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हेलो, मैं हूं जोया खान मुंबई शहर से। प्यार से सब लोग मुझे गुड़िया बुलाते हैं।
ये कहानी 4 साल पुरानी है… और XForum पर मेरी पहनी कहानी भी अगर आपको ये स्टोरी पसंद आयी तो कमेंट करके बताइयेगा में इसका सेकण्ड पार्ट बहोत ही जल्दी लेकर आऊंगी।
अगर यह स्टोरी XForum की किसी भी गाइडलाइन्स को फॉलो नहीं कर रही हो तो आप प्लीज मुझे बता सकते है, में वो कंटेंट स्टोरी से रिमूव कर दूंगी।
आरम्भ....
मैं 22 साल की एक अंडरग्रेजुएट छात्र थी, मेरा फिगर साइज 34-28-36 है। और में पढाई के साथ-साथ अपना फिगर बरकरार रखती हूं।
और फिर हर रोज की तरह, मैं आज जल्दी उठ कर फ्रेश होकर अपना बैग पैक करने लगी, सुबह 8:00 बजे मेरा कॉलेज का पहला लेक्चर होता है और फिर हर रोज की तरह 7:45 पर कॉलेज के लिए निकल गई।
आज मौसम बहुत ही हसीन था. फिर मेरी फ्रेंड पायल मुझे मिली हम अपनी क्लास की बिल्डिंग में चढ़ने लगे उतनी में ही पायल का बीएफ उसको दिखा तो वो वही रुक गई और उसको ऐसे देखे मैं वाहा से जाने लगी मैं जैसी ही पिचे पल्टी जाने के लिए मैं एक टीचर से टकरा गई।
और वो बी हैंडसम टीचर से, मेरी आंखें उस टीचर से हटाने का नाम ही नहीं ले रही थी फिर मैंने कंट्रोल किया, और कहा कि आई एम सॉरी, फिर उस टीचर ने मुझे माफ किया और कहा कि आगे से ध्यान रख कर चलियेगा डियर।
इसके बाद में अपनी क्लास में गयी और तुरंत ही मैम आ गई, पहला लेक्चर आज बहुत बोरिंग हो गया दूसरा मेरा फेवरेट था बायोलॉजी का तो थोड़ा मूड ठीक होगया था।
और मजा तो मुझे तब आया जब पता चला कि मेरे फिजिक्स के टीचर की तबीयत कुछ खराब है वो नहीं आ पायँगी। और लेक्चर ऑफ है लेकिन वो पता चलने के 5 मिनट बाद वो टीचर आया जिससे मैं टकरा गई थी।
मेरी सांस थम गई मुझे लगा कि ये मुझे डाटेंगे शायद फिर वो आकर बोर्ड के सामने खड़े हुए और कहने लगें कि आज मैं फिजिक्स की क्लास लूंगा। आपकी मैम की तबीयत कुछ ठीक नहीं है।
फिर उस टीचर ने बहुत ही अच्छे से क्लास ली और फिर इंटरवल का टाइम होगया, लेक्चर का टाइम खत्म होते ही सब स्टूडेंट्स क्लास से बाहर जाने लगे और मैं वहीं रुक गई।
में टीचर के पास डरते डरते गयी और उसे सॉरी बोला, उस टीचर ने मुस्क़ुरते हुए कहा - कोई बात नहीं, उसकी मुस्करात देख कर मेरा तो डर ही ख़तम हो गया फिर हमे वह थोड़ी बहोत बातचीज की उन्होंने मेरे बारे में पूछा की क्या नाम है कहा से आती हो वगरा वगरा...
मेने उनसे यह भी बोलै की फिजिक्स मुझे बिलकुल पसन्द नहीं है पर आज अपने जिस तहर पढ़ाया मुझे सब समज आया और आपका लेक्चर अच्छा भी लगा।
उन्होंने बोला की फिजिक्स तो बहुत अक्सा सब्जेक्ट है अगर तुम्हे इस सब्जेक्ट में कोई भी परेशानी हो तो तुम मुझसे पूछ सकती हो।
मेने कहा ही सर जो टीचर फिजिक्स पड़ते है उनका तो कुछ समज नहीं आता तो अगर मुझे कोई भी डाउट रहा तो में अपनसे पूछ लुंगी, तो सर अगर आपको कोई प्रॉब्लम ना हो तो क्या अपना नंबर मिल सकता है।
फिर उन्होंने अपना नंबर देते हुए कहा की अगर आपको कुछ भी पूछना रहा हो आप मुझे कभी भी कॉल या मैसेज कर सकते है।
इसके बाद में क्लास से चली गयी।
अगले दिन वो सर क्लास लेने नहीं आये मैं उनकी क्लास बहोत मिस कर रही थी, क्लास खत्म होने के बाद मेने सोचा क्यू न सर को कॉल करलु, फिर मेने कुछ देर बाद सर को की और पूछा की सर आप आज कॉलेज में दिखाई नहीं दिए।
तो उन्होंने बोलै की आज उनकी वाइफ की तबियत थोड़ी ठीक नहीं है और वो आज घर पर ही अपनी वाइफ का धयान रख रहे है फिर मेने उन्हें ये बोलकर कॉल कट कर दी की ठीक है सर आप मैडम का धयान रखो।
यह बात सुनकर मुझे कुछ अच्छा नहीं लगा, पता नई सायद में उनके बारे में फील करने लगी थी, और मन ही मन उनकी वाइफ से जलस होने लगी थी।
में शाम को घर आने के बाद उन्हें थोड़ा मिस कर रही थी तो मेने सोचा की क्यू न सर को कॉल करके उनके वाइफ से तबियत के बारे में पूछ लू इसी बहाने सर से भी बात हो जायगी,
यह सोचकर मेने सर को कॉल लगा दी....
