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Bahut hi badhiya update diya hai Ghost Rider ❣️ bhai....अध्याय - 1 नई शुरुआत
"का हो भैया , और बतावा कैसेन आहा?"
"अब का ही बताई हो लाखन , तू तो जानत आहा बहुत बेकार हाल बा और तो ऊपर से इ बारिश साली होत ही नही बा अगर एह बार बारिश ना होए तो बहुत नुकसान होई जाए?".
"यार भाया बारिश के वजह से तो हमारो बहुत चीज़ रुकी बा , ऊपर से सिंध के राजा ने फसल पर 35% कर लगाए हायेन और डाकू अनुराधा को भी देना पड़ता है बहुत दिक्कत बा हो ऊपर से जंगली जानवरों का अलग खतरा".
"भाया नहर से पानी अगर मिल जाए तो हम सब किसानन के फसलीय बच जाए".
"नाही हो लाखन , बहुत मुस्किल बा मुल्तान से आनी वाली नदी के पानी के मुल्तान रोक देह बा और अभी सिंध और गुजरात के बीच के मोहाल बहुत खराब बा और अभिन सिंध के राजा जयराज गुजरात से मुद्दा सुलझाने में बहुत बिजी आहे".
"चला हो तब अपन नहर से पानी ले के फसल तक डाले और एह मामले के बिना हम सब के यहा के सूबेदार से बात करना पड़ेगा".
वही इन सब बात करते हुए चले जा रहे था और नहर के काम में जूट गया और नहर के पानी को मोड़ते वक्त पानी दूसरी दिशा में मुड़ जाता है जहा दूसरी बड़ी पहाड़ी थी और उस बहते पानी की कुछ बूंदे वहा लेटे एक लड़के पर पड़ती है।
"अह्ह्ह्ह मम्मी मैं कहा हूं"ही
"पूरा सर फटा जा रहा इसकी बहन का पकोड़ा".
"आस पास कोई है भी नही , की मैं उनसे पूछ लूं?, तनु दीदी ने कहा था मैं किसी अलग डाइमेंशन में चला जाऊंगा?"
आलोक वही उठ कर आस पास कुछ ढूढने लगता है तभी उसके कान में कुछ आवाज़ पड़ती है.
"आह्ह्ह यार क्या हो रहा है , पता नही कौन कौन आ जाता है सही से चोदने भी नही देता?"-
आलोक सीड की आवाज सुन कर हैरान हो जाता है और कहता है ," अबे बहनचोद सिद्धार्थ तू यह क्या कर रहा है बे ?"
जैसे ही सीड वो आवाज सुनता है तो और हैरान हो जाता है
"अरे तेरी मां की मैं यहां कैसे आ गया? मैं तो रूही की बजा रहा था और ...."।
उसकी आवाज सुन कर आलोक हसने लगता है और कहता है "तू भी मेरी तरह यह गायब हो गया"।
सीड उसकी बात सुन कर इरिटेट हो जाता है और कहता है,"गांडू तेरी वजह से मैं यहां आ गया और साला तू आया तो आया मैं क्या आ गया".
"अबे वो चूत मारी के मैं क्यों तेरे से जलने लगा बे, और तुझे लगता है तेरी पत्नियों की मर्जी के बिना तू यहाँ आ सकता है शायद वो खुद चाहती हो की तू ताकतवर बने और उन्हें हासिल करे साबित करे, और फिर क्या पता मेरे भाई क्या दिक्कत हुई हो"।
आलोक जैसे ही बोलना खत्म करता है सीड उससे बोलता है," जा बे झाटू तूने चूत मारी के अपनी मढ़ी खो दी और पूरे किए के लोड़े लगा दिए वैसे हम कहा है"।
"उठते ही कुत्ते की तरह मेरे ऊपर भौंकना शुरू कर दिया और मुझसे पूछ रहा हम कहा है तेरी गांड में है भूतनी के भाई भोस्डकी के हम 1400 के टाइम में आ गया है सिंध राज्य में"।
आलोक सीड को समझता है और कहता है "हमे अपना सब कुछ वापिस पाना होगा हमे अगर हमारी शक्तियां मिल गई तो हम वापिस जा पाएंगे लेकिन वो शक्तियां के लिए यह सब सुलझाना पड़ेगा और नागलोक का मंदिर ढूढना पड़ेगा और नाग मंदिर तब खुलेगा जब हमारी सारी पत्नियां मिल जाएगी और तब हमे हमारी शक्ति मिल जाएगी , और एक बात अब से सीड मत बोलना अपना नाम याद करो सिद्धार्थ है ये पुराने टाइम पर ये सब नाम नही होते थे शॉर्ट फॉर्म उसी टाइम के लिया सही होता था"।
जैसे ही आलोक बोलना बंद करता है सिद्धार्थ बोलना शुरू करता है ,"नही हमे हमारी शक्ति मिल जाएंगी लेकिन कुछ सही नही है टाइम के साथ छेड़ छाड़ हुई है, कोई नही चाहता की हम दोनो को सिस्टम मिला और कोई है जिसने टाइम मैं छेड़ छाड़ की है"।
सिद्धार्थ की बात सुन कर आलोक हैरान हो जाता है और कहता है ,"अगर ऐसा है तो अब समझ आया साक्षी ने हम सब को वहा से क्यों गायब कर दिया यानी उस टाइम में हम सब मर चुके है , साक्षी के पास हम सब को बचाने का यही तरीका था लेकिन वो जो भी है हम सब से आगे है"।
आलोक की बात सुन कर सिद्धार्थ कहता है ,"गांडू कोई तेरा साथ खेल के चला गया, तेरी गांड फाड़ गया और तेरा जरिए हमे समय में फसा गया और तू कहता है कहता है हा, अबे मादरचोद नादमंदिर में जो हमारा सिस्टम है वो हमे ऐसा मिल जाएगा क्या, और नाग मंदिर कहा है तुझे नहीं पता जिस राज्य में होगा वहा की सल्तनत हमे उसको लेने देगी ना?".
