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Adultery वासनापूर्ण इच्छाओं का कांड

Mohik

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अध्याय 1



पूनम मिश्रा एक 37 साल की शादी शुदा औरत है जिसकी एक बेटी है। पूनम के पति जिनका नाम सुरेश मिश्रा है वो सरकारी ठेकेदार है जो अधिकतम समय अपने काम में रहते है।



पूनम की बेटी अपने गर्मियों की छुट्टियों में अपने नाना नानी के यहां गई थी। जिसके कारण पूनम को अब घर में काम करने का ज्यादा टाइम मिलता था। आज पूनम की फ्रेंड्स शाम को उसके घर आने वाली थी जिसकी वजह से वो सुबह से कुछ ना कुछ काम कर रही थी। तभी पूनम सोफे के कवर को झटकने के लिए अपनी बालकनी में जाती है। दरअसल पूनम का मकान एक सोसाइटी में था जहां सभी घर 2 मंजिला बने हुए थे। पूनम और उसका पति दोनों ऊपर रहते थी और उसके सास ससुर नीचे रहते थी। पर दो दिन पहले ही पूनम के सास ससुर तीर्थ यात्रा पर गए थे। उसके सास ससुर की ये यात्रा 15 दिन की थी। इसलिए पूनम घर के अंदर हे थी। पूनम ने आज काम के चक्कर में घर के कपड़े पहने थे। पूनम ने ग्रे कलर की सलवार पहनी थी।



पूनम जैसे ही अपनी बालकनी में सोफे के कवर झटक रही थी तभी वो देखती है कि नीचे रोड पर सामने एक कुबड़ा सा भिखारी उसकी ओर हे देख रहा था। पूनम ने उसको अनदेखा कर दिया। फिर पूनम कुछ देर बाद वापस अपनी बालकनी में आई ओर भी कवर को झटकने पर वो कुबड़ा भिखारी वही था। अब पूनम को भी अजीब लगा कि ये भिखारी कब से क्या घूरे जा रहा है पर पूनम ने उसको इग्नोर करते हुए अपने काम में लग गई। पर पूनम कवर को झटकते समय तिरछी नजर से देखा तो पाया कि वो कुबड़ा भिखारी पूनम को देख कर मुस्करा रहा था। उसकी गन्दी शकल की गन्दी स्माइल बहुत खराब थी। पूनम अपने मन में सोचती की ये कुबड़ा भिखारी कैसी हरकत कर रहा है सरे आम मुझको देख रहा है और लाइन मार रहा है। फिर पूनम वापस रूम में आ जाती है और काम करते हुए पूनम सोचती है छोड़ो मुझको क्या करना है ये गन्दा सा कुबड़ा भिखारी ओर करेगा भी क्या। फिर पूनम के मन में खयाल आया कि क्यों ना वो भी भिखारी को थोड़ा परेशान करे। अब पूनम अपना काम पूरा करके वापस बालकनी में आती है और वो देखती है कि वो कुबड़ा भिखारी वही खड़ा था।
 

Mohik

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अध्याय - 2




अब पूनम बाहर आती है और बालकनी की रेलिंग को पकड़ कर खड़ी हो जाती है और इधर उधर देखती है पर वो भिखारी के सामने नहीं देखती। कुबड़ा भिखारी पूनम को देख के खुश हो जाता है ओर बैठा रहता है। पूनम अब अपनी नजरे उस भिखारी की ओर कर देती है ये देख कुबड़ा भिखारी खड़ा हो जाता है और भीख मांगने के लिए हाथ आगे करता है।



कूबड़े भिखारी के खड़े होते ही पूनम की आंखे शर्म से नीचे हो जाती है क्योंकि वो कूबड़े भिखारी की मेली गंदी लूंगी से उसका बालों से भरा गंदा लन्ड दिख जाता है क्योंकि उसकी लूंगी का छेद एक दम लन्ड वाली जगह था। या फिर शायद भिखारी ने अभी कर दिया था।


पूनम को अब बहुत शर्म आ रही थी कि वो ये क्या कर रही है एक भिखारी को सेड्यूस करने आई थी अब खुद हो रही है। पर पूनम की निगाहें भी अब भिखारी और उसके लन्ड पर थी। पूनम के लिए आश्चर्य था कि इस भिखारी का लन्ड इतना अजीब और अलग सा क्यों है? और तो अजीब के साथ साथ काफी बड़ा भी है।


पूनम मिश्रा को बहुत अजीब लगा कि ये भी जिसकी शकल इतनी गन्दी है साथ हे दाढ़ी भी अजीब सा है। उसका लन्ड ऐसा? अब पूनम को टेंशन हो रही थी कि की देख ना ले इसलिए पूनम जल्दी से अंदर आ जाती है और वो कुबड़ा भिखारी भी समज जाता है कि पूनम क्यों ऐसे अंदर चली गई।



पूनम के अंदर जाने के बाद वो भिखारी भी वह से चल जाता है। भिखारी मन ही मन गुस्से में होता है कि आज भी उसकी दाल नहीं गली। पर पूनम को देख वो और उसका लन्ड दोनों खुश थे। वो कुबड़ा भिखारी काफी दिनों से पूनम के घर के बाहर से चक्कर लगाता था पर कभी वो दिखी नहीं। भिखारी अब सीधा अपने अड्डे पर जाता है जहां वो अपनी कपड़े की बनी फटी कुटिया या तंबू में जाकर अपने लन्ड को पूनम के बारे में सोच सोच कर हिलाता है। कुबड़ा भिखारी की यह इच्छा थी कि वो किसी खूबसूरत अमीर औरते को चोदे। उसके साथ रहे। उसके साथ निकाह करे। पर वो कुबड़ा भिखारी भूल गया था कि उसके शरीर की बनावट और हाल ढाल से तो कोई सड़क छाप रण्डी भी अपने पास न आने दे।