सर ने कॉल उठाया और बोला की हेलो ज़ोया, मेने उनसे उनकी वाइफ के बैर पूछा और थोड़ भोत बाते करने के बाद बोला की आप कल कॉलेज आ रहे है न....
उन्होंने बोलै की है अब तो तबियत ठीक है तो कल कॉलेज आऊंगा, यह सुनते ही में खुश हो गयी और ठीक है बोलकर कॉल रख दिया।
सर कल कॉलेज आने वाले थे यह सोच सोच कर में मन ही मन बहोत खुश हो रही थी और सोच रही थी की में कल सर से क्या बात करूंगा, मेने सोचा क्यू न में कुछ ऐसा पहनकर जाऊ जिसे सर की नरजे मुझसे हटे ही न.
बहुत सोचने के बाद मुझे याद आया की मेरे पास एक हिजाब है. जो बहुत फिट आता है, मेरी पूरी बॉडी शेप उसमे साफ साफ दिखती है, मेने फाइनल किया की में उस हिजाब को ही पहनकर जाउंगी।
रात तो यही सोचते सोचते कट गयी और सवेरा होते ही में वो हिजाब पहनकर कलगे के लिए निकल गयी.
सर में मिलने का इंतजार करते करते तीनो पीरियड्स निकल गए और इंटरवल हो गया था में तुरंत क्लास के बहार आयी और सर को ढूंढ़ना सुरु कर दिया कुछ देर तक नजर न आने के बाद मेने उन्हें कॉल की तो उन्होंने बोला की वो कैंटीन में लंच कर रहे है उन्होंने मुझे वह आने के लिए भी बोलै तो मेने फटक से हां कर दी और कैंटीन की तरह निकल पड़ी।
वहा जाकर देखा तो वह अकेले चाय और समोसा खा रहे थे मैं उनके पास गई और सर को हेलो बोला सर ने मेरी तरफ देखते हुए कहा की आओ ज़ोया कैसे हो और वो यह बात बोलते हुए वो मेरे बूब्स को घूरने लगे तभी मै समझ गयी की मेरी ट्रिक काम कर रही है,
फिर उन्होंने मेरी तरफ देख कर बोला की आप भी बैठो और लंच किया या नहीं आपने, मेने बोला की नहीं मेने अभी अभी अपने फ्रेंड्स के साथ लंच कर लिया है तो वो बोले की मेरे साथ थोड़ा बहोत खा लो ये बात सुनकर मेने है बोल दिया और उन्होंने मेरे लये एक चाय और समोसे का आर्डर कर दिया और बोले की आप कहते पीते रहा करो बहोत दुबली पतली हो
ये बोलकर थोड़ा हसने लगे और में भी वह थोड़े मुस्कराकर बोली की नहीं सर में बस थोड़ा फिट रहना चाहती हु,
इसलि में बाहर की चीजे थोड़ा कम खाती हु, कुछ देर बाद चाय और समोसा टेबल पर आ गये और समोसे खाते खाते हमने बातचीज कर रहे थे तो वो बार बार मेरे बूब्स की तरफ देख रहे थे और में मन ही मन मुस्कुरा रही थी.
उस दिन वो मेरे फिगर को देख कर पहल ही हो गये थे और बातो ही बातो मै उन्होंने मुझे कहि अकेले मे मिलने के लिए पूछा, में तो पहले से ही अंदर ही अंदर मिलने के लिए तड़प रही थी मेने थोड़ा मुस्कुराके बोल की ठीक है,
तो उन्होंने बोलै की क्यू न हम कल साइबर कैफ़े चले वह कोई डिसट्रब भी नहीं करेगा, मेने वह जाने के लिए हा कर दी थी बातो ही बातो में वो भी ये समज गए थे की में भी उन्हें लाइक करती हु..
थोड़ा देर बात करने के बाद हम एक दूसरे से खुल चुके थे...
फिर उन्होंने मेरी तरफ देख कर बोला की आप भी बैठो और लंच किया या नहीं आपने, मेने बोला की नहीं मेने अभी अभी अपने फ्रेंड्स के साथ लंच कर लिया है तो वो बोले की मेरे साथ थोड़ा बहोत खा लो ये बात सुनकर मेने है बोल दिया और उन्होंने मेरे लये एक चाय और समोसे का आर्डर कर दिया और बोले की आप कहते पीते रहा करो बहोत दुबली पतली हो
ये बोलकर थोड़ा हसने लगे और में भी वह थोड़े मुस्कराकर बोली की नहीं सर में बस थोड़ा फिट रहना चाहती हु, इसलि में बाहर की चीजे थोड़ा कम खाती हु, कुछ देर बाद चाय और समोसा टेबल पर आ गये और समोसे खाते खाते हमने बातचीज कर रहे थे तो वो बार बार मेरे बूब्स की तरफ देख रहे थे और में मन ही मन मुस्कुरा रही थी.
उस दिन वो मेरे फिगर को देख कर पागल ही हो गये थे और बातो ही बातो मै उन्होंने मुझे अकेले मे मिलने के लिए पूछा, में तो पहले से ही अंदर ही अंदर मिलने के लिए तड़प रही थी मेने थोड़ा मुस्कुराके बोल की ठीक है,
तो उन्होंने बोलै की क्यू न हम कल साइबर कैफ़े चले वह कोई डिसट्रब भी नहीं करेगा, मेने वह जाने के लिए हा कर दी थी बातो ही बातो में वो भी ये समज गए थे की में भी उन्हें लाइक करती हु..
थोड़ा देर बात करने के बाद हम एक दूसरे से खुल चुके थे...
