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Fantasy 'सुप्रीम' एक रहस्यमई सफर

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
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259

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
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Har update mei nya mod aa rha h ab Albert pr bhi shak h ki wo har ajib ghtna ke samay hi kyo hota h kahi aisa to nhi ise hi koi research karni ho Raj_sharma bhai
Ye sambhavna bhi ho sakti hai bhai, per baat utni bhi seedhi nahi jitni lagti hai, abhi kahani me ek or Hindustani ka aana baaki hai :approve: Ab kahani nikli hai to door tak jaayegi:declare:Thanks brother for your valuable review and support Seen@12
 

DEVIL MAXIMUM

"सर्वेभ्यः सर्वभावेभ्यः सर्वात्मना नमः।"
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# 7.
26 दिसम्बर 2001, बुधवार 15:00; “सुप्रीम”

“क्या बात है तौफीक?“ जेनिथ ने धीरे से अपना हाथ तौफीक के हाथ पर रखते हुए कहा-

“तुम मुझसे इतना अलग-अलग सा रहने की कोशिश क्यों करते हो ? ठीक तरह से बातें भी नहीं करते।“ तौफीक ने धीरे से अपना हाथ जेनिथ के हाथ के नीचे से निकालते हुए, कोल्ड ड्रिंक का गिलास उठाया, और होठों से लगा कर धीरे-धीरे चुस्कियां लेने लगा । जब थोड़ी देर तक तौफीक ने कोई जवाब नहीं दिया, तो जेनिथ फिर से पूछ बैठी-

“तुमने मेरी बात का जवाब नहीं दिया तौफीक।“

“जिस आदमी की जिंदगी खुद एक सवाल बन गई हो, वह भला किसी की बात का क्या जवाब दे सकता है।“ तौफीक ने बड़े उलझे हुए शब्दों में कहा ।

“क्या मतलब?“ जेनिथ ने तौफीक से पूछा।

“मतलब तुम समझने की कोशिश नहीं कर रही हो।“ तौफीक ने सपाट स्वर में कहा- “जो तुम सोच रही हो। वह कभी संभव नहीं हो सकता।“

“मैं क्या सोच रही हूं?“ एका एक जेनिथ के चेहरे पर हल्की सी मुस्कान उभरी ।

“यही कि मैं तुमसे प्यार करूं। तुम्हारे साथ शादी कर लूं।“ तौफीक ने एका एक थोड़ा सा उत्तेजित हो कर कहा- “और तुम्हारे साथ पूरी जिंदगी बिताऊँ।“

“थैंक गॉड! कि तुम्हें यह एहसास है कि मैं तुम्हें प्यार करती हूं।“ जेनिथ ने चेहरे पर क्रास बनाते हुए, खुशी भरे स्वर में कहा-

“लेकिन इसमें आखिर बुराई क्या है? क्या तुम किसी और से प्यार करते हो ? या मैं तुम्हें पसंद नहीं .. ...या.......या फिर ......कोई और बात है।“

“बार-बार एक ही बात को मत दोहराओ जेनिथ।“ तौफीक ने झुंझलाते हुए कहा-

“मुझे एहसास है, कि तुम क्या सोच और समझ रही हो। पर तुम इस बात को नहीं जानती, कि मैं इस समय सस्पेंड चल रहा हूं और फिर मेरी जिंदगी का भी कोई भरोसा नहीं है। हर कदम पर हजारों दुश्मन घूम रहे हैं। क्या पता, कब किधर से एक गोली आए और ............।“

लेकिन इससे पहले की तौफीक उसके आगे और कुछ बोल पाता, जेनिथ ने आगे बढ़कर, अपना हाथ तौफीक के होठों पर रख दिया । जेनिथ के चेहरे को देखकर ऐसा महसूस हो रहा था, जैसे वह अभी रो देगी ।

“बस! इसके आगे कुछ मत बोलना।“ जेनिथ एका एक भावुक हो गई-

“तुम्हारे ऊपर आई हर गोली के आगे, मैं अपना शरीर कर दूंगी । पर तुम्हें आंच नहीं आने दूंगी ।“

“मैं तुम्हारे भावनाओं की कद्र करता हूं।“ तौफीक ने जेनिथ का कोमल हाथ अपने मुंह के ऊपर से हटाते हुए कहा-
“पर मैं अपनी जिंदगी के साथ-साथ, तुम्हारी जिंदगी को भी खतरे में नहीं डाल सकता।“

“जब मैं खतरा उठाने को तैयार हूं, तो फिर तुम्हें क्या परेशानी है?“ इस बार जेनिथ ने थोड़ा रोष में आते हुए कहा।

“परेशानी है........ क्यों कि........ क्यों कि......।“ तौफीक एका एक कुछ कहते- कहते चुप हो गया।


“हां......हां......बोलो.....बोलो...... तुम्हें क्या परेशानी है तौफीक?“ जेनिथ ने शायद उसके आगे के शब्द समझ लिए और तौफीक की आंखों में अपने लिए प्यार की भाषा भी पढ़ ली। इसी लिए वह तौफीक को जोश दिलाते हुए बोली। अचानक तौफीक के चेहरे के भाव परिवर्तित हुए और वह फिर उत्तेजित नजर आने लगा-

“क्यों कि मेरे डिक्शनरी में प्यार नाम का, तब तक कोई शब्द नहीं आएगा, जब तक मेरा काम पूरा नहीं हो जाता।“

“तुम किस काम की बात कर रहे हो? मैं समझी नहीं।“ जेनिथ ने उलझे स्वर में तौफीक से पूछा ।

“तुम समझोगी भी नहीं । फिलहाल तो मैं इतना बता दूं, कि मुझे एक बहुत जरूरी काम को सरअंजाम देना है। और इस काम के पहले मैं तुम्हारे बारे में सोच भी नहीं सकता।“ तौफीक ने जवाब दिया ।

“ठीक है! अगर तुम मुझे उस बात के बारे में नहीं बताना चाहते। तो मैं तुम्हें इसके लिए बाध्य नहीं करुंगी। मेरे जिंदा रहने के लिए इतना ही काफी है, कि कभी न कभी तुम मेरे होकर ही रहोगे।“ जेनिथ ने कहा।

“वैसे तब तक के लिए हम एक अच्छे दोस्त बने रह सकते हैं, या नहीं ।“ जेनिथ ने पुनः मुस्कुराते हुए तौफीक की आंखों में आंखें डालकर, अपना दाहिना हाथ आगे बढ़ाते हुए पूछा।

“बेशक!“ तौफीक ने जेनिथ का हाथ थामते हुए कहा-
“लेकिन कब तक? ........पता नहीं ।“

“अच्छा ! अब जब हम अच्छे दोस्त बन ही गए हैं, तो तुम्हारी हर परेशानी मेरी ।“ जेनिथ ने खुश हो कर कहा-

“अब तुम ये बताओ कि तुम्हें सस्पेंड क्यों कर दिया गया?“ कहकर जेनिथ एक क्षण के लिए रुकी। शायद वह अब तौफीक के बोलने का इंतजार कर रही थी । कुछ देर तक तौफीक को न बोलते देख, वह फिर से बोल उठी -

“ठीक है अगर तुम अपने मिशन के बारे में नहीं बताना चाहते, तो मत बताओ। पर दोस्त होने के नाते, कम से कम अपने सस्पेंड होने का कारण तो बता सकते हो । और वैसे भी तुमको पता नहीं है कि मेरे डैड भी फ्रांस की आर्मी में कर्नल की पोस्ट पर हैं। मैं उनसे कह कर तुम्हारा सस्पेंशन ऑर्डर कैंसिल कराने की कोशिश करुंगी।“

“अब कोई चाहकर भी इस मामले में कुछ नहीं कर सकता । क्यों कि मेरे ऊपर, देश के दुश्मनों के साथ मिलकर, गद्दारी करने का आरोप लगाया गया है। यह बात अलग है कि फ्रांस की सरकार, अभी तक इसे पूरी तरह सच नहीं मान रही है। लेकिन कब तक.........सारे सबूत मेरे खिलाफ हैं। एक न एक दिन, सभी लोग इसे सच मान ही लेंगे। फिर मेरा क्या होगा ?“ तौफीक के शब्दों में रोष और निराशा साफ झलक रही थी ।


“अच्छा छोड़ो इन बातों को।“ जेनिथ ने तौफीक को दुखी होते देख, टॉपिक को चेंज करते हुए कहा-

“आओ डेक पर चलते हैं। बाहर मौसम बहुत अच्छा है।“ यह कहकर जेनिथ ने रेस्टोरेंट के बिल पर साइन किया और तौफीक के हाथों में हाथ डालकर, धीरे-धीरे चलते हुए, रेस्टोरेंट के बाहर निकल गई। जेनिथ का हाथ तौफीक के हाथ में देखकर, किसी के चेहरे पर एक कड़वी मुस्कुराहट आई और फिर वह परछाई भी रेस्टोरेंट के बाहर निकल गयी।