इधर पूनम का भी बुरा हाल था वो खुद पर नाराज होती है कि उसने आज ये क्या किया। उस कूबड़े भिखारी का वो गंदा लन्ड देखा। पूनम शादी शुदा औरत थी अभी वो जो देख कर आई थी वो उसको शोभा नहीं दे रहा था। पर पूनम के मन में एक बात चल रही थी कि इस भिखारी के शरीर की बनावट और हाल ढाल कितने अजीब और गन्दे है पर उसका लन्ड एक दम तना हुआ और काफी बड़ा था। वो कुबड़ा भिखारी उम्र में भी काफी ज्यादा लग रहा था फिर भी उसका इतना बड़ा कैसे?



यही सोचते हुए पूनम अपना काम करती है और शाम हो जाती है। पूनम मिश्रा की सभी सहेलियां आ जाती है और उनकी किटी पार्टी चालू हो जाती है। सभी सहेलियां एक दूसरे की बाते करती है। कुछ कॉमेडी टॉपिक पर तो कुछ गरम एडल्ट टॉपिक पर। ऐसे ही एक टॉपिक पर बात करते हुए पूनम की एक सहेली अपने पड़ोसी मिस रागिनी पाण्डे के बारे में बताती है कि कैसे उसका चक्कर किसी दूसरे आदमी के साथ चल रहा है उसकी शादी और बच्चे होने के बावजूद। तभी दूसरी सहेली बोलती है शायद मिस्टर पाण्डे उनको संतुष्ट नहीं करते होगे या टाइम नहीं देते होगे या हो सकता है अब उसका खड़ा नहीं होता होगा। इसलिए ऐसा रागिनी का चक्कर चल रहा होगा।



फिर सभी हस्ती है पर उनमें से एक पूनम की सहेली बोलती है कि हमारे सभी के पति अच्छे है और हमको समय भी देते है हमको ये सब करने जरूरत कहा है। फिर सभी फ्रेंड्स वापस हस्ती है और पूनम भी हस्ती है पर पूनम के मन में ये बात आ जाती है कि पूनम के हसबैंड भी काफी समय से पूनम को समय नहीं दे रहा था और ना हे उनकी सेक्स लाइफ भी अच्छी नहीं चल रही थी। फिर सभी सहेलियां नाश्ता कर लेती है और ऐसी बातें करते हुए और कुछ गेम खेलते हुए उनकी किटी पार्टी खत्म हो जाती है और सभी अपने घर पर चली जाती है।


अब पूनम भी सब कुछ समेट कर अपने पति से फोन पर बात करके बिस्तर पर सोने चली जाती है। बिस्तर पर लेते हुए भी पूनम के मन में वही सब बाते चल रही होती है सुबह वाला कूबड़े भिखारी का इंसीडेंट और शाम में मिस रागिनी पाण्डे के अफेयर वाली बात। कुबड़ा भिखारी और मिस पाण्डे के बारे में सोचते हुए कब पूनम की उंगली उसकी चूत में चली जाती है उसे ध्यान नहीं रहता ओर पूनम गरम होना शुरू हो जाती है। पूनम अपनी उंगली को कभी अपनी पैंटी के ऊपर तो कभी चूत के ऊपर घुमाती है। उसका दूसरा हाथ अब उसके बूब्स पर आ जाता है। पर पूनम को दिन भर की थकान और ऐसे खयाल आने से उसको नींद आ जाती है।



अगले दिन पूनम जल्दी उठ जाती है और अपनी कामवाली को फोन करती है। क्योंकि उसकी कामवाली पिछले दो दिन से आई नहीं थी। पूनम को अपनी कामवाली से फोन पर बात करने के बाद पता चलता है कि वो आज भी आधे दिन बाद आएगी क्योंकि उसका पति आज चार दिन अपनी ट्रक ड्राइवरी करके आया है इसलिए उसको अपने पति के साथ रहना है। वैसे तो पूनम अपने और अपनी कामवाली के बीच एक फैसला रखती थी मालकिन और कामवाली का पर ये कामवाली कुछ ज्यादा हे ये सब बाते खुल कर बोलती थी। फिर पूनम नहाने चली जाती है।
 