अगले दिन उनका गुड मॉर्निंग की जगह बेड मॉर्निंग आया और बोलै की यार आज में साइबर कैफ़े नहीं आ पाउँगा मेरी थोड़े तबियत ठीक नहीं है, ये सुनकर मेरा थोड़ा मूड ख़राब हो गया और उनकी चिंता भी थी तो मेने उनसे बोलै की क्या में अपने घर आपको देखने के लिए आ सकती हु... उन्होंने बोला की है बिलकुल आ सकती हो,
यह सुनकर में थोड़ा खुश हो गयी और श्याम ४ बजे उनके घर जाने के लिए निकल गयी...
घर पहुंचने के बाद मैंने उसकी डोर बेल बजाई उन्होंने गेट ओपन किया और मुझे अंदर आने के लिए कहा में घर के अंदर आयी और सोफे पर जाकर बैठ गयी..
वो मुझे बिठाकर पानी लेने के लिए गए और में मन ही मन सोच रही थी की ये दिखने में तो ठीक ही लग रहे है. उनके वापस आने के बाद मेने उनसे पूछा की आपकी तबियत कैसी है...
तो फिर उन्होंने मुझे मुस्कुराते हुए देखा और बोले की दरअसल मेरी नहीं मेरी वाइफ की तबियत ख़राब है इसलि वो अपने मयके गयी है.
मैं यह सुनकर बहुत खुश हो गयी और मेने उठकर उन्हें हग कर लिया...
उन्होंने भी मुझे अपनी बाहो में भर लिया और बहुत टाइट से जकड़ लिया, मेरी दिल की धड़कने तेज हो गयी थी उन्होंने मुझे अपने सीने से लगा राखा था तो उनके दिल भी जोर जोर से धड़क रहा था,
मेरी पूरी बॉडी मे अजीब सी बिजली दौड़ रही थी फिर धिरे धिरे उन्होंने अपना हात मेरे बालो को पकड़कर मेरे फेस को थोड़ा पीछे कर दिया और अपने होठो को मेरे होठो के करीब लाने लगे यह देख कर मेने अपनी आखे बंद कर ली और फिर उन्होंने अपने दोनों होटो से मेरे निचे वाले हॉट को दबा लिया और धिरे धिरे उसे चूसने लगे...
में आपको बता नहीं सकती हु मुझे इस टाइम इतना मजा आ रहा था की मेरा मन कर रहा था की मे उनके सारे कपड़े उतार दू और उनकी पूरी बॉडी को चूमने लगु...
उतने में ही उन्होंने मुझे पलट दिया और पीछे से आगे हात लाकर मेरे दोनों बूब्स को अपने दिनों हाथो से दबाने लगे मुझे बहोत मजा आ रहा था मेने भी उनका साथ देते हुए अपने फेस को थोड़ पीछे की तरफ कर लिए और फिर उन्होंने मेरे होटो को चुसना स्टार्ट कर दिया.
उतने में ही उन्होंने मुझे पलट दिया और पीछे से आगे हात लाकर मेरे दोनों बूब्स को अपने दिनों हाथो से दबाने लगे मुझे बहोत मजा आ रहा था मेने भी उनका साथ देते हुए अपने फेस को थोड़ पीछे की तरफ कर लिए और फिर उन्होंने मेरे होटो को चुसना स्टार्ट कर दिया और फिर धिरे धिरे उन्होंने मेरे बूब्स को दबाते हुए मेरी नैक पर किश करने लगे…
धीरे धीरे उन्होंने अपना हाथ मेरी कुर्ती में डाल कर मेरे बूब्स को पकड़ लिया। पहले बार किसी ने मेरे बूब्स को छुआ था मुझे बहोत ही ज्यादा मजा आ रहा था फिर उन्होंने धिरे धिरे मेरी कुर्ती निकला दी... और अपने एक हात से वो मेरे बूब्स को दबा रहे थे और अपने दूसरे हात धिरे धिरे निचे की तरफ ले जाकर मेरी पैंटी में डाल दिया और मेरी चुत में अपनी दो उंगलियों को डालकर धिरे धिरे अंदर बहार करने लगे.
अब तो मेरा खुद पर काबू ही नहीं रहा मेने अपने आप को पूरी तरिके से उनके हवाले कर दिया था और वो तुम्हे इस तरह प्यार कर रहे थे मेने कभी सपने में भी नहीं सोचा सकती थी.
फिर वो मुझे अपनी बाहो में उठाकर अपने बैडरूम मे लेके जाने लगे और मेने अपने अपने दोनों हाथो को उनके गले में डालकर उनको बस देखे ही जा रही थी उन्होंने भी मेरी तरफ प्यार से देखा और मुस्कुराने लगे और मुझे बेड पर लिटा दिया।
उसके बाद उन्होंने अपनी टीशर्ट निकली और मेरी तरफ बढ़ने लगे, मेरे दोनों पेरो को पकड़कर अपनी तरफ खींचा और मेरी जीन्स के बटन को खोलने लगे तभी मेने अपना हात को उनके हात पर रख दिया,
मेने पहले ऐसा किसी के साथ नहीं किया था तो में शर्मा रही थी और मन ही मन यह भी चल रहा था की में फर्स्ट टाइम ये सब कर रही हु तो सायद बहुत दर्द होगा।
पर जब उन्होंने मेरी तरफ मुस्कुरा कर देखा तो मेने अपना हात वह से हटा लिए और फिर उन्होंने मेरी जीन्स और पैंटी दोनों एक ही साथ निचे करके उतार दी।
में बहुत शर्मा रही थी तभी उन्होंने मेरी टांगो को अपनी तरफ खींचा और उन्होंने मेरे एक पैर को अपने हात से लेफ्ट साइड कर दिया और दूसरे पैर को राइट साइड
अब उनका सर मेरी दोनों टांगो के बिच में था…
धिरे धिरे वो अपना फेस मेरी चुत के करीब लाने लगे…
और फिर उन्होंने मेरी चुत को अपने होटो से चूमा और फिर अपने जुबान चुत में डाल दी…
जब उन्होंने मेरी चुत को चाटना शुरू किया तो में बुरी तरहा तड़प उठि पहले तो मेने अपने दोनों हाथो से बेडशीट को टाइट से पकड़ लिया, और अपनी चुत को बहोत मजे से चटनवाने लगी बस ऐसा मन कर रहा था ऐसे ही चुत चटनवाने का मजा लेती रहू…
मेने धिरे से अपनी आखो को खोलकर उनकी तरफ देखा तो वो बहोत मजे से मेरी चुत चाट रहे थे फिर उन्होंने भी अपना फेस ऊपर करके मुझे एक देखा, उसके बाद उन्होंने मेरी तरफ देखते हुए अपनी जुबान बहार निकली और मेरी चुत के बाहार वाले हिसे पर अपनी जुबान को रगड़ने लगे… और फिर एक दम से अपनी जुबान चुत में डाल दी और इस बार बहोत जोर जोर से चाटने लगे.....
