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Incest Ghar me ghamasan

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Update please. Jaldi de wait nahi hota.
 

Xabhi

"Injoy Everything In Limits"
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Update 08
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मैं जल्दी से भाग कर पप्पू के दुकान पर पहुंचा जो चौराहे पे था गांव से करीब 1 किलोमीटर की दूरी पर चौराहा था जहा हर जरूरत के समान मिल जाया करते थे वहीं पे पप्पू का भी दुकान था जो की उनके खुद के जमीन मे ही बनी हुई थी।
खैर अब आगे बढ़ते है। मै पप्पू को टिफिन दिया। और फिर मैने पप्पू से बोला भाई मेने भी अभी खाना नहीं खाया है।
मै जाता हु । पप्पू बोला ठीक है जा । और सुन कल मुझे बाजार जाना है दुकान के सामान खरीदने तो कल मैं वोह मास्क वाला मसला हल कर दूंगा। मैने कहा ठीक है पहले ले तो आ। चाचा कहां है नही दिख रहे है। कहीं गए होंगे । मै आगया हु न आज तो गए होंगे चाय पानी करने ।मुझे नही पता। है की कहां है । चल भाई मैं अब चलता हु।
ठीक है जा । और मैं दुकान से गांव की तरफ चल दिया
मै जल्दी से पप्पू की घर पंहुचा। मै सीधा घर में चले गया।
अंदर बरामदे मे खाट पे बैठा। और आवाज दिया नसरीन नसरीन । किधर है सब इतने में चाची कमरे से बाहर आते हुए।अरे बेटा आगया तू । हा चाची नसरीन कहा है। नही दिख रही हैं।बेटा वो नहा रही है । बेटा तू हाथ मुंह धोले में खाना निकलती हूं। ठीक है चाची और मैं उठ कर नलपे जाके हाथ पैर मुंह धुला।ढलने के बाद वापिस खाट पे आके बैठ गया।
चाची अभी बिना ब्रा के ही सलवार और कमीज़ में थी जिसके वजह से उनकी चूचियां कन्ट्रोल में नही थी उनके निप्पल तो साफ दिखाई दे रहे थे। चाची ने खाना लाते हुए बोली बेटा तू सही से बैठ ऐसे क्या पैर लटका के बैठा है अच्छे से बैठ जा।और मैं दोनो पैर ऊपर करके खटिया पे बैठा चाची खाना रखते हुए मेरे सामने झुकी जिसके कारण उनके गले वाले हिस्से से उनकी पूरी चूची दिख रही थी इतना गज़ब दिख रही थी करीब 4 किलो के एक रहे होंगे मेरी नजर उनके चूची से नही हट रही थी। क्या देख रहा है बेटा मैं हड़बड़ा सा गया कुछ नही चाची। मै खाना देख रहा था क्या मस्त खुश्बू अराहि है। सरमा मत बेटा जवानी की पहेचान है ये अब नही देखेगा तो कब देखेगा,,,,नही चाची ऐसी कोई बात नही है।
और चाची बैठ गई मेरे पास हस्ते हुए । खाना खाना चालू करो बेटा।मेरी तो हालत गंभीर बनी हुई थी मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करू । अरे बेटा खाओ खाना
क्यो इतना फिकर कर रहे हो । मैने जैसे तैसे खाना चालू किया। बेटा देखो हम अपने बच्चो का खयाल नहीं रखे गे।
तो तुम लोगों का।खयाल कौन रखेगा।
बेटा तुमने वो करदिए जो मैने इतने दिनो में नही कर सकी तुमने पप्पू को काम करने के लिए राज़ी करलिया। लेकिन मेरे बहुत कोसिसो के बाद भी। वोह दुकान पे या खेती में नही जा रहा था और तुमने उसे एक दिन में ही लाईन पे ले आए।
चाची आपको तो पता ही है की मेरे पापा के वजह से मेरा परिवार किन परिस्थितियों से गुजरा है। इसलिए मैं ने कभी इन सब बातो पे ध्यान नहीं दिया कभी मेरे मन औरत की परती कोई भावना नही आई लेकिन आज जो मेरे दिल में गुबार उठा है। ऐसा मै पिछले करीब तीन चार दिनों से महेसुस कर रहा हु इसके पप्पू का भी हाथ है। वो पिछले चार पांच दिनों से मेरे साथ यही सब बातें कर रहा है। लेकीन मै इग्नोर करता रहता हु ।जब आपने उसकी सिकाएत मेरे से की तो मैने उसी को हथियार बना के उस से बोला की अगर तू मेरी बात मान लेगा तो । मै भी जो तू कहेगा मै करूंगा। इस पर उसने कसम उठाया की जो भी कहोगे मैं करूंगा। फिर मैने भी कसम उठाया की जो तू चाहेगा मै करूंगा । फिर मैने अपनी बात रखी की आज से तू चाचा के कामों में उनके साथ रहेगा और उनका बराबर हाथ बांटे गा। वो बोला ठीक है । और वो राजी होगया फिर आज से उसने सुरु भी करदीया।
वाह बेटा तूने बहुत बड़ी कुर्बानी दी है उसे सही रास्ते पे लाने के लिए। हा चाची लेकिन मैं क्या करता वोह ज्यादा से ज्यादा। यही चाहेगा की मै उसके गलत कामों में उसका साथ दु। सो मैं दूंगा लेकिन जब वो चाचा के साथ रहेगा तो उसे फुर्सत ही नहीं मिलेंगी इस लिए मैंने भी हां करदी उसे गंदे काम करने के लिए टाइम तो मिलेगा ही नहीं।,,, तो आखिर वो मुझसे क्या करा लेगा गंदे काम।ऐसे सांप भी मर गया और लाठी भी नही टूटी,,,
अरे वाह बेटा बहुत ही कमाल की सोच है तुम्हारी।
और कुछ चाहिए राजू तुम्हे । नही चाची बस होगया इतने में नसरीन भी आगयी। वो सिर्फ टॉवल लपेट के ही बाहर निकल आई मेरी नजर उसपे गई तो मैं देखते ही रहेगया बहुत ही हसीन लग रही थी,,,,भीगे हुए बाल उसकी चूची के उभार जो आधा टॉवल में जकड़े हुए थे और आधे बाहर दिख रहे थे नीचे से गाठ तक खुले हुए पैर जिसपे हल्के हल्के बाल थे उसकी चूतड के उभार बहुत खूबसूरत नजारा था सीधा वो मेरे पास आके खड़ी होगई। मै तो सिर्फ देखते ही रहेगया।
फिर उसकी कोयल जैसे आवाज सुनाई दी। क्या देख रहा है किधर खो गया राजु। मै झेप सा गया। फिर मुझे होश आया तो मैं शर्म से सिर झुका लिया।
अरे नसरीन जा बेटा कपड़े पहन ले क्यो ऐसे खड़ी है । चाची ने नसरीन से कहा। जाती हु मां
अरे बेटा ये ऐसे ही है । क्या है ना बेटा तेरी गलती नही है तूने कभी किसी लड़की को ऐसे अभितक नही देखा है ना इस लिए तुझे ये सब अलग लग रहा है ।
और राजू वो तेरे लोअर में क्या है इतना बड़ा अभी तक नही था। अभी ये बड़ा होगया । चाची ने बोला ,,मुझे ,,मेरी तो हालत ही खराब हो गई ये सुनकर । मुझे नही पता चाची ये कैसे हुआ है। सच बोल रहा हु । मै बताती हु बेटा ये औरतों के गुप्त अंग देखने से बड़ा होता है। ( नसरीन भी अभी तक वहीं खड़ी थी)
मां ये गुप्तांग क्या होता है नसरीन बोली तू चुपकर तुझे तो सब पता है फिरभि नाटक करती है । ले ये प्लेट उठा के लेजा नल के पास रख अरे मां मैं ऐसे कैसे ले जाऊं अभी मैने कपड़े भी नही पहिने है। कहीं मेरी टॉवेल खुल गई तो,,,, तो मेरे गुप्तांग दिख जायेंगे फिर क्या होगा। फिर भाई का लोअर तो फट ही जायेगा। और हस्ते हुए प्लेट उठाने लगी।
मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं। मजा भी आता और शर्म भी अरहि थी । इतने में चाची बोली बेटा शर्मा मत क्यो शर्म कर रहा है कही बहार थोड़े ही है बेटा अपने घर में है। जब तक नसरीन जा चुकी थी और प्लेट नल पर रख कर अपने कमरे में चली गईं । अब मुझे थोड़ा सुकून हुआ । अब चाची और मैं खाट पे ही बरामदे में बैठे हुए थे।
फिर चाची बोली बेटा देख जिस बारे में मैं तुझ से बात कर रही हु वो एक मर्द और औरत साथ में करतें है। क्या करतें है
चाची। बेटा तू अभी तक किया नही है ना । इसलिए तुझे अजीब लग रहा है,,,मैने बोला चाची थोड़ा थोडा मजा आ रहा है । लेकिन मुझे शर्म बहुत आ रही हैं। चाची मैं आपके बेटे जैसा हु । बेटे जैसा क्या मैं आपका बेटा ही हूं और नसरीन मेरी बहन है। लेकिन ये सब एक शादी शुदा मर्द और औरत के बीच में संभव है जैसे चाचा और आप दोनो कर सकतें हो।
मेरे साथ ये सब गुप्त बातें कैसे मुमकिन है ।,, बेटा मैं समझाती हु तुझे । देख तेरे पापा और रेशमा के बीच क्या संबंध है। कुछ नही न फ़िर तेरे पापा उसके साथ ये सब करतें है। वो बाहर कर रहे है इसलिए बदनामी होती है । लोगो को पता है की तेरे पापा ओर रेशमा के बीच नजायेज संबंध है ।
इसलिए बेटा जरूरत तुझे भी है इन सब की अगर तू बाहर तेरे पापा के जैसा करेगा तो सबको पता चल जायेगा फिर पूरे गांव में बदनामी होगी । और यही काम अगर हम घर में करते है तो किसी को पता भी नही चलेगा और जरूरत भी पूरी होजाएगी। न घर के लड़कियों या औरतों को बाहर जाने की जरूरत पड़ेगी और न घरके बच्चो और मर्दों को बाहर जाने की जरूरत पड़ेगी। घर की इज्जत घर में ही रहेगी। इसलिए हमने ये कदम उठाया है अब तू बता तेरी राय क्या है।,,
तू सोच कर बता बेटा मैं मेन दरवाजा बंद करके आती हु।

