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Incest मां की ममता

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gaurav5050

Pyar do or pyar lo
130
564
94
अपडेट १

लव की नींद किसी की प्यारी सी मुस्कान के साथ खुलती है लव अपनी आंखे मलता हुआ दिन का सुबह सबसे पहले उस चेहरे का दीदार करता है जो की उसकी जान है और जब उसकी नजरें उस प्यारे से मुस्कुराते हुए चेहरे को देखती है तो उसे ऐसा महसूस होता है की असिलियत में खुशी का जीता जागता चेहरा ऐसा ही होता होगा जिसके चेहरे पर मासूमियत और मुस्कुराहट के सिवाय कुछ भी नहीं है और फिर कुछ पल देखने के बाद उसके माथे पे एक प्यारी सी चुम्बन कर देता है साथ ही उसके दूध जैसे गोरे हाथों को थाम कर उसके उन हाथो को भी बारी बारी से चूम लेता है और फिर से उसके मुस्कुराते चेहरे को देखने लगता है।
उस प्यारी और मुस्कुराती नन्ही सी जान से भी नहीं रहा जाता और वो भी चाचू कह कर उसके गले लग जाती है ये कोई और नही इस घर के आंगन को अपनी प्यारी सी मुस्कुराहट और नटखटी अदाओं से सबका दिल जीतने वाली छोटी सी गुड़िया पीहू थी।

अभी कुछ ही पल बीते होंगे उन दोनो को अपनी नोक झोंक में व्यस्थ हुए की उन दोनो के कानों में एक सुरीली सी मधुर आवाज आती है वो दोनो कमरे के दरवाजे की ओर देखते है जहां पीहू तो मासूमियत भरी निगाहों से देखी और उसके मुख से बस मम्मी शब्द ही निकला वही लव तो उसे देख ही नही पा रहा था उसकी नजरे उसका साथ ही नहीं दे रही थी वह उपर नीचे हो रही थी और उसके दिमाग का भी यही हाल था उसे समझ नहीं आ रहा था की वह उपर से नीचे देखे या फिर नीचे से उपर देखे उसे महरून रंग की साडी में दूध जैसे गोरे बदन से लिपटे हुए स्वर्ग से आई कोई अप्सरा प्रतीत हो रही थी वह उसको देखते हुए सोचता है क्या हुस्न है कहा से शुरूआत करे इस हुस्न के दीदार का उसके रेशमी से बाल जोकि किसी गहरे बादल की घटाओं जैसे नजर आते है उसके मासूम से चेहरे में बड़ी बड़ी उसकी कजरारी आंखे जिनमे लव का बस डूब जाने का मन करता है और फिर एक पल के लिए लव की नजरे उस शक्स से जब मिलती है तो लव उसमे समा जाना चाहता हैं और उसके होठों पर एक कुटिल मुस्कान फैल जाती है फिर लव देखता है की उसके रसीले गुलाबी होंठ ऐसा लगता है जैसे कोई मधुशाला हो जिन्हे वह सारा का सारा पी जाना चाहता है जिनमे एक दिलकश मुस्कान फैली थी और फिर उसकी नजरे और नीचे देखती है जहां उसका दीदार दो बड़े बड़े नारियल के समान उसकी चूचियां से होता है उसे ऐसा लग रहा था ये चूचियां सिर्फ और सिर्फ उसी के लिए मात्र हो और कह रही हो की आओ लव और निचोड़ लो हमको और मसल मसल कर इनका सारा रस पी डालो लव ने उसकी चुचियों को जी भर कर घूरा और उसकी नज़रों से नजर मिलाकर देखा और अपने होंठो पर जुबान को फेरने लगता है लव के ऐसा करने से उस मेनका जैसी सुंदर नारी को शर्म और गुस्सा का मिला जुला भाव आता है अब उससे वहा और नहीं रहा जाता और वह चलते हुए लव के पास आने लगती है तो एक बार फिर से लव की नजरे नीचे की ओर जाती है और देखती है कि उसके पेट की जगह पर साड़ी से झांकती हुई किसी गहरे कुआं के समान उसकी नाभी और उसकी नाभी के नीचे नागिन सी बलखाती उसकी कमर किसी समंदर में हल्की सी उठती हिलोरों के समान थी जिसे देख बड़े बड़े ऋषि मुनि की साधना भी टूट जाए जो की अब धीरे धीरे लव के ही पास आ रही थी अब लव का हाल ये सब देखकर बहुत बुरा हो चुका था उसका लंड जो की पीहू के साथ खेलने से बैठ गया था वह अब फिर से खड़ा हो गया था लेकिन शुक्र इस बात का था की उसके पास एक हल्की सी चादर थी जिससे उसने अपने आप को पहले से ही कवर कर रक्खा था।
वह अप्सरा जैसी सुंदर स्त्री लव और पीहू के बेड के पास आकर नीचे को झुकी और बोली देवर जी आपकी चाय और पानी और पीहू बेटा ये रहा तुम्हारा दूध..........और पीहू को दूध का कप पकड़ा दिया ये कोई नहीं लव की प्यारी डैम हॉट भाभी कामिनी थी।

कामिनी के नीचे झुकने से उसकी मस्त बड़ी बड़ी चूचियां लव के पास आ गई एक बार लव की फिर से नजरे वही पर जाकर जम गई जब उसने पानी का ग्लास लेने के लिए कामिनी की ओर देखा था पानी पीने के बाद अब उसका मन चाय में नहीं उन मस्त कर देने वाली चूचियों को पीने का मन बन गया था और वह उन्हें खा जाने वाली नजरों से उन्हें देखे जा रहा था।
कुछ पल बीत जाने के बाद जब कामिनी ने देखा की लव ने अभी तक चाय का कप नहीं लिया है तो उसने लव की ओर देखा तो पाया लव उसकी चूचियों को घूरे जा रहा है अब कामिनी के लिए ये कुछ ज्यादा ही वल्गर हो रहा था उसने अभी तक लव की सारी करतूत को ज्यादा महत्व नहीं दिया था लेकिन अब उसने लव को टोका और बोलीं लव आपकी चाय ठंडी हो रही है।
लेकिन लव कहा मानने वाला था उसने भी कामिनी को सताने की ठान ली थी और वह चाय का कप उठाते हुए बोला भाभी मुझे भी कभी कभी गर्मा गर्म ताआआ जाआआ दूध पिला दिया करो और फिर उसकी बड़ी बड़ी चूचियों को देखने लगा अब कामिनी को लव पर गुस्सा आने लगा था।
लव की इस बात को सुनकर पीहू ने भी अपनी चुप्पी तोडी और अपने होंठों से अपने दूध के कप को हटाते हुए कहा हा चाचू आप भी मेरी तरह दूध ही पिया करो फिर आप भी मेरी तरह ही गोरे गोरे हो जाओगे और इतना कहकर वह हसने लगी और दूध को खत्म कर कप कामिनी को पकड़ा दिया पीहू की बात पर सभी को हसीं आ गई लेकिन लव ने इसी बात का मौका मानकर आगे कहा हा ये तो सही है मुझे भी पीहू जैसा गोरा होना है तो आप भी हमे गर्मा गर्म ताजा दूध पिलाया करो और कामिनी की चूचियों को फिर से ताड़ने लगा और इस बात पर कामिनी ने कहा तो ठीक है अभी नीचे आना मैं तुमको पीने के लिए दूध भी दे दूंगी कुछ देर कमरे में खामोशी छाई रही फिर से लव ने कामिनी की बड़ी बड़ी और सुडौल चूचियों को घूरते हुए कहा कि भाभी कभी तो हमे सुबह अपनी बड़ी बड़ी प्यार करने वाली मुस्कान के साथ जगा दिया करो लव के इन बड़ी बड़ी का मतलब कामिनी बहुत अच्छे से समझ रही थी की लव उसकी चूचियों के बारे में ही बोल रहा है अभी लव ने इतना ही कहा था कि पीहू का चेहरा उदास होने लगा और वह उठ खड़ी हुई और तुनककर बोली तो क्या मैं आपको उठाने आई तो आपको अच्छा नहीं लगा? क्या मैं इतनी बुरी हूं?क्या मम्मी मुझसे भी ज्यादा अच्छी और सुंदर हैं?

