Disclaimer
यह कहानी पूरी तरह से काल्पनिक हैं इस कहानी को सच समझकर असल जिंदगी से न जोडे यह सिर्फ मनोरंजन के लिए है तो अपनी समझ का इस्तेमाल करके सिर्फ मनोरंजन की द्रष्टि से ही पडे और अपने विवेक का इस्तेमाल करे
धन्यवाद
update 1
परिवार का परिचय
दादाजी- उम्र 74 अच्छे और गाँव के सबसे बडे आदमी
दादी- उम्र 69
मम्मी-
मेरा नाम सत्यम है और मै उ,प्र, के एक गांव के एक अमीर परिवार से हू मेरे घर में पापा मम्मी दो बहने दादा दादी बुआ फूफा और उनके बच्चे रहते है मेरी उम्र 21साल है दादा 74 दादी 69 पापा 51मम्मी 46 दोनों बहने शादीशुदा है उनके नाम मधु और निशा है मेरे दोनो जीजू बी हमारे साथ ही रहते है
तो कहानी शुरू करते है
मेरी शादी दूसरे गांव के एक अमीर परिवार की लडकी के साथ तय हो गया मेरे घर मे सब खुश थे मेरी मम्मी बहुत खुश थी मै अपनी मम्मी के बहुत क्लोज हू पापा और दादा दादी की भी मै जान हू मेरी सगाई भी हो गई और 15 दिन बाद का मुहूर्त निकाला गया शादी के लिए मम्मी ने कहा की देखो आप शादी के लिए सबसे अच्छे से काम करो कोई कमी नहीं होनी चाहिए मेरे एकलौता बेटे की शादी है मेरा प्यारा बेटा है पापा ने कहा फिक्र मत करो सब शानदार होगा बडे जीजू ने कहा की कार्ड छपने के लिए आज डाल देते हैं मधु दीदी ने कार्ड का डिजाइन तय कर लिया फिर पापा के पास फोन आया की लडकी अपने प्रेमी के साथ भाग गई है यह सुनकर पापा सन्न रह गए उन्होंने यह बात हम सबको बतायी तो दादाजी बोले अब क्या होगा और दादी रोने लगे और मम्मी भी खूब रोने लगी और बोलने लगी अब मेरे बेटे का क्या होगा तो मै सबको शांत कराने लगा बोला क्या हुआ कही और हो जाएगी मेरी शादी तो दादाजी ने कहा बेटा यहा एक रिवाज है की अगर किसी की सगाई के बाद शादी टूटी तो लडके को गाँव के चौराहे पर नंगा करके सिर मुंडा कर गधे पर घुमाया जाता है फिर उसे नामर्द बनाकर साडी पहनाकर किन्नर की जिंदगी जीना पडता है ये सुनकर मै सन्न रह गया और मम्मी बोली में अपने बेटे के साथ यह नही होने दूंगी तू यहा से भाग जा तो पापा ने कहा भाग भी नही सकता क्युकि यह खबर गाँव मे पता चल गई है तो अगर यह पकडा गया तो इसे जान से मार देंगे फिर इस तरह शाम हो गई
शाम को दादाजी के पास उनके दोस्त जो सरपंच है पंडित जी के साथ आए और दादा से कहा की ठाकुर साहब कल सारे लोग आएंगे वो परंपरा करने मै आपका दोस्त हू इसलिए आपसे बात करने आया हू की कोई उपाय ढूंड ले इसलिए पंडित जी को भी साथ लाया हू की कोई रास्ता बताए तो दादाजी ने कहा कोई रास्ता है पंडित जी मेरे पोते को बचाने का
पंडित जी- एक रास्ता है ठाकुर साहब अगर लडकी भाग जाती है तो उसकी मा से शादी कर सकते है
दादाजी- पर लडकी की मा नही है तो अब क्या करे
पापा- कोई और रास्ता है पंडित जी
पंडित जी- है तो पर आप नही कर पाएंगे वो बहुत कठिन है
दादाजी- आप बताइए तो