Mohik

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अध्याय 3



रात को जब पूनम फिंगरिंग कर रही थी तो उसको खयाल आया कि उसने कुछ दिनों से अपनी चूत के ऊपर के हेयर साफ नहीं करो है। पूनम को हाइजीन बहुत पसंद थी। पूनम को अपनी चूत क्लीन ही पसन्द थी। अब पूनम आज नहाते हुए अपनी चूत को क्लीन और वेक्सिंग करती है। आज पूनम के मन में कुछ ना कुछ चल रहा था। नहाने के बाद पूनम रोज की तरह थोड़ा बहुत मेकअप और तैयार होती है। पर आज पूनम जैसे ही आज क्या पहने ये सोचने के लिए अलमारी खोलती है तो उसको आज घर में स्कर्ट पहनने की इच्छा होती है वैसे तो पूनम ज्यादा तर घर पर सलवार कुर्ती ही पहनती थी पर आज पूनम डार्क रेड कलर की लॉन्ग स्कर्ट पहनती है। ये स्कर्ट स्लीवलेस और नीचे से थोड़ी सी शॉर्ट थी। वैसे तो पूनम एक बच्चे की मां और 37 साल की थी पर उसके सामने 20-22 साल की लड़कीया भी फैल हो जाए। पूनम ने ये ड्रेस अपनी सहेली के साथ मॉल से खरीदी थी पर उसको ये पहनने का मौका ही नहीं मिल रहा था घर पर सास ससुर रहते थी और पति के पास समय नहीं था बाहर घूमने लेने जाने का। पूनम मिश्रा लॉन्ग स्कर्ट में मस्त हॉट लग रही थी।



अब पूनम तैयार होकर अपने काम में लग जाती है कि तभी उसके घर की घंटी बजती है। पूनम तुरंत गेट के पास जाती है और सोचती है कि कौन होगा?


जैसे ही पूनम गेट खोलती है तो सामने एक लड़का खड़ा होता है जिसको पूनम अच्छे से जानती थी। वो लड़का पूनम को ऊपर से नीचे देख कर एक दम चोक जाता है और 1 मिनिट तक ऐसे हे खड़ा रहता है। अब पूनम अपनी ड्रेस को ठीक करती है फिर इस शान्ति को तोड़ती है और बोलती है -


पूनम – रोहन अन्दर आ जाओ बाहर क्यों खड़े हो।

रोहन – हा चाची आया।


दअरसल जो लड़का खड़ा था वो ओर कोई नहीं पूनम के पति के बड़े भाई का लड़का रोहन मिश्रा था। रोहन मिश्रा की उम्र 21 साल है और वो कॉलेज में हिस्ट्री विषय में फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा है।
रोहन मिश्रा एक दम स्टड लड़का था उसको लड़कियों से ज्यादा भाभियों में रुचि रखता था। फिर भी रोहन का हाथ लड़कियों में तंग था। वैसे रोहन था एक दम स्टड और ठरकी पर वो अपने सब्जेक्ट में होशियार था।



अब रोहन अन्दर आता है पर रोहन की निगाहें ऊपर से नीचे तक पूनम को ही निहार रही थी। ये बात पूनम को भी समज में आ रही थी क्योंकि ये पहली बार नहीं था जब रोहन ऐसे देख रहा था। रोहन ने पहले भी कई बार त्योहारों और शादियों में पूनम पर लाइन मारने की कोशिश करी थी पर पूनम ने हमेशा उसको इग्नोर कर दिया।
अब रोहन अन्दर सोफे पर आ कर बैठता है।

पूनम – ओह रोहन काफी दिन बाद आए। मम्मी पापा कैसे है?

रोहन – पापा मम्मी बढ़िया है वेल ओके। आप बताओ आप कैसी हो। ( रोहन थोड़ा टीस करते हुए बोलता है )
पूनम को भी समज में आ रहा था ये रोहन वापस अपनी बकचोदी शुरू करेगा। इसको जल्दी से यहां से निकालना होगा। पूनम वैसे ही टेंशन में थी एक तो उसने घर में वेस्टर्न स्कर्ट पहन रखा था ऊपर से रोहन जाकर कही उसके पापा मम्मी को बोल ना दे।

पूनम – हा रोहन में तो बढ़िया हु बस तुम्हारे चाचा आजकल ज्यादा ही काम में व्यस्त रहते है। तुम बताओ तुम्हारी स्टडी कैसे चल रही है?

रोहन – सही चल रही है चाची।

पूनम – अच्छा और बताओ कैसे आना हुआ।

रोहन – चाची वो तो में ऐसे ही आया था यहां से गुजर रहा था तो सोचा मिल लू। वैसे मम्मी ने मुझको बोला भी था कि आपको पूछने का।

पूनम – क्या?

रोहन – दादा दादी नहीं है तो आपके और चाचू के खाने का हमारे घर पर रखते है।

पूनम – नहीं नहीं रोहन वैसे भी तुम्हारे चाचा का टाइम फ़िक्स नहीं रहता देखो कल भी घर नहीं आए थे। आज का भी फिक्स नहीं है। कोई नहीं में भाभी से बात कर लूंगी। और बताओ रोहन।


अब रोहन भी समझ रहा था की पूनम उसको जल्दी घर से निकालना चाहती है पर वो भी था एक नंबर का ढीठ । अब रोहन पूनम को ऊपर से नीचे देखते हुए जान बुझ कर ऐसा बोलता है कि पूनम चीड़ जाए।

रोहन – क्या हुआ चाची कही जा रही हो?

पूनम – नही तो। क्या हुआ?

रोहन – नहीं आप ऐसे तैयार होकर बैठी हो या फिर कोई रहा होगा?

पूनम – हा मेरी फ्रेंड्स आ रही है उनके साथ मुझको मॉल जाना है शॉपिंग पर। और तुम क्या बोले कौन आ रहा होगा?