अब लव फस गया था वह कभी तो कामिनी को देखता तो कभी वह पीहू को देखता जिसका चेहरा लाल और आंखे बड़ी हो गई थी और लगातार उसे देखे जा रही थी कामिनी ने भी जब लव का चेहरा देखा और उसकी स्थिति को जाना तो उसे भी इसमें मजे लेने की इच्छा हुई और वह भी लव के पास आकर उसी के बेड के एक ओर बैठ गई और लव के मजे लेते हुए बोली।

बोलो लव पीहू ज्यादा सुंदर है या फिर उसकी मां?
लव एक पल तो सोच में पड़ गया अब वो क्या बोले इन मां और बेटी को अगर वह कामिनी को सुंदर कहता है तो पीहू बुरा मान जायेगी और ऐसा तो लव क्या घर में किसी भी मजाल नहीं जो पीहू को नाराज कर सके लेकिन वह कामिनी का भी दिल जीतना चाहता था खैर कुछ पल सोचने के बाद उसने कामिनी की ओर देखा और कहा।

भाभी आप तो इतनी सुंदर है की जब भी मैं आपको देखता हूं तो मुझे लगता है की काश ये वक्त यही रुक जाए और बस आपको देखता ही रहू आपके ये रेशमी बाल ऐसा लगता है जैसे ये काली घटा हो जिनसे बस अभी ही बारिश होगी और मेरे सारे अरमान को भिगो देगी और आपका मासूम सा चेहरा तो ऐसा है की दिल करता है बस इसे अपने हाथों में ही थामे रहूं बस देखते जाऊं और ये कजरारी सी बड़ी बड़ी आंखे मां कसम दिल को घायल कर देती है जी करता है बस इसी समंदर में डूब जाऊं और इसकी गहराई में समा जाऊं और आपके ये लजीज गुलाबी होठ.....बस

अभी लव इससे आगे कुछ कह पाता कामिनी ने उसे टोकते हुए अहसास दिलाया की पीहू भी पास में ही है लव को भी अपनी गलती का अहसास हुआ और उसने पीहू की ओर देखा जिसका चेहरा मायूस हो कर नीचे को लटक गया था लव ने जब ये देखा तो उसे हसीं तो आनी चाही पर उसने अपनी हसीं को रोककर पीहू की थोड़ी को पकड़ते हुए उपर को उठाया और देखा की पीहू की छोटी छोटी आंखों में आसूं थे बस ऐसा प्रतीत हो रहा था की वो आंसू अभी छलक एक जल सैलाब का रुप ले लेंगी और इस सैलाब में सभी को डूबा देंगी जब लव ने पीहू का ऐसा रूप देखा तो उसे अपनी मूर्खता पर गुस्सा आया लेकिन ये वक्त अब गुस्से का नहीं प्यार का था बस फिर क्या था लव भी शुरू हो गया और बोला।

भाभी कुछ भी कहो आप कितनी भी सुन्दर और मनमोहक क्यूं ना हो पर पीहू के आगे आपकी क्या बिसात आप ना मेरी पीहू की सुंदरता से जलती है इसी लिए आप ज्यादा सज सवर कर आती है ताकि मैं आपके पच्छ में आ जाऊं और आप पीहू को हरा सके लेकिन ये आपकी सबसे बड़ी भूल होगी क्योंकि मेरी पीहू ना एंजेल है और ऐंजल तो आसमां में होती है लेकिन जो सबसे सुंदर ऐंजल होती है जिसका दिल साफ और सबकी सहायता करने वाला होता है भगवान उसी को इस दुनिया में हम जैसे गरीब लोगों के पास भेजता है ताकि हम इनकी मदद से खुश रह सके जब पीहू ने अपनी इतनी तारीफ सुनी की उसके चाचा तो उसे ऐंजल कह रहे तो उसके मासूम से उदास चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान फैल गई और वह खिलखिलाकर कर उठी और अपने चाचू के गले में हाथ डालकर बोली।

चाचू अभी तो मैने मेकअप किया ही नहीं वरना मां तो मेरे आगे कुछ भी नहीं है और पता है अगर मैं दादी का खरीदा हुआ गुलाबी फ्रांक पहन लिया ना तो आप मम्मी को भूल ही जाओगे और रोज मुझसे ही उठने की दुआ करोगे।

कामिनी और लव दोनो पीहू की बात सुनकर हसने लगे तभी नीचे से आवाज आई कामिनी ओ ओ ओ ओ कामिनी जल्दी नीचे आ......

कामिनी अपनी सासू मां की आवाज सुनकर उठ खड़ी हुई और बोली तुम दोनो के चक्कर में आज फिर मुझे डांट पड़ने वाली है और ओय पीहू की बच्ची चल उठ नीचे आकर दूध पीले कबसे तुझे हम ढूंढ रहे थे और तू है की रोज सुबह अपने बिगड़े हुए चाचू के साथ मिलकर रोज मुझे डांट खिलाती है इतना बोलकर कामिनी ने एक हाथ में कप और एक हाथ में पीहू का हाथ पकड़कर जाने लगी।
लव बस कामिनी को जाते हुए उसकी साड़ी में कसी हुई उसकी बड़ी गांड़ को घूरे जा रहा था कामिनी गेट तक पहुंचकर लव को नीचे बुलाने के लिए मुड़ती है तो देखती है की लव तो बस उसकी बड़ी गांड़ को ही खा जाने वाली नजरों से घूरे जा रहा है ये देखकर कामिनी ने अपनी बड़ी बड़ी आंखों को दिखाते हुए बस इतना ही कहती है की.....
लव सुधर जाओ नहीं तो तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा और हा जल्दी से रेड्डी हो कर नीचे आओ और फिर कामिनी पीहू को लेकर चली जाती है।

वही रूम में किंग साइज बेड पर लव बैठे बैठे कहता है कामिनी अच्छा तो तुम अभी भी मेरे साथ नहीं कर रही हो और अपने लंड को मसल देता है और उसके मुझ से एक आह आह आह आह आह आह आह कामिनी निकल जाता है।
और फिर वह भी उठ कर फ्रेस होने अपने कमरे के अटैच बाथरूम में चला जाता है।​
 

Delta101

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लव की नींद किसी की प्यारी सी मुस्कान के साथ खुलती है लव अपनी आंखे मलता हुआ दिन का सुबह सबसे पहले उस चेहरे का दीदार करता है जो की उसकी जान है और जब उसकी नजरें उस प्यारे से मुस्कुराते हुए चेहरे को देखती है तो उसे ऐसा महसूस होता है की असिलियत में खुशी का जीता जागता चेहरा ऐसा ही होता होगा जिसके चेहरे पर मासूमियत और मुस्कुराहट के सिवाय कुछ भी नहीं है और फिर कुछ पल देखने के बाद उसके माथे पे एक प्यारी सी चुम्बन कर देता है साथ ही उसके दूध जैसे गोरे हाथों को थाम कर उसके उन हाथो को भी बारी बारी से चूम लेता है और फिर से उसके मुस्कुराते चेहरे को देखने लगता है।
उस प्यारी और मुस्कुराती नन्ही सी जान से भी नहीं रहा जाता और वो भी चाचू कह कर उसके गले लग जाती है ये कोई और नही इस घर के आंगन को अपनी प्यारी सी मुस्कुराहट और नटखटी अदाओं से सबका दिल जीतने वाली छोटी सी गुड़िया पीहू थी।

