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Incest शक का अंजाम

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aamirhydkhan

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शक का अंजाम - by pratima kavi

यह कहानी हैं एक लड़के प्रशांत की। आप उसी के नज़रिये से यह कहानी पढिये।
दोस्तो ये कहानी मैंने अन्यत्र पढ़ी अच्छी लगी इसीलिए इस कहानी को मैं यहाँ पोस्ट कर रहा हूँ असली लेखक के बारे में पता नहीं चला .. किसी को पता हो तो जरूर कमेंट कीजियेगा ..

परिचय
प्रशांत २३ साल का नौजवांन माँ बाप का इक्लौता लड़का और गर्ल फ्रेंड बनाने के चक्कर में कभी नहीं पड़ा क्योंकि बहुत शर्मीला है । कॉलेज ख़त्म होते ही पास के बड़े शहर में जॉब लग गयी और माँ बाप का घर छोड़ कर नए शहर में रहने लगा।

नीरू- प्रशांत की पत्नी खूबसूरत फिगर एकदम पेरफ़ेक्ट। चुलबुली, बब्बली सी लड़की अपनी शरारत और नटखटपन नहीं भूली थी

ऋतु नीरू की बड़ी दीदी है। ऋतु दीदी निरु से ७ साल बड़ी हैं और उनकी शादी करीब ६-७ साल पहले नीरज जी से हुयी थी।

नीरज ऋतु दीदी के पति है।


INDEX




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PART III
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aamirhydkhan

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दोस्तों देरी के लिए माफ़ी .. कुछ व्यक्तिगत कारणो से अपडेट नहीं दे स्का था .. ..


शक का अंजाम

PART 3

Update 50.

( New-14)


मूल लेखक ने ये स्टोरी जिस जगह समाप्त की है. मेरा प्रयास है कहानी वही से को आगे बढ़ाने का और नए मौलिक अपडेट देने की । एक पाठक (जिन्होने अपना नाम नहीं बताने के लिए अनुरोध किया है) और मेरा मिलजुल कर प्रयास रहेगा, इस कहानी को और आगे ले कर जाने का . लीजिये पेश है भाग 3 Update 50. ( New-14)


ऋतू : नीरू तू मुझे बुरा मत समझना उस समय जब शादी के कई सालो तक बच्चा नहीं हुआ तो मैं और नीरज घर में जब भी मौका मिलता था सेक्स करने लग जाते थे और मैं सैक्स को लिए पागल हो जाती थी। इस उन्माद को मनोविज्ञान की भाषा में निंफोमेनिया कहते हैं। यह एक ऐसा डिसऑर्डर है जिसमें सेक्स करने की इच्छा बहुत तीव्र होती है। ये स्त्रियों को ऐसी बिमारी हैं जिसमे मुझमें अनितनतरित कामोन्माद पैदा हो जाता था और उस समय मुझे सेक्स चाहिए होता था जिसमें मैं उस समय सेक्स करने के लिए परेशान रहती थी । क्योंकि इसको लेकर मेरा अडिक्शन हद से अधिक बढ़ चुका होता था । मैं चाहकर भी अपनी इस इच्छा पर नियंत्रण नहीं रख पाती थी और सेक्स मेरी नियमित जरूरत बन गया था ।

नीरू : अरे !

ऋतू: नीरु , उन दिनों नीरज ऑफिस के कामो में बहुत बिजी रहता था . रात को भी देर से आता था और सुबह भी जल्दी चला जाता था और थके होने के कारण मेरे साथ सेक्स नहीं कर पाटा था . नीरू, यह जो योनि होती है न… खाती पीती रहे चुदती रहे तो शरीर भी स्वस्थ रखती है और मन भी, लेकिन सूखी रह गयी तो शरीर भी सुखा देती है . चूत को सही चुदाई मिलना शुरू हो जाये तो वह शरीर को खिला देती है और खुद भी खिल जाती है।”

लेकिन कामुकता भरे पलों में प्यासी रहने के कारण से मैं तड़पने लगी और मेरा शरीर गिरने लगा और मैं कमजोर होने लगी.

नीरू : हाँ दीदी आप बीच में काफी कमजोर हो गयी थी

ऋतू : इस दौरान मेरा पेट वजन सब घट गया सौर मेरे सीने पर चूचुक और स्तन जरूर उभरे हुए थे क्योंकि चाहे नीरज कुछ और मेरे साथ नहीं करता था उन दिनों पर मेरे स्तनों को खूब दबाता और निप्पल चूसता था बस उसी से मेरी वासना थोड़ी बहुत शांत होती थी .. पर चूत की अगन तो बहुत भड़की हुई थी जिससे मन में हर वक़्त कामुकता के विचार आते रहते थे ।

बस इसी कारण से जब अविनाश ने उस दिन मुझे छुआ तो मैं तो पहले से ही एकदम हॉट हो चुकी थी और हमने सब कुछ कर लिया

नीरू : ऐसे कैसे सब कर लिया आपने अविनाश के साथ ?