पापा- हा आप बताइए हम अपने बेटे के लिए कुछ भी करेंगे
पंडित जी - एक बार और सोच लीजिए
मम्मी- पंडित जी आप बताइए हम कुछ भी करेंगे अपने बेटे की जिंदगी के लिए
पंडित जी- तो रास्ता ये है कि अगर लडकी की मा नही है तो लडके की मा को अपने पति को तलाक देकर उससे शादी करनी पड़ेगी
पापा- यह क्या कह रहे हो आप यह कैसे हो सकता है
मम्मी- यह कैसे हो सकता है मै अपने बेटे से कैसे शादी कर सकती हू
दादाजी- कोई और रास्ता नहीं है पंडित जी
पंडित जी- यही एक रास्ता है फिर जो होगा उसे कोई नही रोक सकता है
सरपंच- ठाकुर साहब आप सोच लीजिए आप रात को मुझे बता दीजिए वरना कल जो होगा उसे कोई नही रोक पाएगा
फिर वो दोनों चले गए फिर सब बात करने लगे दादाजी ने कहा की अब कोई और रास्ता नहीं बचा है यही एक रास्ता बचा है कि बहु की शादी सत्यम से कर दे
पापा ने कहा की बाबूजी यह कैसे हो सकता है है सुमन उसकी मा है और मेरी बीबी है
मम्मी ने कहा की यह नही हो सकता वो मेरा प्यारा एकलौता बेटा है तो दादाजी ने कहा की तो अपने बेटे की लाश पर रोने को तैयार हो जाए तो मम्मी बोली यह नही हो सकता पापा ने कहा कहा कोई और रास्ता नहीं है क्या दादाजी ने कहा बेटा अब यही एक रास्ता है बहु तुझे यह करना ही पडेगा अपने बेटे की जिंदगी बचाने के लिए
फिर मम्मी रोते हुए मान गई फिर मैंने कहा की मै मर जाऊंगा मगर अपनी मम्मी से शादी नहीं करूंगा तो पापा और दादाजी ने कहा की तुझे हमारी कसम जो तुझे यह करना ही पडेगा मम्मी ने कहा कि तुझे मेरी कसम जो मरने का नाम लिया फिर मुझे कसम देकर मना लिया और मैंने भी दुखी मन से हा कर दिया फिर दादाजी ने फोन करके सरपंच को बता दिया की मेरी शादी मेरी मम्मी से हो रही हैं तो सरपंच ने कहा कल मै गांव मै यह खबर घोषित कर दूंगा फिर मैंने मम्मी से कहा मम्मी यह कैसे हो सकता है मै आपसे शादी कैसे कर सकता हू मम्मी ने कहा बेटा तेरी जान के लिए यह करना ही पडेगा
मै- मम्मी इससे अच्छा तो मै मर जाऊं आप मेरी मम्मी हो और मै आपको बीबी कैसे मान सकता हू
मम्मी- तू मरने की सोच भी नही तेरी जिंदगी के लिए तो यह कर रही हू और अब जो किस्मत में लिखा है वो तो होंगा ही मै भी यह कैसे करू यही सोच रही हू
पर क्या करू तुझे खत्म होते भी तो देख नही सकती
फिर मै अपने कमरे मे चला गया फिर अगले दिन गाँव सबको बता दिया गया की मेरी शादी मेरी मम्मी से हो रही हैं दादाजी ने जीजू से कहा की शादी के कार्ड मे दुल्हन की जगह पर मम्मी का नाम लिख दे और सारे कार्ड बाँट दे और बडे जीजू से बोलकर मम्मी पापा के तलाक कराने को भी बोल दिया फिर मधु दीदी ने दादाजी से पूछा की अब जब छोटू की शादी मम्मी से हो रही हैं तो शादी कैसी होगी तो दादाजी ने कहा शादी वैसे ही धूमधाम से होगी जैसे होनी थी हमारे खानदान की इज्जत का सबाल है तुम लोग सब तैयारी करो और शापिंग भी कर लो