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Incest कैसे कैसे परिवार

prkin

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आज अपडेट आने की प्रबल संभावना है.

थोड़ा ही लिखना शेष है. आज अपडेट आ जाना चाहिए.
 
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अध्याय ४९
**************


दृश्य ६: मिशेल का तलघर:


मिशेल अपने तलघर के तरणताल में बैठी अंदर देख रही थी जहाँ ईव की भयंकर चुदाई चल रही थी. पार्थ और नितिन ने ईव को सैंडविच बनाया हुआ था. पार्थ नीचे लेटे हुए ईव की चूत चोद रहा था तो नितिन उसकी गांड मार रहा था. मिशेल स्वयं इस समय अकेली बैठी हुई बियर के घूँट ले रही थी. इन दोनों युवकों से वो कुछ देर ही पहले इसी प्रकार से चुदी थी, बस लंड और छेद भिन्न थे. पार्थ के लंड ने उसकी गांड में बहुत तहलका मचाया था.

“याह, इट वास ग्रेट. मामी इस गेटिंग फक्ड वेल नाउ.” डेविड ने कहा तो मिशेल ने अंदर झाँका जहाँ ईव की चुदाई में कोई कमी नहीं आई थी, “पर मॉम, आप अधिक देर तक अकेले नहीं रहने वाली. मार्क और डैड भी आ चुके हैं पर अभी ऊपर हैं. मामा भी आने ही वाले होने इसीलिए रुके हैं.”

“ओह! गुड. आई वांट टू गेट फक्ड अगेन!” ये कहते हुए मिशेल ने बियर का एक घूँट लिया.

***********

थोड़ी ही देर में तलघर की सीढ़ियों पर पदचाप सुनाई दी तो मिशेल की चूत पनिया गई. सामने ईव की चुदाई का अंतिम चरण प्रगति पर था. और अगर उसका अनुमान सही था तो नितिन झड़ चुका था क्योंकि उसकी कमर के झटके अत्यंत धीमे थे. मार्क ने सीटी बजाई।

“आंट मॉम इस गेटिंग फक्ड. वाओ. और आप भी लगता है कि चुदने के लिए रेडी हो.”

“आई एम आल्वेस रेडी तो फक. कम हियर। गिव मी योर कॉक.” मिशेल ने मार्क को अपने निकट खींचा और उसके लंड पर हाथ फेरा.

“ओके, आंटी।” ये कहकर मार्क ने अपने कपड़े उतारे और मिशेल के सामने खड़ा हो गया. मिशेल ने उसके लंड को मुँह में लिया ही था कि उसे लगा कि उसने किसी और को भी देखा. उसका अनुमान सही था. उसका भाई जैसन और पति रिचर्ड भी आ चुके थे और उन्हें चल रहे कार्यक्रम को देखकर ही समझ आ गया था कि आज भी पूरी रात चुदाई में निकलने वाली है. दोनों ने अपने लिए बियर ली और एक ओर शांति से चल रहे खेल को देखने लगे.

नितिन ईव की गाँड मारकर उसमें पानी छोड़ चुका था और अब अपने लंड को बाहर खींच रहा था. ईव का शरीर शिथिल था, हालाँकि उनके मुंह में डेविड का लंड डला हुआ था. नितिन ने उठकर ईव को सहायता देकर पार्थ के लंड से हटाया. डेविड को अपना लंड ईव के मुँह से निकालना पड़ा. ईव के हटने से पता चला कि उसकी चूत पार्थ के वीर्य से भरी हुई थी. ईव की अवस्था देखकर डेविड ने उसे अपना लंड दोबारा खिलाने का प्रयास नहीं किया. हालाँकि नितिन ने एक प्रयास किया.

“क्लीन अप?” अपने लंड की ओर संकेत करते हुए ईव से पूछा तो ईव ने मना कर दिया. सामान्य रूप से उसे इसमें आपत्ति नहीं होती, पर उसका पति बाहर दिख रहा था और ऐसा करने के बाद वो उसे चूम नहीं सकती थी.

“तुम्हारी मॉम्स कब आएंगी?” ईव ने पूछा. आज के लिए सुमति और सुप्रिया को भी आना था, पर अब तक दोनों नहीं आये थे.

“ओह! वो कभी भी आ सकते हैं. मॉम ऑफिस से निकल चुकी होंगी.” नितिन ने बताया.

ईव और शैली समर्थ के घर गए हुए थे. यही निर्धारित हुआ था. इससे इन परिवारों का मिलन एक निचले स्तर पर हो रहा था. इससे अधिक इन दिनों की सफलता पर निर्भर था. ईव उठकर बाथरूम चली गई, तो पार्थ, नितिन ने कपड़े पहने. हालाँकि डेविड ने इसे व्यर्थ बताया पर वे दोनों रिचर्ड और जैसन के सामने अभी नंगे जाने में हिचकिचा रहे थे. बाहर गए तो रिचर्ड ने उन्हें बियर का न्योता दिया जिसे दोनों सहर्ष स्वीकारा. तभी घर की घण्टी की ध्वनि सुनाई दी तो रिचर्ड ऊपर चला गया. मिशेल ने मार्क को हटाया और उसे कपड़े पहनने को कहा. जब तक रिचर्ड अपने अतिथियों के साथ नीचे आया तब तक सभी सामान्य वेश में आ चुके थे और लगभग सभी बियर पी रहे थे. मिशेल खड़ी हो गई.

रिचर्ड आया तो उसके साथ सुप्रिया और सुमति थीं. पार्थ और नितिन को देखकर उनकी माताओं के चेहरे खिल उठे. कार्यक्रम के अनुसार आज सभी लड़कों और उनकी माताओं को यहाँ रहना था और लड़कियों को वहाँ। किन्ही कारणों से निखिल और सजल पहले नहीं आ पाए थे. दोनों सुरेखा के साथ ऑफिस से कार्य से बाहर गए थे और सम्भवतः रात आने की संभावना थी. मिशेल ने सुप्रिया और सुमति को गले लगाया और उनके गाल चूमे. सुप्रिया और सुमति ने भी उसके गाल चूमे. फिर यही प्रक्रिया ईव के साथ हुई. फिर चारोँ महिलाएं एक ओर बैठ गयीं.

रिचर्ड और डेविड ने अतिथियों के स्वागत में उनसे उनका प्रिय पेय पूछा और फिर बियर दे दी गई. कुर्सियाँ पास खींच कर सब एक गोले में बैठ गए. जैसन के परिवार के बारे में उत्सुकता था. उसने और ईव ने अपने जीवन कथा संक्षिप्त में सुनाई. पार्थ और नितिन ने आज पहली बार किसी अश्वेत महिला की चुदाई की थी. अब तक उनका अनुभव भारतीय मूल की स्त्रियों तक ही सीमित था. पार्थ ईव को अपने क्लब से जोड़ने के विषय में चिंतन कर रहा था. ईव के जुड़ने से उनके क्लब में भी विविधता आएगी. क्या उसे मिशेल को भी जोड़ना पड़ेगा? क्या जैसन और रिचर्ड स्वीकृति देंगे? जिस सरलता से ईव ने उन दोनों के लौड़े लिए थे, उससे ये अवश्य लगता था कि वो इनकी अभ्यस्त है. तो क्या वो अपने देश में भी दूसरों से चुदती है?

इन सब विषयों के बारे में जहाँ पार्थ स्वयं में खोया था, वहीँ अन्य सभी इस जीवन शैली को अपनाने के विषय में बात कर रहे थे. एक दूसरे के बारे में जानने के लिए उत्सुक थे. इस प्रकार की जीवनशैली कितने भिन्न वातावरण में भी स्वाभाविक रूप से पनप सकती है ये एक सुखद आश्चर्य का विषय था. जहाँ बड़ों को आगे जानने और बातें करने की इच्छा थी, वहीँ युवा अपना संयम खो रहे थे. डेविड और मार्क विशेषकर अब तक सुप्रिया और सुमति को देखकर अपने लौड़े न जाने कितनी ही बार अपने पैंट में चुके थे. ये किसी से छुपा न था, पर कोई इस पर कुछ कह भी नहीं रहा था. जब लगा कि बातों में समय अधिक निकल रहा है तो डेविड ने पहल की.

“मॉम, डैड. मैं अशिष्ट नहीं सिद्ध होना चाहता पर यहाँ पार्थ और नितिन दोनों मॉम और मामी को चोद चुके हैं. हम बहुत समय से आंटियों की प्रतीक्षा में थे, पर यहाँ तो कोई आशा ही नहीं दिख रही है.”

उसकी बात सुनकर सब अचम्भित हो गए. डेविड इस प्रकार से कभी अपनी भावनाओं को दिखाता नहीं था, वो भी अतिथियों के सम्मुख तो कभी नहीं. इससे पहले कि रिचर्ड कुछ बोलता मिशेल ने बात संभाली.

“तुम ठीक कह रहे हो. हम चाह रहे थे कि सुरेखा, सजल और निखिल भी आ जाते तो अच्छा रहता. सुप्रिया, क्या तुम पता कर सकती हो उन्हें कितनी लगेगी?”

सुप्रिया ने सुरेखा से बात की तो पता चला कि सुरेखा ने निखिल और सजल के साथ ही रुकने का निर्णय लिया था और वो तीनों अब आने वाले नहीं थे. ये सुनकर रिचर्ड ने एक अच्छे रेस्त्रां से भोजन मँगवा लिया और उन्हें आठ बजे भेजने के लिए निर्देश दिया.

“मेरे विचार से डेविड और मार्क को अब रुकने की आवश्यकता नहीं है. पर क्यों न हम इस तरणताल का कुछ आनंद लें और फिर उनकी इच्छा पूरी करें?” सुप्रिया यूँ ही पहले नँगी होना नहीं चाहती थी. ये एक प्रकार से मिशेल को संकेत था, जिसे मिशेल ने समझ लिया.

“यस. आई थिंक इट इस ए ग्रेट आइडिआ। तो क्यों न बिना वस्त्र ही इस ताल का आनंद लिया जाये.” ये कहते हुए वो खड़ी हुई और वस्त्रों को उतार केर एक ओर लगाने लगी. ईव ने उसका अनुशरण किया तो फिर अन्य पीछे नहीं रहे. ताल में छपाक छपाक के स्वर गूँज उठे.

मार्क और डेविड का तरणताल में लक्ष्य सुप्रिया और सुमति ही थे. एक बार तो मिशेल और ईव को ईर्ष्या हुई, पर उन्हें ध्यान आया कि वे भी उन दोनों के बेटों से चुदवा चुकी हैं. पार्थ और नितिन रिचर्ड और जैसन के उपस्थित होने के कारण कुछ संयत थे. रिचर्ड ने जहाँ सुप्रिया को लक्ष्य बनाया तो जैसन मिशेल से आकर सट गया. उचित अवसर देखकर पार्थ ईव के पास जाकर खड़ा हुआ तो ईव ने उसे अपनी ओर खींच लिया और चूमने लगी. नितिन बहुत दिनों बाद सुमति को मिला था तो उसके साथ तैरने लगा. यूँ ही कुछ देर तक पानी में खेलने के बाद सब बाहर निकले और तौलियों से पौंछकर एक दूसरे को देखने लगे.

इस बार सबको नग्नता का आभास हुआ पर कोई लज्जा नहीं आई. ये मानो एक सामान्य बात हो. सुप्रिया और सुमति ने एक दूसरे को देखा और मिशेल से पूछा कि अब क्या करना है. मिशेल ने बताया कि वो और ईव पार्थ और नितिन से चुदवा चुकी हैं और कुछ समय के लिए बियर का आनंद लेते हुए सुप्रिया और सुमति की चुदाई देखना चाहेंगी. पार्थ और नितिन ने भी कुछ समय विश्राम करने की इच्छा जताई.

“यू कैन हैव फादर सन टुगेदर.” मिशेल ने सुझाव दिया कि सुप्रिया और सुमति पिता पुत्र की जोड़ी से चुदने का आनंद लें.

“यस, वी विल लाइक दैट!” सुप्रिया ने सहमति जताई. इसके पहले कि कोई कुछ और कहता डेविड ने सुमति का हाथ पकड़ लिया और रिचर्ड से कहा, “कम ऑन डैड. सुमति आंटी इस सो हॉट!”

रिचर्ड ने कहा, “हाँ. कहीं हम जल न जाएँ.” ये सुनकर सुमति शर्मा सी गई, पर उसकी जाँघ के ऊपर से कुछ बहने लगा जो उसकी चूत के रिसने का प्रमाण था.

जहाँ पार्थ को अपनी माँ के विषय में ये सुनकर गर्व हुआ तो नितिन को कुछ ईर्ष्या हुई.

“वेट टिल यू गेट टू फक माई मॉम! (जब तक मेरी माँ को नहीं चोद लेते तब तक ऐसा सोच सकते हो!)” नितिन ने कहा तो सुप्रिया का सीना चौड़ा हो गया. पर उसने प्रेम से उसे झिड़का.