अभी कुछ ही पल बीते होंगे उन दोनो को अपनी नोक झोंक में व्यस्थ हुए की उन दोनो के कानों में एक सुरीली सी मधुर आवाज आती है वो दोनो कमरे के दरवाजे की ओर देखते है जहां पीहू तो मासूमियत भरी निगाहों से देखी और उसके मुख से बस मम्मी शब्द ही निकला वही लव तो उसे देख ही नही पा रहा था उसकी नजरे उसका साथ ही नहीं दे रही थी वह उपर नीचे हो रही थी और उसके दिमाग का भी यही हाल था उसे समझ नहीं आ रहा था की वह उपर से नीचे देखे या फिर नीचे से उपर देखे उसे महरून रंग की साडी में दूध जैसे गोरे बदन से लिपटे हुए स्वर्ग से आई कोई अप्सरा प्रतीत हो रही थी वह उसको देखते हुए सोचता है क्या हुस्न है कहा से शुरूआत करे इस हुस्न के दीदार का उसके रेशमी से बाल जोकि किसी गहरे बादल की घटाओं जैसे नजर आते है उसके मासूम से चेहरे में बड़ी बड़ी उसकी कजरारी आंखे जिनमे लव का बस डूब जाने का मन करता है और फिर एक पल के लिए लव की नजरे उस शक्स से जब मिलती है तो लव उसमे समा जाना चाहता हैं और उसके होठों पर एक कुटिल मुस्कान फैल जाती है फिर लव देखता है की उसके रसीले गुलाबी होंठ ऐसा लगता है जैसे कोई मधुशाला हो जिन्हे वह सारा का सारा पी जाना चाहता है जिनमे एक दिलकश मुस्कान फैली थी और फिर उसकी नजरे और नीचे देखती है जहां उसका दीदार दो बड़े बड़े नारियल के समान उसकी चूचियां से होता है उसे ऐसा लग रहा था ये चूचियां सिर्फ और सिर्फ उसी के लिए मात्र हो और कह रही हो की आओ लव और निचोड़ लो हमको और मसल मसल कर इनका सारा रस पी डालो लव ने उसकी चुचियों को जी भर कर घूरा और उसकी नज़रों से नजर मिलाकर देखा और अपने होंठो पर जुबान को फेरने लगता है लव के ऐसा करने से उस मेनका जैसी सुंदर नारी को शर्म और गुस्सा का मिला जुला भाव आता है अब उससे वहा और नहीं रहा जाता और वह चलते हुए लव के पास आने लगती है तो एक बार फिर से लव की नजरे नीचे की ओर जाती है और देखती है कि उसके पेट की जगह पर साड़ी से झांकती हुई किसी गहरे कुआं के समान उसकी नाभी और उसकी नाभी के नीचे नागिन सी बलखाती उसकी कमर किसी समंदर में हल्की सी उठती हिलोरों के समान थी जिसे देख बड़े बड़े ऋषि मुनि की साधना भी टूट जाए जो की अब धीरे धीरे लव के ही पास आ रही थी अब लव का हाल ये सब देखकर बहुत बुरा हो चुका था उसका लंड जो की पीहू के साथ खेलने से बैठ गया था वह अब फिर से खड़ा हो गया था लेकिन शुक्र इस बात का था की उसके पास एक हल्की सी चादर थी जिससे उसने अपने आप को पहले से ही कवर कर रक्खा था।
वह अप्सरा जैसी सुंदर स्त्री लव और पीहू के बेड के पास आकर नीचे को झुकी और बोली देवर जी आपकी चाय और पानी और पीहू बेटा ये रहा तुम्हारा दूध..........और पीहू को दूध का कप पकड़ा दिया ये कोई नहीं लव की प्यारी डैम हॉट भाभी कामिनी थी।

कामिनी के नीचे झुकने से उसकी मस्त बड़ी बड़ी चूचियां लव के पास आ गई एक बार लव की फिर से नजरे वही पर जाकर जम गई जब उसने पानी का ग्लास लेने के लिए कामिनी की ओर देखा था पानी पीने के बाद अब उसका मन चाय में नहीं उन मस्त कर देने वाली चूचियों को पीने का मन बन गया था और वह उन्हें खा जाने वाली नजरों से उन्हें देखे जा रहा था।
कुछ पल बीत जाने के बाद जब कामिनी ने देखा की लव ने अभी तक चाय का कप नहीं लिया है तो उसने लव की ओर देखा तो पाया लव उसकी चूचियों को घूरे जा रहा है अब कामिनी के लिए ये कुछ ज्यादा ही वल्गर हो रहा था उसने अभी तक लव की सारी करतूत को ज्यादा महत्व नहीं दिया था लेकिन अब उसने लव को टोका और बोलीं लव आपकी चाय ठंडी हो रही है।
लेकिन लव कहा मानने वाला था उसने भी कामिनी को सताने की ठान ली थी और वह चाय का कप उठाते हुए बोला भाभी मुझे भी कभी कभी गर्मा गर्म ताआआ जाआआ दूध पिला दिया करो और फिर उसकी बड़ी बड़ी चूचियों को देखने लगा अब कामिनी को लव पर गुस्सा आने लगा था।
लव की इस बात को सुनकर पीहू ने भी अपनी चुप्पी तोडी और अपने होंठों से अपने दूध के कप को हटाते हुए कहा हा चाचू आप भी मेरी तरह दूध ही पिया करो फिर आप भी मेरी तरह ही गोरे गोरे हो जाओगे और इतना कहकर वह हसने लगी और दूध को खत्म कर कप कामिनी को पकड़ा दिया पीहू की बात पर सभी को हसीं आ गई लेकिन लव ने इसी बात का मौका मानकर आगे कहा हा ये तो सही है मुझे भी पीहू जैसा गोरा होना है तो आप भी हमे गर्मा गर्म ताजा दूध पिलाया करो और कामिनी की चूचियों को फिर से ताड़ने लगा और इस बात पर कामिनी ने कहा तो ठीक है अभी नीचे आना मैं तुमको पीने के लिए दूध भी दे दूंगी कुछ देर कमरे में खामोशी छाई रही फिर से लव ने कामिनी की बड़ी बड़ी और सुडौल चूचियों को घूरते हुए कहा कि भाभी कभी तो हमे सुबह अपनी बड़ी बड़ी प्यार करने वाली मुस्कान के साथ जगा दिया करो लव के इन बड़ी बड़ी का मतलब कामिनी बहुत अच्छे से समझ रही थी की लव उसकी चूचियों के बारे में ही बोल रहा है अभी लव ने इतना ही कहा था कि पीहू का चेहरा उदास होने लगा और वह उठ खड़ी हुई और तुनककर बोली तो क्या मैं आपको उठाने आई तो आपको अच्छा नहीं लगा? क्या मैं इतनी बुरी हूं?क्या मम्मी मुझसे भी ज्यादा अच्छी और सुंदर हैं?

