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दोस्तों, मेरा नाम आयुष है, मैं 25 साल का नौजवान युवक हूँ। मेरी यह कहानी मेरे घर की मां बहनों पर आधारित है और एक दम सच्ची कहानी है, पढ़कर आप लोग बताना कैसी लिखी है, यह मेरी पहली कहानी है।
मेरी बहन की उम्र 28 साल है उसकी अभी शादी नही हुई है। मेरी मां की उम्र 50 के आस पास होगी।
कहानी शुरू करते हैं, मेरी कहानी शुरू होती है जब मैं करीब 11-12 का रहा होऊंगा। मेरा लन्ड हल्का हल्का खड़ा होने लगा था। मैं रात को अपने लन्ड से खेलता था हालांकि उसमे से कुछ भी निकलता नही था तब।
हम लोग एक ही कमरे में गुजर बसे करते थे जिसमें पाप, मम्मी, बहन और मैं था। एक ही कमरे में होने की वजह से मम्मी अक्सर मेरे सामने ही कपड़े बदल लिया करती थी। वो अक्सर पेटीकोट और ब्लाउज और सारी पहनती हैं और रात को वलाउज़ पेटीकोट में ही पापा के साथ बेड पर सोती थीं। और में और बहन पास ही एक दूसरे बेड पे साथ सोतेथे।
दोस्तों जब मैं सातवे आठवें में पड़ता था तो एक दिन पढ़ते पढ़ते देर रात में बोर सा हो गया। गर्मी का टाइम था तो सभी लोग छत पर सो रहे थे और मैं अकेला नीचे कमरे में था। बैठे बैठे अचानक मेरा ध्यान ऊपर तार पर पधा। उस बहुत से कपड़े पड़े हुए थे। जिसमें मम्मी की सारी वलाउज़ ऊपर से दिख रहे थे। मम्मी मेरे सामने कपड़े बदल लेती थीं तो आज अकेले में मौका देखकर मुझे लगा कि लाओ आज मम्मी के कपड़ों को टच करके देखता हूं कैसा लगता है। उस समय मेरे लन्ड से वीर्य नही निकलता था लेकिन ममी के कपड़े मुझे आकर्षित करते थे, खास तौर से उनकी ब्रा (वो पैंटी पहनती नही थी)। मम्मी की उम्र तो थोड़ी ज्यादा थी लेकिन उनको नंगा देखना अच्छा लगता था लेकिंन कभी उनको सीधी नजरों से नंगा नही देख सकता था क्योंकि वो मम्मी थीं डरता था पता नही क्या सोचेंगी। वो जब पीछे घुमके अपनी पीठ दिखाते हुए ब्रा पहनटी थी तो मस्त फीलिंग आती थी और उनके दूध का हल्का सा भाग दिख जाता था। फिर मैंने उनकी सारी उठाई तो उनकी ब्रा दिख गई। जिसे मैं दोनो हाथ में लेकर देखता रहा कि आखिर इससे कैसे एन्जॉय करूँ। फिर में अपने कपड़े उतारकर नंगा हो गया और ममी की ब्रा को अपने लंड पे लपेटकर लन्ड से खेलने लगा। शुरू में तो थोड़ा अजीब सा लगा पर धीरे धीरे मज़ा सा आने लगा। फिर मैं ने उनकी ब्रा को अपने सीने से लगाकर पहना जैसे वो पहनती थीं। मुझे अच्छा फील होने लगा। मेरा लंड जैसे मम्मी की ब्रा में उछल रहा हो। मुझे अंदर से थोड़ा खराब लग रहा था कि मम्मी की ब्रा के साथ में ऐसा कर रहा पर मज़ा भी आ रहा था क्योंकि उस समय तक मेरी मम्मी ही एक मात्र औरत थी जिसे मैंने नंगा देखा था। ब्रा को सीने में पहनते हुए ऐसे लग रहा था जैसे मानो मम्मी के स्तन मेरे सिनी से टकरा रहे हों। जब उनकी ब्रा अपने लन्ड पे लपेटता तो ऐसा लगता जैसे मानो मेरा लन्ड उनके स्तनों के बीच में घुसा हुआ हो। ऐसे करके मैंने जिंदगी में पहली बार किसी स्त्री के ब्रा को छुआ था। और थोड़ा अजीब सा लगा था मम्मी के लिए पर बहुत मज़ा आया था। उस समय मेरा वीर्य नही निकलता था। इसके आगे की कहानी आगे के भाग में। इस कहानी में एक पात्र और है मेरी बहन नेहा उसकेबारे में भी आगे बताऊंगा।