“कुछ भी बोलता रहता है. सुमति जो करती है मैं तो उसे अभी सीख ही रही हूँ.” सुप्रिया ने कहा तो सुमति ने उसे नए आदर से देखा.

“अरे अरे अरे, ऐसे ही बातों में उलझे रहोगे तो हमें शो कब दिखने मिलेगा?” पार्थ ने हँसते हुए मिशेल की जाँघों पर हाथ फेरा.

“या गाइस डोन्ट वेस्ट टाइम. डिनर आने से पहले ये राऊंड फिनिश होना चाहिए.” सुप्रिया ने मार्क और जैसन को अपने दोनों हाथों से पकड़ा. “मुझे पहली बार अफ़्रीकी लौंड़ों से चुदने का सुख मिलने वाला है. तो मैं तो चली.”

मिशेल हंसने लगी. “दीस इंडियन कॉक्स आर आल्सो सो सो बिग.” ईव और मिशेल ने नितिन और पार्थ के लौंड़ों को छुआ तो वो टनटना गए.

मिशेल जहाँ पूर्णतया अफ़्रीकी थी, पर रिचर्ड के भारतीय वर्ण के कारण डेविड और शैली का रंग साँवला था, पर जैसन का परिवार शुद्ध अफ़्रीकी था. यही कारण था कि पार्थ और नितिन को ईव को चोदने में अधिक आनंद आया था. ईव को भी उन दोनों से असीम सुख मिला था. परन्तु अभी के लिए ध्यान का केंद्र वो क्रीड़ास्थल था जहाँ सुप्रिया और सुनीति जैसन तथा मार्क और डेविड तथा रिचर्ड के साथ एक दूसरे से सटे हुए चुंबनों में खोये थे.

“तुम लोग और बियर लेकर अंदर क्यों नहीं आ जाते. वहाँ से क्लोसअप में देखने में अधिक आनंद आएगा.” मिशेल ने पार्थ से कहा और उठ खड़ी हुई.

पार्थ, ईव और नितिन भी उठे. पार्थ और नितिन ने बियर ली और मिशेल और ईव की मटकती हुई गाँडों के पीछे हो लिए. दोनों उन कसी हुई गाँडों को देखकर फिर से उत्तेजित होने लगे. उनके लौड़े फनफना उठे. स्वयं पर संयम रखते हुए वो उस हॉल में पहुंचे जहाँ उनकी माताओं को पिता पुत्र की जोड़ियाँ मसल रही थीं. सुप्रिया के श्वेत शरीर पर मार्क और जैसन के काले हाथ नाच रहे थे. मार्क उसे आगे से चूम रहा था तो जैसन उसके पीछे से उसके मम्मों को मसलते हुए उसकी गर्दन चूम रहा था. सुमति के साथ भी यही हो रहा था. पर सुमति ने अपने हाथ में रिचर्ड के लंड को पकड़ा हुआ था जो अब अपने पूरे चरम पर था.

मिशेल और ईव सोफे के बीच में बैठी हुई बियर की चुस्कियाँ ले रही थीं. उनके एक एक ओर पार्थ और नितिन बैठे हुए सामने चल रहे दृश्य को देख रहे थे. मिशेल और ईव ने अवसर देखकर पार्थ और नितिन के लौडों को सहलाना आरम्भ कर दिया था. सुमति को रिचर्ड ने नीचे बैठाया और अपना लंड उसके मुँह में दे दिया. डेविड ने पीछे न रहकर सामने आकर अपना लंड लहराया तो सुमति ने उसे अपने हाथ में ले लिया और मुठ मारने लगी. फिर उसने डेविड के लंड को चूसना आरम्भ किया और रिचर्ड के लंड की मुठ मारी। इस प्रकार से वो दोनों पिता पुत्र के लौंड़ों का आनंद ले रही थी और उन्हें भी आनंद दे रही थी.

जैसन ने सुप्रिया को बिस्तर पर लिटाकर उसकी चूत में अपना मुँह डाल दिया. मार्क ने तुरंत अपने लंड के लिए उचित स्थान खोजा और सुप्रिया का मुँह भी व्यस्त हो गया. अगर दोनों महिलाओं के मुँह में लौड़े न होते तो कमरे में कुछ सिसकारियाँ अवश्य ही सुनाई देतीं.

“डैड, लेट उस फक हर.” मार्क से अब संयम नहीं हो रहा था. (डैड, अब इन्हें चोदा जाये.)

“ओके, सन, यू गो फर्स्ट.” जैसन ने पिता की भूमिका निभाई. (ठीक है, तुम पहले चोदो।)

“नो डैड, आई नो यू विल फक हर आस इफ आई फक हर.” (नहीं, ऐसा किया तो आप उनकी गाँड मारोगे.)

“वो तो मैं वैसे भी करूँगा, डियर बॉय. पर ऐसा नहीं किया तो तुम्हें केवल लंड चुसवा कर ही संतोष करना होगा.”

“क्या मैं कुछ कहूँ?” सुमति ने बड़े भोलेपन से पूछा.

“ओह, यस.”

“तो दोनों मुझे एक साथ चोदो और भिन्न भिन्न आसनों में चोदो। इस प्रकार से आप दोनों को मेरी चूत और गाँड दोनों मारने का अवसर मिलेगा. और मैं अपने बेटे के लंड को चूसकर उन्हें आपकी पत्नी और माँ को चोदने के लिए उपयुक्त बना दूँगी।”

“बहुत उत्तम सुझाव है.”

“सुमति दी, मैं भी आपसे सहमत हूँ.”

“लो, तुम्हारी मम्मियाँ तुम्हें पुकार रही हैं.”

“पहले उन्हें चुदाई आरम्भ करने दीजिये. फिर जाएँगे।” ये कहकर पार्थ ने मिशेल की चूत में ऊँगली डाली और उसे चोदने लगा. ये देख नितिन ने भी ईव की चूत की ऊँगली से चुदाई आरम्भ कर दी.

“मैं चाहूँगी कि हमारे पति ही गाँड मारने का पहले आनंद लें. मगर कैसे बोलें?” मिशेल ने कहा तो पार्थ ने कहा कि बस बोल दीजिये, उधेड़बुन में मत पड़ो. परन्तु मिशेल और ईव को ये चिंता थी कि कहीं उनके बेटे उनसे क्रोधित होकर उन्हें चोदना बंद न कर दें. पार्थ ये समझ रहा था इसीलिए उसने समझाया.

“आप जैसी माँ को चोदे बिना वो एक दिन भी नहीं रह सकते. हो सकता है कि इस आक्रोश में आपकी वो कुछ अधिक ही निर्ममता से चुदाई कर दें, पर जैसा हमने देखा आपको वो भी आनंद ही देगा.”

पार्थ के इस तर्क का अर्थ जानकर दोनों उठीं और जाकर अपने बेटों को समझाया कि क्यों गाँड मारने का पहला अवसर उनके पिताओं को मिलना चाहिए. मार्क और डेविड पहले विचलित हुए, फिर डेविड बोला, “ठीक है, पर अगले कुछ दिनों तक अगर ऐसी स्थिति आई तो उन्हें ही गाँड मारने का पहले अवसर दिया जायेगा. दोनों माताओं ने इसे सहर्ष स्वीकारा। पर जैसन और रिचर्ड को लगा कि अब सिंह और चटर्जी परिवार की किसी भी महिला की गाँड उनके हाथ से निकल जाएगी.

“परन्तु ऐसा सदा के लिए सम्भव नहीं है. केवल अगले मिलन के लिए. अन्यथा तुम दोनों हर बार यही हठ करोगे. हाँ, हम दोनों इसके लिए सहमत हैं.”

मार्क और डेविड समझ गए कि उनकी माताओं ने उनकी चाल समझ ली है. उन दोनों के प्रेम के अधीन उन्होंने भी इसे स्वीकार कर लिया.

पार्थ ने उठकर एक ओर रखी टेबल से एक ट्यूब निकाली और रिचर्ड को थमा दी. ये उसकी ओर से सुमति की गाँड मारने की सहमति थी. रिचर्ड ने अपना सिर झुकाकर उसे स्वीकार किया. सुमति ने भी पार्थ को ये कार्य करते देखा और उसकी ओर वात्सल्य भरी दृष्टि से देखा. अपनी माँ से अत्यधिक प्रेम करने वाला पुत्र ही ऐसा कर सकता था. नितिन इस सब से अनिभिज्ञ ईव की चूत में ऊँगली करने में ही व्यस्त था. अब उसने उसके एक मम्मे को भी मुँह में ले लिया था. पार्थ लौटकर आया तो मिशेल के मन में उसके प्रति आदर भाव बढ़ गया था और उसने उसे बैठने न दिया, बल्कि उसके लंड को चूमकर चूसा और उसके बाद बैठाया। पार्थ अपनी बियर पीने लगा.

सुप्रिया की चूत का स्वाद लेने के बाद जब जैसन ने सिर उठाया तो उसका चेहरा पूरा भीगा हुआ था. चटखारे लेते हुए उसने एक बार फिर सुप्रिया कि गीली चूत पर जीभ फिराई और खड़ा हो गया. मार्क ने उसे देखा तो समझ गया कि अब उसे हटना होगा. उसने जैसन का स्थान लिया और सुप्रिया की चूत पर अपना लंड घिसने लगा. जैसन ने उसे अंगूठा दिखाकर सफलता का संकेत किया और जाकर मार्क का स्थान ले लिया. सुप्रिया ने अपने खाली मुँह को इस बार पिता के लंड से भरने में कोई हिचक न दिखाई.

“तुम्हारी मॉम की चुदाई हो रही है.” ईव ने नितिन को हटाते हुए कहा. नितिन ने अपना चेहरा उसके मम्मे से हटाया और मार्क के काले लौड़े को अपनी माँ की श्वेत चूत में प्रवेश करते हुए देखने का सौभाग्य प्राप्त किया. मार्क ने बड़ी सधी गति से अपना लंड सुप्रिया की चूत में डालने में अधिक समय नहीं लगाया. और जब लंड पूरा अंदर चला गया तो पिता पुत्र ने एक दूसरे के हाथों पर ताली दी, जिसे हाई फाइव भी कहा जाता है. सुप्रिया अगर इतनी चुड़क्कड़ न होती तो इस पर आपत्ति ले सकती थी. पर इस समय वो अपने जीवन के पहले अफ़्रीकी लौंड़ों का आनंद लेने में ही खोई हुई थी.

सुमति की स्थिति भिन्न थी. उसकी एक आँख सुप्रिया की ओर थी और जब उसने देखा कि सुप्रिया की गाँड में अभी लौड़ा नहीं गया है तो उसे मानसिक संतोष मिला. वो नहीं चाहती थी कि सुप्रिया की गाँड से अफ़्रीकी लौड़े का रस पीने में वो पीछे रह जाये. उसे पार्थ पर पूरा विश्वास था कि वो किसी और को उसे चट करने से रोक लेगा, पर अगर वो स्वयं ही चुदाई में व्यस्त रहा तो? पर अब उसे वो डर नहीं था. डेविड उसे खड़ा कर रहा था तो रिचर्ड उसके पीछे से उसे सहारा दे रहा था. सुमति की चूत से बहता हुआ पानी उस स्थान को गीला कर चुका था जहाँ वो बैठ कर लौड़े चूस रही थी. पार्थ ने भी ये देखा और अपनी हंसी दबा ली.

डेविड जाकर बिस्तर पर लेट गया और काँपते पैरों से सुमति उसके ऊपर चढ़ी और लंड को हाथ में पकड़कर उसपर बैठ गई. गीली चूत ने डेविड के लंड को निगलने में देर न लगाई और सुमति लंड पर धीरे से उछलकूद करने लगी. उसके मोटे मम्मे नाचने लगे तो रिचर्ड ने उन्हें थामा और मसलने लगा. जब सुमति ने गति पकड़ ली तो रिचर्ड ने ट्यूब में से जैल निकाला और सुमति की गाँड में लगाने लगा. उछलती सुमति की गाँड में जैल लगाना एक चुनौती थी पर रिचर्ड इस प्रकार की चुनौतियों का अभ्यस्त था. जैल लगाने के बाद उसने गाँड में ऊँगली डालकर उसे अंदर तक फैला दिया.