दूल्हा दुल्हन के लिए भी निशा दीदी ने कहा कि मा के रिवाज होते है उन्हे कौन करेगा तो दादी ने कहा कौन क्या तेरी मम्मी करेगी फिर ऐसे तैयारी मे तीन दिन निकल गई जीजू ने मम्मी पापा का तलाक करवा दिया फिर दादी ने मम्मी से कहा कि अब तुम दोनों एक कमरे मे नही रह सकते तो बहु अब तुम दूसरे कमरे मे शिफ्ट हो जाओ शादी तक और बहु तुम्हारे मा पिता कल आ रहे है आखिर तुम्हारा कन्या दान वही तो करेंगे फिर मम्मी ने अपना समान दूसरे कमरे मे शिफ्ट कर लिया और तलाक के बाद पापा मम्मी दोनों बहुत दुखी थे फिर दोनों दीदी मेरे पास आई और बोली
देख छोटू तू हम सबका दुलारे है हम सब चाहते हैं की तू खुश रहे शादी जिंदगी में एक बार होती है तो डो हो रहा है उसे मान ले और खुश रह हम जानते हैं कि ये तेरे लिए आसान नहीं है मगर ये सोच की मम्मी के लिए भी तो यह बहुत ज्यादा कठिन है हम तो बस इतना ही कहेंगे की तू दोनों रिश्तो को बराबर इज्जत दे और बेटे और पति दोनो रिश्ते को अच्छी तरह निभा मैंने कहा देखता हू दीदी फिर वो दोनों चली गई फिर मेरे दोस्त रोहनी का फोन आया
रोहन- अबे साले तीन दिन से कहा गायब है फोन बी नही उठा रहा है
मै - हा भाई थोडा विजी था
रोहन - तेरी शादी का कार्ड आया है उसमे दुल्हन मे सुमन लिखा है तेरी शादी तो अंजलि से हो रही थी न और सुमन तो आंटी का नाम है न
फिर मैंने उसे सारी बात बताई तो वो बोला भाई तेरी जान के लिए यह कर रहे है मतलब तेरी मम्मी तेरी बीबी बन जाएगी अबे तू तो अपनी मम्मी से बहुत डरता है और अब तेरी बीबी होगी तो क्या होगा मेरे लिए तो अच्छा है कम से कम अब डांट तो नही खानी पडेगा और तेरी मम्मी दिखने मे बहुत सुन्दर है मैंने कहा तू भी न वे चल बाद मे बात करते है
फिर अगले नानी नाना और मामी मामाजी भी आ गए फिर नानी और मामा मम्मी से बात करने लगे
नानी- सुमन तूने सही फैसला किया है पर मै जानती हूँ कि ये तेरे लिए कितना मुश्किल है पर सत्यम का भी सोच उसकी तो पहली शादी है उसके भी कुछ सपने होंगे कुछ उम्मीद होगी अपनी बीवी से और तुझे उसी के साथ सारी जिंदगी गुजारी है बीबी बनकर तो इसको स्वीकार कर ले और सत्यम को पति मान कर अपना धर्म निभा
मम्मी- मा मै पत्नी होने का हर फर्ज पूरा करूंगी पर वो मेरा बेटा है तो जो रिश्ता आप सोच रही हो वो तो नही होगा फिर वो बाहर चले गये और शादी की तैयारी मे लग गए फिर मम्मी मेरे पास आई और बोली बेटा तेरी शादी हो रही है तू खुश रह मै जानती हूँ कि यह बहुत मुश्किल है पर शादी जिंदगी में एक बार होती है मै भी कोशिश कर रही हू खुश होने की मेरे बेटे की शादी है पर फिर ख्याल आता है कि मै ही दुल्हन हू तो खुशी धूमिल हो जाती है मैंने कहा मम्मी कोशिश मै भी कर रहा पर नही हो रहा है फिर मम्मी भी काम में लग गए
