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हमारे रिश्तेदारी में एक शादी होने वाली थी , और वो हमारे ही शहर में ही रहते हैं।
शादी अटेंड करने अंजली और मेघा मेरी मौसी मौसा सभी आने वाले थे ।
दोपहर के वक़्त पर मेरे मौसी अपने परिवार के साथ मेरे घर आई , उस दिन मेरी ऑफिस की छुट्टी थी ।और घर पर ही था।
हालांकि अंजली और हमारी बात पहले ही हो चुकी थी वो शादी के भवन की जगह मेरे घर रुके ताकि हम अपने काम को अंजाम दे सके ।
वो सब आये और फ्रेश हुए , हम सब ने साथ बैठ कर नाश्ता किया। इस बीच मैं मेघा और अंजली को ही देख कर इशारे करने लगा।
कुछ देर बाद मैं अपने रूम में चला गया ताकि बचा हुआ काम खत्म कर लूं ।
और अपना काम करने लगा, कुछ 10 मिनट बाद ही मेघा मेरे रुम में आ गयी । घर रेनोवेशन के बाद मेघा और अंजली पहली बार आई थी । मेघा कुछ देर तक मुझसे बात करते हुये मेरे अलमारी में रखी चीजो को देखने लगी ।
मैं लगातार टाइपिंग करते हुये मेघा से बात कर रहा था। इस बीच मेघा मेरी गोद मे मेरी ही तरफ मुह करके बैठ गयी , हम दोनों के होटो के बीच सिर्फ कुछ इंच की ही दूरी थी ।
मेघा मेरे गले मे दोनों हाथ डाल कर कहने लगी भैया आपके लौड़े की प्यास के कारण इतने दूर आपका लौडा लेने आई हूं और आप मुझे छोड़ कर काम कर रहे हैं।
और यह कहते हुये अपनी गांड मेरे लौड़े पर गोल गोल घुमाने लगी ।
मैंने भी लैपटॉप से हाथ हटाया और मेघा को अपनी ओर खीचते हुए कहा , इसके लिए तो मैं हमेशा तैयार हूं मेरी जान बस पिछली बार की तरह रोने मत लग जाना ।
मेघा अभी भी अपनी गांड मेरे लौड़े पर घूमा रही थी।
मैंने मेघा के कंधों को पीछे से पकड़ा और उसके गले को चूमने लगा ।
मेघा साँसे भरते हुये कहने लगी भैया वो तो पहली बार था उसके बाद तो आपके लण्ड को याद करके कितनी उंगली की है ।
कभी कभी मैं मेघा और अंजली को फोन किया करता हूं , पहली चुदाई के बाद से मेघा हमेशा ही चुदने को उतावली रहने लगी ।
मैंने मेघा से कहा जाओ दरवाजा बंद करो , लेकिन मेघा उतावली हुई जा रही थी , उसने पहल करते हुए मुझे किस करना शुरू किया और मेरे होटो को चूमने लगी ।
मैं भी मेघा के गोरे मुलायम गालो को दबा कर उसके होटो को चूसने लगा ।
मेघा की घूमती हुई गांड मेरे लण्ड खड़ा और उसे लोहे सा कड़क बना चुकी थी, मेरा लौड़ा मेरी लोवर फाड के मेघा की चूत में जाने को तैयार था। मैं धीरे धीरे मेघा के होटो को चूमते रहा । बिल्कुल आराम से उसके दोनों होटो को एक एक करके चूसने लगा।
वैसे तो मेरे रूम में कोई नही आता मगर मैंने फिर मेघा से कहा जाओ दरवाजा लगा दो कोई आ गया तो आफत हो जाएगी.....
