मुझे आज भी याद है जब इसकी शुरुआत हुई थी। मेरी जहाज रौट्रेडम के पोर्ट पर खडा़ था। मैं अपनी शिफ्ट समाप्त कर अपने कमरे में आया। नित्य क्रिया से निपट कर अपनी पत्नि मेनका,जो कि मुंबई में है, से बात करने के लिए स्काइप पर लौग इन किया।
मेनका अपने समय पर स्काइप पर लौग इन थी। हमने अपने प्रतिदिन की बातें कीं। फिर मेनका ने मुझे बताया कि हमारे बेटे अयान ने अपने स्कुल के स्पेलिंग टेस्ट में 'ए' लाया था। उसने बताया कि यहाँ कितनी गर्मी और उमस हो रही है।
इसी तरह बात करते हमें करीब 30 मिनट हो गये थे तब उसने कहा 'कुछ बहुत ही मजेदार और अजीब वाकिया हुआ आज'
"क्या हुआ"
"आज मैंने दारा को छत पर सेक्स करते देखा।"
"क्या"
दारा हमारे अपार्टमेंट में कुछ दिन पहले ही आया हुआ अधेड़ नेपाल चौकीदार था। वह हमारे मकान के नीचे बनाए गये एक छोटे से रिहाइस में दुसरे चौकीदार के साथ रहता था।
'हमारे इंटरनेट में कुछ गड़बडी़ थी। इसीलिए मैंने कंपनी वाले से बात की तो उन्होंने बताया कि ये समस्या छत के दरवाजे के पास लगे स्वीच से हो सकती है। इसे ठीक करने के लिए वे अपने आदमी को अगले दिन भेज देंगें। पर मैंने सोचा क्यों ना खुद ही प्रयास किया जाए। फिर मैं छत के दरवाजे के पास गयी और स्वीच को रिसेट कर वापस आने लगी, तब मैंने दारा को सेक्स करते देखा।'
हमारे मकान के छत का दरवाजा हमेशा बंद रहता है और उसकी चाभी सभी फ्लैट वालों के पास होती है।