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Fantasy सुप्रीम

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
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259
उम्दा अपडेट :applause:

वैसे सवाल वाजिब है कि लॉरेन की लाश का गायब होना तो समझ आता है, पर भला गार्ड की लाश का कोई क्या करेगा?

Unless it is a part of some experiment. और पता नहीं क्यों एक शक मुझे ये भी हो रहा है।
Tumhara shak kabhi be wajah hia hai? Abhi kah to kuch bhi nahi sakta bhai, per yakeen jaroor dilata hu ki hakikat kuch or hatke hogi:approve:
Thank you very much for your valuable review and support bhai :hug:
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
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Shandar update Bhai
Akir toufik kis kam ki baat kar raha tha
Wo usi kaam ki baat kar raha tha jo usne jenith ko new year party se pahle bataya tha:declare:Thanks for your valuable review and support bhai :thanx:
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
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Badhiya update

To ab sawal guard ki lash par aa gaya ha loren ko to man liya ki uska murder karke uski lash ko chhipa diya ho lekin guard ki lash ka koi kya karega or itni uper smunder se chadhkar ana or lash ko le jana ye kki chhota kam to nahi ha to kashin iske pichhe un atlantis walon ka to kam nahi ya fir koi atlantis ka wasi isi ship par mojud ho jo ye sab kar raha ho ya fir wo atlantis ka raj janne ke liye in sabko bhi atlantis ki taraf le jana chahta ho wo hote ha na sanki scientist jo apni research ko pura karne ke liye kuchh bhi kar sakte han wo dekhte han ki kya hota ha
Bilkul sahi raaste ja rahe ho bhaiya :approve:Tum sacchai ke aas pas hi ho, per kewal aas pas:winknudge: Maybe try karo to pakad bhi sakte ho, bas konsa track pakadte ho uspe depend karta hai:declare:Thank you very much for your wonderful review and support bhai :hug:
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
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# 31 .

“यह तुम बार-बार अपने किस काम की बात करते हो ?“ जेनिथ ने कहा।

“मैं यह बात तुम्हें अभी नहीं बता सकता, पर समय आने पर तुम्हें खुद-बा-खुद पता चल जाएगा।“ तौफीक की आंखों में, इस बार कठोरता के भाव थे।

“तौफीक.......!“ जेनिथ के इन शब्दों में थोड़ी थिरकन थी- “जाने क्यों आज मुझे बहुत डर लग रहा है?“

“डर......! डर किस बात का ?“ यह कहते हुए तौफीक ने, धीरे से जेनिथ के दाहिने हाथ को, अपने दोनों हाथों में ले लिया और प्यार से उसे सहलाते हुए बोला-

“मैं हूं ना तुम्हारे साथ। फिर भला तुम क्यों डरती हो ? और अगर कभी ज्यादा डर लगे, तो मेरा नाम अपने मन में तीन बार दोहराना, सारा डर अपने आप खत्म हो जाएगा।“

“वो.....कैसे भला ?“ जेनिथ ने तौफीक की आंखों में आंखें डालते हुए पूछा।

“मैं जब बहुत छोटा था। तभी मेरे अब्बा गुजर गए थे। फिर भी उनकी कुछ बातें मुझे आज भी याद हैं।“ तौफीक ने अतीत के समुंदर में छलांग लगाते हुए कहा-

“जब कभी मैं डर जाया करता था, तो मेरे अब्बा मुझे मेरा ही नाम तीन बार पुकारने को कहते थे। क्यों कि यह नाम अब्बा का ही रखा हुआ था। वो कहते थे कि तौफीक नाम का अर्थ उर्दू में बहादुर होता है और वास्तव में जब मैं अपना नाम पुकारता था, तो मेरा डर बिल्कुल खत्म हो जाता था।“

यह सुनकर जेनिथ ने धीरे से आंख बंद कर लिया।

“क्या हुआ?“ तौफीक ने जेनिथ को देखते हुए कहा।

“कुछ नहीं। मन में तुम्हारा नाम ले रही हूं।“ यह कहकर जेनिथ धीरे से तौफीक की ओर थोड़ा और खिसक गई।

“तौफीक, क्या आज मेरी एक इच्छा पूरी करोगे? जेनिथ के शब्दों में ख्वाहिश साफ झलक रही थी।

“क्या ?“ तौफीक ने पूछा।

“मुझे एक बार अपनी बाहों में भर लो।“

तौफीक अब लगातार जेनिथ की आंखों में देख रहा था। जहां उसे प्यार का अथाह सागर अठखेलियां करता हुआ साफ नजर आ रहा था।