फिर अगले दिन रोहन आया तो मम्मी ने दरवाजा खोला तो उसने हमेशा की तरह मम्मी के पैर छूकर नमस्ते आंटी बोला और मम्मी ने कहा कैसे हो बेटा तो रोहन ने कहा ठीक हू आंटी फिर मै उसे अपने कमरे मे ले गया
रोहन- भाई तेरे घर मे तो फुलटू तैयारी चल रही है तेरी शादी की
मै- हा
रोहन- भाई तू बहुत लक्की है तेरी मम्मी बहुत खूबसूरत है और बहुत सेक्सी भी है
मै- मतलब
रोहन- भाई मतलब की आंटी का शरीर बहुत भरा भरा है तुझे सुहागरात मे बहुत मजा आने वाला है
मै - भाई मम्मी है मेरी तू कुछ भी बोल रहा है
रोहन- तो क्या तू सुहागरात नही मनाएगा और तेरी मम्मी तेरी बीबी बनने वाली है सोच ले तेरी मम्मी सचमुच कमाल है
मै - तू भी न चल परसो के लिए मैंने दो शेरबानी खरीदी है बता कौन सी पहने रेड या ब्लू
रोहन- रेड
मैने कहा ठीक है फिर वो चला गया फिर शादी का दिन आ गया और तर घर मे पार्लर वाली आ गई मम्मी और मुझे तैयार करने के लिए और फिर बारात के लिए तैयार हो गया फिर सारे रीति रिवाज के लिए मम्मी को बुलाया गया और मम्मी मेकअप करके बाहर आई और सारे रिवाज पूरे करके तैयार होने चली गई और मै घोड़ी मे बैठकर बारात लेकर हमारे फार्म हाउस की जज ने लगे सब बारात मे नाच रहे थे मेरे दोस्त बहुत नाच रहे थे मेरी बहने बुआ और बाकी सब भी बहुत खुश थे मेरी बारात फार्म हाउस पहुंची तो मामाजी ने मुझे घोडे से उतारा और कहा जीजाजी चलिए फिर मै स्टेज पर गया और थोड़ी देर बाद मौसी और मामी मम्मी को लेकर आ गए मम्मी दुलहन के रूप में बहुत अच्छी लग रही थी फिर जयमाला शुरू हुई मै मम्मी को माला पहनाने लगा तो मामाजी लोगों ने मम्मी को ऊपर उठा लिया फिर मेरे दोस्तों न मुझे भी उठाया और मैंने मम्मी को माला पहना दी फिर जब मम्मी मुझे माला पहनाने बाली थी तभी मेरे दोस्तों ने मुझे ऊपर उठाया और हूटिग करने लगे फिर मम्मी ने मुझे कहा जल्दी नीचे उतर मैंने दोस्त से कहा उतारो फिर मम्मी ने मुझे माला पहनाई फिर दोस्तों ने मुझे कहा भाई तू तो अभी से भाभी से डरने लगा फिर सब हंसने लगे फिर सबने हमारे साथ फोटो खिंचवा ली फिर हमारी शादी का कार्यक्रम शुरू हो गया पंडित जी ने मंत्र पढने लगे औरमैंने मंगल सूत्र पहनाया और मांग भरी फिर पंडित जी ने कहा की फेरे के लिए खडे हो जाओ फिर हमने फेरे लिए सात फेरे के बाद पंडित जी ने कहा कि अब तुम दोनों पति-पत्नी हो शादी संपन्न हुई अब आप सभी बड़ो का आशीर्वाद ले फिर हमने सबसे पहले दादी दादाजी का आशीर्वाद लिया उन्होंने मम्मी को सदा सुहागन रहने का आशीर्वाद दिया फिर हमने नानी नाना पापा और बुआ का भी आशीर्वाद लिया फिर हम सब खाना खाने के लिए बैठे तो सब हसी मजाक कर रहे थे बुआ ने कहा कि सत्यम अपनी बीवी को अपने हाथ से खिला मेरे दोस्त भी मम्मी को भाभी कह रहे थे फिर विदाई होने लगी नानी ने मुझसे कहा बेटा अब तू मेरा दामाद है तो मेरी बेटी को जिंदगी भर खुश रखना और मम्मी से कहा की अब ये तेरा पति है तो अपना पत्नी धर्म पूरी ईमानदारी से निभाना फिर विदाई हुई