चैपटर-3
27 दिसम्बर 2001, गुरुवार, 10:15;
आज मौसम काफी खुशगवार था। परंतु ऐलेक्स के ऊपर मौसम का, आज कोई भी प्रभाव नहीं दिख रहा था। वह बहुत परेशान था, क्यों कि आज तीसरा दिन था, जबसे उसकी क्रिस्टी से बात नहीं हुई थी। वह इन बीते हुए 3 दिनों से क्रिस्टी के पीछे भाग-भाग कर परेशान हो गया था।

पहली बात तो वह जल्दी अपने रूम से निकलती नहीं थी, और अगर निकल भी गयी, तो किसी न किसी के पास खड़े हो कर बातें करने लगती। ऐलेक्स को वह अकेले कभी मिल ही नहीं रही थी।

आज ऐलेक्स सुबह से ही उसके कमरे के बाहर इधर-उधर टहल रहा था। उसने यह निश्चय कर लिया था कि आज वह क्रिस्टी से बात करके ही रहेगा, चाहे इसके लिए उसे कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़े। उसे गैलरी में टहलते हुए काफी देर हो गई थी।

तभी ‘खटाक्‘ की आवाज के साथ क्रिस्टी के कमरे का दरवाजा खुला और क्रिस्टी कमरे से निकलकर बाहर आयी। उसने चाबी से रूम को लॉक किया और चाभी को अपनी चुस्त जींस की जेब के हवाले कर दिया । दरवाजा लॉक करने के बाद, उसने सरसरी तौर पर एक नजर गैलरी में डाली । उसकी नजर कुछ दूर खड़े ऐलेक्स पर पड़ी, जो कि लगातार उसी को देख रहा था ।

ऐलेक्स को देख क्रिस्टी ने अजीब सा मुंह बनाते हुए, कुछ बड़बड़ाया । पर ऐलेक्स को वह बातें, दूरी अधिक होने के कारण सुनाई नहीं दी । लेकिन इतना तो वह समझ चुका था कि क्रिस्टी ने उसके लिए कुछ विशेष ‘इटैलियन मंत्र‘ पढ़ा था।

तभी क्रिस्टी गैलरी के दूसरी ओर से डेक की ओर चल दी । ऐलेक्स ने जब उसे दूसरी तरफ जाते देखा, तो वह तेज कदमों से उसके पीछे चल दिया । क्रिस्टी कई गलियों को पार करती हुई, सीढ़ियां चढ़कर डेक पर आ गयी। ऐलेक्स अभी भी उसके पीछे था।

क्रिस्टी ने धीरे से पीछे से आ रहे ऐलेक्स पर एक नजर डाली और फिर किसी की तलाश में, अपनी नजर इधर-उधर घुमाने लगी। ऐलेक्स अब उस से कुछ ही दूरी पर था। तभी क्रिस्टी की नजर सामने खड़े तौफीक व लोथार पर पड़ी। जो कि आपस में बातें कर रहे थे। वह ऐलेक्स से पीछा छुड़ाने के उद्देश्य से तेजी से उन दोनों की तरफ बढ़ गई।

“हैलो मिस्टर तौफीक! हैलो मिस्टर लोथार!“ क्रिस्टी ने दोनों के पास पहुंचते हुए उन्हें संबोधित किया।


“हैलो !“ दोनों ने समवेत स्वर में क्रिस्टी की ओर देखते हुए कहा।

“आप दोनों का निशाना तो गजब का है। क्रिस्टी ने उनकी तारीफ करते हुए कहा-

“बाई द वे! मेरा नाम क्रिस्टीना जोन्स है।“ यह कहते हुए क्रिस्टी ने बारी-बारी दोनों से हा थ मिलाया ।

“मैं तो आप लोगों के निशाने की फैन हो गई। क्या आप मुझको भी निशाना लगाना सिखा सकते हैं?“ यह कहकर क्रिस्टी, सिर्फ दिखावे के लिए, दोनों से बात करने में मशगूल हो गई। उधर ऐलेक्स, क्रिस्टी को तौफीक व लोथार की तरफ जाते देख एक जगह रुक गया।

क्रिस्टी की पीठ ऐलेक्स की तरफ थी। ऐलेक्स गुस्से के कारण मन ही मन में अपने आप पर बड़बड़ाने लगा। उसकी बड़बड़ाहट सुनकर पास से जाती हुई लॉरेन, उसके पास आ गई। “आपने मुझसे कुछ कहा क्या ? मिस्टर....... !“
इतना कहकर लॉरेन ने अपनी बात अधूरी छोड़ दी।

“ऐलेक्स!......मुझे ऐलेक्स कहते हैं।“ ऐलेक्स ने एका एक घबरा कर कहा ।

“ऐलेक्स!..... गुड नेम!.... आप शायद रूस से हैं।“ लॉरेन ने ऐलेक्स में दिलचस्पी दिखाते हुए कहा।

“जी हां ! मिस लॉरेन! आपने बिल्कुल सही कहा।“ ऐलेक्स ने एक नजर लॉरेन पर डालते हुए कहा- “मैं रुस से ही हूं।“

“वाह! आप तो मेरा नाम भी जानते हैं।“ लॉरेन ने ऐलेक्स की भूरी-भूरी आंखों में झांकते हुए कहा ।

“जी हाँ ! आपको मैंने जेनिथ के साथ डांस करते हुए देखा था।“ ऐलेक्स ने तुरंत क्रिस्टी व लॉरेन की मुलाकात का जिक्र गोल करते हुए कहा।

“वैसे आप काफी हैंडसम हैं।“ लॉरेन ने ऐलेक्स की तारीफ करते हुए कहा।

“आपके कहने से क्या होता है?“ ऐलेक्स ने उलझे-उलझे से स्वर में कहा- “जिसको समझना चाहिए, वह तो नहीं समझती।“

“क्या मतलब?“ इस बार लॉरेन ने ऐलेक्स की नजरों का पीछा करते हुए, क्रिस्टी पर नजर डाली।

“ओऽऽऽऽऽ मैं समझ गई।“ लॉरेन ने होंठों को गोल करते हुए, समझने वाले अंदाज में कहा-

“वैसे, उसका नाम क्रिस्टी है। .....मेरी दोस्त है...... आप कहें तो मैं उससे आपकी दोस्ती करवा सकती हूं।“ इस बार पहली बार ऐलेक्स ने गहरी निगाहों से लॉरेन को देखा और मुस्कुराते हुए कहा-

“क्या आप सचमुच उससे मेरी दोस्ती करवा सकती हैं?“

“क्यों नहीं ! यह तो मेरे बांए हाथ का खेल है। पर यह सब करने से मेरा क्या फायदा ?........ मतलब कि यह सब करने से मुझे क्या मिलेगा ?“ लॉरेन ने कहा।

“आपको ! ...... “ ऐलेक्स ने लॉरेन को आश्चर्य से देखते हुए कहा-

“आपको क्या चाहिए?“

“चलिए! ..... मेरी छोड़िए।“ लॉरेन ने एका एक टॉपिक चेंज करते हुए कहा-


“मैं आपकी दोस्ती तो क्रिस्टी से करवा सकती हूं, पर वह अजनबियों से दोस्ती नहीं करती। इसलिए आपको थोड़ा सा नाटक करना पड़ेगा।“

“नाटक! ...... कैसा नाटक?“ ऐलेक्स ने ना समझने वाले भाव से कहा।

“कोई खास नहीं.......। बस आपको ये शो करना होगा कि आप मेरे बहुत पुराने दोस्त हैं।“ लॉरेन ने ऐलेक्स की ओर देखते हुए कहा।

“ठीक है। अगर बात सिर्फ इतनी सी है, तो मुझे कोई ऐतराज नहीं है।“ ऐलेक्स ने सहमति से सिर हिलाते हुए कहा।

“तो फिर ठीक है। मैं उसे अभी बुलाती हूं।“ यह कहकर लॉरेन ने पलट कर क्रिस्टी को आवाज लगाई-

“क्रिस्टी ऽऽऽऽ“ क्रिस्टी जो कि तौफीक से बातें कर रही थी, अपना नाम किसी को पुकारते देख, उधर पलट गयी। लॉरेन को देखकर क्रिस्टी ने वहीं से हाथ हिलाया। तभी लॉरेन ने इशारे से क्रिस्टी को वहां बुलाया। क्रिस्टी , तौफीक व लोथार से इजाजत लेकर लॉरेन की तरफ आ गयी। तभी उसकी निगाह, लॉरेन के साथ खड़े ऐलेक्स पर पड़ी। ऐलेक्स को वहां देख वह आश्चर्य से भर उठी।

“हैलो ! कैसी हो ?“ लॉरेन ने क्रिस्टी से हाथ मिलाते हुए कहा। क्रिस्टी ने जैसे लॉरेन की बात सुनी ही ना हो। उसकी निगाहें अभी भी लगातार ऐलेक्स पर थी।

