरज ने देखा कि अदिती कि चूत के दोनों होंठ आपस में सटे हुए थें. उसने अपने दाहिने हाथ कि उंगलियों से उसकी चूत के Lips को खोला तो उसे पता चला कि चूत के होंठ किसी चिपचिपे से लस्सेदार रस कि वजह से चिपके पड़े थें. उसका पानी गिरना शुरु हो गया था !

सूरज उसकी चूत चाटने लगा. उसने अब तक सिर्फ पैसे देकर सस्ती रंडीयों को ही चोदा था और इन रंडीयों कि चूत चाटने का उसे कभी भी मन नहीं हुआ... घिन आती थी उसे. पर इस लड़की कि चूत कि बात ही कुछ और थी.
 

RoccoSam

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उसकी चूत का कोई खास Taste तो नहीं मिल रहा था उसे... थोड़ा थोड़ा नमकीन सा... पर उसकी चूत एकदम साफ सुथरी थी और किसी तरह कि गंदी महक नहीं आ रही थी... बल्कि एक अजीब सी गंध थी उसकी चूत कि, जिसे सूंघ कर किसी बूढ़े आदमी का भी वीर्य निकल आये !!!

इस दौरान अदिती धीमी धीमी आवाज़ में गरम सिसकारीयां भरती रही. सूरज का लण्ड अब तक तन कर पूरा खड़ा हो चुका था. चूत चाटना छोड़ जब वो अपने घुटनो के बल उठा तो सिर उठा कर अदिती ने उसका लण्ड देखा. लण्ड का चमड़ा अब पीछे खिसक गया था और लाल मोटा सुपाड़ा पूरा बाहर निकल आया था ! वो समझ गई की ये हरामी अब उसे चोदेगा. उसने अपनी दोनों टांगे खोल कर फैला ली... सूरज उसकी टांगों के बीच अपने घुटनो पर बैठ गया और अपने हाथ में अपना लौड़ा पकड़ कर उसकी चूत की छेद में ठेलने लगा. अदिती का सील तो पहले से ही फटा हुआ था और उसपे उसका पानी भी गिर रहा था... सो एक बार में ही लण्ड का सुपाड़ा उसकी चूत में धस गया.

वो लड़की ना ही सूरज की कोई गर्लफ्रेंड थी और ना ही बीवी... उसे तो बस एक रात के लिये उसकी चूत मारनी थी... सो इससे पहले की बेचारी अदिती उसके बड़े लण्ड को अपनी चूत में Adjust कर पाती, सूरज ने बिना किसी प्यार मुहब्बत और Formality के उसे पेलना शुरु कर दिया. चार पाँच धक्के मारने के बाद सूरज को लगा कि अदिती कि गांड़ बहुत नीचे होने कि वजह से वो उसे ठीक से पेल नहीं पा रहा. उसकी गांड़ के नीचे एक तकिया चाहिये था और घर में तो बस एक ही तकिया था जिसपे अदिती लेटी हुई थी. सूरज ने अपना लौड़ा बाहर निकाला और झट से बिस्तर से नीचे उतरा... सामने डोरी पर टंगे उसके कुछ कपड़े और एक दो चादर थी. वो कुछ कपड़े और दो चादर लेकर वापस बिस्तर पर आया... उन कपड़ों को ऊँचा करके अदिती कि गांड़ के नीचे रखा और फिर उसपे उसके चुतड़ों को टिकाया और फिर से उसकी जांघों के बीच बैठ कर उसे पेलने लगा.

सूरज को काफी खुशी थी कि वो एक बार झड़ चुका था... इस वजह से अब वो अदिती कि टाईट बूर में कुछ ज़्यादा देर तक टिक पायेगा.

" Fuck Me... Fuck Me... Ohhh Yeah... चोद मुझे कमीने... आआह्ह्ह्हह मम्मी !!! ". मस्ती में बावली होने लगी अदिती जब सूरज के लण्ड ने उसकी बूर को रोंदना शुरु किया. उसने अपनी टांगे सूरज कि कमर में लपेट दी और चुदने लगी.