सिद्धार्थ की बात सुन कर आलोक कहता है, "हा हम कर लेंगे वैसे एक बात तो है, तू है बड़ा मादरचोद अगर टाइम पर इतना दिमाग लगा लेता तो हम यहां नही होते"।
आलोक की बात सुन कर सिद्धार्थ एक किनारे बैठ जाता है और धीरे से कहता है ," मुझे बहुत याद आ रही तुम सब की तनु"।
फिर अगले ही पल सिध्दार्थ और आलोक जो अपने अपना किए पर पछता रहे थे उन्हे अब समझ आ गया था की वो सब बस प्यादे थे तनु ने उन सब को बचाने के लिए सब कुछ खो दिया और जब तक तनु जिंदा थी उसने ये सच सामने नही आने दिया उन पर कोई आंच नही आने दी।
"सिद्धार्थ इस टाइमलाइन में तनु होगी सब होंगे हमारे पास मौका है, वो शक्तिशाली नही तो क्या हुआ हम तो बन सकता है तुम तो फिर भी ठीक हमारा सोचो?"।
तभी उन दोनो को कुछ आवाज़ आने लगती हैं।
"सैनिकों इन दोनो को बंदी बना लो"।
"हा हा हा हा हा"
आलोक और सिद्धार्त को घेरे हुए कई सैनिक जब हसी की आवाज़ सुनते है तो उनका मुखिया जो उस सैनिक दल का पभारी था वो थोड़ा हैरान हो जाता है और अपनी तलवार निकलता है।
तभी सिद्धार्थ उसकी तलवार निकालने से पहले ही उसका गला दबा देता है और बाकी के सैनिक अपनी तलवार और भाला ले कर सिद्धार्थ की तरफ आ जाते है और उसके पहले ही आलोक उन सब पर हमला कर देता है और उन्हें एक एक कर के मारने लगता है।
"आलोक किसी को भी मारना मत"।
"सिद्धार्थ ये तू क्या कह रहा है, हमारे पास अच्छा मौका है, ये हम दोनो को मारने आया थे, अभी ये सब बेहोश है " आलोक सिद्धार्थ को समझाने लगता है लेकिन उसके पहले ही उसके कान में आवाज़ आती है।
"हमला करने वाला हर कोई दुश्मन नही होता, आलोक ये यहां है तो जरूर इसके पीछे कुछ वजह होगी? , चलो यहां से" ये कहते हुए सिद्धार्थ आगे आता है और उनके प्रभारी को देखता हैं और उसके कपड़े उतारने लगता है।
उसकी ये हरकत देख कर आलोक हैरान हो जाता है और कहता है, " अब क्या लडको की भी गांड मारेगा मैं तो कहता हूं चलो मार देता है।"
"अबे गांडू अपने कपड़े बदल और चल यहां से", ये कहते हुए सिद्धार्थ आगे बढ़ जाता है और उसके पीछे आलोक भी आने लगता है।
आलोक सिद्धार्थ को ही देखता रहता है और मन मैं कहता है , "ये अभी ही इतना मजा दे रहा जबकि इसका मूड खराब है कुछ दिन मैं ये नॉर्मल हो जाएगा तो अपना रंग दिखाएगा थरकी , वैसे तुम्हारा जवाब नही सिद्धार्थ इसमें कोई डाउट नही की लड़कियां तेरी दीवानी थी"।
"वैसे सिद्धार्थ एक सवाल पूछूं?"
"हां पूछ ना"-
"तूने उन्हे क्यों नहीं मारा?"