“पता नहीं कब मौत का बुलावा आ जाए? क्या तुम इसे मेरी आखिरी इच्छा समझकर पूरी नहीं कर सकते?“ जेनिथ की आवाज में दुनिया भर का दर्द समाया हुआ था।
तौफीक कुछ देर सोचता रहा और फिर अपने दोनो बाजू किसी परिंदे के समान फैला दिये। जेनिथ किसी नन्हीं कली की तरह उसके बाजुओं में समा गयी। खुशी के मारे उसकी आंखों से आंसू निकलने लगे। उसे ऐसा महसूस हो रहा था कि मानो इस एक पल में, उसे दुनिया की सारी खुशियां मिल गई हों। एक नन्ही कली शाख से इस तरह चिपक गयी, मानो कोई उसे तोड़ ले जाना चाहता हो। लेकिन उसे स्वयं नहीं पता था कि वह खुद टूट कर बिखर रही है। वह तो जैसे इस बिखरते हुए एक पल में अपनी पूरी जिंदगी जी लेना चाहती थी।

3 जनवरी 2002, गुरुवार, 14:20;

ऐलेक्स गुमसुम सा डेक के एक कोने पर बैठा था। कभी वह अपनी इस बकवास सी जिंदगी के बारे में सोच रहा था। तो कभी उसे क्रिस्टी का भी ख्याल आ जाता था। लेकिन क्रिस्टी का अब वह अपनी सोचों से निकालकर फेंक देना चाहता था। ऐलेक्स को अब मालूम हो गया था कि क्रिस्टी एक ऐसा आसमान पर चमकता हुआ सितारा है, जिसे वह देख तो सकता है, पर चाहकर भी छू नहीं सकता।

लॉरेन के बारे में सोच-सोच कर उसे गुस्सा आ रहा था कि आखिर उसने लॉरेन की बात क्यों मानी ? उसी के कारण क्रिस्टी और नाराज हो गई। इन्हीं विचारों में गुम वह बैठा था। तभी एक वेटर एक खूबसूरत सा लाल रंग का गुलाब का फूल लेकर आया और ऐलेक्स की तरफ बढ़ाते हुए बोला-

“दिस इज फॉर यू मिस्टर ऐलेक्स।“

ऐलेक्स ने ना समझते हुए भी फूल को हाथों में ले लिया। ऐलेक्स ने पहले इधर-उधर देखा पर उसे दूर-दूर तक कोई ऐसा नहीं दिखाई दिया, जिसने कि उसे फूल भिजवाया हो। अब उसकी नजर फूल पर पड़ी। वह एक ताजा अधखिली कली थी, जिसकी 6 इंच लम्बी डंडी में दो छोटे-छोटे पत्ते भी लगे हुए थे।

ध्यान से देखने पर ऐलेक्स को यह महसूस हुआ कि पत्तों पर कुछ लिखा है? वह फूल को अपने चेहरे के और पास लाकर, पत्ती पर लिखी लिखावट को पढ़ने की कोशिश करने लगा।

दोनो ही पत्तियों पर ‘सॉरी ‘ लिखा हुआ था। “सॉरी !“ वह होंठों ही होठों में बुदबुदाया- “यह मुझे सॉरी कहने वाला यहां पर कौन आ गया ? ....... कहीं क्रिस्टी तो नहीं ? ... ....नहीं.....नहीं, क्रिस्टी नहीं हो सकती। वह भला मुझे सॉरी क्यों बोलेगी ? फिर...... कौन हो सकता है?“

अभी ऐलेक्स अपने विचारों में ही उलझा हुआ था कि तभी एक मधुर स्वर लहरी वातावरण में गूंज उठी।

“क्या मैं यहां बैठ सकती हूं?“ ऐलेक्स ने आवाज को सुन अपना सिर ऊपर उठाया।

पिंक कलर की चुस्त टी.शर्ट और ब्लैक जींस पहने जो सुंदरता की मूरत खड़ी थी, वह यकीनन क्रिस्टी ही थी, ऐलेक्स को एक बार तो जैसे यकीन ही नहीं हुआ कि वह जाग रहा है या सपना देख रहा है। ऐलेक्स को कुछ सोचता हुआ देख, क्रिस्टी ने पुनः मुस्कुराते हुए पूछ लिया-
“क्या मैं यहां बैठ सकती हूं?“

“यस.... यस..... व्हाई नाट?“ ऐलेक्स ने घबरा कर कहा।

क्रिस्टी सामने वाली कुर्सी पर बैठ गयी। उसे इतना पास में बैठते देख ऐलेक्स घबराहट के मारे खड़ा हो गया।

