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पत्नी ने मेरे कम्पनी वाले दोस्त से चुदवाया
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नमस्कार दोस्तो आज मैं आप सब को अपनी पत्नी की चुदाई की कहानी सुनाने जा रहा हूँ जो मेरे कम्पनी के दोस्त ने की। मेरा नाम राज और पत्नी का नाम पूजा है और मेरे दोस्त का नाम विनोद है ।दोस्तों बात उस समय की है जब मैं अपनी पत्नी को किसी और से चुदवाने के लिये उकसाता था और वो गैर मर्द से चुदने के लिए मान गई थी । हमने एक दो लोगों से बात की पर बात बनी नहीं। मैं पूजा को ठीक से चोद नही रहा था जिससे उसे किसी गैर मर्द से चुदवाने की इच्छा बढ़ती जा रही थी।और उसने खुद गैर मर्द को ढूढने लगी।
एक बार मेरे एक दोस्त ने उसके पास फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी ।पूजा को वो देखते ही पसन्द आ गया । पूजा ने मुझे बताया और बोली कौन है मैने कहा दोस्त हैं कम्पनी में काम करते है । दोस्तों मेरा दोस्त बड़ा हेंडसम है और उसका लन्ड का साइज 8 इंच है जो मुझे बाद में पता चली। बोली क्या करूँ मेने कहा जो तुम्हारी मर्ज़ी । वो हँसकर बोली आपका दोस्त है इसलिए कर लेती हूँ । कुछ दिन तो कुछ नहीं हुआ फिर विनोद पूजा को फेसबुक पर लाइक करने लगा । फिर फेसबुक चैट उसके बाद व्हाट्सएप पर बात शुरू हो गई। फिर दोनों ने अपने फोन पर बात करने लगे। विनोद अब पूजा के फिगर की तारीफ करते नहीं थकता था । वो कहता यार पूजा तेरी चुचिया कितनी मस्त हैं ऐसा लगता है जैसे दूध से भरे हों । मन करता है सारा दूध पी जाऊ। तेरी चूत का पानी बड़ा टेस्टी होगा एक बार पिला दे फिर बहुत प्यार से तेरी चूत चोदूगाँ एक बार चुदवा ले न यार। यह सुनकर पूजा की चूत पानी छोड़ने लगी उसके निप्पल की घुंडीयां एक दम तन गई थी पर बोली सपने देख रहे हो । मुझे पाना इतना आसान नहीं है। विनोद बोला सपने में तो तुझे रोज चोदता हूँ एक बार मेरे लन्ड को लेलेगी तो सब भूल जाएगी।एक बार प्यार से चुदवा ले फिर सब आसान हो जाएगा। एक बार आ जा कहीँ मिलते हैं । किसी होटल में रूम बुक करते हैं फिर पूरे दिन तेरी चुदाई बस चुदाई करूंगा । मैं एक बार में लगभग आधा घंटा चोदता हूँ । मैं तुझे अपनी रंडी बना कर पेलूँगा तू बस मान जा। सुन कर पूजा लन्ड के लिए पागल हो गई लेकिन बोली मैं घर छोड़ कर नही जा सकती तुम आ जाओ । ये कह कर पूजा ने विनोद को खुलकर बोल दिया कि आओ और मुझे चोद लो । उसका बस चलता तो वो उड़ कर विनोद के पास चली जाती ।
विनोद बोला मरवायेगी क्या लोग क्या बोलेंगे राज को पता चल गया तो । पूजा बोली राज 9 बजे निकल जाता है । 9 से 1 बजे तक मैं फ्री रहती हूँ लोगो को मैं बोल दूंगी की मेरा रिश्तेदार है । विनोद बोला नही एक बार बाहर मिलो । पूजा उससे पार्क में मिलने को मान जाती है ।