मगर मेघा पूरी जोश में आ चुकी थी उसकी साँसे तेज हो गयी।
मेघा उस वक्त पीली रंग की टीशर्ट और जीन्स की शार्ट पहने हुये थी । और मेरी गोद मे बैठ कर लगातार अपनी जबरदस्त फूली गाड़ मेरे लण्ड पे रगड़े जा रही है ।
मैं टीशर्ट के ऊपर से ही मेघा के गोल मटोल चुचे दबाने लगा , और ये पहले के मुकाबले कुछ बड़े लग रहे थे ।
मैं मेघा की पूरी बॉडी पर हाथ घूमाने लगा, उसकी पीठ उसके मोटे गोल चुचे और फिर उसकी गांड दबाने लगा ।
फिर उसकी जांघो को सहलाते हुए अपने हाथ उसकी शार्ट के अंदर किये ।
मेघा उठी और मेरे लौड़े को अपने हाथों से बाहर निकाला । इससे पहले की मेघा चुसना शुरू करती मैंने उसके बाल पकड़ के कहा दरवाजा तो बंद कर मादरचोद । और वो उठ कर दरवाजा लगाने को आगे बढ़ी ।
मैं अपना लैपटॉप बन्द करके उठा और मेघा की गर्मी शांत करने उसके तरफ बढ़ा की , इतने में गैलरी से अंजली की आवाज आई और मैंने मेघा को कहा कपड़े ठीक कर । और मैंने भी अपनी लोवर ऊपर की ।
कुछ सेकंड में अंजली भी आ पहुची , मैं अपना खड़ा लौड़ा छुपाने लगा ।
अंजली बोली क्या हो रहा है मिस्टर ...?
मेघा ने कहा चलो नीचे यहा कोई मतलब नही है भैया तो अपने काम मे व्यस्त हैं ।
मेघा के चेहरे पर अंजली के आने से पकड़े जाने का डर आने लगा , मैंने मेघा को शांत रहने का इशारा किया । अंजली भी आते ही मेरे रूम की चीजें देखने लगी ।
मैंने मेघा को कहा मेघा फ्रिज़ से पानी की बोतल ले आओ मेरे लिये , मेघा अजीब से अंदाज़ में आप खुद ही ले आओ कह कर मुह फुला के चली गयी ।
लेकिन लौड़ा तो चोदने के मूड में आ चुका था ।
अंजली कहने लगी मैं ले आती हु , और जाने के लिए दरवाजे की तरफ मुड़ी , मैंने उसका हाथ पकड़ा और दरवाजा खुद ही बंद कर दिया ।
तुम कहा जा रही हो जानेमन तुम्हारे ,रसदार दूध के रहते पानी की क्या जरूरत तुम्हारा दूध ही काफी है । अंजली शर्माते हुए बोली - पागल हो अभी सब लोग जाग रहे है।
दरसल हमने पहले ही प्लान बना रखा था जब अंजली मेरे घर आएगी तो हम रात में अपना खेल खेलेंगे।
मैंने अंजली को अपने बिस्तर पे गिरा लिया जो दरवाजे से कुछ ही दूर था ।
उस वक़्त अंजली ने सफेद सलवार सूट पहन रखा था ।
अंजली - क्या कर रहे हो कोई आ जायेगा यार , मैने कहा टेशन मत लो मेरे कमरे में कोई नही आता । और अगर मेघा आयी भी तो मैं हेंडल कर लूंगा ।
अंजली उठने लगी और मैंने फिर उसका हाथ पकड़ के बिस्तर पर लिटा लिया ।
मैंने कहा नाटक मत करो मुझे प्यार तो करने दो इतने दिनों बाद मिली हो ।
कम से कम मेरे लौड़े को हाय हेल्लो तो कर दो...