“क्या आप कहीं जा रहे हैं?“ क्रिस्टी ने ऐलेक्स को खड़ा होते देख पूछ लिया।

“जी..... नहीं तो !“ ऐलेक्स अभी भी सामान्य नहीं हो पाया था।

“तो फिर आप खड़े क्यों हो गये? बैठिए ना।“ क्रिस्टी ने इठलाते हुए ऐलेक्स की घबराहट का मजा लिया।

“जी..... जी हां !“ यह कहकर ऐलेक्स धीरे से अपनी कुर्सी पर बैठ गया।

पर घबराहट अभी भी पूरी तरह से उसके ऊपर हावी थी ।जिसके कारण उसके हाथ कांप रहे थे।
क्रिस्टी ने धीरे से अपना हाथ बढ़ाकर, ऐलेक्स का कांपता हुआ हाथ, अपने हाथों में ले लिया।

“क्या बात है? आपके हाथ क्यों कांप रहे हैं? आपकी तबियत तो ठीक है ना ?“ क्रिस्टी के होंठों से निकलते हर एक शब्द में शोखी झलक रही थी।

“जी.... हां..... तबियत तो बिल्कुल ठीक है।“ क्रिस्टी के हाथ रखने पर ऐलेक्स के हाथों का कांपना और बढ़ गया- “बस......वो थोड़ी ठंडक आज ज्यादा है ना इसीलिए।“

“आपको मेरा भेजा हुआ फूल कैसा लगा ?“ क्रिस्टी ने टॉपिक चेंज करते हुए कहा।

“जी....... अच्छा था ।“ ऐलेक्स के मुंह से बड़ी मुश्किल से बोल फूट रहे थे।

ऐलेक्स इस तरह बार-बार इधर-उधर देख रहा था, जैसे किसी चोर को कोहिनूर के पास बैठा दिया गया हो।

“फूल के पत्तियों पर कुछ लिखा भी हुआ था ? आपने वह पढ़ा कि नहीं?“ क्रिस्टी ने बड़ी शाइस्तगी से फुसफुसा कर कहा।

“जी.... पढ़ा।“ ऐलेक्स ने जवाब दिया।

“मैं आपसे माफी मांगती हूं। कल सबके सामने मैंने आपका नाम ले लिया। मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था।“ कहते कहते झुककर क्रिस्टी ऐलेक्स के काफी पास आ गई।

“क....क......कोई बात नहीं। आपने फि...र मुझे बचा भी .....तो लिया था।“

क्रिस्टी को इतना पास देखकर अब ऐलेक्स के दिल की धड़कन बहुत तेज हो गई।

“तो क्या आपने मुझे माफ कर दिया?“ क्रिस्टी अब ऐलेक्स के और पास आ गई।

“ज....जी.....जी हाँ।“ ऐलेक्स ने घबरा कर अपनी कुर्सी को थोड़ा पीछे की ओर झुकाया।

“वैसे मुझे आपसे एक बात और करनी थी।“ क्रिस्टी ने सस्पेंस भरे स्वर में फुसफुसा कर कहा।

“क्....क्या ?“

क्रिस्टी का चेहरा अब बिल्कुल ऐलेक्स के चेहरे के पास था।
ऐलेक्स लगातार अपनी कुर्सी पीछे झुकाता जा रहा था। तभी एक झटके से आगे बढ़कर क्रिस्टी ने ऐलेक्स के होंठों को चूम लिया।

“आई लव यू!“

घबराहट की अधिकता के कारण ऐलेक्स इतना पीछे हटा कि वह कुर्सी सहित वहीं जमीन पर ढेर हो गया। उधर क्रिस्टी अपने प्यार का इजहार कर तेजी से उठी और ऐलेक्स को गिरता देख, खिलखिलाती हुई, भागते कदमों से ऐलेक्स से दूर चली गई।

ऐलेक्स हक्का-बक्का सा वहीं गिरा पड़ा रहा। उसके कानों में क्रिस्टी की खिलखिलाहट गूंज रही थी।

“बड़ी______खतरनाक बला है।“ ऐलेक्स ने अपने माथे पर आये पसीने को धीरे से पोंछते हुए कहा।






जारी रहेगा.........✍️
 

Raj_sharma

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Raj_sharma

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बहुत ही शानदार और लाज़वाब अपडेट है

Bahut hi shandar update he Raj_sharma Bhai,

Ab to kahani aur bhi pechida hoti ja rahi he..........

Dimag ki dahi ho rahi he abhi to.............

