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अब सतीश को एहसास हुआ के मोना उन औरतों में से है जो शॉपिंग के मामले में बहुत क्रेजी होती है. जीन को शॉपिंग के वक़्त और कोई एहसास नहीं होता बिल्कुल अपनी मम्मी पर गयी थी उनकी मम्मी को भी शॉपिंग बहुत पसंद थी. ये बात समझ में आते ही सतीश के दिल से डर बिलकुल ख़तम हो गया. और उस वक़्त सतीश के मज़े का ये आलम था के पुछो नही. उस की गांड का गैप काफी वाइड था और वो सतीश का लंड अन्दर तक दबता चला गया था. अब सतीश सिर्फ लंड से ही नहीं बल्कि अपने थाई को भी पूरी तरह उस की गांड के साथ चिपका के मज़े ले रहा था. सतीश अपना लंड डीप तक उस की गांड में चिपका के पुश करता तो सतीश के लंड डीप तक अन्दर घुस जाता फिर सतीश उस को बाहर खिंच लेता फिर धक्का लगाता फिर मोना के हिप्स वाइड होते और लंड फिर अन्दर घुस जाता सतीश ने अपने आप को उसके ऊपर पूरा गिरने से बचाने के लिए अपने हाथ आगे कर के स्टाल वाली टेबल को पकड़ लिया जिस के साथ मोना लग के खड़ी थी. अब वो सतीश के दोनों बाज़ुओं की क़ैद में थी. जीस किनारे से सतीश ने टेबल को पकडा हुआ था. उसी किनारे पर मोना अपने स्तन टीका के खड़ी थी. अब उस के स्तन सतीश के हाथ के साथ रब होने लगे वहां पीछे सतीश का लंड उस की गांड के साइज के हिसाब से बिलकुल परफेक्ट था. लम्बाई और मोटायी मे. कयों की वो पूरा फिक्स होता था उस के गांड की छेद में और थूरा फँसता हुआ जाता था जो के बहुत मज़ा दे रहा था उसे ऐसा लग रहा था के सतीश का लंड रेशम जैसके २ गोलों के बीच रब हो रहा है, मोना की गांड सतीश के लंड को पूरी तरह खा रही थी. इतनी प्यारी सॉफ्ट रेश्मी गांड के मज़े सतीश आज तक नहीं भुला है. सतीश ने अपने दोनों हाथ हलके से उस की कमर पर रखे हुए थे मज़ा इसलिये भी ज्यादा आरहा था के इस बार सिर्फ लंड नहीं बल्कि सतीश का पूरा नीचे का हिस्सा उस के नीचे (और पीछे) के हिस्से से रब हो रहा था. अब सतीश के ज़ेहन में एक और चीज़ आ रही थी. कया मोना को अपनी गांड में सतीश के लंड का एहसास नहीं हो रहा है ? फिर सतीश ने उस को अपनी गोद में उठा लिया जैसे बच्चों को गोद में लेते हैं क्यों के उसे एहसास हो रहा था के इतनी औरतों की मौजुदगी में एक लड़के का होना किसी को भी खटक सकता है. इस बार उस ने अपने शॉपिंग क्रेज से ध्यान हटा के पहली बार सतीश को पीछे मुड के देखा और मुस्कुराते हुए कहने लगी मोना : “तू भी सोच रहा होगा के मैं तुमको कहाँ ले आई, उफ़ कितनी गर्मी लग रही है ना और कितना रश भी है बस मुझे १०:१५ मिनट और लगेंगे फिर फ़ारिग़ हो के चलते हैं” |