अंजली ने मेरे खड़े लौड़े को हैरानी भरी नज़रो से देखा , मैंने कहा तुम जब नीचे हाल में थी तब से तैयार है ये तुम्हे देख कर ।
यह सुन कर अंजली हँसने लगी , मैने अंजली को अपने ऊपर खीचा , अंजली भी शौक से मेरे ऊपर आ गयी उसकी टाइट सूट में कैद बड़े बड़े दूध मेरे सीने से टकराने लगे । और मेरा लौड़ा उसकी सलवार के ऊपर से अंजली की चूत की दरार से टकरा रहा था । और मेरे हाथ उसकी कमर और गांड पर पहुच गये।
अंजली काफी प्यार भरी नजरों से मेरी आँखों मे देख रही थी जैसे । मैंने भी उसके चेहरे को हवस भरी नजरों से देखा।
मैंने अंजली को किस करना शुरू कर दिया । अंजली भी पूरा साथ देते हुते होटो को चुमने लगी ।
हम दोनों एक दूसरे के ऊपर नीचे होते हुए बिस्तर पर रोल होने लगे , किस करने के साथ साथ एक दूसरे के लण्ड और चूत को छू रहे थे ।
जहा अंजली मेरे लोवर में हाथ डाल कर मेरे लौड़े को पकड़े हुये थी । मैं उसकी बडे रसदार दूध उसके सूट के ऊपर से ही दबा रहा था।
कुछ पल मे हम दोनों एक दूसरे की तरफ चेहरा करके अगल बगल में लेट गए ,
इससे पहले मैं अंजली का सूट उतार कर उसके चुचो को चुसना शुरू करता , मौसी ने अंजली को जोर से आवाज लगाई ,
अंजली हड़बड़ा कर उठने लगी , मैंने फिर उसे जोरो से बिस्तर पर दबोचा जैसे शेर किसी हिरन को पकड़ता है शिकार करते वक्त।
अंजली- क्या कर रहे हो छोड़ो माँ आ जायेगी ।
मैं - जब तक मेरे लण्ड को शांत नही करोगी मैं नही छोड़ रखा तुमको चाहे जो आ जाये , और वापस उसके गले मे चूमने लगा ।
अंजली - रात को कर लेना जितना करना है मैं यही हूं कही नही जा रही ।
इतने में मौसी की दूसरी बार आवाज आई , और मैंने अंजली को जाने दिया ,क्योकि मुझे भी डर था कहि वो ऊपर रूम में न आ जाये। और कहा जल्दी वापस आओ मेरा लौड़ा इन्तज़ार में है और पानी लेते आना ।
मैंने थोड़ी देर वेट किया कि शायद अंजली वापस आ जाये और मैं उसके जिस्म का स्वाद लू । मगर वो नही आई ।
मुझसे रहा नही जा रहा था मैं अपना लौड़ा हिलाने लगा कुछ मिनट बाद मेरे दरवाजे पर दस्तक हुई मैने दरवाजा खोला मेघा पानी की बोतल ले कर आई
मेघा - दीदी को भगा नही सकते थे क्या कोई बहाना बना कर, कहते हुुुए मेघा दरवाजा बंद करने लगी ।
मेघा बिस्तर पर आयी और मेरे लेटने के बाद ही मेघा मेरे पेट पर बैठ कर अपनी टीशर्ट उतार दी , मेघा की ब्रा गायब थी और उसके निप्पल्स टाइट थे ।
मैंने उसकी पीठ को अपनी ओर खीचा जिससे उसके गोल गोल संतरे मेरे मुह के पास आये , और मैंने प्यार से जीभ से निप्पल्स को गिला किया और एकदम से दोनों को एक एक कर चुसना शुरू किया न जाने उसके जिस्म से अखरोट की खुश्बू आ रही थी ।
मेघा सिसकारियां भरने लगी । वो अपने दूध पकड़ कर मेरे मुह में डालने लगी । मैंने मन भर कर उसके दोनों दूध चूसे । मेघा के दोनों गोरे दूध पर लाल निशान आने लगे ।
