वैसे तो सर्दी का मौसम चला गया है, पर भाभी के साथ गुनगुने पानी में शावर के नीचे नहाने का मज़ा ही अलग है।
जवान जिस्म की हवस और कहीं शांत हो ना हो, बदचलन औरत के साथ इक्ट्ठे स्नान करने से कुछ कम तो होती है
पर अगर वोह औरत प्यासी हो तो गुसलखाने में ही बिस्तर से ज्यादा मज़ा देती है।