अब लव फस गया था वह कभी तो कामिनी को देखता तो कभी वह पीहू को देखता जिसका चेहरा लाल और आंखे बड़ी हो गई थी और लगातार उसे देखे जा रही थी कामिनी ने भी जब लव का चेहरा देखा और उसकी स्थिति को जाना तो उसे भी इसमें मजे लेने की इच्छा हुई और वह भी लव के पास आकर उसी के बेड के एक ओर बैठ गई और लव के मजे लेते हुए बोली।

बोलो लव पीहू ज्यादा सुंदर है या फिर उसकी मां?
लव एक पल तो सोच में पड़ गया अब वो क्या बोले इन मां और बेटी को अगर वह कामिनी को सुंदर कहता है तो पीहू बुरा मान जायेगी और ऐसा तो लव क्या घर में किसी भी मजाल नहीं जो पीहू को नाराज कर सके लेकिन वह कामिनी का भी दिल जीतना चाहता था खैर कुछ पल सोचने के बाद उसने कामिनी की ओर देखा और कहा।

भाभी आप तो इतनी सुंदर है की जब भी मैं आपको देखता हूं तो मुझे लगता है की काश ये वक्त यही रुक जाए और बस आपको देखता ही रहू आपके ये रेशमी बाल ऐसा लगता है जैसे ये काली घटा हो जिनसे बस अभी ही बारिश होगी और मेरे सारे अरमान को भिगो देगी और आपका मासूम सा चेहरा तो ऐसा है की दिल करता है बस इसे अपने हाथों में ही थामे रहूं बस देखते जाऊं और ये कजरारी सी बड़ी बड़ी आंखे मां कसम दिल को घायल कर देती है जी करता है बस इसी समंदर में डूब जाऊं और इसकी गहराई में समा जाऊं और आपके ये लजीज गुलाबी होठ.....बस

अभी लव इससे आगे कुछ कह पाता कामिनी ने उसे टोकते हुए अहसास दिलाया की पीहू भी पास में ही है लव को भी अपनी गलती का अहसास हुआ और उसने पीहू की ओर देखा जिसका चेहरा मायूस हो कर नीचे को लटक गया था लव ने जब ये देखा तो उसे हसीं तो आनी चाही पर उसने अपनी हसीं को रोककर पीहू की थोड़ी को पकड़ते हुए उपर को उठाया और देखा की पीहू की छोटी छोटी आंखों में आसूं थे बस ऐसा प्रतीत हो रहा था की वो आंसू अभी छलक एक जल सैलाब का रुप ले लेंगी और इस सैलाब में सभी को डूबा देंगी जब लव ने पीहू का ऐसा रूप देखा तो उसे अपनी मूर्खता पर गुस्सा आया लेकिन ये वक्त अब गुस्से का नहीं प्यार का था बस फिर क्या था लव भी शुरू हो गया और बोला।

भाभी कुछ भी कहो आप कितनी भी सुन्दर और मनमोहक क्यूं ना हो पर पीहू के आगे आपकी क्या बिसात आप ना मेरी पीहू की सुंदरता से जलती है इसी लिए आप ज्यादा सज सवर कर आती है ताकि मैं आपके पच्छ में आ जाऊं और आप पीहू को हरा सके लेकिन ये आपकी सबसे बड़ी भूल होगी क्योंकि मेरी पीहू ना एंजेल है और ऐंजल तो आसमां में होती है लेकिन जो सबसे सुंदर ऐंजल होती है जिसका दिल साफ और सबकी सहायता करने वाला होता है भगवान उसी को इस दुनिया में हम जैसे गरीब लोगों के पास भेजता है ताकि हम इनकी मदद से खुश रह सके जब पीहू ने अपनी इतनी तारीफ सुनी की उसके चाचा तो उसे ऐंजल कह रहे तो उसके मासूम से उदास चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान फैल गई और वह खिलखिलाकर कर उठी और अपने चाचू के गले में हाथ डालकर बोली।

चाचू अभी तो मैने मेकअप किया ही नहीं वरना मां तो मेरे आगे कुछ भी नहीं है और पता है अगर मैं दादी का खरीदा हुआ गुलाबी फ्रांक पहन लिया ना तो आप मम्मी को भूल ही जाओगे और रोज मुझसे ही उठने की दुआ करोगे।

कामिनी और लव दोनो पीहू की बात सुनकर हसने लगे तभी नीचे से आवाज आई कामिनी ओ ओ ओ ओ कामिनी जल्दी नीचे आ......

कामिनी अपनी सासू मां की आवाज सुनकर उठ खड़ी हुई और बोली तुम दोनो के चक्कर में आज फिर मुझे डांट पड़ने वाली है और ओय पीहू की बच्ची चल उठ नीचे आकर दूध पीले कबसे तुझे हम ढूंढ रहे थे और तू है की रोज सुबह अपने बिगड़े हुए चाचू के साथ मिलकर रोज मुझे डांट खिलाती है इतना बोलकर कामिनी ने एक हाथ में कप और एक हाथ में पीहू का हाथ पकड़कर जाने लगी।
लव बस कामिनी को जाते हुए उसकी साड़ी में कसी हुई उसकी बड़ी गांड़ को घूरे जा रहा था कामिनी गेट तक पहुंचकर लव को नीचे बुलाने के लिए मुड़ती है तो देखती है की लव तो बस उसकी बड़ी गांड़ को ही खा जाने वाली नजरों से घूरे जा रहा है ये देखकर कामिनी ने अपनी बड़ी बड़ी आंखों को दिखाते हुए बस इतना ही कहती है की.....
लव सुधर जाओ नहीं तो तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा और हा जल्दी से रेड्डी हो कर नीचे आओ और फिर कामिनी पीहू को लेकर चली जाती है।

वही रूम में किंग साइज बेड पर लव बैठे बैठे कहता है कामिनी अच्छा तो तुम अभी भी मेरे साथ नहीं कर रही हो और अपने लंड को मसल देता है और उसके मुझ से एक आह आह आह आह आह आह आह कामिनी निकल जाता है।
और फिर वह भी उठ कर फ्रेस होने अपने कमरे के अटैच बाथरूम में चला जाता है।​
अच्छी शुरुआत..........नई कहानी के लिए शुभकामनायें
 
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Abhishek Kumar98

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लव की नींद किसी की प्यारी सी मुस्कान के साथ खुलती है लव अपनी आंखे मलता हुआ दिन का सुबह सबसे पहले उस चेहरे का दीदार करता है जो की उसकी जान है और जब उसकी नजरें उस प्यारे से मुस्कुराते हुए चेहरे को देखती है तो उसे ऐसा महसूस होता है की असिलियत में खुशी का जीता जागता चेहरा ऐसा ही होता होगा जिसके चेहरे पर मासूमियत और मुस्कुराहट के सिवाय कुछ भी नहीं है और फिर कुछ पल देखने के बाद उसके माथे पे एक प्यारी सी चुम्बन कर देता है साथ ही उसके दूध जैसे गोरे हाथों को थाम कर उसके उन हाथो को भी बारी बारी से चूम लेता है और फिर से उसके मुस्कुराते चेहरे को देखने लगता है।
उस प्यारी और मुस्कुराती नन्ही सी जान से भी नहीं रहा जाता और वो भी चाचू कह कर उसके गले लग जाती है ये कोई और नही इस घर के आंगन को अपनी प्यारी सी मुस्कुराहट और नटखटी अदाओं से सबका दिल जीतने वाली छोटी सी गुड़िया पीहू थी।