"आलोक जिंदगी के दांव है और समय समय पर हमे दांव खेलना पड़ेगा , साम्राज्य केवल युद्ध से नही बनाएं जाते और बस मैंने एक दांव ही खेला है।"
"वैसे हम दोनो कहा चल रहे है"
"लड़कियां को नहाते हुए देखने", सिद्धार्थ ने एक प्यारी आवाज के साथ बोला।
सिद्धार्थ आगे कुछ बोलता उसके पहले ही उसको कुछ हसीं की आवाज़ सुनाई पड़ती है, और सिद्धार्थ उसी तरफ चल पड़ता है।
"ही ही ही मैं जा रही उड़ने, मुझे महल मैं अच्छा नही लगता , आपको नही पता दीदी , मैं उड़ने के लिए बनी हूं चिड़िया हूं मैं।"
"राजकुमारी साक्षी कृपया रुक जाइए वर्ना बड़ी राजकुमारी को पता चेलेगा की आप यहा है तो वो हम सब का खून पी जाएंगी"
"तो मत बताना तुम उन्हे , ही ही ही वैसे भी हमे वैद जी की कड़वी कड़वी दवा पीनी पड़ती है उन्हे बताओ तुम की मैं तो चिड़िया हूं ना, वो हमे उड़ने से रोक देते है।"
"राजकुमारी साक्षी कृपया रुकिए, हम आपके साथ सारे खेल खेलेंगे अभी रुक जाइए"
"वादा करो काया"
साक्षी काया से बोल ही रही थी की उसे एहसास हुआ की कोई उसको देख रहा है तो वो अपनी नज़र घुमा कर देखती है।
"अरे तुम हमें चोरों के भाती हमे देखते हो, जानते नही हो अभी हमे हम सिंध की राजकुमारी साक्षी है"
साक्षी को अपनी तरफ़ देखते देख सिद्धार्थ तो जैसे एक जगह जम सा गया, उसकी ये हरकते बच्चों जैसी उसकी ये अटखेली
"अरे अब बोलते क्यों नही, चुप क्यों हो बोलो वर्ना सर कलम करवा देंगे तुम्हारा", साक्षी की आवाज़ सुन कर सिद्धार्थ अपने विचारो से बाहर आ जाता है।
"हा मैं तो तुम्हे देख रहा था, कोई मेरी तरह चिड़िया है तो मैं तुम्हे देखने लगा , क्या ये कोई गुनाह है सक्षुऊ"
"अरे हमारा नाम बिगाड़ते हो , और तुम चिड़िया नही हो वो तो मैं हूं"
साक्षी ने मुंह बनाते हुए बोलना शुरू किया और तभी उसके कान में आवाज़ आती है ,"चलो हमे पकड़ के दिखाओ फिर तुम्हारी बात मान लेंगे हम"
सिद्धार्थ की आवाज़ सुन कर साक्षी उसके पीछे भाग पड़ती है और सिद्धार्थ भी भागने लगता है और हसने लगता है।
तभी साक्षी की दासी काया उसको पकड़ लेती है और कहती है," राजकुमारी आप ये क्या कर रही है चलिए और तुम चले जाओ इसके पहले की हम तुम्हे कारागार में डलवा दे."
"अरे हमने क्या किया हम तो बस राजकुमारी के साथ खेलने आए थे, राजकुमारी हमने कोई गलत बात कही?"
"ही ही ही, तुम्हारा क्या नाम है हा?"
सिद्धार्थ साक्षी के पास आता है और धीरे से कहता है "बताया तो चिड़िया"
"ही ही ही , मेरा नाम सिद्धार्थ वैसे आपके साथ भी कोई नही खेलता ना" सिद्धार्थ उदास होते हुआ बोलता है जिससे सुन कर साक्षी कहती है ," हा सब मुझे देख कर कहते है मेरा दिमाग नही है , बताओ तुम क्या मेरा दिमाग छोटा है नही ना"
सिद्धार्थ उसकी बात सुन कर कहता है ,"नही बिलकुल नही आपका दिमाग बच्चों जैसा बिल्कुल नही है आपका दिमाग तो बहुत प्यारा है"
"वैसे तुम्हारे साथ कोई क्यों नही खेलता हा तुम्हारे कोई दोस्त नहीं है क्या ?"
"नही कोई मेरा दोस्त ही नही बनता, हमे भगा देते है और कहता है जाओ राजकुमारी के साथ खेलो"
"ही ही ही कितना झूठ बोलते हो, हमसे झूट तो नही कह रहे ना जानते हो ना हम सिंध की राजकुमारी है।"
"राजकुमारी अपना पल्लू सही कीजिए और सैनिकों , सब के सब कहा मर गए।"
काया अब गुस्सा में थी और उसको गुस्सा में देख कर सिद्धार्थ भाग कर साक्षी के पीछे छुप जाता है और धीरे से कहता है देखो सखी ये मुझे डरा रही है।
तभी साक्षी अपनी आंखे खोलती है और सिद्धार्थ को देखते हुए कहती है ,"ही ही ही सखा, ठीक है हम हमारे साथ खेलने आना, तुम्हे कोई खेल आता है।"
"हा आता है ना , बहुत से खेल आते है हमे , हम आपको बहुत सारे खेल इतने सारे के आप खुद नही समझ पाएंगी, बस हमारी रक्षा करेंगी ना आप मेरी साक्षी।"
"ही ही तुम अच्छे लगे हमे, हम अब जा रहे है आपको बाद में मिलते है वर्ना हमारी बहन हमे बहुत डाटेंगी।"
तभी सारे सैनिक आ जाते है और काया राजकुमारी को ले कर जाने लगती है और धीरे से कहती है "मुझे रूही को बताना होगा कि अब साक्षी सुरक्षित नही , गुजरात के राजा अब साक्षी के लिए अपनी गतिविधि बढ़ा दिया है ये जरूर गुजरात का कोई होगा, तुम्हारी जान तो ये काया ही लेगी सिद्धार्थ"
जैसे ही वो लोग चले जाते है तो सीड आजू बाजू देखता है तो उसको आलोक नही मिलता ,"अरे मादरचोद ये कहा गया , वैसे साक्षी कितनी हॉट लग रही है उफ्फ रानी के वेश भूषा मैं वो सुंदर लगती है ।".