4-5 मिनट तक ऐसा करने के बाद मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ, मेरी चुत अब गीली हो चुकी थी और मेरा मन कर रहा था की अब ये अपना गरमा गर्म लंड मेरी चुत में डाल दे,
मेने उन्हें उपर की तरफ खींचा और बहोत जोर से किस करने लगी… किस करते करते उन्होंने अपनी पैंट को निकाल दिया और अपना लंड मेरी चुत के ऊपर रखकर रगड़ने लगे… मेने कहा बेबी अब कितना तड़पाओगे अब तो लंड अंदर डाल दो ना प्लीज..
यह सुनकर वो मुस्कुराने लगे और अपना लंड धिरे धिरे अन्दर डालने लगे.. मे उनका गर्म लंड अपनी चुत में जाते हुए महसूस कर रही थी और मुझे बहोत मजा आ रहा था.
धिरे धिरे उन्होंने अपने लंड को बहोत जोर जोर से अंदर बहार करना शुरू कर दिया, मुझे लगा था की मेरा फर्स्ट टाइम है तो शायद मुझे बहोत दर्द होगा पर चुत पूरी तरहा से गीली हो जाने की वजहा से ज्यादा दर्द नहीं हुआ पर मजा भोत आ रहा था
मेने समीर को कसकर पकड़ लिया और वो मुझे करीब 20 मिनट तक ऐसे ही चोदते रहे…. और मेरे मुँह से आवजे थमने का नाम ही नहीं ले रही थी अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह… बेबी और… बेबी और जोर से… ओह्ह्ह
कुछ देर तक ऐसे ही चोदने के बाद उनका स्पर्म निकलने ही वाला था तो उन्होंने अपने लंड को मेरी चुत से बाहर निकला और मेरे बूब्स के पास लाकर उसे हाथ से हिलने लगे… फिर समीर ने अपने लंड से स्पर्म मेरे बूब्स पर गिरा दिया और फिर मेरे बराबर मे आकर लेट गये.
मेने पास में पड़े तोलिये से अपनी चुत को साफ किया और फिर हम दोनों एक दूसरे को बहो में भरकर लेट गए और एक दूसर की पिट को सहलाने लगे…
में अपनी पहली चुदाई में इतना खो गयी थी की टाइम का पता ही नहीं चला, श्याम से 7 बजे चुके थे, हमने उठकर कपड़े पहने और वो मुझे मैन गेट तक छोड़ने आये…
मैनें जैसे ही गेट खोलने के लिए अपना हाथ कुंडी पर लगाया समीर ने पीछे से मेरी कमर को पकड़ा और अपनी तरफ घुमा दिया और फिर मेरे चेहरे को पकड़ कर मेरे होठों को अपने होठों से चूमना शुरु करा दिया और दो-तीन मिनट तक मुझे ऐसे ही चूमने के बाद मुझे छोड़ दिया।
और बोले की मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करके बहुत मजा आया ऐसा मैंने पहले कभी भी महसूस नहीं किया था, मैंने भी उन्हें जोर से हग करके बोली कि मुझे नहीं पता था कि तुम्हारे साथ सेक्स करने में इतना मजा आएगा, यह बोलकर मैं वहां से चली आई।
रोज की तरह मैं कॉलेज के लिए निकल गई और कॉलेज पहुंच कर मैं इंटरवल के पहले के लेक्चरर्स अटेंड कर लिए,
फिर मैं क्लास से निकली और स्टाफ रूम की तरफ बढ़ने लगी रूम की तरफ बढ़ते हुए मैं यह सोच रही थी कि मैडम से मिलने के बाद मैं समीर सर से मिलने जाऊंगी और यही सोचते सोचते मैं परमिशन लेनी भूल गई और सीधा स्टाफ रूम के अंदर चली गई।
वहां जाकर देखा तो मैं चौंक गई समीर सर ने फिजिक्स वाली मैडम को पीछे से हग किया हुआ था और वह उनके बूब्स दबा रहे थे और उनकी नैक पर किस कर रहे थे मैं एंट्री ही की थी तभी उन दोनों ने मुझे देख लिया और फिर समीर सर ने मैडम को छोड़ दिया और मेरी तरफ देखने लगे मैं उनके पास गई और एक जोर से तमाचा मारा और रोते हुए वहा से चली आयी।
मैं इस बात को लेकर बहुत परेशान थी और सोच रही थी कि किस तरह उसे अपने दिल और दिमाग से निकाल फेकू मेरा दिमाग उस बात को लकेर बहुत खराब था। और फिर उसके बाद उस टीचर से ज्यादा हैंडसम सेक्सी और ड्रेसिंग लड़का मेरी लाइफ में आया जिससे मैं अपनी पड़ोस की फ्रेंड के भाई की शादी में मिली और वह कोई और नहीं मेरी पड़ोस की फ्रेंड के अंकल का लड़का था जिसका नाम शाहरुख था….
