• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest मम्मी मेरी जान PART - 2

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,184
48,055
219
ये कह्के मोना मुस्कुराते हुए सतीश को धक्का देती है और पक्क की आवाज़ के साथ सतीश का लंड उसकी गांड से निकल जाता है.
सतीश के लंड पे मोना के गांड की मलाई लगी हुई है जिसे वो मोना की पेन्टी से साफ़ करता है.
मोना : छि......................
गंदे ये क्या किया तूमने.
मेरी पेन्टी खराब करदी. अब मैं क्या पहनुंगी?
सतीश : अरे नराज़ मत हो धूल जायेगी तो पहन लेना. और वैसे भी बिना पेन्टी के तू और भी ज्यादा खूबसूरत लगती है.
मोना : जी नहीं मैं नहीं पहनुंगी ये गन्दी पैंटी.
मेरी पेन्टी तूने खराब की है और अब तू मुझे नयी पेन्टी दिलायेगा.
सतीश : अच्छा बाबा दिला दूंगा, वैसे भी हमे खाना खाने बाहर जाना ही है.
हम मॉल चलते हैं शॉपिंग करने वहां मैं तुम्हे एक से एक नए ड्रेस और लिंगरिए दिला दूंगा.
कया हुआ ?
कया सोच रही है ?
कया मेरा साथ तुम्हे पसंद नहीं ?
मोना : ओह नहीं प्लीज, ऐसा मत बोल. मैं तो बस ये सोच रही थी के ऐसा क्यों होता है की हम जो चाहते है वो हमे नहीं मिलता??..
ओर जो हमने सोचा भी नहीं होता है वो हमे बिना मांगे ही मिल जाता है.

सतीश मोना को किस कर के कहता है
सतीश: चल अब ज़्यादा सेंटी मत हो और उठ नहा के तैयार हो जा,
बोल तो मैं नहला दु तुझे.
मोना : कोई ज़रूरत नहीं है, बहुत बदमाशी करने लगा है तू आजकाल.
बचपन में तो बड़ा शरीफ था आजकल तेरा मोबाइल भी हमेशा वाइब्रेट करता रहता है, उसको संभल के रखा कर बड़ा मिस कॉल करने लगा है,
देख अभी अभी ईसने कितनी लम्बी आउटगोइंग कॉल की है फिर भी ये बदमाश अभी भी सर उठाये खड़ा है, चल बदमाश कहीं का.
 

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,184
48,055
219
ये कह के मोना सतीश के लंड पे हलकी सी चपट लगा के बाथरूम में भाग जाती है.
सतीश उसे देखता ही रह जाता है.
फिर सतीश अपने पसंद के नए कपडे (हॉटर टॉप और माइक्रो मिनी फ्रिल्ल स्कर्ट) जो वो सानिया के लिए लाया था निकाल के बेड पे रख देता है.
ओर खुद तैयार होने चला जाता है.
मोना जब नहा के बाहर निकलती है तो वो बेड पे रखे ड्रेस को देख के ख़ुशी से उछल जाती है.
उसे ऐसी ड्रेस पहनने की बहुत चाहत थी पर कोई भी लड़की कितनी भी मोर्डन क्यों न हो ऐसी ड्रेस अपनी ससुराल में अपने साँस ससुर के सामने नहीं पहन साकती.
मोना फ़ौरन अपनी फेवरेट ड्रेस उठा के पहन लेती है.
फिर मेकअप करके अपने गुलाब की पंखुड़ी के जैसे होंटो पे लिपस्टिक लगाती है और सतीश को आवाज़ लगाते हुए उसके बैडरूम में जैसे ही एंटर होती है के अचानक अन्दर का नज़ारा देख कर उसे हँसी आ जाती है.
ओर वो ज़ोर ज़ोर से खिलखिला के हंसने लगती है.
सतीश : क्या पागलोँ की तरहा हांसे जा रही.
बस वहां खड़े रह के मेरा मज़ाक़ बना,
ये नहीं के मेरी कुछ मदत कर दे
देख नहीं रही के मैं कितना परेशान हु.
चल इधर आ और मेरी मदत कर.
मोना : अब इसमें मैं तेरी क्या मदत करूँ ?
सतीश : तुम मदत नहीं करोगी तो कौन करेगा, तूने ही तो किया है यह.
मोना : मैंने क्या किया ?
सतीश : हाँ तू ने नहीं किया, पर ये हुआ तो तेरी वजह से ही है ना, कुछ तो मदत कर ना.
मोना : मैं क्या करूँ ? तेरा मोबाइल है तू सम्भाल.
सतीश : प्लीज…
 