सूरज ने आज तक जितनी भी रंडीयों को पेला था वो सब तो बस बिस्तर पे लेट जाती थी और वो उनके ऊपर चढ़ कर चोद लेता था... पर ऐसी लड़की को वो पहली बार लगा रहा था जो चुदाई का मज़ा खुद भी ले रही थी और उसे भी प्रोत्साहित कर रही थी.

सूरज उसकी गदराई कमर पकड़ कर धक्के लगा रहा था... हर धक्के में उसके लण्ड का चमड़ा उसके सुपाड़े के आगे पीछे हो रहा था जिसमें उसे Extra आनंद आ रहा था. अदिती कि चूत का पानी रुकने का नाम ही नहीं ले रहा था... उसकी चूत के अंदर का हिस्सा इतना गिला हो चुका था कि चोदने के दौरान कई बार सूरज का लण्ड फिसल कर बाहर छिटक पड़ता... सूरज बिना रुके उसी तरह धक्के मारता रहता जब तक कि उसका लण्ड अदिती कि जांघों पे इधर उधर टकरा कर वापस बूर कि छेद खोज कर भीतर नहीं घुस जाता.

छत पर घूमते फैन कि आवाज, चौकी कि चरमराहट, चूत में लण्ड के अंदर बाहर होने कि फचाफच गचागच कि ध्वनी, अदिती के चूतड़ों पे सूरज के अंडकोषों कि थपेड़, अदिती कि कराह, सूरज कि गहरी सांसे और पूरे कमरे में लण्ड चूत और कामरस कि मिली जुली फैली अजीब सी गंध... एक ऐसा कामुक माहौल बना रही थी कि दोनों अमीरी गरीबी, जात पात, ऊंच नीच सब भूल कर एक दूसरे में समाने के लिये बेक़रार हो रहें थें...

जैसा कि सूरज ने सोचा था कि एक बार माल गिरने के कारण वो ज़्यादा देर चोद पायेगा पर ऐसा हुआ नहीं ! जल्दी ही उसके लण्ड में फिर से वीर्य भर आया. लड़की के अंदर झड़ना कैसा लगता है ये उसे पता नहीं था क्यूंकि अभी तक तो वो रंडीयों को Condom लगा कर ही चोदा था. आज उसे एक नया Experience होने वाला था. उसने देखा कि अदिती मस्ती में विभोर होकर चुदाने में ब्यस्त है तो वो समझ गया कि अभी उसे कोई फर्क नहीं पड़ेगा अगर वो उसके अंदर झड़ जाये.

वीर्य लण्ड के मुँह तक आ गया था... सूरज अब स्खलित होने के लिये रेडी था ! उसने अंतिम के तीन चार धक्के कस के लगाए और लास्ट धक्के पे अपने लण्ड को अदिती कि बूर कि तह तक घुसा कर छोड़ दिया . 20 सेकंड रुके रहने के बाद उसके पूरे शरीर में एक कंपन सी हुई और उसका लण्ड अदिती के बच्चेदानी को गाढ़े माल कि पिचकारी से भरने लगा !!!

अदिती कि चूत को अपने रस से भरने के बाद सूरज अपना लण्ड बाहर निकाल के उसकी बगल में ही निढ़ाल होकर लेट गया. अदिती ने भी उसी वक़्त अपना पानी छोड़ दिया और उसकी चूत से उसका पानी और सूरज का वीर्य एक साथ घुल मिल कर उसकी गांड़ के नीचे रखे कपड़ों पर गिरने लगा. अदिती के लिये शायद अभी ये तो शुरुआत थी.
 

RoccoSam

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उसे और मस्ती करनी थी. वो तुरंत पलट कर अब सूरज के ऊपर बैठ गई और उसे एक ज़ोर का थप्पड़ मारा...

" चोद हरामी... इतना बड़ा मादरचोद जैसा लण्ड है और You Cum So Fast... Bastard !!! ". अदिती हिंदी इंग्लिश मिला जुला कर बड़बड़ाई और सूरज के आधे खड़े लण्ड ( जिसमे से अभी तक वीर्य रिस रिस कर बाहर आ रहा था ) को अपने हाथ में लेकर अपनी गीली चूत में फिट किया और फिर उसके सीने पे अपने दोनों हाथ से टिक कर उसके ऊपर उछलने लगी.