पार्थ ने मिशेल के सिर को पकड़कर अपने लंड की ओर झुकाया और मिशेल ने संकेत समझकर उसे मुँह में लेकर थोड़ा चूसा और हट गई. पार्थ खड़ा हो गया. रिचर्ड ने सुमति की कमर पर हाथ रखा तो उसने उछलना बंद कर दिया. रिचर्ड ने अपना लंड सुमति की गाँड पर लगाया तो पार्थ सुमति के आगे जाकर खड़ा हो गया. सुमति की आँखों की चमक उसकी वासना की साक्षी थीं. और पार्थ के लंड को देखकर वो चमक और बढ़ गई. सुमति ने पार्थ में लंड के लिए मुँह खोला. पार्थ का लंड उसके मुँह में गया ही था कि उसे रिशर्ड के लंड का अपनी गाँड में प्रवेश करने का भी आभास हुआ. उसके तीनों छेदों में लंड थे. और ये धरती पर स्वर्ग का अनुभव था.

मार्क और जैसन किसी भी प्रकार की शीघ्रता नहीं दिखा रहे थे. मार्क बड़ी शांति के साथ सुप्रिया की चुदाई कर रहा था और सुप्रिया भी उतने ही संयम से जैसन का लंड चूस रही थी. उन्हें इस बात का सम्भवतः आभास भी नहीं था कि उनके ही निकट सुमति के मुँह, चूत और गाँड में लौड़े पिले हुए थे. मार्क जिस गति से चोद रहा था उसका प्रयोजन ये था कि सुप्रिया जैसी अति चुड़क्कड़ स्त्री उनसे इतनी प्रभावित हो जाये कि ये मिलन नियमित रूप से सम्भव हो सकेगा. उसे अब तक ये पता नहीं था कि जितनी चुदाई सुप्रिया ने अपने पुत्रों और पिता के साथ की थी उस स्तर पर उसकी माँ को पहुंचने में अभी कई वर्ष लग सकेंगे.

“सुमति कितना इन्जॉय कर रही है, जाओ अपनी मॉम को भी वैसे ही चुदवाने के लिए मनाओ.” ईव ने नितिन को समझाया.

“नहीं, वो स्वयं ही ऐसा करेंगी. मैं यहाँ ही ठीक हूँ.” नितिन ने उत्तर दिया.

नितिन चाहता था कि उसकी माँ अफ़्रीकी लौंड़ों से चुदने की अपनी इच्छा को स्वयं ही संचालित करें. सम्भवतः सुप्रिया ने उनके मन की बात जान ली थी. उसने जैसन के लंड को मुँह से निकाला।

“अब मुझे आप दोनों चोदो। जैसे सुमति चुद रही है.” उसने बोला तो जैसन ने मार्क को संकेत किया. मार्क अपने लंड को बाहर निकाल कर लेट गया. जैसन ने सुप्रिया को हाथ देकर उठाया और मार्क के लंड पर चढ़ने में सहायता की. ये देख नितिन खड़ा हो गया और ईव को देखकर मुस्कुराया. जब सुप्रिया मार्क के लंड पर चढ़ गई तो जैसन ने ट्यूब उठाई और उसके पीछे आकर उसकी गाँड में जैल लगा दिया. सुप्रिया मार्क के लंड पर कुछ सेकंड कूदी फिर ठहर गई. अब मार्क नीचे था, जैसन पीछे और नितिन आगे आ खड़ा हुआ था.

जैसन ने सावधानी से सुप्रिया की गाँड में लंड डालना आरम्भ किया. सुप्रिया चाहती तो थी कि वो एक बार में पेल दे पर चुप रही. मार्क की शांतिपूर्ण चुदाई से उसका मन नहीं भरा था. उसने नितिन को आँखों से संकेत किया कि वो कुछ करे और फिर उसका लंड चूसने लगी.

“अंकल, डरिये मत. मॉम को गाँड में लौड़े लेने का बहुत अनुभव है. ऐसी धीमे धीमे चोदोगे तो वो बोर हो जाएँगी. अच्छे से जम कर चोदो आप दोनों.” नितिन ने अपनी माँ के निर्देश उन्हें पारित कर दिए. मार्क और जैसन तो मानो इसी की प्रतीक्षा में थे. वो सोच रहे थे कि अफ़्रीकी लौंड़ों से सुप्रिया आहत न हो जाये. उन्हें क्या पता था कि वो लम्बे मोटे लौंड़ों को हर छेद में वर्षों से ले रही थी. जैसन ने अब एक भी झटके में लंड अंदर उतार दिया. अब सुप्रिया के तीनों छेद बंद थे और उसका मन अब जाकर शांत हुआ था. अब चुदाई का समय था.

मिशेल और ईव आने वाले चक्रवात की प्रतीक्षा कर रही थीं. उन्हें पता था कि उनके पति और पुत्र किस प्रकार की चुदाई में सुख पाते हैं. और ऐसा प्रतीत होता था कि सुप्रिया और सुमति भी उसमें आनंद पाती हैं. एक धीमी गति के साथ पिता पुत्र की जोड़ियाँ सुमति और सुप्रिया की चूत और गाँड में अपने लौडों से प्रहार कर रहे थे. दोनों माताएं अपने बेटों के लौड़े मुँह में लेकर चूस रही थीं.

“लेट अस फक देम हार्ड एंड फ़ास्ट!” रिचर्ड ने कहा तो बिना उत्तर की प्रतीक्षा किये हुए चारों ने अपने प्रहार तीव्र कर दिए. सुप्रिया और सुमति के मुँह से मात्र गूँ गूँ की ही ध्वनि निकल रही थी क्योंकि उनके मुँह भी बंद थे.

“आई होप वी विल आल्सो गेट फक्ड दिस वे.” ईव ने अपनी चूत मसलते हुए बोला।

“ओह देट इस स्योर!” मिशेल ने आह भरते हुए अपने परिवार के पुरुषों को सुप्रिया और सुमति की चुदाई करते देखा। उसे विश्वास था कि अब उनकी बारी भी शीघ्र आएगी और इस बार उनकी और निर्ममता से चुदाई की जाएगी. दोनों जोड़ियों की चुदाई की गति अब इतनी तीव्र थी जैसे बिजली कौंध रही हो. पार्थ और नितिन भी अपने पड़ोसियों के सामर्थ्य से प्रभावित हुए बिना न रहे. उन्हें अब मिशेल और ईव को भी ऐसे ही चोदना होगा. पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार कुछ देर के बाद रिचर्ड और जैसन ने अपने स्थान बदले और अब सुप्रिया और सुमति की गाँड मारने में जुट गए. उसके बाद एक क्रम बनाया और इसमें मार्क और डेविड को भी गाँड मारने का सुअवसर प्राप्त हुआ. सुप्रिया और सुमति ने भी इतनी शीघ्रता से भिन्न भिन्न लौंड़ों के आनंद नहीं लिए थे.

कई मिनटों के बाद जब सुमति और सुप्रिया धराशाई ही चुकी थीं तब एक एक करके झड़ने का क्रम आया.

पार्थ बोला, “आप केवल सुप्रिया आंटी की गाँड में ही पानी छोड़ना. मम्मी की नहीं.”

इस कथन से सुमति में फिर से चेतना आ गई. इस समय मार्क का लंड सुप्रिया की गाँड नाप रहा था और उसने वहीँ अपना पानी छोड़ दिया. उसके हटते ही रिचर्ड जा चढ़ा और कुछ धक्कों के बाद स्खलित हो कर हट गया. फिर जैसन ने मोर्चा संभाला और अंत में डेविड ने अपना योगदान दिया. सुप्रिया की गाँड में तो इतना स्थान था नहीं तो बहुत सारा रस उसकी गाँड से बाहर निकल कर बहने लगा. सुमति अब तक बैठ चुकी थी और लालच से देख रही थी. जैसे ही डेविड हटा उसने आक्रमण कर दिया.

गाँड से निकलते रज को पहले चूसकर उसने पी लिया. और फिर इधर उधर जो भी बिखरा हुआ था उसे चाट लिया. अंत में सुप्रिया की गाँड खोलकर उसपर मुँह लगा कर जितना सम्भव था वीर्य सोख लिया. जब देखा कि अब कुछ शेष नहीं है तो पार्थ को देखकर मुस्कुराई.

“बहुत स्वादिष्ट हैं इनका वीर्य.”

“चिंता न करो, आज पूरी रात सब गाँड में ही पानी छोड़ेंगे और आपको भरपूर पीने को मिलेगा.” पार्थ ने एक प्रकार से आगे का कार्यक्रम बता दिया.

सुमति ने चारों ओर देखा तो डिसूज़ा परिवार उसे आश्चर्य से देख रहा था. पर उनकी आँखों में कोई घृणा नहीं थी. ईव सुमति को देखकर मुस्कुराई.

“देट वास वंडरफुल डियर. आज रात बहुत आनंद आने वाला है. है न?”

सबने हामी भरी और जहाँ सुप्रिया और सुमति लेट कर विश्राम करने लगीं वहीँ अन्य सब बियर लेने के लिए निकल गए.

रात अभी शेष थी.


क्रमशः
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ये अपडेट बहुत विलम्ब से आया. पर आशा है आपको अच्छा लगेगा.
 

Vic_789

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park

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अध्याय ४८
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दृश्य ६: मिशेल का तलघर:


मिशेल अपने तलघर के तरणताल में बैठी अंदर देख रही थी जहाँ ईव की भयंकर चुदाई चल रही थी. पार्थ और नितिन ने ईव को सैंडविच बनाया हुआ था. पार्थ नीचे लेटे हुए ईव की चूत चोद रहा था तो नितिन उसकी गांड मार रहा था. मिशेल स्वयं इस समय अकेली बैठी हुई बियर के घूँट ले रही थी. इन दोनों युवकों से वो कुछ देर ही पहले इसी प्रकार से चुदी थी, बस लंड और छेद भिन्न थे. पार्थ के लंड ने उसकी गांड में बहुत तहलका मचाया था.

“याह, इट वास ग्रेट. मामी इस गेटिंग फक्ड वेल नाउ.” डेविड ने कहा तो मिशेल ने अंदर झाँका जहाँ ईव की चुदाई में कोई कमी नहीं आई थी, “पर मॉम, आप अधिक देर तक अकेले नहीं रहने वाली. मार्क और डैड भी आ चुके हैं पर अभी ऊपर हैं. मामा भी आने ही वाले होने इसीलिए रुके हैं.”

“ओह! गुड. आई वांट टू गेट फक्ड अगेन!” ये कहते हुए मिशेल ने बियर का एक घूँट लिया.

***********

थोड़ी ही देर में तलघर की सीढ़ियों पर पदचाप सुनाई दी तो मिशेल की चूत पनिया गई. सामने ईव की चुदाई का अंतिम चरण प्रगति पर था. और अगर उसका अनुमान सही था तो नितिन झड़ चुका था क्योंकि उसकी कमर के झटके अत्यंत धीमे थे. मार्क ने सीटी बजाई।

“आंट मॉम इस गेटिंग फक्ड. वाओ. और आप भी लगता है कि चुदने के लिए रेडी हो.”

“आई एम आल्वेस रेडी तो फक. कम हियर। गिव मी योर कॉक.” मिशेल ने मार्क को अपने निकट खींचा और उसके लंड पर हाथ फेरा.

“ओके, आंटी।” ये कहकर मार्क ने अपने कपड़े उतारे और मिशेल के सामने खड़ा हो गया. मिशेल ने उसके लंड को मुँह में लिया ही था कि उसे लगा कि उसने किसी और को भी देखा. उसका अनुमान सही था. उसका भाई जैसन और पति रिचर्ड भी आ चुके थे और उन्हें चल रहे कार्यक्रम को देखकर ही समझ आ गया था कि आज भी पूरी रात चुदाई में निकलने वाली है. दोनों ने अपने लिए बियर ली और एक ओर शांति से चल रहे खेल को देखने लगे.

नितिन ईव की गाँड मारकर उसमें पानी छोड़ चुका था और अब अपने लंड को बाहर खींच रहा था. ईव का शरीर शिथिल था, हालाँकि उनके मुंह में डेविड का लंड डला हुआ था. नितिन ने उठकर ईव को सहायता देकर पार्थ के लंड से हटाया. डेविड को अपना लंड ईव के मुँह से निकालना पड़ा. ईव के हटने से पता चला कि उसकी चूत पार्थ के वीर्य से भरी हुई थी. ईव की अवस्था देखकर डेविड ने उसे अपना लंड दोबारा खिलाने का प्रयास नहीं किया. हालाँकि नितिन ने एक प्रयास किया.

“क्लीन अप?” अपने लंड की ओर संकेत करते हुए ईव से पूछा तो ईव ने मना कर दिया. सामान्य रूप से उसे इसमें आपत्ति नहीं होती, पर उसका पति बाहर दिख रहा था और ऐसा करने के बाद वो उसे चूम नहीं सकती थी.

“तुम्हारी मॉम्स कब आएंगी?” ईव ने पूछा. आज के लिए सुमति और सुप्रिया को भी आना था, पर अब तक दोनों नहीं आये थे.

“ओह! वो कभी भी आ सकते हैं. मॉम ऑफिस से निकल चुकी होंगी.” नितिन ने बताया.