झरने के पास
"अरे ये आवाज़ कैसी , ये लड़की कौन है बड़ी प्यारी आवाज़ है देखू तो जरा।".
जैसे ही आलोक आगे आता है उसको झरने में एक लड़की नहाते हुए दिखाई पड़ती है।
उसको देखते ही एक बार आलोक की पूरी नियत डोल गई अब आलोक को समझ आया की उसने अपनी उस जिंदगी मैं क्या खो दिया पहली बार उसको किसी लड़की को देख कर उसकी दिल की धड़कन बढ़ गई है।
"आह्ह्ह्ह ये क्या हो रहा आज पहली बार मुझे चुम्बन मिलेगा।"
ये कहते हुए आलोक उसका गीला बदन देखता रहता है जो पानी मैं भीगा हुआ था और उसको देखते ही आलोक की सांसें बढ़ जाती है और अपने आप को कंट्रोल नही कर पाता और पानी मैं आ जाता है।
जैसे ही वो लड़की के पीछे आता है वो लड़की बिना पलते कहती है सखी कहा रह गई थी तू हा ," इतनी देर हो गई"
तभी उसको अहसास होता है की किसी का हाथ उसके मुलायम चूचों पर होता है और बहुत जोर से चिल्लाती है और पलट जाती है और सामने इंसान को देख कर उसकी सास अटक जाती है और वो एक थप्पड़ मारती है वही आलोक उसकी चूची को दबाते हुए कहता है "सॉफ्ट है", वही आलोक को वो लड़की बहुत जोर से धक्का देती है और रोने लगती है और आलोक को जो चाकू से हमला करने वाली होती है वो चाकू फेक कर रोने लगती है।
उसका शोर सुन कर आस पास से एक लड़की आती है और चिल्लाती है "क्या हुआ आस्था बोल मुझे?".
वही सीड जो साक्षी को सोचते हुआ बैठा था उसको जैसे ही चीख सुनाई पड़ती है तो वो है भागने लगता है और कहता है," ये बहन का चोदा पेलवा दिया मैं ही गांडू हो जो चूतिए को जाने दिया अकेले।"
जैसे ही सिद्धार्थ आता है और देखता है आलोक और 2 लड़की वही खड़े थे एक लड़की रो रही थी और दूसरी लड़की पूछ रही थी क्या हुआ।
"क क कुछ नही , मैं डर गई थी बहुत तो इसीलिए चिल्ला दी"
"तू भी ना आस्था की बच्ची , फालतू मैं डरवा दिया" तभी आस्था रोते हुए थोड़ा लड़के की तरफ इशारा करती है।
वो लड़की कहती है," आ आलोक भाई जिंदा हो"
"क्या हो रहा है यहा , आलोक?" सिद्धार्थ हापते हुए पूछता है।
वही वो दूसरी लड़की जो दूर खड़ी थी, वो सिद्धार्थ के लहराते हुए बाल और उसका मासूम चहरा देखती है तो उसकी आंखे नम हो जाती है।
और सिद्धार्थ उस लड़की को देखता है तो उसको तनु का छोटा सा अंश नजर आता है और वो मन मैं कहता है ,"मेरी बेटी काव्या"
वही काव्या दौड़ कर आती है और उसके गले लग जाती है ,"आप आप जिंदा है"
ये कहते हुए वो रोने लगती है फूट फूट कर और सीड उसमें तनु को देख कर खुश था।
तभी जैसे ही आस्था अपनी सहेली को दूर जाते हुए देखती है वो कहती है रोते हुए आलोक से ,"भैया आपको अपनी ही बहन के साथ ऐसा करने मैं शर्म नही आई अपनी ही सगी बहन से।"
वही आलोक ये सुन कर डर जाता है और सीड के पास आ कर खड़ा हो जाता है और मन मैं कहता है ," बेटी चोद सिद्धार्थ ही ये सब सही कर सकता है।"
वो सीड से कहता है "चलो अब तुम खुश हो काव्या तुम्हारा भाई मिल गया तुम्हे क्यों सीड"
काव्या आलोक को ऐसे देखती है जैसे पागलखाने से कोई पागल आ गया हो।
तभी आस्था एक जोरदार तमाचा मारती है आलोक को और कहती है ,"माफ करना काव्या मेरा भाई पागल है तू खुश हो जा देख तेरा सुहाग आ गया है तेरी मांग का सिंदूर
तुझे मिल गया।"
वही ये सुन कर सीड कहता है," क्या बकवास है ये मां की चूत।"
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To be continued..... Update de diya ab review aur like thok dena ka.... Stay tunned guyss.... target - 10
Sid ki kuch galti ni hai sid ne kuch kiya hi kya sab tanu dekh rhi thi aur alok villain ni tha koi aur tha jo successfull bhi ho gya kyuki alok ne apni madi khatam kar diya aur tanu ki bhi madi khatm kar diya aur usi wajah se us timelime main kuch gadbadh hui jo kewal tanu aur sakshi jante hai..... ab kaun tha wo aur kya ye toh is story par pta chalga ... stay tunned .... Sex se lekar ladai aur maar pith sab hogaBhai sid ne kyaa Kiya hai jo use yahan aana pada usne to koi galti nahi ki hai jaha Tak mujhe yaad hai
Beautiful updateअध्याय - 1 नई शुरुआत
"का हो भैया , और बतावा कैसेन आहा?"