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,184
48,055
219
मोना : पेंट में डाल के चल, मैं तैयार हु.
सतीश : कैसे डालूँ देख नहीं रही ये कैसे ग़ुस्से में है, अंदर जा ही नहीं रहा, कुछ मेरी मदत कर दे.
मोना : क्या करूँ मैं ?
सतीश : इसे चुस के शांत कर दे प्लीज...
मोना : छि....मैं नहीं करनेवाली ऐसा कुछ भी.
सतीश : ऐसा मत बोल मैंने भी तो चूसा था ना तेरा.
मोना : पर सतीश मैंने ऐसा पहले कभी नहीं किया.
सतीश : तुम एक बार करके तो देखो, सच बहुत मज़ा आयेगा तुझे.
मोना : कहीं कुछ गलत हो गया तो ?
सतीश : कुछ गलत नहीं होगा, बस अपने दाँत बचा के.
मोना अपने घुटनो पे आ जाती है नज़दीक से सतीश के लंड को पहले बड़े गौर से देख कर आश्चर्य से पूछती है.
मोना : सतीश क्या ये असली है ?
मैंने पहली बार रियल में इतना लम्बा और मोटा लंड देखा है, सीड का तो ४" का चुहा है,
ओर ये तो कितना मोटा और लम्बा है,
ये कैसे मेरी गांड में घूसा था?
इस देख कर मुझे इस बात का एहसास हो गया है, मुझे इतना दर्द क्यों हुआ था.
मोना लंड के सुपारे को पहले तो सूंघती है फिर उसपे हलके से किस करती है.
मोना के होंठो के स्पर्श से सतीश के लंड में हरकत होने लगती है और वो उछलने लगता है.
मोना लंड को उचलता देख कर खिलखिला के हंसने लगती है.
सतीश : क्या कर रही है ? जल्दी से चूस ना.
मोना : ये तो स्प्रिंग के जैसे हिल रहा है. मैं क्या करु.
सतीश : हाथ से पकड़ के चूसना.
मोना सतीश की बात सुन के लंड को अपने हाथ से पकड़ लेती है.
मोना : वॉव कितना गरम, नरम और लोहे की तरहा सख्त है.
फिर मोना अपनी ज़बान से सुपाडे से निकल रहे प्रीकम को चाट कर टेस्ट करती है.
उसे उसका नमकीन स्वाद लगता है.
वह सतीश को आँख मार के कहती है.
मोना : थोडा नमकीन पर टेस्टी है
 

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,184
48,055
219
फिर उसके सुपाडे को मुह में लेके लॉलीपोप की तरहा चूसने लगी और सतीश के मुह से सिसकारी निकलने लगी
सतीश : उम्म्म......ओहहहहह??....आआअह्ह्ह्हह....

मोना ने फिर सतीश के लंड को मुह में ले कर अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया.
लंड काफी बड़ा था और वो पहली बार किसी का लंड अपने मुह में ले रही थी.
आधा लंड ही वो अपने मुहमे ले पा रही थी जिसे वो बड़े ही चाव से चूसे जा रही थी और सतीश की आण्ड को अपने हाथ में लेके हौले हौले मसल रही थी.
सतीश को इतना मज़ा तो तब भी नहीं आया था जब सानिया ने उसका लंड चूसा था.
मस्ती में आके सतीश ने मोना का सर अपने दोनों हाथों में लेके उसके मुह को चोदना शुरू कर दिया था.
अब सतीश का लंड मोना के गले तक पहुँच रहा था जिसे मोना के मुंह से गोओ गोओ की आवाज़ निकलने लगी,
मोना की ऐसी हालत देख के सतीश ने उसके सर पे अपनी पकड़ लूज कर दी और अपने लंड को उसके गले में उतारना बंद कर दिया.
सतीश को रुकते देख मोना ने खुद कमान संभाल ली और सतीश के लंड को खुद अपने मुह में भर कर चुसना शुरू कर दिया.
अब सतीश से बर्दाश करना मुश्किल हो रहा था.
उसके मुह से मस्ती में आवाज़े निकल रही थी.
फिर उसने अपने रस की पिचकारी मोना के मुह में छोड़नी शुरू कर दि.
मोना ने भी सतीश के लंड की मलाई को अपने मुह से निकलने नहीं दिया. जब तक पिचकारी निकलती रही वो सतीश के लंड के सुपाडे पे अपने होंट की पकड़ बनाये उसे पीती रही,
आखरी बून्द तक उसने नहीं छोड़ा एक चटोरी की तरहा पूरा वीर्य वो निगल गयी.
मोना : वाओ सतीश मज़ा आ गया, क्या टेस्टी मलाई है तुम्हारी.
ये कह के मोना ने सतीश को आँख मारी और एक नॉटी स्माइल के साथ उठ कर अपने होठो पे लिपस्टिक लगनी शुरू कर दि.
सतीश ने मोना को अपनी बांहो में भरना चाहा पर मोना ने उसे रोकते हुए कहा अभी हम लेट हो रहे हैं और अपनी गांड मटकाते हुए मेनगेट की तरफ चल दि.
सतीश ने मोना के गोल गोल मटकते चुत्तड़ को देख कर एक आह भरी और अपने पैंट में लंड को डाल कर वो भी मोना के पीछे पीछे चल दिया.
बाहर आके सतीश ने कार निकालि और दोनों उसमे बैठ कर शॉपिंग के लिए मार्किट निकल गये.
 