फिर दोनों एक पार्क में मिलते हैं । पूजा ने साड़ी पहनी हुई थी । साड़ी में क्या गजब की माल लग रही थी । लाल रंग की लिपस्टिक में उसके होंठ बहुत मस्त लग रहे थे । 40 डी की चुचिया ऐसे लग रही थी जैसे कह रही हो कि आओ और मेरा दुध पी लो । विनोद का तो उसको देखकर ही लन्ड खड़ा हो गया था । दोनों एक दूसरे को हग करते हैं तो पूजा की चुचिया विनोद के सीने में दब जाती हैं और विनोद का लन्ड उसके पेट मे गढ़ने लगा था । विनोद पूजा के होठों पर किस करता है और पूजा के होंठों को ऐसे चूसता है जैसे पूजा के होंठ से कोई अमृत निकल रहा हो । पूजा बोलती है यहाँ मत करो कोई देख लेगा । फिर दोनों वहीं बेंच पर बैठ कर साल ओढ़ लेते हैं और विनोद ने साल के अंदर अपना लन्ड निकाल कर पूजा के मुह में दे देता है पूजा बड़े चाव से उसके लन्ड को चूसने लगी कभी वो लन्ड के सुपाड़े को चाटती कभी उसके लन्ड को अपने गले तक अंदर डाल कर लॉलीपॉप की तरह चूसती । लन्ड के रस का खट्टा मीठा स्वाद उसे बड़ा अच्छा लग रहा था । दस मिनट में ही विनोद पूजा के मुह में झड़ जाता है और अपना लन्ड उसके गले तक पेल देता है और वीर्य की धार सीधा गले से होकर पेट मे चली जाती है। पूजा उसका सारा वीर्य मलाई की तरह पी जाती है और लन्ड जीभ से चाट कर साफ कर देती है और मुस्कुरा कर कहती हैकोई ऐसा भी करता है तुम बहुत गन्दे हो । अब विनोद ने एक हाथ से पूजा की चुचिया ओर दूसरे हाथ से उसकी चूत को मसलने लगता है पूजा मज़े से अपना सर उसके कंधे पर रख देती है। अब विनोद ने उसकी चूत में उंगली से चोदने लगता है । पूजा तो पहले से ही गरम थी तो वह भी झड़ जाती है और विनोद के होंठ को चूसने लगती है विनोद बोला पूजा चल न होटल में कमरा लेते हैं । पर पूजा ने कहा नही जब राज टूर पर जाएगा तो वो उसे बताएगी ।फिर दोनों एक दूसरे को टाइट हग करके किस करते हैं और अलग हो जाते हैं ।
सयोंग से पूजा को गांव जाना पड़ा एक महीने के लिए। इतने दिन में दोनों का प्यार और बढ़ गया था । दोनो काफी देर तक फोन पर बाते करते । विनोद की बातों से पूजा की चूत गीली हो जाती थी । उसका मन मोटे लन्ड के लिए तड़प रहा था । दोनों मिलने के लिए तड़प रहे थे । पूजा ने वापस आ कर विनोद को फोन किया की अब उससे नही रहा जाता । पूजा ने विनोद से कहा कि उसको कल पूजा के घर पर आना ही होगा ।
अगले दिन राज 8 बजे ही चला गया और बच्चे स्कूल । तब पूजा नहा कर तैयार हो गई । उसने एक झीना गाउन पहना था जिसमें से उसके चूत और चुचिया साफ दिख रही थी । उसने आज ही अपने बगल के और चूत के बाल साफ किये थे । दस बजे विनोद आया पूजा ने उसे अंदर किया और कुंडी लगा दी । और वो एकदम से विनोद से लिपट कर अपने होंठ उसके होंठ से जोड़ दिया । दोनों गहरे चुम्बन में डूब गए कभी होंठ चूसते कभी एक दूसरे की जीभ चूसते दोनों की लार एक दूसरे के मुह में जा रही थी और दोनों बड़े मजे से उस लार को पी रहे थे । इतने में विनोद ने पूजा की चुचियों को हाथ से दबाने और मसलने लगा । पूजा भी उसके लन्ड को पैंट के ऊपर से ही मसलने लगी । दोनों फूल गरम् हो चुके थे फिर कपड़े उतरने में देर नही लगी । पूजा ने नीचे बैठ कर उसके लन्ड को गप से मुह में भर लिया और जीभ से उसके उपर लगे पूर्व रस को चाटने लगी । फिर लन्ड को मुह में भर कर चूसने लगी । वाह क्या मस्त लन्ड चूस रही थी । 5 मिनट में ही विनोद ने अपना सारा माल पूजा के मुह में ही खाली कर दिया जिसे पूजा ने मलाई की तरह चाट कर पी गई ।