पूनम रोहन को तिरछी निगाह से देखती है हल्के गुस्से में।


रोहन – अरे चाची मेरे कहने का मतला आपकी फ्रेंड्स ही वो घर पर आ रही है क्या? ये बोल रहा था में।

पूनम – देखो रोहन मुझको पता है तुम क्या बोलना चाह रहे हो। तुम अपनी जबान संभाल के बात करो। बद्तमीज लगता है भाभी और तुम्हारे पापा से बात करनी पड़ेगी।


रोहन की ये सुन कर गान्ड फट जाती है। अब रोहन थोड़ी दबी आवाज में बोलता है


रोहन – अरे चाची आप तो नाराज हो गई मै तो मजाक कर रहा था। ( रोहन की शकल एक दम छोटी से हो जाती है ये सुन कर। रोहन डर जाता है कि कहो पूनम उसकी शिकायत चाचा या उसके पापा मम्मी से ना करदे )




अब पूनम रोहन को इसके के हस देती है और बोलती है हस्ती हुए – रोहन तुम्हारे शक्ल से पसीना क्यों बह रहा है मैं भी मजाक कर रही थी। (फिर थोड़ा हस्ती है)

यह पहली बार था कि पूनम ने रोहन से मजाक करी थी और हस कर बात करी थी।


रोहन - अरे चाची आप भी ना। आप जानती तो हो मेरी आदत।

पूनम – हां, रोहन तुम पानी पियोगे।


रोहन हा मै गर्दन हिलाता है फिर पूनम किचन में जाकर पानी लेकर आती है। और जैसे हे पूनम रोहन को पानी देने के लिए झुकती है वैसे हे पूनम के क्लीवेज साफ दिखते है रोहन को। रोहन की तो आंखे चमक जाती है। रोहन पूनम के साथ अभी करना तो बहुत कुछ चाह रहा था पर उसकी हिम्मत नहीं हो रही थी कोई एक्शन लेने की।

फिर कुछ सेकेंड बाद रोहन के हाथ में ही ग्लास रह जाता है और पूनम को भी अहसास हो जाता है कि रोहन की निगाहें किधर है। पूनम की भी नजर रोहन के ट्रैक पैन्ट पर पड़ती है उसका लन्ड एक दम से खड़ा हो गया था। जो साफ साफ दिख रहा था। अब पूनम जल्दी से खड़ी होती है और अपनी ड्रेस को ऊपर से ठीक करती है।





तभी पूनम पर उसकी फ्रेंड का कॉल आ जाता है और पूनम अपनी फ्रेंड से बात करने लग जाती है पर रोहन वही बैठा रहता है। फिर रोहन उठ जाता है पूनम को बाय बोलकर जाने लगता है और ये सोचता है कि पूनम उसको रुकने का बोलेगी पर ऐसा कुछ नहीं होता है। पूनम भी उसको बाय बोल देती है ओर कॉल पर बात करते करते रोहन के घर से बाहर जाने पर घर का गेट बंद कर देती है।
 

Iron Man

Try and fail. But never give up trying
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304
अध्याय 3



रात को जब पूनम फिंगरिंग कर रही थी तो उसको खयाल आया कि उसने कुछ दिनों से अपनी चूत के ऊपर के हेयर साफ नहीं करो है। पूनम को हाइजीन बहुत पसंद थी। पूनम को अपनी चूत क्लीन ही पसन्द थी। अब पूनम आज नहाते हुए अपनी चूत को क्लीन और वेक्सिंग करती है। आज पूनम के मन में कुछ ना कुछ चल रहा था। नहाने के बाद पूनम रोज की तरह थोड़ा बहुत मेकअप और तैयार होती है। पर आज पूनम जैसे ही आज क्या पहने ये सोचने के लिए अलमारी खोलती है तो उसको आज घर में स्कर्ट पहनने की इच्छा होती है वैसे तो पूनम ज्यादा तर घर पर सलवार कुर्ती ही पहनती थी पर आज पूनम डार्क रेड कलर की लॉन्ग स्कर्ट पहनती है। ये स्कर्ट स्लीवलेस और नीचे से थोड़ी सी शॉर्ट थी। वैसे तो पूनम एक बच्चे की मां और 37 साल की थी पर उसके सामने 20-22 साल की लड़कीया भी फैल हो जाए। पूनम ने ये ड्रेस अपनी सहेली के साथ मॉल से खरीदी थी पर उसको ये पहनने का मौका ही नहीं मिल रहा था घर पर सास ससुर रहते थी और पति के पास समय नहीं था बाहर घूमने लेने जाने का। पूनम मिश्रा लॉन्ग स्कर्ट में मस्त हॉट लग रही थी।



अब पूनम तैयार होकर अपने काम में लग जाती है कि तभी उसके घर की घंटी बजती है। पूनम तुरंत गेट के पास जाती है और सोचती है कि कौन होगा?