“ओऽऽऽऽ सॉरी-सॉरी ! मैं तुम दोनों को तो मिलवाना ही भूल गई।“ लॉरेन ने ऐलेक्स की ओर इशारा करते हुए कहा-

“ये हैं..... मेरे पुराने ब्वायफ्रेंड- ऐलेक्स। जिनके बारे में मैं तुम्हें अक्सर बताया करती थी। जिनकी फोटो देखने के लिए तुम मुझसे जिद कर रही थी।“ क्रिस्टी ने आश्चर्य से ऐलेक्स को देखते हुए कहा-

“ये हैं वो ऽऽऽ!“

"जी हाँ ! यही हैं वो।“ लॉरेन के चेहरे पर एक खोखली मुस्कान उभरी। जिसे उसने तुरंत नियंत्रित किया।

ऐलेक्स भी लॉरेन की बात सुनकर आश्चर्य से भर उठा। क्यों कि लॉरेन ने उससे यह नहीं बोला था कि वह उसे ब्वायफ्रेंड बना कर, क्रिस्टी से मिलाने वाली है। पर अब कुछ नहीं हो सकता था। इसलिए ऐलेक्स ने भी क्रिस्टी की ओर अनमने भाव से हाथ आगे बढ़ाते हुए कहा -

“हाय! ......“ क्रिस्टी ने भी धीरे से हाथ बढ़ाकर ऐलेक्स से हाथ मिलाया। परंतु उसके चेहरे पर भी आश्चर्य व उलझन के भाव थे।

“क्या हुआ? तुम्हें इनसे मिलकर खुशी नहीं हुई क्या ?“ लॉरेन ने क्रिस्टी के उलझे हुए चेहरे को देख कर कहा-

“वैसे तो तुम मुझसे बहुत पूछा करती थी।“

“नहीं -नहीं ..... वो बात नहीं है।“ एका एक क्रिस्टी ने सामान्य होते हुए मुस्कुराते हुए जवाब दिया और फिर धीरे से ऐलेक्स के हाथ से अपना हाथ छुड़ाया। जिसे कि वह अब भी कोई कीमती चीज समझ कर पकड़े हुए था।

“अच्छा, अब तुम लोग बातें करो। मैं अभी आती हूं।“ यह कहकर लॉरेन ने धीरे से ऐलेक्स को आँख मारकर क्रिस्टी की तरफ इशारा किया और वहां से उस दिशा की ओर बढ़ गई, जिधर उसने अभी-अभी तौफीक व जेनिथ को जाते हुए देखा था।


“आपने पहले बताया नहीं कि आप ही लॉरेन के ब्वायफ्रेंड हैं।“ क्रिस्टी ने लॉरेन के जाते ही शंका भरे स्वर में ऐलेक्स से पूछा।

“मुझे भी कहां पता था ?“ ऐलेक्स ने क्रिस्टी के पूछते ही एका एक बौखला कर कहा।

“क्या मतलब?“ क्रिस्टी ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा।

“म ...म ... मेरा मतलब है कि मुझे ही कहां पता था कि आप लॉरेन की बेस्ट फ्रेंड हैं।“ ऐलेक्स ने पुनः घबरा कर अपनी बात को सुधारते हुए कहा।

“शायद हमें कहीं बैठकर बातें करनी चाहिए।“ क्रिस्टी ने इधर-उधर देखते हुए कहा।

“वो देखिए, उधर स्विमिंग पूल के पास की कुर्सियां खाली पड़ी हैं। चलिए उधर ही चलते हैं।“ ऐलेक्स ने पास पड़ी कुर्सियों की ओर इशारा करते हुए कहा। दोनों पूल के पास पहुंचकर खाली पड़ी दो कुर्सियों पर बैठ गये।

क्रिस्टी की निगाहें अभी भी, किसी एक्सरे मशीन की तरह, ऐलेक्स के चेहरे का जायजा लेने में लगी थी।
ऐलेक्स बार-बार, इधर-उधर देखने का बहाना बना कर, क्रिस्टी से नजरें चुराने की कोशिश कर रहा था।

“क्या बात है मिस्टर ऐलेक्स?“ क्रिस्टी ने ऐलेक्स के चेहरे पर नजरें गड़ाए- गड़ाए ही पूछा-

“आप कुछ परेशान दिख रहे हैं।“

“नहीं-नहीं ! ऐसी कोई बात नहीं है।“ ऐलेक्स ने अपने माथे पर छलक आए पसीने को रुमाल से पोंछते हुए कहा-

“वो मेरी तबीयत थोड़ी ठीक नहीं है।“

“क्या हुआ आपकी तबीयत को ? अभी कुछ देर पहले तो आप बिल्कुल सही थे।“ क्रिस्टी ने पुनः ऐलेक्स को टटोलते हुए कहा -

“अच्छा छोड़िये। आप यह बताइए कि आपकी लॉरेन से पहली मुलाकात कब और कहां हुई? आप उसे इतने पहले से जानते हैं, फिर भी आपने अभी तक उससे शादी क्यों नहीं की ? पहले आप उससे शिप पर क्यों नहीं मिलना चाहते थे? आपके शिप पर कौन से दुश्मन हैं? जिनकी वजह से आप लॉरेन से पहले बात भी नहीं करना चाहते थे। और फिर एकाएक आज सामने आकर आप मुझसे भी मिल लिए। आप जब लॉरेन के ब्वायफ्रेंड हैं, तो इतने दिनों से मेरे पीछे क्यों पड़े हैं? वगैरह-वगैरह.....।“

क्रिस्टी ने एक साथ ऐलेक्स पर प्रश्नों की बौछार कर दी। ऐलेक्स इतने प्रश्नों को सुनकर अब पूरी तरह नर्वस हो गया था। उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्रिस्टी के प्रश्नों का क्या उत्तर दे? अगर वह सच बोलता है, तो इस बार क्रिस्टी का रिएक्शन क्या होगा ? और झूठ बोलने के लिए उसके पास जवाब ही नहीं हैं ।

वह कुछ देर सोचता रहा । पर जब उसे कुछ समझ में नहीं आया । तो वह धीरे से खड़ा होता हुआ बोला-

“माफ कीजिएगा मिस क्रिस्टी ! अचानक मेरी तबियत कुछ ज्यादा गड़बड़ लग रही है। मैं आपके प्रश्नों का उत्तर, फिर कभी दूंगा। अभी तो मुझे चलकर पहले दवा लेनी होगी।“ यह कहकर ऐलेक्स वहां से चलने लगा।

“एक्सक्यूज मी मिस्टर ऐलेक्स! क्रिस्टी ने ऐलेक्स को पीछे से टोकते हुए कहा-

“अगर आपकी तबियत ज्यादा खराब हो, तो मैं आपको आपके रूम तक छोड़ दूं।“

“नहीं-नहीं । आप बिल्कुल परेशान मत होइए।“ ऐलेक्स ने लगभग जान छुड़ाते हुए, भागने वाले अंदाज में कहा- “मैं धीरे-धीरे चला जाऊंगा।“

“वैसे आपका रूम नंबर क्या है?“ क्रिस्टी ने पीछे से पुकारते हुए कहा-

“मैं आपसे फोन करके, आपकी तबियत पूछ लूंगी।“

“465“ ऐलेक्स ने एक बार पीछे मुड़कर जवाब दिया, और फिर इससे पहले कि क्रिस्टी और कुछ कह पाती, वह तेज-तेज__________ कदमों से चलता हुआ, उसकी आँखों से ओझल हो गया। क्रिस्टी, ऐलेक्स को जाते हुए, अंत तक देखती रही, और फिर उसके होठों पर एक रहस्यमई मुस्कान उभरी।





जारी रहेगा……....:writing:
Bechara Alex 😂😂😂
Kristii ne ache se leliii uski😉😉
Ek tarf bechari Jenith hai jo Tauffik se pyar karti hai to Dosri traf Tauffik hai jo apne sir se kalankh hatana chahta hai jis chalte wo Jenith ke pyar ko sweekar nahi kar paa raha hai
.
Dekha jaay to Ship me baithe Kai logo apni he ek kahani hai
.
Bahot he lajawab update Raj_sharma bhai maja aa gaya
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
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Bechara Alex 😂😂😂
Kristii ne ache se leliii uski😉😉
Ek tarf bechari Jenith hai jo Tauffik se pyar karti hai to Dosri traf Tauffik hai jo apne sir se kalankh hatana chahta hai jis chalte wo Jenith ke pyar ko sweekar nahi kar paa raha hai
.
Dekha jaay to Ship me baithe Kai logo apni he ek kahani hai
.
Bahot he lajawab update Raj_sharma bhai maja aa gaya
Kristi ungliyo pe nachayegi use, aage dekhna tum, taufiq ki bhi kya hi kahe bechara halaat ka maara hai, khair thank you very much for your wonderful review and support bhai DEVIL MAXIMUM:thanx:

Ab start hue ho to rukna mat, asj saare update ke review aane chahiye
:bat:
 