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,184
48,055
219
मार्केट पहुँच कर सतीश ने कार पार्किंग में कार एंटर की और पार्किंग टिकट कटवाया.
पारकिंग अटेंडेंट की नज़रे मोना पर ही टीकी हुई है.
सतीश और मोना दोनों इस बात को नोट करते है. टिकट लेकर सतीश एक खाली जगह देख कर कार को पार्क करता है और कहता है.
सतीश : “वा मोना तूम कितनी खूबसूरत लग रही हो एक दम एक परी की तरह,
इसका अंदाज़ा तो तुम्हे उस पार्किंग अटेंडेंट से ही लग गया होगा, देखा कैसे घूर रहा है तुम्हे”?
मोना : लगता है तुम को शो ऑफ करना बहुत पसंद है.
सतीश कोई जवाब नहीं देता बस मुस्कुरा देता है.
नीचे उतर कर मोना की साइड में आकर दरवाज़ा खोलता है और हाथ आगे बढाता है.
मोना को अपने भाई का उसे इस तरह ट्रीट करना बहुत अच्छा लगता है.
मोना भी इस ट्रीटमेंट को एन्जॉय करने लगती है और फिल्मी स्टाइल में पहले एक पैर बाहर निकालती है और फिर नीचे उतरती है अपना हाथ सतीश के हाथ में रखती है और उसके हाथ का सहारा लेने के अंदाज़ में दूसरा पैर बाहर रख कर बाहर निकलती है. दोनों की नज़रे मिलति है और दोनों एक दूसरे को देख कर मुस्कुरा देते है.
ईस हरकत से दोनों के मन में अजीब सी भावनाएं हिलोरे लेने लगती है.
एक दूसरे का हाथ पकडे दोनों बेसमेन्ट पार्किंग में सामने ही लिफ्ट से होकर मार्किट की ग्राउंड फ्लोर पर आते है.
देखने वाले कतयी अंदाज़ा नहीं लगा सकते की हाथ में हाथ पकडे ये दोनों भाई:बहिन है या प्रेमी जोडा.
फर्स्ट फ्लोर पर आकर दोनों एक कार्नर से विंडो शॉपिंग करते हुए चलने लगते है. बीच बीच में किसी शॉप के बाहर रूक कर डिस्प्ले में पड़ी चीज़े देखते है.
सतीश : “तो क्या शॉपिंग करनी है आज मेरी प्यारी बहना को”?
मोना : “ऐसा कुछ सोच कर तो नहीं आयी, देखते है क्या पसंद आता है”.
सतीश : “पर्स, सूट, साड़ी, जीन्स, टॉप, शर्त, नाइटी, ब्रा, पेंटी, थोंग्स बहुत स्टाइलिश डिज़ाइनर आ गए है मार्किट में और तूम कितनी सिंपल पहनती हो”.
मोना : [एकदम शॉकड हो जाती है] “तुम्हे कैसे मालूम”?
 

