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Incest ♡ एक नया संसार ♡ (Completed)

आप सबको ये कहानी कैसी लग रही है.????

  • लाजवाब है,,,

    Votes: 185 90.7%
  • ठीक ठाक है,,,

    Votes: 11 5.4%
  • बेकार,,,

    Votes: 8 3.9%

  • Total voters
    204
  • Poll closed .

The_InnoCent

शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति
Supreme
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:congrats: Shubham ji for completed this awesome story.... :celebconf::celebconf:

:10::10:

ish story ko kabhi na bhul paungi....jab tak hain jaan... :rose:
बहुत बहुत शुक्रिया आपका, इसके दूसरे भाग में भी अपना साथ एवं सहयोग बनाए रखिएगा।
 
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The_InnoCent

शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति
Supreme
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Waise Shubham ji aapne yeh story xp se suru ki hai na... bura mat maniyega just puch rahi hun
आपने पूछा तो भला इसमें बुरा मानने की क्या बात है नैना जी..????

मैं नहीं जानता कि आपको ये कैसे लगा कि मैने ये कहानी xp पर शुरू की थी। जबकि सच तो ये है कि xp पर मैं तब रजिस्टर ही नहीं हुआ था, बल्कि सिर्फ एक रीडर ही था। उसके बाद एक और साइट का पता चला मुझे। तब तक मेरे मन में ये इच्छा जागृत हो चुकी थी कि मैं भी अपनी कोई कहानी किसी ऐसी साइट पर लिखूॅ। इस लिए मैंने xp के अलावा एक अन्य साइट पर रजिस्टर किया और फिर मैने सबसे पहले एक साफ सुथरी कहानी लिखनी शुरू की जिसका नाम था____एक मैं और एक तू।

उस साफ सुथरी कहानी पर लोगों की अच्छी प्रतिक्रिया न मिलती देख मैने उस कहानी को हमेशा के लिए बंद कर दिया। बल्कि ऐसा भी हुआ कि उस कहानी को मैने xp पर भी रजिस्टर करके पोस्ट किया था। ख़ैर, ये वाली कहानी तो मैने उस कहानी को बंद करने के बाद लिखनी शुरू की थी जो कि xp पर नहीं बल्कि अन्य साइट पर लिखनी शुरू की थी। यहाॅ पर मेरे कुछ दोस्तों को ये बात पता भी है। ये अलग बात है कि उस साइट पर भी लोगों का रिस्पाॅस कुछ खास नहीं था।

मुझे xforum का पता कुछ समय बाद चला तब मैने यहाॅ पर रजिस्टर किया और फिर इस कहानी को यानी कि ♡ एक नया संसार ♡ को शुरू किया जो अब तक चल ही रहा है।

आशा करता हूॅ कि आपको इस सारी जानकारी से अपने सवाल का जवाब संतोष जनक मिल गया होगा।
 

The_InnoCent

शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति
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The_InnoCent bhai aapki dusri story raj rani pr kab ayega update?
भाई, राज-रानी ( बदलते रिश्ते ) पर भी अपडेट देना शुरू करूॅगा किन्तु अभी नहीं। क्योंकि अभी मेरे सामने ऐसे हालात ही नहीं हैं कि मन तसल्ली से तथा शान्त मन से कहानी पर ध्यान दे सकूॅ।

आशा करता हूॅ आप सब मेरी परेशानियों को समझेंगे और अपना साथ व सहयोग ऐसे ही बनाए रखेंगे।
 
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Akil

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भाई, राज-रानी ( बदलते रिश्ते ) पर भी अपडेट देना शुरू करूॅगा किन्तु अभी नहीं। क्योंकि अभी मेरे सामने ऐसे हालात ही नहीं हैं कि मन तसल्ली से तथा शान्त मन से कहानी पर ध्यान दे सकूॅ।

आशा करता हूॅ आप सब मेरी परेशानियों को समझेंगे और अपना साथ व सहयोग ऐसे ही बनाए रखेंगे।
It's alright bro take your time
 
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VIKRANT

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Shubham bro aapki ye story mujhe hamesha yaad rahegi. Aapki writing skill ka main hamesha fan tha. Shabdo se khelne ki kala me aapko maharat haasil hai. Beech beech me kuch bura wakt aaya lekin finally is story ka first part complete ho hi gaya. Mushkil se mushkil wakt me bhi aapne achha kaam kiya.:coffee1:

Aapki dadi ki tabiyat ke chalte aap mansik roop se dukhi the. Iske baavdood aapne reader's ke liye is story ka 2nd part start kar diya. Ye itna asaan nahi tha but apne ise asaan kiya. Ye reader's ke liye aapka samarpan hi hai warna aise wakt me ye sab possible nahi ho sakta.:bigboss:

Aapki itni mehnat aur lagan par bhi agar reader's ka bartaav achha na rahe to sach me dukh ki baat ho jati hai. Anyways god aapki dadi ko sahi salamat rakhe aur aap hamesha buland haunslo ke sath kaamyabi ke shikhar ko praapt kare.

:yourock::yourock::yourock:
 

The_InnoCent

शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति
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Shubham bro aapki ye story mujhe hamesha yaad rahegi. Aapki writing skill ka main hamesha fan tha. Shabdo se khelne ki kala me aapko maharat haasil hai. Beech beech me kuch bura wakt aaya lekin finally is story ka first part complete ho hi gaya. Mushkil se mushkil wakt me bhi aapne achha kaam kiya.:coffee1:

Aapki dadi ki tabiyat ke chalte aap mansik roop se dukhi the. Iske baavdood aapne reader's ke liye is story ka 2nd part start kar diya. Ye itna asaan nahi tha but apne ise asaan kiya. Ye reader's ke liye aapka samarpan hi hai warna aise wakt me ye sab possible nahi ho sakta.:bigboss:

Aapki itni mehnat aur lagan par bhi agar reader's ka bartaav achha na rahe to sach me dukh ki baat ho jati hai. Anyways god aapki dadi ko sahi salamat rakhe aur aap hamesha buland haunslo ke sath kaamyabi ke shikhar ko praapt kare.

:yourock::yourock::yourock:
बहुत बहुत शुक्रिया विक्रान्त भाई,,,,
रीडर्स के बारे में कोई क्या कह सकता है? हाॅ बुरा ज़रूर लगता है लेकिन कोई बात नहीं। देखते हैं कैसे हालात बनते हैं।
 
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