अब विनोद ने पूजा को बेड पर लिटा दिया और होंठो को चूसते हुए पूजा के उरोजों को दबाने मसलने लगा । अब पूजा ने अपनी जीभ उसके मुह में डाल दी विनोद भी पूजा की जीभ को कुल्फी की तरह चूस रहा था । फिर बिनोद ने पूजा के स्तन को मुह में भर कर उसके निप्पलों को काटने लगा । उसके उरोजों के निप्पल तन कर एक इंच के हो गए थे । । पूजा सीत्कारे भर रही थी उसने विनोद के सर को अपने स्तनों में घुसा लिया ।वह विनोद के सर में उंगलियों से ऐसे दुलार रही थी जैसे माँ अपने बच्चे को दूध पिलाते समय दुलारती है। अब विनोद नीचे आया तो देखा कि पूजा की चूत रस से भरी थी अब उसने अपनी जीभ से रस को चाटना शुरू किया । पूजा की चूत का रस चिकनाई लिए हुए खट्टा था । पूजा को अपनी चूत चटवाने में बड़ा आनन्द आ रहा था । अब विनोद ने अपनी जीभ उसकी चूत के अंदर कर दी और जीभ से ही पूजा की चूत को चोदने लगा । पूजा मज़े से कराहने लगी और विनोद के सर को अपनी चूत में दबा कर अपनी कमर उछाल कर चूत चटवाने लगी । विनोद अपने जीभ से उसकी चूत को चोदने लगा जिससे पूजा की आंखे मस्ती में बंद हो गई । इस जीभ से चुदाई से पूजा गरम हो गई और अपना सारा माल विनोद के मुह में छोड़ दिया जिसे विनोद ने चाट कर साफ कर दिया ।
पूजा ने विनोद को अपने ऊपर खींच लिया और उसके होंठो को चूसते हुए एक हाथ से उसके लन्ड को अपनी चूत पर रगड़ने लगी और विनोद की आंखों में देखते हुए कहा अब डाल दो अपने लन्ड को मेरी चूत में । समा जाओ मुझमें मैं तुम्हें अपने अंदर महसूस करना चाहती हूँ । बुझा दो मेरी प्यास अपने इस लन्ड से । विनोद का लन्ड लोहे की तरह तना हुआ था । उसने एक धक्का देकर अपने सुपाड़े को पूजा की चूत में फंसा दिया और धीरे धीरे चूत को चोदने लगा । पूजा की आंखे मज़े से बंद हो गई और अपनी जीभ उसके मुह में डाल दी निसे विनोद चूसने लगा । फिर विनोद ने एक तेज धक्का लगा कर अपने लन्ड को पूजा की चूत में जड़ तक पेल दिया ।पूजा को बहुत दर्द हुआ और उसने अपने नाखून विनोद की पीठ में गड़ा दिया। अब विनोद ने हल्के धक्के लगाने लगा हर धक्का पूजा को अपनी बच्चेदानी के अंदर तक महसूस हो रहा था । वो मज़े में विनोद के होंठ चूस रही थी । पूजा बोल रही थी और जोर से पेलो भर दो मेरी चूत को अपने लन्ड से ।फाड् दो इसे आज । आज मुझे अपनी रंडी बना लो । मुझे जब चाहे चोद सकते हो। मैं हमेशा तुमसे चुदवाऊंगी । मैं तुमसे शुरू से चुदवाना चाहती थी। आज खूब चोदो मुझे। विनोद भी ताबड़तोड़ अपना लन्ड उसकी चूत में पेल रहा था दस मिनट तक चोदने के बाद उसने अपना सारा माल पूजा की चूत में भर दिया। और पूजा के ऊपर ही लेट कर हांफने लगा । पूजा को लगा कि विनोद का वीर्य उसकी चूत में भर गया है ।पूजा ने उसे अपनी बांहों में भर लिया और उसको सहलाने लगी । उसे विनोद पर बड़ा प्यार आ रहा था। विनोद से चुदवा कर वो सन्तुष्ट हो गई थी।
उसके बाद से वह कई बार चुदवा चुकी है कभी अपने घर बुला कर तो कभी उसके साथ होटल में भी चुदी है। अब विनोद उसे अपने दोस्त से भी चुदवाना चाहता है।पहले तो पूजा ने मना कर दिया था लेकिन विनोद के जोर देने पर मान गई है।