मेरी बहन की उम्र 28 साल है उसकी अभी शादी नही हुई है। मेरी मां की उम्र 50 के आस पास होगी।
कहानी शुरू करते हैं, मेरी कहानी शुरू होती है जब मैं करीब 11-12 का रहा होऊंगा। मेरा लन्ड हल्का हल्का खड़ा होने लगा था। मैं रात को अपने लन्ड से खेलता था हालांकि उसमे से कुछ भी निकलता नही था तब।
हम लोग एक ही कमरे में गुजर बसे करते थे जिसमें पाप, मम्मी, बहन और मैं था। एक ही कमरे में होने की वजह से मम्मी अक्सर मेरे सामने ही कपड़े बदल लिया करती थी। वो अक्सर पेटीकोट और ब्लाउज और सारी पहनती हैं और रात को वलाउज़ पेटीकोट में ही पापा के साथ बेड पर सोती थीं। और में और बहन पास ही एक दूसरे बेड पे साथ सोतेथे।
दोस्तों जब मैं सातवे आठवें में पड़ता था तो एक दिन पढ़ते पढ़ते देर रात में बोर सा हो गया। गर्मी का टाइम था तो सभी लोग छत पर सो रहे थे और मैं अकेला नीचे कमरे में था। बैठे बैठे अचानक मेरा ध्यान ऊपर तार पर पधा। उस बहुत से कपड़े पड़े हुए थे। जिसमें मम्मी की सारी वलाउज़ ऊपर से दिख रहे थे। मम्मी मेरे सामने कपड़े बदल लेती थीं तो आज अकेले में मौका देखकर मुझे लगा कि लाओ आज मम्मी के कपड़ों को टच करके देखता हूं कैसा लगता है। उस समय मेरे लन्ड से वीर्य नही निकलता था लेकिन ममी के कपड़े मुझे आकर्षित करते थे, खास तौर से उनकी ब्रा (वो पैंटी पहनती नही थी)। मम्मी की उम्र तो थोड़ी ज्यादा थी लेकिन उनको नंगा देखना अच्छा लगता था लेकिंन कभी उनको सीधी नजरों से नंगा नही देख सकता था क्योंकि वो मम्मी थीं डरता था पता नही क्या सोचेंगी। वो जब पीछे घुमके अपनी पीठ दिखाते हुए ब्रा पहनटी थी तो मस्त फीलिंग आती थी और उनके दूध का हल्का सा भाग दिख जाता था। फिर मैंने उनकी सारी उठाई तो उनकी ब्रा दिख गई। जिसे मैं दोनो हाथ में लेकर देखता रहा कि आखिर इससे कैसे एन्जॉय करूँ। फिर में अपने कपड़े उतारकर नंगा हो गया और ममी की ब्रा को अपने लंड पे लपेटकर लन्ड से खेलने लगा। शुरू में तो थोड़ा अजीब सा लगा पर धीरे धीरे मज़ा सा आने लगा। फिर मैं ने उनकी ब्रा को अपने सीने से लगाकर पहना जैसे वो पहनती थीं। मुझे अच्छा फील होने लगा। मेरा लंड जैसे मम्मी की ब्रा में उछल रहा हो। मुझे अंदर से थोड़ा खराब लग रहा था कि मम्मी की ब्रा के साथ में ऐसा कर रहा पर मज़ा भी आ रहा था क्योंकि उस समय तक मेरी मम्मी ही एक मात्र औरत थी जिसे मैंने नंगा देखा था। ब्रा को सीने में पहनते हुए ऐसे लग रहा था जैसे मानो मम्मी के स्तन मेरे सिनी से टकरा रहे हों। जब उनकी ब्रा अपने लन्ड पे लपेटता तो ऐसा लगता जैसे मानो मेरा लन्ड उनके स्तनों के बीच में घुसा हुआ हो। ऐसे करके मैंने जिंदगी में पहली बार किसी स्त्री के ब्रा को छुआ था। और थोड़ा अजीब सा लगा था मम्मी के लिए पर बहुत मज़ा आया था। उस समय मेरा वीर्य नही निकलता था। इसके आगे की कहानी आगे के भाग में। इस कहानी में एक पात्र और है मेरी बहन नेहा उसकेबारे में भी आगे बताऊंगा।