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,184
48,055
219
सतीश मुस्कुराते हुए उसके कान में धीरे से कहता है.
सतीश: “भूल गई मालिश करते वक़्त मैं ने ही तो तुम्हारी पेन्टी उतारी थी”
हलाकि सतीश ने धीमे से कहा लेकिन फिर भी रश होने से बहुत करीब खड़े लोगो द्वारा सुने जाने की पूरी गुंजाईश थी.
पब्लिक प्लेस पर इतने रश में अपने भाई के मूह से ये बात सुनते ही मोना को एक अलग ही तरह का एहसास होता है.
ओ अपनी गर्दन इधर उधर घुमा कर देखति है की कहीं इतने रश में किसी ने सुन न लिया हो.
उन्हें आपस में एक दूसरे को भाई:बहिन कह कर बुलाते हुए और इस तरह की बाते करते हुए किसी के भी सुन लेने का डर है,
पब्लिक प्लेस में सतीश की इस तरह की बात करने की हिम्मत से मोना को अस्चर्य होता है और उसमे उत्तेजना सी भर जाती है.
उसे लगता है की सतीश दिखने में जितना शरीफ, डिसेंट लगता है, वाक़ई में इतना शरीफ है नही पहले कुछ भी बात करने से कतराता था पर अब बिंदास्त कहता है कितना बदल गया है उसका भाई.
कुछ भी हो, उसे सतीश की बोल्ड कंपनी बहुत पसन्द आ रही थी. लेकिन फिर भी उसे थोडा डर लगता है.
ओ सतीश के कान के पास अपना मूह ले जाकर धीरे से कहती है,
मोना : “सतीश तू भी ना, यहाँ बाहर इतनी भीड़ में ये क्या बोल रहा है, किसी ने सुन लिया होता तो”?
सतीश : “तुम्हे डर लग रहा है इतनी भीड़ में ? यहाँ इतनी भीड़ में किसके पास टाइम है हमारी बाते सुन ने को”?
मोना : “फिर भी, डर तो लगता ही है, ऐसे पब्लिक प्लेस में ऐसी बातें.........!!
सतीश : “हम्म,अच्छा ये बताओ, यहाँ कितने लोग तुम्हे जानते हैं” ?
मोना : “क्यूँ”?मैं दो साल बाद यहां आयी हु,और मैंने अपनी पढ़ाई भी बाहर होस्टेल में रहकर पूरी की इस हिसाब से बहुत कम लोग मुझे जानते होंगे और यहां हमारे कोई रिश्तेदार भी नही है ना कोई दोस्त”
सतीश उसके हाथ को अपने हाथ में थोडा दबाते हुए एक कार्नर में ले जाता है और उसके दोनों कन्धो पर हाथ रख कर उसकी आँखों में देख कर कहता है...
सतीश : “जब हमे यहाँ कोई जानता नहीं तो फिर किसी के सुन ने से डरती क्यों हो? सुन लेने दे जो सुनता है. तुम बस इतना बताओ तुम्हे तो बुरा नहीं लग रहा ना? औरो की मुझे परवाह नही”
सतीश को इस प्यार से खुद को निहारते हुए देख मोना का दिल जोर से धड़कने लगता है. और ?

मोना का दिल जोर से धड़कने लगता है. घबरा कर वो आंखें बंद कर लेती और अपना सर सतीश की चौड़ी छाती पर टीका देती है.
सतीश उसे बाहो में भर लेता है और उसके होंठो पर मुस्कान तैर जाती है. उसे अपना प्लान सक्सेस होते हुए नज़र आता है.
मोना को पब्लिक में सिड्यूस करने में वो सफल हो रहा है और उसे लगता है की मोना को थोडा और पुश करने पर वो खुद ही रिश्तो की मर्यादा तोड़ कर उसकी प्यासी तपति बन्जर ज़िन्दगी को अपने बदन की महकती खुशबू रुपी फुहारो से सींच देगी.
 

