मेरे मां बाप बचपन मे ही मर गए थे मेरी परवरिश मेरे मामा ने की थी मेरे मामा बहुत लालची इंसान थे उन्होंने मेरी शादी पैसों के लालच में एक ऐसे आदमी से करदी जो देखने में तो एक हट्टा कट्ठा खूबसूरत जवान था लेकिन अंदर से बिल्कुल नामर्द था। उसका नाम शाहिद था उसका इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिजनेस था व ज़्यादा तर बाहर ही रहता था महीने दो महीने में ही 2-3 दिन के लिए घर आता था वैसे भी वो उसका रहना न रहना एक ही बात है उसके बस का कुछ करना भी तो नही है। पति के अलावा मेरी सास भी है जिसकि वजह से मौ इस घर में रुकी हुई हूँ वरना कब का ये घर छोड़ दिया होता। मेरी सास बहुत ही अच्छी नेचर की औरत है वो मेरी सास कम मेरी सहेली ज़्यादा है। हमारे घर मे एक नौकरानी है उसका नाम रज्जो है वो लगभग 40-45 साल की होगी लेकिन लगती सिर्फ मेरे से 4-5 साल बड़ी है तीखे नैन नक्श रंग साँवला बड़ी बड़ी चुचियाँ बड़ी गांड बिल्कुल सैक्स बम।वैसे एक नौकर और है जो बाहर के सारे काम करता है उसका नाम कल्लू सिंह है उसकी उम्र 55-60 की होगी रंग एक दम कला दिखने में एक दम राक्षस जैसा लंबी चौड़ी कद काठी मज़बूत बदन चुस्ती फुर्ती इतनी की जवान आदमी को शर्म आजाए