मैंने उसे धकेला और अपना लोवर उतारा और फिर मेघा के बालों को पकड़ कर अपना लण्ड चुसना शुरू किया ।
मेघा ने लण्ड हाथ मे लिया और मुह में भर कर चूसने लगी वो काफी कुछ सीख कर आई थी न जाने कैसे लेकिन वो काफी मजे से मेरा लौड़ा चूसने लगी ।
मैं आँखे बंद कर के उसके होटो को अपने लौड़े पर महसूस करने लगा ।
मैंने मेघा का सर पकड़ा और अपनी तरफ से उसके मुंह में झटके मारने शुरू कर दिये ।
मेघा के सर को मैं जोर से अपने लौड़े के आखरी कोने तक दबाने लगा । मेघा मेरा 7 इंच का लौड़ा निगलते चले गयी ।
मेघा ने 3 , 4 मिनट तक मेरे लौड़े से खेला , फिर अपनी शार्ट उतार दी उसने अब चड्डी भी नही पहनी थी ।
उसका गोरा नंगा शरीर देख किसी का भी होश उड़ जाएगा । वो सीधे मेरे लौड़े पर बैठी , उसने अपनी चूत में लण्ड का सूपड़ा सेट किया उसके बैठते ही मैंने उसको निचे से धक्का दिया और चोदना शुरू कर दिया ।
मेघा भी अपनी चूत मेरे लौड़े पर पटकने लगी ।
वो अपनी गोरी गांड ऊपर नीचे करते हुए मेरे लौड़े पर उछलने लगी ।
मेघा ने दोनों हाथ मेरे सीने पर रखे और अपनी चूत मेरे लौड़े पर ऊपर नीचे करने लगी ।
मेघा जब काबू के बाहर होने लगती तो बीच बीच मे अपने होटो को मेरे होटो पर चिपका लेती ।
कुछ देर बाद मेघा चुदवाते हुये सिसकारियों के साथ चोदो मुझे और चोदो भैया मुझे चोद दो आज , कहते हुए मेरे लौड़े पे तेजी से गांड घुमाने लगी ।
मैं आपकी रंडी बनना चाहती हू जोर से चोदो भैया , मेरी चूत आपके लौड़े के लिए ही हैं । चोदो मुझे भी जैसे आप दीदी को चोदते हो ..... आह उम्ममह.... भैया जोर से करो ....
मैंने उसे एकदम से उठा कर अपने नीचे किया बिना लौड़ा बाहर किये।
और मिशनरी पोज़ में आते ही मैंने मशीन की स्पीड से मेघा की चूत में लौड़ा डालने लगा ।
मेघा अभी भी चोदो भैया आपकी रंडी हू मैं अहह ...
मुझे आपका लौड़ा चाहिए । रोज मुझे आपसे सेक्स करना है, कहते हुए रोने लगी ।
मैं मिशनरी में ही उसके सर को पकड़े हुए पूरी जोश से चोद रहा था । और मेघा की बात सुन कर मेरे अंदर और जानवर जाग रहा था ।
जानते हुए भी की मेघा रोने लगी है मैं बिना रुके अपनी हवस पूरी करने में लगा रहा ।
मेघा भी अब थोड़ी तेज आवाज करने लगी थी मैंने उसके मुह पर हाथ रहा और दस बारह तेज़ धक्कों के साथ मैं मेघा की चूत अपने माल से भर दी।
मेघा 10 मिनट में इतना रो चुकी थी की मेरा तकिया का कवर आधा गीला हो चुका था।
मैं मेघा को गले से लगाये लेटे रहा , मैने कहा बेटा कपडे पहन जल्दी , मेघा ने कोई जवाब नही दिया , मैने अपनी लोवर पहनने लगा,
मेघा वापस मेरे गले लिपट गयी और बोली आप मेरे भैया नही बॉयफ्रेंड हो ।
मैंने कहा हाँ मेरी जान तू तो मेरी रंडी हु बोल रही थी । तुम दोनों ही मेरी अप्सरा हो तुम दोनों बहनों को तो अब सारी ज़िंदगी चोदता रहूंगा....