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धन्यवाद
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दादाजी- उम्र 74 अच्छे और गाँव के सबसे बडे आदमी
दादी- उम्र 69
मम्मी-
मेरा नाम सत्यम है और मै उ,प्र, के एक गांव के एक अमीर परिवार से हू मेरे घर में पापा मम्मी दो बहने दादा दादी बुआ फूफा और उनके बच्चे रहते है मेरी उम्र 21साल है दादा 74 दादी 69 पापा 51मम्मी 46 दोनों बहने शादीशुदा है उनके नाम मधु और निशा है मेरे दोनो जीजू बी हमारे साथ ही रहते है
तो कहानी शुरू करते है
मेरी शादी दूसरे गांव के एक अमीर परिवार की लडकी के साथ तय हो गया मेरे घर मे सब खुश थे मेरी मम्मी बहुत खुश थी मै अपनी मम्मी के बहुत क्लोज हू पापा और दादा दादी की भी मै जान हू मेरी सगाई भी हो गई और 15 दिन बाद का मुहूर्त निकाला गया शादी के लिए मम्मी ने कहा की देखो आप शादी के लिए सबसे अच्छे से काम करो कोई कमी नहीं होनी चाहिए मेरे एकलौता बेटे की शादी है मेरा प्यारा बेटा है पापा ने कहा फिक्र मत करो सब शानदार होगा बडे जीजू ने कहा की कार्ड छपने के लिए आज डाल देते हैं मधु दीदी ने कार्ड का डिजाइन तय कर लिया फिर पापा के पास फोन आया की लडकी अपने प्रेमी के साथ भाग गई है यह सुनकर पापा सन्न रह गए उन्होंने यह बात हम सबको बतायी तो दादाजी बोले अब क्या होगा और दादी रोने लगे और मम्मी भी खूब रोने लगी और बोलने लगी अब मेरे बेटे का क्या होगा तो मै सबको शांत कराने लगा बोला क्या हुआ कही और हो जाएगी मेरी शादी तो दादाजी ने कहा बेटा यहा एक रिवाज है की अगर किसी की सगाई के बाद शादी टूटी तो लडके को गाँव के चौराहे पर नंगा करके सिर मुंडा कर गधे पर घुमाया जाता है फिर उसे नामर्द बनाकर साडी पहनाकर किन्नर की जिंदगी जीना पडता है ये सुनकर मै सन्न रह गया और मम्मी बोली में अपने बेटे के साथ यह नही होने दूंगी तू यहा से भाग जा तो पापा ने कहा भाग भी नही सकता क्युकि यह खबर गाँव मे पता चल गई है तो अगर यह पकडा गया तो इसे जान से मार देंगे फिर इस तरह शाम हो गई
शाम को दादाजी के पास उनके दोस्त जो सरपंच है पंडित जी के साथ आए और दादा से कहा की ठाकुर साहब कल सारे लोग आएंगे वो परंपरा करने मै आपका दोस्त हू इसलिए आपसे बात करने आया हू की कोई उपाय ढूंड ले इसलिए पंडित जी को भी साथ लाया हू की कोई रास्ता बताए तो दादाजी ने कहा कोई रास्ता है पंडित जी मेरे पोते को बचाने का
पंडित जी- एक रास्ता है ठाकुर साहब अगर लडकी भाग जाती है तो उसकी मा से शादी कर सकते है
दादाजी- पर लडकी की मा नही है तो अब क्या करे
पापा- कोई और रास्ता है पंडित जी
पंडित जी- है तो पर आप नही कर पाएंगे वो बहुत कठिन है
दादाजी- आप बताइए तो
पापा- हा आप बताइए हम अपने बेटे के लिए कुछ भी करेंगे
पंडित जी - एक बार और सोच लीजिए