मै गहरी सोच में पड़ गया की क्या ये एक मां बेटे के पवित्र रिश्ते में ठीक है और अपनी बहन के साथ ,, ये सब ,,मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था,,मै गहरी सोच में डूबा हुआ था ।
फिर जब तक चाची अगाई फ़िर मेरी नजर उनके चुचियों पे पड़ी और मेरा मन विचलित होने लगा मेरे लन्ड में तनाव बढ़ने लगा।
क्या सोचा बेटा चाची ने पूछा चाची आपकी बात तो ठीक है
लेकिन समाज में अगर ये पता चल गया। तो क्या होगा ।
अरे बेटा कौन बताएगा समाज को । कोई बाहरी थोड़े ही है
हम सब घरवाले ही है ना तुम बताओगे न हम कहीं बताने जायेंगे। जब हमारे घरके मर्द और औरत दोनो की जरूरत घर में ही पूरी होजाएगी तो बाहर कौन जायेगा। इसी वजह से ही तो हम ने ये फैसला किया है की अब कोई तुम्हारे पापा जैसे बाहर अपनी जरूरत पूरा करने कोई नही जाएगा।
और हम सब अपनी जरुरते घरमें ही पूरी करते रहेंगे अगर किसी को कोई तकलीफ होगी तो हम साथ में बैठ कर सभी समस्या को हल करेंगे । बोलो बेटा क्या फैसला है तुम्हरा
चाची इस बारे में पप्पू जनता है क्या । बेटा तुम्हे कुछ पता है,,
चाची मुझे कुछ नही पता है। पप्पु ने कभी आपके नसरीन के बारे में या चाचा के बारे मे कोई बात नही बताई है।
हां बेटा यही वजह है की कोई अपने घरके बारे में किसी को नही बताता है। बेटा पप्पू को पहेली बार मैने ये सब करने को बताया है।
मै चाची के मुंह से ये सुनकर सोक होगया क्या बात करती हो चाची आपने ही उसे सब सिखाया है ।
कभी पप्पू ने कोई इशारा भी नही दिया। अच्छा चाची
चाचा को पता है ये सब ,,,
हां बेटा तेरे चाचा और मैं मिल कर ही सुरू किए थे।
अब मुझे काफी मज़ा आने लगा था दोस्तो इतना मजा की सब्दो में क्या लिखूं मुझे समझ नहीं आ रहा ।
और नसरीन का क्या हुआ चाची वो भी साथ में होती है।
क्या बोलूं बेटा हम सब घर में हमेशा नंगे ही होते है रात को 8बजे के बाद ।
चाची मतलब नसरीन ने भी मजे लिए है ।
बेटा मजे तो लिए है लेकिन अभी वो पूरा खेल नही खेली हैं । उसका मन बहुत करता है। लेकीन उसको उसके दूल्हे के लिए बचा के रखे है।
वोह मुझे लगा वो भी कर चुकी है ,,, नही बेटा अभी तक उसकी चूत कुंवारी ही है लेकिन उसका पानी हम सब चाट कर निकाल देते है।
चाची के मुंह से चूत और चाटने वाला शब्द सुनकर मेरा लन्ड एक दम से खड़ा हो चुका था।
नसरीन नसरीन चाची जोर से आवाज देते हुए बुलाई।
मै और चाची अभी भी बरामदे में खाट पे ही बैठे थे ।
चाची मेरा बहुत खड़ा होगया है । लोअर में ऐसा लगता है की लोअर फाड़ देगा मेरा वो,,,। वो क्या बेटा उसे लन्ड कहते है। हा चाची वही ला,,, ला,,लन्ड ही।
हां बेटा ऐसा लन्ड कहो। ठीक है चाची ,,, लन्ड ही चाची क्या करू मैं बहुत दुख रहा है
इतने में नसरीन भी कपड़े पहन कर बाहर आ गई मैं तो देख कर sock होगया क्या कपड़े पहन रखी थी एक बारीक सी सफेद कमीज जिसमे से उसके शरीर का पूरा हिस्सा दिखाई दे रहा था जब करीब आई तो देखा की अंदर चड्डी और ब्रा भी पहनी थी।
लेकिन बहुत ही सुंदर लग रही थी जैसे कोई परी हो।
क्या हुआ भाई । क्या देख रहें हो ,, तुझे ही देख रहा था,,
अरे बेटा तेरे भाई के लन्ड में बहुत दर्द हो रहा तनाव के कारण।और तू भी ऐसे कपड़े पहन कर सामने आ गई अब तो । मेरा बेटा और परेशान होजाएगा।
बेटा देख पप्पू और तेरे चाचा के बिना हम कुछ कर नही सकते ।
लेकिन तू लोअर निकाल सकता है जिस से तुझे आराम मिलेगा।
चाची नही मुझे शर्म आती है । मै नही निकाल सकता
मै बर्दास्त करूंगा मैं भी आप लोगो की प्रोमिस नही तोड़ना चहेता।
ऐसी कोई बात नही बेटा तुझे तकलीफ है तो निकाल दे
नही चाची मै नही निकालूंगा।
ठीक है बेटा वैसे तेरा बहुत बड़ा लगता है ऐसा मुझे ऊपर से ही महेसुस होता है।
चाची ये तो आप लोग जब देखोगे तभी पता चलेगा की बड़ा है या छोटा है ।
अब आगे क्या करना है चाची वो बताओ बेटा देखो आज रात में तुम खाना खाने के बाद आजाना करीब साढ़े सात बजे तक फिर हम सब साथ में तुम्हे सिखाएंगे।
चाची वो तो ठीक है लेकिन मां को क्या बोलूंगा। उनसे क्या कहूंगा किधर जा रहा हु रात भर ।
बेटा तुम सिर्फ अपनी मां से इतना बोल देना की चाची के घर जा रहा हु। बस और बोलदेना की सुबह आऊंगा
और कुछ कहेने की जरूरत नहीं पड़ेगी
मै तो सन होगया ये सुन कर चाची क्या मेरी मां भी इनवॉल्ब है इन सब में।
बेटा तुम और किसी बात की जिक्र अपनी मां से मत करना बस जितना बोला है उतना बोल कर चले आना
बाकी की सभी बाते मै यहां समझा दूंगी।
ठीक है चाची मै अब चलता हु।
आप लोग रात की तैयारी करो मैं भी जरा खेत घूम के घर जाऊंगा। फिर साम को मतलब रात को आता हु,,
ठीक है बेटा जाओ ,,, और मैं पप्पू के घर से चले आया ,,,,,

