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Thriller "विश्वरूप" ( completed )

Kala Nag

Mr. X
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*Index *
 
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Kala Nag

Mr. X
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Bahut hi shandar kahani thi. Aapki lekhni ka koi jawab nahi. Agli story ka intezar rahega. Dhanyawad itani pyari kahani k liye.
Battu भाई इस फोरम में जब आया था तब जाहिर है एक अलग तरह की दुनिया में आया था एक अलग तरह की रस के लिए आया था l मैंने सोचा भी था इसी फोरम के अनुसार कहानी लिखने के लिए पर मुझसे हुआ नहीं l इसलिए एक कहानी बस ऐसे ही लिख डाला l फिर भी लोगों ने खूब साथ दिया l इसलिए तह दिल से धन्यवाद देता हूँ और आभार प्रकट करता हूँ
 

Kala Nag

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Bahut hi shaandar update diya hai Kala Nag bhai....
Nice and lovely update....
शुक्रिया कश्यप भाई आपका बहुत बहुत कहानी का सफर थोड़ा लंबा रहा फिर भी आप शुरू से अंत तक साथ निभाया l आपका कमेंट मेरे लिए बहुत मायने रखता है l अंत में आपका तह दिल से धन्यवाद अर्पण करता हूँ
 

Kala Nag

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Kya shandar tarike se ant kiya he aapne is maha gatha ka Kala Nag Bhai,

Barso baad aisi kahani padhi, yaar iski to novel ban sakti he wo bhi best seller rahegi.......

Vir aur Anu ka bhi punarjanam ho gaya.......pichle janm me na sahi, is janam me dono ka pyar jarur pura hoga.......

Gazab Bhai, aag hi laga di he aapne.....

Salute he bhai aapko Dil se
शुक्रिया मेरे दोस्त Ajju Landwalia
आप जैसे पाठकों के वज़ह से ही कहानी अपना सफर तय कर सका और अंजाम तक पहुँच पाया वर्ना सच्च बात तो यह है कि हम सब इस फोरम में किसी और रस के लिए जुड़े यह कहानी भी इसी फोरम के अनुसार लिखने के लिए शुरू भी किया था पर मुझसे हुआ नहीं l इसलिए जो दिल में आया लिख दिया पर फिरभी आप जैसे दोस्तों ने बखूबी साथ दिया l आपको मेरे अंर्तमन से धन्यवाद देता हूँ और आभार प्रकट करता हूँ
 

Kala Nag

Mr. X
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M

Maza aa gaya writer ji aapki tareef ke jitna bhi kaha jaaye Kam hi hai
शुक्रिया bruttleking मित्र
आप जैसे पाठक ना होते तो इस फोरम पर इस तरह की कहानी का इतना दूर सफर तय कर पाना असंभव था l इसलिए तह दिल से शुक्रिया अदा कर रहा हूँ
 

Kala Nag

Mr. X
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Bhut shandaar update....


इससे शानदार इस कहानी का अंत हो ही नहीं सकता


इस खूबसूरत सफर के लिए धन्यवाद
Luckyloda भाई धन्यवाद आभार शुक्रिया
मैंने पहले भी कहा था कहानी का सुखांत होगा तो इस तरह हुआ
 

Kala Nag

Mr. X
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Shandaar kahani ka shandaar ant. .
Bhut bhut sukriya naag bhai.
Etni sundar khanai hamare liye likhne ke liye.
Umeed karunga aage bhi aap likhna na chore, aapke likhna ka tarika bhut accha hai.
Ant me ek baar aur dhanyawad
Abhay@1 भाई आपका बहुत बहुत धन्यवाद
कहानी तभी अपनी मक़ाम पर पहुँच पाती है जब उसे पाठक मिलते हैं
इसलिये आपका तह दिल से शुक्रिया धन्यवाद आभार
 

avsji

कुछ लिख लेता हूँ
Supreme
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समाज के भैरव सिंहों का अंत ऐसा ही होना चाहिए।
यही आशा थी, और सब कुछ आशा के अनुरूप ही हुआ। अंत में कहानी की कुछ पंक्तियाँ पढ़ कर मुस्कान भी आ गई।
अनु और वीर -- हम कई पाठकों के प्रिय किरदार बन गए थे, तो नवीन बच्चों के रूप में उनको देखना अच्छा लगा, सुखद भी।
सच है - बदलाव बच्चों से ही आते हैं।

विश्वरूप के पटाक्षेप के लिए बहुत बहुत बधाईयाँ Kala Nag भाई!
नए साल की बहुत बहुत शुभकामनाएँ। :)
आशा है कि घर में सभी सकुशल और स्वस्थ होंगे!
 