सूरज को लगा कि अब उसे Heart Attack आ जायेगा जब उसके झड़े लण्ड पे अदिती अपनी बड़ी गांड़ घपाघप मारने लगी. उसने बड़ी मुश्किल से खुद को संभाला और साँस रोक कर अदिती कि चुदाई को बर्दाश्त करता रहा. उसका लण्ड ढीला पड़ गया था और उसे पता था कि अगर उसने जल्दी ही अपना लौड़ा खड़ा नहीं किया तो ये नशेड़ी लड़की उसकी जान ले लेगी. क्यूंकि वो लड़की अब पूरी तरह से गरम हो चुकी थी !

वैसे सूरज को ज़्यादा परेशानी नहीं हुई अपना लण्ड खड़ा करने में... क्यूंकि उसके साथ अभी जो कुछ भी हो रहा था वो बहुत ही Exciting था और ऐसा सब उसने आज तक सिर्फ गंदी ब्लू फिल्मों में ही देखा था. उसके लण्ड में ज़ल्दी ही उत्तेजना वापस आ गई और पहले जैसा तो नहीं पर फिर भी उसका लण्ड चोदने लायक सख्त हो गया था....

करीब दस मिनट तक अपनी चूत में सूरज का लण्ड घुसेड़े अदिती उसके ऊपर बैठे उसे चोदती रही. उसका बूर एक बार फिर से झड़ने के करीब था. उसने सूरज कि छाती को अपने नाखुनों से खरोंच डाला और उसके ऊपर से उठकर इसके बगल में लेट कर बिस्तर पे अपना पानी गिराने लगी.

" आआह्ह्ह्हह्ह.... हाय... मम्मी... आअह्ह्ह्हह God !!! ".

अदिती ने ऐसे समय में सूरज को छोड़ा था जब उसका लण्ड भी झड़ने ही वाला था, सो वो तुरंत पलट कर अदिती के ऊपर चढ़ गया और इससे पहले कि अपना लण्ड वापस उसकी चूत में डाल पाता, उसके लण्ड ने अदिती कि पेट पर ही ढ़ेर सारी उल्टी कर दी. अदिती हंस पड़ी और उसे अपनी बाहों में भर कर अपने ऊपर लिटा कर शांत करने लगी !!!..................

रात भर अदिती कितनी बार चुदी उसे याद नहीं और जहाँ तक सूरज का सवाल था तो वो उसे चोदे नहीं थक रहा था. उसने पूरी रात कई बार अदिती को पेला, कभी उसका माल गिरता तो कभी नहीं, पर अदिती कि चूत का पानी निकलना कभी बंद ही नहीं हुआ. अंतिम बार अदिती को जहाँ तक होश था उसकी एक बार सुबह के 5 बजे के करीब नींद खुली तो उसने देखा कि वो आदमी बिस्तर के बगल में नीचे खड़ा ज़ोर ज़ोर से मूठ मार रहा था और उसके नंगे बदन को निहार रहा था ... शायद वो जबरदस्ती अपना लण्ड खड़ा करने कि कोशिश कर रहा था ताकी और चोद सके. उसके बाद अदिती कि फिर से आँख लग गई..................

नशा कटने के बाद जब होश आता है तो ऐसा लगता है जैसे एक ज़माना बीत गया हो... अदिती के साथ भी ऐसा ही हुआ. दिन में जब अचानक उसकी नींद खुली तो उसे समझ नहीं आ रहा था कि कब क्या और कैसे हुआ. उसने खुद को बिस्तर पे एक अनजान आदमी के बगल में एकदम नंगा लेटा हुआ पाया. पूरा कमरा चूत और लण्ड जैसा महक रहा था. बिस्तर और बिस्तर पे पड़े कुछ कपड़े और चादर पूरी तरह से गीले भीगे हुए थें. वो तुरंत उठी और उसी हाल में बाथरूम चली गई....उसे बहुत जोरों कि पेशाब आई थी... रात से रोका हुआ था... नशे कि वजह से पता नहीं चला था. बाथरूम में जब वो पेशाब करने बैठी तो उसकी बूर से वीर्य कि धार चूने लगी. उसने ढ़ेर सारा पेशाब किया और फिर पानी से अपना बूर धोया. उसे वहीं दरवाजे पर अपनी पैंटी टंगी पड़ी मिली... वहाँ कैसे आई कुछ याद नहीं आ रहा था. उसने पैंटी उतारी तो देखा कि वो एकदम गंदी हो चुकी थी... पहनने लायक नहीं थी. उसने पैंटी वहीं फेंक दी.