मेरे प्यारे दोस्तो मुझे जरूर बताएं की कहानी कैसे जरही है और कैसी लग रही है ।
To aise suruvat hui thi ghar me ghamashan ki... Erotic hot update bhai sandar jabarjast
 

Amer

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shahil3

Mere pyare dosto
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Update 09
मेरे प्यारे दोस्तो मुझे आप सभी का भरपूर साथ मिल रहा है।
मै आप सभी रीडर्स का दिल से शुक्रिया अदा करता हु।




मेरे प्यारे दोस्तो अब हम कहानी पे आते है,,
मै। चाची के घर से निकला तो करीब चार बज रहे थे। और मैं सीधा खेतो की तरफ चला गया। करीब दो घंटे खेतो की भरमड़ करने के बाद। मै वापस अपने घर आगया। मै अभी घर के बाहरी बरामदे में ही था। बाहर ही खाट पर लेट गया
मुझे आज अपने घर में भी जाने के लिए बड़ा अजीब लग रहा था।मै बहार खाट पे लेटे लेटे ही ऊंघने लगा। थोड़ी देर बाद।,। मेरे दादा जी मुझे उठाने लगे,,,,, राजु वो राजु,,,,
उठ बेटा,,,ये कोई टाईम है सोने का ,,,,फिर मैं उठा और दादा जी से पूछा कितना टाइम होरहा है। दादा जी बोले बेटा अभी पौने सात बज रहें है।,,,, तेरी तबियत तो ठीक है राजू ,,
दादा जी परेशान होके पूछे।,,,। हां दादा जी मै बिल्कुल ठीक हु। वो मै खेत से आया और लेट गया नींद कभी आ गई। मुझे कुछ पता ही नहीं चला।
चलिए घर में चलते हैं।और मैं खडे होकर दादा जी के साथ अंदर चला गया।
खाना तो रेडी था फिर हम दोनो बैठे खटिया पे हमे देख कर गुडिया ने मां को आवाज लगाई ,,,। मेरी मां अपने कमरे में थी
हा गुडिया आ रही हूं बेटा,,,,,,मां ने आवाज़ देते हुए बाहर आई
मां ने आ कर हमे खाना देने लगीं । और दादा जी ने मां से पूछा कि। छुटकी और जाहिद कहा है नही दिख रहे है । पापा वो दोनो बाहर ही गए होंगे। अभी घर में आए नही है।
अच्छा बिटिया। दादा जी ने मां से कहा ,,, फिर हम खाना खाने लगे ।
खाना खाने के बाद मै उठा ओर बाहर दादा जी को छोड़ कर उन दोनों को खोजने लगा थोड़े ही दूर पर वो लोग खेल रहे थे मैने उन्हे बुला कर घर ले गया।
और फिर मैने मां से बोला मां मैं हिना चाची के यहां जा रहा हु आज़ रात भर मैं वहीं रहूंगा,,,,,,,
मेरी मां
ने कहा ठीक है बेटा । जाओ और मै बाहर निकल कर पप्पू के घर पहोंचा। मैने दरवाजा खोला तो खुला नही
मेन दरवाजा अक्सर खुला ही रहता था।तो मुझे लगा की खुला ही होगा। लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था ।
मैने खटखटाया। और वही रुक गया।थोड़ी देर के बाद पप्पू ने दरवाजा खोला । अरे भाई तू है मां ने बोला ही था की राजू ही होगा । हां भाई और कैसा रहा आज पहला दिन दुकान पे। हम बात करते ही अंदर आगये।और पप्पुने वापस दरवाजा लॉक किया। फिर हम दोनो बाते करते हुए अंदर आए । ठीक था आज का दिन भाई बहुत मजा आया। दुकान पर मुझे तो अफसोस हुआ की मै दुकान पे अभी तक क्यों नहीं गया था यार। अरे भाई ऐसा क्या मिल गया दुकान पे तुझे । ,,,भाई बहुत ही मजा है दुकान पर एक से एक आईटम आती हैं यार।,,, अच्छा ये बात है फिर तो । तुम्हारी निकल पड़ी। हा भाई मै आज से दुकान पे ही रहूंगा। ठीक है बाबा ठीक है ।
अब हम घरके अंदर पहोंच चुके थे अभी चचा खाना ही खा रहे थे। और मैं चाचा से सलाम किया । चचा ने भी वालेकुम सलाम कहा आओ बेटा बैठो खाना खाओ चाचा आप खाए मैने खाना खा लिया है । अच्छा अच्छा। बैठो तो । और मैं उनके बगल में ही बैठ गया ।
और बेटा खेती बाड़ी कैसी चल रही हैं तुम्हरी।
बहुत अच्छा है चाचा । फिर चाची आई और बोली बेटा
कुछ खाले।नहीं चाची पेट भरा है मेरा । पप्पू और नसरीन कहां चले गए । बेटा वो लोग मेरे कमरे में होंगे ।
तयारी कर रहें होंगे । किस चीज़ की तैयारी चाची । बेटा जो हम दोपहर में बात किए थे । बस उसी की आज तुम्हारा उद्घाटन समारोह है ना बेटा ।
जी चाची । अच्छा चाची क्या इन सब के बारे में मेरी मां भी जानती है । इतने में चाचा बोले बेटा अभी अंदर चल कर बात कर लेना इस बारे में । ठीक है चाचा जैसे आप ठीक समझें । फिर चाचा ने खाना खत्म करके बैठे । और चाची बर्तन लेजाने लगी । चाचा जी ने आवाज लगाई बेटा पप्पू किधर हो आओ जरा यहां। आया पापा
और पप्पु तुरंत बाहर आके पूछा। क्या हुआ पापा बेटा इधर बैठो तुम दोनो । और पप्पु भी मेरे साथ में बैठ गया।