अब अगली कहानी पूजा की दो मर्दो से चुदाई की जल्दी ही पोस्ट करूँगा।
धन्यवाद
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नमस्कार दोस्तो आज मैं आप सब को अपनी पत्नी की चुदाई की कहानी सुनाने जा रहा हूँ जो मेरे कम्पनी के दोस्त ने की। मेरा नाम राज और पत्नी का नाम पूजा है और मेरे दोस्त का नाम विनोद है ।दोस्तों बात उस समय की है जब मैं अपनी पत्नी को किसी और से चुदवाने के लिये उकसाता था और वो गैर मर्द से चुदने के लिए मान गई थी । हमने एक दो लोगों से बात की पर बात बनी नहीं। मैं पूजा को ठीक से चोद नही रहा था जिससे उसे किसी गैर मर्द से चुदवाने की इच्छा बढ़ती जा रही थी।और उसने खुद गैर मर्द को ढूढने लगी।
एक बार मेरे एक दोस्त ने उसके पास फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी ।पूजा को वो देखते ही पसन्द आ गया । पूजा ने मुझे बताया और बोली कौन है मैने कहा दोस्त हैं कम्पनी में काम करते है । दोस्तों मेरा दोस्त बड़ा हेंडसम है और उसका लन्ड का साइज 8 इंच है जो मुझे बाद में पता चली। बोली क्या करूँ मेने कहा जो तुम्हारी मर्ज़ी । वो हँसकर बोली आपका दोस्त है इसलिए कर लेती हूँ । कुछ दिन तो कुछ नहीं हुआ फिर विनोद पूजा को फेसबुक पर लाइक करने लगा । फिर फेसबुक चैट उसके बाद व्हाट्सएप पर बात शुरू हो गई। फिर दोनों ने अपने फोन पर बात करने लगे। विनोद अब पूजा के फिगर की तारीफ करते नहीं थकता था । वो कहता यार पूजा तेरी चुचिया कितनी मस्त हैं ऐसा लगता है जैसे दूध से भरे हों । मन करता है सारा दूध पी जाऊ। तेरी चूत का पानी बड़ा टेस्टी होगा एक बार पिला दे फिर बहुत प्यार से तेरी चूत चोदूगाँ एक बार चुदवा ले न यार। यह सुनकर पूजा की चूत पानी छोड़ने लगी उसके निप्पल की घुंडीयां एक दम तन गई थी पर बोली सपने देख रहे हो । मुझे पाना इतना आसान नहीं है। विनोद बोला सपने में तो तुझे रोज चोदता हूँ एक बार मेरे लन्ड को लेलेगी तो सब भूल जाएगी।एक बार प्यार से चुदवा ले फिर सब आसान हो जाएगा। एक बार आ जा कहीँ मिलते हैं । किसी होटल में रूम बुक करते हैं फिर पूरे दिन तेरी चुदाई बस चुदाई करूंगा । मैं एक बार में लगभग आधा घंटा चोदता हूँ । मैं तुझे अपनी रंडी बना कर पेलूँगा तू बस मान जा। सुन कर पूजा लन्ड के लिए पागल हो गई लेकिन बोली मैं घर छोड़ कर नही जा सकती तुम आ जाओ । ये कह कर पूजा ने विनोद को खुलकर बोल दिया कि आओ और मुझे चोद लो । उसका बस चलता तो वो उड़ कर विनोद के पास चली जाती ।
विनोद बोला मरवायेगी क्या लोग क्या बोलेंगे राज को पता चल गया तो । पूजा बोली राज 9 बजे निकल जाता है । 9 से 1 बजे तक मैं फ्री रहती हूँ लोगो को मैं बोल दूंगी की मेरा रिश्तेदार है । विनोद बोला नही एक बार बाहर मिलो । पूजा उससे पार्क में मिलने को मान जाती है ।