"अब का ही बताई हो लाखन , तू तो जानत आहा बहुत बेकार हाल बा और तो ऊपर से इ बारिश साली होत ही नही बा अगर एह बार बारिश ना होए तो बहुत नुकसान होई जाए?".
"यार भाया बारिश के वजह से तो हमारो बहुत चीज़ रुकी बा , ऊपर से सिंध के राजा ने फसल पर 35% कर लगाए हायेन और डाकू अनुराधा को भी देना पड़ता है बहुत दिक्कत बा हो ऊपर से जंगली जानवरों का अलग खतरा".
"भाया नहर से पानी अगर मिल जाए तो हम सब किसानन के फसलीय बच जाए".
"नाही हो लाखन , बहुत मुस्किल बा मुल्तान से आनी वाली नदी के पानी के मुल्तान रोक देह बा और अभी सिंध और गुजरात के बीच के मोहाल बहुत खराब बा और अभिन सिंध के राजा जयराज गुजरात से मुद्दा सुलझाने में बहुत बिजी आहे".
"चला हो तब अपन नहर से पानी ले के फसल तक डाले और एह मामले के बिना हम सब के यहा के सूबेदार से बात करना पड़ेगा".
वही इन सब बात करते हुए चले जा रहे था और नहर के काम में जूट गया और नहर के पानी को मोड़ते वक्त पानी दूसरी दिशा में मुड़ जाता है जहा दूसरी बड़ी पहाड़ी थी और उस बहते पानी की कुछ बूंदे वहा लेटे एक लड़के पर पड़ती है।
"अह्ह्ह्ह मम्मी मैं कहा हूं"ही
"पूरा सर फटा जा रहा इसकी बहन का पकोड़ा".
"आस पास कोई है भी नही , की मैं उनसे पूछ लूं?, तनु दीदी ने कहा था मैं किसी अलग डाइमेंशन में चला जाऊंगा?"
आलोक वही उठ कर आस पास कुछ ढूढने लगता है तभी उसके कान में कुछ आवाज़ पड़ती है.
"आह्ह्ह यार क्या हो रहा है , पता नही कौन कौन आ जाता है सही से चोदने भी नही देता?"-
आलोक सीड की आवाज सुन कर हैरान हो जाता है और कहता है ," अबे बहनचोद सिद्धार्थ तू यह क्या कर रहा है बे ?"
जैसे ही सीड वो आवाज सुनता है तो और हैरान हो जाता है
"अरे तेरी मां की मैं यहां कैसे आ गया? मैं तो रूही की बजा रहा था और ...."।
उसकी आवाज सुन कर आलोक हसने लगता है और कहता है "तू भी मेरी तरह यह गायब हो गया"।
सीड उसकी बात सुन कर इरिटेट हो जाता है और कहता है,"गांडू तेरी वजह से मैं यहां आ गया और साला तू आया तो आया मैं क्या आ गया".
"अबे वो चूत मारी के मैं क्यों तेरे से जलने लगा बे, और तुझे लगता है तेरी पत्नियों की मर्जी के बिना तू यहाँ आ सकता है शायद वो खुद चाहती हो की तू ताकतवर बने और उन्हें हासिल करे साबित करे, और फिर क्या पता मेरे भाई क्या दिक्कत हुई हो"।
आलोक जैसे ही बोलना खत्म करता है सीड उससे बोलता है," जा बे झाटू तूने चूत मारी के अपनी मढ़ी खो दी और पूरे किए के लोड़े लगा दिए वैसे हम कहा है"।
"उठते ही कुत्ते की तरह मेरे ऊपर भौंकना शुरू कर दिया और मुझसे पूछ रहा हम कहा है तेरी गांड में है भूतनी के भाई भोस्डकी के हम 1400 के टाइम में आ गया है सिंध राज्य में"।
आलोक सीड को समझता है और कहता है "हमे अपना सब कुछ वापिस पाना होगा हमे अगर हमारी शक्तियां मिल गई तो हम वापिस जा पाएंगे लेकिन वो शक्तियां के लिए यह सब सुलझाना पड़ेगा और नागलोक का मंदिर ढूढना पड़ेगा और नाग मंदिर तब खुलेगा जब हमारी सारी पत्नियां मिल जाएगी और तब हमे हमारी शक्ति मिल जाएगी , और एक बात अब से सीड मत बोलना अपना नाम याद करो सिद्धार्थ है ये पुराने टाइम पर ये सब नाम नही होते थे शॉर्ट फॉर्म उसी टाइम के लिया सही होता था"।
जैसे ही आलोक बोलना बंद करता है सिद्धार्थ बोलना शुरू करता है ,"नही हमे हमारी शक्ति मिल जाएंगी लेकिन कुछ सही नही है टाइम के साथ छेड़ छाड़ हुई है, कोई नही चाहता की हम दोनो को सिस्टम मिला और कोई है जिसने टाइम मैं छेड़ छाड़ की है"।
सिद्धार्थ की बात सुन कर आलोक हैरान हो जाता है और कहता है ,"अगर ऐसा है तो अब समझ आया साक्षी ने हम सब को वहा से क्यों गायब कर दिया यानी उस टाइम में हम सब मर चुके है , साक्षी के पास हम सब को बचाने का यही तरीका था लेकिन वो जो भी है हम सब से आगे है"।
आलोक की बात सुन कर सिद्धार्थ कहता है ,"गांडू कोई तेरा साथ खेल के चला गया, तेरी गांड फाड़ गया और तेरा जरिए हमे समय में फसा गया और तू कहता है कहता है हा, अबे मादरचोद नादमंदिर में जो हमारा सिस्टम है वो हमे ऐसा मिल जाएगा क्या, और नाग मंदिर कहा है तुझे नहीं पता जिस राज्य में होगा वहा की सल्तनत हमे उसको लेने देगी ना?".