और चाची भी आ चुकी थी बर्तन रख कर । एमहमारे बीच में सिर्फ नसरीन ही नहीं थी । हिना मै बात सुरू करू चचा ने चाची से पुछा। चाची ने कहा बिलकुल आप सुरू करिए ।चाचा ने कहा की ये सिर्फ अभी हम चार को ही पता होगा नसरीन को कुछ नहीं बताना। पप्पू और मैं दोनो ने हा में अपना सर हिला दिए। देखो बेटा नसरीन की शादी हम राजू से करना चाहते है। पप्पू बेटा तुम क्या बोलते हो।पापा मैं क्या बोलूं मेरे तरफ से हां है। राजू तेरा क्या खयाल है। चाचा अगर मेरी पूछो तो मैं राजी हु मुझे कोई ऐतराज नहीं है। बस बेटा अगर तुम राजी हो तो बस आगे की बात हम तुम्हारे मां से कर चुके है । और तुम्हारी मां भी और दादा जी भी राजी है। बस तुम्हारी हां ही चाहिए थी।
चाचा ,,,, और हा बेटा नसरीन अभी भी कुंवरी ही है उसने कभी चूदाई नही की है ।
मै,,, चचा जी मुझे पता है इस बारे में चाची ने मुझे बताया है।
चाची,,,ठीक है बेटा फिर हमारा रिश्ता पक्का और आज नसरीन की भी सील तुम्हे ही तोड़ना है। इस लिए उसको इस रिश्ते के बारे में नही बताया गया है। उसको सरप्राईज देंगे हम।
पप्पू,, फिर तो बहुत मजा आयेगा आज से मैं नसरीन को भी चोद पाऊंगा। राजू तुम मेरे साथ चलो। में उठा और हम दोनो टॉयलेट की तरफ चले गए। देख राजू हमने जो रेशमा की बेटी माहिरा के साथ किया है। उसका किसी को पता नही है। तेरे हिसाब से हमे क्या करना चाहिए
मै,,,,पप्पू साले मै मान गया तुझ को तू इतना बड़ा राज़ अपने घर के बारे में मेरे से छुपाके रखा साले ,,,, । अच्छा हां माहिरा के बारे में चुप ही रहो जब वक्त आएगा तभी बता देंगे।
पप्पू,,, ठीक है यही बात करनी थी तुझ से कहीं तू बता देता तो गड़बड़ हो जाती।
मै,,,नही बता ता मै कियोक चाची ने दोपहर में ही बता चुकी है मुझे ये सब करने के पीछे क्या मकसद है। मै टाइम आने पे ही बताऊंगा।बस तुम चुप रहना।
पप्पू,,मै तो चुप ही रहूंगा भाई चलो अब चलते है । और हम दोनो वापस जहां चाची और चाचा बैठे थे वही आगए।
तो फिर चलें अंदर मेरी जान चाचा ने चाची से कहा चलो जी नेक काम में देरी करना ठीक नहीं है मेरे राजा।
और वोह दोनो खाट से उठ कर कमरे की तरफ जाने लगे । पप्पू और मैं उनके पीछे पीछे चल दिये । जब हम कमरे के पास पहुंचे तो नसरीन सिर्फ चड्डी और ब्रा में दरवाजे पे स्वागत करने आई ।
पहले चाचा जी ने अपने सारे कपड़े खोलने लगे मै तो देखता ही रह गया एक पिता अपने बेटी के सामने इस तरह निर्वस्त्र हो रहा हो जैसे किसी तवायफ खाने में हो
लेकीन जो भी हो नजारा बहुत अद्भुत था मै तो सिर्फ नसरीन को ही देख रहा था क्या गजब की माल थी जिस से मेरी शादी की बात अभी थोड़ी देर पहले ही तय हुई थी।
उसकी चूचियां दोनो अभी नॉर्मल अनार के जितना थे जो पूरी मुट्ठी में ही समा सकते थे उसकी नाभी भी न ज्यादा गहरी और न ऊपर को उठी हुई एक दम नॉर्मल और उसकी कमर तो लाजवाब थे करीब 28 की साइज़ के और उसके चूतड भी करीब 36 की थे बहुत ही हॉट लग रही थी। मेरा तो मौसम
बनने लगा नसरीन को इस रूप में देख कर।
चाचा ने पहले अपना कुर्ता निकाल दिए नीचे नसरीन ने पजामा की नाडी खोल कर नीचे उतार दी अब चाचा बिलकुल नंगे हो चुके थे फिर नसरीन ने बैठ कर चाचा का मुरझुराया हुआ लन्ड मुंह में लेके चूसने लगी करीब दो बार अंदर बाहर करने के बाद अब नसरीन खड़ी हो गई । और चचा उसके तरफ खड़े हो गए।अब चाची की बारी थी कपड़े उतारने की जिसमे नसरीन ने चाची की हेल्प की पहले कमीज उतार दिया कमीज उतरते ही चाची के बड़े बड़े तरबूज के size की छाती एक दम से नंगी हो गई वोह क्या चूची थी चाची के ये सब देख कर मेरा लन्ड एक दम से लोवर में तम्बू बन चुका था अब चाची ने अपनी सलवार भी खोल कर नीचे गिरा दी।,,,,, हाय क्या नजारा था मेरे सामने । एक तरफ नसरीन सिर्फ चड्डी और ब्रा में ये सब किर्या करते हुए । और मेरे चचा जी उसकी सहायता करते हुए वो भी पूरे निर्वस्त्र हालत में । उनका लन्ड अभी भी वैसे ही सोया हुआ था।करीब दो इंच का था । मानो उनको कोई असर ही नहीं हो रहा था। और इधर मेरी हालत खराब हो चुकी थी। और दूसरी तरफ मेरी चाची बिलकुल नंगी हो चुकी थी । अब उनकी भरी भरकम गांड़ मेरे सामने थी। बहुत विशाल चूतड थे उनके जिन्हे मै और पप्पू देख रहे थे । मै तो पहेली बार ये अनुभव कर रहा था । मुझे तो ऐसा लग रहा था की मै किसी स्वपन लोक में हु । फिर नसरीन ने बैठ कर उनकी चूत को दो बार चाटी और खड़ी होगयी अब चाचा जी बैठ कर वैसे ही चाटे जैसे नसरीन ने चाटा था । ये उनका स्वागत कार्य कर्म था । जो मुझे समझ में आगया था । चूत चटवाने के बाद चाची भी दरवाजे के उस तरफ चली गईं।
