में मेरी सहेली और मेरे पापा
तो बात बात उस रात की है जब मेरे 12th के exam शुरू हो रहे थे मेरी तैयारी बहुत अच्छी थी मुझे अपने पहले एग्जाम का बेसब्री से इंतजार था
एग्जाम से कुछ दिन पहले ही मेरे भाई के एग्जाम ख़तम हुए थे तो मेरी मम्मी और मेरा भाई मेरी ननिहाल चली गयी क्योंकि वहाँ मेरे मामा की सगाई और शादी की तयारी चल रही थी
पापा के ऑफिस में काम का लोड ज्यादा होने की वजह से वो नहीं गए रात को भी उनका आना लेट ही हो रहा था
सॉरी में अपना नाम बताना तो भूल ही गयी में मोना सिंह उम्र 19 रंग गोरा फिगर 32 28 30 सेक्स में बहुत रूचि है पर सब कुछ अपने तक ही सीमित है कभी कभार अपनी ऊँगली से ही काम चला लेती हूं
मेरी पड़ोस में ही मेरे बचपन की एक सहेली है जिसका नाम नेहा है हम साथ में बढे हुए एक ही स्कूल ज्वाइन किया एक ही क्लास में ही पड़ते थे वैसे तो वो सब काम में ठीक थी बस पड़ने में कमजोर थी तो जब मेरी मम्मी जा रही थी तो नेहा और मेने साथ में एक साथ पड़ने का प्रोग्राम बना लिया मम्मी और उसके घर वालों को कोई आपत्ति नहीं नई हुई और वो मा के जाने के बाद लगभग शाम पांच बजे घर आ गयी कुछ देर बात करने के बाद हम दोनों ने अपने और पापा के लिया खाना बनाया और पापा तो लेट आने वाले थे तो हमने अपना खाना खाया और दोनों गणित की पढ़ाई करने लग गए पूरा मन लगा कर
करीब 10 बजे डोर बेल बाजी तो मैंने जा कर पापा के लिए दरवाजा खोला और पापा के लिए खाना लगा कर फिर अपने रूम में पड़ने चली गयी
पापा खाना कर मेरे रूम आये
पापा - बेटा में सोने जा रहा हूं तुम भी अब सो जाआओ
नेहा - अंकल नमस्ते
पापा - अरे बेटा तुम कब आई
में - पापा इसकी एग्जाम की तैयारी सही नहीं थी तो हमने साथ में पड़ने का फैसला किया
पापा - बहुत बढ़िया बेटा मेहनत से पड़ो और कोई दिक्कत हो तो बता दे में मदद कर दूंगा
नेहा - थन्यवाद अंकल वैसे तो मोना है पर जरूरत पड़ी तो आपको बता दूंगी
उसके बाद पापा चले गए
नेहा - यार तेरे पापा बहुत अच्छे है
में - हाँ वो तो है
करीब एक घंटे बाद एक डेरिवेशन में उसे बहुत दिक्कत आने लगी मेरे बहुत समझा ने के बाद भी उसे समझ नहीं आ रहा था
में - अब मेरे बस की नहीं है तू समझ ही नहीं पा रही है
नेहा - तो अब क्या करें
में - तो एक काम करते हैँ में पापा को बुला लेती हूं शायद वो तुझे समझा दें
नेहा - अगर वो सो गए होंगे तो
में - तो कल देखेंगे
फिर में पापा के रूम की तरफ गयी तो देखा पापा अपने लैपटॉप पर कुछ देख रहे थे और उनका एक हाथ उनके शॉर्ट्स के अंदर था इतना देख कर ये तो समझ आ गया पापा अपना लन्ड हिला रहे है और तभी उन्हें मेरे आने का अहसास हो गया तो वो हड़बड़ा कर बोले
पापा - बेटा क्या हुआ
में - हाँ पापा वो नेहा को थोड़ी प्रॉब्लम है
पापा - तुम चलो में अभी आ रहा हूं
में जल्दी से भाग कर अपने रूम में आ गई मेरा दिल जोर से धड़क रहा था मेने नेहा को कुछ नहीं बताया पर मेरे दिल में अजीब सी सरसराहट होने लगी थोड़ी देर बाद पापा मेरे रूम में आये तब मेने देखा पापा के शार्ट में उनका अधखड़ा लंड का आभास हो रहा था
तब पापा नेहा को question समझाने लगे
कुछ देर बाद नेहा की समझ में सवाल आ गया
नेहा - अरे ये तो आसान था और ये गधी समझा ही नहीं पा रही थी
में - अच्छा बेटा में गधी
पापा - कोई नई गधी के पापा ने तो समझा दिया अब आगे के सवाल करो में अभी यही हूं ताकि और कोई दिक्कत ना आये