ईव और शैली समर्थ के घर गए हुए थे. यही निर्धारित हुआ था. इससे इन परिवारों का मिलन एक निचले स्तर पर हो रहा था. इससे अधिक इन दिनों की सफलता पर निर्भर था. ईव उठकर बाथरूम चली गई, तो पार्थ, नितिन ने कपड़े पहने. हालाँकि डेविड ने इसे व्यर्थ बताया पर वे दोनों रिचर्ड और जैसन के सामने अभी नंगे जाने में हिचकिचा रहे थे. बाहर गए तो रिचर्ड ने उन्हें बियर का न्योता दिया जिसे दोनों सहर्ष स्वीकारा. तभी घर की घण्टी की ध्वनि सुनाई दी तो रिचर्ड ऊपर चला गया. मिशेल ने मार्क को हटाया और उसे कपड़े पहनने को कहा. जब तक रिचर्ड अपने अतिथियों के साथ नीचे आया तब तक सभी सामान्य वेश में आ चुके थे और लगभग सभी बियर पी रहे थे. मिशेल खड़ी हो गई.

रिचर्ड आया तो उसके साथ सुप्रिया और सुमति थीं. पार्थ और नितिन को देखकर उनकी माताओं के चेहरे खिल उठे. कार्यक्रम के अनुसार आज सभी लड़कों और उनकी माताओं को यहाँ रहना था और लड़कियों को वहाँ। किन्ही कारणों से निखिल और सजल पहले नहीं आ पाए थे. दोनों सुरेखा के साथ ऑफिस से कार्य से बाहर गए थे और सम्भवतः रात आने की संभावना थी. मिशेल ने सुप्रिया और सुमति को गले लगाया और उनके गाल चूमे. सुप्रिया और सुमति ने भी उसके गाल चूमे. फिर यही प्रक्रिया ईव के साथ हुई. फिर चारोँ महिलाएं एक ओर बैठ गयीं.

रिचर्ड और डेविड ने अतिथियों के स्वागत में उनसे उनका प्रिय पेय पूछा और फिर बियर दे दी गई. कुर्सियाँ पास खींच कर सब एक गोले में बैठ गए. जैसन के परिवार के बारे में उत्सुकता था. उसने और ईव ने अपने जीवन कथा संक्षिप्त में सुनाई. पार्थ और नितिन ने आज पहली बार किसी अश्वेत महिला की चुदाई की थी. अब तक उनका अनुभव भारतीय मूल की स्त्रियों तक ही सीमित था. पार्थ ईव को अपने क्लब से जोड़ने के विषय में चिंतन कर रहा था. ईव के जुड़ने से उनके क्लब में भी विविधता आएगी. क्या उसे मिशेल को भी जोड़ना पड़ेगा? क्या जैसन और रिचर्ड स्वीकृति देंगे? जिस सरलता से ईव ने उन दोनों के लौड़े लिए थे, उससे ये अवश्य लगता था कि वो इनकी अभ्यस्त है. तो क्या वो अपने देश में भी दूसरों से चुदती है?

इन सब विषयों के बारे में जहाँ पार्थ स्वयं में खोया था, वहीँ अन्य सभी इस जीवन शैली को अपनाने के विषय में बात कर रहे थे. एक दूसरे के बारे में जानने के लिए उत्सुक थे. इस प्रकार की जीवनशैली कितने भिन्न वातावरण में भी स्वाभाविक रूप से पनप सकती है ये एक सुखद आश्चर्य का विषय था. जहाँ बड़ों को आगे जानने और बातें करने की इच्छा थी, वहीँ युवा अपना संयम खो रहे थे. डेविड और मार्क विशेषकर अब तक सुप्रिया और सुमति को देखकर अपने लौड़े न जाने कितनी ही बार अपने पैंट में चुके थे. ये किसी से छुपा न था, पर कोई इस पर कुछ कह भी नहीं रहा था. जब लगा कि बातों में समय अधिक निकल रहा है तो डेविड ने पहल की.

“मॉम, डैड. मैं अशिष्ट नहीं सिद्ध होना चाहता पर यहाँ पार्थ और नितिन दोनों मॉम और मामी को चोद चुके हैं. हम बहुत समय से आंटियों की प्रतीक्षा में थे, पर यहाँ तो कोई आशा ही नहीं दिख रही है.”

उसकी बात सुनकर सब अचम्भित हो गए. डेविड इस प्रकार से कभी अपनी भावनाओं को दिखाता नहीं था, वो भी अतिथियों के सम्मुख तो कभी नहीं. इससे पहले कि रिचर्ड कुछ बोलता मिशेल ने बात संभाली.

“तुम ठीक कह रहे हो. हम चाह रहे थे कि सुरेखा, सजल और निखिल भी आ जाते तो अच्छा रहता. सुप्रिया, क्या तुम पता कर सकती हो उन्हें कितनी लगेगी?”

सुप्रिया ने सुरेखा से बात की तो पता चला कि सुरेखा ने निखिल और सजल के साथ ही रुकने का निर्णय लिया था और वो तीनों अब आने वाले नहीं थे. ये सुनकर रिचर्ड ने एक अच्छे रेस्त्रां से भोजन मँगवा लिया और उन्हें आठ बजे भेजने के लिए निर्देश दिया.

“मेरे विचार से डेविड और मार्क को अब रुकने की आवश्यकता नहीं है. पर क्यों न हम इस तरणताल का कुछ आनंद लें और फिर उनकी इच्छा पूरी करें?” सुप्रिया यूँ ही पहले नँगी होना नहीं चाहती थी. ये एक प्रकार से मिशेल को संकेत था, जिसे मिशेल ने समझ लिया.

“यस. आई थिंक इट इस ए ग्रेट आइडिआ। तो क्यों न बिना वस्त्र ही इस ताल का आनंद लिया जाये.” ये कहते हुए वो खड़ी हुई और वस्त्रों को उतार केर एक ओर लगाने लगी. ईव ने उसका अनुशरण किया तो फिर अन्य पीछे नहीं रहे. ताल में छपाक छपाक के स्वर गूँज उठे.

मार्क और डेविड का तरणताल में लक्ष्य सुप्रिया और सुमति ही थे. एक बार तो मिशेल और ईव को ईर्ष्या हुई, पर उन्हें ध्यान आया कि वे भी उन दोनों के बेटों से चुदवा चुकी हैं. पार्थ और नितिन रिचर्ड और जैसन के उपस्थित होने के कारण कुछ संयत थे. रिचर्ड ने जहाँ सुप्रिया को लक्ष्य बनाया तो जैसन मिशेल से आकर सट गया. उचित अवसर देखकर पार्थ ईव के पास जाकर खड़ा हुआ तो ईव ने उसे अपनी ओर खींच लिया और चूमने लगी. नितिन बहुत दिनों बाद सुमति को मिला था तो उसके साथ तैरने लगा. यूँ ही कुछ देर तक पानी में खेलने के बाद सब बाहर निकले और तौलियों से पौंछकर एक दूसरे को देखने लगे.

इस बार सबको नग्नता का आभास हुआ पर कोई लज्जा नहीं आई. ये मानो एक सामान्य बात हो. सुप्रिया और सुमति ने एक दूसरे को देखा और मिशेल से पूछा कि अब क्या करना है. मिशेल ने बताया कि वो और ईव पार्थ और नितिन से चुदवा चुकी हैं और कुछ समय के लिए बियर का आनंद लेते हुए सुप्रिया और सुमति की चुदाई देखना चाहेंगी. पार्थ और नितिन ने भी कुछ समय विश्राम करने की इच्छा जताई.

“यू कैन हैव फादर सन टुगेदर.” मिशेल ने सुझाव दिया कि सुप्रिया और सुमति पिता पुत्र की जोड़ी से चुदने का आनंद लें.

“यस, वी विल लाइक दैट!” सुप्रिया ने सहमति जताई. इसके पहले कि कोई कुछ और कहता डेविड ने सुमति का हाथ पकड़ लिया और रिचर्ड से कहा, “कम ऑन डैड. सुमति आंटी इस सो हॉट!”

रिचर्ड ने कहा, “हाँ. कहीं हम जल न जाएँ.” ये सुनकर सुमति शर्मा सी गई, पर उसकी जाँघ के ऊपर से कुछ बहने लगा जो उसकी चूत के रिसने का प्रमाण था.

जहाँ पार्थ को अपनी माँ के विषय में ये सुनकर गर्व हुआ तो नितिन को कुछ ईर्ष्या हुई.

“वेट टिल यू गेट टू फक माई मॉम! (जब तक मेरी माँ को नहीं चोद लेते तब तक ऐसा सोच सकते हो!)” नितिन ने कहा तो सुप्रिया का सीना चौड़ा हो गया. पर उसने प्रेम से उसे झिड़का.

“कुछ भी बोलता रहता है. सुमति जो करती है मैं तो उसे अभी सीख ही रही हूँ.” सुप्रिया ने कहा तो सुमति ने उसे नए आदर से देखा.

“अरे अरे अरे, ऐसे ही बातों में उलझे रहोगे तो हमें शो कब दिखने मिलेगा?” पार्थ ने हँसते हुए मिशेल की जाँघों पर हाथ फेरा.

“या गाइस डोन्ट वेस्ट टाइम. डिनर आने से पहले ये राऊंड फिनिश होना चाहिए.” सुप्रिया ने मार्क और जैसन को अपने दोनों हाथों से पकड़ा. “मुझे पहली बार अफ़्रीकी लौंड़ों से चुदने का सुख मिलने वाला है. तो मैं तो चली.”

मिशेल हंसने लगी. “दीस इंडियन कॉक्स आर आल्सो सो सो बिग.” ईव और मिशेल ने नितिन और पार्थ के लौंड़ों को छुआ तो वो टनटना गए.

मिशेल जहाँ पूर्णतया अफ़्रीकी थी, पर रिचर्ड के भारतीय वर्ण के कारण डेविड और शैली का रंग साँवला था, पर जैसन का परिवार शुद्ध अफ़्रीकी था. यही कारण था कि पार्थ और नितिन को ईव को चोदने में अधिक आनंद आया था. ईव को भी उन दोनों से असीम सुख मिला था. परन्तु अभी के लिए ध्यान का केंद्र वो क्रीड़ास्थल था जहाँ सुप्रिया और सुनीति जैसन तथा मार्क और डेविड तथा रिचर्ड के साथ एक दूसरे से सटे हुए चुंबनों में खोये थे.

“तुम लोग और बियर लेकर अंदर क्यों नहीं आ जाते. वहाँ से क्लोसअप में देखने में अधिक आनंद आएगा.” मिशेल ने पार्थ से कहा और उठ खड़ी हुई.

पार्थ, ईव और नितिन भी उठे. पार्थ और नितिन ने बियर ली और मिशेल और ईव की मटकती हुई गाँडों के पीछे हो लिए. दोनों उन कसी हुई गाँडों को देखकर फिर से उत्तेजित होने लगे. उनके लौड़े फनफना उठे. स्वयं पर संयम रखते हुए वो उस हॉल में पहुंचे जहाँ उनकी माताओं को पिता पुत्र की जोड़ियाँ मसल रही थीं. सुप्रिया के श्वेत शरीर पर मार्क और जैसन के काले हाथ नाच रहे थे. मार्क उसे आगे से चूम रहा था तो जैसन उसके पीछे से उसके मम्मों को मसलते हुए उसकी गर्दन चूम रहा था. सुमति के साथ भी यही हो रहा था. पर सुमति ने अपने हाथ में रिचर्ड के लंड को पकड़ा हुआ था जो अब अपने पूरे चरम पर था.

मिशेल और ईव सोफे के बीच में बैठी हुई बियर की चुस्कियाँ ले रही थीं. उनके एक एक ओर पार्थ और नितिन बैठे हुए सामने चल रहे दृश्य को देख रहे थे. मिशेल और ईव ने अवसर देखकर पार्थ और नितिन के लौडों को सहलाना आरम्भ कर दिया था. सुमति को रिचर्ड ने नीचे बैठाया और अपना लंड उसके मुँह में दे दिया. डेविड ने पीछे न रहकर सामने आकर अपना लंड लहराया तो सुमति ने उसे अपने हाथ में ले लिया और मुठ मारने लगी. फिर उसने डेविड के लंड को चूसना आरम्भ किया और रिचर्ड के लंड की मुठ मारी। इस प्रकार से वो दोनों पिता पुत्र के लौंड़ों का आनंद ले रही थी और उन्हें भी आनंद दे रही थी.

जैसन ने सुप्रिया को बिस्तर पर लिटाकर उसकी चूत में अपना मुँह डाल दिया. मार्क ने तुरंत अपने लंड के लिए उचित स्थान खोजा और सुप्रिया का मुँह भी व्यस्त हो गया. अगर दोनों महिलाओं के मुँह में लौड़े न होते तो कमरे में कुछ सिसकारियाँ अवश्य ही सुनाई देतीं.