अब बारी पप्पु की थी । कपड़े खोलने की पप्पू अपना t shirts तो खुद ही निकल दिया । ओर नीचे वो शॉर्ट पहेनेे हुआ था जिसे चाची ने खींच कर उतार दी। अब पप्पू भी नंगा हो चुका था । पप्पू का लन्ड अभी भी सोया हुआ था।जिसे नसरीन ने पकड़ कर अपने मुंह में डालकर चूसी और अब पप्पू का लन्ड बढ़ कर 6इंच का होगया था नसरीन दो बार चूसने के बाद लन्ड छोड़ कर खड़ी हो गईं। फिर चाचा ने उसे चूमा और वो हट गए फिर चाची ने अपने मुंह में लेकर दो बार आगे पीछे की फिर वो भी हट गई । अब पप्पु भी दरवाजे के उस तरफ हो चुका था । इस तरफ सिर्फ मै बचा ।
मुझे तो बहुत मजा आया ऐसे स्वागत होते हुए । अब चाची ने लोअर के उपर से ही मेरे लन्ड को मुट्ठी में पकड़ी और बोली हाय कितना मोटा है बेटा तेरा ये तो मेरी मुट्ठी में भी पूरा नहीं बैठ रहा है
नसरीन और चाचा तो चौक गए बोले क्या बात करती हो ।
चाची उन्हें दिखाते हुए बोली लो देखो पूरा जकड़ कर चाची दिखाने लगी ।
और मुझे तो ऐसे आनंद का अंभाव हुआ जैसे मै किसी और ही संसार का सैर कर रहा हु चाची मेरा लन्ड पकड़े हुए ही कमरे के अंदर ले गई और मैं भी खींचता हुआ चला गया। और सभी मेरे पीछे थे अब हम एक विसाल बेड के पास पहुंचे चाची बेड पे बैठ गई और मैं नीचे ही खड़ा रहा बाकी के सभी मेरे बगल में खड़े थे। दाहिनी तरफ चचा और बाई तरफ पप्पू और मेरे ठीक पीछे नसरीन खड़ी थी चाची ने नसरीन से बोली बेटी तुम पीछे से पकड़ो मै आगे से पकड़ती हु और फिर हम साथ में लोअर नीचे की तरफ खीच कर उतरेंगे नसरीन बोली ।ठीक है मां । फिर वैसे ही हुआ दोनो ने मिल कर मेरी लोअर नीचे उतार दिए अब नसरीन को मस्ती सूझी उसने मेरे चूतड पर चिमटी काट ली जिस से मै अपनी गांड़ सिकोड़ते हुए आगे की तरफ सरका तभी मेरा लन्ड चाची के सीने में लगा जिसके वजह से वो बेड पे गिर गई। अरे क्या कर रहा है बेटा । मैने कुछ नही किया चाची पीछे नसरीन है जो मेरे चूतड पर चिमटी काट ली इस वजह से मै उछला और आपको धक्का लगा ।
चाची ने नसरीन को अपने साथ में बिठाया और बोली की बेटी देखो राजू का लन्ड बहुत ही बड़ा है। ऐसा लन्ड मैने अभी तक अपने जीवन में नही देखी हु ।
मां मुझे तो विश्वास ही नहीं होता है की इतना बड़ा भी कोई लन्ड होता है । नसरीन अपने हाथ से पकड़ कर मेरे लन्ड को नापने लगी मेरा लन्ड लगभग उसके कलाई के जितना मोटा था। मां देख जितना मेरा हाथ है उतना मोटा तो राजू का लन्ड है। फिर चाचा बोले बेटी वो तो हम लोग भी देख रहे है की कितना विशाल है राजू का लन्ड। फिर चाची ने नसरीन से कहा बेटी मुंह लो और उद्घाटन करो नसरीन ने मुंह खोल कर मेरे सुपाड़े को मुंह लेते हुए चूसने लगी । आह,,,, मुझे उसके कोमल honto की गर्मी से बहुत ही आनन्द आने लगा । करीब एक मिनट चूसने के बाद नसरीन को चाची ने छोड़ने को बोली तो वोह छोड़ दी नसरीन के मुंह में मेरा लन्ड चार इंच तक अंदर गया था । नसरीन लन्ड को निकलते हुए बोली मां मेरे बस की बात नही की मै ये पूरा अपने मुंह में ले सकू। चाची ने कहा बेटी ये तो मैं भी सोच रही हु की मेरे से होगा की नही । देखती हु और चाची ने मेरा लन्ड अपने मुंह में लेने लगी ,,,, मै तो आनंद से अपनी आंखे बंद कर चुका था आह्ह्ह्ह्ह क्या आनंद के पल है।
चाची ने बड़ी कोशिश कर के मेरा करीब 7इंच लन्ड अंदर लेली। उनके होंठ बंद नहीं हो रहे थे और उनके गले में मेरा लन्ड उतर गया था फिर चाची ने बाहर निकाल कर जोर से सांस को लेते हुए बोली की बड़ा ही मुस्किल है पूरा अंदर लेना
फिर मेरे चाचा ने बेड पर बैठकर मेरा लन्ड अपने हाथो में पकड़ते हुए बोले हिना आज तो तुम्हारी चूत फाड़ देगा राजू।
चाची बोली कहो तो तुम्हारी गांड़ भी फडवा दु । नही भाई मेरे बस की बात नही है । मैने सोचा ये क्या माजरा है क्या मेरे चाचा अपनी गांड़ मरवाते है क्या ।
अब हम सब नंगे थे । सिर्फ नसरीन ही चड्डी और ब्रा में थी ।
अब हम सभी लोग राउंड में बेड के उपर बैठ गए
मेरे बाई तरफ चाची बैठी और दाहिनी तरफ नसरीन उसके बगल में पप्पू और पप्पू के बगल में चाचा । राउंड सेप में बैठ गए ।
फिर मैने चाची के दूध को पकड़ते हुए पूछा चाची इन सब में मेरी मां क्या जानती है।
बेटा तेरी मां अभी तक कोई गलत काम नहीं की है मैने उन्हे अपने बच्चो के बारे में सलाह दी की अगर हमने उनके बारे में नही सोचा तो कल को हमारे बच्चे भी वैसे ही करेंगे जैसे तेरे पापा करते है ।
चाहे चोरी छुपे करे या खुले आम करे । लेकिन करेंगे जरूर
और अगर हम घरकी औरते उन्हें वो सब दे जो उन्हें चाहिए
तो फिर घरका कोई बच्चा गलत रास्ते पर बाहर नहीं भटके गा
और ये बात तुम्हारी मां समझ गईं फिर हमने मिल कर प्लान किया और हमने पहले पप्पु और नसरीन से शुरुआत किए ओर हमारे हाथ सफलता लगी ।