फिर दोनों एक पार्क में मिलते हैं । पूजा ने साड़ी पहनी हुई थी । साड़ी में क्या गजब की माल लग रही थी । लाल रंग की लिपस्टिक में उसके होंठ बहुत मस्त लग रहे थे । 40 डी की चुचिया ऐसे लग रही थी जैसे कह रही हो कि आओ और मेरा दुध पी लो । विनोद का तो उसको देखकर ही लन्ड खड़ा हो गया था । दोनों एक दूसरे को हग करते हैं तो पूजा की चुचिया विनोद के सीने में दब जाती हैं और विनोद का लन्ड उसके पेट मे गढ़ने लगा था । विनोद पूजा के होठों पर किस करता है और पूजा के होंठों को ऐसे चूसता है जैसे पूजा के होंठ से कोई अमृत निकल रहा हो । पूजा बोलती है यहाँ मत करो कोई देख लेगा । फिर दोनों वहीं बेंच पर बैठ कर साल ओढ़ लेते हैं और विनोद ने साल के अंदर अपना लन्ड निकाल कर पूजा के मुह में दे देता है पूजा बड़े चाव से उसके लन्ड को चूसने लगी कभी वो लन्ड के सुपाड़े को चाटती कभी उसके लन्ड को अपने गले तक अंदर डाल कर लॉलीपॉप की तरह चूसती । लन्ड के रस का खट्टा मीठा स्वाद उसे बड़ा अच्छा लग रहा था । दस मिनट में ही विनोद पूजा के मुह में झड़ जाता है और अपना लन्ड उसके गले तक पेल देता है और वीर्य की धार सीधा गले से होकर पेट मे चली जाती है। पूजा उसका सारा वीर्य मलाई की तरह पी जाती है और लन्ड जीभ से चाट कर साफ कर देती है और मुस्कुरा कर कहती हैकोई ऐसा भी करता है तुम बहुत गन्दे हो । अब विनोद ने एक हाथ से पूजा की चुचिया ओर दूसरे हाथ से उसकी चूत को मसलने लगता है पूजा मज़े से अपना सर उसके कंधे पर रख देती है। अब विनोद ने उसकी चूत में उंगली से चोदने लगता है । पूजा तो पहले से ही गरम थी तो वह भी झड़ जाती है और विनोद के होंठ को चूसने लगती है विनोद बोला पूजा चल न होटल में कमरा लेते हैं । पर पूजा ने कहा नही जब राज टूर पर जाएगा तो वो उसे बताएगी ।फिर दोनों एक दूसरे को टाइट हग करके किस करते हैं और अलग हो जाते हैं ।
सयोंग से पूजा को गांव जाना पड़ा एक महीने के लिए। इतने दिन में दोनों का प्यार और बढ़ गया था । दोनो काफी देर तक फोन पर बाते करते । विनोद की बातों से पूजा की चूत गीली हो जाती थी । उसका मन मोटे लन्ड के लिए तड़प रहा था । दोनों मिलने के लिए तड़प रहे थे । पूजा ने वापस आ कर विनोद को फोन किया की अब उससे नही रहा जाता । पूजा ने विनोद से कहा कि उसको कल पूजा के घर पर आना ही होगा ।
अगले दिन राज 8 बजे ही चला गया और बच्चे स्कूल । तब पूजा नहा कर तैयार हो गई । उसने एक झीना गाउन पहना था जिसमें से उसके चूत और चुचिया साफ दिख रही थी । उसने आज ही अपने बगल के और चूत के बाल साफ किये थे । दस बजे विनोद आया पूजा ने उसे अंदर किया और कुंडी लगा दी । और वो एकदम से विनोद से लिपट कर अपने होंठ उसके होंठ से जोड़ दिया । दोनों गहरे चुम्बन में डूब गए कभी होंठ चूसते कभी एक दूसरे की जीभ चूसते दोनों की लार एक दूसरे के मुह में जा रही थी और दोनों बड़े मजे से उस लार को पी रहे थे । इतने में विनोद ने पूजा की चुचियों को हाथ से दबाने और मसलने लगा । पूजा भी उसके लन्ड को पैंट के ऊपर से ही मसलने लगी । दोनों फूल गरम् हो चुके थे फिर कपड़े उतरने में देर नही लगी । पूजा ने नीचे बैठ कर उसके लन्ड को गप से मुह में भर लिया और जीभ से उसके उपर लगे पूर्व रस को चाटने लगी । फिर लन्ड को मुह में भर कर चूसने लगी । वाह क्या मस्त लन्ड चूस रही थी । 5 मिनट में ही विनोद ने अपना सारा माल पूजा के मुह में ही खाली कर दिया जिसे पूजा ने मलाई की तरह चाट कर पी गई ।