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,184
48,055
219
सतीश : “क्या हुआ मोना”?
मोना : “पता नहीं भाई तुम्हारी बाते सुन कर क्या होता जा रहा है मुझे, मैं खुद को तुम में खोती जा रही हु,
धीरे धीरे मैं तुम्हारी दीवानी बनती जा रही हु, लगाता है मैं तुमसे प्यार करने लगी हूं”
ये कह के मोना सतीश के गले लग जाती है और सतीश उसे किस करने लगता है.
दोनो एक दूसरे को किस करने में ऐसे खो जाते हैं के उन्हें ये याद ही नहीं रहता के वो पब्लिक प्लेस में है.
तालियों की आवाज़ सुन के दोनों को होश आता है और वो शर्मा कर अलग हो जाते हैं और आगे चल्ने लगते है.
सब मर्दों की नज़रें मोना की गांड पर ही टिकी हुई है.
कयूं के हवा के हलके से झोंके से मोना की स्कर्ट उड़ने लगती है और बिना पेन्टी के उसकी नंगी चुत्तड़ का नज़ारा सबके लंड को खड़ा करने के लिए काफी था.
ओ उसे बहुत दूर तक उसे देख रहे थे.
खैर जिस बाजार में वह गये थे वहां लेडीज की ही मार्किट थी.
मार्केट की जो गलियां थी वो बहोत ही तंग (पतली) थी इतनी के अगर तीन लोग एक साथ खडे हो जाए तो रास्ता ही जाम हो जाये.
सामने से आने वाला आप से बगैर टच हुए नहीं निकल सकता था
काई जगह पर तो इतना रश था के धक्के भी लग रहे थे.
मोना सतीश के आगे आगे चल रही थी और सतीश की नज़र सिर्फ उस की गांड पर जमी हुई थी.
चलते वक़्त उसके मटकते चुत्तड़ क़यामत ढा रहे थे.
सतीश का लंड पैंट फाड़ के बाहर निकलने तो उतावला बना हुआ था,
 

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,184
48,055
219
सतीश ने मोना का हाथ मज़बूती से पकड़ रखा था के इस रश में वो कहीं गुम न हो जाये.
खैर एक चूडीयों वाले की शॉप पर नज़र पडी उस पर खरीदारी करने वाली औरतों का बहोत रश था.
१५:२० औरते खरीदारी करने में बीझी थी और शॉप वाले पगलों की तरह उन १५:२० औरतों के साथ बीझी थे.
चूडीयों वाले स्टाल पर बिलकुल भी जगह नहीं थी के उस के पास जा के खडे हो कर कुछ पूछ सके.
मोना सतीश से थोड़ा आगे ही खडी थी. उस वक़्त सतीश ने नोटिस किया के मोना की नैक और उस के अन्दर का गोरा जिस्म और स्तन का कुछ हिस्सा नज़र आ रहा है.
इतने में सतीश थोडा सा आगे की तरफ हुआ तो सतीश का हाथ आगे खडी हुयी मोना की मोटी गांड के साथ टकराया.
उफ्फ्फ्.............. उस की गांड बहोत ही मुलायम और सॉफ्ट थी.
सतीश को लगता है की जो बडी और मोटी गांड होती है वो बहुत भारी होती होगी पर उस की गांड तो जैसे रुई की बनी हुई थी बिलकुल नरम.
उस तंग जगह में इतने धक्के लग रहे थे की मोना को ये एहसास तक नहीं हुवा के किसी का हाथ उस की गांड पे लगा है.
सतीश के दिल की धडकने एक दम से तेज़ हो गई थी.
सतीश के दिल में मस्ती का एक एहसास जागा. साथ में ये डर भी हुआ के कोई लफड़ा न हो जाये.
मगर मस्ती ने डर पे जीत हासील कर ली.
सतीश ने इस बार जान बूझ कर अपना वह हाथ जिससे उसने मोना का हाथ पकड़ा हुआ था साइड से मोना के हिप्स पर टच किया और इस बार ३:४ इंच तक उस को रब कर के उस की सॉफ्टनेस को महसूस किया.
उसे उस की डायरेक्ट स्किन का एहसास हुआ.
जीस से सतीश का लंड उस के ट्रॉउज़र में पूरी तरहा खड़ा हो गया.

इस बार भी मोना की तरफ से कोई रिस्पांस नहीं मिला उस का ध्यान खरीदी करने वाली दूसरी औरतों की तरफ था के वो किस तरह की चूड़ियां ले रही है और साथ ही साथ वो अपनी बारी आने का वेट भी कर रही थी. अब सतीश का डर कुछ कम हुआ.. वह मोना के बिलकुल करीब सट के खडा हुआ और थोड़ा सा टर्न हो के सतीश ने अपने साइड थाइस बिलकुल मोना के हिप्स के साथ चिपका दिए और फिर अपने थाइस को उस की हिप्स के साथ रब किया.
राइट हिप्स से लेफ्ट हिप्स.
फिर वहां से वापिस राईट की तरफ वॉव क्या एहसास था बहोत मज़ेदार फिर सतीश ने अपने हाथ को आहिस्ता से उस के हिप्स पर रख दिया और मूव किया.
म्म्...........
उफ्फ्फफ्.....................
चीकनी गांड.
 