दोस्तो अपडेट पूरा नहीं कर पाया हु माफी चहेता हूं अगला अपडेट आपको जल्दी ही मिलेगा
 

Studxyz

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अब चाचा जी बैठ कर वैसे ही चाटे जैसे नसरीन ने चाटा था । ये उनका स्वागत कार्य कर्म था । जो मुझे समझ में आगया था.... :laugh::laugh:हा हा बहुत खूब क्या मस्त चोदू परिवार है मस्त कहानी है
 
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Mr.007

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Bohot hi mast pariwaar hai jo chudai karta hai aise hi likhte raho bhai keep going well waiting for next update
 

Jiashishji

दिल का अच्छा
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Update 09
मेरे प्यारे दोस्तो मुझे आप सभी का भरपूर साथ मिल रहा है।
मै आप सभी रीडर्स का दिल से शुक्रिया अदा करता हु।




मेरे प्यारे दोस्तो अब हम कहानी पे आते है,,
मै। चाची के घर से निकला तो करीब चार बज रहे थे। और मैं सीधा खेतो की तरफ चला गया। करीब दो घंटे खेतो की भरमड़ करने के बाद। मै वापस अपने घर आगया। मै अभी घर के बाहरी बरामदे में ही था। बाहर ही खाट पर लेट गया
मुझे आज अपने घर में भी जाने के लिए बड़ा अजीब लग रहा था।मै बहार खाट पे लेटे लेटे ही ऊंघने लगा। थोड़ी देर बाद।,। मेरे दादा जी मुझे उठाने लगे,,,,, राजु वो राजु,,,,
उठ बेटा,,,ये कोई टाईम है सोने का ,,,,फिर मैं उठा और दादा जी से पूछा कितना टाइम होरहा है। दादा जी बोले बेटा अभी पौने सात बज रहें है।,,,, तेरी तबियत तो ठीक है राजू ,,
दादा जी परेशान होके पूछे।,,,। हां दादा जी मै बिल्कुल ठीक हु। वो मै खेत से आया और लेट गया नींद कभी आ गई। मुझे कुछ पता ही नहीं चला।
चलिए घर में चलते हैं।और मैं खडे होकर दादा जी के साथ अंदर चला गया।
खाना तो रेडी था फिर हम दोनो बैठे खटिया पे हमे देख कर गुडिया ने मां को आवाज लगाई ,,,। मेरी मां अपने कमरे में थी
हा गुडिया आ रही हूं बेटा,,,,,,मां ने आवाज़ देते हुए बाहर आई
मां ने आ कर हमे खाना देने लगीं । और दादा जी ने मां से पूछा कि। छुटकी और जाहिद कहा है नही दिख रहे है । पापा वो दोनो बाहर ही गए होंगे। अभी घर में आए नही है।
अच्छा बिटिया। दादा जी ने मां से कहा ,,, फिर हम खाना खाने लगे ।
खाना खाने के बाद मै उठा ओर बाहर दादा जी को छोड़ कर उन दोनों को खोजने लगा थोड़े ही दूर पर वो लोग खेल रहे थे मैने उन्हे बुला कर घर ले गया।
और फिर मैने मां से बोला मां मैं हिना चाची के यहां जा रहा हु आज़ रात भर मैं वहीं रहूंगा,,,,,,,
मेरी मां
ने कहा ठीक है बेटा । जाओ और मै बाहर निकल कर पप्पू के घर पहोंचा। मैने दरवाजा खोला तो खुला नही
मेन दरवाजा अक्सर खुला ही रहता था।तो मुझे लगा की खुला ही होगा। लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था ।
मैने खटखटाया। और वही रुक गया।थोड़ी देर के बाद पप्पू ने दरवाजा खोला । अरे भाई तू है मां ने बोला ही था की राजू ही होगा । हां भाई और कैसा रहा आज पहला दिन दुकान पे। हम बात करते ही अंदर आगये।और पप्पुने वापस दरवाजा लॉक किया। फिर हम दोनो बाते करते हुए अंदर आए । ठीक था आज का दिन भाई बहुत मजा आया। दुकान पर मुझे तो अफसोस हुआ की मै दुकान पे अभी तक क्यों नहीं गया था यार। अरे भाई ऐसा क्या मिल गया दुकान पे तुझे । ,,,भाई बहुत ही मजा है दुकान पर एक से एक आईटम आती हैं यार।,,, अच्छा ये बात है फिर तो । तुम्हारी निकल पड़ी। हा भाई मै आज से दुकान पे ही रहूंगा। ठीक है बाबा ठीक है ।
अब हम घरके अंदर पहोंच चुके थे अभी चचा खाना ही खा रहे थे। और मैं चाचा से सलाम किया । चचा ने भी वालेकुम सलाम कहा आओ बेटा बैठो खाना खाओ चाचा आप खाए मैने खाना खा लिया है । अच्छा अच्छा। बैठो तो । और मैं उनके बगल में ही बैठ गया ।
और बेटा खेती बाड़ी कैसी चल रही हैं तुम्हरी।
बहुत अच्छा है चाचा । फिर चाची आई और बोली बेटा
कुछ खाले।नहीं चाची पेट भरा है मेरा । पप्पू और नसरीन कहां चले गए । बेटा वो लोग मेरे कमरे में होंगे ।
तयारी कर रहें होंगे । किस चीज़ की तैयारी चाची । बेटा जो हम दोपहर में बात किए थे । बस उसी की आज तुम्हारा उद्घाटन समारोह है ना बेटा ।
जी चाची । अच्छा चाची क्या इन सब के बारे में मेरी मां भी जानती है । इतने में चाचा बोले बेटा अभी अंदर चल कर बात कर लेना इस बारे में । ठीक है चाचा जैसे आप ठीक समझें । फिर चाचा ने खाना खत्म करके बैठे । और चाची बर्तन लेजाने लगी । चाचा जी ने आवाज लगाई बेटा पप्पू किधर हो आओ जरा यहां। आया पापा
और पप्पु तुरंत बाहर आके पूछा। क्या हुआ पापा बेटा इधर बैठो तुम दोनो । और पप्पु भी मेरे साथ में बैठ गया।