अभी कुछ ही पल बीते होंगे उन दोनो को अपनी नोक झोंक में व्यस्थ हुए की उन दोनो के कानों में एक सुरीली सी मधुर आवाज आती है वो दोनो कमरे के दरवाजे की ओर देखते है जहां पीहू तो मासूमियत भरी निगाहों से देखी और उसके मुख से बस मम्मी शब्द ही निकला वही लव तो उसे देख ही नही पा रहा था उसकी नजरे उसका साथ ही नहीं दे रही थी वह उपर नीचे हो रही थी और उसके दिमाग का भी यही हाल था उसे समझ नहीं आ रहा था की वह उपर से नीचे देखे या फिर नीचे से उपर देखे उसे महरून रंग की साडी में दूध जैसे गोरे बदन से लिपटे हुए स्वर्ग से आई कोई अप्सरा प्रतीत हो रही थी वह उसको देखते हुए सोचता है क्या हुस्न है कहा से शुरूआत करे इस हुस्न के दीदार का उसके रेशमी से बाल जोकि किसी गहरे बादल की घटाओं जैसे नजर आते है उसके मासूम से चेहरे में बड़ी बड़ी उसकी कजरारी आंखे जिनमे लव का बस डूब जाने का मन करता है और फिर एक पल के लिए लव की नजरे उस शक्स से जब मिलती है तो लव उसमे समा जाना चाहता हैं और उसके होठों पर एक कुटिल मुस्कान फैल जाती है फिर लव देखता है की उसके रसीले गुलाबी होंठ ऐसा लगता है जैसे कोई मधुशाला हो जिन्हे वह सारा का सारा पी जाना चाहता है जिनमे एक दिलकश मुस्कान फैली थी और फिर उसकी नजरे और नीचे देखती है जहां उसका दीदार दो बड़े बड़े नारियल के समान उसकी चूचियां से होता है उसे ऐसा लग रहा था ये चूचियां सिर्फ और सिर्फ उसी के लिए मात्र हो और कह रही हो की आओ लव और निचोड़ लो हमको और मसल मसल कर इनका सारा रस पी डालो लव ने उसकी चुचियों को जी भर कर घूरा और उसकी नज़रों से नजर मिलाकर देखा और अपने होंठो पर जुबान को फेरने लगता है लव के ऐसा करने से उस मेनका जैसी सुंदर नारी को शर्म और गुस्सा का मिला जुला भाव आता है अब उससे वहा और नहीं रहा जाता और वह चलते हुए लव के पास आने लगती है तो एक बार फिर से लव की नजरे नीचे की ओर जाती है और देखती है कि उसके पेट की जगह पर साड़ी से झांकती हुई किसी गहरे कुआं के समान उसकी नाभी और उसकी नाभी के नीचे नागिन सी बलखाती उसकी कमर किसी समंदर में हल्की सी उठती हिलोरों के समान थी जिसे देख बड़े बड़े ऋषि मुनि की साधना भी टूट जाए जो की अब धीरे धीरे लव के ही पास आ रही थी अब लव का हाल ये सब देखकर बहुत बुरा हो चुका था उसका लंड जो की पीहू के साथ खेलने से बैठ गया था वह अब फिर से खड़ा हो गया था लेकिन शुक्र इस बात का था की उसके पास एक हल्की सी चादर थी जिससे उसने अपने आप को पहले से ही कवर कर रक्खा था।
वह अप्सरा जैसी सुंदर स्त्री लव और पीहू के बेड के पास आकर नीचे को झुकी और बोली देवर जी आपकी चाय और पानी और पीहू बेटा ये रहा तुम्हारा दूध..........और पीहू को दूध का कप पकड़ा दिया ये कोई नहीं लव की प्यारी डैम हॉट भाभी कामिनी थी।

कामिनी के नीचे झुकने से उसकी मस्त बड़ी बड़ी चूचियां लव के पास आ गई एक बार लव की फिर से नजरे वही पर जाकर जम गई जब उसने पानी का ग्लास लेने के लिए कामिनी की ओर देखा था पानी पीने के बाद अब उसका मन चाय में नहीं उन मस्त कर देने वाली चूचियों को पीने का मन बन गया था और वह उन्हें खा जाने वाली नजरों से उन्हें देखे जा रहा था।
कुछ पल बीत जाने के बाद जब कामिनी ने देखा की लव ने अभी तक चाय का कप नहीं लिया है तो उसने लव की ओर देखा तो पाया लव उसकी चूचियों को घूरे जा रहा है अब कामिनी के लिए ये कुछ ज्यादा ही वल्गर हो रहा था उसने अभी तक लव की सारी करतूत को ज्यादा महत्व नहीं दिया था लेकिन अब उसने लव को टोका और बोलीं लव आपकी चाय ठंडी हो रही है।
लेकिन लव कहा मानने वाला था उसने भी कामिनी को सताने की ठान ली थी और वह चाय का कप उठाते हुए बोला भाभी मुझे भी कभी कभी गर्मा गर्म ताआआ जाआआ दूध पिला दिया करो और फिर उसकी बड़ी बड़ी चूचियों को देखने लगा अब कामिनी को लव पर गुस्सा आने लगा था।
लव की इस बात को सुनकर पीहू ने भी अपनी चुप्पी तोडी और अपने होंठों से अपने दूध के कप को हटाते हुए कहा हा चाचू आप भी मेरी तरह दूध ही पिया करो फिर आप भी मेरी तरह ही गोरे गोरे हो जाओगे और इतना कहकर वह हसने लगी और दूध को खत्म कर कप कामिनी को पकड़ा दिया पीहू की बात पर सभी को हसीं आ गई लेकिन लव ने इसी बात का मौका मानकर आगे कहा हा ये तो सही है मुझे भी पीहू जैसा गोरा होना है तो आप भी हमे गर्मा गर्म ताजा दूध पिलाया करो और कामिनी की चूचियों को फिर से ताड़ने लगा और इस बात पर कामिनी ने कहा तो ठीक है अभी नीचे आना मैं तुमको पीने के लिए दूध भी दे दूंगी कुछ देर कमरे में खामोशी छाई रही फिर से लव ने कामिनी की बड़ी बड़ी और सुडौल चूचियों को घूरते हुए कहा कि भाभी कभी तो हमे सुबह अपनी बड़ी बड़ी प्यार करने वाली मुस्कान के साथ जगा दिया करो लव के इन बड़ी बड़ी का मतलब कामिनी बहुत अच्छे से समझ रही थी की लव उसकी चूचियों के बारे में ही बोल रहा है अभी लव ने इतना ही कहा था कि पीहू का चेहरा उदास होने लगा और वह उठ खड़ी हुई और तुनककर बोली तो क्या मैं आपको उठाने आई तो आपको अच्छा नहीं लगा? क्या मैं इतनी बुरी हूं?क्या मम्मी मुझसे भी ज्यादा अच्छी और सुंदर हैं?

अब लव फस गया था वह कभी तो कामिनी को देखता तो कभी वह पीहू को देखता जिसका चेहरा लाल और आंखे बड़ी हो गई थी और लगातार उसे देखे जा रही थी कामिनी ने भी जब लव का चेहरा देखा और उसकी स्थिति को जाना तो उसे भी इसमें मजे लेने की इच्छा हुई और वह भी लव के पास आकर उसी के बेड के एक ओर बैठ गई और लव के मजे लेते हुए बोली।

बोलो लव पीहू ज्यादा सुंदर है या फिर उसकी मां?
लव एक पल तो सोच में पड़ गया अब वो क्या बोले इन मां और बेटी को अगर वह कामिनी को सुंदर कहता है तो पीहू बुरा मान जायेगी और ऐसा तो लव क्या घर में किसी भी मजाल नहीं जो पीहू को नाराज कर सके लेकिन वह कामिनी का भी दिल जीतना चाहता था खैर कुछ पल सोचने के बाद उसने कामिनी की ओर देखा और कहा।

भाभी आप तो इतनी सुंदर है की जब भी मैं आपको देखता हूं तो मुझे लगता है की काश ये वक्त यही रुक जाए और बस आपको देखता ही रहू आपके ये रेशमी बाल ऐसा लगता है जैसे ये काली घटा हो जिनसे बस अभी ही बारिश होगी और मेरे सारे अरमान को भिगो देगी और आपका मासूम सा चेहरा तो ऐसा है की दिल करता है बस इसे अपने हाथों में ही थामे रहूं बस देखते जाऊं और ये कजरारी सी बड़ी बड़ी आंखे मां कसम दिल को घायल कर देती है जी करता है बस इसी समंदर में डूब जाऊं और इसकी गहराई में समा जाऊं और आपके ये लजीज गुलाबी होठ.....बस

अभी लव इससे आगे कुछ कह पाता कामिनी ने उसे टोकते हुए अहसास दिलाया की पीहू भी पास में ही है लव को भी अपनी गलती का अहसास हुआ और उसने पीहू की ओर देखा जिसका चेहरा मायूस हो कर नीचे को लटक गया था लव ने जब ये देखा तो उसे हसीं तो आनी चाही पर उसने अपनी हसीं को रोककर पीहू की थोड़ी को पकड़ते हुए उपर को उठाया और देखा की पीहू की छोटी छोटी आंखों में आसूं थे बस ऐसा प्रतीत हो रहा था की वो आंसू अभी छलक एक जल सैलाब का रुप ले लेंगी और इस सैलाब में सभी को डूबा देंगी जब लव ने पीहू का ऐसा रूप देखा तो उसे अपनी मूर्खता पर गुस्सा आया लेकिन ये वक्त अब गुस्से का नहीं प्यार का था बस फिर क्या था लव भी शुरू हो गया और बोला।