मम्मी- पंडित जी आप बताइए हम कुछ भी करेंगे अपने बेटे की जिंदगी के लिए
पंडित जी- तो रास्ता ये है कि अगर लडकी की मा नही है तो लडके की मा को अपने पति को तलाक देकर उससे शादी करनी पड़ेगी
पापा- यह क्या कह रहे हो आप यह कैसे हो सकता है
मम्मी- यह कैसे हो सकता है मै अपने बेटे से कैसे शादी कर सकती हू
दादाजी- कोई और रास्ता नहीं है पंडित जी
पंडित जी- यही एक रास्ता है फिर जो होगा उसे कोई नही रोक सकता है
सरपंच- ठाकुर साहब आप सोच लीजिए आप रात को मुझे बता दीजिए वरना कल जो होगा उसे कोई नही रोक पाएगा
फिर वो दोनों चले गए फिर सब बात करने लगे दादाजी ने कहा की अब कोई और रास्ता नहीं बचा है यही एक रास्ता बचा है कि बहु की शादी सत्यम से कर दे
पापा ने कहा की बाबूजी यह कैसे हो सकता है है सुमन उसकी मा है और मेरी बीबी है
मम्मी ने कहा की यह नही हो सकता वो मेरा प्यारा एकलौता बेटा है तो दादाजी ने कहा की तो अपने बेटे की लाश पर रोने को तैयार हो जाए तो मम्मी बोली यह नही हो सकता पापा ने कहा कहा कोई और रास्ता नहीं है क्या दादाजी ने कहा बेटा अब यही एक रास्ता है बहु तुझे यह करना ही पडेगा अपने बेटे की जिंदगी बचाने के लिए
फिर मम्मी रोते हुए मान गई फिर मैंने कहा की मै मर जाऊंगा मगर अपनी मम्मी से शादी नहीं करूंगा तो पापा और दादाजी ने कहा की तुझे हमारी कसम जो तुझे यह करना ही पडेगा मम्मी ने कहा कि तुझे मेरी कसम जो मरने का नाम लिया फिर मुझे कसम देकर मना लिया और मैंने भी दुखी मन से हा कर दिया फिर दादाजी ने फोन करके सरपंच को बता दिया की मेरी शादी मेरी मम्मी से हो रही हैं तो सरपंच ने कहा कल मै गांव मै यह खबर घोषित कर दूंगा फिर मैंने मम्मी से कहा मम्मी यह कैसे हो सकता है मै आपसे शादी कैसे कर सकता हू मम्मी ने कहा बेटा तेरी जान के लिए यह करना ही पडेगा
मै- मम्मी इससे अच्छा तो मै मर जाऊं आप मेरी मम्मी हो और मै आपको बीबी कैसे मान सकता हू
मम्मी- तू मरने की सोच भी नही तेरी जिंदगी के लिए तो यह कर रही हू और अब जो किस्मत में लिखा है वो तो होंगा ही मै भी यह कैसे करू यही सोच रही हू
पर क्या करू तुझे खत्म होते भी तो देख नही सकती
फिर मै अपने कमरे मे चला गया फिर अगले दिन गाँव सबको बता दिया गया की मेरी शादी मेरी मम्मी से हो रही हैं दादाजी ने जीजू से कहा की शादी के कार्ड मे दुल्हन की जगह पर मम्मी का नाम लिख दे और सारे कार्ड बाँट दे और बडे जीजू से बोलकर मम्मी पापा के तलाक कराने को भी बोल दिया फिर मधु दीदी ने दादाजी से पूछा की अब जब छोटू की शादी मम्मी से हो रही हैं तो शादी कैसी होगी तो दादाजी ने कहा शादी वैसे ही धूमधाम से होगी जैसे होनी थी हमारे खानदान की इज्जत का सबाल है तुम लोग सब तैयारी करो और शापिंग भी कर लो दूल्हा दुल्हन के लिए भी निशा दीदी ने कहा कि मा के रिवाज होते है उन्हे कौन करेगा तो दादी ने