ऋतू : जब उसे मुझे बार बार छुआ तो मैंने आह भरी और अविनाश को नहीं डांटा न मना किया तो वो मुझ से लिपटने का प्रयास करने लगा तो मैं उसे लगभग खींचते हुए अंदर ले गई। बैडरूम में पहुँचते ही अविनाश मेरे को किस करने लगा, लेकिन शर्म के मारे हिचकिचाहट से मैं उसका बिल्कुल भी साथ नहीं दे रही थी और फिर वो किस करते हुए अपने एक हाथ से मुझे अपनी और दबाने लगा जिसकी वजह से मैं धीरे धीरे गरम होने लगी थी और धीरे धीरे मेरा पेट मसलने लगा जिसकी वजह से पहले से गर्म रहने वाली मेरा सब्र टूटने लगा.

वो मेरे होंठो को चूमने लगा और मेरे अंदर तो पहले ही आग लगी हुई थी कुछ ही पलो में फिर मैं जोश में आकर उसका पूरा पूरा साथ देने लगी थी और फिर हम दोनों अब खुल कर किस करने लगे. फिर मैंने अपनी जीभ उसके मुँह में डाल दी और वह मेरी जीभ को चूसने लगा . फिर मैंने भी उसकी जीभ को चूसा. मेरी जीभ जब उसकी जीभ से मिली तो मेरा शरीर सिहरने लगा. फिर मैंने अपने होंठ उसके होंठो से अलग किये सांस ली और फिर बेकरारी से लिप्प किस करने लगे और चूमते चूमते हमारें मुंह खुले हुये थे जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थी और हमारे मुंह में एक दूसरे का स्वाद घुल रहा था। कम से कम 15 मिनट तक वो मेरे लिप्स को किस करता रहा और मैं भी किस में भरपूर साथ दे रही थी.

और फिर उसने मेरे होटों को अपने दाँतों में बुरी तरह दबोच लिया और चूसने लगा। मुझे दर्द हो रहा था मगर मैं उन दिनों बहुत ज्यादा प्यासी थी, मझे उस दर्द में बहुत मज़ा आ रहा था। हम लोग एक दुसरे को किस करने लगे थे. इस बीच अविनाश ने मेरी पींठ, कमर पर अपनी उंगलियाँ फेरनी शुरू कर दी थीं. मेरे हाथ अविनाश के कन्धों पर थे और मैं उसे अपनी और खींच रही थी.

और उसी बीच उसके हाथ मेरे कंधो पर से होते हुए मेरी पीठ कमर पर होते हुए मेरे स्तनों पर पहुँच गया. उसका हाथ मेरी टी शर्ट के ऊपर से मेरे स्तनों को दबा रहा था. मेरी आँखें पूरी तरह से बंद थी. मैं उसके हर प्रयास को अनुभव कर रही थी और उसका पूरा मजा ले रही थी.

मैं तो पहले से ही बहुत उत्तेजित थी, तो लगी भरने सिसकारियां .. आअह्ह्ह आअह्ह्ह ओह्ह्ह हयाई ओह्ह्ह हयाई आआआआआआअ ....

वो बोला भाभी आप बहुत सुंदर और हॉट हो .. और मुझे फिर लिप किश करने लगा ..

फिर उसने धीरे से मेरा गोरा माथा चुम लीया और धीरे से मेरे कंधो को सहलाने लगा फिर उसने मेरी दोनों आँखों पर एक चूमा दिया. फिरमेरी नाक को चूमा तो मैं सिहर उठी .. फिर उसने मेरे गालो पर चुम्बन किया और वो हलके हलके खुलने और मुस्कराने लगा और मेरे गालो को चाटा. और बोलै इनका स्वाद तो बहुत मोठा हैं फिर उसने मेरे ऊपरी होंठ पर किस किया और उसको धीरे धीरे चूसा आअह्ह्ह मेरी सिसकी निकल गयी और मेरा शरीर सिहरने लगा फिर मेरा निचला होंठ चूमा और चूसा. फिर मेरे होंठो को चूमने लगा और मैं भी उसका साथ देने लगी . और चूमते चूमते हमारें मुंह खुले हुये थे जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थी और हमारे मुंह में एक दूसरे का स्वाद घुल रहा था। कम से कम 15 मिनट तक वो मेरी लिप्स किस लेता रहा मैं भी लिप किस में भरपूर साथ दे रही थी फिर उसने अपनी जीभ मेरे मुँह में डाल दी और मैं उसकी जीभ को चूसने लगी. फिर उसने भी मेरी जीभ को चूसा मेरी जीभ जब उसकी जीभ से मिली तो मेरा शरीर सिहरने लगा. मैं उससे कस कर लिपट गयी..

जारी रहेगी
 

sunoanuj

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Bahut badhiya or informatively update …

👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻🌷🌷🌷🌷
 
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Bhavana694

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Lol mujhe samajh ni aaya ritu apni sex details niru ko itna deep me kyu bta rahi hai. Kya vo niru ko fir se horny karna chahti hai. Kahi aisa to nahi ki niru ko apni sex story suna kar ritu niru ko garam kar de or fir neeraj ko bula le or fir jijaji or saliji 😂😂
 
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