Keep posting Bhai

Zaroor padhe ge bhai raj

बहुत ही जबरदस्त और उलझनों से भरा अपडेट है भाई मजा आ गया
ये लाॅरेन की हत्या करने वाला और उसे लेकर भागने वाले ने सबको एक प्रकार के जाल में उलझा दिया
अब देखते हैं ये कडी कैसे सुलझती हैं
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा

Raj_sharma bhai next update kab tak aayega?

Shaandar jabardast update 👌
Shefali gayab ho gayi 😏 lagta us connection Atlantis se hai 😏

Welcome sir :roflbow:

बहुत ही शानदार अपडेट है !
हर अपडेट अगले अपडेट की तलब बढ़ा देता है

बहुत ही ग़ज़ब लिख रहे हैं आप मित्र !

New update

Bhai Suyash par hi nisana laga hi do wo bechara ab tak shak ke dayre mein nahi aaya hai ??
Yahan itne log hain aur kisi ko nahi pata hai ki Lauren ka boyfriend Taufiq hai.

Gun se shoot karne ke baad dhuwan ko phunk kar udane ki aadat Taufiq ki hai ye Suyash ko pata hai phir bhi Suyash ne abhi tak ye baat Taufiq se nahi puchha hai.

Ab to ye bhi ho sakta hai ki ek sath is murder mein ek se jayada log shamil ho sakte hain.

बहुत तेजी से एक दूसरे पर उँगलियाँ उठने लगीं हैं।
लेकिन एक बात जो मैंने नोटिस करी है वो यह कि सुप्रीम जहाज अपने अज्ञात अंजाम की तरफ़ बढ़ रहा है - इस बात की परवाह कप्तान और कप्तान के दल में किसी को भी नहीं है। कप्तान साहब तो “मिस मार्पल” वाला खेल खेलने में व्यस्त हैं। उनकी एकमात्र जिम्मेदारी यह है कि जहाज़ को और उसमें यात्रा कर रहे यात्रियों को सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुँचाएँ। लेकिन, लगता है वो इस बेसिक बात को ही भूल गए हैं।
लॉरेन का खून किसने किया वो जानना आवश्यक है, लेकिन तब ही जब जहाज़ में कोई शेष बचता है। अगर क़ातिल और मक़तूल का एक ही हश्र हो गया, तो इस बात का मतलब कहाँ कि किसने किसको मारा?
और सबसे मज़ेदार बात यह है कि सुयश भाई सभी पर उँगलियाँ उठा रहे हैं। उनके हिसाब से सभी ख़ूनी हो सकते हैं। लेकिन, वो भी तो हो सकते हैं! है कि नहीं? कप्तान हैं, इसका ये मतलब नहीं कि वो शक़ से ऊपर हैं।
बढ़िया तीन अपडेट्स! लेकिन कहानी ठहर सी गई लगती है।

Bechara Alex pehle kisi ka ex boyfriend ban gaya aur fir Kristy ne uspe sawalon ke bauchar dhag de😂😂

Koi bhi nervous ho jaayega. Kristy bhi simple nhi hai...

Nice update💙... fantasy nhi yeh thriller hai par🙃

2 Interpol ke bhagode to expose ho gaye ab bache huay bhi in dono ki harkato se na expose ho jaye isi liye kaha jata hai bhai utni piyo jitni pach jaye

Bhut shandaar update ...



Kahani uljhti huyi सुप्रीम को anjan manjil ki taraf ले जा रही हैं

Bahut hi shandar updates he Raj_sharma Bhai,

Jitna suljhti he kahani utna hi ulajh jati he...........

Bruno ko opposite direction me bhi le ja kar dekh liya..............lekin result zero

Upar se Jenith ka room bhi pehle se hi khangala ja chuka he................

Qatil kaho ya mujrim jo loi bhi he bada hi shatir he............kuch bhi surag nahi chhodta

Keep rocking Bro

सवालों का जंगल है जिसमें जवाबों के खरगोश कहीं छुपे बैठे हैं
समन्दर से किसी के जहाज के केबिन की खिड़की में घुसना तो सम्भव नहीं लगता
लेकिन
ऊपर के डेक से रस्सी के सहारे उतरना मुश्किल जरुर है, असंभव नहीं
यहां जो कुछ भी हो रहा है प्राकृतिक नहीं इन्सानी साजिश है

Awesome update
Har update ke SATH kuchh na kuchh Naya hi रहस्य सामने आ रहे हैं

उम्दा अपडेट :applause:

वैसे सवाल वाजिब है कि लॉरेन की लाश का गायब होना तो समझ आता है, पर भला गार्ड की लाश का कोई क्या करेगा?