DEVIL MAXIMUM

"सर्वेभ्यः सर्वभावेभ्यः सर्वात्मना नमः।"
6,068
28,344
204
# 8.
27 दिसम्बर 2001, गुरुवार, 20:20; “सुप्रीम”

जैक और जॉनी मुंह लटका कर, बियर बार में बैठकर शराब पी रहे थे। “जॉनी !“ जैक ने जॉनी को संबोधित करते हुए कहा।

“हाँ !“ जॉनी ने जैक की आवाज सुन हुंकारी भरी। और फिर व्हिस्की का गिलास होंठों से लगाकर, पीने में मशगूल हो गया।

“यार! हम लोगों ने सोचा था कि शिप पर खूब ऐश करेंगे।“ जैक ने काजू का एक टुकड़ा मुंह में डालते हुए निराशा भरे स्वर में कहा-


“पर यहां तो कहानी ही उल्टी हो गयी। उस कमीने कैप्टन ने तो, उस घटना के बाद से, हम पर नजर रखने के लिए, सिक्योरिटी के आदमी भी लगा दिए। अब तो हम लोग चाह कर भी कुछ नहीं कर सकते।“

“क्यों.... नहीं कर स..क..ते।“ जॉनी ने लड़खड़ाती आवाज में कहा-

“वो सा ऽऽऽला ऽऽऽ कैप्टन हमा... रा ऽऽ क्या बिगा ऽऽड़ लेगाऽऽ और ये सिक्योरिटी वाले.... इनकी तो......।“ यह कहकर जॉनी खड़ा होने का प्रयास करने लगा पर तुरंत जैक ने उसका हाथ पकड़ कर उसे वापस कुर्सी पर बैठा दिया।

“पागल हो गए हो क्या ?“ जैक ने गुस्से में जॉनी को फटकारते हुए कहा-

“अभी तक कम से कम, अपने कमरों से निकलकर, हम लोग घूम तो सकते हैं। पर तुम्हारी यह हरकत हम लोगों को इंटरपोल के हवाले करवा देगी।“

“पुलिस की भी.....।“ जॉनी ने एक गंदी गाली मुंह से निकालते हुए जवाब दिया-

“मैं किसी....से भी नहीं.... डरता ऽऽऽ। मैं जो ऽऽऽ भी चाऽऽहूं ....आज भी .....उसको हाऽऽसिल कर सकता ऽऽ हूं।“

“हासिल कर सकता हूं...।“ जैक ने जॉनी का मखौल उड़ाते हुए कहा-

“हुंह ...! बड़ा आया हासिल करने वाला । वो दिन याद है, जब जेनिथ के कमरे में तुम कैप्टन के सामने हाथ जोड़े, गिड़गिड़ा कर माफी मांग रहे थे। उस दिन क्यों नहीं हासिल कर लिया जेनि थ को। गए थे बड़े जोश के साथ, पर कैप्टन को देखकर सारी हवा क्यों निकल गई?“ जैक के व्यंग भरे शब्द सुनकर जॉ नी का चेहरा नशे और गुस्से के का रण ला ल हो गया ।

“अबे तू .... क्या ऽऽ समझता ऽऽ है, मैं उस दिन कैप्टन.... से डर गया ऽऽ था ऽऽ।“ जॉ नी ने कहा-

“मैं किसी के बाऽऽप से भी नहीं... डरता ऽऽ। और रही बात जेनिथ की .... तो उसे...तो मैं किसऽऽ करके ...दिखा ऽऽ सकता हूं।“

“अबे बैठ जा-बैठ जा।“ जैक ने जॉनी का मजाक उड़ाते हुए कहा-

“ये तू नहीं तेरी शराब बोल रही है। जब उतर जाएगी, तो तू अपने आप लाइन पर आ जाएगा।“

“अबे! तू मुझे शराऽऽबी समझताऽऽ है क्या ऽ?“ जॉनी ने किसी तरह खड़े होते हुए कहा-

“इतनी थोड़ी सी शरा ऽऽब...से मुझ पर कोऽऽई फर्क...नहीं पड़ने वाला ऽऽ। मैं आज भी...जो चाहूं, वो.... कर सकता ऽऽ हूं।“ जॉनी ने जैक को पकड़कर झकझोरते हुए कहा-

“समझ...गया ऽऽ ना ऽऽ मैं कु....छ भी कर...सकता ऽऽऽ हूं।“ जैक ने जॉनी को कुर्सी पर बैठाते हुए कहा-

“अबे वीरान जंगल की गिरी हुई इमारत। पहले ढंग से खड़ा हो ना तो सीख ले, फिर कुछ करने की सोचना।“

“तू मु...झ...से शर्त लगा ऽऽ ले।“ जॉनी ने जैक की तरफ हाथ बढ़ाते हुए कहा- “मैं सबके...सा ऽमने... जेनिथ को... किस क..र..के दिखा ऽऽसकता ऽऽ हूं।“

“और अगर तू ऐसा न कर पाया तो....। “ जैक ने जॉनी का हाथ थामते हुए कहा।

“तो मैं तुम्हें ‘दस हजा ऽऽऽर डॉलर‘ दूंगा.....नहीं तो ऽऽ तुम... मुझे दे देना ऽ।“

“मंजूर।“ दोनों ने हाथ मिला कर एक शर्त की रूपरेखा तैयार कर ली। अगर उन्हें यह मालूम होता, कि उनकी यह छोटी सी शर्त, आगे जा कर कितना बड़ा हंगामा करेगी । तो शायद आज वह शर्त ना लगाते। हाथ मिलाने के बाद जॉनी धीरे से खड़ा होने लगा।

“अबे, शराब के गोदाम। कहां जा रहा है?“ जैक ने जॉनी को संबोधित करते हुए कहा।

“सोचता हूं....एक पैग और....पी लूं ...क्यों कि इ..तने में तो मेरा ऽ दिमा...ग ही नहीं चल रहा ऽऽ है।“ इतना कहकर जॉनी लड़खड़ाते कदमों से बार काउंटर की ओर बढ़ गया।

“लो , इतने से तो चला नहीं जा रहा है और अब एक पैग और लेंगे।“ जैक ने जॉनी पर कमेंट मारा। जैक की निगाहें अब हॉल में इधर-उधर घूम रहीं थीं। तब तक जॉनी एक पैग और लेकर लड़खड़ाते कदमों से अपनी टेबल पर पहुंच गया। वह जैक को इधर-उधर देखते हुए, देख कर बोला-

“इधर-उधर क्या देख रहे हो?“

“बाकी के तीन आदमी ढूंढ रहा हूं।“ जैक की निगाहें अभी भी आसपास घूम रही थी।

“कौ..न से ती..न आऽदमी ?“ जॉनी ने ना समझने वाले भाव से लड़खड़ाते हुए पूछा।

“अबे एक तो मैं हूं। पर बाकी के तीन और चाहिए ना, तुझे उठा कर ले चलने के लिए। क्यों कि एक और पैग पीने के बाद, तू कुर्सी पर तो बैठ नहीं पाएगा।“

“कुछ नहीं....होगा ऽऽ मु..झे। अ...भी इसके...बा ऽद तो मैं... दो, ती..न पैग ..और पी सक..ता हूं।“ जॉनी ने लगभग कुर्सी पर बिछते हुए कहा।

तभी हॉल में जेनिथ ने प्रवेश किया। उसकी निगाह पहले हॉल में इधर-उधर घूमी, उसके बाद जैक और जॉनी पर पड़ी। जेनिथ ने जैक और जॉनी को देखकर ऐसे मुंह बनाया, जैसे उसके मुंह में किसी ने कुनैन की गोली रख दी हो। फिर वह एक खाली टेबल पर जा कर बैठ गई। उसकी निगा हें दरवाजे पर थीं।

थोड़ी देर बाद हॉल में तौफीक ने भी प्रवेश किया। तौफीक, सफेद शर्ट और ब्लैक ट्राउजर पहने था। तौफीक ने भी इधर-उधर नजर दौड़ाई। उसकी निगाहें एक टेबल पर अकेले बैठी जेनिथ पर पड़ीं। तौफीक ने हाथ के इशारे से जेनिथ को वहीं रुकने को कहा और फिर वह बार काउंटर की ओर बढ़ गया। पर जैसे ही वह जॉनी की टेबल के पास से गुजरा। जॉनी ने हाथ बढ़ा कर तौफीक का हाथ पकड़ लिया और बोला-


“ऐ वे.ट.र मेरे लि..ए एक पैग और...ले..क..र आओ।“ तौफीक ने पहले एक नजर जॉनी पर डाली फिर उसके उस हाथ पर जो अब भी तौफीक का दाहिना हाथ पकड़े था।

“सु..ना ऽऽई नहीं दे..ता क्या ? जो अ..भी तक.. यहीं प..र खड़ा ऽऽ है?“ जॉनी ने पुनः मिचमिचाती आँखों से तौफीक को देखने की असफल कोशिश करते हुए कहा। इससे पहले कि और को ई कुछ समझ पाता, तौफीक का बांया हाथ बहुत तेजी से चला और ‘धड़ाक ऽऽऽ‘ की आवाज के साथ, जॉनी के चेहरे का पोस्टर बना गया। जॉनी कुर्सी समेत वहीं फर्श पर गिर पड़ा।