कहा कौन क्या तेरी मम्मी करेगी फिर ऐसे तैयारी मे तीन दिन निकल गई जीजू ने मम्मी पापा का तलाक करवा दिया फिर दादी ने मम्मी से कहा कि अब तुम दोनों एक कमरे मे नही रह सकते तो बहु अब तुम दूसरे कमरे मे शिफ्ट हो जाओ शादी तक और बहु तुम्हारे मा पिता कल आ रहे है आखिर तुम्हारा कन्या दान वही तो करेंगे फिर मम्मी ने अपना समान दूसरे कमरे मे शिफ्ट कर लिया और तलाक के बाद पापा मम्मी दोनों बहुत दुखी थे फिर दोनों दीदी मेरे पास आई और बोली
देख छोटू तू हम सबका दुलारे है हम सब चाहते हैं की तू खुश रहे शादी जिंदगी में एक बार होती है तो डो हो रहा है उसे मान ले और खुश रह हम जानते हैं कि ये तेरे लिए आसान नहीं है मगर ये सोच की मम्मी के लिए भी तो यह बहुत ज्यादा कठिन है हम तो बस इतना ही कहेंगे की तू दोनों रिश्तो को बराबर इज्जत दे और बेटे और पति दोनो रिश्ते को अच्छी तरह निभा मैंने कहा देखता हू दीदी फिर वो दोनों चली गई फिर मेरे दोस्त रोहनी का फोन आया
रोहन- अबे साले तीन दिन से कहा गायब है फोन बी नही उठा रहा है
मै - हा भाई थोडा विजी था
रोहन - तेरी शादी का कार्ड आया है उसमे दुल्हन मे सुमन लिखा है तेरी शादी तो अंजलि से हो रही थी न और सुमन तो आंटी का नाम है न
फिर मैंने उसे सारी बात बताई तो वो बोला भाई तेरी जान के लिए यह कर रहे है मतलब तेरी मम्मी तेरी बीबी बन जाएगी अबे तू तो अपनी मम्मी से बहुत डरता है और अब तेरी बीबी होगी तो क्या होगा मेरे लिए तो अच्छा है कम से कम अब डांट तो नही खानी पडेगा और तेरी मम्मी दिखने मे बहुत सुन्दर है मैंने कहा तू भी न वे चल बाद मे बात करते है
फिर अगले नानी नाना और मामी मामाजी भी आ गए फिर नानी और मामा मम्मी से बात करने लगे
नानी- सुमन तूने सही फैसला किया है पर मै जानती हूँ कि ये तेरे लिए कितना मुश्किल है पर सत्यम का भी सोच उसकी तो पहली शादी है उसके भी कुछ सपने होंगे कुछ उम्मीद होगी अपनी बीवी से और तुझे उसी के साथ सारी जिंदगी गुजारी है बीबी बनकर तो इसको स्वीकार कर ले और सत्यम को पति मान कर अपना धर्म निभा
मम्मी- मा मै पत्नी होने का हर फर्ज पूरा करूंगी पर वो मेरा बेटा है तो जो रिश्ता आप सोच रही हो वो तो नही होगा फिर वो बाहर चले गये और शादी की तैयारी मे लग गए फिर मम्मी मेरे पास आई और बोली बेटा तेरी शादी हो रही है तू खुश रह मै जानती हूँ कि यह बहुत मुश्किल है पर शादी जिंदगी में एक बार होती है मै भी कोशिश कर रही हू खुश होने की मेरे बेटे की शादी है पर फिर ख्याल आता है कि मै ही दुल्हन हू तो खुशी धूमिल हो जाती है मैंने कहा मम्मी कोशिश मै भी कर रहा पर नही हो रहा है फिर मम्मी भी काम में लग गए
फिर अगले दिन रोहन आया तो मम्मी ने दरवाजा खोला तो उसने हमेशा की तरह मम्मी के पैर छूकर नमस्ते आंटी बोला और मम्मी ने कहा कैसे हो बेटा तो रोहन ने कहा ठीक हू आंटी फिर मै उसे अपने कमरे मे ले गया