उसके बाद पापा वही बेड पर बैठ गए और नेहा आगे के सवाल करने लगी जब वो सवाल कर रही तो वो बेड पर थोड़ा झुकी हुई थी और उसकी टीशर्ट में से उसकी चुचे जो पिंक कलर की ब्रा में कैद थे वो नजर आ रहे थे मेरे पापा बारबार उसके चुचे देख रहे थे जिससे उनका लंड फिर से खड़ा होने लगा तो उन्होंने एक चादर अपने पैरों पर डाल ली और चादर के अंदर अपने हाथ से अपने लंड सहलाने लगे चादर के अंदर हलचल दिखाई दे रही थी में भी इस सिचुएशन का मज़ा लेने लगी
कुछ देर बाद नेहा को भी इस बात का एहसास हो गया की मेरे पापा बार बार उसके चुचे देख रहे है तो मन में कुछ आया और बाथरूम जाने के बहाने अपने अपनी ब्रा भी उतार कर वापस और झुक कर पढ़ने लगी अब तो उसके सारे दूधिया चुचे पापा के सामने थे और पापा बिगैर मेरी शर्म के नेहा के चुचो को घूर कर देखने लगे और अपने लंड को सहलाने लगे
ये देख कर मुझे जलन होने लगी तो में भी बाथरूम में जा कर अपनी ब्रा उतर कर नेहा के साइड में झुक कर बैठ गई
अब तो पापा का बुरा हाल हो गया उनके सामने दो जोड़ी अनझुए कच्चे चुचे थे वो समझ नहीं पा रहे थे की क्या करें अब हम हम दोनों को पता था की मेरे पापा हम दोनों के चुचे देख कर मुठ मार रहे है
तो मैंने ही पापा से कहा की मुझे नींद आ रही है और इतना कह कर में पापा की चादर में घुस गयी तो पापा ने तुरंत अपने हाथ निकाल लिया और मै सड़क कर पापा की झांघो पर सर रखा कर सोने लगी पापा के शार्ट में बड़ा तम्बू बना हुआ था और मेरी गर्म साँसे जब पापा के लंड पर पड़ी सो वो सिसक गए और पसीने से नाहा गए
इधर नेहा का भी मन अब पढ़ाई में ना लग कर मेरे पापा को रिझाने में जाने लगा
नेहा - अंकल इतना पसीना कैसे आ रहा है
पापा - हां बेटा थोड़ी गर्मी लग रही है
नेता - तो अंकल अपनी शर्ट उतार दो और आराम से बैठ जाओ में भी बस ये एक दो सवाल और कर लूँ
उसके बाद पापा ने अपनी शर्ट उतार दी तो जब मेरे पापा का नंगा शरीर नेहा के सामने आया तो अब नेहा शर्म से पसीना पसीना हो गयी
पापा - नेहा बेटा गर्मी तो तुम्हे भी लग रही
नेहा - हां अंकल पर क्या कर सकते है
पापा - तुम भी अपनी टी शर्ट निकाल दो
नेहा - पर अंकल मुझे शर्म आएगी
पापा - शर्म कैसी मेने तो तुम्हे और मोना को बच पण से देखा है मुझसे क्या शर्माना
उसके बाद नेहा ने अपनी टी शर्ट बड़े नज़ाकत के साथ उतार दी और अपने हाथों से अपने चूची छिपा ली इधर में भी पापा के लंड पर अपना हाथ रख दिया हाय राम इतना बड़ा लंड बिलकुल गधे जैसा पापा को भी एहसास हो गया था की आज उनकी किस्मत खुलने वाली है एक साथ दो कुंवारी चुत मिलने वाली है
पापा - नेहा बेटा अगर हाथ ऊपर रखोगी तो पड़ोगी कैसे
नेहा - जी अंकल
नेहा ने धीरे से अपने हाथ हटाए और अपनी चूचियों के दर्सन पापा को करवा दिए इधर में भी कहाँ कम थी मैंने भी पापा के शार्ट में जांघो के रास्ते पापा का लंड पकड़ लिया और उसे सहलाने लगी
अब पापा से नहीं सहा गया और पापा अचानक अपने रोद्र रूप में आ गए उनकी आँखे लाल हो गयी बिलकुल भूखे भेड़िये की तरह अब उनकी आंखों में सिर्फ हवस थी उन्होंने अचानक चादर हटा दी और नेहा की किताबें बेड से फेक दी और नेहा को गोद में उठा कर मेरे साइड में लिटा दिया और हम दोनों के ऊपर चढ़ गए
उसके बाद उन्होंने मेरी टी शर्ट को फाड़ डाला और अपने दोनों हातों से हम दोनों के चुचे जोर जोर से दबाने लगे और बारी बारी हम दोनों के निप्पल चूसने और चाटने लगे
हम दोनों ही हालत ख़राब हो गयी कभी वो मेरे गालो को चाटते कभी नेहा के होठो को चूमते कभी चूची चूसते वो बिलकुल पागल हो जा रहे थे हम दोनों के गालों का रंग गोरे से गुलाबी कर दिया
तभी वो जोर से चीख कर उठ खड़े हुए नहीं ये गलत है हम दोनों वही बेड पर उनके सामने पड़ी थी और पापा ने अपनी दोनों आंखे अपने हाथ से बंद कर ली
Thank you dosto aage mood bana to jaroor likhenge