वापस बेडरूम में आकर उसने ज़मीन पे पड़ी अपनी Top और Skirt उठाई और ज़ल्दी ज़ल्दी पहनने लगी. अपनी Vanity Bag से अपना Mobile निकाला तो देखा कि दिन के 11 बज चुके थें और उसकी मम्मी पापा का नहीं भी तो 15 से 20 Miss Call आया हुआ था !

" Shittt यार !!! ". अदिती के मुँह से निकला.

रात कि कुछ कुछ बातें उसे याद थीं और कुछ कुछ नहीं. इतना तो तय था कि सामने बिस्तर पर पड़े Auto वाले ने उसे खुब चोदा था. वो अब कर भी क्या सकती थी. उस आदमी का लण्ड अभी भी आधा खड़ा था और उसका लाल सुपाड़ा बाहर निकला हुआ था. इतना बड़ा मोटा लौड़ा उसने कैसे लिया होगा समझ में नहीं आ रहा था... शायद होश में होती तो कभी ना ले पाती. वो आदमी बिस्तर पे बेसुध पड़ा सो रहा था... बहुत मेहनत कि थी ना हरामी ने रात भर !!!
 

RoccoSam

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अदिती ने चुपके से अपनी Mobile से उसके चेहरे और लण्ड का फोटो लिया और फिर Mobile में अपना Location चेक किया. वो अपने घर से 30 - 35 मिनट कि दुरी पर थी. उसने अपने Purse से पैसे निकाले उस सो रहे Auto वाले को देने के लिये पर फिर कुछ सोचकर पैसे वापस रख लियें और वहाँ से चलती बनी................

इस घटना को एक महीने से ज़्यादा हो चुके थें. ज़ाहिर है अदिती ने इसका ज़िक्र किसी से भी नहीं किया था. उसका Love Birds Night Club में हफ्ते में तीन चार बार तो जाना लगा ही रहता था... हर बार वो वहाँ के Auto Stand पे जाती पर उसने कभी भी उस Auto वाले को दुबारा नहीं देखा.

इधर सूरज जान बूझकर उस Area में अब Auto लेकर नहीं जाता था... उसे डर था कि कहीं उस लड़की से आमना सामना ना हो जाये...................

करीब जब दो महीने होने को आये तो एक दिन साहस करके सूरज उस Night Club के पास Auto लेकर गया. इतने दिन हो गयें थें... अब उसका डर जाता रहा. और किस्मत देखो... जैसा कि अदिती का वहाँ तकरीबन Regular ही आना जाना था, उस दिन दोनों फिर से मिल गयें.

Night Club से बाहर आकर उस दिन अदिती ने अपने दोस्तों को Bye कहा और Auto Stand में आई.

" आइये मैडम...कहाँ जाना है ? ". सारे Auto वाले उसे बुलाने लगें पर अदिती ने उस कमीने Auto वाले को पहचान लिया और सीधे उसके पास चली गई.

" Auto वाले भैया... चलोगे ??? ". उसने सूरज कि आँखों में आँखे डाल कर पूछा.

" हाँ... हाँ... मैडम जी... चलिए मैडम जी !!! ". सूरज कि तो जैसे साँस ही अटक गई हो गले में उस लड़की को इतने दिन बाद अचानक सामने देख कर.

अदिती का गुस्सा इतने दिनों में अब थोड़ा कम हो गया था. वो Auto में बैठते ही थोड़ी नरमी से बोली. " कितना लोगे भैया ? ".

उसकी सहज आवाज सुन कर सूरज कि जान में जान आई और वो धीरे से मुस्कुरा कर बोला. " आप पैसे देती कहाँ हो मैडम जी... ".

उसकी बात सुनकर अदिती एकबारगी हँस पड़ी, सूरज भी हँसने लगा और और Auto स्टार्ट कर दी.

" Radio है आपके Auto में भैया... ज़रा चला दो ! ".

" हाँ मैडम जी... ". सूरज ने Radio On कि और Auto वहाँ से निकल पड़ी.

******** The End **********
 
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