भाभी कुछ भी कहो आप कितनी भी सुन्दर और मनमोहक क्यूं ना हो पर पीहू के आगे आपकी क्या बिसात आप ना मेरी पीहू की सुंदरता से जलती है इसी लिए आप ज्यादा सज सवर कर आती है ताकि मैं आपके पच्छ में आ जाऊं और आप पीहू को हरा सके लेकिन ये आपकी सबसे बड़ी भूल होगी क्योंकि मेरी पीहू ना एंजेल है और ऐंजल तो आसमां में होती है लेकिन जो सबसे सुंदर ऐंजल होती है जिसका दिल साफ और सबकी सहायता करने वाला होता है भगवान उसी को इस दुनिया में हम जैसे गरीब लोगों के पास भेजता है ताकि हम इनकी मदद से खुश रह सके जब पीहू ने अपनी इतनी तारीफ सुनी की उसके चाचा तो उसे ऐंजल कह रहे तो उसके मासूम से उदास चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान फैल गई और वह खिलखिलाकर कर उठी और अपने चाचू के गले में हाथ डालकर बोली।

चाचू अभी तो मैने मेकअप किया ही नहीं वरना मां तो मेरे आगे कुछ भी नहीं है और पता है अगर मैं दादी का खरीदा हुआ गुलाबी फ्रांक पहन लिया ना तो आप मम्मी को भूल ही जाओगे और रोज मुझसे ही उठने की दुआ करोगे।

कामिनी और लव दोनो पीहू की बात सुनकर हसने लगे तभी नीचे से आवाज आई कामिनी ओ ओ ओ ओ कामिनी जल्दी नीचे आ......

कामिनी अपनी सासू मां की आवाज सुनकर उठ खड़ी हुई और बोली तुम दोनो के चक्कर में आज फिर मुझे डांट पड़ने वाली है और ओय पीहू की बच्ची चल उठ नीचे आकर दूध पीले कबसे तुझे हम ढूंढ रहे थे और तू है की रोज सुबह अपने बिगड़े हुए चाचू के साथ मिलकर रोज मुझे डांट खिलाती है इतना बोलकर कामिनी ने एक हाथ में कप और एक हाथ में पीहू का हाथ पकड़कर जाने लगी।
लव बस कामिनी को जाते हुए उसकी साड़ी में कसी हुई उसकी बड़ी गांड़ को घूरे जा रहा था कामिनी गेट तक पहुंचकर लव को नीचे बुलाने के लिए मुड़ती है तो देखती है की लव तो बस उसकी बड़ी गांड़ को ही खा जाने वाली नजरों से घूरे जा रहा है ये देखकर कामिनी ने अपनी बड़ी बड़ी आंखों को दिखाते हुए बस इतना ही कहती है की.....
लव सुधर जाओ नहीं तो तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा और हा जल्दी से रेड्डी हो कर नीचे आओ और फिर कामिनी पीहू को लेकर चली जाती है।

वही रूम में किंग साइज बेड पर लव बैठे बैठे कहता है कामिनी अच्छा तो तुम अभी भी मेरे साथ नहीं कर रही हो और अपने लंड को मसल देता है और उसके मुझ से एक आह आह आह आह आह आह आह कामिनी निकल जाता है।
और फिर वह भी उठ कर फ्रेस होने अपने कमरे के अटैच बाथरूम में चला जाता है।​
Congratulations Bhai for your new thread bahut jabardast start hai bhai bas thoda dheere dheere seduction ke sath aage badhao aur dheere dheere aur female characters badha dena
 

shekhar143

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अपडेट १

लव की नींद किसी की प्यारी सी मुस्कान के साथ खुलती है लव अपनी आंखे मलता हुआ दिन का सुबह सबसे पहले उस चेहरे का दीदार करता है जो की उसकी जान है और जब उसकी नजरें उस प्यारे से मुस्कुराते हुए चेहरे को देखती है तो उसे ऐसा महसूस होता है की असिलियत में खुशी का जीता जागता चेहरा ऐसा ही होता होगा जिसके चेहरे पर मासूमियत और मुस्कुराहट के सिवाय कुछ भी नहीं है और फिर कुछ पल देखने के बाद उसके माथे पे एक प्यारी सी चुम्बन कर देता है साथ ही उसके दूध जैसे गोरे हाथों को थाम कर उसके उन हाथो को भी बारी बारी से चूम लेता है और फिर से उसके मुस्कुराते चेहरे को देखने लगता है।
उस प्यारी और मुस्कुराती नन्ही सी जान से भी नहीं रहा जाता और वो भी चाचू कह कर उसके गले लग जाती है ये कोई और नही इस घर के आंगन को अपनी प्यारी सी मुस्कुराहट और नटखटी अदाओं से सबका दिल जीतने वाली छोटी सी गुड़िया पीहू थी।

अभी कुछ ही पल बीते होंगे उन दोनो को अपनी नोक झोंक में व्यस्थ हुए की उन दोनो के कानों में एक सुरीली सी मधुर आवाज आती है वो दोनो कमरे के दरवाजे की ओर देखते है जहां पीहू तो मासूमियत भरी निगाहों से देखी और उसके मुख से बस मम्मी शब्द ही निकला वही लव तो उसे देख ही नही पा रहा था उसकी नजरे उसका साथ ही नहीं दे रही थी वह उपर नीचे हो रही थी और उसके दिमाग का भी यही हाल था उसे समझ नहीं आ रहा था की वह उपर से नीचे देखे या फिर नीचे से उपर देखे उसे महरून रंग की साडी में दूध जैसे गोरे बदन से लिपटे हुए स्वर्ग से आई कोई अप्सरा प्रतीत हो रही थी वह उसको देखते हुए सोचता है क्या हुस्न है कहा से शुरूआत करे इस हुस्न के दीदार का उसके रेशमी से बाल जोकि किसी गहरे बादल की घटाओं जैसे नजर आते है उसके मासूम से चेहरे में बड़ी बड़ी उसकी कजरारी आंखे जिनमे लव का बस डूब जाने का मन करता है और फिर एक पल के लिए लव की नजरे उस शक्स से जब मिलती है तो लव उसमे समा जाना चाहता हैं और उसके होठों पर एक कुटिल मुस्कान फैल जाती है फिर लव देखता है की उसके रसीले गुलाबी होंठ ऐसा लगता है जैसे कोई मधुशाला हो जिन्हे वह सारा का सारा पी जाना चाहता है जिनमे एक दिलकश मुस्कान फैली थी और फिर उसकी नजरे और नीचे देखती है जहां उसका दीदार दो बड़े बड़े नारियल के समान उसकी चूचियां से होता है उसे ऐसा लग रहा था ये चूचियां सिर्फ और सिर्फ उसी के लिए मात्र हो और कह रही हो की आओ लव और निचोड़ लो हमको और मसल मसल कर इनका सारा रस पी डालो लव ने उसकी चुचियों को जी भर कर घूरा और उसकी नज़रों से नजर मिलाकर देखा और अपने होंठो पर जुबान को फेरने लगता है लव के ऐसा करने से उस मेनका जैसी सुंदर नारी को शर्म और गुस्सा का मिला जुला भाव आता है अब उससे वहा और नहीं रहा जाता और वह चलते हुए लव के पास आने लगती है तो एक बार फिर से लव की नजरे नीचे की ओर जाती है और देखती है कि उसके पेट की जगह पर साड़ी से झांकती हुई किसी गहरे कुआं के समान उसकी नाभी और उसकी नाभी के नीचे नागिन सी बलखाती उसकी कमर किसी समंदर में हल्की सी उठती हिलोरों के समान थी जिसे देख बड़े बड़े ऋषि मुनि की साधना भी टूट जाए जो की अब धीरे धीरे लव के ही पास आ रही थी अब लव का हाल ये सब देखकर बहुत बुरा हो चुका था उसका लंड जो की पीहू के साथ खेलने से बैठ गया था वह अब फिर से खड़ा हो गया था लेकिन शुक्र इस बात का था की उसके पास एक हल्की सी चादर थी जिससे उसने अपने आप को पहले से ही कवर कर रक्खा था।
वह अप्सरा जैसी सुंदर स्त्री लव और पीहू के बेड के पास आकर नीचे को झुकी और बोली देवर जी आपकी चाय और पानी और पीहू बेटा ये रहा तुम्हारा दूध..........और पीहू को दूध का कप पकड़ा दिया ये कोई नहीं लव की प्यारी डैम हॉट भाभी कामिनी थी।