सभी कुछ इतनी तेजी से हुआ कि जैक को कुछ भी समझने का मौका नहीं मिला। जॉनी के गिरने की आवाज सुनकर हर आदमी उधर देखने लगा। जेनिथ भी यह देखकर दौड़कर तौफीक के पास आ गई। उधर देख रहा हर आदमी वहां के हालात को समझने की कोशिश कर रहा था।

“ये आदमी तुम्हारे साथ है मिस्टर जैक।“ तौफीक ने इस बार सामने की कुर्सी पर बैठे जैक को संबोधित करते हुए कहा। जैक ने सहमति से सिर हिलाया।

“ये जब होश में आ जाए, तो इसे समझा देना कि इतना ना पिये कि आदमी ना पहचान पाये।“ यह कहकर तौफीक, जेनिथ का हाथ पकड़कर वहां से दूर हट गया।

तौफीक के जाते ही जैक झटके के साथ, अपनी कुर्सी से उठा और गिरे पड़े, बेहोश जॉनी को उठाने की कोशिश करने लगा। “अब तो लगता है, सचमुच ही 3 आदमी की और व्यवस्था करनी पड़ेगी।“ वह मन ही मन बुदबुदाया।

28 दि सम्बर 2001, शुक्रवार, 11:10;
इस समय और जैक और जॉनी दोनों ही अपने कमरे में बैठे थे। जॉनी की नाक पर मल्टी प्लाई का निशान बनाती हुई, 2 ‘बैंड-एड‘ लगी हुई थी। तौफीक के मुक्के से, जॉनी का गाल भी अंदर से कट गया था।

“अब आया समझ में।“ जैक ने जॉनी को समझाते हुए कहा-

“मैं तो पहले ही कह रहा था, कि कम पी। पर मेरी बात तब तुम्हारी समझ में नहीं आई थी। अब तो हो गई तसल्ली। पड़ गई दिल को ठंडक।“ जैक ने एक क्षण रुककर जॉनी के गुस्से भरे लाल चेहरे को देखा और फिर बोलना शुरू किया–

“और एक बात और ठीक से सुन ले। वो जो तौफीक है ना, वो जेनिथ का ब्वायफ्रेंड है। अब तक जेनिथ ने उसे पहली वाली घटना के बारे में भी बता दिया होगा। और तुमने उसका निशाना तो देखा ही है। अगर अंधेरे में भी गोली मारेगा तो सीधी तेरी खोपड़ी में ही लगेगी। इसलिए अब भूल जा जेनिथ को और चुपचाप मुझे दस हजार डॉलर दे दे।
क्यों कि अगर तू शर्त पूरी करने में लगा तो मुझे पूरा विश्वास है, कि तू फिर कभी जमीन नहीं देख पाएगा। और मुझे तेरी लाश भी समुद्र के हवाले करनी पड़ेगी। फिर तेरे बाद तेरे सारे रुपए भी मेरे हो जाएंगे। इसलिए ये ले बोतल और पूरी पीकर चुपचाप सो जा। क्यों कि अब ये शर्त पूरी करना, तेरे बस के बाहर की बात हो गयी है।“

यह कहकर जैक ने जॉनी की ओर बोतल बढ़ा दी। जॉनी कुछ देर तक शून्य में देखता रहा। फिर उसने बोतल उठा कर उसका ढक्कन खोला और मुंह से लगा कर गटा गट, नीट ही सारी शराब अपने हलक में उतार ली।

“बस! खत्म हो गई तेरी बकवास। तू क्या समझता है कि जॉनी अब बेकार हो गया। उसमें आऽज भी वही.. दि..माग और ताक..त है...जो पहले थी। इसलिए पीछे नहीं हटूंगा ऽऽ। शर्त तो ऽऽ मैं पूरी...करके ही रहूंगा। और बहुत...अच्छा ऽऽ हुआऽ जो ..तूने..मुझे.. यह...बताऽऽ दिया ऽऽ कि जेनिथ, तौफी...क की गर्लफ्रेंड है। अब...तो सा ऽऽऽले तौफीक से भी...तो... ब..दला लेना ऽ है।“ यह कहकर जॉनी खड़ा होने लगा, पर लहरा कर, वह ठिठक गया। जैक ने यह देखकर तुरंत जॉनी को सहारा दिया।

“अबे क्यों अपनी जान का दुश्मन बना हुआ है।“ जॉनी ने कहा- “कह रहा हूं ना, कि तुझसे नहीं होगा।“

“होगाऽऽऽ। जरूऽऽऽर होगा ऽऽ।“ यह कहकर जॉनी इस बार जोश के साथ खड़ा हो गया और फिर धीरे-धीरे कमरे के दरवाजे की ओर बढ़ा। इस बार जैक ने भी उसे नहीं रोका। जॉनी के कदमों में लड़खड़ाहट थी। लेकिन फिर भी वह दरवाजा खोल कर बाहर निकल गया। उसके बाहर निकलते ही जैक के चेहरे पर एक मुस्कुराहट उभरी-

“जा भाई जा। देखें तो आखिर कौन सी तरकीब लगा रहे हो तुम?“




जारी रहेगा...…….. :writing:
Jack or Jonny
Jack bechara Kaam ka mara
Johnny bechara Jenith ka mara uper सौ ग्राम अंडर बन गए सिकंदर wala kam alag iska.
Nashe me Johnny ne shart laga Lee Jack se lekin Tauffik ke hatho ek khane ke bad bhi smj nahi aaya Johnny ko .
Or ab to nikal gaya kamre jane kya karne jaa raha hai Johnny
.
Waise maja aagaya is update me Raj_sharma bhai khass kar Johnny ka😂😂😂
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
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Jack or Jonny
Jack bechara Kaam ka mara
Johnny bechara Jenith ka mara uper सौ ग्राम अंडर बन गए सिकंदर wala kam alag iska.
Nashe me Johnny ne shart laga Lee Jack se lekin Tauffik ke hatho ek khane ke bad bhi smj nahi aaya Johnny ko .
Or ab to nikal gaya kamre jane kya karne jaa raha hai Johnny
.
Waise maja aagaya is update me Raj_sharma bhai khass kar Johnny ka😂😂😂
Aage or bhi bure fasenge dono, dekhte jaao, jenith ka chakkar inhe ghanchakkar nana dega😀😀😀
Thank you very much for your wonderful review and support bhai :hug:
 

DEVIL MAXIMUM

"सर्वेभ्यः सर्वभावेभ्यः सर्वात्मना नमः।"
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# 9.
28 दिसम्बर 2001, शुक्रवार, 11:30;

जॉनी कमरे से लड़खड़ाता हुआ बाहर निकला, गैलरी में कुछ दूर तक, वह धीरे-धीरे लड़खड़ाता हुआ चला, पर गैलरी को पार करते ही, वह आश्चर्यजनक रूप से एकदम सही चलने लगा। अब ना तो उसके कदमों में लड़खड़ाहट थी और ना ही वह शराब पिए हुए दिखाई दे रहा था। अब उसके चेहरे पर एक अजीब सी मुस्कुराहट दिखाई दे रही थी।


“बेवकूफ है जैक। जो यह सोचता है कि जॉनी की ताकत और दिमाग खत्म हो गया है।“ जॉनी मन ही मन बुदबुदाया। गैलरी से निकलकर, धीरे-धीरे कदमों से चलते हुए, उसने डायनिंग हॉल में प्रवेश किया।

अब उसकी तिरछी निगाह, अपने पीछे आ रहे, एक सिक्योरिटी के आदमी पर थी। उसने एक बार पूरे हॉल में नजर दौड़ाई और फिर धीरे से टॉयलेट की ओर बढ़ गया।

सिक्योरिटी मैन, जॉनी को टॉयलेट में घुसते देख, इत्मीनान से वहीं खड़ा हो गया। उसे पता था कि टॉयलेट में दूसरी तरफ से कोई दरवाजा नहीं है। अंदर पहुंचकर जॉनी एक छोटे टॉयलेट में घुस गया। उसने सिक्योरिटी मैन को बाहर रुकते देख लिया था।

अंदर पहुंचकर, जॉनी ने सिटकनी अंदर से बंद कर ली। अब उसने तेजी से अपनी टी-शर्ट और पैंट को उतारकर, उसे उल्टा कर के दोबारा पहन लिया। दूसरी तरफ से कपड़ों का कलर चेंज था। उसने पैंट व जींस में रखे पर्स व अन्य जरुरी सामान को, अब पैंट की आगे वाली जेब में डाल लिया। जिससे सामान की जरूरत पड़ने पर पैंट उतारने की नौबत ना आ जाये।