Kala Nag

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समाज के भैरव सिंहों का अंत ऐसा ही होना चाहिए।
यही आशा थी, और सब कुछ आशा के अनुरूप ही हुआ। अंत में कहानी की कुछ पंक्तियाँ पढ़ कर मुस्कान भी आ गई।
अनु और वीर -- हम कई पाठकों के प्रिय किरदार बन गए थे, तो नवीन बच्चों के रूप में उनको देखना अच्छा लगा, सुखद भी।
सच है - बदलाव बच्चों से ही आते हैं।

विश्वरूप के पटाक्षेप के लिए बहुत बहुत बधाईयाँ Kala Nag भाई!
नए साल की बहुत बहुत शुभकामनाएँ। :)
आशा है कि घर में सभी सकुशल और स्वस्थ होंगे!
शुक्रिया avsji भाई
नव वर्ष की हार्दिक अभिनंदन व शुभकामनाएं
कहानी को और भी परिमार्जित और परिभाषित किया जा सकता था
पर चूँकि कहानी का अंत पहले से तय था इस लिए मैंने ज्यादा परिश्रम किया भी नहीं l खैर आपका कमेंट पढ़ कर अच्छा लगा
 
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इस बेहद ही खूबसूरत कहानी के लिए आप को कोटि कोटि आभार ।
इस कहानी की जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है । इस फाइनल अपडेट को पढ़ते वक्त दिल को सुकून भी मिला , आंखे नम भी हुई , फिर से इस कहानी की पुरानी यादें ताजा भी हुई ।

वैदेही जी के लिए एक फरमाइश की थी मैने कि उनकी यादों का एक धरोहर बनाया जाए । कोई स्मारक - कोई स्टेचू बना दिया जाए , पर आपने शहर का नाम ही उनके नाम पर रख दिया । यह मेरे लिए अत्यंत ही सुखद बात थी ।
भैरव सिंह ने जो कहर मचाया था , जो जुल्म की इन्तहा कर दी थी , और उसके पास जो मैन पावर के साथ पोलिटिकल पावर था , उससे स्पष्ट जाहिर था कि इस दैत्य की सजा कम से कम संविधान और कानून से तो नही हो सकता । जब गवर्नमेंट ही पाप का हिस्सेदार अंग बन जाए तब कानून और न्याय की अपेक्षा करना वाजिब नही हो सकता ।
ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाए तब विदूर की नीति पर अमल करना चाहिए । " शठे शाठयम् समाचरेत " - अर्थात दुष्ट के साथ दुष्टता का व्यहवार करना चाहिए ।
विश्व ने यही किया । शठे शाठयम् समाचरेत की नीति अपनाई ।

आप के इस कहानी का विषय , संवाद , इमोशंस , परिवेश स्थिति , किरदार की सशक्त भुमिका , एक्सन सीन्स और इस कहानी का क्लाइमेक्स ; सभी ने मेरा दिल जीत लिया

वीर और अनु का पुनर्जन्म दिल पर मरहम लगाने वाला था लेकिन , दिल है कि मानता नही , मन मे यह ख्याल भी आया कि काश , वैदेही जी का भी पुनर्जन्म हो जाता और वह विश्व और रूप की पुत्री के रूप मे जन्म लेती ।

वैदेही जी का भैरव सिंह को दिया गया सात श्राप , एक एक कर सत्य सिद्ध हुआ । यह वास्तव मे हुआ तो था पर शायद ही कोई रीडर्स इस बात पर ढंग से गौर किया होगा । यह स्पष्ट दर्शाता है कि आप ने किस तरह इस कहानी के एक एक घटनाक्रम पर मेहनत की है !

क्या कहूं और क्या लिखूं ! आप की यह कहानी मेरे ऑल टाइम फेवरेट कहानी के रूप मे दिल मे जगह बना चुकी है ।

बहुत बहुत खुबसूरत कहानी बुज्जी भाई ।
जगमग जगमग अपडेट और आप की मेहनत को साधुवाद ।
 
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