ये कहानी 4 साल पुरानी है… और XForum पर मेरी पहनी कहानी भी अगर आपको ये स्टोरी पसंद आयी तो कमेंट करके बताइयेगा में इसका सेकण्ड पार्ट बहोत ही जल्दी लेकर आऊंगी।
अगर यह स्टोरी XForum की किसी भी गाइडलाइन्स को फॉलो नहीं कर रही हो तो आप प्लीज मुझे बता सकते है, में वो कंटेंट स्टोरी से रिमूव कर दूंगी।
आरम्भ....
मैं 22 साल की एक अंडरग्रेजुएट छात्र थी, मेरा फिगर साइज 34-28-36 है। और में पढाई के साथ-साथ अपना फिगर बरकरार रखती हूं।
और फिर हर रोज की तरह, मैं आज जल्दी उठ कर फ्रेश होकर अपना बैग पैक करने लगी, सुबह 8:00 बजे मेरा कॉलेज का पहला लेक्चर होता है और फिर हर रोज की तरह 7:45 पर कॉलेज के लिए निकल गई।
आज मौसम बहुत ही हसीन था. फिर मेरी फ्रेंड पायल मुझे मिली हम अपनी क्लास की बिल्डिंग में चढ़ने लगे उतनी में ही पायल का बीएफ उसको दिखा तो वो वही रुक गई और उसको ऐसे देखे मैं वाहा से जाने लगी मैं जैसी ही पिचे पल्टी जाने के लिए मैं एक टीचर से टकरा गई।
और वो बी हैंडसम टीचर से, मेरी आंखें उस टीचर से हटाने का नाम ही नहीं ले रही थी फिर मैंने कंट्रोल किया, और कहा कि आई एम सॉरी, फिर उस टीचर ने मुझे माफ किया और कहा कि आगे से ध्यान रख कर चलियेगा डियर।
इसके बाद में अपनी क्लास में गयी और तुरंत ही मैम आ गई, पहला लेक्चर आज बहुत बोरिंग हो गया दूसरा मेरा फेवरेट था बायोलॉजी का तो थोड़ा मूड ठीक होगया था।
और मजा तो मुझे तब आया जब पता चला कि मेरे फिजिक्स के टीचर की तबीयत कुछ खराब है वो नहीं आ पायँगी। और लेक्चर ऑफ है लेकिन वो पता चलने के 5 मिनट बाद वो टीचर आया जिससे मैं टकरा गई थी।
मेरी सांस थम गई मुझे लगा कि ये मुझे डाटेंगे शायद फिर वो आकर बोर्ड के सामने खड़े हुए और कहने लगें कि आज मैं फिजिक्स की क्लास लूंगा। आपकी मैम की तबीयत कुछ ठीक नहीं है।
फिर उस टीचर ने बहुत ही अच्छे से क्लास ली और फिर इंटरवल का टाइम होगया, लेक्चर का टाइम खत्म होते ही सब स्टूडेंट्स क्लास से बाहर जाने लगे और मैं वहीं रुक गई।
में टीचर के पास डरते डरते गयी और उसे सॉरी बोला, उस टीचर ने मुस्क़ुरते हुए कहा - कोई बात नहीं, उसकी मुस्करात देख कर मेरा तो डर ही ख़तम हो गया फिर हमे वह थोड़ी बहोत बातचीज की उन्होंने मेरे बारे में पूछा की क्या नाम है कहा से आती हो वगरा वगरा...
मेने उनसे यह भी बोलै की फिजिक्स मुझे बिलकुल पसन्द नहीं है पर आज अपने जिस तहर पढ़ाया मुझे सब समज आया और आपका लेक्चर अच्छा भी लगा।
उन्होंने बोला की फिजिक्स तो बहुत अक्सा सब्जेक्ट है अगर तुम्हे इस सब्जेक्ट में कोई भी परेशानी हो तो तुम मुझसे पूछ सकती हो।
मेने कहा ही सर जो टीचर फिजिक्स पड़ते है उनका तो कुछ समज नहीं आता तो अगर मुझे कोई भी डाउट रहा तो में अपनसे पूछ लुंगी, तो सर अगर आपको कोई प्रॉब्लम ना हो तो क्या अपना नंबर मिल सकता है।
फिर उन्होंने अपना नंबर देते हुए कहा की अगर आपको कुछ भी पूछना रहा हो आप मुझे कभी भी कॉल या मैसेज कर सकते है।
इसके बाद में क्लास से चली गयी।
अगले दिन वो सर क्लास लेने नहीं आये मैं उनकी क्लास बहोत मिस कर रही थी, क्लास खत्म होने के बाद मेने सोचा क्यू न सर को कॉल करलु, फिर मेने कुछ देर बाद सर को की और पूछा की सर आप आज कॉलेज में दिखाई नहीं दिए।
तो उन्होंने बोलै की आज उनकी वाइफ की तबियत थोड़ी ठीक नहीं है और वो आज घर पर ही अपनी वाइफ का धयान रख रहे है फिर मेने उन्हें ये बोलकर कॉल कट कर दी की ठीक है सर आप मैडम का धयान रखो।
यह बात सुनकर मुझे कुछ अच्छा नहीं लगा, पता नई सायद में उनके बारे में फील करने लगी थी, और मन ही मन उनकी वाइफ से जलस होने लगी थी।
में शाम को घर आने के बाद उन्हें थोड़ा मिस कर रही थी तो मेने सोचा की क्यू न सर को कॉल करके उनके वाइफ से तबियत के बारे में पूछ लू इसी बहाने सर से भी बात हो जायगी,
यह सोचकर मेने सर को कॉल लगा दी....