जैसे ही पूनम गेट खोलती है तो सामने एक लड़का खड़ा होता है जिसको पूनम अच्छे से जानती थी। वो लड़का पूनम को ऊपर से नीचे देख कर एक दम चोक जाता है और 1 मिनिट तक ऐसे हे खड़ा रहता है। अब पूनम अपनी ड्रेस को ठीक करती है फिर इस शान्ति को तोड़ती है और बोलती है -


पूनम – रोहन अन्दर आ जाओ बाहर क्यों खड़े हो।

रोहन – हा चाची आया।


दअरसल जो लड़का खड़ा था वो ओर कोई नहीं पूनम के पति के बड़े भाई का लड़का रोहन मिश्रा था। रोहन मिश्रा की उम्र 21 साल है और वो कॉलेज में हिस्ट्री विषय में फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा है।
रोहन मिश्रा एक दम स्टड लड़का था उसको लड़कियों से ज्यादा भाभियों में रुचि रखता था। फिर भी रोहन का हाथ लड़कियों में तंग था। वैसे रोहन था एक दम स्टड और ठरकी पर वो अपने सब्जेक्ट में होशियार था।



अब रोहन अन्दर आता है पर रोहन की निगाहें ऊपर से नीचे तक पूनम को ही निहार रही थी। ये बात पूनम को भी समज में आ रही थी क्योंकि ये पहली बार नहीं था जब रोहन ऐसे देख रहा था। रोहन ने पहले भी कई बार त्योहारों और शादियों में पूनम पर लाइन मारने की कोशिश करी थी पर पूनम ने हमेशा उसको इग्नोर कर दिया।
अब रोहन अन्दर सोफे पर आ कर बैठता है।

पूनम – ओह रोहन काफी दिन बाद आए। मम्मी पापा कैसे है?

रोहन – पापा मम्मी बढ़िया है वेल ओके। आप बताओ आप कैसी हो। ( रोहन थोड़ा टीस करते हुए बोलता है )
पूनम को भी समज में आ रहा था ये रोहन वापस अपनी बकचोदी शुरू करेगा। इसको जल्दी से यहां से निकालना होगा। पूनम वैसे ही टेंशन में थी एक तो उसने घर में वेस्टर्न स्कर्ट पहन रखा था ऊपर से रोहन जाकर कही उसके पापा मम्मी को बोल ना दे।

पूनम – हा रोहन में तो बढ़िया हु बस तुम्हारे चाचा आजकल ज्यादा ही काम में व्यस्त रहते है। तुम बताओ तुम्हारी स्टडी कैसे चल रही है?

रोहन – सही चल रही है चाची।

पूनम – अच्छा और बताओ कैसे आना हुआ।

रोहन – चाची वो तो में ऐसे ही आया था यहां से गुजर रहा था तो सोचा मिल लू। वैसे मम्मी ने मुझको बोला भी था कि आपको पूछने का।

पूनम – क्या?

रोहन – दादा दादी नहीं है तो आपके और चाचू के खाने का हमारे घर पर रखते है।

पूनम – नहीं नहीं रोहन वैसे भी तुम्हारे चाचा का टाइम फ़िक्स नहीं रहता देखो कल भी घर नहीं आए थे। आज का भी फिक्स नहीं है। कोई नहीं में भाभी से बात कर लूंगी। और बताओ रोहन।


अब रोहन भी समझ रहा था की पूनम उसको जल्दी घर से निकालना चाहती है पर वो भी था एक नंबर का ढीठ । अब रोहन पूनम को ऊपर से नीचे देखते हुए जान बुझ कर ऐसा बोलता है कि पूनम चीड़ जाए।

रोहन – क्या हुआ चाची कही जा रही हो?

पूनम – नही तो। क्या हुआ?

रोहन – नहीं आप ऐसे तैयार होकर बैठी हो या फिर कोई रहा होगा?

पूनम – हा मेरी फ्रेंड्स आ रही है उनके साथ मुझको मॉल जाना है शॉपिंग पर। और तुम क्या बोले कौन आ रहा होगा?


पूनम रोहन को तिरछी निगाह से देखती है हल्के गुस्से में।


रोहन – अरे चाची मेरे कहने का मतला आपकी फ्रेंड्स ही वो घर पर आ रही है क्या? ये बोल रहा था में।

पूनम – देखो रोहन मुझको पता है तुम क्या बोलना चाह रहे हो। तुम अपनी जबान संभाल के बात करो। बद्तमीज लगता है भाभी और तुम्हारे पापा से बात करनी पड़ेगी।


रोहन की ये सुन कर गान्ड फट जाती है। अब रोहन थोड़ी दबी आवाज में बोलता है


रोहन – अरे चाची आप तो नाराज हो गई मै तो मजाक कर रहा था। ( रोहन की शकल एक दम छोटी से हो जाती है ये सुन कर। रोहन डर जाता है कि कहो पूनम उसकी शिकायत चाचा या उसके पापा मम्मी से ना करदे )




अब पूनम रोहन को इसके के हस देती है और बोलती है हस्ती हुए – रोहन तुम्हारे शक्ल से पसीना क्यों बह रहा है मैं भी मजाक कर रही थी। (फिर थोड़ा हस्ती है)

यह पहली बार था कि पूनम ने रोहन से मजाक करी थी और हस कर बात करी थी।


रोहन - अरे चाची आप भी ना। आप जानती तो हो मेरी आदत।

पूनम – हां, रोहन तुम पानी पियोगे।


रोहन हा मै गर्दन हिलाता है फिर पूनम किचन में जाकर पानी लेकर आती है। और जैसे हे पूनम रोहन को पानी देने के लिए झुकती है वैसे हे पूनम के क्लीवेज साफ दिखते है रोहन को। रोहन की तो आंखे चमक जाती है। रोहन पूनम के साथ अभी करना तो बहुत कुछ चाह रहा था पर उसकी हिम्मत नहीं हो रही थी कोई एक्शन लेने की।