“डैड, लेट उस फक हर.” मार्क से अब संयम नहीं हो रहा था. (डैड, अब इन्हें चोदा जाये.)

“ओके, सन, यू गो फर्स्ट.” जैसन ने पिता की भूमिका निभाई. (ठीक है, तुम पहले चोदो।)

“नो डैड, आई नो यू विल फक हर आस इफ आई फक हर.” (नहीं, ऐसा किया तो आप उनकी गाँड मारोगे.)

“वो तो मैं वैसे भी करूँगा, डियर बॉय. पर ऐसा नहीं किया तो तुम्हें केवल लंड चुसवा कर ही संतोष करना होगा.”

“क्या मैं कुछ कहूँ?” सुमति ने बड़े भोलेपन से पूछा.

“ओह, यस.”

“तो दोनों मुझे एक साथ चोदो और भिन्न भिन्न आसनों में चोदो। इस प्रकार से आप दोनों को मेरी चूत और गाँड दोनों मारने का अवसर मिलेगा. और मैं अपने बेटे के लंड को चूसकर उन्हें आपकी पत्नी और माँ को चोदने के लिए उपयुक्त बना दूँगी।”

“बहुत उत्तम सुझाव है.”

“सुमति दी, मैं भी आपसे सहमत हूँ.”

“लो, तुम्हारी मम्मियाँ तुम्हें पुकार रही हैं.”

“पहले उन्हें चुदाई आरम्भ करने दीजिये. फिर जाएँगे।” ये कहकर पार्थ ने मिशेल की चूत में ऊँगली डाली और उसे चोदने लगा. ये देख नितिन ने भी ईव की चूत की ऊँगली से चुदाई आरम्भ कर दी.

“मैं चाहूँगी कि हमारे पति ही गाँड मारने का पहले आनंद लें. मगर कैसे बोलें?” मिशेल ने कहा तो पार्थ ने कहा कि बस बोल दीजिये, उधेड़बुन में मत पड़ो. परन्तु मिशेल और ईव को ये चिंता थी कि कहीं उनके बेटे उनसे क्रोधित होकर उन्हें चोदना बंद न कर दें. पार्थ ये समझ रहा था इसीलिए उसने समझाया.

“आप जैसी माँ को चोदे बिना वो एक दिन भी नहीं रह सकते. हो सकता है कि इस आक्रोश में आपकी वो कुछ अधिक ही निर्ममता से चुदाई कर दें, पर जैसा हमने देखा आपको वो भी आनंद ही देगा.”

पार्थ के इस तर्क का अर्थ जानकर दोनों उठीं और जाकर अपने बेटों को समझाया कि क्यों गाँड मारने का पहला अवसर उनके पिताओं को मिलना चाहिए. मार्क और डेविड पहले विचलित हुए, फिर डेविड बोला, “ठीक है, पर अगले कुछ दिनों तक अगर ऐसी स्थिति आई तो उन्हें ही गाँड मारने का पहले अवसर दिया जायेगा. दोनों माताओं ने इसे सहर्ष स्वीकारा। पर जैसन और रिचर्ड को लगा कि अब सिंह और चटर्जी परिवार की किसी भी महिला की गाँड उनके हाथ से निकल जाएगी.

“परन्तु ऐसा सदा के लिए सम्भव नहीं है. केवल अगले मिलन के लिए. अन्यथा तुम दोनों हर बार यही हठ करोगे. हाँ, हम दोनों इसके लिए सहमत हैं.”

मार्क और डेविड समझ गए कि उनकी माताओं ने उनकी चाल समझ ली है. उन दोनों के प्रेम के अधीन उन्होंने भी इसे स्वीकार कर लिया.

पार्थ ने उठकर एक ओर रखी टेबल से एक ट्यूब निकाली और रिचर्ड को थमा दी. ये उसकी ओर से सुमति की गाँड मारने की सहमति थी. रिचर्ड ने अपना सिर झुकाकर उसे स्वीकार किया. सुमति ने भी पार्थ को ये कार्य करते देखा और उसकी ओर वात्सल्य भरी दृष्टि से देखा. अपनी माँ से अत्यधिक प्रेम करने वाला पुत्र ही ऐसा कर सकता था. नितिन इस सब से अनिभिज्ञ ईव की चूत में ऊँगली करने में ही व्यस्त था. अब उसने उसके एक मम्मे को भी मुँह में ले लिया था. पार्थ लौटकर आया तो मिशेल के मन में उसके प्रति आदर भाव बढ़ गया था और उसने उसे बैठने न दिया, बल्कि उसके लंड को चूमकर चूसा और उसके बाद बैठाया। पार्थ अपनी बियर पीने लगा.

सुप्रिया की चूत का स्वाद लेने के बाद जब जैसन ने सिर उठाया तो उसका चेहरा पूरा भीगा हुआ था. चटखारे लेते हुए उसने एक बार फिर सुप्रिया कि गीली चूत पर जीभ फिराई और खड़ा हो गया. मार्क ने उसे देखा तो समझ गया कि अब उसे हटना होगा. उसने जैसन का स्थान लिया और सुप्रिया की चूत पर अपना लंड घिसने लगा. जैसन ने उसे अंगूठा दिखाकर सफलता का संकेत किया और जाकर मार्क का स्थान ले लिया. सुप्रिया ने अपने खाली मुँह को इस बार पिता के लंड से भरने में कोई हिचक न दिखाई.

“तुम्हारी मॉम की चुदाई हो रही है.” ईव ने नितिन को हटाते हुए कहा. नितिन ने अपना चेहरा उसके मम्मे से हटाया और मार्क के काले लौड़े को अपनी माँ की श्वेत चूत में प्रवेश करते हुए देखने का सौभाग्य प्राप्त किया. मार्क ने बड़ी सधी गति से अपना लंड सुप्रिया की चूत में डालने में अधिक समय नहीं लगाया. और जब लंड पूरा अंदर चला गया तो पिता पुत्र ने एक दूसरे के हाथों पर ताली दी, जिसे हाई फाइव भी कहा जाता है. सुप्रिया अगर इतनी चुड़क्कड़ न होती तो इस पर आपत्ति ले सकती थी. पर इस समय वो अपने जीवन के पहले अफ़्रीकी लौंड़ों का आनंद लेने में ही खोई हुई थी.

सुमति की स्थिति भिन्न थी. उसकी एक आँख सुप्रिया की ओर थी और जब उसने देखा कि सुप्रिया की गाँड में अभी लौड़ा नहीं गया है तो उसे मानसिक संतोष मिला. वो नहीं चाहती थी कि सुप्रिया की गाँड से अफ़्रीकी लौड़े का रस पीने में वो पीछे रह जाये. उसे पार्थ पर पूरा विश्वास था कि वो किसी और को उसे चट करने से रोक लेगा, पर अगर वो स्वयं ही चुदाई में व्यस्त रहा तो? पर अब उसे वो डर नहीं था. डेविड उसे खड़ा कर रहा था तो रिचर्ड उसके पीछे से उसे सहारा दे रहा था. सुमति की चूत से बहता हुआ पानी उस स्थान को गीला कर चुका था जहाँ वो बैठ कर लौड़े चूस रही थी. पार्थ ने भी ये देखा और अपनी हंसी दबा ली.

डेविड जाकर बिस्तर पर लेट गया और काँपते पैरों से सुमति उसके ऊपर चढ़ी और लंड को हाथ में पकड़कर उसपर बैठ गई. गीली चूत ने डेविड के लंड को निगलने में देर न लगाई और सुमति लंड पर धीरे से उछलकूद करने लगी. उसके मोटे मम्मे नाचने लगे तो रिचर्ड ने उन्हें थामा और मसलने लगा. जब सुमति ने गति पकड़ ली तो रिचर्ड ने ट्यूब में से जैल निकाला और सुमति की गाँड में लगाने लगा. उछलती सुमति की गाँड में जैल लगाना एक चुनौती थी पर रिचर्ड इस प्रकार की चुनौतियों का अभ्यस्त था. जैल लगाने के बाद उसने गाँड में ऊँगली डालकर उसे अंदर तक फैला दिया.

पार्थ ने मिशेल के सिर को पकड़कर अपने लंड की ओर झुकाया और मिशेल ने संकेत समझकर उसे मुँह में लेकर थोड़ा चूसा और हट गई. पार्थ खड़ा हो गया. रिचर्ड ने सुमति की कमर पर हाथ रखा तो उसने उछलना बंद कर दिया. रिचर्ड ने अपना लंड सुमति की गाँड पर लगाया तो पार्थ सुमति के आगे जाकर खड़ा हो गया. सुमति की आँखों की चमक उसकी वासना की साक्षी थीं. और पार्थ के लंड को देखकर वो चमक और बढ़ गई. सुमति ने पार्थ में लंड के लिए मुँह खोला. पार्थ का लंड उसके मुँह में गया ही था कि उसे रिशर्ड के लंड का अपनी गाँड में प्रवेश करने का भी आभास हुआ. उसके तीनों छेदों में लंड थे. और ये धरती पर स्वर्ग का अनुभव था.

मार्क और जैसन किसी भी प्रकार की शीघ्रता नहीं दिखा रहे थे. मार्क बड़ी शांति के साथ सुप्रिया की चुदाई कर रहा था और सुप्रिया भी उतने ही संयम से जैसन का लंड चूस रही थी. उन्हें इस बात का सम्भवतः आभास भी नहीं था कि उनके ही निकट सुमति के मुँह, चूत और गाँड में लौड़े पिले हुए थे. मार्क जिस गति से चोद रहा था उसका प्रयोजन ये था कि सुप्रिया जैसी अति चुड़क्कड़ स्त्री उनसे इतनी प्रभावित हो जाये कि ये मिलन नियमित रूप से सम्भव हो सकेगा. उसे अब तक ये पता नहीं था कि जितनी चुदाई सुप्रिया ने अपने पुत्रों और पिता के साथ की थी उस स्तर पर उसकी माँ को पहुंचने में अभी कई वर्ष लग सकेंगे.

“सुमति कितना इन्जॉय कर रही है, जाओ अपनी मॉम को भी वैसे ही चुदवाने के लिए मनाओ.” ईव ने नितिन को समझाया.

“नहीं, वो स्वयं ही ऐसा करेंगी. मैं यहाँ ही ठीक हूँ.” नितिन ने उत्तर दिया.

नितिन चाहता था कि उसकी माँ अफ़्रीकी लौंड़ों से चुदने की अपनी इच्छा को स्वयं ही संचालित करें. सम्भवतः सुप्रिया ने उनके मन की बात जान ली थी. उसने जैसन के लंड को मुँह से निकाला।

“अब मुझे आप दोनों चोदो। जैसे सुमति चुद रही है.” उसने बोला तो जैसन ने मार्क को संकेत किया. मार्क अपने लंड को बाहर निकाल कर लेट गया. जैसन ने सुप्रिया को हाथ देकर उठाया और मार्क के लंड पर चढ़ने में सहायता की. ये देख नितिन खड़ा हो गया और ईव को देखकर मुस्कुराया. जब सुप्रिया मार्क के लंड पर चढ़ गई तो जैसन ने ट्यूब उठाई और उसके पीछे आकर उसकी गाँड में जैल लगा दिया. सुप्रिया मार्क के लंड पर कुछ सेकंड कूदी फिर ठहर गई. अब मार्क नीचे था, जैसन पीछे और नितिन आगे आ खड़ा हुआ था.

जैसन ने सावधानी से सुप्रिया की गाँड में लंड डालना आरम्भ किया. सुप्रिया चाहती तो थी कि वो एक बार में पेल दे पर चुप रही. मार्क की शांतिपूर्ण चुदाई से उसका मन नहीं भरा था. उसने नितिन को आँखों से संकेत किया कि वो कुछ करे और फिर उसका लंड चूसने लगी.

“अंकल, डरिये मत. मॉम को गाँड में लौड़े लेने का बहुत अनुभव है. ऐसी धीमे धीमे चोदोगे तो वो बोर हो जाएँगी. अच्छे से जम कर चोदो आप दोनों.” नितिन ने अपनी माँ के निर्देश उन्हें पारित कर दिए. मार्क और जैसन तो मानो इसी की प्रतीक्षा में थे. वो सोच रहे थे कि अफ़्रीकी लौंड़ों से सुप्रिया आहत न हो जाये. उन्हें क्या पता था कि वो लम्बे मोटे लौंड़ों को हर छेद में वर्षों से ले रही थी. जैसन ने अब एक भी झटके में लंड अंदर उतार दिया. अब सुप्रिया के तीनों छेद बंद थे और उसका मन अब जाकर शांत हुआ था. अब चुदाई का समय था.