Unless it is a part of some experiment. और पता नहीं क्यों एक शक मुझे ये भी हो रहा है।

Shandar update Bhai
Akir toufik kis kam ki baat kar raha tha

Badhiya update

To ab sawal guard ki lash par aa gaya ha loren ko to man liya ki uska murder karke uski lash ko chhipa diya ho lekin guard ki lash ka koi kya karega or itni uper smunder se chadhkar ana or lash ko le jana ye kki chhota kam to nahi ha to kashin iske pichhe un atlantis walon ka to kam nahi ya fir koi atlantis ka wasi isi ship par mojud ho jo ye sab kar raha ho ya fir wo atlantis ka raj janne ke liye in sabko bhi atlantis ki taraf le jana chahta ho wo hote ha na sanki scientist jo apni research ko pura karne ke liye kuchh bhi kar sakte han wo dekhte han ki kya hota ha
SANJU ( V. R. )
HalfbludPrince


Update Posted friends :declare:
 

Raj_sharma

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To dosto jaisa ki apun ne wada kiya tha, aaj ka 2nd update bhi post kar diya hai👍 abhi aap log apna kee.ti review dekar mujhe dhanya kare:pray:
 
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# 28 .

“हो सकता है कि आप ठीक कह रहे हों पर लॉरेन को मारने की वजह तो आपके पास भी थी।“ सुयश की आवाज में शंका के भाव थे।

“मेरे पास!“ जैक ने कांपते शब्दों से कहा।

“जी हां ! आपके पास।“ सुयश ने अपने शब्दों पर जोर देते हुए कहा- “क्यों कि जब आप उस दिन जबरदस्ती जेनिथ के रूम में घुसे थे, तो लॉरेन ने ही फोन पर हमें खबर दी थी। यानि उसी के कारण आप के मंसूबों पर पानी फिर गया था। तो फिर कहीं ऐसा तो नहीं कि उसी गुस्से में आपने उसे मार दिया हो।“

“मैं ...... मैंने लॉरेन को नहीं मारा और फिर रुमाल पर ‘जे‘ अक्षर का मिलना यह तो साबित नहीं करता कि यह मेरा ही है। इस शिप पर और भी ‘जे‘ अक्षर वाले लोग हैं, आप उनसे क्यों नहीं पूछते?“ जैक के शब्दों में लड़खड़ाहट साफ नजर आ रही थी।

“आप सही कह रहे हैं और भी ‘जे‘ अक्षर वाले हैं।“ यह कहकर इस बार सुयश जॉनी की ओर घूमा ।

“हाँ तो मिस्टर जॉनी। कहीं ये रुमाल आपका तो नहीं है, क्यों कि लॉरेन से आपकी भी वही दुश्मनी थी जो जैक की थी और वैसे भी लाइट ऑन होने पर, लाश के सबसे पास में आप ही थे। आपने उस समय इसका कारण शर्त बताया था। पर अब तो मुझे यह लग रहा है कि आप उस समय झूठ बोल रहे थे और लॉरेन को आप ही ने मारा है।“ सुयश अपने शक की सुई जॉनी पर डालते हुए बोला। जॉनी सभी की आशा के विपरीत जवाब में हंस पड़ा-

“मुझे आपसे यह उम्मीद नहीं थी कैप्टेन। आप तो काफी समझदार लगते हैं। आपको तो पता होना चाहिए कि 0.22 एम.एम. की गोली यदि किसी को इतनी नजदीक से मारी जाए तो उसके चेहरे को पहचानना मुश्किल हो जाता और फिर अगर मैं लॉरेन को मारता तो क्या आप मुझे इतना बेवकूफ समझते हैं कि मैं स्टेज पर खड़ा रहता और सबसे बड़ी बात तो यह है कि अब यह बात तो साफ हो चुकी है कि लॉरेन को उसके बॉयफ्रेंड ने मारा। और अगर मैं लॉरेन का बॉयफ्रेंड होता, तो वह उस दिन, जिस दिन हम उसके कमरे में घुसे थे, बीच-बचाव करती, ना कि आपको फोन करके बुलाती। वैसे एक विशेष बात मैं आपको यह भी बता दूं कि यदि मुझे रिवाल्वर चलाना आता होता तो मैं निशानेबाजी प्रतियोगिता में भाग अवश्य लेता।“

“सबसे पहले आप यह बताइए कि क्या वास्तव में आपको रिवाल्वर चलाना नहीं आता ?“ सुयश ने शंकित स्वर में जॉनी को घूरते हुए पूछा।