कामिनी के नीचे झुकने से उसकी मस्त बड़ी बड़ी चूचियां लव के पास आ गई एक बार लव की फिर से नजरे वही पर जाकर जम गई जब उसने पानी का ग्लास लेने के लिए कामिनी की ओर देखा था पानी पीने के बाद अब उसका मन चाय में नहीं उन मस्त कर देने वाली चूचियों को पीने का मन बन गया था और वह उन्हें खा जाने वाली नजरों से उन्हें देखे जा रहा था।
कुछ पल बीत जाने के बाद जब कामिनी ने देखा की लव ने अभी तक चाय का कप नहीं लिया है तो उसने लव की ओर देखा तो पाया लव उसकी चूचियों को घूरे जा रहा है अब कामिनी के लिए ये कुछ ज्यादा ही वल्गर हो रहा था उसने अभी तक लव की सारी करतूत को ज्यादा महत्व नहीं दिया था लेकिन अब उसने लव को टोका और बोलीं लव आपकी चाय ठंडी हो रही है।
लेकिन लव कहा मानने वाला था उसने भी कामिनी को सताने की ठान ली थी और वह चाय का कप उठाते हुए बोला भाभी मुझे भी कभी कभी गर्मा गर्म ताआआ जाआआ दूध पिला दिया करो और फिर उसकी बड़ी बड़ी चूचियों को देखने लगा अब कामिनी को लव पर गुस्सा आने लगा था।
लव की इस बात को सुनकर पीहू ने भी अपनी चुप्पी तोडी और अपने होंठों से अपने दूध के कप को हटाते हुए कहा हा चाचू आप भी मेरी तरह दूध ही पिया करो फिर आप भी मेरी तरह ही गोरे गोरे हो जाओगे और इतना कहकर वह हसने लगी और दूध को खत्म कर कप कामिनी को पकड़ा दिया पीहू की बात पर सभी को हसीं आ गई लेकिन लव ने इसी बात का मौका मानकर आगे कहा हा ये तो सही है मुझे भी पीहू जैसा गोरा होना है तो आप भी हमे गर्मा गर्म ताजा दूध पिलाया करो और कामिनी की चूचियों को फिर से ताड़ने लगा और इस बात पर कामिनी ने कहा तो ठीक है अभी नीचे आना मैं तुमको पीने के लिए दूध भी दे दूंगी कुछ देर कमरे में खामोशी छाई रही फिर से लव ने कामिनी की बड़ी बड़ी और सुडौल चूचियों को घूरते हुए कहा कि भाभी कभी तो हमे सुबह अपनी बड़ी बड़ी प्यार करने वाली मुस्कान के साथ जगा दिया करो लव के इन बड़ी बड़ी का मतलब कामिनी बहुत अच्छे से समझ रही थी की लव उसकी चूचियों के बारे में ही बोल रहा है अभी लव ने इतना ही कहा था कि पीहू का चेहरा उदास होने लगा और वह उठ खड़ी हुई और तुनककर बोली तो क्या मैं आपको उठाने आई तो आपको अच्छा नहीं लगा? क्या मैं इतनी बुरी हूं?क्या मम्मी मुझसे भी ज्यादा अच्छी और सुंदर हैं?

अब लव फस गया था वह कभी तो कामिनी को देखता तो कभी वह पीहू को देखता जिसका चेहरा लाल और आंखे बड़ी हो गई थी और लगातार उसे देखे जा रही थी कामिनी ने भी जब लव का चेहरा देखा और उसकी स्थिति को जाना तो उसे भी इसमें मजे लेने की इच्छा हुई और वह भी लव के पास आकर उसी के बेड के एक ओर बैठ गई और लव के मजे लेते हुए बोली।

बोलो लव पीहू ज्यादा सुंदर है या फिर उसकी मां?
लव एक पल तो सोच में पड़ गया अब वो क्या बोले इन मां और बेटी को अगर वह कामिनी को सुंदर कहता है तो पीहू बुरा मान जायेगी और ऐसा तो लव क्या घर में किसी भी मजाल नहीं जो पीहू को नाराज कर सके लेकिन वह कामिनी का भी दिल जीतना चाहता था खैर कुछ पल सोचने के बाद उसने कामिनी की ओर देखा और कहा।

भाभी आप तो इतनी सुंदर है की जब भी मैं आपको देखता हूं तो मुझे लगता है की काश ये वक्त यही रुक जाए और बस आपको देखता ही रहू आपके ये रेशमी बाल ऐसा लगता है जैसे ये काली घटा हो जिनसे बस अभी ही बारिश होगी और मेरे सारे अरमान को भिगो देगी और आपका मासूम सा चेहरा तो ऐसा है की दिल करता है बस इसे अपने हाथों में ही थामे रहूं बस देखते जाऊं और ये कजरारी सी बड़ी बड़ी आंखे मां कसम दिल को घायल कर देती है जी करता है बस इसी समंदर में डूब जाऊं और इसकी गहराई में समा जाऊं और आपके ये लजीज गुलाबी होठ.....बस

अभी लव इससे आगे कुछ कह पाता कामिनी ने उसे टोकते हुए अहसास दिलाया की पीहू भी पास में ही है लव को भी अपनी गलती का अहसास हुआ और उसने पीहू की ओर देखा जिसका चेहरा मायूस हो कर नीचे को लटक गया था लव ने जब ये देखा तो उसे हसीं तो आनी चाही पर उसने अपनी हसीं को रोककर पीहू की थोड़ी को पकड़ते हुए उपर को उठाया और देखा की पीहू की छोटी छोटी आंखों में आसूं थे बस ऐसा प्रतीत हो रहा था की वो आंसू अभी छलक एक जल सैलाब का रुप ले लेंगी और इस सैलाब में सभी को डूबा देंगी जब लव ने पीहू का ऐसा रूप देखा तो उसे अपनी मूर्खता पर गुस्सा आया लेकिन ये वक्त अब गुस्से का नहीं प्यार का था बस फिर क्या था लव भी शुरू हो गया और बोला।

भाभी कुछ भी कहो आप कितनी भी सुन्दर और मनमोहक क्यूं ना हो पर पीहू के आगे आपकी क्या बिसात आप ना मेरी पीहू की सुंदरता से जलती है इसी लिए आप ज्यादा सज सवर कर आती है ताकि मैं आपके पच्छ में आ जाऊं और आप पीहू को हरा सके लेकिन ये आपकी सबसे बड़ी भूल होगी क्योंकि मेरी पीहू ना एंजेल है और ऐंजल तो आसमां में होती है लेकिन जो सबसे सुंदर ऐंजल होती है जिसका दिल साफ और सबकी सहायता करने वाला होता है भगवान उसी को इस दुनिया में हम जैसे गरीब लोगों के पास भेजता है ताकि हम इनकी मदद से खुश रह सके जब पीहू ने अपनी इतनी तारीफ सुनी की उसके चाचा तो उसे ऐंजल कह रहे तो उसके मासूम से उदास चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान फैल गई और वह खिलखिलाकर कर उठी और अपने चाचू के गले में हाथ डालकर बोली।

चाचू अभी तो मैने मेकअप किया ही नहीं वरना मां तो मेरे आगे कुछ भी नहीं है और पता है अगर मैं दादी का खरीदा हुआ गुलाबी फ्रांक पहन लिया ना तो आप मम्मी को भूल ही जाओगे और रोज मुझसे ही उठने की दुआ करोगे।

कामिनी और लव दोनो पीहू की बात सुनकर हसने लगे तभी नीचे से आवाज आई कामिनी ओ ओ ओ ओ कामिनी जल्दी नीचे आ......