मिशेल और ईव आने वाले चक्रवात की प्रतीक्षा कर रही थीं. उन्हें पता था कि उनके पति और पुत्र किस प्रकार की चुदाई में सुख पाते हैं. और ऐसा प्रतीत होता था कि सुप्रिया और सुमति भी उसमें आनंद पाती हैं. एक धीमी गति के साथ पिता पुत्र की जोड़ियाँ सुमति और सुप्रिया की चूत और गाँड में अपने लौडों से प्रहार कर रहे थे. दोनों माताएं अपने बेटों के लौड़े मुँह में लेकर चूस रही थीं.

“लेट अस फक देम हार्ड एंड फ़ास्ट!” रिचर्ड ने कहा तो बिना उत्तर की प्रतीक्षा किये हुए चारों ने अपने प्रहार तीव्र कर दिए. सुप्रिया और सुमति के मुँह से मात्र गूँ गूँ की ही ध्वनि निकल रही थी क्योंकि उनके मुँह भी बंद थे.

“आई होप वी विल आल्सो गेट फक्ड दिस वे.” ईव ने अपनी चूत मसलते हुए बोला।

“ओह देट इस स्योर!” मिशेल ने आह भरते हुए अपने परिवार के पुरुषों को सुप्रिया और सुमति की चुदाई करते देखा। उसे विश्वास था कि अब उनकी बारी भी शीघ्र आएगी और इस बार उनकी और निर्ममता से चुदाई की जाएगी. दोनों जोड़ियों की चुदाई की गति अब इतनी तीव्र थी जैसे बिजली कौंध रही हो. पार्थ और नितिन भी अपने पड़ोसियों के सामर्थ्य से प्रभावित हुए बिना न रहे. उन्हें अब मिशेल और ईव को भी ऐसे ही चोदना होगा. पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार कुछ देर के बाद रिचर्ड और जैसन ने अपने स्थान बदले और अब सुप्रिया और सुमति की गाँड मारने में जुट गए. उसके बाद एक क्रम बनाया और इसमें मार्क और डेविड को भी गाँड मारने का सुअवसर प्राप्त हुआ. सुप्रिया और सुमति ने भी इतनी शीघ्रता से भिन्न भिन्न लौंड़ों के आनंद नहीं लिए थे.

कई मिनटों के बाद जब सुमति और सुप्रिया धराशाई ही चुकी थीं तब एक एक करके झड़ने का क्रम आया.

पार्थ बोला, “आप केवल सुप्रिया आंटी की गाँड में ही पानी छोड़ना. मम्मी की नहीं.”

इस कथन से सुमति में फिर से चेतना आ गई. इस समय मार्क का लंड सुप्रिया की गाँड नाप रहा था और उसने वहीँ अपना पानी छोड़ दिया. उसके हटते ही रिचर्ड जा चढ़ा और कुछ धक्कों के बाद स्खलित हो कर हट गया. फिर जैसन ने मोर्चा संभाला और अंत में डेविड ने अपना योगदान दिया. सुप्रिया की गाँड में तो इतना स्थान था नहीं तो बहुत सारा रस उसकी गाँड से बाहर निकल कर बहने लगा. सुमति अब तक बैठ चुकी थी और लालच से देख रही थी. जैसे ही डेविड हटा उसने आक्रमण कर दिया.

गाँड से निकलते रज को पहले चूसकर उसने पी लिया. और फिर इधर उधर जो भी बिखरा हुआ था उसे चाट लिया. अंत में सुप्रिया की गाँड खोलकर उसपर मुँह लगा कर जितना सम्भव था वीर्य सोख लिया. जब देखा कि अब कुछ शेष नहीं है तो पार्थ को देखकर मुस्कुराई.

“बहुत स्वादिष्ट हैं इनका वीर्य.”

“चिंता न करो, आज पूरी रात सब गाँड में ही पानी छोड़ेंगे और आपको भरपूर पीने को मिलेगा.” पार्थ ने एक प्रकार से आगे का कार्यक्रम बता दिया.

सुमति ने चारों ओर देखा तो डिसूज़ा परिवार उसे आश्चर्य से देख रहा था. पर उनकी आँखों में कोई घृणा नहीं थी. ईव सुमति को देखकर मुस्कुराई.

“देट वास वंडरफुल डियर. आज रात बहुत आनंद आने वाला है. है न?”

सबने हामी भरी और जहाँ सुप्रिया और सुमति लेट कर विश्राम करने लगीं वहीँ अन्य सब बियर लेने के लिए निकल गए.

रात अभी शेष थी.


क्रमशः
1286500
Nice and superb update...
 

kas1709

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अध्याय ४८
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दृश्य ६: मिशेल का तलघर:


मिशेल अपने तलघर के तरणताल में बैठी अंदर देख रही थी जहाँ ईव की भयंकर चुदाई चल रही थी. पार्थ और नितिन ने ईव को सैंडविच बनाया हुआ था. पार्थ नीचे लेटे हुए ईव की चूत चोद रहा था तो नितिन उसकी गांड मार रहा था. मिशेल स्वयं इस समय अकेली बैठी हुई बियर के घूँट ले रही थी. इन दोनों युवकों से वो कुछ देर ही पहले इसी प्रकार से चुदी थी, बस लंड और छेद भिन्न थे. पार्थ के लंड ने उसकी गांड में बहुत तहलका मचाया था.

“याह, इट वास ग्रेट. मामी इस गेटिंग फक्ड वेल नाउ.” डेविड ने कहा तो मिशेल ने अंदर झाँका जहाँ ईव की चुदाई में कोई कमी नहीं आई थी, “पर मॉम, आप अधिक देर तक अकेले नहीं रहने वाली. मार्क और डैड भी आ चुके हैं पर अभी ऊपर हैं. मामा भी आने ही वाले होने इसीलिए रुके हैं.”

“ओह! गुड. आई वांट टू गेट फक्ड अगेन!” ये कहते हुए मिशेल ने बियर का एक घूँट लिया.

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थोड़ी ही देर में तलघर की सीढ़ियों पर पदचाप सुनाई दी तो मिशेल की चूत पनिया गई. सामने ईव की चुदाई का अंतिम चरण प्रगति पर था. और अगर उसका अनुमान सही था तो नितिन झड़ चुका था क्योंकि उसकी कमर के झटके अत्यंत धीमे थे. मार्क ने सीटी बजाई।

“आंट मॉम इस गेटिंग फक्ड. वाओ. और आप भी लगता है कि चुदने के लिए रेडी हो.”

“आई एम आल्वेस रेडी तो फक. कम हियर। गिव मी योर कॉक.” मिशेल ने मार्क को अपने निकट खींचा और उसके लंड पर हाथ फेरा.

“ओके, आंटी।” ये कहकर मार्क ने अपने कपड़े उतारे और मिशेल के सामने खड़ा हो गया. मिशेल ने उसके लंड को मुँह में लिया ही था कि उसे लगा कि उसने किसी और को भी देखा. उसका अनुमान सही था. उसका भाई जैसन और पति रिचर्ड भी आ चुके थे और उन्हें चल रहे कार्यक्रम को देखकर ही समझ आ गया था कि आज भी पूरी रात चुदाई में निकलने वाली है. दोनों ने अपने लिए बियर ली और एक ओर शांति से चल रहे खेल को देखने लगे.

नितिन ईव की गाँड मारकर उसमें पानी छोड़ चुका था और अब अपने लंड को बाहर खींच रहा था. ईव का शरीर शिथिल था, हालाँकि उनके मुंह में डेविड का लंड डला हुआ था. नितिन ने उठकर ईव को सहायता देकर पार्थ के लंड से हटाया. डेविड को अपना लंड ईव के मुँह से निकालना पड़ा. ईव के हटने से पता चला कि उसकी चूत पार्थ के वीर्य से भरी हुई थी. ईव की अवस्था देखकर डेविड ने उसे अपना लंड दोबारा खिलाने का प्रयास नहीं किया. हालाँकि नितिन ने एक प्रयास किया.

“क्लीन अप?” अपने लंड की ओर संकेत करते हुए ईव से पूछा तो ईव ने मना कर दिया. सामान्य रूप से उसे इसमें आपत्ति नहीं होती, पर उसका पति बाहर दिख रहा था और ऐसा करने के बाद वो उसे चूम नहीं सकती थी.

“तुम्हारी मॉम्स कब आएंगी?” ईव ने पूछा. आज के लिए सुमति और सुप्रिया को भी आना था, पर अब तक दोनों नहीं आये थे.

“ओह! वो कभी भी आ सकते हैं. मॉम ऑफिस से निकल चुकी होंगी.” नितिन ने बताया.

ईव और शैली समर्थ के घर गए हुए थे. यही निर्धारित हुआ था. इससे इन परिवारों का मिलन एक निचले स्तर पर हो रहा था. इससे अधिक इन दिनों की सफलता पर निर्भर था. ईव उठकर बाथरूम चली गई, तो पार्थ, नितिन ने कपड़े पहने. हालाँकि डेविड ने इसे व्यर्थ बताया पर वे दोनों रिचर्ड और जैसन के सामने अभी नंगे जाने में हिचकिचा रहे थे. बाहर गए तो रिचर्ड ने उन्हें बियर का न्योता दिया जिसे दोनों सहर्ष स्वीकारा. तभी घर की घण्टी की ध्वनि सुनाई दी तो रिचर्ड ऊपर चला गया. मिशेल ने मार्क को हटाया और उसे कपड़े पहनने को कहा. जब तक रिचर्ड अपने अतिथियों के साथ नीचे आया तब तक सभी सामान्य वेश में आ चुके थे और लगभग सभी बियर पी रहे थे. मिशेल खड़ी हो गई.

रिचर्ड आया तो उसके साथ सुप्रिया और सुमति थीं. पार्थ और नितिन को देखकर उनकी माताओं के चेहरे खिल उठे. कार्यक्रम के अनुसार आज सभी लड़कों और उनकी माताओं को यहाँ रहना था और लड़कियों को वहाँ। किन्ही कारणों से निखिल और सजल पहले नहीं आ पाए थे. दोनों सुरेखा के साथ ऑफिस से कार्य से बाहर गए थे और सम्भवतः रात आने की संभावना थी. मिशेल ने सुप्रिया और सुमति को गले लगाया और उनके गाल चूमे. सुप्रिया और सुमति ने भी उसके गाल चूमे. फिर यही प्रक्रिया ईव के साथ हुई. फिर चारोँ महिलाएं एक ओर बैठ गयीं.

रिचर्ड और डेविड ने अतिथियों के स्वागत में उनसे उनका प्रिय पेय पूछा और फिर बियर दे दी गई. कुर्सियाँ पास खींच कर सब एक गोले में बैठ गए. जैसन के परिवार के बारे में उत्सुकता था. उसने और ईव ने अपने जीवन कथा संक्षिप्त में सुनाई. पार्थ और नितिन ने आज पहली बार किसी अश्वेत महिला की चुदाई की थी. अब तक उनका अनुभव भारतीय मूल की स्त्रियों तक ही सीमित था. पार्थ ईव को अपने क्लब से जोड़ने के विषय में चिंतन कर रहा था. ईव के जुड़ने से उनके क्लब में भी विविधता आएगी. क्या उसे मिशेल को भी जोड़ना पड़ेगा? क्या जैसन और रिचर्ड स्वीकृति देंगे? जिस सरलता से ईव ने उन दोनों के लौड़े लिए थे, उससे ये अवश्य लगता था कि वो इनकी अभ्यस्त है. तो क्या वो अपने देश में भी दूसरों से चुदती है?

इन सब विषयों के बारे में जहाँ पार्थ स्वयं में खोया था, वहीँ अन्य सभी इस जीवन शैली को अपनाने के विषय में बात कर रहे थे. एक दूसरे के बारे में जानने के लिए उत्सुक थे. इस प्रकार की जीवनशैली कितने भिन्न वातावरण में भी स्वाभाविक रूप से पनप सकती है ये एक सुखद आश्चर्य का विषय था. जहाँ बड़ों को आगे जानने और बातें करने की इच्छा थी, वहीँ युवा अपना संयम खो रहे थे. डेविड और मार्क विशेषकर अब तक सुप्रिया और सुमति को देखकर अपने लौड़े न जाने कितनी ही बार अपने पैंट में चुके थे. ये किसी से छुपा न था, पर कोई इस पर कुछ कह भी नहीं रहा था. जब लगा कि बातों में समय अधिक निकल रहा है तो डेविड ने पहल की.

“मॉम, डैड. मैं अशिष्ट नहीं सिद्ध होना चाहता पर यहाँ पार्थ और नितिन दोनों मॉम और मामी को चोद चुके हैं. हम बहुत समय से आंटियों की प्रतीक्षा में थे, पर यहाँ तो कोई आशा ही नहीं दिख रही है.”

उसकी बात सुनकर सब अचम्भित हो गए. डेविड इस प्रकार से कभी अपनी भावनाओं को दिखाता नहीं था, वो भी अतिथियों के सम्मुख तो कभी नहीं. इससे पहले कि रिचर्ड कुछ बोलता मिशेल ने बात संभाली.