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और अपना काम करने लगा, कुछ 10 मिनट बाद ही मेघा मेरे रुम में आ गयी । घर रेनोवेशन के बाद मेघा और अंजली पहली बार आई थी । मेघा कुछ देर तक मुझसे बात करते हुये मेरे अलमारी में रखी चीजो को देखने लगी ।
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मेघा मेरे गले मे दोनों हाथ डाल कर कहने लगी भैया आपके लौड़े की प्यास के कारण इतने दूर आपका लौडा लेने आई हूं और आप मुझे छोड़ कर काम कर रहे हैं।
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मैंने भी लैपटॉप से हाथ हटाया और मेघा को अपनी ओर खीचते हुए कहा , इसके लिए तो मैं हमेशा तैयार हूं मेरी जान बस पिछली बार की तरह रोने मत लग जाना ।
मेघा अभी भी अपनी गांड मेरे लौड़े पर घूमा रही थी।
मैंने मेघा के कंधों को पीछे से पकड़ा और उसके गले को चूमने लगा ।
मेघा साँसे भरते हुये कहने लगी भैया वो तो पहली बार था उसके बाद तो आपके लण्ड को याद करके कितनी उंगली की है ।
कभी कभी मैं मेघा और अंजली को फोन किया करता हूं , पहली चुदाई के बाद से मेघा हमेशा ही चुदने को उतावली रहने लगी ।
मैंने मेघा से कहा जाओ दरवाजा बंद करो , लेकिन मेघा उतावली हुई जा रही थी , उसने पहल करते हुए मुझे किस करना शुरू किया और मेरे होटो को चूमने लगी ।
मैं भी मेघा के गोरे मुलायम गालो को दबा कर उसके होटो को चूसने लगा ।
मेघा की घूमती हुई गांड मेरे लण्ड खड़ा और उसे लोहे सा कड़क बना चुकी थी, मेरा लौड़ा मेरी लोवर फाड के मेघा की चूत में जाने को तैयार था। मैं धीरे धीरे मेघा के होटो को चूमते रहा । बिल्कुल आराम से उसके दोनों होटो को एक एक करके चूसने लगा।
वैसे तो मेरे रूम में कोई नही आता मगर मैंने फिर मेघा से कहा जाओ दरवाजा लगा दो कोई आ गया तो आफत हो जाएगी.....
मगर मेघा पूरी जोश में आ चुकी थी उसकी साँसे तेज हो गयी।
मेघा उस वक्त पीली रंग की टीशर्ट और जीन्स की शार्ट पहने हुये थी । और मेरी गोद मे बैठ कर लगातार अपनी जबरदस्त फूली गाड़ मेरे लण्ड पे रगड़े जा रही है ।
मैं टीशर्ट के ऊपर से ही मेघा के गोल मटोल चुचे दबाने लगा , और ये पहले के मुकाबले कुछ बड़े लग रहे थे ।
मैं मेघा की पूरी बॉडी पर हाथ घूमाने लगा, उसकी पीठ उसके मोटे गोल चुचे और फिर उसकी गांड दबाने लगा ।
फिर उसकी जांघो को सहलाते हुए अपने हाथ उसकी शार्ट के अंदर किये ।
मेघा उठी और मेरे लौड़े को अपने हाथों से बाहर निकाला । इससे पहले की मेघा चुसना शुरू करती मैंने उसके बाल पकड़ के कहा दरवाजा तो बंद कर मादरचोद । और वो उठ कर दरवाजा लगाने को आगे बढ़ी ।
मैं अपना लैपटॉप बन्द करके उठा और मेघा की गर्मी शांत करने उसके तरफ बढ़ा की , इतने में गैलरी से अंजली की आवाज आई और मैंने मेघा को कहा कपड़े ठीक कर । और मैंने भी अपनी लोवर ऊपर की ।
कुछ सेकंड में अंजली भी आ पहुची , मैं अपना खड़ा लौड़ा छुपाने लगा ।
अंजली बोली क्या हो रहा है मिस्टर ...?