सर ने कॉल उठाया और बोला की हेलो ज़ोया, मेने उनसे उनकी वाइफ के बैर पूछा और थोड़ भोत बाते करने के बाद बोला की आप कल कॉलेज आ रहे है न....
उन्होंने बोलै की है अब तो तबियत ठीक है तो कल कॉलेज आऊंगा, यह सुनते ही में खुश हो गयी और ठीक है बोलकर कॉल रख दिया।
सर कल कॉलेज आने वाले थे यह सोच सोच कर में मन ही मन बहोत खुश हो रही थी और सोच रही थी की में कल सर से क्या बात करूंगा, मेने सोचा क्यू न में कुछ ऐसा पहनकर जाऊ जिसे सर की नरजे मुझसे हटे ही न.
बहुत सोचने के बाद मुझे याद आया की मेरे पास एक हिजाब है. जो बहुत फिट आता है, मेरी पूरी बॉडी शेप उसमे साफ साफ दिखती है, मेने फाइनल किया की में उस हिजाब को ही पहनकर जाउंगी।
रात तो यही सोचते सोचते कट गयी और सवेरा होते ही में वो हिजाब पहनकर कलगे के लिए निकल गयी.
सर में मिलने का इंतजार करते करते तीनो पीरियड्स निकल गए और इंटरवल हो गया था में तुरंत क्लास के बहार आयी और सर को ढूंढ़ना सुरु कर दिया कुछ देर तक नजर न आने के बाद मेने उन्हें कॉल की तो उन्होंने बोला की वो कैंटीन में लंच कर रहे है उन्होंने मुझे वह आने के लिए भी बोलै तो मेने फटक से हां कर दी और कैंटीन की तरह निकल पड़ी।
वहा जाकर देखा तो वह अकेले चाय और समोसा खा रहे थे मैं उनके पास गई और सर को हेलो बोला सर ने मेरी तरफ देखते हुए कहा की आओ ज़ोया कैसे हो और वो यह बात बोलते हुए वो मेरे बूब्स को घूरने लगे तभी मै समझ गयी की मेरी ट्रिक काम कर रही है,
फिर उन्होंने मेरी तरफ देख कर बोला की आप भी बैठो और लंच किया या नहीं आपने, मेने बोला की नहीं मेने अभी अभी अपने फ्रेंड्स के साथ लंच कर लिया है तो वो बोले की मेरे साथ थोड़ा बहोत खा लो ये बात सुनकर मेने है बोल दिया और उन्होंने मेरे लये एक चाय और समोसे का आर्डर कर दिया और बोले की आप कहते पीते रहा करो बहोत दुबली पतली हो
ये बोलकर थोड़ा हसने लगे और में भी वह थोड़े मुस्कराकर बोली की नहीं सर में बस थोड़ा फिट रहना चाहती हु,
इसलि में बाहर की चीजे थोड़ा कम खाती हु, कुछ देर बाद चाय और समोसा टेबल पर आ गये और समोसे खाते खाते हमने बातचीज कर रहे थे तो वो बार बार मेरे बूब्स की तरफ देख रहे थे और में मन ही मन मुस्कुरा रही थी.
उस दिन वो मेरे फिगर को देख कर पहल ही हो गये थे और बातो ही बातो मै उन्होंने मुझे कहि अकेले मे मिलने के लिए पूछा, में तो पहले से ही अंदर ही अंदर मिलने के लिए तड़प रही थी मेने थोड़ा मुस्कुराके बोल की ठीक है,
तो उन्होंने बोलै की क्यू न हम कल साइबर कैफ़े चले वह कोई डिसट्रब भी नहीं करेगा, मेने वह जाने के लिए हा कर दी थी बातो ही बातो में वो भी ये समज गए थे की में भी उन्हें लाइक करती हु..
थोड़ा देर बात करने के बाद हम एक दूसरे से खुल चुके थे...
फिर उन्होंने मेरी तरफ देख कर बोला की आप भी बैठो और लंच किया या नहीं आपने, मेने बोला की नहीं मेने अभी अभी अपने फ्रेंड्स के साथ लंच कर लिया है तो वो बोले की मेरे साथ थोड़ा बहोत खा लो ये बात सुनकर मेने है बोल दिया और उन्होंने मेरे लये एक चाय और समोसे का आर्डर कर दिया और बोले की आप कहते पीते रहा करो बहोत दुबली पतली हो
ये बोलकर थोड़ा हसने लगे और में भी वह थोड़े मुस्कराकर बोली की नहीं सर में बस थोड़ा फिट रहना चाहती हु, इसलि में बाहर की चीजे थोड़ा कम खाती हु, कुछ देर बाद चाय और समोसा टेबल पर आ गये और समोसे खाते खाते हमने बातचीज कर रहे थे तो वो बार बार मेरे बूब्स की तरफ देख रहे थे और में मन ही मन मुस्कुरा रही थी.
उस दिन वो मेरे फिगर को देख कर पागल ही हो गये थे और बातो ही बातो मै उन्होंने मुझे अकेले मे मिलने के लिए पूछा, में तो पहले से ही अंदर ही अंदर मिलने के लिए तड़प रही थी मेने थोड़ा मुस्कुराके बोल की ठीक है,
तो उन्होंने बोलै की क्यू न हम कल साइबर कैफ़े चले वह कोई डिसट्रब भी नहीं करेगा, मेने वह जाने के लिए हा कर दी थी बातो ही बातो में वो भी ये समज गए थे की में भी उन्हें लाइक करती हु..
थोड़ा देर बात करने के बाद हम एक दूसरे से खुल चुके थे...