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,184
48,055
219
ये पता नहीं उस की गांड ही इतनी सॉफ्ट और चिकनी लग रही थी के ये एहसास उसे बहोत ही प्यारा लग रहा था.
सतीश के ट्रॉउज़र में एक टेंट सा बन गया था क्यों के सतीश ने भी अन्दर अंडरवियर नहीं पहना था.
ओर सतीश का ट्रॉउज़र ज़्यादा मोठे कपड़े का भी नहीं था अब सतीश का दिल कर रहा था के वह अपना लंड अब मोना की रेश्मी गांड के साथ्
चिपका दे अब उस से सबर नहीं हो रहा था सतीश ने सोचा के अगर मोना को एहसास भी हुवा तो कह देगा के रश बहोत है.
ओर उसे किसी ने पीछे से पुश किया था
ये सोचते ही सतीश ने अपने ट्रॉउज़र में खडे लंड को उस की राईट हिप्स पर टच कर दिया.
दिल में एहसास हुआ बिलकुल के लंड किसी रुई जैसी मुलायम चीज़ पे रख दिया है,
थोड़ा सा और दबाया अपने लंड को उस के हिप्स के साथ रब किया सॉफ्टनेस उसकी ऐसी थी जैसे मक्खन दबाओ तो बढ़ता ही चला जाए.
अब सतीश ने अपने लंड को उस के लेफ्ट हिप्स पर मूव करना शुरू कर दिया.
 

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,184
48,055
219
एक एक इंच के डिस्टेंस को सतीश फील कर रहा था जैसे ही उस का राईट हिप ख़तम हुआ सतीश का लंड फिसल कर उस के अस्स क्रैक में फँस गया वॉव यहाँ का एहसास तो पागल कर देणे वाला था.
सतीश का बहुत दिल किया के वह अपने लंड को पूरा अस्स क्रैक में दबा दे या फिर मोना को कस के अपनी बाँहों में लेले.
मगर डर लगा के कहीं इस से वो नाराज़ न हो जाये.
ओर इस मज़े से भी महरूम हो जाओं अब सतीश अस्स क्रैक से लेफ्ट हिप पर लंड मूव कर रहा था उस का स्कर्ट इतना छोटा था के उसे एहसास हो रहा था के उसकी नंगी गांड पर अपने लंड को फेर रहा है, सतीश के लंड का सफर एक हिप से दुसरे हिप तक ख़तम हुआ अभी सतीश अपने लंड को वापिस पहले हिप पर लाने का प्लान बना ही रहा था के मोना के आगे वाली औरत जो की स्टाल पर खरीदारी कर रही थी वो वहां से हट गई उसने खरीदारी ख़तम कर ली थी .. उसने मोना को पीछे पुश किया तो मोना थोड़ा पीछे हो गई और बिलकुल सतीश से चिपक गई ये पहला एहसास था जो मोना की तरफ से सतीश को मिला था सतीश ने भी अपनी तरफ से उस को पीछे से और दबा दिया और मज़े लिए उस औरत की जाते ही अब मोना उस स्टाल पर उस औरत की जगह पर खडी हो गई थी जहाँ पहले वो औरत खरीदारी कर रही थी
अब मोना सतीश से थोड़ा दूर खड़ी थी और उसे मोना की उठि हुई गांड बहुत ही प्यारी लग रही थी.
सतीश मोना के पीछे जा के खड़ा हो गया और सतीश का लंड मोना की गांड से अब २:३ इंच के फसले पर था
मानो मोना की गांड उसे को पुकार रही हो की आओ मुझ से मज़े लो.
सतीश मोना से पूरा चिपक गया सतीश का लंड पूरा का पूरा डीप तक उसकी गांड की दरार में दबता चला गया.
सतीश के थाइस बिलकुल उसके जिस्म के साथ ऐसे चिपक गए जैसे वह दोनों एक दूसरे से जुडे हुये ही हो.
सतीश का दिल एक दम से ज़ोर से धड़का क्यों के अब उसे लगा था के वो अब तो ज़रूर पीछे मुड के देखे गी और
शायद एक ज़ोर दार थप्पड भी लगा देगी.
इतने में उसकी नज़र सामने की तरफ गई जहाँ मोना के फेस के बिलकुल सामने एक मिरर लटका हुआ था उस में मोना का क्यूट और खूबसूरत चेहरा उसे नज़र आ रहा था
जीस पर हलकी सी मुस्कराहट थी.
 
Top