सिद्धार्थ की बात सुन कर आलोक कहता है, "हा हम कर लेंगे वैसे एक बात तो है, तू है बड़ा मादरचोद अगर टाइम पर इतना दिमाग लगा लेता तो हम यहां नही होते"।
आलोक की बात सुन कर सिद्धार्थ एक किनारे बैठ जाता है और धीरे से कहता है ," मुझे बहुत याद आ रही तुम सब की तनु"।
फिर अगले ही पल सिध्दार्थ और आलोक जो अपने अपना किए पर पछता रहे थे उन्हे अब समझ आ गया था की वो सब बस प्यादे थे तनु ने उन सब को बचाने के लिए सब कुछ खो दिया और जब तक तनु जिंदा थी उसने ये सच सामने नही आने दिया उन पर कोई आंच नही आने दी।
"सिद्धार्थ इस टाइमलाइन में तनु होगी सब होंगे हमारे पास मौका है, वो शक्तिशाली नही तो क्या हुआ हम तो बन सकता है तुम तो फिर भी ठीक हमारा सोचो?"।
तभी उन दोनो को कुछ आवाज़ आने लगती हैं।
"सैनिकों इन दोनो को बंदी बना लो"।
"हा हा हा हा हा"
आलोक और सिद्धार्त को घेरे हुए कई सैनिक जब हसी की आवाज़ सुनते है तो उनका मुखिया जो उस सैनिक दल का पभारी था वो थोड़ा हैरान हो जाता है और अपनी तलवार निकलता है।
तभी सिद्धार्थ उसकी तलवार निकालने से पहले ही उसका गला दबा देता है और बाकी के सैनिक अपनी तलवार और भाला ले कर सिद्धार्थ की तरफ आ जाते है और उसके पहले ही आलोक उन सब पर हमला कर देता है और उन्हें एक एक कर के मारने लगता है।
"आलोक किसी को भी मारना मत"।
"सिद्धार्थ ये तू क्या कह रहा है, हमारे पास अच्छा मौका है, ये हम दोनो को मारने आया थे, अभी ये सब बेहोश है " आलोक सिद्धार्थ को समझाने लगता है लेकिन उसके पहले ही उसके कान में आवाज़ आती है।
"हमला करने वाला हर कोई दुश्मन नही होता, आलोक ये यहां है तो जरूर इसके पीछे कुछ वजह होगी? , चलो यहां से" ये कहते हुए सिद्धार्थ आगे आता है और उनके प्रभारी को देखता हैं और उसके कपड़े उतारने लगता है।
उसकी ये हरकत देख कर आलोक हैरान हो जाता है और कहता है, " अब क्या लडको की भी गांड मारेगा मैं तो कहता हूं चलो मार देता है।"
"अबे गांडू अपने कपड़े बदल और चल यहां से", ये कहते हुए सिद्धार्थ आगे बढ़ जाता है और उसके पीछे आलोक भी आने लगता है।
आलोक सिद्धार्थ को ही देखता रहता है और मन मैं कहता है , "ये अभी ही इतना मजा दे रहा जबकि इसका मूड खराब है कुछ दिन मैं ये नॉर्मल हो जाएगा तो अपना रंग दिखाएगा थरकी , वैसे तुम्हारा जवाब नही सिद्धार्थ इसमें कोई डाउट नही की लड़कियां तेरी दीवानी थी"।
"वैसे सिद्धार्थ एक सवाल पूछूं?"
"हां पूछ ना"-
"तूने उन्हे क्यों नहीं मारा?"