अगले दिन उनका गुड मॉर्निंग की जगह बेड मॉर्निंग आया और बोलै की यार आज में साइबर कैफ़े नहीं आ पाउँगा मेरी थोड़े तबियत ठीक नहीं है, ये सुनकर मेरा थोड़ा मूड ख़राब हो गया और उनकी चिंता भी थी तो मेने उनसे बोलै की क्या में अपने घर आपको देखने के लिए आ सकती हु... उन्होंने बोला की है बिलकुल आ सकती हो,
यह सुनकर में थोड़ा खुश हो गयी और श्याम ४ बजे उनके घर जाने के लिए निकल गयी...
घर पहुंचने के बाद मैंने उसकी डोर बेल बजाई उन्होंने गेट ओपन किया और मुझे अंदर आने के लिए कहा में घर के अंदर आयी और सोफे पर जाकर बैठ गयी..
वो मुझे बिठाकर पानी लेने के लिए गए और में मन ही मन सोच रही थी की ये दिखने में तो ठीक ही लग रहे है. उनके वापस आने के बाद मेने उनसे पूछा की आपकी तबियत कैसी है...
तो फिर उन्होंने मुझे मुस्कुराते हुए देखा और बोले की दरअसल मेरी नहीं मेरी वाइफ की तबियत ख़राब है इसलि वो अपने मयके गयी है.
मैं यह सुनकर बहुत खुश हो गयी और मेने उठकर उन्हें हग कर लिया...
उन्होंने भी मुझे अपनी बाहो में भर लिया और बहुत टाइट से जकड़ लिया, मेरी दिल की धड़कने तेज हो गयी थी उन्होंने मुझे अपने सीने से लगा राखा था तो उनके दिल भी जोर जोर से धड़क रहा था,
मेरी पूरी बॉडी मे अजीब सी बिजली दौड़ रही थी फिर धिरे धिरे उन्होंने अपना हात मेरे बालो को पकड़कर मेरे फेस को थोड़ा पीछे कर दिया और अपने होठो को मेरे होठो के करीब लाने लगे यह देख कर मेने अपनी आखे बंद कर ली और फिर उन्होंने अपने दोनों होटो से मेरे निचे वाले हॉट को दबा लिया और धिरे धिरे उसे चूसने लगे...
में आपको बता नहीं सकती हु मुझे इस टाइम इतना मजा आ रहा था की मेरा मन कर रहा था की मे उनके सारे कपड़े उतार दू और उनकी पूरी बॉडी को चूमने लगु...
उतने में ही उन्होंने मुझे पलट दिया और पीछे से आगे हात लाकर मेरे दोनों बूब्स को अपने दिनों हाथो से दबाने लगे मुझे बहोत मजा आ रहा था मेने भी उनका साथ देते हुए अपने फेस को थोड़ पीछे की तरफ कर लिए और फिर उन्होंने मेरे होटो को चुसना स्टार्ट कर दिया.
उतने में ही उन्होंने मुझे पलट दिया और पीछे से आगे हात लाकर मेरे दोनों बूब्स को अपने दिनों हाथो से दबाने लगे मुझे बहोत मजा आ रहा था मेने भी उनका साथ देते हुए अपने फेस को थोड़ पीछे की तरफ कर लिए और फिर उन्होंने मेरे होटो को चुसना स्टार्ट कर दिया और फिर धिरे धिरे उन्होंने मेरे बूब्स को दबाते हुए मेरी नैक पर किश करने लगे…
धीरे धीरे उन्होंने अपना हाथ मेरी कुर्ती में डाल कर मेरे बूब्स को पकड़ लिया। पहले बार किसी ने मेरे बूब्स को छुआ था मुझे बहोत ही ज्यादा मजा आ रहा था फिर उन्होंने धिरे धिरे मेरी कुर्ती निकला दी... और अपने एक हात से वो मेरे बूब्स को दबा रहे थे और अपने दूसरे हात धिरे धिरे निचे की तरफ ले जाकर मेरी पैंटी में डाल दिया और मेरी चुत में अपनी दो उंगलियों को डालकर धिरे धिरे अंदर बहार करने लगे.
अब तो मेरा खुद पर काबू ही नहीं रहा मेने अपने आप को पूरी तरिके से उनके हवाले कर दिया था और वो तुम्हे इस तरह प्यार कर रहे थे मेने कभी सपने में भी नहीं सोचा सकती थी.
फिर वो मुझे अपनी बाहो में उठाकर अपने बैडरूम मे लेके जाने लगे और मेने अपने अपने दोनों हाथो को उनके गले में डालकर उनको बस देखे ही जा रही थी उन्होंने भी मेरी तरफ प्यार से देखा और मुस्कुराने लगे और मुझे बेड पर लिटा दिया।
उसके बाद उन्होंने अपनी टीशर्ट निकली और मेरी तरफ बढ़ने लगे, मेरे दोनों पेरो को पकड़कर अपनी तरफ खींचा और मेरी जीन्स के बटन को खोलने लगे तभी मेने अपना हात को उनके हात पर रख दिया,
मेने पहले ऐसा किसी के साथ नहीं किया था तो में शर्मा रही थी और मन ही मन यह भी चल रहा था की में फर्स्ट टाइम ये सब कर रही हु तो सायद बहुत दर्द होगा।
पर जब उन्होंने मेरी तरफ मुस्कुरा कर देखा तो मेने अपना हात वह से हटा लिए और फिर उन्होंने मेरी जीन्स और पैंटी दोनों एक ही साथ निचे करके उतार दी।
में बहुत शर्मा रही थी तभी उन्होंने मेरी टांगो को अपनी तरफ खींचा और उन्होंने मेरे एक पैर को अपने हात से लेफ्ट साइड कर दिया और दूसरे पैर को राइट साइड
अब उनका सर मेरी दोनों टांगो के बिच में था…
धिरे धिरे वो अपना फेस मेरी चुत के करीब लाने लगे…
और फिर उन्होंने मेरी चुत को अपने होटो से चूमा और फिर अपने जुबान चुत में डाल दी…
जब उन्होंने मेरी चुत को चाटना शुरू किया तो में बुरी तरहा तड़प उठि पहले तो मेने अपने दोनों हाथो से बेडशीट को टाइट से पकड़ लिया, और अपनी चुत को बहोत मजे से चटनवाने लगी बस ऐसा मन कर रहा था ऐसे ही चुत चटनवाने का मजा लेती रहू…
मेने धिरे से अपनी आखो को खोलकर उनकी तरफ देखा तो वो बहोत मजे से मेरी चुत चाट रहे थे फिर उन्होंने भी अपना फेस ऊपर करके मुझे एक देखा, उसके बाद उन्होंने मेरी तरफ देखते हुए अपनी जुबान बहार निकली और मेरी चुत के बाहार वाले हिसे पर अपनी जुबान को रगड़ने लगे… और फिर एक दम से अपनी जुबान चुत में डाल दी और इस बार बहोत जोर जोर से चाटने लगे.....
