• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Sahil Agasti

New Member
18
12
4
Ek nayi soch ke saath ankahi chhupi vaasna ko shabdon ka rup dene ki ek chhoti si koshish hai.... I hope aap sab logon ko ye pasand aayega. Sach kahun to main ise puri tarah se sex and untold fantasy ka ek mila jula rup dene ka khwahis rakha hai... Aap logon ki sujhaw aur ideas ko main puri tarah swagat karta hun...
 

Sahil Agasti

New Member
18
12
4
Update 1

सुधा आज बहुत विचलित थी क्योंकि विक्रम को अभी तक घर आ जाना चाहिए था मगर उसका अभी तक कोई खबर नहीं और ऊपर उसका फोन भी नहीं लग रहा । ऐसे में कोई भी पत्नी परेशान हो जाना लाज़मी है । विक्रम का एक छोटा सा बिजनेस है इंपोर्ट एक्सपोर्ट का साथ में उसने शहर के कई सारी जगहों तथा अलग शहरों में में उसके बहुत बड़े बड़े मेडिसिन स्टोर्स हैं। वो खुद फार्मा से पढ़ाई किया था लेकिन फैमिली की बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए उसने बिजनेस के साथ साथ अपने मन का काम भी करने को सोचा था। बिजनेस में जब अच्छे से सेट हो गया तब अपने ही शहर में कुछ मेडिसिन शॉप खोला , कुछ महीनों में जब अच्छा मुनाफा मिला तो उसने अलग अलग शहरों में भी बड़े बड़े हस्पताल के साथ कोलब्रेशन कर और भी बड़े बड़े स्टोर्स खोले जो कि अच्छा बिजनेस साबित हुआ । लेकिन कुछ महीने पहले ही मुंबई में भी अपने बिजनेस को खड़े करने के साथ साथ यहां पर भी फार्मा का बिजनेस करने के लिए अपनी वाइफ को लेके यहां मुंबई में शिफ्ट हो गया।


विक्रम और सुधा का लव मैरेज हुआ था । दोनों कॉलेज से ही एक दूसरे से प्यार करते थे । जब शादी का उमर हुआ दोनों ने अपने अपने घर में अपने प्रेम का जिक्र किया और दोनों फैमिली को इन दोनों की प्यार से कोई आपत्ति नहीं था । तो दोनों की खुशी खुशी शादी हो गई ।


सुधा देखने मॉडर्न जमाने में बढ़ी, मॉडर्न सोच रखने वाली एक लड़की थी। साथ ही उसकी सुंदरता.... उफ्फफ..... मानो सारे जमाने को तड़पाने के लिए भगवान ने उसी धरती में भेजा हो... सुडौल गठित शरीर गोरा रंग जैसे सचमुच का अप्सरा धरती पर जन्म लिया हो.. नीली आंखे उसकी , उसमें ऐसी कशिश ऐसी चंचलता उफ्फ कोई डूब ही मर जायेगा उसमें एक बार देख लिया तो । लंबी पतली नाक और रस भरी गुलाबी होंठ साथ में लाल लाल गाल , हाय...... खुदा तू मिल जा या इसे दिला दे जिंदगी में और कुछ नहीं चाहिए । चूंची की उभार इतना बड़ा उफ्फ दो पहाड़ ही हैं । पतली चिकनी कमर ऐसी की हाथ लगाओगे तो फिसल ही जाएं ऊपर से गहरी गोल नाभि और उसमें लगी छोटी सी झुमका हाए.... मैं मर ही जाऊं...


Snapinsta-app-366460567-609341348076783-5830527328083850275-n-1080.jpg
 
Last edited:
Top