"आलोक जिंदगी के दांव है और समय समय पर हमे दांव खेलना पड़ेगा , साम्राज्य केवल युद्ध से नही बनाएं जाते और बस मैंने एक दांव ही खेला है।"
"वैसे हम दोनो कहा चल रहे है"
"लड़कियां को नहाते हुए देखने", सिद्धार्थ ने एक प्यारी आवाज के साथ बोला।
सिद्धार्थ आगे कुछ बोलता उसके पहले ही उसको कुछ हसीं की आवाज़ सुनाई पड़ती है, और सिद्धार्थ उसी तरफ चल पड़ता है।
"ही ही ही मैं जा रही उड़ने, मुझे महल मैं अच्छा नही लगता , आपको नही पता दीदी , मैं उड़ने के लिए बनी हूं चिड़िया हूं मैं।"
"राजकुमारी साक्षी कृपया रुक जाइए वर्ना बड़ी राजकुमारी को पता चेलेगा की आप यहा है तो वो हम सब का खून पी जाएंगी"
"तो मत बताना तुम उन्हे , ही ही ही वैसे भी हमे वैद जी की कड़वी कड़वी दवा पीनी पड़ती है उन्हे बताओ तुम की मैं तो चिड़िया हूं ना, वो हमे उड़ने से रोक देते है।"
"राजकुमारी साक्षी कृपया रुकिए, हम आपके साथ सारे खेल खेलेंगे अभी रुक जाइए"
"वादा करो काया"
साक्षी काया से बोल ही रही थी की उसे एहसास हुआ की कोई उसको देख रहा है तो वो अपनी नज़र घुमा कर देखती है।
"अरे तुम हमें चोरों के भाती हमे देखते हो, जानते नही हो अभी हमे हम सिंध की राजकुमारी साक्षी है"
साक्षी को अपनी तरफ़ देखते देख सिद्धार्थ तो जैसे एक जगह जम सा गया, उसकी ये हरकते बच्चों जैसी उसकी ये अटखेली
"अरे अब बोलते क्यों नही, चुप क्यों हो बोलो वर्ना सर कलम करवा देंगे तुम्हारा", साक्षी की आवाज़ सुन कर सिद्धार्थ अपने विचारो से बाहर आ जाता है।
"हा मैं तो तुम्हे देख रहा था, कोई मेरी तरह चिड़िया है तो मैं तुम्हे देखने लगा , क्या ये कोई गुनाह है सक्षुऊ"
"अरे हमारा नाम बिगाड़ते हो , और तुम चिड़िया नही हो वो तो मैं हूं"
साक्षी ने मुंह बनाते हुए बोलना शुरू किया और तभी उसके कान में आवाज़ आती है ,"चलो हमे पकड़ के दिखाओ फिर तुम्हारी बात मान लेंगे हम"
सिद्धार्थ की आवाज़ सुन कर साक्षी उसके पीछे भाग पड़ती है और सिद्धार्थ भी भागने लगता है और हसने लगता है।
तभी साक्षी की दासी काया उसको पकड़ लेती है और कहती है," राजकुमारी आप ये क्या कर रही है चलिए और तुम चले जाओ इसके पहले की हम तुम्हे कारागार में डलवा दे."
"अरे हमने क्या किया हम तो बस राजकुमारी के साथ खेलने आए थे, राजकुमारी हमने कोई गलत बात कही?"
"ही ही ही, तुम्हारा क्या नाम है हा?"
सिद्धार्थ साक्षी के पास आता है और धीरे से कहता है "बताया तो चिड़िया"
"ही ही ही , मेरा नाम सिद्धार्थ वैसे आपके साथ भी कोई नही खेलता ना" सिद्धार्थ उदास होते हुआ बोलता है जिससे सुन कर साक्षी कहती है ," हा सब मुझे देख कर कहते है मेरा दिमाग नही है , बताओ तुम क्या मेरा दिमाग छोटा है नही ना"
सिद्धार्थ उसकी बात सुन कर कहता है ,"नही बिलकुल नही आपका दिमाग बच्चों जैसा बिल्कुल नही है आपका दिमाग तो बहुत प्यारा है"
"वैसे तुम्हारे साथ कोई क्यों नही खेलता हा तुम्हारे कोई दोस्त नहीं है क्या ?"
"नही कोई मेरा दोस्त ही नही बनता, हमे भगा देते है और कहता है जाओ राजकुमारी के साथ खेलो"
"ही ही ही कितना झूठ बोलते हो, हमसे झूट तो नही कह रहे ना जानते हो ना हम सिंध की राजकुमारी है।"
"राजकुमारी अपना पल्लू सही कीजिए और सैनिकों , सब के सब कहा मर गए।"
काया अब गुस्सा में थी और उसको गुस्सा में देख कर सिद्धार्थ भाग कर साक्षी के पीछे छुप जाता है और धीरे से कहता है देखो सखी ये मुझे डरा रही है।
तभी साक्षी अपनी आंखे खोलती है और सिद्धार्थ को देखते हुए कहती है ,"ही ही ही सखा, ठीक है हम हमारे साथ खेलने आना, तुम्हे कोई खेल आता है।"
"हा आता है ना , बहुत से खेल आते है हमे , हम आपको बहुत सारे खेल इतने सारे के आप खुद नही समझ पाएंगी, बस हमारी रक्षा करेंगी ना आप मेरी साक्षी।"
"ही ही तुम अच्छे लगे हमे, हम अब जा रहे है आपको बाद में मिलते है वर्ना हमारी बहन हमे बहुत डाटेंगी।"
तभी सारे सैनिक आ जाते है और काया राजकुमारी को ले कर जाने लगती है और धीरे से कहती है "मुझे रूही को बताना होगा कि अब साक्षी सुरक्षित नही , गुजरात के राजा अब साक्षी के लिए अपनी गतिविधि बढ़ा दिया है ये जरूर गुजरात का कोई होगा, तुम्हारी जान तो ये काया ही लेगी सिद्धार्थ"
जैसे ही वो लोग चले जाते है तो सीड आजू बाजू देखता है तो उसको आलोक नही मिलता ,"अरे मादरचोद ये कहा गया , वैसे साक्षी कितनी हॉट लग रही है उफ्फ रानी के वेश भूषा मैं वो सुंदर लगती है ।".