“तुम ठीक कह रहे हो. हम चाह रहे थे कि सुरेखा, सजल और निखिल भी आ जाते तो अच्छा रहता. सुप्रिया, क्या तुम पता कर सकती हो उन्हें कितनी लगेगी?”

सुप्रिया ने सुरेखा से बात की तो पता चला कि सुरेखा ने निखिल और सजल के साथ ही रुकने का निर्णय लिया था और वो तीनों अब आने वाले नहीं थे. ये सुनकर रिचर्ड ने एक अच्छे रेस्त्रां से भोजन मँगवा लिया और उन्हें आठ बजे भेजने के लिए निर्देश दिया.

“मेरे विचार से डेविड और मार्क को अब रुकने की आवश्यकता नहीं है. पर क्यों न हम इस तरणताल का कुछ आनंद लें और फिर उनकी इच्छा पूरी करें?” सुप्रिया यूँ ही पहले नँगी होना नहीं चाहती थी. ये एक प्रकार से मिशेल को संकेत था, जिसे मिशेल ने समझ लिया.

“यस. आई थिंक इट इस ए ग्रेट आइडिआ। तो क्यों न बिना वस्त्र ही इस ताल का आनंद लिया जाये.” ये कहते हुए वो खड़ी हुई और वस्त्रों को उतार केर एक ओर लगाने लगी. ईव ने उसका अनुशरण किया तो फिर अन्य पीछे नहीं रहे. ताल में छपाक छपाक के स्वर गूँज उठे.

मार्क और डेविड का तरणताल में लक्ष्य सुप्रिया और सुमति ही थे. एक बार तो मिशेल और ईव को ईर्ष्या हुई, पर उन्हें ध्यान आया कि वे भी उन दोनों के बेटों से चुदवा चुकी हैं. पार्थ और नितिन रिचर्ड और जैसन के उपस्थित होने के कारण कुछ संयत थे. रिचर्ड ने जहाँ सुप्रिया को लक्ष्य बनाया तो जैसन मिशेल से आकर सट गया. उचित अवसर देखकर पार्थ ईव के पास जाकर खड़ा हुआ तो ईव ने उसे अपनी ओर खींच लिया और चूमने लगी. नितिन बहुत दिनों बाद सुमति को मिला था तो उसके साथ तैरने लगा. यूँ ही कुछ देर तक पानी में खेलने के बाद सब बाहर निकले और तौलियों से पौंछकर एक दूसरे को देखने लगे.

इस बार सबको नग्नता का आभास हुआ पर कोई लज्जा नहीं आई. ये मानो एक सामान्य बात हो. सुप्रिया और सुमति ने एक दूसरे को देखा और मिशेल से पूछा कि अब क्या करना है. मिशेल ने बताया कि वो और ईव पार्थ और नितिन से चुदवा चुकी हैं और कुछ समय के लिए बियर का आनंद लेते हुए सुप्रिया और सुमति की चुदाई देखना चाहेंगी. पार्थ और नितिन ने भी कुछ समय विश्राम करने की इच्छा जताई.

“यू कैन हैव फादर सन टुगेदर.” मिशेल ने सुझाव दिया कि सुप्रिया और सुमति पिता पुत्र की जोड़ी से चुदने का आनंद लें.

“यस, वी विल लाइक दैट!” सुप्रिया ने सहमति जताई. इसके पहले कि कोई कुछ और कहता डेविड ने सुमति का हाथ पकड़ लिया और रिचर्ड से कहा, “कम ऑन डैड. सुमति आंटी इस सो हॉट!”

रिचर्ड ने कहा, “हाँ. कहीं हम जल न जाएँ.” ये सुनकर सुमति शर्मा सी गई, पर उसकी जाँघ के ऊपर से कुछ बहने लगा जो उसकी चूत के रिसने का प्रमाण था.

जहाँ पार्थ को अपनी माँ के विषय में ये सुनकर गर्व हुआ तो नितिन को कुछ ईर्ष्या हुई.

“वेट टिल यू गेट टू फक माई मॉम! (जब तक मेरी माँ को नहीं चोद लेते तब तक ऐसा सोच सकते हो!)” नितिन ने कहा तो सुप्रिया का सीना चौड़ा हो गया. पर उसने प्रेम से उसे झिड़का.

“कुछ भी बोलता रहता है. सुमति जो करती है मैं तो उसे अभी सीख ही रही हूँ.” सुप्रिया ने कहा तो सुमति ने उसे नए आदर से देखा.

“अरे अरे अरे, ऐसे ही बातों में उलझे रहोगे तो हमें शो कब दिखने मिलेगा?” पार्थ ने हँसते हुए मिशेल की जाँघों पर हाथ फेरा.

“या गाइस डोन्ट वेस्ट टाइम. डिनर आने से पहले ये राऊंड फिनिश होना चाहिए.” सुप्रिया ने मार्क और जैसन को अपने दोनों हाथों से पकड़ा. “मुझे पहली बार अफ़्रीकी लौंड़ों से चुदने का सुख मिलने वाला है. तो मैं तो चली.”

मिशेल हंसने लगी. “दीस इंडियन कॉक्स आर आल्सो सो सो बिग.” ईव और मिशेल ने नितिन और पार्थ के लौंड़ों को छुआ तो वो टनटना गए.

मिशेल जहाँ पूर्णतया अफ़्रीकी थी, पर रिचर्ड के भारतीय वर्ण के कारण डेविड और शैली का रंग साँवला था, पर जैसन का परिवार शुद्ध अफ़्रीकी था. यही कारण था कि पार्थ और नितिन को ईव को चोदने में अधिक आनंद आया था. ईव को भी उन दोनों से असीम सुख मिला था. परन्तु अभी के लिए ध्यान का केंद्र वो क्रीड़ास्थल था जहाँ सुप्रिया और सुनीति जैसन तथा मार्क और डेविड तथा रिचर्ड के साथ एक दूसरे से सटे हुए चुंबनों में खोये थे.

“तुम लोग और बियर लेकर अंदर क्यों नहीं आ जाते. वहाँ से क्लोसअप में देखने में अधिक आनंद आएगा.” मिशेल ने पार्थ से कहा और उठ खड़ी हुई.

पार्थ, ईव और नितिन भी उठे. पार्थ और नितिन ने बियर ली और मिशेल और ईव की मटकती हुई गाँडों के पीछे हो लिए. दोनों उन कसी हुई गाँडों को देखकर फिर से उत्तेजित होने लगे. उनके लौड़े फनफना उठे. स्वयं पर संयम रखते हुए वो उस हॉल में पहुंचे जहाँ उनकी माताओं को पिता पुत्र की जोड़ियाँ मसल रही थीं. सुप्रिया के श्वेत शरीर पर मार्क और जैसन के काले हाथ नाच रहे थे. मार्क उसे आगे से चूम रहा था तो जैसन उसके पीछे से उसके मम्मों को मसलते हुए उसकी गर्दन चूम रहा था. सुमति के साथ भी यही हो रहा था. पर सुमति ने अपने हाथ में रिचर्ड के लंड को पकड़ा हुआ था जो अब अपने पूरे चरम पर था.

मिशेल और ईव सोफे के बीच में बैठी हुई बियर की चुस्कियाँ ले रही थीं. उनके एक एक ओर पार्थ और नितिन बैठे हुए सामने चल रहे दृश्य को देख रहे थे. मिशेल और ईव ने अवसर देखकर पार्थ और नितिन के लौडों को सहलाना आरम्भ कर दिया था. सुमति को रिचर्ड ने नीचे बैठाया और अपना लंड उसके मुँह में दे दिया. डेविड ने पीछे न रहकर सामने आकर अपना लंड लहराया तो सुमति ने उसे अपने हाथ में ले लिया और मुठ मारने लगी. फिर उसने डेविड के लंड को चूसना आरम्भ किया और रिचर्ड के लंड की मुठ मारी। इस प्रकार से वो दोनों पिता पुत्र के लौंड़ों का आनंद ले रही थी और उन्हें भी आनंद दे रही थी.

जैसन ने सुप्रिया को बिस्तर पर लिटाकर उसकी चूत में अपना मुँह डाल दिया. मार्क ने तुरंत अपने लंड के लिए उचित स्थान खोजा और सुप्रिया का मुँह भी व्यस्त हो गया. अगर दोनों महिलाओं के मुँह में लौड़े न होते तो कमरे में कुछ सिसकारियाँ अवश्य ही सुनाई देतीं.

“डैड, लेट उस फक हर.” मार्क से अब संयम नहीं हो रहा था. (डैड, अब इन्हें चोदा जाये.)

“ओके, सन, यू गो फर्स्ट.” जैसन ने पिता की भूमिका निभाई. (ठीक है, तुम पहले चोदो।)

“नो डैड, आई नो यू विल फक हर आस इफ आई फक हर.” (नहीं, ऐसा किया तो आप उनकी गाँड मारोगे.)

“वो तो मैं वैसे भी करूँगा, डियर बॉय. पर ऐसा नहीं किया तो तुम्हें केवल लंड चुसवा कर ही संतोष करना होगा.”

“क्या मैं कुछ कहूँ?” सुमति ने बड़े भोलेपन से पूछा.

“ओह, यस.”

“तो दोनों मुझे एक साथ चोदो और भिन्न भिन्न आसनों में चोदो। इस प्रकार से आप दोनों को मेरी चूत और गाँड दोनों मारने का अवसर मिलेगा. और मैं अपने बेटे के लंड को चूसकर उन्हें आपकी पत्नी और माँ को चोदने के लिए उपयुक्त बना दूँगी।”

“बहुत उत्तम सुझाव है.”

“सुमति दी, मैं भी आपसे सहमत हूँ.”

“लो, तुम्हारी मम्मियाँ तुम्हें पुकार रही हैं.”

“पहले उन्हें चुदाई आरम्भ करने दीजिये. फिर जाएँगे।” ये कहकर पार्थ ने मिशेल की चूत में ऊँगली डाली और उसे चोदने लगा. ये देख नितिन ने भी ईव की चूत की ऊँगली से चुदाई आरम्भ कर दी.

“मैं चाहूँगी कि हमारे पति ही गाँड मारने का पहले आनंद लें. मगर कैसे बोलें?” मिशेल ने कहा तो पार्थ ने कहा कि बस बोल दीजिये, उधेड़बुन में मत पड़ो. परन्तु मिशेल और ईव को ये चिंता थी कि कहीं उनके बेटे उनसे क्रोधित होकर उन्हें चोदना बंद न कर दें. पार्थ ये समझ रहा था इसीलिए उसने समझाया.

“आप जैसी माँ को चोदे बिना वो एक दिन भी नहीं रह सकते. हो सकता है कि इस आक्रोश में आपकी वो कुछ अधिक ही निर्ममता से चुदाई कर दें, पर जैसा हमने देखा आपको वो भी आनंद ही देगा.”

पार्थ के इस तर्क का अर्थ जानकर दोनों उठीं और जाकर अपने बेटों को समझाया कि क्यों गाँड मारने का पहला अवसर उनके पिताओं को मिलना चाहिए. मार्क और डेविड पहले विचलित हुए, फिर डेविड बोला, “ठीक है, पर अगले कुछ दिनों तक अगर ऐसी स्थिति आई तो उन्हें ही गाँड मारने का पहले अवसर दिया जायेगा. दोनों माताओं ने इसे सहर्ष स्वीकारा। पर जैसन और रिचर्ड को लगा कि अब सिंह और चटर्जी परिवार की किसी भी महिला की गाँड उनके हाथ से निकल जाएगी.

“परन्तु ऐसा सदा के लिए सम्भव नहीं है. केवल अगले मिलन के लिए. अन्यथा तुम दोनों हर बार यही हठ करोगे. हाँ, हम दोनों इसके लिए सहमत हैं.”

मार्क और डेविड समझ गए कि उनकी माताओं ने उनकी चाल समझ ली है. उन दोनों के प्रेम के अधीन उन्होंने भी इसे स्वीकार कर लिया.

पार्थ ने उठकर एक ओर रखी टेबल से एक ट्यूब निकाली और रिचर्ड को थमा दी. ये उसकी ओर से सुमति की गाँड मारने की सहमति थी. रिचर्ड ने अपना सिर झुकाकर उसे स्वीकार किया. सुमति ने भी पार्थ को ये कार्य करते देखा और उसकी ओर वात्सल्य भरी दृष्टि से देखा. अपनी माँ से अत्यधिक प्रेम करने वाला पुत्र ही ऐसा कर सकता था. नितिन इस सब से अनिभिज्ञ ईव की चूत में ऊँगली करने में ही व्यस्त था. अब उसने उसके एक मम्मे को भी मुँह में ले लिया था. पार्थ लौटकर आया तो मिशेल के मन में उसके प्रति आदर भाव बढ़ गया था और उसने उसे बैठने न दिया, बल्कि उसके लंड को चूमकर चूसा और उसके बाद बैठाया। पार्थ अपनी बियर पीने लगा.