4-5 मिनट तक ऐसा करने के बाद मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ, मेरी चुत अब गीली हो चुकी थी और मेरा मन कर रहा था की अब ये अपना गरमा गर्म लंड मेरी चुत में डाल दे,
मेने उन्हें उपर की तरफ खींचा और बहोत जोर से किस करने लगी… किस करते करते उन्होंने अपनी पैंट को निकाल दिया और अपना लंड मेरी चुत के ऊपर रखकर रगड़ने लगे… मेने कहा बेबी अब कितना तड़पाओगे अब तो लंड अंदर डाल दो ना प्लीज..
यह सुनकर वो मुस्कुराने लगे और अपना लंड धिरे धिरे अन्दर डालने लगे.. मे उनका गर्म लंड अपनी चुत में जाते हुए महसूस कर रही थी और मुझे बहोत मजा आ रहा था.
धिरे धिरे उन्होंने अपने लंड को बहोत जोर जोर से अंदर बहार करना शुरू कर दिया, मुझे लगा था की मेरा फर्स्ट टाइम है तो शायद मुझे बहोत दर्द होगा पर चुत पूरी तरहा से गीली हो जाने की वजहा से ज्यादा दर्द नहीं हुआ पर मजा भोत आ रहा था
मेने समीर को कसकर पकड़ लिया और वो मुझे करीब 20 मिनट तक ऐसे ही चोदते रहे…. और मेरे मुँह से आवजे थमने का नाम ही नहीं ले रही थी अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह… बेबी और… बेबी और जोर से… ओह्ह्ह
कुछ देर तक ऐसे ही चोदने के बाद उनका स्पर्म निकलने ही वाला था तो उन्होंने अपने लंड को मेरी चुत से बाहर निकला और मेरे बूब्स के पास लाकर उसे हाथ से हिलने लगे… फिर समीर ने अपने लंड से स्पर्म मेरे बूब्स पर गिरा दिया और फिर मेरे बराबर मे आकर लेट गये.
मेने पास में पड़े तोलिये से अपनी चुत को साफ किया और फिर हम दोनों एक दूसरे को बहो में भरकर लेट गए और एक दूसर की पिट को सहलाने लगे…
में अपनी पहली चुदाई में इतना खो गयी थी की टाइम का पता ही नहीं चला, श्याम से 7 बजे चुके थे, हमने उठकर कपड़े पहने और वो मुझे मैन गेट तक छोड़ने आये…
मैनें जैसे ही गेट खोलने के लिए अपना हाथ कुंडी पर लगाया समीर ने पीछे से मेरी कमर को पकड़ा और अपनी तरफ घुमा दिया और फिर मेरे चेहरे को पकड़ कर मेरे होठों को अपने होठों से चूमना शुरु करा दिया और दो-तीन मिनट तक मुझे ऐसे ही चूमने के बाद मुझे छोड़ दिया।
और बोले की मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करके बहुत मजा आया ऐसा मैंने पहले कभी भी महसूस नहीं किया था, मैंने भी उन्हें जोर से हग करके बोली कि मुझे नहीं पता था कि तुम्हारे साथ सेक्स करने में इतना मजा आएगा, यह बोलकर मैं वहां से चली आई।
रोज की तरह मैं कॉलेज के लिए निकल गई और कॉलेज पहुंच कर मैं इंटरवल के पहले के लेक्चरर्स अटेंड कर लिए,
फिर मैं क्लास से निकली और स्टाफ रूम की तरफ बढ़ने लगी रूम की तरफ बढ़ते हुए मैं यह सोच रही थी कि मैडम से मिलने के बाद मैं समीर सर से मिलने जाऊंगी और यही सोचते सोचते मैं परमिशन लेनी भूल गई और सीधा स्टाफ रूम के अंदर चली गई।
वहां जाकर देखा तो मैं चौंक गई समीर सर ने फिजिक्स वाली मैडम को पीछे से हग किया हुआ था और वह उनके बूब्स दबा रहे थे और उनकी नैक पर किस कर रहे थे मैं एंट्री ही की थी तभी उन दोनों ने मुझे देख लिया और फिर समीर सर ने मैडम को छोड़ दिया और मेरी तरफ देखने लगे मैं उनके पास गई और एक जोर से तमाचा मारा और रोते हुए वहा से चली आयी।
मैं इस बात को लेकर बहुत परेशान थी और सोच रही थी कि किस तरह उसे अपने दिल और दिमाग से निकाल फेकू मेरा दिमाग उस बात को लकेर बहुत खराब था। और फिर उसके बाद उस टीचर से ज्यादा हैंडसम सेक्सी और ड्रेसिंग लड़का मेरी लाइफ में आया जिससे मैं अपनी पड़ोस की फ्रेंड के भाई की शादी में मिली और वह कोई और नहीं मेरी पड़ोस की फ्रेंड के अंकल का लड़का था जिसका नाम शाहरुख था….
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