जॉनी ने अब अपने सूखे बालों को पानी से भिगोया और जेब से कंघी निकाल कर तुरंत अपना हेयर स्टाइल चेंज कर लिया। फिर अपने नाक पर लगे ‘बैंड-एड‘ को हटाकर, जेब से काला चश्मा निकालकर, अपनी आंखों पर चढ़ा लिया। अब उसका गेटअप पूरी तरह चेंज हो गया था। एक नजर में उसे कोई नही पहचान पाता। अब जॉनी ने अपने आप को एक बार ध्यान से शीशे में देखा और पूर्ण रूप से संतुष्ट होते ही सिटकनी हटा कर दरवाजा खोल दिया।

अब वह टॉयलेट से निकलकर, लापरवाह कदमों से, गाना गाते हुए सिक्योरिटी मैन के बगल से होता हुआ बाहर निकल गया। बाहर निकल कर कुछ दूर चलने के बाद, जॉनी ने एक बार फिर सिक्योरिटी मैन पर नजर डाली। उसे अब भी अपने स्थान पर खड़ा देख, जॉनी के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गयी। अब वह धीरे-धीरे एक दिशा की ओर बढ़ गया। कई गैलरियों को पार करता हुआ, जॉनी वहां से सीधा शिप के रिकॉर्ड रूम में पहुंच गया।

‘रिकॉर्ड रूम‘ वह रूम होता है। जहां शिप में काम करने वाले छोटे-बड़े सभी लोगों का नाम व उनकी ड्यूटी का ब्यौरा रहता है। जॉनी, रिकॉर्ड रूम के रिसेप्शन पर जा कर रुक गया।

“मैं आपकी क्या मदद कर सकती हूं?“ रिसेप्शन के पीछे से एक लड़की ने निकलकर, जॉनी को संबो धित किया।

“मिस!.....“ इतना कहकर जॉनी ने अपनी बात को अधूरा छोड़ दिया।

“फ्रेजी ! मुझे फ्रेजी कहते हैं।“ फ्रेजी ने जॉनी का आशय समझ कर अपना नाम बताया ।

“मिस फ्रेजी ! मेरे एक दोस्त का भाई ‘सुप्रीम ‘ में ही, आपके इलेक्ट्रिक विभाग में काम करता है। मेरे दोस्त ने मुझे उससे मिलने को कहा था। पर मेरे पास से उसका कार्ड खो गया है। अब मुझे उसका नाम भी याद नहीं आ रहा। तो क्या आप रजिस्टर से देखकर, मुझे उसका नाम और रुम नं0 दे सकती हैं?“

“लेकिन मुझे क्या पता कि आपके दोस्त के भाई का क्या नाम है?“ फ्रेजी ने उलझे स्वर में कहा।

“आप मुझे बस अपने इलेक्ट्रिक रुम वाले वर्कर्स का रजिस्टर दिखा दीजिए। मैं उस में लगी फोटो से उसे पहचान लूंगा। क्यों कि मेरे दोस्त ने मुझे उसकी एक फोटो दिखाई थी ।


“ जॉनी ने निवेदन करने वाले अंदाज में कहा। “लेकिन बाहरी आदमी को रिकॉर्ड रूम का रजिस्टर नहीं दिखाया जाता।“ फ्रेजी ने जॉनी की ओर देखते हुए कहा।

“प्लीज मिस फ्रेजी !“ जॉनी ने पुनः अनुनय करते हुए, अपना दाहिना हाथ आगे कर दिया -

“बस 2 मिनट की ही तो बात है।“ फ्रेजी ने ना समझते हुए भी, अपना हाथ आगे बढ़ा कर जॉनी से मिला लिया। हाथ मिलाते ही उसे यह एहसास हुआ कि उसके और जॉनी के हाथ के बीच में कुछ है। और वह ची ज जो भी थी, उसे वह क्या सारी दुनिया खूब समझती है। वह चीज एक 100 डॉलर का नोट था, जिसे फ्रेजी ने तुरंत अपने वस्त्रों में छिपा लिया। अब उसका स्वर थोड़ा चेंज हो गया।

उसने पीछे से इलेक्ट्रिक रूम वाला रजिस्टर उठा कर उसे रिसेप्शन पर रख दिया। लेकिन इससे पहले कि जॉनी उस रजिस्टर को अपनी तरफ घुमा पाता, किसी ने रिकॉर्ड रूम में प्रवेश किया। उसे देखते ही फ्रेजी के चेहरे पर दहशत के भाव उभरे।

आने वाला शख्स ब्रैंडन था। लारा का दाहिना हाथ, उसका असिस्टेंट और सिक्योरिटी का सबसे खतरनाक स्तंभ। जॉनी ने आहट सुनते ही अपना हाथ रजिस्टर से तुरंत हटा लिया। फ्रेजी के चेहरे को देख वह समझ गया था कि आने वाला किसी ऑफिसर रैंक का है। चूंकि जॉनी की पीठ दरवाजे की तरफ थी। इसलिए ना तो वह आने वाले को देख पा रहा था और ना ही आने वाले ने उसका चेहरा देखा था। फ्रेजी को तुरंत अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने अपने चेहरे के भावों को सामान्य किया।

“मिस फ्रेजी !“ ब्रैंडन ने फ्रेजी को संबोधित करते हुए कहा-

“क्या यहाँ पर लारा सर आए थे?“ फ्रेजी ने तुरंत नकारात्मक अंदाज में सिर हिलाया और जवाब दिया -

“नहीं !“

“ठीक है! मैं चलता हूं पर जब वो आएं, तो उन्हें बता देना कि मैं उन्हें पूछ रहा था।“ ब्रैंडन ने फ्रेजी से कहा। यह सुनकर जॉनी और फ्रेजी दोनों ने ही राहत की सांस ली, कि अच्छा हुआ ब्रैंडन जल्दी में है, नहीं तो ना जाने कितने सवालों का जवाब देना पड़ता। पर वह मुसीबत ही क्या जो इतनी आसानी से टल जाए।

दरवाजे से निकलते-निकलते एका -एक ब्रैंडन ठिठका और मुड़कर जॉनी पर नजर डाली। अब वह दोबारा रिकार्ड रुम में आ गया। फ्रेजी के चेहरे के भाव तो सामान्य थे, पर उसका दिल अब जोरों से उछलने लगा था। उछलता भी क्यों ना ? आखिर उसने जॉनी से 100 डॉलर जो लिए थे। अगर जॉनी से सवाल-जवाब होते, और वह उसका नाम ले लेता तो उसकी तो नौकरी चली जानी थी। क्यों कि बाकी सारे अपराध तो माफ हो सकते हैं, पर रिकॉर्ड रूम की सीक्रेसी लीक करना तो बहुत बड़ा अपराध है। जिसे कैप्टन कभी माफ नहीं करता।

उधर जॉनी भी ब्रैंडन की आवाज पहचान चुका था। उसकी आंखों के आगे तुरंत जेनिथ के कमरे वाला सीन आ गया। जैक की कॉलर पकड़े, उसे कैलेंडर के समान टांगे हुए जल्लाद ब्रैंडन नजर आने लगा।

“कौन है ये?“ ब्रैंडन ने थोड़ा आगे बढ़ते हुए फ्रेजी से पूछा “य... य..... ये मेरा दोस्त है।“ फ्रेजी ने एका एक घबराए स्वर में कहा-

“इसी शिप पर सफर कर रहा है। मुझसे मिलने आया है।“

“वो तो ठीक है पर........ ।“ कहते हुए ब्रैंडन थोड़ा और आगे आ गया

“पर क्या ?“ फ्रेजी के चेहरे पर अब आतंक के भाव साफ दिखाई देने लगे। जॉनी के भी दिल की धड़कन अब बहुत तेज हो गई थी। किसी भी पल कुछ भी हो सकता था।

“ये तुम्हारा दोस्त है पर.........।“ ब्रैंडन ने एक बार पुनः अपने शब्द दोहराए-

“पर...... ये रिकार्ड रुम में काला चश्मा क्यों लगाए है? यहाँ तो धूप भी नहीं है।“ जॉनी व फ्रेजी दोनों की ही तुरंत जान में जान आ गई। वह समझ गए, कि वह गलत समझ रहे थे। ब्रैंडन सिर्फ काले चश्मे को देखकर रुका है।

“वो ... वो ..... सर! दरअसल इसकी आंखें कंजेक्टि-वाइटिस हो जाने के कारण, इस समय सूजी हुई हैं।“ फ्रेजी ने जॉनी के बोलने से पहले ही बात को संभाला-

“इसी वजह से ये रिकॉर्ड रूम में भी काला चश्मा पहने है।“

“ओ.के. फ्रेजी ! मैं अब चलता हूं। पर हाँ, ये याद रहे कि अपने दोस्तों से ड्यूटी टाइम में और रिकॉर्ड रूम में मत मिला करो।“ ब्रैंडन ने हंसकर फ्रेजी से कहा, और बाहर निकल गया। ब्रैंडन के जाते ही दोनों ने राहत की साँस ली।