फिर कुछ सेकेंड बाद रोहन के हाथ में ही ग्लास रह जाता है और पूनम को भी अहसास हो जाता है कि रोहन की निगाहें किधर है। पूनम की भी नजर रोहन के ट्रैक पैन्ट पर पड़ती है उसका लन्ड एक दम से खड़ा हो गया था। जो साफ साफ दिख रहा था। अब पूनम जल्दी से खड़ी होती है और अपनी ड्रेस को ऊपर से ठीक करती है।





तभी पूनम पर उसकी फ्रेंड का कॉल आ जाता है और पूनम अपनी फ्रेंड से बात करने लग जाती है पर रोहन वही बैठा रहता है। फिर रोहन उठ जाता है पूनम को बाय बोलकर जाने लगता है और ये सोचता है कि पूनम उसको रुकने का बोलेगी पर ऐसा कुछ नहीं होता है। पूनम भी उसको बाय बोल देती है ओर कॉल पर बात करते करते रोहन के घर से बाहर जाने पर घर का गेट बंद कर देती है।
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malikarman

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अध्याय 3



रात को जब पूनम फिंगरिंग कर रही थी तो उसको खयाल आया कि उसने कुछ दिनों से अपनी चूत के ऊपर के हेयर साफ नहीं करो है। पूनम को हाइजीन बहुत पसंद थी। पूनम को अपनी चूत क्लीन ही पसन्द थी। अब पूनम आज नहाते हुए अपनी चूत को क्लीन और वेक्सिंग करती है। आज पूनम के मन में कुछ ना कुछ चल रहा था। नहाने के बाद पूनम रोज की तरह थोड़ा बहुत मेकअप और तैयार होती है। पर आज पूनम जैसे ही आज क्या पहने ये सोचने के लिए अलमारी खोलती है तो उसको आज घर में स्कर्ट पहनने की इच्छा होती है वैसे तो पूनम ज्यादा तर घर पर सलवार कुर्ती ही पहनती थी पर आज पूनम डार्क रेड कलर की लॉन्ग स्कर्ट पहनती है। ये स्कर्ट स्लीवलेस और नीचे से थोड़ी सी शॉर्ट थी। वैसे तो पूनम एक बच्चे की मां और 37 साल की थी पर उसके सामने 20-22 साल की लड़कीया भी फैल हो जाए। पूनम ने ये ड्रेस अपनी सहेली के साथ मॉल से खरीदी थी पर उसको ये पहनने का मौका ही नहीं मिल रहा था घर पर सास ससुर रहते थी और पति के पास समय नहीं था बाहर घूमने लेने जाने का। पूनम मिश्रा लॉन्ग स्कर्ट में मस्त हॉट लग रही थी।



अब पूनम तैयार होकर अपने काम में लग जाती है कि तभी उसके घर की घंटी बजती है। पूनम तुरंत गेट के पास जाती है और सोचती है कि कौन होगा?


जैसे ही पूनम गेट खोलती है तो सामने एक लड़का खड़ा होता है जिसको पूनम अच्छे से जानती थी। वो लड़का पूनम को ऊपर से नीचे देख कर एक दम चोक जाता है और 1 मिनिट तक ऐसे हे खड़ा रहता है। अब पूनम अपनी ड्रेस को ठीक करती है फिर इस शान्ति को तोड़ती है और बोलती है -


पूनम – रोहन अन्दर आ जाओ बाहर क्यों खड़े हो।

रोहन – हा चाची आया।


दअरसल जो लड़का खड़ा था वो ओर कोई नहीं पूनम के पति के बड़े भाई का लड़का रोहन मिश्रा था। रोहन मिश्रा की उम्र 21 साल है और वो कॉलेज में हिस्ट्री विषय में फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा है।
रोहन मिश्रा एक दम स्टड लड़का था उसको लड़कियों से ज्यादा भाभियों में रुचि रखता था। फिर भी रोहन का हाथ लड़कियों में तंग था। वैसे रोहन था एक दम स्टड और ठरकी पर वो अपने सब्जेक्ट में होशियार था।



अब रोहन अन्दर आता है पर रोहन की निगाहें ऊपर से नीचे तक पूनम को ही निहार रही थी। ये बात पूनम को भी समज में आ रही थी क्योंकि ये पहली बार नहीं था जब रोहन ऐसे देख रहा था। रोहन ने पहले भी कई बार त्योहारों और शादियों में पूनम पर लाइन मारने की कोशिश करी थी पर पूनम ने हमेशा उसको इग्नोर कर दिया।
अब रोहन अन्दर सोफे पर आ कर बैठता है।

पूनम – ओह रोहन काफी दिन बाद आए। मम्मी पापा कैसे है?

रोहन – पापा मम्मी बढ़िया है वेल ओके। आप बताओ आप कैसी हो। ( रोहन थोड़ा टीस करते हुए बोलता है )
पूनम को भी समज में आ रहा था ये रोहन वापस अपनी बकचोदी शुरू करेगा। इसको जल्दी से यहां से निकालना होगा। पूनम वैसे ही टेंशन में थी एक तो उसने घर में वेस्टर्न स्कर्ट पहन रखा था ऊपर से रोहन जाकर कही उसके पापा मम्मी को बोल ना दे।

पूनम – हा रोहन में तो बढ़िया हु बस तुम्हारे चाचा आजकल ज्यादा ही काम में व्यस्त रहते है। तुम बताओ तुम्हारी स्टडी कैसे चल रही है?