सुप्रिया की चूत का स्वाद लेने के बाद जब जैसन ने सिर उठाया तो उसका चेहरा पूरा भीगा हुआ था. चटखारे लेते हुए उसने एक बार फिर सुप्रिया कि गीली चूत पर जीभ फिराई और खड़ा हो गया. मार्क ने उसे देखा तो समझ गया कि अब उसे हटना होगा. उसने जैसन का स्थान लिया और सुप्रिया की चूत पर अपना लंड घिसने लगा. जैसन ने उसे अंगूठा दिखाकर सफलता का संकेत किया और जाकर मार्क का स्थान ले लिया. सुप्रिया ने अपने खाली मुँह को इस बार पिता के लंड से भरने में कोई हिचक न दिखाई.

“तुम्हारी मॉम की चुदाई हो रही है.” ईव ने नितिन को हटाते हुए कहा. नितिन ने अपना चेहरा उसके मम्मे से हटाया और मार्क के काले लौड़े को अपनी माँ की श्वेत चूत में प्रवेश करते हुए देखने का सौभाग्य प्राप्त किया. मार्क ने बड़ी सधी गति से अपना लंड सुप्रिया की चूत में डालने में अधिक समय नहीं लगाया. और जब लंड पूरा अंदर चला गया तो पिता पुत्र ने एक दूसरे के हाथों पर ताली दी, जिसे हाई फाइव भी कहा जाता है. सुप्रिया अगर इतनी चुड़क्कड़ न होती तो इस पर आपत्ति ले सकती थी. पर इस समय वो अपने जीवन के पहले अफ़्रीकी लौंड़ों का आनंद लेने में ही खोई हुई थी.

सुमति की स्थिति भिन्न थी. उसकी एक आँख सुप्रिया की ओर थी और जब उसने देखा कि सुप्रिया की गाँड में अभी लौड़ा नहीं गया है तो उसे मानसिक संतोष मिला. वो नहीं चाहती थी कि सुप्रिया की गाँड से अफ़्रीकी लौड़े का रस पीने में वो पीछे रह जाये. उसे पार्थ पर पूरा विश्वास था कि वो किसी और को उसे चट करने से रोक लेगा, पर अगर वो स्वयं ही चुदाई में व्यस्त रहा तो? पर अब उसे वो डर नहीं था. डेविड उसे खड़ा कर रहा था तो रिचर्ड उसके पीछे से उसे सहारा दे रहा था. सुमति की चूत से बहता हुआ पानी उस स्थान को गीला कर चुका था जहाँ वो बैठ कर लौड़े चूस रही थी. पार्थ ने भी ये देखा और अपनी हंसी दबा ली.

डेविड जाकर बिस्तर पर लेट गया और काँपते पैरों से सुमति उसके ऊपर चढ़ी और लंड को हाथ में पकड़कर उसपर बैठ गई. गीली चूत ने डेविड के लंड को निगलने में देर न लगाई और सुमति लंड पर धीरे से उछलकूद करने लगी. उसके मोटे मम्मे नाचने लगे तो रिचर्ड ने उन्हें थामा और मसलने लगा. जब सुमति ने गति पकड़ ली तो रिचर्ड ने ट्यूब में से जैल निकाला और सुमति की गाँड में लगाने लगा. उछलती सुमति की गाँड में जैल लगाना एक चुनौती थी पर रिचर्ड इस प्रकार की चुनौतियों का अभ्यस्त था. जैल लगाने के बाद उसने गाँड में ऊँगली डालकर उसे अंदर तक फैला दिया.

पार्थ ने मिशेल के सिर को पकड़कर अपने लंड की ओर झुकाया और मिशेल ने संकेत समझकर उसे मुँह में लेकर थोड़ा चूसा और हट गई. पार्थ खड़ा हो गया. रिचर्ड ने सुमति की कमर पर हाथ रखा तो उसने उछलना बंद कर दिया. रिचर्ड ने अपना लंड सुमति की गाँड पर लगाया तो पार्थ सुमति के आगे जाकर खड़ा हो गया. सुमति की आँखों की चमक उसकी वासना की साक्षी थीं. और पार्थ के लंड को देखकर वो चमक और बढ़ गई. सुमति ने पार्थ में लंड के लिए मुँह खोला. पार्थ का लंड उसके मुँह में गया ही था कि उसे रिशर्ड के लंड का अपनी गाँड में प्रवेश करने का भी आभास हुआ. उसके तीनों छेदों में लंड थे. और ये धरती पर स्वर्ग का अनुभव था.

मार्क और जैसन किसी भी प्रकार की शीघ्रता नहीं दिखा रहे थे. मार्क बड़ी शांति के साथ सुप्रिया की चुदाई कर रहा था और सुप्रिया भी उतने ही संयम से जैसन का लंड चूस रही थी. उन्हें इस बात का सम्भवतः आभास भी नहीं था कि उनके ही निकट सुमति के मुँह, चूत और गाँड में लौड़े पिले हुए थे. मार्क जिस गति से चोद रहा था उसका प्रयोजन ये था कि सुप्रिया जैसी अति चुड़क्कड़ स्त्री उनसे इतनी प्रभावित हो जाये कि ये मिलन नियमित रूप से सम्भव हो सकेगा. उसे अब तक ये पता नहीं था कि जितनी चुदाई सुप्रिया ने अपने पुत्रों और पिता के साथ की थी उस स्तर पर उसकी माँ को पहुंचने में अभी कई वर्ष लग सकेंगे.

“सुमति कितना इन्जॉय कर रही है, जाओ अपनी मॉम को भी वैसे ही चुदवाने के लिए मनाओ.” ईव ने नितिन को समझाया.

“नहीं, वो स्वयं ही ऐसा करेंगी. मैं यहाँ ही ठीक हूँ.” नितिन ने उत्तर दिया.

नितिन चाहता था कि उसकी माँ अफ़्रीकी लौंड़ों से चुदने की अपनी इच्छा को स्वयं ही संचालित करें. सम्भवतः सुप्रिया ने उनके मन की बात जान ली थी. उसने जैसन के लंड को मुँह से निकाला।

“अब मुझे आप दोनों चोदो। जैसे सुमति चुद रही है.” उसने बोला तो जैसन ने मार्क को संकेत किया. मार्क अपने लंड को बाहर निकाल कर लेट गया. जैसन ने सुप्रिया को हाथ देकर उठाया और मार्क के लंड पर चढ़ने में सहायता की. ये देख नितिन खड़ा हो गया और ईव को देखकर मुस्कुराया. जब सुप्रिया मार्क के लंड पर चढ़ गई तो जैसन ने ट्यूब उठाई और उसके पीछे आकर उसकी गाँड में जैल लगा दिया. सुप्रिया मार्क के लंड पर कुछ सेकंड कूदी फिर ठहर गई. अब मार्क नीचे था, जैसन पीछे और नितिन आगे आ खड़ा हुआ था.

जैसन ने सावधानी से सुप्रिया की गाँड में लंड डालना आरम्भ किया. सुप्रिया चाहती तो थी कि वो एक बार में पेल दे पर चुप रही. मार्क की शांतिपूर्ण चुदाई से उसका मन नहीं भरा था. उसने नितिन को आँखों से संकेत किया कि वो कुछ करे और फिर उसका लंड चूसने लगी.

“अंकल, डरिये मत. मॉम को गाँड में लौड़े लेने का बहुत अनुभव है. ऐसी धीमे धीमे चोदोगे तो वो बोर हो जाएँगी. अच्छे से जम कर चोदो आप दोनों.” नितिन ने अपनी माँ के निर्देश उन्हें पारित कर दिए. मार्क और जैसन तो मानो इसी की प्रतीक्षा में थे. वो सोच रहे थे कि अफ़्रीकी लौंड़ों से सुप्रिया आहत न हो जाये. उन्हें क्या पता था कि वो लम्बे मोटे लौंड़ों को हर छेद में वर्षों से ले रही थी. जैसन ने अब एक भी झटके में लंड अंदर उतार दिया. अब सुप्रिया के तीनों छेद बंद थे और उसका मन अब जाकर शांत हुआ था. अब चुदाई का समय था.

मिशेल और ईव आने वाले चक्रवात की प्रतीक्षा कर रही थीं. उन्हें पता था कि उनके पति और पुत्र किस प्रकार की चुदाई में सुख पाते हैं. और ऐसा प्रतीत होता था कि सुप्रिया और सुमति भी उसमें आनंद पाती हैं. एक धीमी गति के साथ पिता पुत्र की जोड़ियाँ सुमति और सुप्रिया की चूत और गाँड में अपने लौडों से प्रहार कर रहे थे. दोनों माताएं अपने बेटों के लौड़े मुँह में लेकर चूस रही थीं.

“लेट अस फक देम हार्ड एंड फ़ास्ट!” रिचर्ड ने कहा तो बिना उत्तर की प्रतीक्षा किये हुए चारों ने अपने प्रहार तीव्र कर दिए. सुप्रिया और सुमति के मुँह से मात्र गूँ गूँ की ही ध्वनि निकल रही थी क्योंकि उनके मुँह भी बंद थे.

“आई होप वी विल आल्सो गेट फक्ड दिस वे.” ईव ने अपनी चूत मसलते हुए बोला।

“ओह देट इस स्योर!” मिशेल ने आह भरते हुए अपने परिवार के पुरुषों को सुप्रिया और सुमति की चुदाई करते देखा। उसे विश्वास था कि अब उनकी बारी भी शीघ्र आएगी और इस बार उनकी और निर्ममता से चुदाई की जाएगी. दोनों जोड़ियों की चुदाई की गति अब इतनी तीव्र थी जैसे बिजली कौंध रही हो. पार्थ और नितिन भी अपने पड़ोसियों के सामर्थ्य से प्रभावित हुए बिना न रहे. उन्हें अब मिशेल और ईव को भी ऐसे ही चोदना होगा. पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार कुछ देर के बाद रिचर्ड और जैसन ने अपने स्थान बदले और अब सुप्रिया और सुमति की गाँड मारने में जुट गए. उसके बाद एक क्रम बनाया और इसमें मार्क और डेविड को भी गाँड मारने का सुअवसर प्राप्त हुआ. सुप्रिया और सुमति ने भी इतनी शीघ्रता से भिन्न भिन्न लौंड़ों के आनंद नहीं लिए थे.

कई मिनटों के बाद जब सुमति और सुप्रिया धराशाई ही चुकी थीं तब एक एक करके झड़ने का क्रम आया.

पार्थ बोला, “आप केवल सुप्रिया आंटी की गाँड में ही पानी छोड़ना. मम्मी की नहीं.”

इस कथन से सुमति में फिर से चेतना आ गई. इस समय मार्क का लंड सुप्रिया की गाँड नाप रहा था और उसने वहीँ अपना पानी छोड़ दिया. उसके हटते ही रिचर्ड जा चढ़ा और कुछ धक्कों के बाद स्खलित हो कर हट गया. फिर जैसन ने मोर्चा संभाला और अंत में डेविड ने अपना योगदान दिया. सुप्रिया की गाँड में तो इतना स्थान था नहीं तो बहुत सारा रस उसकी गाँड से बाहर निकल कर बहने लगा. सुमति अब तक बैठ चुकी थी और लालच से देख रही थी. जैसे ही डेविड हटा उसने आक्रमण कर दिया.

गाँड से निकलते रज को पहले चूसकर उसने पी लिया. और फिर इधर उधर जो भी बिखरा हुआ था उसे चाट लिया. अंत में सुप्रिया की गाँड खोलकर उसपर मुँह लगा कर जितना सम्भव था वीर्य सोख लिया. जब देखा कि अब कुछ शेष नहीं है तो पार्थ को देखकर मुस्कुराई.

“बहुत स्वादिष्ट हैं इनका वीर्य.”

“चिंता न करो, आज पूरी रात सब गाँड में ही पानी छोड़ेंगे और आपको भरपूर पीने को मिलेगा.” पार्थ ने एक प्रकार से आगे का कार्यक्रम बता दिया.

सुमति ने चारों ओर देखा तो डिसूज़ा परिवार उसे आश्चर्य से देख रहा था. पर उनकी आँखों में कोई घृणा नहीं थी. ईव सुमति को देखकर मुस्कुराई.

“देट वास वंडरफुल डियर. आज रात बहुत आनंद आने वाला है. है न?”

सबने हामी भरी और जहाँ सुप्रिया और सुमति लेट कर विश्राम करने लगीं वहीँ अन्य सब बियर लेने के लिए निकल गए.

रात अभी शेष थी.


क्रमशः
1286500
Nice update....
 
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