और चाची भी आ चुकी थी बर्तन रख कर । एमहमारे बीच में सिर्फ नसरीन ही नहीं थी । हिना मै बात सुरू करू चचा ने चाची से पुछा। चाची ने कहा बिलकुल आप सुरू करिए ।चाचा ने कहा की ये सिर्फ अभी हम चार को ही पता होगा नसरीन को कुछ नहीं बताना। पप्पू और मैं दोनो ने हा में अपना सर हिला दिए। देखो बेटा नसरीन की शादी हम राजू से करना चाहते है। पप्पू बेटा तुम क्या बोलते हो।पापा मैं क्या बोलूं मेरे तरफ से हां है। राजू तेरा क्या खयाल है। चाचा अगर मेरी पूछो तो मैं राजी हु मुझे कोई ऐतराज नहीं है। बस बेटा अगर तुम राजी हो तो बस आगे की बात हम तुम्हारे मां से कर चुके है । और तुम्हारी मां भी और दादा जी भी राजी है। बस तुम्हारी हां ही चाहिए थी।
चाचा ,,,, और हा बेटा नसरीन अभी भी कुंवरी ही है उसने कभी चूदाई नही की है ।
मै,,, चचा जी मुझे पता है इस बारे में चाची ने मुझे बताया है।
चाची,,,ठीक है बेटा फिर हमारा रिश्ता पक्का और आज नसरीन की भी सील तुम्हे ही तोड़ना है। इस लिए उसको इस रिश्ते के बारे में नही बताया गया है। उसको सरप्राईज देंगे हम।
पप्पू,, फिर तो बहुत मजा आयेगा आज से मैं नसरीन को भी चोद पाऊंगा। राजू तुम मेरे साथ चलो। में उठा और हम दोनो टॉयलेट की तरफ चले गए। देख राजू हमने जो रेशमा की बेटी माहिरा के साथ किया है। उसका किसी को पता नही है। तेरे हिसाब से हमे क्या करना चाहिए
मै,,,,पप्पू साले मै मान गया तुझ को तू इतना बड़ा राज़ अपने घर के बारे में मेरे से छुपाके रखा साले ,,,, । अच्छा हां माहिरा के बारे में चुप ही रहो जब वक्त आएगा तभी बता देंगे।
पप्पू,,, ठीक है यही बात करनी थी तुझ से कहीं तू बता देता तो गड़बड़ हो जाती।
मै,,,नही बता ता मै कियोक चाची ने दोपहर में ही बता चुकी है मुझे ये सब करने के पीछे क्या मकसद है। मै टाइम आने पे ही बताऊंगा।बस तुम चुप रहना।
पप्पू,,मै तो चुप ही रहूंगा भाई चलो अब चलते है । और हम दोनो वापस जहां चाची और चाचा बैठे थे वही आगए।
तो फिर चलें अंदर मेरी जान चाचा ने चाची से कहा चलो जी नेक काम में देरी करना ठीक नहीं है मेरे राजा।
और वोह दोनो खाट से उठ कर कमरे की तरफ जाने लगे । पप्पू और मैं उनके पीछे पीछे चल दिये । जब हम कमरे के पास पहुंचे तो नसरीन सिर्फ चड्डी और ब्रा में दरवाजे पे स्वागत करने आई ।
पहले चाचा जी ने अपने सारे कपड़े खोलने लगे मै तो देखता ही रह गया एक पिता अपने बेटी के सामने इस तरह निर्वस्त्र हो रहा हो जैसे किसी तवायफ खाने में हो
लेकीन जो भी हो नजारा बहुत अद्भुत था मै तो सिर्फ नसरीन को ही देख रहा था क्या गजब की माल थी जिस से मेरी शादी की बात अभी थोड़ी देर पहले ही तय हुई थी।
उसकी चूचियां दोनो अभी नॉर्मल अनार के जितना थे जो पूरी मुट्ठी में ही समा सकते थे उसकी नाभी भी न ज्यादा गहरी और न ऊपर को उठी हुई एक दम नॉर्मल और उसकी कमर तो लाजवाब थे करीब 28 की साइज़ के और उसके चूतड भी करीब 36 की थे बहुत ही हॉट लग रही थी। मेरा तो मौसम
बनने लगा नसरीन को इस रूप में देख कर।
चाचा ने पहले अपना कुर्ता निकाल दिए नीचे नसरीन ने पजामा की नाडी खोल कर नीचे उतार दी अब चाचा बिलकुल नंगे हो चुके थे फिर नसरीन ने बैठ कर चाचा का मुरझुराया हुआ लन्ड मुंह में लेके चूसने लगी करीब दो बार अंदर बाहर करने के बाद अब नसरीन खड़ी हो गई । और चचा उसके तरफ खड़े हो गए।अब चाची की बारी थी कपड़े उतारने की जिसमे नसरीन ने चाची की हेल्प की पहले कमीज उतार दिया कमीज उतरते ही चाची के बड़े बड़े तरबूज के size की छाती एक दम से नंगी हो गई वोह क्या चूची थी चाची के ये सब देख कर मेरा लन्ड एक दम से लोवर में तम्बू बन चुका था अब चाची ने अपनी सलवार भी खोल कर नीचे गिरा दी।,,,,, हाय क्या नजारा था मेरे सामने । एक तरफ नसरीन सिर्फ चड्डी और ब्रा में ये सब किर्या करते हुए । और मेरे चचा जी उसकी सहायता करते हुए वो भी पूरे निर्वस्त्र हालत में । उनका लन्ड अभी भी वैसे ही सोया हुआ था।करीब दो इंच का था । मानो उनको कोई असर ही नहीं हो रहा था। और इधर मेरी हालत खराब हो चुकी थी। और दूसरी तरफ मेरी चाची बिलकुल नंगी हो चुकी थी । अब उनकी भरी भरकम गांड़ मेरे सामने थी। बहुत विशाल चूतड थे उनके जिन्हे मै और पप्पू देख रहे थे । मै तो पहेली बार ये अनुभव कर रहा था । मुझे तो ऐसा लग रहा था की मै किसी स्वपन लोक में हु । फिर नसरीन ने बैठ कर उनकी चूत को दो बार चाटी और खड़ी होगयी अब चाचा जी बैठ कर वैसे ही चाटे जैसे नसरीन ने चाटा था । ये उनका स्वागत कार्य कर्म था । जो मुझे समझ में आगया था । चूत चटवाने के बाद चाची भी दरवाजे के उस तरफ चली गईं।