“जी नहीं !“ जॉनी ने जवाब दिया।

“तो फिर आपको गोली के व्यास के बारे में इतनी अच्छी जानकारी कैसे है? और आपने यह कैसे जान लिया कि लॉरेन को 0.22 एम.एम. की ही गोली मारी गई थी।“ सुयश ने पुनः जॉनी पर एक नये सवाल का गोला दागा।

“मैंने उस दिन लॉरेन की लाश के पास से बरामद रिवाल्वर को देखा था। वह अमेरिकन मेड ‘कोल्ट‘ कंपनी की रिवाल्वर थी, जिसमें 0.22 एम.एम. की गोलियां ही पड़ती हैं। और रही बात रिवाल्वर और उसमें पड़ने वाली गोली की जानकारी की, तो वो मुझे जैक की रिवाल्वर में रुचि होने के कारण पता है। मैं हमेशा इसी के साथ रहता हूं। इसलिए मुझे भी फायर आर्म्स की अच्छी जानकारी हो गई है।“

सुयश को जब समझ में ना आया कि वह जॉनी से अगला सवाल क्या करे तो फिर वह अगले ‘जे‘ की तरफ घूम गया। और इस बार वह ‘जे‘ थी जेनिथ।

“हां तो मिस जेनिथ, आपका इस रूमाल के बारे में क्या ख्याल है? क्या यह आपका है? क्यों कि कत्ल होने के पहले आप स्टेज पर थीं, परंतु लाइट आने के बाद आप भी स्टेज से गायब थीं। कहीं ऐसा तो नहीं कि आप ही ने अंधेरे का फायदा उठा कर लॉरेन को मार दिया हो।“ सुयश ने जेनिथ को देखते हुए कहा।

“क्या.......? क्या बात कर रहे हैं आप?“ जेनिथ का चेहरा एका एक जैसे दहकने लगा हो-
“मैं भला लॉरेन को क्यों मारूंगी ? वही तो एकमात्र मेरी सबसे प्रिय सहेली थी। मेरी भला उस से क्या दुश्मनी हो सकती है? और अगर मुझे उसे मारना होता तो मैं तो उसे सबसे आसानी से कहीं भी मार सकती थी। फिर भला इतना नाटक करके मैं उसे सबके सामने स्टेज पर क्यों मारती ? और वैसे भी मैं रिवाल्वर चलाना नहीं जानती। मुझे तो इसी बात का अफसोस है कि अगर उसे जान का खतरा था तो उसने मुझसे क्यों नहीं बताया ? उसने सारी बातें मुझसे क्यों छिपाये रखीं ? ............फिलहाल सॉरी कैप्टन, यह रुमाल मेरा नहीं है।“

“हूं........कह तो आप भी सही रही हैं।“ कहकर सुयश ने पुनः आसपास नजर दौड़ाई। पर अब वहां पर खड़े लोगों में से किसी का नाम ‘जे‘ से नहीं था।

कुछ क्षणों के लिए वहां पर एक निस्तब्ध सन्नाटा सा छा गया। इस समय सुबह का 7:00 बज रहा था। सूर्यदेव अपने इंद्रधनुषी रथ को लेकर आसमान में धीरे-धीरे आ रहे थे। समुद्र का पूर्व दिशा का पानी बिल्कुल सुनहरा सा प्रतीत हो रहा था। सारी रात इसी बहसबाजी में खत्म हो चुकी थी। लेकिन शायद बहस अभी खत्म नहीं हुई थी, क्यों कि असलम अब ध्यान से कैप्टन के हाथ में पकड़े रुमाल पर बनी उस ‘जे‘ आकृति को देख रहा था।

“क्या मैं यह रुमाल दोबारा देख सकता हूं कैप्टेन?“ असलम ने सुयश से रुमाल मांगते हुए कहा।

“हाँ....हाँ...... क्यों नहीं ?“ यह कहकर सुयश ने धीरे से रुमाल असलम की ओर बढ़ा दिया। असलम उलट-पुलट कर उस रुमाल को देख रहा था और सुयश उसे आशा भरी नजरों से देख रहा था कि शायद उसे कोई और क्लू मिल जाए।

असलम उस आकृति को ध्यान से देखने के बाद गहरी सांस लेकर बोला-
“कैप्टन आप दावे के साथ यह कैसे कह सकते हैं कि इस रूमाल पर कढ़ी हुई यह आकृति अंग्रेजी वर्णमाला का ‘जे‘ ही है?“

असलम की बात सुनकर सभी सकते में आ गए। अब पुनः सबकी निगा हें रुमाल पर कढ़ी उस आकृति पर थी।