रोहन- भाई तेरे घर मे तो फुलटू तैयारी चल रही है तेरी शादी की
मै- हा
रोहन- भाई तू बहुत लक्की है तेरी मम्मी बहुत खूबसूरत है और बहुत सेक्सी भी है
मै- मतलब
रोहन- भाई मतलब की आंटी का शरीर बहुत भरा भरा है तुझे सुहागरात मे बहुत मजा आने वाला है
मै - भाई मम्मी है मेरी तू कुछ भी बोल रहा है
रोहन- तो क्या तू सुहागरात नही मनाएगा और तेरी मम्मी तेरी बीबी बनने वाली है सोच ले तेरी मम्मी सचमुच कमाल है
मै - तू भी न चल परसो के लिए मैंने दो शेरबानी खरीदी है बता कौन सी पहने रेड या ब्लू
रोहन- रेड
मैने कहा ठीक है फिर वो चला गया फिर शादी का दिन आ गया और तर घर मे पार्लर वाली आ गई मम्मी और मुझे तैयार करने के लिए और फिर बारात के लिए तैयार हो गया फिर सारे रीति रिवाज के लिए मम्मी को बुलाया गया और मम्मी मेकअप करके बाहर आई और सारे रिवाज पूरे करके तैयार होने चली गई और मै घोड़ी मे बैठकर बारात लेकर हमारे फार्म हाउस की जज ने लगे सब बारात मे नाच रहे थे मेरे दोस्त बहुत नाच रहे थे मेरी बहने बुआ और बाकी सब भी बहुत खुश थे मेरी बारात फार्म हाउस पहुंची तो मामाजी ने मुझे घोडे से उतारा और कहा जीजाजी चलिए फिर मै स्टेज पर गया और थोड़ी देर बाद मौसी और मामी मम्मी को लेकर आ गए मम्मी दुलहन के रूप में बहुत अच्छी लग रही थी फिर जयमाला शुरू हुई मै मम्मी को माला पहनाने लगा तो मामाजी लोगों ने मम्मी को ऊपर उठा लिया फिर मेरे दोस्तों न मुझे भी उठाया और मैंने मम्मी को माला पहना दी फिर जब मम्मी मुझे माला पहनाने बाली थी तभी मेरे दोस्तों ने मुझे ऊपर उठाया और हूटिग करने लगे फिर मम्मी ने मुझे कहा जल्दी नीचे उतर मैंने दोस्त से कहा उतारो फिर मम्मी ने मुझे माला पहनाई फिर दोस्तों ने मुझे कहा भाई तू तो अभी से भाभी से डरने लगा फिर सब हंसने लगे फिर सबने हमारे साथ फोटो खिंचवा ली फिर हमारी शादी का कार्यक्रम शुरू हो गया पंडित जी ने मंत्र पढने लगे औरमैंने मंगल सूत्र पहनाया और मांग भरी फिर पंडित जी ने कहा की फेरे के लिए खडे हो जाओ फिर हमने फेरे लिए सात फेरे के बाद पंडित जी ने कहा कि अब तुम दोनों पति-पत्नी हो शादी संपन्न हुई अब आप सभी बड़ो का आशीर्वाद ले फिर हमने सबसे पहले दादी दादाजी का आशीर्वाद लिया उन्होंने मम्मी को सदा सुहागन रहने का आशीर्वाद दिया फिर हमने नानी नाना पापा और बुआ का भी आशीर्वाद लिया फिर हम सब खाना खाने के लिए बैठे तो सब हसी मजाक कर रहे थे बुआ ने कहा कि सत्यम अपनी बीवी को अपने हाथ से खिला मेरे दोस्त भी मम्मी को भाभी कह रहे थे फिर विदाई होने लगी नानी ने मुझसे कहा बेटा अब तू मेरा दामाद है तो मेरी बेटी को जिंदगी भर खुश रखना और मम्मी से कहा की अब ये तेरा पति है तो अपना पत्नी धर्म पूरी ईमानदारी से निभाना फिर विदाई हुई
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