रोहन – सही चल रही है चाची।

पूनम – अच्छा और बताओ कैसे आना हुआ।

रोहन – चाची वो तो में ऐसे ही आया था यहां से गुजर रहा था तो सोचा मिल लू। वैसे मम्मी ने मुझको बोला भी था कि आपको पूछने का।

पूनम – क्या?

रोहन – दादा दादी नहीं है तो आपके और चाचू के खाने का हमारे घर पर रखते है।

पूनम – नहीं नहीं रोहन वैसे भी तुम्हारे चाचा का टाइम फ़िक्स नहीं रहता देखो कल भी घर नहीं आए थे। आज का भी फिक्स नहीं है। कोई नहीं में भाभी से बात कर लूंगी। और बताओ रोहन।


अब रोहन भी समझ रहा था की पूनम उसको जल्दी घर से निकालना चाहती है पर वो भी था एक नंबर का ढीठ । अब रोहन पूनम को ऊपर से नीचे देखते हुए जान बुझ कर ऐसा बोलता है कि पूनम चीड़ जाए।

रोहन – क्या हुआ चाची कही जा रही हो?

पूनम – नही तो। क्या हुआ?

रोहन – नहीं आप ऐसे तैयार होकर बैठी हो या फिर कोई रहा होगा?

पूनम – हा मेरी फ्रेंड्स आ रही है उनके साथ मुझको मॉल जाना है शॉपिंग पर। और तुम क्या बोले कौन आ रहा होगा?


पूनम रोहन को तिरछी निगाह से देखती है हल्के गुस्से में।


रोहन – अरे चाची मेरे कहने का मतला आपकी फ्रेंड्स ही वो घर पर आ रही है क्या? ये बोल रहा था में।

पूनम – देखो रोहन मुझको पता है तुम क्या बोलना चाह रहे हो। तुम अपनी जबान संभाल के बात करो। बद्तमीज लगता है भाभी और तुम्हारे पापा से बात करनी पड़ेगी।


रोहन की ये सुन कर गान्ड फट जाती है। अब रोहन थोड़ी दबी आवाज में बोलता है


रोहन – अरे चाची आप तो नाराज हो गई मै तो मजाक कर रहा था। ( रोहन की शकल एक दम छोटी से हो जाती है ये सुन कर। रोहन डर जाता है कि कहो पूनम उसकी शिकायत चाचा या उसके पापा मम्मी से ना करदे )




अब पूनम रोहन को इसके के हस देती है और बोलती है हस्ती हुए – रोहन तुम्हारे शक्ल से पसीना क्यों बह रहा है मैं भी मजाक कर रही थी। (फिर थोड़ा हस्ती है)

यह पहली बार था कि पूनम ने रोहन से मजाक करी थी और हस कर बात करी थी।


रोहन - अरे चाची आप भी ना। आप जानती तो हो मेरी आदत।

पूनम – हां, रोहन तुम पानी पियोगे।


रोहन हा मै गर्दन हिलाता है फिर पूनम किचन में जाकर पानी लेकर आती है। और जैसे हे पूनम रोहन को पानी देने के लिए झुकती है वैसे हे पूनम के क्लीवेज साफ दिखते है रोहन को। रोहन की तो आंखे चमक जाती है। रोहन पूनम के साथ अभी करना तो बहुत कुछ चाह रहा था पर उसकी हिम्मत नहीं हो रही थी कोई एक्शन लेने की।

फिर कुछ सेकेंड बाद रोहन के हाथ में ही ग्लास रह जाता है और पूनम को भी अहसास हो जाता है कि रोहन की निगाहें किधर है। पूनम की भी नजर रोहन के ट्रैक पैन्ट पर पड़ती है उसका लन्ड एक दम से खड़ा हो गया था। जो साफ साफ दिख रहा था। अब पूनम जल्दी से खड़ी होती है और अपनी ड्रेस को ऊपर से ठीक करती है।





तभी पूनम पर उसकी फ्रेंड का कॉल आ जाता है और पूनम अपनी फ्रेंड से बात करने लग जाती है पर रोहन वही बैठा रहता है। फिर रोहन उठ जाता है पूनम को बाय बोलकर जाने लगता है और ये सोचता है कि पूनम उसको रुकने का बोलेगी पर ऐसा कुछ नहीं होता है। पूनम भी उसको बाय बोल देती है ओर कॉल पर बात करते करते रोहन के घर से बाहर जाने पर घर का गेट बंद कर देती है।
Awesome story & update
 

NehaRani9

मैं नेहारानी मैं एक गरम चुदासी असंतुष्ट औरत हूं
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वासना का नशा वासना में जलना मुझे पता है शरीर की भूख के आगे सब कम है जिस्म की भूख हो तो कुछ भी गलत सही समझ नहीं आता मेरा भी यही हाल है जब तक पा ना लूं तड़प बढ़ती रहती है
 

Mohik

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अध्याय 4



अब पूनम कॉल पर बात करने के बाद राहत की सास लेती है कि ये ठरकी रोहन गया। फिर पूनम अपने काम में लग जाती है और उसको ध्यान आता है कि उसकी काम वाली अभी तक नहीं आई। वो अपने फोन से कामवाली को फोन करती है पर कामवाली का फोन बिजी आता है। तभी नीचे से किसी के भीख मांगने की आवाज आती है। ये आवाज सुन कर पूनम को या आवाज जानी पहचानी लगती है पूनम अपनी बालकनी में जाती है और देखती है कि वही कल वाला कुबड़ा भिखारी था जो आज उसके घर के सामने आ कर भीख मांग रहा था।