अब विनोद ने पूजा को बेड पर लिटा दिया और होंठो को चूसते हुए पूजा के उरोजों को दबाने मसलने लगा । अब पूजा ने अपनी जीभ उसके मुह में डाल दी विनोद भी पूजा की जीभ को कुल्फी की तरह चूस रहा था । फिर बिनोद ने पूजा के स्तन को मुह में भर कर उसके निप्पलों को काटने लगा । उसके उरोजों के निप्पल तन कर एक इंच के हो गए थे । । पूजा सीत्कारे भर रही थी उसने विनोद के सर को अपने स्तनों में घुसा लिया ।वह विनोद के सर में उंगलियों से ऐसे दुलार रही थी जैसे माँ अपने बच्चे को दूध पिलाते समय दुलारती है। अब विनोद नीचे आया तो देखा कि पूजा की चूत रस से भरी थी अब उसने अपनी जीभ से रस को चाटना शुरू किया । पूजा की चूत का रस चिकनाई लिए हुए खट्टा था । पूजा को अपनी चूत चटवाने में बड़ा आनन्द आ रहा था । अब विनोद ने अपनी जीभ उसकी चूत के अंदर कर दी और जीभ से ही पूजा की चूत को चोदने लगा । पूजा मज़े से कराहने लगी और विनोद के सर को अपनी चूत में दबा कर अपनी कमर उछाल कर चूत चटवाने लगी । विनोद अपने जीभ से उसकी चूत को चोदने लगा जिससे पूजा की आंखे मस्ती में बंद हो गई । इस जीभ से चुदाई से पूजा गरम हो गई और अपना सारा माल विनोद के मुह में छोड़ दिया जिसे विनोद ने चाट कर साफ कर दिया ।
पूजा ने विनोद को अपने ऊपर खींच लिया और उसके होंठो को चूसते हुए एक हाथ से उसके लन्ड को अपनी चूत पर रगड़ने लगी और विनोद की आंखों में देखते हुए कहा अब डाल दो अपने लन्ड को मेरी चूत में । समा जाओ मुझमें मैं तुम्हें अपने अंदर महसूस करना चाहती हूँ । बुझा दो मेरी प्यास अपने इस लन्ड से । विनोद का लन्ड लोहे की तरह तना हुआ था । उसने एक धक्का देकर अपने सुपाड़े को पूजा की चूत में फंसा दिया और धीरे धीरे चूत को चोदने लगा । पूजा की आंखे मज़े से बंद हो गई और अपनी जीभ उसके मुह में डाल दी निसे विनोद चूसने लगा । फिर विनोद ने एक तेज धक्का लगा कर अपने लन्ड को पूजा की चूत में जड़ तक पेल दिया ।पूजा को बहुत दर्द हुआ और उसने अपने नाखून विनोद की पीठ में गड़ा दिया। अब विनोद ने हल्के धक्के लगाने लगा हर धक्का पूजा को अपनी बच्चेदानी के अंदर तक महसूस हो रहा था । वो मज़े में विनोद के होंठ चूस रही थी । पूजा बोल रही थी और जोर से पेलो भर दो मेरी चूत को अपने लन्ड से ।फाड् दो इसे आज । आज मुझे अपनी रंडी बना लो । मुझे जब चाहे चोद सकते हो। मैं हमेशा तुमसे चुदवाऊंगी । मैं तुमसे शुरू से चुदवाना चाहती थी। आज खूब चोदो मुझे। विनोद भी ताबड़तोड़ अपना लन्ड उसकी चूत में पेल रहा था दस मिनट तक चोदने के बाद उसने अपना सारा माल पूजा की चूत में भर दिया। और पूजा के ऊपर ही लेट कर हांफने लगा । पूजा को लगा कि विनोद का वीर्य उसकी चूत में भर गया है ।पूजा ने उसे अपनी बांहों में भर लिया और उसको सहलाने लगी । उसे विनोद पर बड़ा प्यार आ रहा था। विनोद से चुदवा कर वो सन्तुष्ट हो गई थी।
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अब अगली कहानी पूजा की दो मर्दो से चुदाई की जल्दी ही पोस्ट करूँगा।
धन्यवाद
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