“क्या कहने का मतलब है आपका ? क्या यह आकृति अंग्रेजी का ‘जे‘ नहीं बल्कि कुछ और है?“ सुयश ने असलम की ओर देखते हुए पूछा।

“कैप्टेन क्या आप उर्दू जानते हैं?“ असलम ने सुयश से सवाल के बदले सवाल करते हुए पूछा। “

नहीं !“ सुयश ने नकारात्मक अंदाज में अपना सिर हिलाते हुए जवाब दिया।

“कैप्टन, उर्दू का ‘लाम‘ अक्षर बिल्कुल इसी तरह होता है।“

“लाम! यह लाम का क्या मतलब होता है?“ सुयश ने रुमाल को पुनः ध्यान से देखते हुए पूछा।


“लाम का मतलब होता है कि जिस व्यक्ति का यह रुमाल है, उसका नाम अंग्रेजी के ‘एल‘ अक्षर से स्टार्ट हो सकता है।“ असलम ने कहा।

अब एक नया अक्षर लोगों के सामने निकल कर आ गया था।

“मिस्टर तौफीक! आप भी मुस्लिम हैं, और उर्दू जरूर जानते होंगे। जरा देखकर बताइये कि क्या असलम सही कह रहा है?“ सुयश तौफीक से मुखातिब हो बोल उठा।

“जी हाँ, मिस्टर असलम बिल्कुल ठीक कह रहे हैं।“ तौफीक ने पहली बार रुमाल को ध्यान से देखते हुए कहा।

“हाँ तो मिस्टर लोथार!“ सुयश ने एक बार फिर रुमाल को हवा में लहरा या- “क्या यह रुमाल आपका है? क्यों कि आपका भी नाम ‘एल‘ अक्षर से शुरू होता है, और आपका भी निशाना परफेक्ट है।“

“जी नहीं , यह रुमाल मेरा नहीं है।“ लोथार ने शांत और स्पष्ट शब्दों में जवाब दिया- “और ना ही मुझे उर्दू आती है। यहां तक कि मैं तो लॉरेन से शिप से पहले कभी मिला भी नहीं था।

“आपका क्या ख्याल है मिस्टर लारा ?“ सुयश ने लारा की ओर रुमाल लहराते हुए कहा-
“क्या यह ‘लाम‘ ही हो सकता है?“

“यह सब आप मुझसे क्यों पूछ रहे हैं......सर।“ लारा ने घबराए स्वर में कहा- “कहीं आप मुझ पर तो शक नहीं कर रहे हैं?“

“क्यों आपका नाम भी तो ‘एल‘ से शुरू होता है और फिर लॉरेन की लाश तो आप ही की कस्टडी में रखी थी। हो सकता है कि आपने जानबूझकर स्टोर रुम में ताला ना लगाया हो और लाश आपने ही गायब की हो।“ सुयश के चेहरे पर एक अजीब सी मुस्कान थिरक उठी।

“मैं.....मैं......भला लाश क्यों ले जाऊंगा ?“ लारा अब पूरी तरह नर्वस हो चुका था-
“अगर मुझे लाश ले जानी होती तो मैं स्टोर रूम में ताला लगा कर भी लाश ले जा सकता था।“

“जरूर ले जा सकते थे, पर तब ताला ना टूटने की स्थिति में सभी का सीधा शक आप पर चला जाता।“ सुयश ने कहा।

“ठीक है मैं आपकी यह बात मानता हूं। लेकिन जिस समय कातिल लॉरेन की लाश को लेकर भाग रहा था। उस समय तो मैं आपके साथ उसका पीछा कर रहा था।“ लारा बोला !

इस बार लारा का तर्क बिल्कुल सही था और सुयश के पास इसका कोई जवाब नहीं था।

“कहीं ऐसा तो नहीं कहा कैप्टेन कि यह रुमाल लॉरेन का ही रहा हो और लाश लेकर भागते समय उसकी जेब से गिर गया हो।“ अलबर्ट ने एक बार फिर अपना सुझाव दिया। सुयश को अलबर्ट की बात जंच गई।

“आप ध्यान से देखिए इस रुमाल को मिस जेनिथ, कहीं ऐसा तो नहीं कि यह रुमाल लॉरेन का ही रहा हो।“ सुयश ने जेनिथ की तरफ रुमाल को बढ़ाते हुए कहा।

“जी नहीं ! मैंने ऐसा रुमाल कभी भी लॉरेन के पास नहीं देखा।“ जेनिथ ने ध्यान से रुमाल को देखते हुए कहा-
“हां यह बात अलग है कि वह सफेद धागे से अक्सर कपड़ों पर कढ़ाई किया करती थी।“