अब बारी पप्पु की थी । कपड़े खोलने की पप्पू अपना t shirts तो खुद ही निकल दिया । ओर नीचे वो शॉर्ट पहेनेे हुआ था जिसे चाची ने खींच कर उतार दी। अब पप्पू भी नंगा हो चुका था । पप्पू का लन्ड अभी भी सोया हुआ था।जिसे नसरीन ने पकड़ कर अपने मुंह में डालकर चूसी और अब पप्पू का लन्ड बढ़ कर 6इंच का होगया था नसरीन दो बार चूसने के बाद लन्ड छोड़ कर खड़ी हो गईं। फिर चाचा ने उसे चूमा और वो हट गए फिर चाची ने अपने मुंह में लेकर दो बार आगे पीछे की फिर वो भी हट गई । अब पप्पु भी दरवाजे के उस तरफ हो चुका था । इस तरफ सिर्फ मै बचा ।
मुझे तो बहुत मजा आया ऐसे स्वागत होते हुए । अब चाची ने लोअर के उपर से ही मेरे लन्ड को मुट्ठी में पकड़ी और बोली हाय कितना मोटा है बेटा तेरा ये तो मेरी मुट्ठी में भी पूरा नहीं बैठ रहा है
नसरीन और चाचा तो चौक गए बोले क्या बात करती हो ।
चाची उन्हें दिखाते हुए बोली लो देखो पूरा जकड़ कर चाची दिखाने लगी ।
और मुझे तो ऐसे आनंद का अंभाव हुआ जैसे मै किसी और ही संसार का सैर कर रहा हु चाची मेरा लन्ड पकड़े हुए ही कमरे के अंदर ले गई और मैं भी खींचता हुआ चला गया। और सभी मेरे पीछे थे अब हम एक विसाल बेड के पास पहुंचे चाची बेड पे बैठ गई और मैं नीचे ही खड़ा रहा बाकी के सभी मेरे बगल में खड़े थे। दाहिनी तरफ चचा और बाई तरफ पप्पू और मेरे ठीक पीछे नसरीन खड़ी थी चाची ने नसरीन से बोली बेटी तुम पीछे से पकड़ो मै आगे से पकड़ती हु और फिर हम साथ में लोअर नीचे की तरफ खीच कर उतरेंगे नसरीन बोली ।ठीक है मां । फिर वैसे ही हुआ दोनो ने मिल कर मेरी लोअर नीचे उतार दिए अब नसरीन को मस्ती सूझी उसने मेरे चूतड पर चिमटी काट ली जिस से मै अपनी गांड़ सिकोड़ते हुए आगे की तरफ सरका तभी मेरा लन्ड चाची के सीने में लगा जिसके वजह से वो बेड पे गिर गई। अरे क्या कर रहा है बेटा । मैने कुछ नही किया चाची पीछे नसरीन है जो मेरे चूतड पर चिमटी काट ली इस वजह से मै उछला और आपको धक्का लगा ।
चाची ने नसरीन को अपने साथ में बिठाया और बोली की बेटी देखो राजू का लन्ड बहुत ही बड़ा है। ऐसा लन्ड मैने अभी तक अपने जीवन में नही देखी हु ।
मां मुझे तो विश्वास ही नहीं होता है की इतना बड़ा भी कोई लन्ड होता है । नसरीन अपने हाथ से पकड़ कर मेरे लन्ड को नापने लगी मेरा लन्ड लगभग उसके कलाई के जितना मोटा था। मां देख जितना मेरा हाथ है उतना मोटा तो राजू का लन्ड है। फिर चाचा बोले बेटी वो तो हम लोग भी देख रहे है की कितना विशाल है राजू का लन्ड। फिर चाची ने नसरीन से कहा बेटी मुंह लो और उद्घाटन करो नसरीन ने मुंह खोल कर मेरे सुपाड़े को मुंह लेते हुए चूसने लगी । आह,,,, मुझे उसके कोमल honto की गर्मी से बहुत ही आनन्द आने लगा । करीब एक मिनट चूसने के बाद नसरीन को चाची ने छोड़ने को बोली तो वोह छोड़ दी नसरीन के मुंह में मेरा लन्ड चार इंच तक अंदर गया था । नसरीन लन्ड को निकलते हुए बोली मां मेरे बस की बात नही की मै ये पूरा अपने मुंह में ले सकू। चाची ने कहा बेटी ये तो मैं भी सोच रही हु की मेरे से होगा की नही । देखती हु और चाची ने मेरा लन्ड अपने मुंह में लेने लगी ,,,, मै तो आनंद से अपनी आंखे बंद कर चुका था आह्ह्ह्ह्ह क्या आनंद के पल है।
चाची ने बड़ी कोशिश कर के मेरा करीब 7इंच लन्ड अंदर लेली। उनके होंठ बंद नहीं हो रहे थे और उनके गले में मेरा लन्ड उतर गया था फिर चाची ने बाहर निकाल कर जोर से सांस को लेते हुए बोली की बड़ा ही मुस्किल है पूरा अंदर लेना
फिर मेरे चाचा ने बेड पर बैठकर मेरा लन्ड अपने हाथो में पकड़ते हुए बोले हिना आज तो तुम्हारी चूत फाड़ देगा राजू
ओर चूमते हुए हट गए ।
चाची बोली कहो तो तुम्हारी गांड़ भी फडवा दु । नही भाई मेरे बस की बात नही है । मैने सोचा ये क्या माजरा है क्या मेरे चाचा अपनी गांड़ मरवाते है क्या ।
खैर अब पप्पू भी बैठ कर मेरे lund को चूमा इस तरह से सभी ने मेरे लन्ड की स्वागत करी मर्दों ने चूम कर और औरतों ने चूस कर अब हम सब नंगे थे । सिर्फ नसरीन ही चड्डी और ब्रा में थी ।
अब हम सभी लोग राउंड में बेड के उपर बैठ गए
मेरे बाई तरफ चाची बैठी और दाहिनी तरफ नसरीन उसके बगल में पप्पू और पप्पू के बगल में चाचा । राउंड सेप में बैठ गए ।
फिर मैने चाची के दूध को पकड़ते हुए पूछा चाची इन सब में मेरी मां क्या जानती है।
बेटा तेरी मां अभी तक कोई गलत काम नहीं की है मैने उन्हे अपने बच्चो के बारे में सलाह दी की अगर हमने उनके बारे में नही सोचा तो कल को हमारे बच्चे भी वैसे ही करेंगे जैसे तेरे पापा करते है ।
चाहे चोरी छुपे करे या खुले आम करे । लेकिन करेंगे जरूर
और अगर हम घरकी औरते उन्हें वो सब दे जो उन्हें चाहिए
तो फिर घरका कोई बच्चा गलत रास्ते पर बाहर नहीं भटके गा
और ये बात तुम्हारी मां समझ गईं फिर हमने मिल कर प्लान किया और हमने पहले पप्पु और नसरीन से शुरुआत किए ओर हमारे हाथ सफलता लगी ।


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