अब पूनम जैसे हे बालकनी में आती ही वो भिखारी जिस आदमी से भीख मांग रहा होता है उसके पीछे जाना छोड़ देता है और वो कल जहां पर बैठा था वही जाकर बैठ जाता है और पूनम को देखने लगता है। शाम के 4 बज रहे थे और पूनम का मन भी नहीं था आज इस गंदे भिखारी को देखने का। पूनम घर के अंदर आ जाती है पर वो भिखारी वही बैठा रहता है।


अब पूनम अपने लिए कॉफी बनती है और उसको पीना शुरू करती है कि तभी उसके फोन पर इसकी कामवाली का कॉल आता है पूनम उसकी कामवाली को डांटती है कि वो अभी तक आई नहीं। पर उसकी कामवाली थी एक नंबर की चालूबाज औरत उसको कुछ फर्क नहीं पड़ता था। दअरसल उसकी कामवाली अभी तक नहीं आई थी और वो कोल पर भी सही से जवाब नहीं दे रही थी कि वो आएगी या नहीं। कामवाली से बात करते करते पूनम बालकनी में आ गई। और जैसे हे उसने अपन कॉल कट किया तो वो कुबड़ा भिखारी अभी भी वही बैठा था।


पूनम उसको देखती है वो कुबड़ा वहां बैठा बैठा एक लकड़ी की छड़ी से अपनी कूबड़ को खुजा रहा था जिसको देख पूनम को गिन सी आई। पर अब पूनम अंदर नहीं गई वही खड़े खड़े अपनी काफी पीने लगी। उस कूबड़े की निगाहें अब वापस अब पूनम को बालकनी पर गई तो वो पूनम को देख कर खुश हो गया।


अब नजारा ये था कि पूनम अपनी कॉफी पिते पीते इधर उधर देख रही थी पर वो कुबड़ा पुनम को देखे जा रहा था। पर पूनम ने सोचा क्यों न कल का गेम आज कंटिन्यू किया जाए। अब अपने दोनों हाथ बालकनी की रेलिंग पर रख देती है और हल्का सा झुक जाती है और काफी पीती है। ऐसा करने से उसकी दो बूब्स के बीच क्लीवेज साफ दिख रहे थे। कुछ इस तरह से









वो भिखारी तो ये सब देख कर पागल हे हो जाता है। कुबड़ा भिखारी का लन्ड अब उसकी लूंगी मे तम्बू बना रहा था जो साफ दिख रहा था पूनम को। पर आज पूनम ने भी उस भिखारी के मजे लेने का सोच लिया था।


अब दूसरी ओर देख कॉफी को पीकर अपनी जीभ अपने होठों पर घुमाती है जिसे देख वो कुबड़ा तो आज पागल हे हो गया वो पूनम की इस हरकत से कुबड़ा भिखारी अपना एक हाथ से अपने लन्ड को मसलना शुरू कर देता है। पूनम भी दूसरी ओर देखते हुए उस भिखारी की ओर ही देख रही थी। पूनम नहीं चाहती थी कि उस भिखारी को पता चले कि वो उसको देख रही है।


उस कूबड़े भिखारी से तो रहा नहीं जा रहा था उसका हाथ अब तेजी से उसके लन्ड पर गुम रहा था पूनम को देखकर अब एहसास हो रहा था कि उस कूबड़े भिखारी का काफी ज्यादा बड़ा है लन्ड। पर अब पूनम चारों और देख लेती है कि कॉलोनी में कोई नहीं है इसलिए अब इस गेम को वो एक कदम ओर आगे ले जाने का सोचती है।


अब पूनम बालकनी में उल्टा गुम जाती है और अपने खुल्ले बालों को आगे ले लेती है जिससे उसकी मस्त चिकनी बैक दिखती है जो दिखने में एक दम सेक्सी सीन था। अब तो वो कुबड़ा भिखारी पागल ही हो जाता है उसका मन तो करता है कि अभी पूनम के घर का दरवाजा तोड़ दे और उसको कुतिया बनाकर तेजी से चोदे पर वो ऐसा नहीं कर सकता था इसलिए अब अपना लन्ड लूंगी के अंदर में अपने हाथों से ओर भी तेजी से घूमता है।

तभी पूनम जानबूझ आगे से थोड़ा झुकती उस भिखारी को ओर सेड्यूस करने के लिए जिससे उसकी कर्वी पूरे शेप वाली भरी हुई गोल गान्ड उसकी लॉन्ग स्कर्ट में एक दम मादक सेक्सी दिखती है





पूनम मिश्रा की कर्वी गोल गान्ड और गोरी बैक साइड को देख और कूबड़े भिखारी के काले हाथों में पकड़ा हुआ उसका जाटों से भरा कला लन्ड जिसे वो तेज….तेज….हिलाकर जैसे ही वो झड़ने वाला होता है वैसे ही उसको एक तेज लात पड़ती है जिससे वो जोर से नीचे गिर जाता है। कुबड़ा भिखारी जैसे ही रोड पर गिरता है और गुस्से में बोलता है – कौन है मादरचोद।
 

NehaRani9

मैं नेहारानी मैं एक गरम चुदासी असंतुष्ट औरत हूं
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बहुत सुन्दर और गरम कहानी लिख रहे मस्त है
 
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