मेघा ने कहा चलो नीचे यहा कोई मतलब नही है भैया तो अपने काम मे व्यस्त हैं ।
मेघा के चेहरे पर अंजली के आने से पकड़े जाने का डर आने लगा , मैंने मेघा को शांत रहने का इशारा किया । अंजली भी आते ही मेरे रूम की चीजें देखने लगी ।
मैंने मेघा को कहा मेघा फ्रिज़ से पानी की बोतल ले आओ मेरे लिये , मेघा अजीब से अंदाज़ में आप खुद ही ले आओ कह कर मुह फुला के चली गयी ।
लेकिन लौड़ा तो चोदने के मूड में आ चुका था ।
अंजली कहने लगी मैं ले आती हु , और जाने के लिए दरवाजे की तरफ मुड़ी , मैंने उसका हाथ पकड़ा और दरवाजा खुद ही बंद कर दिया ।
तुम कहा जा रही हो जानेमन तुम्हारे ,रसदार दूध के रहते पानी की क्या जरूरत तुम्हारा दूध ही काफी है । अंजली शर्माते हुए बोली - पागल हो अभी सब लोग जाग रहे है।
दरसल हमने पहले ही प्लान बना रखा था जब अंजली मेरे घर आएगी तो हम रात में अपना खेल खेलेंगे।
मैंने अंजली को अपने बिस्तर पे गिरा लिया जो दरवाजे से कुछ ही दूर था ।
उस वक़्त अंजली ने सफेद सलवार सूट पहन रखा था ।
अंजली - क्या कर रहे हो कोई आ जायेगा यार , मैने कहा टेशन मत लो मेरे कमरे में कोई नही आता । और अगर मेघा आयी भी तो मैं हेंडल कर लूंगा ।
अंजली उठने लगी और मैंने फिर उसका हाथ पकड़ के बिस्तर पर लिटा लिया ।
मैंने कहा नाटक मत करो मुझे प्यार तो करने दो इतने दिनों बाद मिली हो ।
कम से कम मेरे लौड़े को हाय हेल्लो तो कर दो...
अंजली ने मेरे खड़े लौड़े को हैरानी भरी नज़रो से देखा , मैंने कहा तुम जब नीचे हाल में थी तब से तैयार है ये तुम्हे देख कर ।
यह सुन कर अंजली हँसने लगी , मैने अंजली को अपने ऊपर खीचा , अंजली भी शौक से मेरे ऊपर आ गयी उसकी टाइट सूट में कैद बड़े बड़े दूध मेरे सीने से टकराने लगे । और मेरा लौड़ा उसकी सलवार के ऊपर से अंजली की चूत की दरार से टकरा रहा था । और मेरे हाथ उसकी कमर और गांड पर पहुच गये।
अंजली काफी प्यार भरी नजरों से मेरी आँखों मे देख रही थी जैसे । मैंने भी उसके चेहरे को हवस भरी नजरों से देखा।
मैंने अंजली को किस करना शुरू कर दिया । अंजली भी पूरा साथ देते हुते होटो को चुमने लगी ।
हम दोनों एक दूसरे के ऊपर नीचे होते हुए बिस्तर पर रोल होने लगे , किस करने के साथ साथ एक दूसरे के लण्ड और चूत को छू रहे थे ।
जहा अंजली मेरे लोवर में हाथ डाल कर मेरे लौड़े को पकड़े हुये थी । मैं उसकी बडे रसदार दूध उसके सूट के ऊपर से ही दबा रहा था।
कुछ पल मे हम दोनों एक दूसरे की तरफ चेहरा करके अगल बगल में लेट गए ,
इससे पहले मैं अंजली का सूट उतार कर उसके चुचो को चुसना शुरू करता , मौसी ने अंजली को जोर से आवाज लगाई ,
अंजली हड़बड़ा कर उठने लगी , मैंने फिर उसे जोरो से बिस्तर पर दबोचा जैसे शेर किसी हिरन को पकड़ता है शिकार करते वक्त।
अंजली- क्या कर रहे हो छोड़ो माँ आ जायेगी ।
मैं - जब तक मेरे लण्ड को शांत नही करोगी मैं नही छोड़ रखा तुमको चाहे जो आ जाये , और वापस उसके गले मे चूमने लगा ।
अंजली - रात को कर लेना जितना करना है मैं यही हूं कही नही जा रही ।
इतने में मौसी की दूसरी बार आवाज आई , और मैंने अंजली को जाने दिया ,क्योकि मुझे भी डर था कहि वो ऊपर रूम में न आ जाये। और कहा जल्दी वापस आओ मेरा लौड़ा इन्तज़ार में है और पानी लेते आना ।