कामिनी अपनी सासू मां की आवाज सुनकर उठ खड़ी हुई और बोली तुम दोनो के चक्कर में आज फिर मुझे डांट पड़ने वाली है और ओय पीहू की बच्ची चल उठ नीचे आकर दूध पीले कबसे तुझे हम ढूंढ रहे थे और तू है की रोज सुबह अपने बिगड़े हुए चाचू के साथ मिलकर रोज मुझे डांट खिलाती है इतना बोलकर कामिनी ने एक हाथ में कप और एक हाथ में पीहू का हाथ पकड़कर जाने लगी।
लव बस कामिनी को जाते हुए उसकी साड़ी में कसी हुई उसकी बड़ी गांड़ को घूरे जा रहा था कामिनी गेट तक पहुंचकर लव को नीचे बुलाने के लिए मुड़ती है तो देखती है की लव तो बस उसकी बड़ी गांड़ को ही खा जाने वाली नजरों से घूरे जा रहा है ये देखकर कामिनी ने अपनी बड़ी बड़ी आंखों को दिखाते हुए बस इतना ही कहती है की.....
लव सुधर जाओ नहीं तो तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा और हा जल्दी से रेड्डी हो कर नीचे आओ और फिर कामिनी पीहू को लेकर चली जाती है।

वही रूम में किंग साइज बेड पर लव बैठे बैठे कहता है कामिनी अच्छा तो तुम अभी भी मेरे साथ नहीं कर रही हो और अपने लंड को मसल देता है और उसके मुझ से एक आह आह आह आह आह आह आह कामिनी निकल जाता है।
और फिर वह भी उठ कर फ्रेस होने अपने कमरे के अटैच बाथरूम में चला जाता है।​
Nice start gif bhi dalo bro usse feeling aati hai
 
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gaurav5050

Pyar do or pyar lo
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अपडेट २

और फिर वह भी उठ कर फ्रेस होने अपने कमरे के अटैच बाथरूम में चला जाता है।

लव जल्दी से फ्रेस होकर नीचे जाता है जहा उसकी प्यारी मां नीलम रेड्डी किचेन में अपनी इकलौती बहू कामिनी के साथ खाना बना रही थी
लव किचेन में जाकर अपनी मां को Hi बोल कर गुड मॉर्निंग बोलता है उसकी मां उसको रिप्लाई में एक प्यारी सी मुस्कान के साथ मॉर्निंग विश करती है और फिर से वह सबके लिए सुबह का नाश्ता जल्दी से सबके लिए बनाने लगती है अब लव कामिनी के पास जाकर उसकी चूचियों को घूरते हुए ब्रेक फास्ट और दूध के लिए बोलता है कामिनी लव को नजर अंदाज करते हुए लव को डाइनिंग टेबल पर बैठने को बोलती है लव भी जाकर डाइनिंग टेबल पर बैठ जाता है और कामिनी के आने का इंतजार करने लगता है इधर कामिनी भी गर्मा गर्म ब्रेक फास्ट प्लेट में सेट करके लव को डाइनिंग टेबल पर रख देती है और घर से बाहर जाने वालो के लिए लंच रेड्डी करने लगती है आज कामिनी को थोड़ी सी देरी हो गई थी।
लव भी अपने कॉलेज के लिए जल्दी से निकलना चाहता था लेकिन अभी इतना समय बीत जाने के बाद भी लव को कही भी मुस्कान उसकी बड़ी बहन नहीं नजर आ रही थी तो उसने जल्दी ब्रेक फास्ट खत्म करते हुए मां से मुस्कान के बारे में पूछा.....
मां दीदी कही नहीं नजर आ रही है?​
मां- लव वो आज अपनी फ्रेंड रिचा के साथ उसकी स्कूटी से कॉलेज जल्दी चली गई है उसे कॉलेज में कोई प्रोजेक्ट सबमिट करना था
अब लव भी ज्यादा समय बर्बाद नहीं करता और अपना लंच कामिनी से लेके कॉलेज के लिए निकल जाता है उससे पहले एक बार पीहू के गाल को चूम कर गीला कर देता है जिससे पीहू हमेशा इरिटेट हो जाया करती थी और बोली ईईईईई गंदा चाचू तू हमेशा मेरा गाल गीला करता है दादी इसको रोको ना प्लीज और अपने गाल फुला कर बैठ जाती है लव हसता और मुस्कुराता हुआ अपने कॉलेज को निकल जाता है लव के जाने के बाद कामिनी भी रेडी होकर पीहू को साथ लेकर अपने और पीहू के स्कूल के लिए अपनी कार से निकल जाती है
जिस स्कूल में पीहू पड़ती है उसी स्कूल में उसकी मां कामिनी पढ़ाती है
इधर मैं अपने कॉलेज पहुंच गया था वैसे तो मेरा और दीदी का एक ही कॉलेज था और हम डेली एक ही साथ में अपनी स्कूटी से आते थे लेकिन सायद आज दीदी का कोई प्रोजेक्ट सबमिट होना था तो वह जल्दी आ गई थी खैर मैंने अपनी स्कूटी पार्किंग में पार्क की ओर अपनी क्लास के लिए निकल गया।
आज मुझे पक्का डाट पड़ने वाली थी क्योंकि आज मैं ज्यादा लेट हो गया था
मैं BCA की फर्स्ट ईयर क्लास के गेट पर पहुंचा और अंदर देखा तो अभी मिस वर्मा जी अपना लेक्चर स्टार्ट कर चुकी थी उन्होंने मुझे गेट पर खड़े देखा तो उसने मुझे अंदर आने का इशारा किया और अपने पास बुलाया और पूछा की में क्लास लेट क्यूं आया।
अब ऐसे तो मेरे पास कोई खास रीजन नहीं था बताने को लेकिन फिर मुझे याद आया की मिस वर्मा को पप्पी बहुत पसंद है तो मैने झूठ बोल दिया की मेरे डॉगी की हेल्थ अचानक खराब हो गई जिसके चलते मैं लेट आया मिस ने मुझे वार्निंग देकर छोड़ दिया और मैं फिर अपने कामीने दो दोस्तों के पास जाकर लास्ट बेंच पर बैठ गया और वहां से मिस वर्मा का भविष्य देखने लगा जो कुछ ज्यादा ही बड़ा बड़ा लगा जहां बीच बीच में मिस बोर्ड पर कुछ लिखकर समझा रही थी और ऐसे ही हम तीनो दोस्त(सूरज, हर्ष, और मैं) पीछे से पूरी क्लास का भविष्य अपने नजरिए से डेली देखते रहते थे।
उसके बाद का दिन कुछ खास नहीं हुआ और कॉलेज से वापस घर जा कर मैं सो गया।
शाम को मेरी आंख डिनर के टाइम पर पीहू के जागने से खुली और मैं फ्रेस होकर नीचे डाइनिंग टेबल पर पहुंच गया था जहां पर घर के सभी सदस्य उपस्थिति थे।

फैमिली का इंट्रोडेक्शंस कुछ इस प्रकार है जहा इस कहानी के कुछ मैन कैरेक्टर्स डाइनिंग टेबल पर उपस्थिति थे।
 
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