“अब आप सिर्फ इतना बता दीजिए मिस जेनिथ कि क्या लॉरेन को उर्दू आती थी ?“ सुयश ने जेनिथ से एक और सवाल कर दिया।

लेकिन इससे पहले कि जेनिथ कोई और जवाब दे पाती, क्रिस्टी बीच में बोल उठी-

“आती थी। लॉरेन को उर्दू सहित कई और भाषाएं भी आती थीं। नई-नई भाषाएं सीखना तो उसका शौक था।

“लेकिन यह रुमाल लॉरेन का नहीं हो सकता।“ जेनिथ ने रुमाल को गहरी नजरों से देखते हुए कहा- “और ना ही यह रुमाल मेरा हो सकता है।“

“तुम इतने दावे के साथ यह बात कैसे कह सकती हो ?“ सुयश ने जेनिथ की आँखों में देखते हुए पूछा।

“क्यों कि यह रुमाल लेडीज नहीं जेन्ट्स है।“ जेनिथ ने कहा।

जेनिथ की बात सुनकर सभी आश्चर्य से पुनः उस रूमाल को देखने लगे।

“जेनिथ बिल्कुल सही कह रही है।“ तौफीक ने जेनिथ की तरफदारी करते हुए कहा- “क्यों कि इस रुमाल का आकार काफी बड़ा है। जबकि लेडीज हमेशा छोटा रुमाल इस्तेमाल करती हैं।“

“तो अब ये भी फाइनल नहीं हो सकता, कि इस रुमाल पर ‘जे‘ लिखा है या फिर ‘लाम‘।“ सुयश ने कहा।

“एक मिनट रुकिए सर!“ इतना कहकर असलम ने पुनः उस रुमाल को सुयश के हाथों से ले लिया, और दोबारा उसे ध्यान से देखते हुए बोला- “अब यह बात तो मैं पक्के तौर पर कर सकता हूं, कि यह ‘जे‘ नहीं ‘लाम‘ ही है।“

“वो कैसे?“ लारा पूछ बैठा ।

“क्यों कि यह आकृति रुमाल के दाहिने कोने पर, ऊपरी साइड में बनी है।“ असलम ने कहा।

“क्या मतलब हुआ इसका ?“ सुयश ने प्रश्नवाचक शब्दों में पूछा।

“यदि यह अक्षर इंग्लिश में होता तो उसे रुमाल के बाएं कोने पर होना चाहिए था। क्यों कि इंग्लिश बाएं से दाएं लिखी जाती है। जबकि उर्दू दाएं से बाएं। अगर यह अक्षर किसी के नाम का पहला अक्षर है तो यह उर्दू में ही है और ‘लाम‘ ही है।“

असलम के तर्क काफी सटीक लग रहे थे।

“ऐसा जरूरी तो नहीं ।“ अलबर्ट ने असलम की बात को काटते हुए कहा- “क्यों कि कुछ लोग अपने रुमाल पर, नीचे दाहिनी साइड में अक्षरों की कढ़ाई करते हैं।“

“आप बिल्कुल ठीक कह रहे हैं प्रोफेसर।“ असलम ने अलबर्ट के शब्दों का जवाब देते हुए कहा- “कि कुछ लोगों के रुमाल पर नीचे की दाहिनी साइड में अक्षरों की कढ़ाई रहती है। लेकिन किसी भी रुमाल पर इंगिलश का अक्षर ऊपर की साइड में दाहिनी ओर आपको नहीं मिलेगा। ऐसा सिर्फ उसी दशा में संभव है, जबकि अक्षर उर्दू का कढ़ा हो।“

अब सभी असलम के तर्क से सहमत दिख रहे थे। कुल मिलाकर रुमाल से कोई विशेष निष्कर्ष नहीं निकाला जा सका, सिवाय कुछ जटिल तर्को के।

अब सुयश सहित सभी वापस स्टोर रुम में आ गये।





जारी रहेगा......…✍️
Jack ki to bechare ki pahle se fati padhi thi captain ne sawal pooch kar or bhi faas di:yes1: caption sab se swaal pooch kar tasalli kar raha ki loren ko kisne mara, ye saala laam ka kya locha hai? Kahi ye wo laam to nahi jiska jikar shefaali ne kiya tha? Lash ka gayab hona? Jaroor iska sambandh atlantis se juda hua hoga:roflbow::roflbow:mind blowing story and awesome update 👌🏻👌🏻
 
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