“थैंक्स!...... थैंक्स मिस फ्रेजी।“ जॉनी ने आभार प्रकट करने वाले अंदाज में कहा-

“आपने सिचुएशन को बड़ी अच्छी तरह से हैंडल कर लिया। वरना मैं तो डर ही गया था।“ फ्रेजी ने उसे खा जाने वाली निगाहों से घूरा क्यों कि उसी के कारण आज उसकी इतनी शानदार नौकरी से उसे हाथ धोना पड़ता।

“आपको अब रजिस्टर में जो भी देखना है, उसे जल्दी से देखिए और यहां से जाइए।“ फ्रेजी का लहजा अब तीखा था। जॉनी ने हालात को भांपते हुए, तेजी से रजिस्टर अपनी ओर खींचा, और उसका पहला पृष्ठ खोल दिया। उस पृष्ठ पर एक व्यक्ति का नाम, उसकी फोटो, उसका पद और इस महीने उसकी ड्यूटी किस दिन कहां लगी है, इसका विवरण दिया हुआ था।

तुरंत जॉनी की निगाह, ड्यूटी वाले कॉलम पर केंद्रित हो गई। वह तेजी से पन्ने पलट रहा था। फ्रेजी की निगाहें बार-बार रिकॉर्ड रूम के दरवाजे की ओर उठ रही थी। तभी जॉनी, पन्ने पलटते-पलटते एक जगह रुक गया। उसकी निगाहें पन्ने पर लगी फोटो व उसके विवरण पर चिपक गयी।

“नाम- आर्थर, पद- इलेक्ट्रिक सर्विसमैन, ड्यूटी- 31 दिसंबर, नाइट शिफ्ट, जेनरेटर रूम।“ जॉनी को एक पन्ने पर रुकते देख, फ्रेजी ने भी उस पन्ने पर निगाह डाली।

जॉनी ने एक बार गहरी निगाहों से आर्थर की फोटो को देखा और रजिस्टर बंद कर के, थैंक्स बोलते हुए, उसे फ्रेजी की ओर बढ़ा दिया। फिर वह काउंटर से हटा और चुपचाप रिकॉर्ड रूम से बाहर निकल गया।

उसके बाहर निकलते ही फ्रेजी ने एक गहरी सांस ली और रजिस्टर को उठा कर, पीछे मुड़कर रैक में लगाने लगी। रजिस्टर को रैक में लगा कर, जैसे ही वह पलटी, उसकी साँस हलक में अटक गयी। क्यों कि ठीक उसके सामने खड़ा ब्रैंडन, जहरीले भाव से उसी को देख रहा था।

फ्रेजी के होंठ, जैसे उसके तालू से चिपक गए। वह भयभीत निगाहों से लगातार ब्रैंडन को देखने लगी।






जारी रहेगा…....... :writing:
Ohhhoooo ye Johnny to kuch jada he shatir nikla
.
Bas ek bat Smj me nahi 31 December ko kya krne wala hai Johnny ko Election ki jankari lene chala gaya record room
.
Easa lagta hai Braindan ko dout ho gaya hai tabhi wo wapas record room me aa gaya Johnny ke jane ke bad jis wajh Frezy ki nigaahe Darr se bhari hue hai
.
Kafi Suspense raha ye wala update Raj_sharma bhai
 

DEVIL MAXIMUM

"सर्वेभ्यः सर्वभावेभ्यः सर्वात्मना नमः।"
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# 10.
29 दिसम्बर 2001, शनिवार, 19:40;

“यार जॉनी ! तुम आदमी बहुत बढ़िया हो। पर एक बात समझ में नहीं आई।“ आर्थर ने जॉनी की ओर देखते हुए व्हिस्की का गिलास अपने होठों से लगाया और फिर बोला –

“कि तुम मुझ जैसे छोटे से आदमी पर इतने मेहरबान क्यों हो ?“ कोई ना कोई बात तो जरूर है?“

“तुम बिल्कुल ठीक कह रहे हो।“ जॉनी ने आर्थर को देखते हुए कहा-

“तुम्हें मेरा एक छोटा सा काम करना होगा। बदले में मैं तुम्हें 200 डॉलर दूंगा।“

“कोई गड़बड़ काम तो नहीं है?“ आर्थर ने शंकित स्वर में कहा।

“पहले तुम काम तो सुन लो। अगर तुम्हें लगे कि काम गड़बड़ है, तो तुम उसे मत करना।“ जॉनी ने आर्थर की शंका दूर करते हुए कहा।

“अच्छा बताओ क्या काम है?“ आर्थर ने इधर-उधर देखते हुए धीमे स्वर में कहा।

“देखो ! न्यू ईयर की रात तुम्हारी ड्यूटी जेनरेटर रूम में है।“ जॉनी ने कहा।


“हाँ !“ आर्थर ने सहमति से सिर हिलाया।

“तुम्हें करना सिर्फ इतना है, कि 31 दिसंबर की रात, 12 बजते ही जब 10 सेकेंड्स के लिए लाइट ऑफ की जाए तो तुम्हें कोई छोटी सी खराबी दिखाकर, उसे 1 मिनट के लिए आने नहीं देना है।“

“इससे तुम्हारा क्या फायदा होगा ?“ आर्थर ने शंकित स्वर में जॉनी से पूछा।

“तुम यह क्यों जानना चाहते हो ?“ जॉनी ने मुस्कुराते हुए आर्थर से कहा।

“इसलिए कि कहीं तुम लाइट ऑफ का फायदा उठाकर, कोई बड़ी गड़बड़ तो नहीं करने वाले हो ?“

“नहीं ऐसी कोई बात नहीं है। वैसे तो मैं तुम्हें यह बात नहीं बताना चाहता था। पर अब जब तुम इतना पूछ रहे हो, तो मैं बता देता हूं। बात दरअसल यह है कि, मेरी अपने दोस्त से शर्त लगी है कि मैं एक लड़की को सबके सामने किस करके नहीं दिखा सकता। और मेरा यह कहना है, कि मैं ऐसा कर सकता हूं। बस इसीलिए मैं तुमसे ऐसा करवा कर, उसे अंधेरे में सबके सामने किस करना चाहता हूं। अगर तुम्हें ये गलत लग रहा है तो तुम यह काम रहने दो। मैं कोई दूसरा उपाय सोच लूंगा।“

यह कहकर जॉ नी धीरे से अपनी कुर्सी से उठने लगा। आर्थर जो अभी तक ध्यान से जॉनी की बात सुन रहा था, उसे उठते देख अचानक बोल पड़ा-


“अरे यार, बैठो तो। मैंने अभी काम के लिए तुम्हें मना थोड़े ही किया है।“ आर्थर के ऐसा कहते ही, जॉनी के चेहरे पर बेसाख्ता ही एक मुस्कान उभरी। जिसे उसने तुरंत कंट्रोल किया। अब जॉनी पुनः कुर्सी पर बैठ गया। आर्थर ने फिर अपना गिलास भरा और उसे एक ही साँस में ही पी गया।

“अगर बात सिर्फ इतनी सी है, तो मुझे कोई आपत्ति नहीं। पर इस काम के लिए 200 डॉलर कुछ कम लग रहे हैं।“ आर्थर ने अब मक्कारी से अपने दाँत चमकाये।

“मैं तुम्हें 300 डॉलर देने के लिए तैयार हूं। अब ठीक है।“ जॉनी ने आर्थर की तरफ देखते हुए कहा।

“मैं इस काम के लि ए 500 डॉलर लूंगा।“ आर्थर ने मौके की नजाकत को देखते हुए अपने भाव बढ़ाए-
“और वो भी अभी।“

500 डॉलर की बात सुन, पहले तो जॉनी को बहुत गुस्सा आया। क्यों कि इतने छोटे से काम के लिए 500 डॉलर बहुत अधिक थे। लेकिन फिर भी ना जाने क्या सोच, उसने जेब में हाथ डाला और 500 डॉलर के नोट निकालकर, धीरे से, इधर-उधर देखते हुए, आर्थर की ओर खिसका दिया। आर्थर ने ‘ही -ही ‘ करके दांत चमकाए और नोट को तुरंत झपट कर, इस तरह जेब के हवाले कर लिया, मानो जॉनी कहीं दोबारा उससे छीन ना ले।

नोट देने के बाद जॉनी ने एक बार पुनः गहरी नजरों से आर्थर को देखा और वहां से उठ कर चल दिया। आर्थर नोट पाते ही जॉनी को भूल, पुनः ड्रिंक बनाने में लग गया। कुछ ही देर में जॉनी हॉल के बाहर निकल गया।

जॉनी के हॉल से बाहर निकलते ही, दूर खंभे के पीछे खड़ा ब्रैंडन, धीरे-धीरे चलता हुआ आर्थर के पास आ पहुंचा। ब्रैंडन को पास आते देख आर्थर एका एक सतर्क नजर आने लगा।