मैंने थोड़ी देर वेट किया कि शायद अंजली वापस आ जाये और मैं उसके जिस्म का स्वाद लू । मगर वो नही आई ।
मुझसे रहा नही जा रहा था मैं अपना लौड़ा हिलाने लगा कुछ मिनट बाद मेरे दरवाजे पर दस्तक हुई मैने दरवाजा खोला मेघा पानी की बोतल ले कर आई
मेघा - दीदी को भगा नही सकते थे क्या कोई बहाना बना कर, कहते हुुुए मेघा दरवाजा बंद करने लगी ।
मेघा बिस्तर पर आयी और मेरे लेटने के बाद ही मेघा मेरे पेट पर बैठ कर अपनी टीशर्ट उतार दी , मेघा की ब्रा गायब थी और उसके निप्पल्स टाइट थे ।
मैंने उसकी पीठ को अपनी ओर खीचा जिससे उसके गोल गोल संतरे मेरे मुह के पास आये , और मैंने प्यार से जीभ से निप्पल्स को गिला किया और एकदम से दोनों को एक एक कर चुसना शुरू किया न जाने उसके जिस्म से अखरोट की खुश्बू आ रही थी ।
मेघा सिसकारियां भरने लगी । वो अपने दूध पकड़ कर मेरे मुह में डालने लगी । मैंने मन भर कर उसके दोनों दूध चूसे । मेघा के दोनों गोरे दूध पर लाल निशान आने लगे ।
मैंने उसे धकेला और अपना लोवर उतारा और फिर मेघा के बालों को पकड़ कर अपना लण्ड चुसना शुरू किया ।
मेघा ने लण्ड हाथ मे लिया और मुह में भर कर चूसने लगी वो काफी कुछ सीख कर आई थी न जाने कैसे लेकिन वो काफी मजे से मेरा लौड़ा चूसने लगी ।
मैं आँखे बंद कर के उसके होटो को अपने लौड़े पर महसूस करने लगा ।
मैंने मेघा का सर पकड़ा और अपनी तरफ से उसके मुंह में झटके मारने शुरू कर दिये ।
मेघा के सर को मैं जोर से अपने लौड़े के आखरी कोने तक दबाने लगा । मेघा मेरा 7 इंच का लौड़ा निगलते चले गयी ।
मेघा ने 3 , 4 मिनट तक मेरे लौड़े से खेला , फिर अपनी शार्ट उतार दी उसने अब चड्डी भी नही पहनी थी ।
उसका गोरा नंगा शरीर देख किसी का भी होश उड़ जाएगा । वो सीधे मेरे लौड़े पर बैठी , उसने अपनी चूत में लण्ड का सूपड़ा सेट किया उसके बैठते ही मैंने उसको निचे से धक्का दिया और चोदना शुरू कर दिया ।
मेघा भी अपनी चूत मेरे लौड़े पर पटकने लगी ।
वो अपनी गोरी गांड ऊपर नीचे करते हुए मेरे लौड़े पर उछलने लगी ।
मेघा ने दोनों हाथ मेरे सीने पर रखे और अपनी चूत मेरे लौड़े पर ऊपर नीचे करने लगी ।
मेघा जब काबू के बाहर होने लगती तो बीच बीच मे अपने होटो को मेरे होटो पर चिपका लेती ।
कुछ देर बाद मेघा चुदवाते हुये सिसकारियों के साथ चोदो मुझे और चोदो भैया मुझे चोद दो आज , कहते हुए मेरे लौड़े पे तेजी से गांड घुमाने लगी ।
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मेघा अभी भी चोदो भैया आपकी रंडी हू मैं अहह ...
मुझे आपका लौड़ा चाहिए । रोज मुझे आपसे सेक्स करना है, कहते हुए रोने लगी ।
मैं मिशनरी में ही उसके सर को पकड़े हुए पूरी जोश से चोद रहा था । और मेघा की बात सुन कर मेरे अंदर और जानवर जाग रहा था ।
जानते हुए भी की मेघा रोने लगी है मैं बिना रुके अपनी हवस पूरी करने में लगा रहा ।
मेघा भी अब थोड़ी तेज आवाज करने लगी थी मैंने उसके मुह पर हाथ रहा और दस बारह तेज़ धक्कों के साथ मैं मेघा की चूत अपने माल से भर दी।
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मेघा वापस मेरे गले लिपट गयी और बोली आप मेरे भैया नही बॉयफ्रेंड हो ।
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