झरने के पास
"अरे ये आवाज़ कैसी , ये लड़की कौन है बड़ी प्यारी आवाज़ है देखू तो जरा।".
जैसे ही आलोक आगे आता है उसको झरने में एक लड़की नहाते हुए दिखाई पड़ती है।
उसको देखते ही एक बार आलोक की पूरी नियत डोल गई अब आलोक को समझ आया की उसने अपनी उस जिंदगी मैं क्या खो दिया पहली बार उसको किसी लड़की को देख कर उसकी दिल की धड़कन बढ़ गई है।
"आह्ह्ह्ह ये क्या हो रहा आज पहली बार मुझे चुम्बन मिलेगा।"
ये कहते हुए आलोक उसका गीला बदन देखता रहता है जो पानी मैं भीगा हुआ था और उसको देखते ही आलोक की सांसें बढ़ जाती है और अपने आप को कंट्रोल नही कर पाता और पानी मैं आ जाता है।
जैसे ही वो लड़की के पीछे आता है वो लड़की बिना पलते कहती है सखी कहा रह गई थी तू हा ," इतनी देर हो गई"
तभी उसको अहसास होता है की किसी का हाथ उसके मुलायम चूचों पर होता है और बहुत जोर से चिल्लाती है और पलट जाती है और सामने इंसान को देख कर उसकी सास अटक जाती है और वो एक थप्पड़ मारती है वही आलोक उसकी चूची को दबाते हुए कहता है "सॉफ्ट है", वही आलोक को वो लड़की बहुत जोर से धक्का देती है और रोने लगती है और आलोक को जो चाकू से हमला करने वाली होती है वो चाकू फेक कर रोने लगती है।
उसका शोर सुन कर आस पास से एक लड़की आती है और चिल्लाती है "क्या हुआ आस्था बोल मुझे?".
वही सीड जो साक्षी को सोचते हुआ बैठा था उसको जैसे ही चीख सुनाई पड़ती है तो वो है भागने लगता है और कहता है," ये बहन का चोदा पेलवा दिया मैं ही गांडू हो जो चूतिए को जाने दिया अकेले।"
जैसे ही सिद्धार्थ आता है और देखता है आलोक और 2 लड़की वही खड़े थे एक लड़की रो रही थी और दूसरी लड़की पूछ रही थी क्या हुआ।
"क क कुछ नही , मैं डर गई थी बहुत तो इसीलिए चिल्ला दी"
"तू भी ना आस्था की बच्ची , फालतू मैं डरवा दिया" तभी आस्था रोते हुए थोड़ा लड़के की तरफ इशारा करती है।
वो लड़की कहती है," आ आलोक भाई जिंदा हो"
"क्या हो रहा है यहा , आलोक?" सिद्धार्थ हापते हुए पूछता है।
वही वो दूसरी लड़की जो दूर खड़ी थी, वो सिद्धार्थ के लहराते हुए बाल और उसका मासूम चहरा देखती है तो उसकी आंखे नम हो जाती है।
और सिद्धार्थ उस लड़की को देखता है तो उसको तनु का छोटा सा अंश नजर आता है और वो मन मैं कहता है ,"मेरी बेटी काव्या"
वही काव्या दौड़ कर आती है और उसके गले लग जाती है ,"आप आप जिंदा है"
ये कहते हुए वो रोने लगती है फूट फूट कर और सीड उसमें तनु को देख कर खुश था।
तभी जैसे ही आस्था अपनी सहेली को दूर जाते हुए देखती है वो कहती है रोते हुए आलोक से ,"भैया आपको अपनी ही बहन के साथ ऐसा करने मैं शर्म नही आई अपनी ही सगी बहन से।"
वही आलोक ये सुन कर डर जाता है और सीड के पास आ कर खड़ा हो जाता है और मन मैं कहता है ," बेटी चोद सिद्धार्थ ही ये सब सही कर सकता है।"
वो सीड से कहता है "चलो अब तुम खुश हो काव्या तुम्हारा भाई मिल गया तुम्हे क्यों सीड"
काव्या आलोक को ऐसे देखती है जैसे पागलखाने से कोई पागल आ गया हो।
तभी आस्था एक जोरदार तमाचा मारती है आलोक को और कहती है ,"माफ करना काव्या मेरा भाई पागल है तू खुश हो जा देख तेरा सुहाग आ गया है तेरी मांग का सिंदूर
तुझे मिल गया।"
वही ये सुन कर सीड कहता है," क्या बकवास है ये मां की चूत।"
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To be continued..... Update de diya ab review aur like thok dena ka.... Stay tunned guyss.... target - 10