“क्या रहा ?“ ब्रैंडन धीरे से आर्थर के सामने वाली कुर्सी पर बैठते हुए बोला।

“बिल्कुल ठीक रहा सर।“ आर्थर ने ब्रैंडन को सारी बात बताते हुए कहा-

“उसे मैंने इस बात का एहसास नहीं होने दिया, कि मैंने उसकी सीक्रेसी लीक कर दी है। फाइनली मैंने उसकी बात मान ली है। पर अब यह बताइए कि मुझे आगे क्या करना है?“

“फिलहाल तो तुम उसके प्लान के हिसाब से ही चलो। बाकी आगे कुछ प्लान चेंज होता है, तो मैं तुम्हें बता दूंगा।“ यह कहकर ब्रैंडन खड़ा होने लगा।

“इक्सक्यूज मी सर!“ ब्रैंडन को खड़ा होते देख आर्थर बोल उठा- “ये.... 500 डॉलर के नोट, जो मैंने नाटक में जान डालने के लिए, जॉनी से लिया था। इसे आप रख लीजिए।“ ब्रैंडन ने एक नजर नोट पर डाली और मुस्कुराते हुए बोल उठा-

“ये तुम अपने पास ही रख लो। समझो यह तुम्हारी उस शानदार एक्टिंग के लिए इनाम है।“

“थैंक यू सर!“ आर्थर ने आभार प्रकट करते हुए कहा। कुछ ही देर में आथर्र व ब्रैंडन दोनों ही हॉल के बाहर थे।

उनके जाने के बाद, एक साया बगल वाली टेबल से उठ खड़ा हुआ। उसके चेहरे पर एक विजयी मुस्कान थी।

29 दिसम्बर 2001, शनिवार, 21:30;
सुयश के रूम में पूरी तरह सन्नाटा छाया हुआ था। सुयश के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ नजर आ रही थीं। उसके सामने की कुर्सियों पर रोजर, लारा व ब्रैंडन भी चुपचाप बैठे थे। कुछ देर सोचते रहने के बाद, सुयश धीरे से उठकर खड़ा हुआ और चहल कदमी करने लगा।

“हूँ! तो तुम्हारा यह कहना है ब्रैंडन, कि जॉनी किसी लंबे चक्कर में है।“ सुयश ने टहलते हुए, सन्नाटे को भंग किया।

“यस सर! क्यों कि आपके बताने के अनुसार, हम लोगों ने जैक और जॉनी दोनों पर ही नजर रखे थे। फिर एक दिन जॉनी हमारे सिक्योरिटी मैन को डॉज देकर, रिकॉर्ड रूम पहुंचा और कुछ इंफॉर्मेशन ली। लेकिन उसे यह नहीं पता था, कि हमने उसकी सिक्योरिटी में एक नहीं , बल्कि कई आदमी लगा रखे हैं। मुझे जैसे ही यह पता चला जॉनी ने भेष बदलकर, सिक्योरिटी के आदमी को डॉज देने की कोशिश की है। मैं तुरंत उसके पीछे लग गया। बाद में रिकॉर्ड रूम में फ्रेजी से मुझे यह पता चला, कि वह जेनरेटर रूम में काम करने वाले, एक आदमी आर्थर के बारे में पता कर रहा था। मैं तुरंत आर्थर से मिला और उससे जॉनी के बारे में बता कर, उसे उसकी योजना में शामिल करवा दिया। अब जॉनी को यह नहीं पता है कि हम लोग उसकी योजना के बारे में जान चुके हैं।“ इतना कहकर ब्रैंडन शांत हो गया और सुयश की ओर देखने लगा।

“तो तुम्हारा कहना है कि जॉनी, ‘न्यू ईयर‘ की रात लाइट ऑफ करवा कर, किसी लड़की को किस करना चाहता है।“ सुयश ने एक नजर ब्रैंडन पर मारते हुए कहा।

“नो सर! यह मेरा कहना नहीं है। यह बात तो जॉनी ने आर्थर से कही थी । यह भी हो सकता है कि उसने आर्थर से झूठ कहा हो और वह किसी लंबे चक्कर में हो।“ ब्रैंडन ने सुयश की बात को सही करते हुए कहा।

“क्यों रोजर! तुम्हारा इस बारे में क्या कहना है?“ इस बार सुयश ने रोजर को संबोधित करते हुए कहा।

“जहां तक मेरा ख्याल है सर। तो जॉनी किसी बड़े चक्कर में हो सकता है, क्यों कि पहली बात तो इतनी आसानी से जॉनी ने अपना उद्देश्य आर्थर को बता दिया। यह बात समझ में नहीं आती और दूसरी बात, सिर्फ एक लड़की को किस करने के लिए और शर्त पूरी करने के लिए इतना बड़ा ड्रामा करना, मेरी समझ से तो बाहर है।“ रोजर ने कहा।

“मैं भी रोजर की बात से सहमत हूं। “ लारा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

“लेकिन सर! एक बात तो इससे स्पष्ट हो गई कि जॉनी चाहे जिस चक्कर में हो, पर है वह अपराधी टाइप का ही आदमी।“ ब्रैंडन पुनः बोल उठा-

“क्यों कि जितनी सफाई से, उसने हमारे सिक्योरिटी के आदमी को डॉज देने की कोशिश की है, वह कोई बहुत चालाक अपराधी ही कर सकता है।“

“हाँ ! यह बात तो तुमने ठीक कही।“ सुयश ने ब्रैंडन की बात सुनकर अपनी सहमति जताई। सुयश पुनः चहलकदमी छोड़ अपनी कुर्सी पर आकर बैठ गया। कुछ देर के लिए कमरे में फिर सन्नाटा छा गया। सन्नाटा ज्यादा लंबा होता देख, लारा बोल उठा-

“तो फिर कैप्टन! अब हमें आगे क्या कदम उठाना चाहिए? क्या हमें जॉनी को पकड़ लेना चाहिए? या फिर सावधानी से उस पर नजर रखते हुए, उसके अगले स्टेप का इंतजार करना चाहिए।“

“अभी हमें यह नहीं पता है, कि जॉनी वास्तव में क्या करना चाहता है। इसलिए हम अभी उसे कुछ नहीं कहेंगे। वैसे भी न्यू ईयर में बस अब एक ही दिन बचा है। तो फिर जॉनी पर कड़ी निगाह रखो और उसके कोई गलत कदम उठाते ही, उसे पकड़ लो। और हां , उसका प्लान न्यू ईयर की रात 1 मिनट के लिए लाइट ऑफ करवाना है।

ठीक है, लाइट ऑफ होगी। लेकिन उसके प्लान के हिसाब से नहीं। क्यों कि उसका प्लान खतरनाक भी हो सकता है। इसलिए लाइट सिर्फ 30 सेकेंड्स के लिए ऑफ होगी।

और चूंकि उसका प्लान 1 मिनट का है, तो जाहिर सी बात है, कि उसके आधे प्लान के बीच में ही लाइट आ जाएगी और हम उसे रंगे हाथों पकड़ लेंगे।........... क्यों ये प्लान कैसा रहेगा ?“ सुयश ने सभी को संबोधित करते हुए कहा।

“एक्सीलेंट!“ रोजर के मुंह से निकला । ब्रैंडन और लारा ने भी सहमति से सिर हिलाया।

“तो फिर यह प्लान फाइनल है। लेकिन हाँ लारा, इस बात का ध्यान रहे कि न्यू-ईयर की पार्टी में कोई गड़बड़ नहीं होनी चाहिए।“ और जैक पर भी नजर रखना। वह भी कम दुष्ट नहीं है।“ सुयश ने कहा।

“ओ.के. सर! और हाँ सर, फ्रेजी का क्या करना है? क्यों कि उसने आपके नियमों के विरुद्ध, ‘सुप्रीम’ की सीक्रेसी लीक की है।“ ब्रैंडन ने पूछा।

“फिलहाल उसे अभी वैसे ही काम करने दो। जॉनी को पकड़ने के बाद उसके बारे में सोचेंगे। वैसे भी अगर हम उसे पहले ही पकड़ कर, उसके अगेंस्ट कोई एक्शन लेंगे, तो जॉनी पहले से ही सतर्क हो जायेगा।“ यह सुनकर ब्रैंडन ने सहमति से सिर हिलाया।

इतना कहकर सुयश ने तीनों को जाने का इशारा किया। इशारा मिलते ही रोजर, लारा और ब्रैंडन कमरे से बाहर निकल गए।





जारी रहेगा...........:writing:
WOW to Suyash , Braindan , Lara or Rojar ne poori tarh se nigrane wale ko anjaam de rhe hai bechare Johnny ko khabar tak nahi ki wo jo bhi kar raha hai uski saari jankari pehle se ship ke Captain or uske logo ko hai
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Kher ab dekhne wali bat ye hai ki Johnny ka plan kya such me Jeneth ko kiss karne ka hai ya kuch or hai
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Kafi INTRESTING Story bnati Jaa rhe hai Raj_sharma bhai ek se badkar ek update ke sath
 
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